गुरु पुत्रों के बलिदान दिवस पर आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्कीबाग, गोररखपुर में गुरु पुत्रों के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता आचार्य सदानंद यादव ने कहा कि 26 दिसंबर 1704 में आज ही के दिन गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों पुत्रों फतेह सिंह व जोरावर सिंह को इस्लाम धर्म न स्वीकार करने के कारण सरहिंद के नवाब ने जिंदा दीवार में चुनवा दिया था। जब छोटे साहिबजादों की कुर्बानी की सूचना माता गुजरी जी को ठंडे बुर्ज में मिली तो उन्होंने भी शरीर त्याग दिया।
उन्होंने कहा कि विश्व इतिहास में ऐसा उदाहरण कहीं नहीं देखने को मिलता जिस प्रकार से गुरु गोविंद सिंह ने स्वयं व अपने पूरे परिवार को धर्म रक्षार्थ बलिदान कर दिया। श्री गुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादों में दो अन्य चमकौर की जंग में शहीद हुए थे। गुरु गोबिद सिंह ने अपने दो पुत्रों को स्वयं आशीर्वाद देकर जंग में भेजा था।
चमकौर की जंग में 40 सिखों ने हजारों की मुगल फौज से लड़ते हुए अपना बलिदान दिया। 6 दिसंबर, 1705 को हुई इस जंग में बाबा अजीत सिंह (17) व बाबा जुझार सिंह (14) ने धर्म के लिए बलिदान दिया था।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे डॉक्टर राजेश कुमार (वरिष्ठ फिजिशियन जिला चिकित्सालय गोरखपुर) को सितंबर माह में फैली डेंगू महामारी में उत्कृष्ट कार्य व सहयोग हेतु विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया।
भैया बहनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में आकर मेरे बचपन की यादें ताजा हो गई। जीवन में सफल होने के लिए लक्ष्य निर्धारण करना और उसके लिए निरंतर प्रयास करते रहना जरूरी है। हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी का उदाहरण देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था की उठो जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको नहीं। अंत में उन्होंने भैया बहनों के स्वास्थ्य की मंगल कामना करते हुए अपनी बात को विराम दिया।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा ओम भगवान, माँ सरस्वती एवं भारत-माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर हुआ।
अतिथियों का परिचय विद्यालय के यशस्वी प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश सिंह ने कराया कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य निर्मल यादव ने किया इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि प्रान्तीय कार्यालय प्रमुख कृष्ण कुमार जीव विज्ञान के प्रवक्ता रमेश प्रसाद सहित समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
Dec 26 2023, 18:49