*प्रो. वीके सिंह महायोगी गोरखनाथ विवि के लोकपाल नियुक्त*

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम, सोनबरसा गोरखपुर का लोकपाल नियुक्त किया गया है।

उनका कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने की अवधि (इनमें से भी पहले हो) के लिए होगा।

यह जानकारी महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने दी है। उन्होंने बताया कि लोकपाल के रूप में प्रो. वीके सिंह की नियुक्ति महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी के आदेशानुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की 11 अप्रैल 2023 को जारी अधिसूचना में विद्यार्थियों की शिकायतों के समाधान के लिए लोकपाल की नियुक्ति प्राविधानों के अंतर्गत की गई है।

कुलसचिव ने बताया कि लोकपाल की नियुक्ति, सेवाकाल एवं शर्तें वही होंगी जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा समय-समय पर विहित की जाएंगी। लोकपाल छात्र शिकायत निवारण समिति के निर्णयों के विरुद्ध की गई अपीलों की सुनवाई कर निर्णय लेंगे।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में लोकपाल नियुक्त किए गए प्रो. वीके सिंह, पूर्व में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति तथा डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) लखनऊ के प्रति कुलपति रह चुके हैं। विद्यार्थी के रूप में यूजी तथा पीजी में गोल्ड मेडलिस्ट प्रो. सिंह गणित में डॉक्टरेट हैं और उन्हें शिक्षण व शोध के क्षेत्र में 37 वर्ष का अनुभव है।

प्रो. वीके सिंह, पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के पूर्व कुलपति प्रो. उदय प्रताप सिंह के सुपुत्र हैं।

*रेलवे पुलिस ने कस्बे के युवक को हिरासत में लिया,रेलवे ई-टिकट बुक करने में धांधली का आरोप*

खजनी गोरखपुर।कस्बे में स्थित रेलवे का आॅनलाइन ई-टिकट बनाने वाले युवक को आरपीएफ (रेलवे पुलिस फोर्स) टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।

खजनी कस्बे में सिकरीगंज मार्ग पर त्रिलोकी गुप्ता की पंकज फोटो स्टूडियो के नाम से दुकान है। जहां रेलवे की आईआरसीटीसी से आॅनलाइन रेल टिकट बनाने का भी किया जाता है।

त्रिलोकी गुप्ता के छोटे बेटे सन्नी गुप्ता को आज अपराह्न कस्बे में पहुंची रेलवे पुलिस टीम ने हिरासत में लिया और जांच पड़ताल के लिए अपने साथ ले गई। इस दौरान कस्बे में आसपास के दुकानदारों की भीड़ लग गई और लोग हिरासत में लिए जाने की जानकारी पाने के लिए उतावले रहे। किंतु पुलिस टीम के साथ पहुंचे रेलवे पुलिस के दारोगा दशरथ प्रसाद ने इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं दी।

बता दें कि बीते कुछ वर्षों पहले त्रिलोकी गुप्ता के बड़े बेटे पंकज कुमार को भी रेल टिकट में फर्जीवाड़े के आरोप में रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस बार दूसरे बेटे को हिरासत में लेकर गई है। स्थानीय लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

इस संदर्भ में पूछे जाने पर रेलवे पुलिस के एसआई दशरथ प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी गोरखपुर जिले पर रेलवे पुलिस थाने से प्राप्त की जा सकती है उन्हें इस संदर्भ में कुछ भी बताने की इजाजत नहीं है।

*संस्था मातृछाया की चौथी वर्षगांठ का एडीजी जोन ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ*

गोरखपुर। मानसिक रूप से बीमार, रुग्ण और मन्दित महिलाओं के पुनर्वास और उत्थान के लिए निष्ठा पूर्वक कार्य करने वाली अंच्या मानुद्दापा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित 'मातृछाया' के स्थापना को चतुर्थ वर्ष गाठ के अवसर पर संस्था के बैंक रोड स्थित केन्द्र पर आयोजित कार्यक्रम में गोरखपुर जोनू के अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार आई.पी. एस. द्वारा मुख्य आतथि के रूप में अपने सम्बोधन में 'मातृद्दाया' संस्था के निष्ठा पूर्ण, सतत एवं समर्पित सेवाओं को सराहना की।

