विकसित भारत संकल्प अभियान में स्वास्थ्य जांच और आंखों का इलाज

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के गोपालपुर गांव में आज हमारा संकल्प विकसित भारत अभियान के तहत भव्य आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक राम चौहान ने उपस्थित जनसमूह को सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहित की योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि देश के विकास के इस अभियान में सभी नागरिकों की सहभागिता जरूरी है।

उन्होंने सभी के साथ विकसित भारत संकल्प के लिए सामूहिक शपथ ली। इस दौरान उन्होंने केंद्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी जनहित की योजनाओं की सिलसिलेवार जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन भाजपा खजनी मंडल उपाध्यक्ष रामवृक्ष सिंह ने तथा अध्यक्षता भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय मंत्री रत्नेश पांडेय ने की।

एडीओ कृषि कमलेश सिंह तकनीकी सहायक रणधीर राय किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी,ग्राम पंचायत सचिव रामपाल ने सरकारी योजनाओं के पात्र लाभार्थियों की जानकारी दी।

एनआरएलएम के बीएमएम अवनीश कुमार ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत संचालित योजनाओं और लाभान्वित होने वाले समूहों की जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के बीसीपीएम खुश मुहम्मद अंसारी ने स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित सभी योजनाओं के संबंध में बताया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों बृजमोहन जायसवाल, अशोक कुमार सिंह, शेषमणि सिंह, नर्वदेश्वर सिंह को और टूवर तथा रंभा देवी को प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र दिया गया। साथ ही सुरेश, जनार्दन, दुर्विजय आदि को आयुष्मान हेल्थ कार्ड दिया गया।

इस अवसर पर गोरखपुर राज आई हाॅस्पीटल द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य जांच और आंखों के मुफ्त जांच के शिविर में दयाराम,शनिचरा देवी,विमला देवी, रामप्रीत,कलावती देवी, भरत,बसंत आदि मोतियाबिंद से पीड़ित मरीजों को मुफ्त आपरेशन के लिए जिले पर बुलाया गया।

तथा शिविर में जांच के लिए पहुंचे दर्जनों ग्रामवासियों की मुफ्त जांच इलाज और दवाएं दी गई।

कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष एड.धरणीधर राम त्रिपाठी किसान मोर्चा के क्षेत्रीय महामंत्री लालजी यादव आदि ने संबोधित किया। इस दौरान मंडल महामंत्री बृजेंद्र उर्फ बंटी चतुर्वेदी,अश्वनी सिंह,सोनू पांडेय,श्रीभागवत सिंह,चंद्रकुमार सिंह समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।

मनरेगाकर्मियों ने बैठक में बनाई रणनीति और एडीओ को सौंपा ज्ञापन

गोलाबाजार गोरखपुर।गोला ब्लाक के सभागार में रोजगार सेवकों ने शुक्रवार को बैठक का आयोजन किया।और 27 दिसंबर को लखनऊ में आयोजित सम्मेलन में प्रतिभाग करने की रणनीति बनाई।

बैठक को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि ब्लाक कोआर्डिनेटर वीरेन्द्र पांडेय ने कहा कि 18 वर्षों की लंबी सेवा के बाद भी सरकार मनरेगाकर्मियों को स्थाई करने के लिए गंभीर नहीं दिख रही है न ही कोई नीति बना पाई है।ऐसे में सभी का भविष्य अंधाकरमय हो गया है।

इसलिए हम सभी मनरेगाकर्मियों ने निर्णय लिया है कि अपने हक हकूक के लिए संघर्ष करने को तैयार हैं।ब्लाक अध्यक्ष आशीत मिश्रा ने कहा कि अक्टूबर 2019 में लखनऊ में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने मनरेगा कर्मियों के लिए एचआर पालिसी जाब चार्ट में अन्य कार्य जोड़ने सहित तमाम घोषणा किया था।लेकिन 2 वर्ष बीतने के बाद भी उनकी घोषणाओं पर अमल नहीं हो सका।इससे हम रोजगार सेवकों व मनरेगाकर्मियों में भारी रोष व्याप्त है।

इसलिए उत्तर प्रदेश रोजगार सेवक मनरेगा कर्मचारी एकता संघर्ष समिति के अह्वान पर आगामी 27 दिसंबर को लखनऊ में आयोजित सम्मेलन में प्रतिभाग कर अपने हक हकूक के लिए संघर्ष करेंगे।कार्यक्रम के अंत में ब्लाक अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यक्रम अधिकारी/खंड विकास अधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीओ रामभरोस को सौंपकर अपनी निर्णयों से अवगत कराया।

