*जनता दर्शन में सीएम योगी ने सुनीं दो सौ लोगों की समस्याएं, अधिकारियों से बोले-हर पीड़ित की समस्या का हो समय से निस्तारण*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने समस्या लेकर आए लोगों से आत्मीयता से संवाद करते हुए कि किसी को भी घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं है। हर पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर सुनिश्चित कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान कराया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पीड़ित व्यक्ति समस्या पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उसका समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण कराएं।

शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 200 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनका समाधान करने का निर्देश दिया। कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पहुंचे। एक-एक कर और इत्मीनान से सबकी समस्याएं सुनीं। उन्हें आश्वस्त किया कि वह सभी की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे। उनके रहते किसी को भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। प्रार्थना पत्रों को उन्होंने अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिप्रद होना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जाने की शिकायत पर उन्होंने कठोर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अफसरों को यह निर्देश भी दिए कि यदि किसी प्रकरण में पीड़ित को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ा है तो इसकी भी जांच कर जवाबदेही तय की जाए।

जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि इलाज में धन की कमी बाधक नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूर्ण कराकर शासन में भेजें। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी। कुछ महिलाएं अपने बच्चों को लेकर आई थीं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को दुलारकर आशीर्वाद दिया। उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा और चॉकलेट गिफ्ट कर उन्हें खूब पढ़ने को प्रेरित किया।

गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए अपने प्रिय श्वान कालू और गुल्लू को भी दुलारा और उन्हें बिस्किट खिलाया।

ईंट भट्ठे पर छापेमारी में 25 लीटर कच्ची शराब के साथ 2 गिरफ्तार

खजनी गोरखपुर।पुलिस ने 25 लीटर अवैध कच्ची शराब 450 ग्राम यूरिया और 250 ग्राम नौसादर तथा शराब बनाने के उपकरणों के साथ 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

एसएसपी गोरखपुर डॉक्टर गौरव ग्रोवर द्वारा अवैध अपमिश्रित कच्ची शराब बनाने और बेचने पर अंकुश लगाने के अभियान में एसपी साउथ और सीओ खजनी के मार्गदर्शन तथा थानाध्यक्ष खजनी गौरव आर कन्नौजिया के नेतृत्व में क्षेत्र के बरपार बरगाह गांव में स्थित दुर्गा मार्का ईंट भट्ठे पर की गई छापेमारी में 25 लीटर अवैध कच्ची शराब 450 ग्राम यूरिया और 250 ग्राम नौसादर तथा शराब बनाने के उपकरणों के साथ झारखंड के 2 अभियुक्तों जनार्दन गुप्ता पुत्र हरखू शाहू निवासी ग्राम भण्डरा थाना भण्डरा जिला लोहरदग्गा तथा घनश्याम राम पुत्र धनेश्वर राम निवासी सहिजना थाना सिसई जिला गुमला को गिरफ्तार किया।

उनके खिलाफ

मु.अ.संख्या 470/2023 की धारा 60(2) आबकारी अधिनियम और धारा 272 के तहत केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की गई।

छापेमारी करने वाली पुलिस टीम में एसआई जितेन्द्र यादव,अजय कुमार कांस्टेबल हिरन यादव, जितेन्द्र कुमार शामिल रहे।

इनलैंड वाटर वे ऑथॉरिटी से क्रूज सेवा को मिलेगा बढ़ावा: मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लैंड लॉक्ड स्टेट कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश में सरकार ने राप्ती, सरयू, गंगा और यमुना जैसी नदियों में इनलैंड वाटर वे सेवा शुरू करने के लिए इनलैंड वाटर वे ऑथॉरिटी का गठन किया है। इससे क्रूज सेवा को बढ़ावा मिलेगा और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा।

सीएम योगी शुक्रवार अपराह्न पर्यटन के नायाब केंद्र के रूप में उभरे सुरम्य रामगढ़ताल में क्वीन लेक क्रूज का उद्घाटन करने के बाद यहां ताल की जेट्टी पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के विजन के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सड़कों को टूलेन से फोरलेन, सिक्सलेन, एटलेन और ट्वेल्वलेन बनाया जा रहा है। यूपी में रेल और एयर कनेक्टिविटी भी शानदार है।