कहा गया कि इस देड़ पर गम्भीर मानसिक आधातो के कारण अपने घर, परिवार और परिजनों का साथ छोड़ कर भटकती हुई महिलाओं को आश्रय देकर उनकी देखभाल, सेवा और चिकित्सा जैसी सुविधायें उपलब्ध कराकर पूर्ण स्वस्थ होने के बाद उन्हें आगे खुशहाल जीवन जीने के लिए विविध प्रकार के गर्यो का प्रशिक्षण देकर उनके परिजनों को तक सुरक्षित पहुंचाने का कार्य अत्यन्त सराहनीय है।

समाज और परिवार द्वारा उपेक्षित महिलाएं बड़ी संख्या में अपने पहुं‌चाई गयी है। अब तक प्रदेश के अनेक जनपदो तथा विहार, मध्यप्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, बंगाल पंजाब, उड़ीसा कर्नाटक, तेलंगाना राजस्थान एवं पंजाब और नैपाल राष्ट्र से अटक कर आयी 107 मानसिक विदित और मंदित महिलाओं को पूरी तरह से स्वस्थ कर तथा अलग-अलग तर तरह के कार्यो का प्रशिक्षण देकर 'मातृछाया 'द्वारा उनके परिजनों को पहुँचा चुकी है ।

इस कार्य में संस्था के निष्ठापूर्ण सेवाभाव और समर्पण की प्रशंसा किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए परियोजना निदेशक आनेल सिंह ने बताया कि गोरखपुर महानगर में इस संस्था का कार्य अत्यन्त सराहनीय है। चार वर्षों से निस्तर सेवा की मिशाल प्रस्तुत करने वाली यह संस्था अद्यतन किती भी प्रार के सरकारी अनुदान से पूरी तरह से वंचित है। आगे ऐसी सामाजिक कार्यों मे बेमिशाल प्रयास करने वाले हम सभी संस्था को राजकीय अनुदान दिए जाने की आवश्यक्ता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद् प्रो. सुषमा पांडे प्रो. ओकार नाथ त्रिपाठी,

डॉ. प्रसिद्ध मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित शाही, प्ररथात चिकित्सक डा. अमृता सरकारों, समाज सेवी श्रीमती उषा दास, ए.डी. एम सीटी अंजनी सिंह, ए.डी.एम (वित/रा.) कुमार सिंट, सेंट, नगर मजिस्ट्रेट मंगलेश अधिकारी संजय कुमार मीणा आदि ने सम्बोधित किया। दूबे, मुख्य विशाल

इस अवसर मुख्य अतिथि श्री अखिल कुमार आई.पी. एस के कर कमलो से संस्था में सेवा देने वाले वालेोण्टेयर 50 अन्नू, सन्तोष, साष्ट, करुणेश, शाद, फराह, अन्नू वर्मा सत्रोष तौर्य एवं हर्षिता कुमारी को उनके सराहनीय कार्य के लिए प्रमाण पत्र दे कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. शिवेन्द्र सिंह, डॉ. उमेश कुमार सिंह, काग्रेस पार्टी के प्रदेश मंत्री अमर सिंह पासवान, हाँ, पवन कुमार, शिशा विशेषज्ञ अनिल चन्द मो. आसिम, अन्र्तराष्ट्रीय वेटलिफ्टर रंजीत राय, प्रदीप चन्द, साझं. रान प्रताप सिंह, समाजसेवी सोमेन्द्र मोहन दास, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। संचालन डॉ. विनय सिंह जे. आर. एफ और श्रृष्टि मिश्रा द्वारा किया गया।

*अल्पसंख्यक समुदाय ने बयां की समस्याएं, समाधान का मिला आश्वासन*

गोरखपुर। अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के मौके पर सरकार द्वारा संचालित सामाजिक, आर्थिक, शौक्षिक योजनाओं पर रोशनी डाली गई। अल्पसंख्यक समुदाय ने अपनी समस्या बयां की।

