कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान से चढ़ा सियासी पारा, क्या 2024 में लड़ेंगे आखिरी लोकसभा चुनाव

#2024_lok_sabha_elections_like_my_last_election_says_shashi_tharoor 

पूरा देश सर्दी से कांप रहा है, लेकिन कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में वह तिरुवनंतपुरम सीट से इस भावना से चुनाव लड़ेंगे जैसे यह उनका आखिरी चुनाव हो। थरूर ने कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति में एक समय ऐसा आता है जब युवा लोगों के लिए जगह बनाई जाती है। थरूर के इस बयान के बाद तरह-तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई है।

दरअसल, कांग्रेस सांसद शशि थरूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं कि साल 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा।थरूर का कहना है ति मेरा मानना है कि एक समय ऐसा आता है जब युवा लोगों के लिए जगह बनाई जाती है। राजनीति में एक कहावत है ‘नेवल से नेवर’।थरूर ने आगे कहा कि अगर मैं चुनाव लड़ता हूं तो मैं अपने आखिरी चुनाव की तरह पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ूंगा।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तिरुअनंतपुरम से पीएम मोदी के चुनाव लड़ने की अटकलों पर उन्होंने कहा, अगर पीएम मोदी भी मेरे खिलाफ चुनाव लड़ेंगे तो मैं ही जीतूंगा। उन्होंने कहा कि जनता को अगर उचित लगता हो तो उन्हें चुनाव में बदल देने का पूरा अधिकार है। लेकिन यह इस वजह से नहीं होगा कि मैं किसके खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं।

भारत ने पाकिस्तान से की हाफिज सईद को सौंपने की मांग, मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है पाक की जेल में बंद आतंकी

#india_asked_pakistan_to_handle_terrorist_hafiz_saaed 

मुंबई हमले के आरोपी आतंकी हाफिज सई को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि भारत ने पाकिस्तान से हाफिज सईद प्रत्यर्पण की आधिकारिक मांग रखी है। इस्लामबाद पोस्ट में कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान से हाफिज सईद को सौंपने को लेकर कानूनी प्रकिया शुरू करने को कहा है। जानकारी के मुताबिक भारत सरकार ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से इस मामले में संपर्क किया है।

इस्लामाबाद पोस्ट ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को भारत सरकार से आधिकारिक अनुरोध मिला है। इसमें सईद के प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया को शुरू करने के लिए कहा गया है।

भारत की ओर से हापिज के प्रत्यार्पण के दावे उस वक्त किए जा रहे हैं, जब मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सईद द्वारा बनाई गई एक नई राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान में आगामी आम चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। सईद द्वारा स्थापित पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) पार्टी ने चुनाव चिन्ह 'कुर्सी' के साथ अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। एक वीडियो में पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने कहा कि उनकी पार्टी ज्यादातर सीटों पर चुनाव लड़ रही है। हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी चुनाव लड़ने जा रहा है। तल्हा सईद ने लाहौर के नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र एनए-127 से नामांकन दाखिल किया है।

बता दें कि हाफिज सईद एक पाकिस्तानी आतंकी और आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का संस्थापक है और जम्मू कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं में हाफिज सईद शामिल रहा है। भारत में वह मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल है। साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले और पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड भी हाफिज सईद ही है। कुछ साल पहले तक हाफिज सईद पाकिस्तान में खुला घूम रहा था और अपने संगठन के लिए चंदा जुटा रहा था लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बाद साल 2019 में हाफिज सईद को पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया और आतंक के वित्त पोषण के आरोप में उसे 15 साल जेल की सजा सुनाई गई। बीते साल भी पाकिस्तान की अदालत ने हाफिज सईद को आतंकी घटनाओं के लिए पैसे जुटाने के आरोप में 31 साल जेल की सजा सुनाई थी।

'दुकानों पर कन्नड़ भाषा में नेमप्लेट लगाने की मांग..', विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को बैंगलोर पुलिस ने हिरासत में लिया


