भारत में बनती है दुनिया की 60 फीसद वैक्सीन: डॉ. भट्ट

गोरखपुर- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंस के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनंत नारायण भट्ट ने कहा है कि भारत प्राचीन काल से ही औषधियों के उत्पादन की जननी रही है। वर्तमान समय में अपना देश पूरी दुनिया में लगभग 60 प्रतिशत वैक्सीन के उत्पादन का केंद्र है।

डॉ. भट्ट महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय व फार्मेसी संकाय के संयुक्त तत्वावधान एवं ट्रांसलेशन बायोमेडिकल रिसर्च सोसायटी के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के एक महत्वपूर्ण तकनीकी सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे। एडवांटेज एंड ऑपर्चुनिटीज इन ड्रग डिस्कवरी फ्रॉम नेचुरल प्रोडक्ट्स 'बायोनेचर कॉन-2023' विषयक संगोष्ठी में 'जैव पॉलिमर एल्गिनेट से हेमोस्टैटिक एजेंट का विकास' बिंदु पर अपना शोध प्रस्तुत करते हुए डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ भट्ट ने बताया कि गनशॉट से अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से भारत के सेना के जवानों का जीवन खतरे में आ जाता है। उनके रक्तस्राव को रोकने हेतु एक स्वदेशी औषधि का निर्माण किया है जिसकी क्षमता अन्य दवाओं की अपेक्षा काफी बेहतर है। यह औषधि एलिग्नेट रसायन पर आधारित है।

एक अन्य सत्र की अध्यक्षता करते हुए इंस्टिट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर एंड आयुर्वेदिक बायोलॉजी के निदेशक एवं बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर डॉ. राजा वशिष्ट त्रिपाठी ने आयुर्वेद के विभिन्न आयामों व पर महायोगी गोरखनाथ जी के ग्रंथो के सबद, दोहावली को लेते हुए आहार-विहार पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें आयुर्वेद व आधुनिक विज्ञान को साथ में रखकर कदम से कदम मिलाकर आगे अध्ययन की जरूरत है जो भविष्य में मानवता के समग्र विकास हेतु एक वरदान साबित होगा। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि भारत के वैदिक ग्रंथ मार्गदर्शक ग्रंथ हैं जिनके द्वारा संपूर्ण विश्व को निरोगी बनाया जा सकता है। जरूरत बस इन ग्रंथों में निहित ज्ञान को अपनाने की है। हमारा शरीर हर प्रकार के बीमारियो से निपटने की क्षमता रखता है और इस क्षमता का ज्ञान वैदिक ग्रंथों में वर्णित है।

पुरातन काल से प्रचलित औषधि है त्रिफला: पद्मश्री होसुर

मुंबई के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं पद्मश्री से सम्मानित प्रो. आरवी होसुर ने 'हर्बोलॉमिक्स: एन इमर्जिंग फ्रंटियर' विषय पर बात करते हुए कहा कि आयुर्वेद में सभी रोगों से निदान संबंधी सामग्री संकलित है। उन्होंने त्रिफला की उपयोगिता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि त्रिफला एंटीऑक्सीडेंट, सूजनरोधी और जीवाणुरोधी प्रभाव वाला एक प्राचीन हर्बल उपचार है। यह हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है। त्रिफला पुरातन काल से प्रचलित महत्वपूर्ण औषधि है। त्रिफला को हर उम्र के लोग रसायन औषधि के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन से पेट से जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है। यह औषधि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसे गंभीर रोगों में भी लाभकारी है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला में ऐसे गुण हैं जो पाचन शक्ति बढ़ाने और वजन घटाने में सहायक हैं।