सीएम ने कहा कि इसके बावजूद यूपी को लैंड लॉक्ड स्टेट कहा जाता था। पर, पीएम मोदी ने इसका भी रास्ता निकाल दिया है। उनके मार्गदर्शन में वाराणसी से हल्दिया तक गंगा नदी में इनलैंड वाटर वे बनाकर क्रूज चलाया जा रहा है। क्रूज सेवा को बढ़ावा देने के लिए लिए यूपी में इनलैंड वाटर वे ऑथॉरिटी का भी गठन किया गया है।

शहर को जितना अच्छा रखेंगे उतना बढ़ेगा पर्यटन

सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर को आज अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त क्रूज के रूप में नया उपहार मिला है।

खास बात यह है कि इस क्रूज को तैयार करने में स्थानीय श्रमिकों ने योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हम जितना अच्छा शहर रखेंगे, उतनी ही पर्यटन की पर्यटन और विकास की संभावना बढ़ने के साथ नए रोजगार भी सृजित होंगे। यह एक तरह से जीवन चक्र जैसा है।

इसलिए सुरक्षा और अच्छा माहौल मिलेगा तो बाहर के लोग यहां आएंगे। हरेक क्षेत्र में निवेश होगा और शहर के साथ प्रदेश और देश आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत का जो सपना देखा है वह साकार होगा और सबके जीवन में खुशहाली आएगी।

वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां बढ़ाएं जीडीए व पर्यटन विभाग

मुख्यमंत्री ने कहा कि छह वर्ष पूर्व रामगढ़ताल की स्थिति क्या थी, यह सबने देखा है। अब यह नया पर्यटन स्थल बन चुका है। चारों ओर सड़कें और फुटपाथ बन चुका है। यहां की चमचमाती लाइट देखकर लोगों को लगता ही नहीं कि वे गोरखपुर में ही हैं।

उन्होंने कहा कि यह विकास की यह चमक बरकरार रहे, इसके लिए निरंतर सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। मुख्यमंत्री ने वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों को भी बढ़ाने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) और पर्यटन विभाग को मिलकर आगे बढ़ने का निर्देश दिया।

सीएम योगी के नेतृत्व में बदली यूपी के प्रति लोगों की धारणा : जयवीर सिंह

क्रूज के उद्घाटन समारोह में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि गोरखपुर के लिए यह गौरवशाली अवसर है। जो झील कभी गंदगी और उपेक्षा की पर्याय थी, आज वहां क्रूज सेवा शुरू हो गई।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग लगातार हर विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का विकास करा रहा है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा बदली है।

सीएम की प्रेरणा से रामगढ़ताल में क्रूज चलना ऐतिहासिक पल : रविकिशन

समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि रामगढ़ताल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा और उनकी सोच की परिणति में क्रूज का चलना ऐतिहासिक पल है।

यहां के लोगों को पहले क्रूज देखने गोवा जाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कायाकल्प कराए जाने के बाद रामगढ़ताल और इसके आसपास फिल्मों की शूटिंग पहले से ही हो रही है। क्रूज के उपहार से इसमें चार चांद लग गए। समारोह में गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंदवर्धन ने स्मृति चिन्ह भेंटकर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद कमलेश पासवान, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, विमलेश पासवान विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, आदि मौजूद रहे।

क्रूज पर सवार होकर सीएम योगी ने निहारा रामगढ़ताल को

क्रूज का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्रूज का अवलोकन किया और इस पर सवार होकर जलयात्रा की और रामगढ़ताल की सुंदरता का भी आनंद लिया। लेक क्वीन क्रूज के निर्माण पर 12 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आया है।

क्रूज में पंचसितारा होटल जैसी सुविधाएं विकसित की गईं हैं। लेक क्वीन पर शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन मिलेंगे। 2700 वर्गफीट के क्षेत्रफल वाले क्रूज पर तीन तल बनाए गए हैं। इसके अलावा एक वेटिंग प्लेटफार्म भी है। क्रूज पर 150 लोगों की क्षमता के तीन हाल और 15 लोगों की क्षमता का एक अति विशिष्ट कक्ष बनाया है। एक ट्रिप में दो घण्टे तक क्रूज पर सवारी का आनंद उठाया जा सकेगा।

समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने पर ही समावेशन सफल होगा: सीडीओ

गोरखपुर। पाठकम नियोजन और विकास विषय पर सीआरसी गोरखपुर में तीन दिवसीय सीआरई कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा ने संबोधित किया।

अपनी बात कहते हुए मीणा ने कहा कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति तक हमारी पहुंच नहीं होगी तब तक समावेशन पूर्ण रूप से सफल नहीं होगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सीपीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता ऋषभ यादव बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