कर्नाटक में कन्नड़ सनर्थक समूहों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस बीच बेंगलुरु पुलिस ने बुधवार को कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ता समूह कर्नाटक रक्षणा वेदिके (KRV) के सदस्यों को हिरासत में ले लिया, जो कर्नाटक के बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और मांग कर रहे थे कि कर्नाटक में सभी व्यवसायों और उद्यमों को अपनी दुकानों में कन्नड़ में नेमप्लेट लगानी चाहिए। उनका कहना है कि, राज्य सरकार का दायित्व है कि 60 प्रतिशत नेमप्लेट कन्नड़ में होनी चाहिए।

जन जागरूकता विरोध प्रदर्शन कर्नाटक रक्षणा वेदिके के प्रदेश अध्यक्ष टी ए नारायण गौड़ा के नेतृत्व में किया गया। इस बीच यह बात भी सामने आई है कि KRV कार्यकर्ताओं ने दुकानों के कुछ अंग्रेजी नेमप्लेट वाले बोर्ड को तोड़ दिया। कर्नाटक रक्षणा वेदिके के सदस्यों ने बेंगलुरु में मॉल ऑफ एशिया के बाहर फूलों के गमले भी तोड़ दिए, अंग्रेजी साइनबोर्ड तोड़ दिए और काली स्याही छिड़क दी। KRV के प्रदेश अध्यक्ष टी एन नारायण गौड़ा ने कहा कि, ''विभिन्न राज्यों के लोग बेंगलुरु में कारोबार कर रहे हैं। लेकिन वे अपनी दुकानों पर कन्नड़ नेमप्लेट नहीं लगाते। वे अपनी दुकानों की नेमप्लेट केवल अंग्रेजी में लगा रहे हैं। अगर वे बेंगलुरु में ही रहना चाहते हैं तो उन्हें अपनी दुकानों पर कन्नड़ में नेमप्लेट लगानी होगी या फिर उन्हें कर्नाटक से दूसरे राज्यों में जाना होगा।'

कहा कि कर्नाटक सरकार का कानून है कि 60 फीसदी नेमप्लेट कन्नड़ में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, “कोई भी इसका ठीक से पालन नहीं कर रहा है, इसलिए आज हम एक विशाल जागरूकता विरोध रैली कर रहे हैं। अगर आज पुलिस हमें रोकेगी तो हमारा संघर्ष नहीं रुकेगा. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम हर दिन रैली जारी रखेंगे।'' उन्होंने आगे आरोप लगाया कि मॉल ऑफ एशिया (बेंगलुरु) ने कन्नड़ नेमप्लेट नहीं लगाई है।

गौड़ा ने कहा कि, 'हमने उनसे कन्नड़ नेमप्लेट लगाने के लिए कहा था, लेकिन मॉल ऑफ एशिया (बैंगलोर) ने इसकी परवाह नहीं की और कन्नड़ नेमप्लेट नहीं लगाई, इसलिए हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। आज पुलिस मॉल ऑफ एशिया (बेंगलुरु) को पूरी सुरक्षा दे रही है, लेकिन कल कौन सुरक्षा देगा? कल फिर हमारे कार्यकर्ता तब तक विरोध प्रदर्शन करेंगे, जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती।''  रैली नाडा प्रभु केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा टोल (सदरहल्ली गेट) से कब्बन पार्क तक आयोजित की गई थी।

इससे पहले, बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के मुख्य आयुक्त तुषार गिरि नाथ ने कहा था कि 28 फरवरी तक, प्रशासनिक निकाय के तहत वाणिज्यिक दुकानों को 60 प्रतिशत कन्नड़ भाषा के नेमप्लेट लगाने होंगे, अगर ऐसा नहीं किया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निगम के तहत सभी प्रकार की व्यावसायिक दुकानों के नेमप्लेट में कन्नड़ भाषा के अनिवार्य उपयोग के संबंध में कर्नाटक रक्षण वेदिके के साथ मल्लेश्वरम IPP हॉल में एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अनिवार्य उपयोग के संबंध में सभी जोनल आयुक्तों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी और नेमप्लेट पर कन्नड़ भाषा में लिखने तथा अन्य उचित दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।