प्राकृतिक संसाधनों में सभी बीमारियों का इलाज: डॉ. शिल्पी

सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे के बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग की डॉ. शिल्पी शर्मा ने 'मधुमेह के प्रबंधन के लिए प्राकृतिक यौगिकों की क्षमता की खोज' विषय पर अपना शोध अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों में लगभग सभी लाइलाज बीमारियों के इलाज हैं। मधुमेह जैसी भयानक बीमारी का इलाज भी आज वैज्ञानिकों ने ढूंढ लिया है और अब प्राकृतिक संसाधनों से इसकी दवाई भी बनाई जा रही है जिसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा। आईआईटी इंदौर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हेम चन्द्र झा ने 'अश्वगंधा बैक्टीरिया और वायरस से प्रेरित गैस्ट्रिक के खिलाफ एक संभावित चिकित्सीय एजेंट है' विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि अश्वगंधा चूर्ण या किसी भी माध्यम में इसे लेने से यह शरीर को स्वस्थ ही बनाता है। यह विभिन्न रोगों से लड़ने में और असामान्य बीमारी से हमें बचाने में भी कारगर सिद्ध होता है।

आयुर्वेद समग्र स्वास्थ्य की पुरातन भारतीय पद्धति: प्रो रेड्डी

बीएचयू, वाराणसी में रसशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. के. रामाचंद्र रेड्डी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आयुर्वेद प्राकृतिक एवं समग्र स्वास्थ्य की पुरातन भारतीय पद्धति है। प्रारंभ से भारत में आयुर्वेद की शिक्षा मौखिक रूप से गुरु-शिष्य परंपरा के अंतर्गत ऋषियों द्वारा दी जाती रही है। जिसे लगभग 5000 साल पहले इस ज्ञान को ग्रंथों का रूप दिया गया है । चरक संहिता, सुश्रुत संहिता और अष्टांग हृदय आयुर्वेद के पुरातन ग्रंथ हैं तथा इन ग्रंथो में सृष्टि में व्याप्त पंच महाभूतों - पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि एवं आकाश तत्वों के मनुष्यों के ऊपर होने वाले प्रभावों तथा स्वस्थ एवं सुखी जीवन के लिए के लिए उनको संतुलित रखने के महत्ता को प्रतिपादित किया गया है।

नीम की पत्तियों से डेंगू का उपचार संभव: प्रो शरद

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में बायो टेक्नोलॉजी के आचार्य प्रो. शरद कुमार मिश्रा ने "अजादिरचता इंडिका (नीम) - ए ट्री ऑफ सॉल्विंग ग्लोबल हेल्थ प्रोब्लेम्स" विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि नीम के पत्ते से डेंगू का उपचार संभव है। उन्होंने बताया कि नीम का पेड़ अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है और सदियों से पारंपरिक भारतीय चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता रहा है। नीम के पेड़ का मुख्य लाभ इसकी बहुमुखी पत्तियां हैं है। त्वचा की विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। हम नीम के पेड़ों को उनके बीज से लेकर तेल, पत्तियों, छाल और जड़ों तक किसी भी रूप में पा सकते हैं। इसमें हानिकारक कीड़ों और बीमारियों को दूर भगाने की भी अपार क्षमता होती है। नीम का पेड़ विभिन्न प्रकार के त्वचा विकारों जैसे मुँहासे, एक्जिमा, सोरायसिस और सनबर्न को ठीक करने में मदद करता है। नीम के पेड़ की मदद से आप लंबे समय तक मनमोहक, ताज़ा और लंबे समय तक रहने वाली खुशबू का आनंद ले सकते हैं।

इन विशेषज्ञों ने किया विद्यार्थियों का मार्गदर्शन

उद्घाटन के बाद दो दिन तक अलग अलग सत्रों में सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट लखनऊ के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. माधव नीलकंठ मुगले, राजकीय आयुर्वेद कॉलेज लखनऊ में काया चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ संजीव रस्तोगी, आईआईटी रुड़की में बायो इंजीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ. कृष्ण मोहन पोलुरी, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में बायो टेक्नोलॉजी के आचार्य प्रो. दिनेश यादव, इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट बरेली के प्रधान वैज्ञानिक डॉ सुजॉय के. धारा, एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मनीष द्विवेदी ने शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। इसी क्रम में युवा वैज्ञानिक पुरस्कार हेतु विभिन्न प्रतिभागियों ने विभिन्न शोध कार्य प्रस्तुत किए।विभिन्न प्रतिभागियों द्वारा विविध विषयों पर शोध पोस्टर प्रस्तुतिकरण किया गया। इस अवसर पर कुल 40 शोधार्थियों ने शोध प्रस्तुतीकरण किया। राष्ट्रीय संगोष्ठी के विभिन्न तकनीकी सत्रों में विश्वविद्यालय कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी, कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव समेत समस्त प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं देश के विभिन्न जगहों से आये विशेषज्ञ, शोधार्थी उपस्थित रहे। संगोष्ठी का समापन रविवार को होगा।