बतौर रिसोर्स पर्सन मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर एस एन सिंह ने पाठ्यक्रम के निर्माण और विकास पर अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दूसरे तकनीकी सत्र को सीआरसी गोरखपुर के विशेष शिक्षक अरविंद कुमार पांडे ने संबोधित करते हुए पाठ्यक्रम के व्यवहारात्मक उद्देश्यों पर चर्चा किया।

सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि दिव्यांगता पुनर्वास में सीआरई कार्यक्रम का बहुत महत्व है ताकि पुनर्वास व्यावसायिक अपने ज्ञान को अपडेट कर सकें।

बता दें सीआरई कार्यक्रम भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त होता है जो पुनर्वास व्यवसायिकों को पंजीकरण नवीनीकरण के लिए आवश्यक होता है।

कार्यक्रम का संचालन नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं कार्यक्रम समन्वयक राजेश कुमार ने किया। नागेंद्र पांडे ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर देश के अलग-अलग भागों से पुनर्वास व्यवसायिकों ने प्रतिभाग किया।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मृणाली ने एसडीएम सदर का पदभार किया ग्रहण

गोरखपुर। 2021 बैच की आईएएस अधिकारी मृणाली अविनाश जोशी एसडीएम सदर का पद भार किया ग्रहण।

प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वकांक्षी योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए अपने सहयोगी कर्मचारियों के साथ मिलकर महत्वकांक्षी योजनाओं को गुणवत्ता युक्त निष्पक्ष बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहेगी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने बताया कि हमारे कार्यालय में आने वाले हर पीड़ित के साथ न्याय उचित न्याय संगत न्याय देने का कार्य किया जायेगा।

अधिवक्ताओं के साथ सामंजस बनाकर न्यायालय के कार्यों को निस्तारण करने का कार्य किया जाएगा जिससे वादकारियों को समय से न्याय मिल सके।

संघ लोक सेवा आयोग से चयनित 2021 बैच की आईएएस मृणाली अविनाश जोशी का पहला पोस्टिग अलीगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर था जिन्हें शासन ने गोरखपुर का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बनाया जिन्हे बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने सदर तहसील का एसडीम बनाया जो आज शुक्रवार को अपने कार्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया।

कार्यालय के संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी फरियादी को बार-बार परेशान ना किया जाए किसी भी पटल पर कोई भी फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए समया अवधि के अंदर निस्तारित करने का कार्य करेंगे

मृणाली अविनाश जोशी महाराष्ट्र प्रदेश के पुणे की रहने वाली हैं। अर्थशास्त्र में स्नातक एवं पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विषय में स्नातकोत्तर डिग्री धारक हैं।

अब गोरखपुर में एसडीएम सदर रहते हुए मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजनाओ परियोजनाओं को अपने सहयोगीयो के साथ मिलजुल कर कार्य करते हुए बुलंदियों पर ले जाने का कार्य करूंगी जिससे सदर तहसील वासियों को मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजनाओं व परियोजनाओं का लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर वासियों को दिया पांच सितारा होटल के रूप में कोर्टयार्ड बाय मैरियट की सौगात

गोरखपुर ।पूर्वांचल में योगियों की तपो भूमि कहे जाने वाले गोरखपुर वासियों को कोर्टयार्ड बाय मैरियट के नाम से पांच सितारा होटल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सौगात दिया।

होटल इंडस्ट्री में मैरियट एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है। गोरखपुर में रामगढ़ ताल के सामने 7.5 एकड़ में विकसित इस होटल को अत्यधिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।

होटल में विश्व स्तरीय रूम, डाइनिंग के साथ, फिटनेस सेंटर, स्पा आदि की भी सेवा उपलब्ध है। निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में उभरते गोरखपुर आने वाले उद्यमियों को कारोबारी तौर पर ठहरने के लिए एक और शानदार विकल्प उपलब्ध हो गया है। गोरखपुर के सिटी सेंटर से बसें और महायोगी गोरखनाथ एयरपोर्ट से मात्र 30 मिनट की ड्राइव पर सुविधाजनक रूप से स्थित 97 कमरों वाला यह होटल गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन और गोरखपुर बस स्टेशन के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

जहां से शांत व निर्मल पृष्ठभूमि के रूप में रामगढ़ ताल झील का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। यहां आने वाले यात्री महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस, यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल एवं भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी की यात्रा कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होटल के उद्घाटन अवसर पर कहा कि गोरखपुर लगातार में आयामों को छू रहा है इसी क्रम में यह पांच सितारा होटल यहां के लोगों को रोजगार के साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे बदलाव से भी रूबरू कराएगा।