तुषार गिरि नाथ ने कहा कि, 'शहर में 1400 किमी मुख्य और उप-धमनी सड़कें हैं, और इन सड़कों पर सभी वाणिज्यिक दुकानों का क्षेत्र-वार सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वे के बाद 60 फीसदी कन्नड़ भाषा का इस्तेमाल नहीं करने वाली दुकानों को नोटिस दिया जाएगा. नोटिस जारी करने के बाद, उन्हें कन्नड़ भाषा नेमप्लेट लागू करने और संबंधित जोन आयुक्तों को अनुपालन प्रस्तुत करने के लिए 28 फरवरी तक का समय दिया जाएगा।'

श्री राम की नगरी अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का सूक्ष्म मुहूर्त, काशी के विद्वान पंडितों ने किया है तय

राम जन्मभूमि अयोध्या में बना भव्य राम मंदिर की देश-दुनिया में चर्चा हो रही है। फिलहाल मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों जोरों पर है। जिसके लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख निर्धारित कर दी गई है। लेकिन खास बात यह है कि, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा केवल 84 सेकंड के सूक्ष्म मुहूर्त में ही की जाने वाली है। कहा जा रहा है कि, 84 सेकंड का यह मुहूर्त बहुत ही शुभ है जोकि इंडिया के लिए संजीवनी का काम करने वाला है। काशी के पंडितों द्वारा यह मुहूर्त तय किया गया है।

84 सेकंड का मुहूर्त सबसे शुभ

 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से मूल मुहूर्त होगा, जो 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक चलने वाला है। यानी 1 मिनट 24 सेकंड में ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जीने वाली है। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा से पहले 1 घंटे तक यज्ञ, हवन, चार वेदों का परायण और कर्मकांडों का वाचन भी होने वाला है। खबरों के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा के इस मुहूर्त को विद्वानों और ज्योतिषाचार्यों द्वारा बहुत ही शुभ कहा गया है। कहा जा रहा है कि इस मुहूर्त के 16 में से 10 गुण अच्छे हैं। 1 मिनट 24 सेकंड के इस मुहूर्त में अभिजीत मुहूर्त रहने वाला है, इसमें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने से राज्यवृद्धि होने वाली है। इसलिए इस सूक्ष्म मुहूर्त को सर्वाधिक शुभ माना जा रहा है।

प्राण प्रतिष्ठा से पहले तीन दिन बंद रहेंगे दर्शन

बता दें कि अयोध्या नगरी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के लिए पूरी तरह से तैयार है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भारत का सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठान होने वाला है। ऐसे में मंदिर और आंगतुकों की सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में 3 तक दर्शन बंद रहने वाले है। यानी 20 जनवरी से 22 जनवरी तक आम लोग मंदिर के दर्शन नहीं कर सकते है। लेकिन 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से मंदिर में सभी लोगों को दर्शन की अनुमति होने वाली है।

पीएम उतारेंगे रामलला की पहली आरती

प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होने वाली है। लेकिन इसकी शुरुआत 16 जनवरी को सरयू की जलयात्रा के साथ होगी। वहीं 17 जनवरी को गणेश पूजा के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत होने वाली है। 22 जनवरी को भगवान की मूर्ति स्थापित होगी और रामलला की पहली आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतारने वाली है।

अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में नहीं मिलेगी शराब, बिक्री पर होगा पूर्ण प्रतिबंध

#ayodhya_liquor_shop_restricted_in_84_kosi_parikrama_area

अयोध्या में होने वाली 84 कोसी परिक्रमा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने पूरे परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। यूपी के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने इसका ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि यह घोषणा पूरे अयोध्या महानगर क्षेत्र पर लागू नहीं है। केवल 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में लागू होगी। वहां पहले से मौजूद सभी दुकानों को हटाकर दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाएगा।

अयोध्या दौरे पर पहुंचे आबकारी विभाग के मंत्री नितिन अग्रवाल ने श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने तमाम विषयों पर चर्चा की। मंत्री नितिन अग्रवाल ने चंपत राय से मुलाकात के दौरान अयोध्या में होने वाली 84 कोसी परिक्रमा के पूरे परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने की बात कही।नितिन अग्रवाल ने बताया कि वह इसको लेकर अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने राम मंदिर को शराब मुक्त करने करने के लिए 84 कोस तक शराब की दुकानों को हटाने की बात कही है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र को शराब निषेध घोषित किया जा चुका है।