इस अवसर पर तकनीकी सहायक हरिकेश यादव हूबलाल लेखाकार कमलेश यादव रोजगार सेवक भानु प्रताप सिंह सदानंद शिवकुमार शैलेंद्र मौर्या कालीचरन राकेश कुमार राजेश्वरी सिंह सोनिया छाया शकुंतला सहित आदि लोग शामिल रहे।

नहीं रहे सेवानिवृत्ति सचिव रामदरश शर्मा

गोरखपुर। गोला ब्लॉक के ग्रामसभा पकड़ी के टोला कास्त मिश्रोली निवासी गोला ब्लॉक से सेवानिवृत्ति सचिव व ग्रा प ए के पत्रकार अरुण कुमार शर्मा के बड़े पिता आर डी शर्मा का शुक्रवार की सुबह वी एस ए वी इंटर कॉलेज के पीछे बने उनके आवास पर हृदय गति रुक जाने के कारण मृत्यु हो गयी।

उनके पार्थिव शरीर को परिजनों द्वारा पैतृक गांव काश्त मिश्रोली लाया गया।उनकेनिधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके घर शुभ चिंतकों का तांता लग गया। उनकेपार्थिव शरीर की अंत्येष्ठीय शनिवार को गोला उपनगर के मुक्तिधाम पर बिधि बिधान के साथ सम्पन्न होगा।

उनके निधन पर ग्रा पए के तहसील अध्यक्ष बृजनाथतिवारी की अध्यक्षता में एक शोक सभा कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।

इस अवसर पर पत्रकार अखिलेश दुबे रमाशंकर यादव पदमाकर मिश्रा आकाश सिंह शैलेन्द्र दुबे अजीत सिंह मनोज मिश्रा आनंद मौर्य गंगाशरण जायसवाल राजेश शर्मा राजेश दीक्षित प्रदीप मिश्र राजनारायण ओझा नौशाद दिलदार महताब सहित अन्य पत्रकार उपस्थित रहे।

कुष्ठ रोगियों की पहचान और उसे जड़ से मिटाने में जुटा स्वास्थ्य विभाग

खजनी गोरखपुर।केंद्र तथा प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन दिनों कुष्ठ रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए अभियान चलाया गया है। जिसमें आशाओं को कुष्ठ रोगियों की पहचान करने और उन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की जिमेदारी सौंपी गई है।

खजनी पीएचसी के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जुमरती अहमद ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोग्राम मैनेजर खुश मोहम्मद अंसारी डीएन सिंह और सीपी राय ने आशाओं को प्रशिक्षित करते हुए खजनी ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में पहुंच कर कुष्ठ रोगियों की पहचान करने के लिए 200 टीमें बनाई गई हैं।

पीएचसी के एमओईसी डाक्टर प्रदीप तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में गिने चुने कुष्ठ रोगी हैं। तथा और नए रोगियों की पहचान और उनके इलाज की व्यवस्था कराई जाएगी।

स्कूल जाते वक्त यूएस सेंट्रल एकेडमी की बस हुई दुर्घटनाग्रस्त, दो बच्चों की मौत, आधा दर्जन से अधिक घायल

गोरखपुर। सिकरीगंज क्षेत्र की यूएस सेंट्रल एकेडमी प्राइवेट स्कूल की बस आज तड़के बच्चों को लेकर स्कूल जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें दर्जनों बच्चे हताहत हो गए हैं।

घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में कुहराम मच गया और आधा दर्जन से अधिक ऐंबूलेंस और पुलिस की गाड़ियां घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ी घायल बच्चों को उपचार के लिए उरूवां पीएचसी/सीएचसी से जिला अस्पताल ले जाया गया है।

मृत बच्चों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। वहीं सामान्य रूप से घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अभिभावकों को सुपुर्द कर दिया गया है।

सबेरे स्कूल की ओर जा रही बच्चों से भरी अनियंत्रित बस के पेड़ से टकरा कर गड्ढे में गिरने की सूचना मिलते ही लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े और राहत बचाव में लग गए। पुलिस टीम के पहुंचते ही स्थानीय लोगों की भीड़ को हटाया गया।

