कुष्ठ रोगियों की पहचान और उसे जड़ से मिटाने में जुटा स्वास्थ्य विभाग

खजनी गोरखपुर।केंद्र तथा प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन दिनों कुष्ठ रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए अभियान चलाया गया है। जिसमें आशाओं को कुष्ठ रोगियों की पहचान करने और उन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की जिमेदारी सौंपी गई है।

खजनी पीएचसी के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जुमरती अहमद ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोग्राम मैनेजर खुश मोहम्मद अंसारी डीएन सिंह और सीपी राय ने आशाओं को प्रशिक्षित करते हुए खजनी ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में पहुंच कर कुष्ठ रोगियों की पहचान करने के लिए 200 टीमें बनाई गई हैं।

पीएचसी के एमओईसी डाक्टर प्रदीप तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में गिने चुने कुष्ठ रोगी हैं। तथा और नए रोगियों की पहचान और उनके इलाज की व्यवस्था कराई जाएगी।

स्कूल जाते वक्त यूएस सेंट्रल एकेडमी की बस हुई दुर्घटनाग्रस्त, दो बच्चों की मौत, आधा दर्जन से अधिक घायल

गोरखपुर। सिकरीगंज क्षेत्र की यूएस सेंट्रल एकेडमी प्राइवेट स्कूल की बस आज तड़के बच्चों को लेकर स्कूल जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें दर्जनों बच्चे हताहत हो गए हैं।

घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में कुहराम मच गया और आधा दर्जन से अधिक ऐंबूलेंस और पुलिस की गाड़ियां घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ी घायल बच्चों को उपचार के लिए उरूवां पीएचसी/सीएचसी से जिला अस्पताल ले जाया गया है।

मृत बच्चों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। वहीं सामान्य रूप से घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अभिभावकों को सुपुर्द कर दिया गया है।

सबेरे स्कूल की ओर जा रही बच्चों से भरी अनियंत्रित बस के पेड़ से टकरा कर गड्ढे में गिरने की सूचना मिलते ही लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े और राहत बचाव में लग गए। पुलिस टीम के पहुंचते ही स्थानीय लोगों की भीड़ को हटाया गया।

गोरखपुर सिकरीगंज मुख्यमार्ग पर ढेबरा बाजार के समीप आज सबेरे लगभग 8.15 बजे हादसा हुआ।बस में अधिक बच्चों के होने तथा सामने से आ रहे वाहन और बस ड्राइवर के नशे में होने के कारण बस पलटने की घटना की जानकारी स्थानीय लोगों के द्वारा दी गई है।

एसपी साउथ ने दो बच्चों प्रतिभा और साक्षी की मौत होने की अधिकृत जानकारी दी है।

गणित के जादूगर थे श्रीनिवास रामानुजन - हरिकिशुन गिरी

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्कीबाग गोरखपुर में श्रीनिवास रामानुजन की 136 वी जयंती के शुभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य एवं वैदिक गणित प्रमुख हरिकिशुन गिरी ने कहा कि श्रीनिवास रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया है।

गणित के विशेषज्ञ उनकी जबरदस्त योग्यता को पहचानते हैं। सबसे उल्लेखनीय बातें है कि श्रीनिवास रामानुजन ने उस समय अपने देश को गौरवान्वित किया जब भारत ब्रिटिश के कब्जे में था। उनके जन्मदिन को भारत सरकार गणित दिवस के रूप में मनाती है।

रामानुजन को संख्या का जादूगर भी कहा जाता है। ऐसा लगता है वह संख्या के साथ खेलते थे। संख्याओं के साथ उनका गहरा संबंध था। इंग्लैंड के प्रसिद्ध प्रोफेसर हार्डी के सशक्त समर्थन और अपनी अद्वितीय प्रतिभा के आधार पर रामानुजन 1917 में रॉयल सोसाइटी के फैलो निर्वाचित किए गए। उस वर्ष फेलोशिप के लिए 104 विद्वानों का नामांकन किया गया था। उसमें से केवल 15 व्यक्ति निर्वाचित हुए, रामानुजन उनमें से एक थे।