प्राथमिकता के आधार पर समाधान का आश्वासन मिला। मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध धर्म से ताल्लुक रखने वाले प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं। मदरसा अंजुमन इस्लामिया खूनीपुर के सभागार में सोमवार को मौका था जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से आयोजित अल्पसंख्यक अधिकार दिवस कार्यक्रम का। सभी ने बेबाकी से राय रखी। अल्पसंख्यकों के सर्वांगीण विकास और उनके उत्थान के लिए खुलकर बात हुई। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने छह साल से मानदेय न मिलने की समस्या उठाई।

अध्यक्षता करते हुए जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हित में विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिसका लाभ अल्पसंख्यक समुदाय को मिल रहा है। अल्पसंख्यकों को खुद से भी अपनी कमजोरियों को दूर करना है। अल्पसंख्यक अपने कंधों को मजबूत करें। अल्पसंख्यक समुदाय अच्छी शिक्षा हासिल कर समाज व देश के विकास में योगदान दें।

विशिष्ट अतिथि जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने विभाग की तमाम योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि अल्पसंख्यकों का जो हक़ था वह सरकार ने देने की पूरी कोशिश की है। अल्पसंख्यकों को अपने हक़ व हुकूक के लिए जागरूक होना पड़ेगा।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने कहा कि सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं सभी अच्छी हैं। योजनाओं सेे अधिक से अधिक लोगों को अच्छी नियत से लाभान्वित किया जा रहा है। अल्पसंख्यक समाज की जो भी समस्या है उसे शासन तक पहुंचा कर निवारण करवाया जाएगा।

विशिष्ट अतिथि जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सिंह ने महिला एवं बाल कल्याण से संबंधित योजनाओं पर प्रकाश डाला।

गुरुद्वारा कबीर साहब मगहर की प्रशासक बीबी परमजीत कौर राना ने आपसी भाईचारे व प्रेम का संदेश देते हुए सभी को गुरुद्वारा के विजिट के लिए आमंत्रित किया।

मदरसा शिक्षक कारी मोहम्मद अनस रजवी ने कहा कि मुसलमानों में घटता शैक्षिक दर व शिक्षा स्तर चिंता का विषय है। मदरसा प्रशासन और अधिकारियों को समूचे तौर पर इसको लेकर उचित कदम उठाना चाहिए। मदरसों को आधुनिक शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए खुद आगे आना चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना होगा। जब तक हम खुद नहीं बदलेंगे तब तक हमारे हालात नहीं बदलने वाले।

मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने कहा कि इल्म (ज्ञान) इंसान को अज्ञानता के अंधकार से बाहर निकालता है और मानवता का पराकाष्ठता की ओर मार्गदर्शन करता है। अल्पसंख्यक समुदाय को अपने हक़ हकूक के लिए बेदार होना पड़ेगा।

मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक मो. इरफान ने छह साल से मानदेय न मिलने पर पीड़ा का इजहार किया।

मदरसा प्रबंधक सैयद तहव्वर हुसैन ने मदरसा आधुनिकीकरण योजना, मदरसा मिनी आईटीआई, वक्फ सम्पत्ति मामला उठाया।

सरदार बलबीर सिंह व आदिल अमीन ने कहा कि जो भी योजनाएं चल रही है। उसे जरूरतमंदों तक पहुंचाना बेहद जरूरी है। सभी अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।

मदरसा अंजुमन इस्लामिया खूनीपुर के सदर महबूब सईद हारिस ने अल्पसंख्यकों को जागरूक रहकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने पर जोर दिया।

कार्यक्रम की शुरूआत क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत से कारी नसीमुल्लाह ने की। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने विभाग की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला। संचालन सैयद जफ़र हसन ने किया।

