*भ्रष्टाचार के प्रचलित सत्याग्रह संकल्प पर चेतना शून्य बनी सरकार*
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में कैग रिपोर्ट आधारित लगभग करोड़ों रुपए वार्षिक घोटाले के विरुद्ध तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा 900 दिनों से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प पर शासकीय तंत्र की खामोशी इस बात को उजागर करती है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का नारा आम नागरिकों के साथ कपट पूर्ण नारा है।
अगर गौर किया जाए तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प का वर्तमान समय मे भ्रष्ट शासकीय तंत्र के व्यवहारिक दृष्टिकोण में कोई वजूद नहीं है।
इस कार्य शैली से अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्पों का अस्तित्व खतरे में हैं, यही कारण है कि वर्तमान सरकार के दमनकारी कार्यकाल में देश व प्रदेश में अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प के आंदोलनों का कोई वजूद नही है और निरंकुश अपराध व भ्रष्टाचार का बाजार गर्म है
जिसकी 900 दिनों से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प पुष्टि कर रहा है।
जबकि सत्याग्रह संकल्प व आंदोलनों का मूल उद्देश्य है कि प्रशासकीय तंत्र के भ्रष्ट कार्यशाली को शासकीय तंत्र के संज्ञान में दिया जाए ताकि उसे गम्भीरता से लेते हुए अंकुश लगाया जा सके लेकिन जब शासकीय तंत्र के संरक्षण में भ्रष्ट प्रशासकीय तंत्र का संरक्षण व पोषण किया जा रहा हो तो सत्याग्रह संकल्प पर आंदोलनकारीयों का कौन सुने।
वर्तमान समय में सरकारों का न्यायिक क्षेत्र में अतिक्रमण भ्रष्ट लोक सेवकों के लिए शुभ संकेत साबित हो रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप जन सामान्य की न्यायिक क्षेत्र में आस्था आहत हो रही है फिर भी संगठन लोकहित में मांगे पूरी न होने तक न्यायिक क्षेत्र में आस्था रखते हुए सत्याग्रह संकल्प जारी रखने के लिए कटिबद्ध है और आज दिनाँक 29 दिसम्बर 2023 को भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के 9वें शतक पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे का उत्साह वर्धन करते हुए सत्याग्रह संकल्प को और प्रभावशाली बनाने का संकल्प लिया।
सत्याग्रह संकल्प पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्र, प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पांडे "राजू", प्रदेश संयोजक ध्रुव नारायण सिंह, आरके श्रीवास्तव, वीरेंद्र कुमार वर्मा, रामचंद्र दुबे, गिरजा शंकर चौधरी, कुशीनगर जिला अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता, चंद्रप्रकाश मणि, महानगर अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता, साहेब राम साहनी व अन्य कार्यकर्तागण मौजूद थे।
Dec 29 2023, 18:18