मुख्यमंत्री की सख्ती का दिखा असर, फ़ूड विभाग ने की कैरी ऑन, फर्जी ढाबा समेत विभिन्न रेस्टोरेंट की जांच

गोरखपुर- मुख्यमंत्री के आदेश व जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश के निर्देश पर सहायक खाद्य आयुक्त कुमार द्वितीय कुमार गुंजन व मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेन मोहन त्रिपाठी के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम ने आज जनपद के सिटी मॉल स्थित कैरी ऑन रेस्टोरेंट, बलदेव प्लाजा के फर्जी ढाबा समेत विभिन्न रेस्टोरेंट व होटलों की जांच की गई। जांच के दौरान टीम ने पनीर के चार नमूने संग्रहित कर प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है।

सहायक आयुक्त खाद्य कुमार गुंजन ने बताया कि शासन के निर्देश पर व जिलाधिकारी के आदेश पर यह कार्रवाई की जा रही है विगत दिनों टीम ने पनीर के 12 नमूने संग्रहित कर प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा था। आज टीम ने जनपद के कैरी ऑन रेस्टोरेंट, फर्जी ढाबा समेत विभिन्न रेस्टोरेंट और होटल की जांच की गई है। टीम ने आज चार नमूने संग्रहित कर प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है जांच के दौरान फर्जी ढाबा के एक ही फ्रीजर में नॉनवेज और वेग रखा गया था। इसको लेकर रेस्टोरेंट को नोटिस दिया जा रहा है।

नमूने संग्रहित कर प्रयोगशाला हेतु जांच के लिए भेजा गया है रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद राव सूचित प्रसाद उमाशंकर सिंह अरुण शुक्ला विजय नंद आशुतोष समेत अन्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे।

दिन ढलते ही दुधिया रौशनी से जगमगाया कस्बा, ग्राम प्रधान के प्रयास से अंधेरे की समस्या से मिला निजात

गोरखपुर- शाम होते ही अंधेरे में डूबे रहने वाले खजनी कस्बे की सूरत अब बदल चुकी है। कस्बे में खजनी गोरखपुर सिकरीगंज मुख्यमार्ग पर तथा संपर्क मार्गों पर लगे सभी बिजली के खंभों पर लगे बिजली के एलईडी फ्लैश लाइट की दुधिया रौशनी से कस्बा जगमगा उठा है।खुटभार गांव के ग्रामप्रधान अर्जुन जायसवाल के द्वारा गांव तथा कस्बे के निवासियों और कस्बे में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए लाइट लगाई गई है।

खजनी व्यापार मंडल अध्यक्ष रामवृक्ष वर्मा ने बताया कि कस्बे में अंधेरे की समस्या दूर हो गई है। सड़क पर रौशनी होने से दुर्घटनाएं भी कम होंगी उन्होंने ग्रामप्रधान के प्रति आभार जताया। कस्बे के प्रतिष्ठित व्यावसाई गौरीशंकर सर्राफ ने बताया कि लंबे समय से कस्बे में पथ प्रकाश की समस्या थी जिसे खुटभार के ग्रामप्रधान ने दूर कराया है उनकी इस व्यवस्था की सभी लोग तारीफ कर रहे हैं।

वहीं ग्रामसभा खुटभार के ग्रामप्रधान अर्जुन जायसवाल ने बताया कि बीडीओ खजनी रमेश कुमार शुक्ला के परामर्श से कस्बे में सभी बिजली के खंभों पर लगभग 200 से अधिक एलईडी लाइट लगाई गई है इससे कस्बे में रात में अंधेरे की समस्या दूर हो गई है। इससे सड़क पर उजाला रहेगा और एक्सिडेंट तथा चोरी आदि की घटनाओं में भी कमी आएगी।