कार्यक्रम में विष्णु प्रकाश राय, राम करन कनौजिया, मोहम्मद नदीम, शाहनवाज अहमद, मो. शमीम खां, मोहम्मद फैजान, दलजीत सिंह, विनय कुमार, मो. आशिक अली, जगत नारायण यादव, रामचरित्र त्रिपाठी, हरिशंकर पांडेय, अजीत, सत्य प्रकाश सिंह, ज़ुबैर अहमद, मौलाना नूरूज्जमा, नज़रे आलम, नवेद आलम, मो आज़म , मौलाना जहांगीर अहमद, डॉ. अजीम फारुकी, सहित तमाम मदरसों के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।

*आरबीआई के पूर्व चीफ रघुराम राजन के बयान पर भड़के कर्मचारी*

गोरखपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की एक आवश्यक बैठक डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ भवन गोरखपुर में संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष ई० राम समझ शर्मा और संचालन महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया।

बैठक में मुख्य अतिथि रूपेश कुमार श्रीवास्तव और विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह और श्याम नारायण शुक्ल उपस्थित रहे।

बैठक में रघुराम राजन द्वारा पुराने पेंशन बहाली पर हाल ही में दिए गए बयान पर कर्मचारियों ने आपत्ति जताई रघुराम राजन ने कहा था कि अगर पुरानी पेंशन बहाली होती है तो देश में आर्थिक मंदी आएगी, उनके इस बयान का काउंटर करते हुए अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति जब बदहाल थी और देश गुलामी की जंजीरों में तब भी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन लागू रही।

कालांतर में आजादी के बाद हमारे संविधान विशेषज्ञों ने इसे मौलिक अधिकार की श्रेणी में डाल दिया, उस समय हमारे देश के सांसदों विधायकों को पुरानी पेंशन की व्यवस्था नहीं की गई थी। आगे चलकर संविधान संशोधन के माध्यम से देश के सांसदों विधायकों को पेंशन की व्यवस्था दी गई लेकिन आज दुर्भाग्य पूर्ण यह है कि पेंशन जिसका मौलिक अधिकार था उनसे उनसे अर्थात कर्मचारियों से एक तुगलकी फरमान जारी कर उनकी पेंशन छीन ली गई। हम देश के सभी कर्मचारीयो, शिक्षको, मजदूरो सेना और अर्ध सैनिक बलों के जवानों से अपील करते हैं और यह बताना चाहते हैं की पुराने पेंशन की लड़ाई हमें आजादी की लड़ाई के तर्ज पर लड़ना होगा इसके लिए हमें घरों से निकलना होगा तब यह सरकार पुरानी पेंशन बहाल करेगी अन्यथा वह दिन दूर नहीं की एक रिटायर कर्मचारी कटोरा लेकर सड़क पर भीख मांगेगा ।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा की सरकार के चमचागिरी कर रहे अफसर चैनलों पर आकर एनपीएस के फायदे बता रहे हैं, उनसे मैं इतना कहना चाहता हूं कि अगर एनपीएस इतनी अच्छी है तो इसे शीघ्र ही विधायिका में भी लागू किया जाए।

विशिष्ट अतिथि पंडित श्याम नारायण शुक्ला और अशोक पांडे ने कहा की हम सरकार से कोई चांद तारा नहीं बल्कि अपना अधिकार मांग रहे हैं और अगर यह सरकार हमारा अधिकार नहीं देगी तो हम कहना चाहते हैं की याचना नहीं अब रण होगा।संघर्ष बड़ा भीषण होगा।।

इस अवसर पर वरुण वर्मा बैरागी गोविंद जी इंजीनियर अनिल किशोर पांडे इंजीनियर राजकुमार इंजीनियर निधि त्रिपाठी कृष्णमोहन गुप्ता कनिष्क गुप्ता अनिल द्रिवेदी संतोषसिंह फुलई पासवान रामधनी पासवान अनूप कुमार अशोक सिंह इजहार अली विनीता सिंह विजय शर्मा यशवीर श्रीवास्तव जामवंत पटेल तारकेश्वर शाही अमरनाथ, बलराम सहित तमाम कर्मचारी नेता उपस्थित रहे।