बता दें कि श्रीराम मंदिर क्षेत्र को पहले से ही मदिरा मुक्त किया जा चुका है।अब 84 कोस तक शराब की दुकानों को हटाने की घोषणा की गई है। 84 कोस क्षेत्र में शराब की लगभग 600 दुकानें है। शराबबंदी के ऐलान के बाद से ये सारी दुकानें बंद कर दी गई हैं। इसका आदेश अधिकारियों को जारी कर दिया गया है। अब 84 कोस मार्ग में आने वाली सभी शराब की दुकानें हटा दी जाएंगी।

बढ़ती दिख रही प्रियंका गांधी की मुश्किलें, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी की चार्जशीट में आया नाम

#ednamespriyankagandhivadrainmoneylaunderingcase

कांग्रेस पार्टी के महासचिव प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम 'प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट' (पीएमएलए) से जुड़े एक केस की चार्जशीट में दर्ज किया गया है। जमीन घोटाला मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में पहली बार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम सामने आया है। सूत्रों ने दावा किया कि ईडी की चार्जशीट में रॉबर्ट वाड्रा के साथ ही प्रियंका गांधी का जिक्र किया गया है। हालांकि, उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया है।

जांच एजेंसी ने प्रियंका गांधी के खिलाफ हरियाणा के फरीदाबाद में एक जमीन की खरीद से जुड़े मामले की चार्जशीट में नाम शामिल किया है।ईडी ने बताया है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली के रहने वाले रियल एस्टेट एजेंट के जरिए हरियाणा में जमीनी खरीदीं। इस एजेंट ने एनआरआई बिजनेसमैन सीसी थम्पी को भी जमीनें बेचीं।

ईडी का कहना है कि वाड्रा और थम्पी के रिश्ते काफी लंबे हैं और दोनों एक जैसा व्यापार करने के अलावा भी कई काम मिलकर करते हैं। ये एक बड़ा मामला है, जो भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से संबंधित है। भंडारी की मनी-लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा और काले धन कानूनों के उल्लंघन और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत कई एजेंसियां जांच कर रही है। वह 2016 में ही जांच एजेंसियों के डर की वजह से भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था।

क्या है मामला

फरीदाबाद में जमीनी खरीद से यह जुड़ा मामला है। साल 2005-2006 के बीच फरीदाबाद के अमीपुर गांव में एचएल पाहवा (थंपी के करीबी) प्रोपर्टी डीलर के जरिये रोबर्ट वाड्रा ने करीब 40.8 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसे दिसंबर साल 2010 में पाहवा को ही वापस बेच दिया था। इसी तरह प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर भी इसी अमीपुर गांव में अप्रैल 2006 में खरीदी गई थी, जिसे फरवरी 2010 में पाहवा को ही वापस बेच दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, पाहवा थंपी का बेहद करीबी है, इसी अमीपुर गांव में थंपी को भी जमीन पाहवा ने ही खरीदवाई थी।

कांग्रेस का 139 वां स्थापना दिवस आज, नागपुर की महारैली से होगा मिशन 2024 का आगाज, संघ के गढ़ में भरेगी हुंकार

#congress_foundation_day_nagpur_rally

कांग्रेस पार्टी आज अपना 139वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर पार्टी नागपुर में एक बड़ा आयोजन करने जा रही है।जिसमें दिग्गज नेता जुट रहे हैं। पार्टी ने महारैली के लिए 'तैयार हैं हम' स्लोगन भी दिया है।कांग्रेस की यह मेगा रैली इस मायने में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका आयोजन नागपुर में हो रहा है, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय और ऐतिहासिक स्थल ‘दीक्षाभूमि’ स्थित है। महारैली के साथ कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी।