यह सम्मान पाने वाले में प्रथम भारतीय थे। 27 मार्च 1919 को वे इंग्लैंड से भारत पहुंचे। भारत में रामानुजन का भव्य स्वागत किया गया। अस्वस्थ होने के कारण शारीरिक रूप से रामानुजन अत्यंत दुर्बल हो चुके थे। उनकी बीमारी का इलाज प्रारंभ किया गया था। परंतु स्वस्थ नहीं हो सके मात्र 33 वर्ष की अवस्था में उनका स्वर्गवास हो गया।

रामानुजन की गणित में विशेष रूचि थी। हाई स्कूल तक अपनी कक्षा में वे हमेशा प्रथम आए हाई स्कूल की परीक्षा सन 1904 में पास की और उसमें अच्छा स्थान प्राप्त करने पर उन्हें छात्रवृत्ति मिली। तमिलनाडु में इनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। लेकिन विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के कारण यह भारत ही नहीं संपूर्ण संसार में छा गए।

इस अवसर पर विद्यालय के आचार्य श्री शिवकुमार त्रिपाठी जी एवं छात्रा बहन अंशिका राय ने भी अपने विचार रखे। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राजेश सिंह के द्वारा श्रीनिवास रामानुजन जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया एवं गीता जयंती के अवसर पर बोलते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत गीता कर्म का सिद्धांत है। हमें कर्म करना चाहिए फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा गणित से संबंधित मॉडल व प्रोजेक्ट को भी प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

शोध संस्थान द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन

गोरखपुर। ग्रामीण आंचल में आम जनता एवं खासकर निम्न आर्थिक स्थिति के लोग जो वित्तीय अपर्याप्तता के कारण नियमित स्वास्थ्य जांच कराकर अपने शरीर में कैंसर की शंका को दूर करना और यदि कैंसर हो तो उचित दवाई कर अपने शरीर को कैंसर मुक्त करने में विफल रहते हैं।

इसलिए मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, डोहरिया में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

जिसमें शिविर में आए 95 लोगों ने कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव को अपनी समस्याएं दिखाई जिसमें हरेक का उचित मूल्यांकन, सलाह और परामर्श दिया गया। उनमें कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की गई तथा उन्हें निशुल्क दवा दी भी गई।

शिविर में हिस्सा बनने वाले लोगों में बड़ी संख्या में पुरुष मुंह में दर्द की समस्या लेकर आए थे। महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा और स्तन में परेशानी वाले लोग आए। कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र एवं नि:शुल्क कैंसर शिविर में दिखाने आए लोगों को कैंसर के लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई। इन्हें बताया गया की इन शिविरों की विशिष्टता केवल स्क्रीनिंग नहीं है, बल्कि सामान्य अच्छे स्वास्थ्य चाहने वाले व्यवहार, पोषण, गर्भाशय ग्रीवा और स्तन कैंसर, भारत में दो सबसे आम कैंसर, के बारे में जागरूकता में सुधार करना है।

महिलाओं को स्तन परीक्षण की स्व-तकनीक सीखने में मदद करना और परिवार में अन्य महिलाओं को भी पढ़ाना और उनकी बेटियों की जाँच करना है। लोगों को तंबाकू, गुटका, ध्रुमपान इत्यादि छोड़ दें से बचें ताकि मुंह में परेशानीन हो।

सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर उचित मदद कर सकें।

शिविर में अजय श्रीवास्तव, गुंजन पांडेय, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, सविता, नारद, संजय, अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य बहुत सराहनीय रहा।

कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी ने प्रदर्शन कर 146 सांसदों के निलंबन को वापस लिए जाने की की मांग

गोरखपुर। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में अध्यक्ष निर्मला पासवान एवं महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में 146 सांसदों को मोदी सरकार द्वारा निलम्बित किये गये सभी सांसदों का पुनः निलम्बन वापस लेने सम्बन्धी ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति महोदया को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।