बता दें कि शुक्रवार को खजनी ब्लॉक मुख्यालय में व्यापारियों के साथ हुई बैठक में ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस से पहले कस्बे में बिजली के खंभों पर तिरंगा एलईडी लाइट लगाने का सुझाव दिया है जिसके बाद कस्बे की रौनक और बढ़ जाएगी।

टीम नई रोशनी के सहयोग से बीमारी से पीड़ित महिला का हो रहा है इलाज

गोरखपुर- बीते 14 दिसंबर को टीम नयी रोशनी द्वारा विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था, तभी उसी अभियान के मध्य गोरखपुर स्थित NE railway स्कूल की एक छात्रा का टीम के पास कॉल आता है कि उनके परिवार के किसी सदस्य को किसी गंभीर बीमारी है, उनका इलाज गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

टीम को पता चलते ही टीम के सभी सदस्य मेडिकल कॉलेज जाकर उस पीड़ित से मुलाकात करते है और उनकी बीमारी से अवगत होते है। पीड़ित के परिवार जन से पता चलता है कि पीड़ित को इलाज के लिए तत्काल ब्लड की जरूरत है। टीम नयी रोशनी वेलफेयर फाउंडेशन के सह संस्थापक राजेश उर्फ धीरू पांडे द्वारा सी स्काई फाउंडेशन के संस्थापक सच्चिदानंद मौर्य जी को कॉल कर पीड़ित को ब्लड मुहैया कराया गया। टीम नयी रोशनी द्वारा पीड़ित और उनके परिवारजन को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया।

सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आये कुल 77 मामले, एक का भी नहीं हुआ निस्तारण

गोरखपुर- सहजनवां तहसील दिवस पर सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता उपजिलाधिकारी कुंवर सचिन सिंह ने किया। इस दौरान 77 मामले आए जिसमे एक का भी मौके पर निस्तारण नहीं हुआ। राजस्व 39,पुलिस 14,विकास 10, अन्य 14 मामले आए थे।

राजस्व संबंधित मामले के निस्तारण के लिए राजस्व टीम गठित की गई है। जबकि पुलिस के मामले के निस्तारण के लिए जांच कर कारवाई करने का निर्देश दिया गया है।

इस दौरान तहसीलदार राकेश कन्नौजिया,नायब तहसीलदार भान प्रताप सिंह,नायब तहसीलदार दुर्गेश चौरसिया,एसडीओ पुष्पेंद्र सिंह सहित अनेक विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

स्टार हॉस्पिटल प्रा० लि० एवं सफल टेस्ट ट्यूब बेबी के तत्वाधान में निःशुक्ल स्वास्थ शिविर का आयोजन

गोरखपुर- शनिवार को स्टार हॉस्पिटल प्रा० लि० एवं सफल टेस्ट ट्यूब बेबी के तत्वाधान में एक निःशुक्ल स्वास्थ शिविर का आयोजन महदेवा चौक, जद्दू पिपरा रोड, परतावल, जिला महाराजगं में किया गया। जिसमें स्टार हॉस्पिटल प्रा० लि० के डॉक्टरों की टीम द्वारा निःशुल्क 300 से 400 मरीजों का प्रशिक्षण किया गया।

इस शिविर में हड्डी रोग, सर्जरी रोग, बाल रोग और फिजियोथेरेपी द्वारा इलाज किया गया। नि: संतान दम्पत्तियों के लिए सुझाव दिए गए और प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान कार्ड) के बारे में बताया गया। साथ ही लाभार्थियों का कार्ड भी बनवाने की प्रक्रिया बताई गयी। शिविर में स्टार चेरिटेबल द्वारा निःशुल्क दवा वितरण किया गया और खून की जांच भी निःशुल्क किया गया।