सर्व समाज सेवा संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों जरूरतमंदों में गर्म कपड़ों का किया वितरण

गोरखपुर। समाजसेवी धीरज गुप्ता द्वारा 8 वर्षों से जरूरतमंदों को गर्म कपड़े कंबल जूते इत्यादि दान हेतु शिविर का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल द्वारा मोहद्दीपुर स्टेट बैंक के बगल में सैकड़ो कंबलों का वितरण किया गया।

राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि ठंड के इस मौसम में किसी को भी तकलीफ ना हो इसी के दृष्टिगत आज मोहद्दीपुर में मेरे और समाजसेवी धीरज गुप्ता के द्वारा एक कंबल वितरित किया जा रहा है। जिससे हम गरीबों को ठंड से राहत मिलेगी साथ ही साथ भारतीय जनता पार्टी के नीतियों के हिसाब से कोई भी गरीब वंचित न रह जाए उसे दृष्टिगत ठंड के इस मौसम में कंबल वितरण का कार्यक्रम सराहनीय है और सभी को इस तरह का कार्य करना चाहिए की जो गरीब आशा है लोग हैं वह ठंड से बचे साथ ही साथ प्रशासन से भी अनुरोध है कि इस ठंड के मौसम में हर जगह अलाव की भी व्यवस्था सुनिश्चित करे।

जिससे रागिरो यात्रियों सहित अन्य लोगों को सहूलियत व राहत मिल सके। मनोज निषाद पार्षद, गुड्डू भांजा, डॉ अविनाश राय, किट्टू ओझा, चिंटू ओझा, ओपी गिरी, अरुण पांडे, रूपेंद्र थापा, राजू तिवारी, राहुल उपाध्याय ,सुधाकर यादव, मौजूद रहे।

नए मोबाइल फोन पा कर छात्राओं के चेहरे खिले

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के राघव प्रसाद मशाली देवी महिला महाविद्यालय वीकू भैंसा में स्मार्टफोन वितरण का कार्यक्रम एसडीएम खजनी के द्वारा संपन्न हुआ।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एसडीएम राजू कुमार ने बताया कि

डिजिटल इंडिया के आज के दौर में स्मार्टफोन विद्यार्थियों के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण और उपयोगी है।

उन्हें सावधानी के साथ इसका प्रयोग करते हुए अपने भविष्य को बेहतर बनाने,चरित्र के निर्माण तथा परिवार और समाज के प्रति ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए सभी श्रेष्ठ जनों की आकांक्षाओं पर खरा उतरना होगा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को नैतिकता सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक शपथ भी दिलाई।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर शिवकुमार शुक्ला एवं अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर अवधेश चौधरी ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया, और जीवन में सद्चरित्रता के महत्व बताए।

इस दौरान बीए तृतीय वर्ष की 71 छात्राओं को तथा बीएड की 50 छात्राओं समेत कुल 121 स्मार्टफोन को स्मार्ट फोन दिए गए।

इस अवसर पर महंत रामशंकर दास महाविद्यालय रामपुर पांडे के प्राचार्य नोडल अधिकारी बैजनाथ भारती,शिक्षक रवि प्रताप गिरी,

शिवेश शुक्ला,प्रमोद दुबे,नृत्य गोपाल शुक्ला, अवनीश शुक्ला, ओम शुक्ला, पंकज श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुमार दुबे तथा महाविद्यालय के कर्मचारी स्टाफ के लोग अभिभावक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

प्राकृतिक संसाधनों से उपचार सदैव प्रासंगिक : प्रो. यूपी सिंह

गोरखपुर। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति प्रो. उदय प्रताप सिंह (प्रो. यूपी सिंह) ने कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा की भारतीय पद्धति सदैव प्रासंगिक बनी रहेगी।

कोरोना काल मे जब पूरी दुनिया त्रस्त थी, तब प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित विश्व की पुरातन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद ने मानव जीवन को बचाया।