 इस दौरान नेतागणों ने बिस्मिल पार्क के रास्ते नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहाँ जिलाधिकारी गेट के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किये एवं सरकार विरोधी नारे भी लगायें। इस दौरान इंडिया गठबंधन दल के सी.पी.आई., सी.पी.एम.एल. सी.पी.एम के नेता व पदाधिकारी भी धरने का समर्थन करते हुए धरने में शामिल हुए।

 कार्यक्रम में उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव दिलीप कुमार निषाद मुख्य रूप से उपस्थित रहेें।जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र पर अप्रत्याशित हमला करते हुए दोनों सदनों से 146 सांसदों को निलम्बित करना लोकतांत्रिक सिद्धान्तों की हत्या है।

 कांग्रेस पार्टी ऐसे कृत्य की पूरी तरह भत्र्सना करती है। सरकार का यह कदम निन्दनीय है जिसकी जितनी निन्दा की जाये कम है।महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि सरकार पूरी तरह तानाशाह हो चुकी है।

 आम जन की बात रखने वाले 146 सांसदों को सरकार निलम्बित कर रही है जो अशोभनीय है। लोकतंत्र के लिए यह ठीक नहीं है।कार्यक्रम में प्रदेश सचिव दिलीप कुमार निषाद, पूर्व महापौर प्रत्याशी नवीन सिन्हा, डा0 भानु प्रताप सिंह, राकेश यादव, प्रेमलता चतुर्वेदी, देवेन्द्र निषाद धनुष, प्रो0 रामनरेश चैधरी, अशोक निषाद, प्रभात चतुर्वेदी, अशोक कश्यप, सुशान्त शर्मा, विख्यात भट्ट, नरसिंह नरायण त्रिपाठी, आदिअंश गांधी, रामसमुझ सांवरा, कात्यायनी चन्दा मिश्रा, सतीश चन्द पाण्डेय, सच्चिदानन्द तिवारी, ऋषिचन्द गुप्ता, विजय राव, डा0 आशीष सिंह, गोपाल पाण्डेय, राजीव कुमार पाण्डेय, संतोष, मुन्ना तिवारी, राजेश सहानी, चन्द्रिका, अमीन उर्फ गुड्डू, राकेश सिंह, मनोरमा चैहान, हरिद्वार प्रसाद, रामनयन, अनिरुद्ध यादव, रमाशंकर, नूरेशा खातून, एहेतसामुल, पंकज पासवान, शंकर यादव, राधा गौड़ आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।

कूड़ा निस्तारण केंद्र के विरोध में लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर। राजकीय कृषि विद्यालय के विभिन्न कार्यालय व क्षेत्र वासियों के निवास के बीचो-बीच कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाए जाने से यहां के स्थानीय लोगों में काफी रोज व्याप्त है। बता दें कि राजकीय कृषि विद्यालय चरगांवा, क्षेत्रीय ग्रामीण विकास संस्थान, ब्लॉक एवं सेमरा नंबर एक के समस्त निवासियों के रहने वाले स्थान के बीचो-बीच कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाए जाने का कार्य शुरू हो गया है।

यह कूड़ा निस्तारण केंद्र घनी आबादी के बीच होने से आने वाले समय मे यहां के लोगों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिसमें स्थानीय लोगों को अभी से विभिन्न प्रकार की बीमारियों व दुर्गंध आदि का डर सताने लगा है।

जिसको लेकर शुक्रवार को स्थानी लोगों ने जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट मंगलेश दुबे को ज्ञापन सौंपकर कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण राजकीय कृषि विद्यालय चारगांव की भूमि से हटकर कहीं और निर्माण करने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा किया गया। वहीं स्थानीय लोगों ने यह भी बताया है कि एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार आबादी क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण केंद्र नहीं होना चाहिए।