गोरखपुर सिकरीगंज मुख्यमार्ग पर ढेबरा बाजार के समीप आज सबेरे लगभग 8.15 बजे हादसा हुआ।बस में अधिक बच्चों के होने तथा सामने से आ रहे वाहन और बस ड्राइवर के नशे में होने के कारण बस पलटने की घटना की जानकारी स्थानीय लोगों के द्वारा दी गई है।

एसपी साउथ ने दो बच्चों प्रतिभा और साक्षी की मौत होने की अधिकृत जानकारी दी है।

गणित के जादूगर थे श्रीनिवास रामानुजन - हरिकिशुन गिरी

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्कीबाग गोरखपुर में श्रीनिवास रामानुजन की 136 वी जयंती के शुभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य एवं वैदिक गणित प्रमुख हरिकिशुन गिरी ने कहा कि श्रीनिवास रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया है।

गणित के विशेषज्ञ उनकी जबरदस्त योग्यता को पहचानते हैं। सबसे उल्लेखनीय बातें है कि श्रीनिवास रामानुजन ने उस समय अपने देश को गौरवान्वित किया जब भारत ब्रिटिश के कब्जे में था। उनके जन्मदिन को भारत सरकार गणित दिवस के रूप में मनाती है।

रामानुजन को संख्या का जादूगर भी कहा जाता है। ऐसा लगता है वह संख्या के साथ खेलते थे। संख्याओं के साथ उनका गहरा संबंध था। इंग्लैंड के प्रसिद्ध प्रोफेसर हार्डी के सशक्त समर्थन और अपनी अद्वितीय प्रतिभा के आधार पर रामानुजन 1917 में रॉयल सोसाइटी के फैलो निर्वाचित किए गए। उस वर्ष फेलोशिप के लिए 104 विद्वानों का नामांकन किया गया था। उसमें से केवल 15 व्यक्ति निर्वाचित हुए, रामानुजन उनमें से एक थे।

यह सम्मान पाने वाले में प्रथम भारतीय थे। 27 मार्च 1919 को वे इंग्लैंड से भारत पहुंचे। भारत में रामानुजन का भव्य स्वागत किया गया। अस्वस्थ होने के कारण शारीरिक रूप से रामानुजन अत्यंत दुर्बल हो चुके थे। उनकी बीमारी का इलाज प्रारंभ किया गया था। परंतु स्वस्थ नहीं हो सके मात्र 33 वर्ष की अवस्था में उनका स्वर्गवास हो गया।

रामानुजन की गणित में विशेष रूचि थी। हाई स्कूल तक अपनी कक्षा में वे हमेशा प्रथम आए हाई स्कूल की परीक्षा सन 1904 में पास की और उसमें अच्छा स्थान प्राप्त करने पर उन्हें छात्रवृत्ति मिली। तमिलनाडु में इनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। लेकिन विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के कारण यह भारत ही नहीं संपूर्ण संसार में छा गए।

इस अवसर पर विद्यालय के आचार्य श्री शिवकुमार त्रिपाठी जी एवं छात्रा बहन अंशिका राय ने भी अपने विचार रखे। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राजेश सिंह के द्वारा श्रीनिवास रामानुजन जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया एवं गीता जयंती के अवसर पर बोलते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत गीता कर्म का सिद्धांत है। हमें कर्म करना चाहिए फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा गणित से संबंधित मॉडल व प्रोजेक्ट को भी प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

शोध संस्थान द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन

गोरखपुर। ग्रामीण आंचल में आम जनता एवं खासकर निम्न आर्थिक स्थिति के लोग जो वित्तीय अपर्याप्तता के कारण नियमित स्वास्थ्य जांच कराकर अपने शरीर में कैंसर की शंका को दूर करना और यदि कैंसर हो तो उचित दवाई कर अपने शरीर को कैंसर मुक्त करने में विफल रहते हैं।

इसलिए मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, डोहरिया में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

जिसमें शिविर में आए 95 लोगों ने कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव को अपनी समस्याएं दिखाई जिसमें हरेक का उचित मूल्यांकन, सलाह और परामर्श दिया गया। उनमें कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की गई तथा उन्हें निशुल्क दवा दी भी गई।

शिविर में हिस्सा बनने वाले लोगों में बड़ी संख्या में पुरुष मुंह में दर्द की समस्या लेकर आए थे। महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा और स्तन में परेशानी वाले लोग आए। कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र एवं नि:शुल्क कैंसर शिविर में दिखाने आए लोगों को कैंसर के लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई। इन्हें बताया गया की इन शिविरों की विशिष्टता केवल स्क्रीनिंग नहीं है, बल्कि सामान्य अच्छे स्वास्थ्य चाहने वाले व्यवहार, पोषण, गर्भाशय ग्रीवा और स्तन कैंसर, भारत में दो सबसे आम कैंसर, के बारे में जागरूकता में सुधार करना है।