प्रो. यूपी सिंह रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय व फार्मेसी संकाय के संयुक्त तत्वावधान एवं ट्रांसलेशन बायोमेडिकल रिसर्च सोसायटी के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के समारोप (समाप सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे।

एडवांसेज एंड ऑपर्चुनिटीज इन ड्रग डिस्कवरी फ्रॉम नेचुरल प्रोडक्ट्स 'बायोनेचर कॉन-2023' विषयक संगोष्ठी के समारोप अवसर पर उन्होंने कहा कि निरोग बने रहने को दुनिया एक बार फिर प्राकृतिक संसाधनों से बन रही औषधियों को अपनाने पर जोर दे रही है।

ऐसे में जरूरत है कि भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा को समयानुकूल जरूरतों के अनुसार अनुसंधान पूर्वक आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे ही प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित यह राष्ट्रीय संगोष्ठी वास्तव में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान समान है।

प्रो यूपी सिंह ने कहा कि विजन, एक्शन और मिशन के एकसाथ मिलने पर ही क्रिएशन होता है। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय इसके कुलाधिपति, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन, यहां की फैकल्टी व अन्य कार्मिकों के एक्शन और समाज को अनुसंधानपरक ज्ञान उपलब्ध कराने के मिशन का मूर्त रूप है।

दो साल के भीतर की इस विश्वविद्यालय की उपलब्धियां बेहद शानदार हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए ज्ञान, कौशल, दृष्टि, पहचान और संतुलन को शिक्षा के पांच महत्वपूर्ण उद्देश्य के रूप में समझाया।

राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह के मुख्य अतिथि महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह ने कहा कि आयुर्वेद समेत प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा की उपादेयता को विस्तार देने के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के सतत प्रयास सराहनीय हैं।

राष्ट्रीय संगोष्ठी विश्वविद्यालय के इन प्रयासों को नया आयाम देगी। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी के निष्कर्ष आने वाले समय में प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा को नई दृष्टि देकर आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसधानो में असीम संभावनाएं हैं जो हम सभी को स्वस्थ और ठीक करने में सक्षम हैं।

हमे इस दिशा में अपने योगदान को प्रमाणित करने कि जरूरत है। प्रो. सिंह ने कहा कि हमारे आसपास की समस्त वनस्पतियां औषधी गुणों से युक्त हैं। हमे उनके बारे में जानने का प्रयास करना चाहिए। प्रो. सिंह ने कहा कि इस विश्वविद्यालय में आयुर्वेद के साथ ही नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी, बायोमेडिकल जैसी सभी विधाएं और सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

उन्होंने विद्यार्थियों को नसीहत दी कि वे अपने विषय के अलावा मिलते जुलते विषयों में भी अभिरुचि बढ़ाएं।

ज्ञान व अनुसंधान का संगम बन गई राष्ट्रीय संगोष्ठी : डॉ. वाजपेयी

इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि तीन दिन तक विशद मंथन से यह संगोष्ठी प्राकृतिक संसाधनों के ज्ञान और अनुसंधान का संगम बन गई। उन्होंने प्रतिभागियों और विद्यार्थियों से यहां वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के द्वारा बताए गए अनुभव को अपने व्यावहारिक अध्ययन का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया।

समापन सत्र में स्वागत संबोधन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता एवं संगोष्ठी के संयोजक प्रो. सुनील कुमार ने तथा आभार ज्ञापन फार्मेसी संकाय के प्रिंसिपल प्रो. शशिकांत सिंह ने किया।

राष्ट्रीय संगोष्ठी के सह संयोजक ट्रांसलेशनल बायोमेडिकल रिसर्च सोसायटी के अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार भी मंचासीन रहे। राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने समस्त विश्वविद्यालय परिवार को साधुवाद दिया है।

इस पूरे आयोजन में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक, विद्यार्थी एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से आये वरिष्ठ वैज्ञानिक, शोधार्थी आदि उपस्थित रहे।