स्टार हॉस्पिटल के डायरेक्टर डा० विजाहत करीम व मैनेजिंग डायरेक्टर डा० सुरहिता करीम ने कहा कि निःशुल्क स्वास्थ कैंप गरीबो के लिए स्टार हॉस्पिटल हमेशा करता रहा और आगे भी करता रहेगा। डा० करीम ने भी कहा कि गरीब मरीज जो कैंप में दिखाने आएं उसका आगे इलाज के लिए हॉस्पिटल आने पर विशेष छूट देंगे। जिससे गरीब मरीजों का इलाज सुचारु रूप किया जा सके। इस कैंप में डा० श्वेता, डा० आफरीन,डा० दीपक, डा० युसूफ,स्वपनिल श्रीवास्तव,दिलीप,मनोज,सरिता,सुनीता,अभिषेक,फखरेअलाम,आलम आदि का विशेष सहयोग रहा है।

*'सर्द रातों में कोई भी खुले में न सोने पाए', सीएम योगी ने कहा-रैन बसेरों में हो बेहतरीन इंतजाम*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि सर्द रातों में कोई भी खुले आसमान तले न सोने पाए। जो भी सड़क किनारे खुले में सोता मिले, उसे रैन बसेरों में लाया जाए। रैन बसेरों में ठहरने के बेहतरीन इंतजाम होने चाहिए। मकर सक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले ऐतिहासिक खिचड़ी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को भी उनकी आवश्यकता के अनुसार रैन बसेरों में व्यवस्थित किया जाए। सभी रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर व कंबल का इंतजाम हो। साफ सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाए। साथ ही यदि किसी के पास भोजन की व्यवस्था नहीं है तो उसे भोजन भी उपलब्ध कराया जाए।

सीएम योगी शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में अधिकारियों के साथ शीतकाल में जरूरी नागरिक सुविधाओं की स्थिति और खिचड़ी मेला की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रात में पुलिस पैट्रोलिंग बहुत जरूरी है। पैट्रोलिंग के दौरान यदि कोई व्यक्ति खुले में सोते मिले तो पुलिसकर्मी उसे सम्मानपूर्वक निकटतम रैन बसेरे तक पहुंचा दें। कोई भी बेसहारा या जरूरतमंद सड़कों पर ठिठुरता न दिखाई दे। उनके ठहरने की सम्मानजनक व्यवस्था कराई जाए। सीएम योगी ने कहा कि सड़कों पर यदि कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त हो तो उसे मानसिक मंदित आश्रय स्थलों पर भेजा जाए। यदि कोई व्यक्ति रात में बार-बार सड़क किनारे पाया जा रहा है तो उसके बारे में गहन जांच भी जरूरी है। जांच में उसकी गतिविधि या संलिप्तता असामाजिक कार्यों में मिले तो प्रभावी कार्रवाई भी की जाए। सर्द मौसम और खिचड़ी मेले के दौरान मुख्यमंत्री ने हर जगह पर पर्याप्त अलाव की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।

खिचड़ी मेला की तैयारियों की जानकारी लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि खिचड़ी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा व सहूलियत प्राथमिकता होनी चाहिए। यह ध्यान रखा जाए कि श्रद्धालुओं को कहीं कोई दिक्कत न हो। भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया देना होगा। समय रहते मंदिर मार्ग की सभी स्ट्रीट लाइट का परीक्षण कर कोई दिक्कत मिलने पर उसे दुरुस्त कर लिया जाए। इस दौरान पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, पुलिस, बिजली विभाग, दूरसंचार, स्वास्थ्य विभाग, आपूर्ति विभाग, वन विभाग व वन निगम, पूर्वोत्तर रेलवे, परिवहन विभाग ने खिचड़ी मेला को लेकर अपनी तैयारियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। बैठक में महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, एडीजी जोन अखिल कुमार, कमिश्नर अनिल ढींगरा, आईजी रेंज जे. रविंद्र गौड़, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएसपी गौरव ग्रोवर, नगर आयुक्त गौरव सोगरवाल, सीएमओ डॉ आशुतोष दूबे, समेत प्रशासन, पुलिस, पीडब्ल्यूडी, बिजली समेत कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