महिलाओं को स्तन परीक्षण की स्व-तकनीक सीखने में मदद करना और परिवार में अन्य महिलाओं को भी पढ़ाना और उनकी बेटियों की जाँच करना है। लोगों को तंबाकू, गुटका, ध्रुमपान इत्यादि छोड़ दें से बचें ताकि मुंह में परेशानीन हो।

सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर उचित मदद कर सकें।

शिविर में अजय श्रीवास्तव, गुंजन पांडेय, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, सविता, नारद, संजय, अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य बहुत सराहनीय रहा।

कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी ने प्रदर्शन कर 146 सांसदों के निलंबन को वापस लिए जाने की की मांग

गोरखपुर। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में अध्यक्ष निर्मला पासवान एवं महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में 146 सांसदों को मोदी सरकार द्वारा निलम्बित किये गये सभी सांसदों का पुनः निलम्बन वापस लेने सम्बन्धी ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति महोदया को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।

 इस दौरान नेतागणों ने बिस्मिल पार्क के रास्ते नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहाँ जिलाधिकारी गेट के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किये एवं सरकार विरोधी नारे भी लगायें। इस दौरान इंडिया गठबंधन दल के सी.पी.आई., सी.पी.एम.एल. सी.पी.एम के नेता व पदाधिकारी भी धरने का समर्थन करते हुए धरने में शामिल हुए।

 कार्यक्रम में उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव दिलीप कुमार निषाद मुख्य रूप से उपस्थित रहेें।जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र पर अप्रत्याशित हमला करते हुए दोनों सदनों से 146 सांसदों को निलम्बित करना लोकतांत्रिक सिद्धान्तों की हत्या है।

 कांग्रेस पार्टी ऐसे कृत्य की पूरी तरह भत्र्सना करती है। सरकार का यह कदम निन्दनीय है जिसकी जितनी निन्दा की जाये कम है।महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि सरकार पूरी तरह तानाशाह हो चुकी है।

 आम जन की बात रखने वाले 146 सांसदों को सरकार निलम्बित कर रही है जो अशोभनीय है। लोकतंत्र के लिए यह ठीक नहीं है।कार्यक्रम में प्रदेश सचिव दिलीप कुमार निषाद, पूर्व महापौर प्रत्याशी नवीन सिन्हा, डा0 भानु प्रताप सिंह, राकेश यादव, प्रेमलता चतुर्वेदी, देवेन्द्र निषाद धनुष, प्रो0 रामनरेश चैधरी, अशोक निषाद, प्रभात चतुर्वेदी, अशोक कश्यप, सुशान्त शर्मा, विख्यात भट्ट, नरसिंह नरायण त्रिपाठी, आदिअंश गांधी, रामसमुझ सांवरा, कात्यायनी चन्दा मिश्रा, सतीश चन्द पाण्डेय, सच्चिदानन्द तिवारी, ऋषिचन्द गुप्ता, विजय राव, डा0 आशीष सिंह, गोपाल पाण्डेय, राजीव कुमार पाण्डेय, संतोष, मुन्ना तिवारी, राजेश सहानी, चन्द्रिका, अमीन उर्फ गुड्डू, राकेश सिंह, मनोरमा चैहान, हरिद्वार प्रसाद, रामनयन, अनिरुद्ध यादव, रमाशंकर, नूरेशा खातून, एहेतसामुल, पंकज पासवान, शंकर यादव, राधा गौड़ आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।

कूड़ा निस्तारण केंद्र के विरोध में लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर। राजकीय कृषि विद्यालय के विभिन्न कार्यालय व क्षेत्र वासियों के निवास के बीचो-बीच कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाए जाने से यहां के स्थानीय लोगों में काफी रोज व्याप्त है। बता दें कि राजकीय कृषि विद्यालय चरगांवा, क्षेत्रीय ग्रामीण विकास संस्थान, ब्लॉक एवं सेमरा नंबर एक के समस्त निवासियों के रहने वाले स्थान के बीचो-बीच कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाए जाने का कार्य शुरू हो गया है।