पवन कन्नौजिया को यंग साइंटिस्ट अवार्ड

इस संगोष्ठी में ओरल प्रेजेंटेशन में कुल 14, पोस्टर प्रेजेंटेशन में कुल 40 और यंग साइंटिस्ट अवार्ड में कुल 7 लोगो ने प्रतिभाग किया। संगोष्ठी के सह संयोजक व ट्रांसलेशनल बायोमेडिकल रिसर्च सोसायटी के अध्यक्ष डॉ दिनेश कुमार ने यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड्स ओरल प्रेजेंटेशन, पोस्टर प्रेजेंटेशन के विजय प्रतिभागियों के नाम की घोषणा की। यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड्स में प्रथम स्थान महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य पवन कुमार कन्नौजिया, द्वितीय स्थान दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय की शोध छात्रा प्रियंका भारती एवं तृतीय स्थान महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ अवेद्यनाथ सिंह को प्राप्त हुआ।

पोस्टर प्रेजेंटेशन में प्रथम स्थान एसजीपीजीआई की शोध छात्रा अमृता साहू, द्वितीय स्थान महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की शोध छात्रा अंजली राय, तृतीय स्थान एसजीपीजीआई लखनऊ के शोध छात्र कार्तिक दुबे को प्राप्त हुआ एवं ओरल प्रेजेंटेशन में प्रथम स्थान सीबीएमआर लखनऊ की शोध छात्रा रिमझिम त्रिवेदी, द्वितीय स्थान सीएसआईआर लखनऊ के शोध छात्र रोहित सिंह तथा तृतीय स्थान एसजीपीजीआई लखनऊ के शोध छात्र गुरविंदर सिंह को प्राप्त हुआ।

कोविड के इलाज में पॉलीहर्बल दवा आयुष-64 के अप्रत्याशित परिणाम : प्रो. रेड्डी

राष्ट्रीय संगोष्ठी के तीसरे दिन विभिन्न तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञों ने अपने शोध अनुभव साझा कर प्रतिभागियों और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में रस शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. के रामचंद्र रेड्डी ने 'डिजाइनिंग एंड डेवलपमेंट ऑफ आयुर्वेदिक दोसगे फॉर्म्स फॉर द मैनेजमेंट ऑफ सार्स कोविड-19' विषय पर शोध निष्कर्ष प्रस्तुत किया।

उन्होंने कहा कोविड महामारी के समय आशा की किरण के रूप में वर्णित पॉलीहर्बल दवा आयुष- 64 के अप्रत्याशित परिणाम प्राप्त हुए। इसे मूल रूप से 1980 में मलेरिया के इलाज के लिए विकसित किया गया था। देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के नेतृत्व में किए गए परीक्षणों से पता चला है कि आयुष - 64 में उल्लेखनीय एंटीवायरल, इम्यून-मॉड्यूलेटर और एंटीपायरेटिक गुण हैं।

एक सत्र में आरएमआरसीगोरखपुर के डॉ. गौरव राज ने 'ड्रग रेजिस्टेंस रेवेर्सल पोटेंशियल ऑफ़ नेचुरल प्रोडक्ट्स' विषय पर अपने शोध के माध्यम से बताया कि प्राकृतिक उत्पाद धीरे-धीरे सुरक्षित और प्रभावी कैंसर रोधी यौगिकों के मूल्यवान स्रोत के रूप में उभर रहे हैं।

प्राकृतिक उत्पाद ईएमटी प्रक्रिया को उलट कर कैंसर दवा प्रतिरोध में शामिल विभिन्न प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप कर सकते हैं। अलग अलग सत्रों में सेंटर ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च लखनऊ में डिपार्टमेंट ऑफ स्पेक्ट्रोस्कोपी एंड इमेजिंग के हेड प्रो. नीरज सिन्हा, अलगप्पा विश्वविद्यालय तमिलनाडु में बायो इंफॉर्मेटिक्स साइंस के प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार सिंह आदि ने विविध शोध विषयों पर व्याख्यान दिए।