नागपुर में रैली बीजेपी सरकार को देगी कड़ा मैसेज

महाराष्ट्र पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का कहना है कि वह संघ की जमीन पर बीजेपी को कड़ा जवाब देंगे। कांग्रेस नेता चव्हाण का कहना है कि मौजूदा बीजेपी सरकार बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की आत्महत्या सहित तमाम समस्याओं को हल करने और लोगों को राहत देने में विफल रही है। कांग्रेस इस रैली के जरिए बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को कड़ा मैसेज देना चाहती है। यही वजह है कि रैली के लिए नागपुर को चुना गया है। पार्टी ने पहले ही नारा ‘तैयार हैं हम’ दिया है, जो इरादों को स्पष्ट कर रहा है।

इतिहास अपने आपको दोहरायगा-नाना पटोले

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को रैली स्थल पर संवाददताओं को संबोधित करते हुए कहा, देश के लोगों के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है।जब भी देश पर संकट आया, कांग्रेस आगे आई और देश में एक बड़ा बदलाव आया। उन्होंने कहा, आपातकाल के बाद (तत्कालीन प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी ने नागपुर में जनसभा की थी, और कांग्रेस को विदर्भ की सभी सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस नेता ने कहा, इतिहास अपने आपको दोहरायगा और देश में एक बड़ा परिवर्तन होगा

मंच पर होगा गांधी परिवार

ये पहली बार है कि नागपुर में सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी एक साथ दिखाई देने वाले हैं।कांग्रेस राज्य के सभी मुख्यमंत्री भी रैली में मौजूद रहने वाले हैं। रैली में 247 प्रमुख नेता, अधिकांश सांसदों और 600 में से लगभग 300 विधायकों के शामिल होने की संभावना है। पार्टी ने उम्मीद लगाई है कि इस महारैली में कम से कम 10 लाख लोग एकत्रित होंगे।

लोकसभा चुनाव की बनेगी रणनीति

वहीं, नागपुर में महारैली के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी महासचिवों और सभी प्रदेश प्रभारियों के साथ बैठक भी करेंगे। इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती उत्तर भारत के राज्यों में जीत हासिल करना है, जिस पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। पार्टी सीटों के बंटवारे को लेकर यूपी, बिहार जैसे राज्यों के क्षेत्रीय दलों के साथ बातचीत कर रही है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिले विदेश मंत्री जयशंकर, पीएम मोदी को रूस आने के न्यौते से लेकर व्यापार तक जानें क्या हुई बात

#vladimir_putin_meeting_with_jaishankar_in_russia

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इस वक्त रूस दौरे पर हैं। जहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान पुतिन को एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लिखी हुई चिट्ठी सौपी हैय़ उन्होंने पुतिन से कहा कि पीएम मोदी ने शुभकामनाएं दी है। इस दौरान पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले साल रूस आने का न्योता दिया।उन्होंने कहा कि अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर उन्हें खुशी होगी। विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण का जवाब देते हुए कहा कि निश्चित तौर पर पीएम मोदी अगले साल रूस की यात्रा के लिए उत्सुक हैं और मुझे यकीन है कि हम दोनों देशों के राजनीतिक कैलेंडर से पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीख खोजेंगे।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार शाम को मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। क्रेमलिन में एस जयशंकर से मुलाकात के बाद पुतिन ने संयुक्त प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध पर टिप्पणी करते हुए कहा, मैंने यूक्रेन के साथ चल रहे संघर्ष को लेकर बार-बार सूचना दी है। पुतिन ने कहा, हमारा व्यापार लगातार दूसरे वर्ष और आत्मविश्वासपूर्ण गति से बढ़ रहा है। इस वर्ष, विकास दर पिछले वर्ष से भी अधिक थी। सिर्फ तेल उत्पाद और कोयला का उत्पादन ही नहीं हम हाई-टेक क्षेत्रों में मिलकर भारत के साथ काम कर रहे हैं।