इस मौके पर अमित श्रीवास्तव सोनू पांडे राजेश श्रीवास्तव रमन दुबे रंजय राय विनय यादव गौरव मिश्रा अनिल जनार्दन प्रजापति सहित दर्जनों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

महायोगी गोरखनाथ विवि में किया अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान से एमओयू

गोरखपुर।महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर की उपलब्धियों की किताब में एक नया अध्याय जुड़ गया है। चावल अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (इरी) के साथ एमओयू (समझौता ज्ञापन) का आदान-प्रदान किया है।

इस एमओयू से कालानमक समेत चावल की अन्य प्रजातियों पर रिसर्च की दिशा में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय और इरी मिलकर काम करेंगे।

शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) अतुल वाजपेयी और अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के वाराणसी स्थित दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (आईसार्क) के निदेशक डॉ. सुधांशु सिंह ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

इस एमओयू के तहत उत्तर प्रदेश में चावल आधारित कृषि-खाद्य प्रणालियों को आकार देने की दिशा में अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए इरी व विश्वविद्यालय के बीच युवा शोधकर्ताओं की विशेषज्ञता और कौशल को बढ़ाने के लिए क्षमता विकास और विनिमय कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, दोनों संस्थानों का लक्ष्य साझेदारी के माध्यम से संयुक्त अनुसंधान और विकास परियोजनाओं को विकसित और कार्यान्वित करना है जिससे क्षेत्र में चावल आधारित खाद्य प्रणाली को सुदृढ़ किया जा सके।

इस अवसर पर कुलपति डॉ. अतुल वाजपेयी ने इरी के साथ हुए एमओयू का स्वागत करते हुए इसे कृषि अनुसंधान और संबद्ध विज्ञान के विभिन्न विषयों में शैक्षणिक, अनुसंधान, और प्रशिक्षण गतिविधियों के प्रचार और साझा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मील का पत्थर बताया।

उन्होंने खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चावल उत्पादन के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए उच्च पैदावार प्राप्त करने की इरी की योजना के लिए मजबूत समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

एमओयू से कालानमक व अन्य पारंपरिक किस्मों को मिलेगा बढ़ावा : डॉ. सुधांशु

एमओयू के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान की ओर से डॉ. सुधांशु सिंह ने कौशल विकास कार्यक्रमों, अनुसंधान और विकास पहल के माध्यम से चावल आधारित खाद्य प्रणालियों की उत्पादकता बढ़ाने की योजना साझा की। उन्होंने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय बाढ़-प्रवण पारिस्थितिकी वाले राज्य के गोरखपुर जिले में स्थित है और कालानमक की खेती के लिए जीआई टैग प्राप्त है।

समझौता ज्ञापन जीआई क्षेत्र में तनाव-सहिष्णु चावल की किस्मों के साथ-साथ बेहतर कालानमक के मूल्यांकन में मदद करेगा। यह एमओयू कालानमक और अन्य पारंपरिक किस्मों को बढ़ावा देगा और इन किस्मों से आईसार्क द्वारा विकसित मूल्य-आधारित उत्पादों का व्यावसायीकरण करेगा।

डॉ. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय चावल उत्पादों के व्यावसायीकरण के लिए संयुक्त उद्यम के लिए आईसार्क और क्षेत्र के उद्यमियों के बीच एक कड़ी के रूप में भी काम कर सकता है।

समझौता करार का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि यह एमओयू पूर्वांचल के किसानों को खाद्य के क्षेत्र में आत्मानिर्भर बनाने में सहायक होगा। एमओयू के आदान प्रदान के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, कृषि संकाय के डीन डॉ. विमल दूबे, आईसार्क के वैज्ञानिक डॉ. एंथनी फुलफोर्ड और डॉ. आशीष श्रीवास्तव आदि भी उपस्थित रहे।

उत्सर्जित कचरें का एकत्रीकरण एवं निस्तारण वैज्ञानिक विधि नगर आयुक्त कुलपति ने एमओयू का किया आदान प्रदान