फसलों को बर्बाद कर रहे छुट्टा आवारा पशुओं से परेशान क्षेत्र के किसान

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के ज्यादातर किसानों की रबी की फसलों की बुवाई हो चुकी है। सिंचाई के बाद किसानों के खेतों में तैयार हो रही गेहूं, मटर, सरसों, दलहन,सब्जियों तथा पशुओं के हरे चारे बरसीन आदि फसलों की हरियाली खेतों में नजर आने लगी है।

किंतु छुट्टा आवारा पशुओं और नीलगायों के आतंक से किसान परेशान और भयभीत हैं।भरोहियां गांव के निवासी किसान संजय तिवारी और जनार्दन तिवारी ने बताया कि छुट्टा पशु खेती का बहुत नुकसान कर रहे हैं।

इसी प्रकार क्षेत्र के किसानों मिश्री लाल सुधाकर,अरविंद चौरसिया, प्रदीप, जवाहिर साहनी,राजू दूबे, भगवान दास,रामसिद्ध गुप्ता,ओमप्रकाश, श्यामबिहारी,भगेलू,सेवक,गिरधारी प्रसाद,नेबूलाल,रामसेवक, रामरेखा आदि ने बताया कि छुट्टा आवारा पशु और नीलगाय गांवों में एक साथ झुंड में निकलते हैं और जिस किसान के खेत में पहुंच जाते हैं वहां एक तिनका हरियाली नहीं बंचती।

लोग खेतों के चारों तरफ कंटीले तारों का बाड़ लगा कर अपने खेतों की रक्षा कर रहे हैं। लेकिन नीलगाय छलांग लगा कर उन खेतों में भी पहुंच जाती हैं। किसानों ने बताया कि ठंडी बढ़ गई है और हमें पूरी रात जागकर टोली बनाकर खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है।

सरकार ने छुट्टा आवारा पशुओं के लिए पशु आश्रय स्थल बनवाए हैं लेकिन छुट्टा आवारा पशुओं को पकड़ कर उन्हें वहां तक पहुंचाने की जिम्मेदारी किसी को भी नहीं दी गई है। किसानों के वश की बात नहीं है कि पशुओं को पकड़ कर उन्हें भेजें, तैयार हो रही हरी फसलों को बचाने में बड़ी परेशानी हो रही है।

*ब्रांड कनेक्ट और ट्यूटर्स टीम के सहयोग से राइट फेस्ट में सैकड़ो स्कूली बच्चों ने लेखन क्षमता का किया प्रदर्शन*

गोरखपुर। राइट पेस्ट 2023 विभिन्न स्कूलों और कॉलेज के 5000 छात्रों को एकजुट करने वाली सर्वोत्तम हस्तलेखन प्रतियोगिता है इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों की लिखावट को साफ सुथरा व सुंदर बनाने का प्रयास किया जाता है यह ब्रांड कनेक्ट और ट्यूटर्स टीम का एक सहयोगात्मक प्रयास है जो लिखावट और कौशल वृद्धि की कला का जश्न मनाता है।

बस हम अपनी लेखन क्षमता का प्रदर्शन करेंगे और लिखित शब्दों की सुंदरता की सराहना करेंगे। राइट फेस्ट 2023 में हस्तलिखित अभिव्यक्ति की सुंदरता को अपने जहां ब्रांड कनेक्ट और ट्यूटर्स की टीम द्वारा बच्चों के लिए अवस्मरणीय हस्तलेखन यात्रा लेकर आया है।

जिसका भव्य आयोजन इस्लामिया गर्ल्स इंटर कॉलेज जाहिदाबाद सहित अन्य स्कूलों में किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभा किया और हस्त लेखन के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया वहीं संस्था द्वारा बच्चों का जमकर उत्साहवर्धन किया गया।

इस अवसर पर इंजीनियर अनस अंसारी ने कहा कि बिना सोचे पढ़ सकते हैं, बिना सोचे लिख नहीं सकते। हस्तलेखन प्रतियोगिता बच्चों के दिमाग को विकसित करती है।

इस अवसर पर आदिल शफीक सहित बड़ी संख्या में विभिन्न स्कूलों के बच्चे मौजूद रहे।