पुतिन ने कहा, हमें यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि दुनिया में मौजूदा उथल-पुथल के बावजूद, एशिया में हमारे पारंपरिक मित्रों, भारत और भारतीय लोगों के साथ संबंध लगातार आगे बढ़ रहे हैं। हम यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी का स्टैंड जानते हैं। मैं उनकी स्थिति, हॉट स्पॉट, यूक्रेन की स्थिति सहित जटिल प्रक्रियाओं के प्रति उनके रवैये की बात कर रहा हूं। मैंने उन्हें यूक्रेन संघर्ष के आसपास की स्थिति के बारे में बार-बार सूचित किया है। मैं शांतिपूर्ण तरीकों से इस समस्या को हल करने के उनके प्रयास के बारे में जानता हूं।

रूसी राष्ट्रपति के साथ अपनी मुलाकात के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स (ट्विटर) पर कहा कि वह भारत-रूस संबंधों के आगे के विकास पर पुतिन के मार्गदर्शन की सराहना करते हैं। आज शाम राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं।

जयशंकर रूस की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात की।इस दौरान दोनों ने अंतरराष्ट्रीय स्थिति और समसामयिक मुद्दों पर बात की।जयशंकर ने लावरोव के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र, यूक्रेन संघर्ष, गाजा स्थिति, अफगानिस्तान और मध्य एशिया, ब्रिक्स, शंघाई सहयोग संगठन, जी20 और संयुक्त राष्ट्र पर भी विचार-विमर्श किया। 

जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ एक व्यापक और उपयोगी बैठक हुई। रणनीतिक साझेदार के रूप में, अंतरराष्ट्रीय स्थिति और समसामयिक मुद्दों पर चर्चा की गई। जयशंकर ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग, ऊर्जा व्यापार, कनेक्टिविटी प्रयासों, सैन्य-तकनीकी सहयोग और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क में हुई प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, '2024-28 की अवधि के लिए परामर्श प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए। भारत-रूस संबंध भू-राजनीतिक वास्तविकताओं, रणनीतिक भागीदारी और पारस्परिक लाभ को दर्शाते हैं।

मौसम का मिजाज : दिसंबर के आखिरी हफ्ते में शीतदिवस और शीतलहर की जगह बिहार के कई शहरो में समान्य से अधिक पारा

डेस्क : बिहार में सामान्यत दिसंबर के आखिरी हफ्ते में शीतदिवस और शीतलहर की स्थिति बनती थी लेकिन इस बार उमस और गर्मी की स्थिति है। प्रदेश के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। दिसंबर का आखिरी हफ्ता बीत रहा है, लेकिन अब तक हर साल की तरह ठंड और कोहरे की सघनता नहीं दिख रही है।

मौसमविद इसे तात्कालिक रूप से पश्चिमी विक्षोभ का असर बता रहे हैं। बुधवार को 17 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। राज्य के अधिकतर जिलों में पिछले दो दिनों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई। इन दिनों चक्रवातीय हवा का क्षेत्र बांग्लादेश व आसपास समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी के बीच बना हुआ है। इनके कारण पुरवा हावी है।

मौसम विभाग के अनुसार पटना सहित अधिसंख्य भागों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव रहेगा। पटना सहित 17 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। 10.3 डिग्री सेल्सियस के साथ गया में सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, राजधानी का न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को पटना, गया, पूर्णिया समेत अन्य भागों में कोहरा छाए रहा।

वहीं, धूप निकलने के बाद मौसम सामान्य बना रहा। पटना सहित अधिसंख्य भागों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव कम रहेगा।

बीते बुधवार को प्रदेश के प्रमुख शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा। 

पटना 25.9 13.1

गया 24.8 10.3

भागलपुर 24.7 15.5

मुजफ्फरपुर 25.0 15.3 डिग्री सेल्सियस।

जदयू के बढ़ते दायरे और सीएम नीतीश की बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी बेचैन : श्रवण कुमार

डेस्क : जदयू के वरिष्ठ नेता व बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जदयू का दायरा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, इसलिए भाजपा के लोग बेचैन हैं।

उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार के अंदर भाजपा का खाता भी नहीं खुलेगा। 

मंत्री श्रवण कुमार ने कहाकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो भी करते हैं बिहार के हित में करते हैं।वहीं पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल कि जदयू के अंदर अंदरुनी कलह की बात सामने आ रही है। इसपर उन्होंने कहा कि जदयू हर तरह की स्थिति के लिए तैयार है।