स्ट्रीट वेंडर्स का हो सुव्यवस्थित पुनर्वासन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़कों को पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त करने की हिदायत देते हुए कहा है कि स्ट्रीट वेंडर्स का सुव्यवस्थित पुनर्वासन भी सुनिश्चित किया जाए। स्थान चयनित कर उन्हें पुनर्वासित किया जाए ताकि उनके कारोबार पर असर न पड़े।

खाली प्लाटों से गंदगी दूर कराए नगर निगम

सीएम योगी ने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि नगर निगम खाली प्लाटों में पड़ी गंदगी की भी सफाई कर। उन्होंने कहा कि गंदगी दूर रहेगी तो आमजन बीमारियों से भी बचे रहेंगे।

*समाधान दिवस में पहुंचे 65 फरियादी कोई निस्तारण नहीं हुआ*

गोरखपुर- तहसील में आयोजित दिसंबर माह के आखिरी समाधान दिवस में उप जिलाधिकारी राजू कुमार के समक्ष कुल 65 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए। किंतु मौके पर किसी भी मामले का समाधान नहीं हो सका,सर्वाधिक मामले राजस्व, पुलिस एवं आपूर्ति विभाग से संबंधित पाए गए।

इस दौरान बेलघाट के ग्राम पंचायत कोटिया कोलाहल से रामफल निषाद और बुधीराम पक्ष से एक दर्जन से अधिक लोग पहुंचे और जमीन की पैमाइश कराने को लेकर दोनों पक्षों की एसडीएम के साथ लंबी बहस हुई लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।

इस दौरान तहसीलदार दीपक कुमार गुप्ता तथा अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*मिट्टी की दीवार गिरने से दबे मजदूर की मौत*

गोरखपुर- खजनी थाने की उनवल चौकी क्षेत्र के कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत के वार्ड संख्या-9 के निवासी इश्तियाक (45 वर्ष) की शुक्रवार को मिट्टी की दीवार ढहने के कारण उसके नीचे दबने से मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर दो बजे के करीब वह पुराने मकान में दीवार के पास खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान अचानक मिट्टी की पुरानी दीवार भरभराकर उनके ऊपर गिर गई।

लोगों ने दीवार के नीचे दबे इश्तियाक को बाहर निकाला डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मेहनत मजदूरी करने वाले इश्तियाक तीन बच्चों के पिता थे। स्थानीय लोगों ने हादसे में हुई उनकी दर्दनाक मौत पर अफसोस जताया।

विकसित भारत संकल्प यात्रा में बीडीओ ने दी योजनाओं की जानकारी*

गोरखपुर-विकसित भारत संकल्प यात्रा में आज सुरैनी और झुडियां गांवों में आयोजित कार्यक्रमों में देश के विकास के लिए सामूहिक संकल्प और शपथ ली गई। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह बीडीओ खजनी रमेश कुमार शुक्ला एडीओ पंचायत तनवीर अशरफ अंसारी कृषि विभाग के एटीएम रणधीर राय टीएसी अर्जुन सिंह प्रवीण कुमार के द्वारा केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित सभी जनहित की योजनाओं की जानकारी दी गई।

ग्राम पंचायत सचिव रोशन सिंह एवं सतीश चन्द्र यादव द्वारा आवास,शौचालय,पेंशन,किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विभाग के सीएचओ प्रियंका और अमृता के द्वारा कैंप लगाकर बीमार लोगों का मुफ्त इलाज और दवाएं दी गई।इफ्को के महेश मौर्या के निर्देशन में ड्रोन से नैनो डीएपी और नैनों यूरिया के छिड़काव का प्रदर्शन किया गया।

इस दौरान बीजेपी जिला उपाध्यक्ष जगदीश चौरसिया,भाजपा नेता अंशूमाली धर भक्ति द्विवेदी,लालचंद त्रिपाठी, विनयकांत त्रिपाठी, सत्येंद्र बहादुर सिंह, व्यास यादव, रामवृक्ष सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और स्थानीय लोग मौजूद रहे।