यह कूड़ा निस्तारण केंद्र घनी आबादी के बीच होने से आने वाले समय मे यहां के लोगों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिसमें स्थानीय लोगों को अभी से विभिन्न प्रकार की बीमारियों व दुर्गंध आदि का डर सताने लगा है।

जिसको लेकर शुक्रवार को स्थानी लोगों ने जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट मंगलेश दुबे को ज्ञापन सौंपकर कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण राजकीय कृषि विद्यालय चारगांव की भूमि से हटकर कहीं और निर्माण करने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा किया गया। वहीं स्थानीय लोगों ने यह भी बताया है कि एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार आबादी क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण केंद्र नहीं होना चाहिए।

इस मौके पर अमित श्रीवास्तव सोनू पांडे राजेश श्रीवास्तव रमन दुबे रंजय राय विनय यादव गौरव मिश्रा अनिल जनार्दन प्रजापति सहित दर्जनों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

महायोगी गोरखनाथ विवि में किया अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान से एमओयू

गोरखपुर।महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर की उपलब्धियों की किताब में एक नया अध्याय जुड़ गया है। चावल अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (इरी) के साथ एमओयू (समझौता ज्ञापन) का आदान-प्रदान किया है।

इस एमओयू से कालानमक समेत चावल की अन्य प्रजातियों पर रिसर्च की दिशा में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय और इरी मिलकर काम करेंगे।

शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) अतुल वाजपेयी और अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के वाराणसी स्थित दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (आईसार्क) के निदेशक डॉ. सुधांशु सिंह ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

इस एमओयू के तहत उत्तर प्रदेश में चावल आधारित कृषि-खाद्य प्रणालियों को आकार देने की दिशा में अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए इरी व विश्वविद्यालय के बीच युवा शोधकर्ताओं की विशेषज्ञता और कौशल को बढ़ाने के लिए क्षमता विकास और विनिमय कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, दोनों संस्थानों का लक्ष्य साझेदारी के माध्यम से संयुक्त अनुसंधान और विकास परियोजनाओं को विकसित और कार्यान्वित करना है जिससे क्षेत्र में चावल आधारित खाद्य प्रणाली को सुदृढ़ किया जा सके।

इस अवसर पर कुलपति डॉ. अतुल वाजपेयी ने इरी के साथ हुए एमओयू का स्वागत करते हुए इसे कृषि अनुसंधान और संबद्ध विज्ञान के विभिन्न विषयों में शैक्षणिक, अनुसंधान, और प्रशिक्षण गतिविधियों के प्रचार और साझा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मील का पत्थर बताया।

उन्होंने खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चावल उत्पादन के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए उच्च पैदावार प्राप्त करने की इरी की योजना के लिए मजबूत समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

एमओयू से कालानमक व अन्य पारंपरिक किस्मों को मिलेगा बढ़ावा : डॉ. सुधांशु

एमओयू के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान की ओर से डॉ. सुधांशु सिंह ने कौशल विकास कार्यक्रमों, अनुसंधान और विकास पहल के माध्यम से चावल आधारित खाद्य प्रणालियों की उत्पादकता बढ़ाने की योजना साझा की। उन्होंने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय बाढ़-प्रवण पारिस्थितिकी वाले राज्य के गोरखपुर जिले में स्थित है और कालानमक की खेती के लिए जीआई टैग प्राप्त है।

समझौता ज्ञापन जीआई क्षेत्र में तनाव-सहिष्णु चावल की किस्मों के साथ-साथ बेहतर कालानमक के मूल्यांकन में मदद करेगा। यह एमओयू कालानमक और अन्य पारंपरिक किस्मों को बढ़ावा देगा और इन किस्मों से आईसार्क द्वारा विकसित मूल्य-आधारित उत्पादों का व्यावसायीकरण करेगा।

डॉ. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय चावल उत्पादों के व्यावसायीकरण के लिए संयुक्त उद्यम के लिए आईसार्क और क्षेत्र के उद्यमियों के बीच एक कड़ी के रूप में भी काम कर सकता है।

समझौता करार का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि यह एमओयू पूर्वांचल के किसानों को खाद्य के क्षेत्र में आत्मानिर्भर बनाने में सहायक होगा। एमओयू के आदान प्रदान के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, कृषि संकाय के डीन डॉ. विमल दूबे, आईसार्क के वैज्ञानिक डॉ. एंथनी फुलफोर्ड और डॉ. आशीष श्रीवास्तव आदि भी उपस्थित रहे।