गोरखपुर।ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के अन्तर्गत प0 दीन दयाल उपाध्याय, गोरखपुर विश्वविद्यालय के विभिन्न शैक्षणिक परिसर, कार्यालयों, आवासीय परिसर एवं छात्रावासों सें प्रतिदिवस उत्सर्जित कचरें का एकत्रीकरण एवं निस्तारण वैज्ञानिक विधि द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में किये जाने हेतु महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव की उपस्थिति में आज एक एम0ओ0यू0 नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल एवं कुलपति द्वारा हस्ताक्षरित एवं निष्पादित किया गया।

इसके अन्तर्गत

हीरापुरी कॉलोनी, मुंशी कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी (स्वच्छक), विश्व विद्यालय परिसर, याकची कंपाउंड शिक्षक, याकची कंपाउंड कर्मचारी, स्वास्थ्य केंद्र परिसर, नाथ चंद्रावत छात्रावास, लक्ष्मीबाई गर्ल्स हॉस्टल, अलखनंदा गर्ल्स हॉस्टल, अंतर्राष्ट्रीय. नेपाली छात्रावास, एससी/एसटी/ओबीसी गर्ल्स हॉस्टल, राम प्रताप छात्रावास, विवेकानन्द छात्रावास, संत कबीर छात्रावास, बुद्ध छात्रावास, खेल छात्रावास, विश्वविद्यालय परिसर 10 विभाग और कार्यालयों से प्रतिदिन कचरे का एकत्रीकरण, परिवहन एवं निस्तारण का कार्य किया जाएगा।

हरित राष्ट्रीय प्राधिकरण, ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नियम एवं नगर निगम अधिनियम 1959 के अन्तर्गत सम्पूर्ण विश्वविद्यालय के विभिन्न परिसरो एवं आवासो से कचरे का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण किया जाना आवश्यक था। जिसके अन्तर्गत कुल सचिव द्वारा इस सम्बन्ध में की गयी पहल पर नगर निगम, गोरखपुर द्वारा समस्त व्यवस्थाए निश्चित करते हुए प्रबन्धन कार्य हेतु एम0ओ0यू0 निष्पादित किया गया। जिसका मासिक शुल्क एवं डोर-टू-डोर हेतु यूजर चार्ज की वसूली किया जाएगा।

इस कार्य हेतु 04 अदद व्हीलबैरो विश्वविद्यालय प्रबन्धन को प्रदान किया गया है, जिसके द्वारा विश्वविद्यालय परिसर के सफाई कर्मचारी अपने कचरे को एक स्थल पर एकत्रित कर सके, जहा से नगर निगम के वाहनो द्वारा कचरे का परिवहन किया जाएगा। इसी प्रकार डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित करने के लिए समस्त छात्रावासों एवं आवासीय परिसरो के लिए 03 अदद डोर-टू-डोर के स्वच्छता वाहन तथा एक अदद टैªक्टर ट्राली के माध्यम सें कार्य सम्पादित किया जाएगा। सम्पूर्ण व्यवस्था पर निगरानी रखने के लिए सुरेन्द्र सिह जोनल अधिकारी, रामविजय पाल सफाई निरीक्षक एवं विश्वविद्यालय शैक्षणिक परिसर, कार्यालय, आवासीय परिसर, छात्रावासों में कचरा एकत्रीकरण किये जाने में किसी भी प्रकार की शिकायत या सुझाव के लिए सुधीर श्रीवास्तव, समन्वय अधिकारी को सम्बद्व किया गया है।

एम0ओ0यू0 निष्पादन के साथ-साथ वाहनों की सम्बद्वता के लिए वाहनो को हरी झण्डी दिखायी गयी। इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा, उपनगर आयुक्त/नोडल अधिकारी एसबीएम डा मणिभूषण तिवारी एवं विश्विद्यालय एवम एसबीएम की टीम उपस्थित रही।

लोकनायक "जयप्रकाश राष्ट्रीय सम्मान" से सम्मानित हुए डॉ राकेश श्रीवास्तव

गोरखपुर। लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र, सामाजिक सांस्कृतिक एवं रचनात्मक संगठन ,नई दिल्ली द्वारा आज डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ रोड ,नई दिल्ली के भीम सभागार में लोकगायिकी के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाने एवं लोक गीतों को संरक्षित करने के सतत प्रयास हेतु गोरखपुर के लोकगायक डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव को "जयप्रकाश राष्ट्रीय सम्मान" से सम्मानित किया गया।

यह सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी उपस्थित थे । इस अवसर पर पूर्व सांसद आर के सिन्हा, स्वामी चक्रपाणि महाराज , मथुरा के संसद राजा मानवेंद्र सिंह , श्रीमती रश्मि वर्मा विधायक , वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह , सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

इस अवसर पर पार्श्व गायिका दिलराज कौर और राकेश श्रीवास्तव ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया

पीएम मोदी से मिले सांसद रवि किशन

गोरखपुर। सदर सांसद रविकिशन शुक्ला बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की और उनको अपने क्षेत्र की योजनाओं के बारे मे विस्तार से बताया। इस दौरान सांसद ने तीन राज्यों में भाजपा के प्रचंड बहुमत से जीतने पर बधाई दी।

मुलाकात के दौरान सांसद की पत्नी प्रीति शुक्ला, बेटी रीवा शुक्ला और बेटे सक्षम शुक्ला रहे मौजूद।

सांसद ने कहा कि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में केंद्र की योजनाओं का सही और तरीके से लागू किया जा रहा है, यही कारण है कि आज प्रदेश में सबसे अधिक प्रभावी रूप से केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ जनता ले रही है।

गोरखपुर क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है। गीडा में कई प्रमुख इंडस्ट्री अपने लिए भूमि का आंवटन करा रही है। प्रधानमंत्री को सांसद ने बताया कि गीडा आने वाले दिनों में पूर्वांचल की अर्थव्यवस्था का हब बनने जा रहा है। गोरखपुर में सडक़ें लगातार चौड़ी हो रही है। सांसद ने इस दौरान अपने संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी।

सांसद ने बताया कि गोरखपुर में एम्स चालू होने का लाभ बिहार के कई जिलों के लोगों को मिल रहा है। उनको अब किसी गंभीर इलाज के लिए दिल्ली नहीं गोरखपुर दिख रहा है। गोरखपुर में फिर से आपके द्वारा चालू किया गया फर्टिलाइजर लोगों के लिए आजीविका का साधन बनने लगा है। फर्टिलाइजर गोरखपुर की एक बार फिर से पहचान बनने लगा है।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद की पत्नी प्रीति शुक्ला, बेटी रीवा शुक्ला और बेटे सक्षम शुक्ला से उनके बारे में पूछा और बच्चों को आशीष भी दिया। सांसद ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को परिवार सहित भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया, मोदी केवल व्यक्ति नहीं सच में पूरी संस्था है उनके कारण से देश और हमारी संस्कृति का मान पूरी दुनिया में बढ़ रहा हमारा भविष्य मोदी जी के नेतृत्व में उज्ज्वल है ही अब वो दिन भी दूर नहीं जब भारत पूरी दुनिया का नेतृत्व करेगा। सांसद ने कहा कि आज गोरखपुर भोजपूरी फिल्म की शूटिंग के लिए सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले स्थान में बन गया है। स्थिति यह है कि गोरखपुर और आसपास के जिलों में प्रतिदिन हिन्दी भोजपूरी फिल्मों की शूटिंग हो रही है।

पयर्टन के क्षेत्र में अगर केवल गोरखपुर जिले की बात करें तो हजारों की संख्या में लोग गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस दर्शन करने और नौका विहार का लूफ्त लेने आ रहे हैं। लुंबिनी से कुशीनगर को जोडऩे वाले बुद्ध कॉरिडोर बनसे क्षेत्र में पयर्टकों के आने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।