इस अवसर पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह सूर्य प्रताप शाही सांसद रवि किशन शुक्ला कमलेश पासवान अतुल सर्राफ जगदीश आनंद अनूप सर्राफ सही तो बड़ी संख्या में स्थानीय लोग व कोर्टयार्ड बाय मैरियट के स्टाफ मौजूद रहे।

कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर ने खोले दरवाजे, इस ऐतिहासिक शहर की जीवंत संस्कृति और विरासत का अनुभव करने के लिए मेहमानों का स्वागत किया

गोरखपुर। मैरियट बॉनवॉय के 31 असाधारण ब्रांडों वाले पोर्टफोलियो के अंग, कोर्टयार्ड बाय मैरियट ने भारत के सबसे ऐतिहासिक शहरों में से एक के अंदर, अपने ब्रांड की शुरुआत का जश्न मनाते हुए, कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर के उद्घाटन का ऐलान किया है।

यात्रियों की जरूरतों को हर जगह बेहतर ढंग से पूरा करने के ब्रांड मिशन पर खरा उतरने वाला कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर, एक दुनियादार किंतु ऐसा आरामदायक माहौल उपलब्ध कराने के लिए तैयार है, जो मेहमानों को शक्ति देता है, फिर चाहे वे कारोबार या आनंद के लिए यात्रा कर रहे हों।

गोरखपुर के सिटी सेंटर में बसे और महायोगी गोरखनाथ एयरपोर्ट से मात्र 30 मिनट की ड्राइव पर सुविधाजनक रूप से स्थित, 97 कमरों वाला यह होटल, गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन और गोरखपुर बस स्टैंड के साथ अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जहां से शांत व निर्मल पृष्ठभूमि के रूप में रामगढ़ ताल झील का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाला गोरखपुर, मेहमानों को अपने ऐतिहासिक व प्रतिष्ठित स्थलों की विशाल सूची खोजने के लिए आमंत्रित करता है। मेहमान लोग पूजनीय गोरखनाथ मंदिर में पुष्पांजलि अर्पित कर सकते हैं, गीता प्रेस की गहन-गंभीर शिक्षाओं का अन्वेषण सकते हैं, तथा यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल एवं भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी की यात्रा कर सकते हैं। कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर में ठहरना, इस जीवंत शहर के विविधतापूर्ण और समृद्ध अनुभवों के दम पर आपके सफर को यादगार बनाने का वादा करता है।

मैरियट इंटरनेशनल के एरिया वाइस प्रेसिडेंट (दक्षिण एशिया) रंजू एलेक्स ने बताया, "ऐतिहासिक शहर गोरखपुर में कोर्टयार्ड बाय मैरियट की बेहतरीन मेहमाननवाजी और विश्वस्तरीय सुख-सुविधाओं को पेश करके हम बेहद खुश हैं।

गोरखपुर भारत के उन चंद शहरों में शामिल है, जो अपनी स्थानीय जीवनशैली और दिलकश प्राचीन वास्तुकला के माध्यम से गुजरे जमाने का जादू बरकरार रखते हैं। कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर का लॉन्च होने के साथ, उत्तर प्रदेश में मैरियट इंटरनेशनल की पांचवीं होटल खुल गई है, जो भारत के टियर-दो वाले प्रमुख बाजारों में विस्तार और विकास करने के प्रति हमारे समर्पण को रेखांकित करती है। यह नई पेशकश हमारे विविधता भरे पोर्टफोलियो को उन्नत बनाती है, और इसके साथ-साथ इस प्राचीन शहर की जीवंत खूबसूरती को देखने के इच्छुक कारोबारी और छुट्टियां बिताने आए यात्रियों की जरूरतें पूरी करती है।

होटल में 97 विशाल, आधुनिक और सुसज्जित कमरे मौजूद हैं, जिनमें 60 वर्ग मीटर वाले आठ आलीशान सुइट शामिल हैं, जो एक फ्लैट स्क्रीन टेलीविजन, एक आरामदायक वर्क डेस्क और हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस सहित कई सुख-सुविधाओं से लैस हैं।

आधुनिक डिजाइन और कार्यक्षमता के खरेपन का एक सबूत यह है कि हर कमरे के लिए सुखदायक सफेद रंग और मटियाली रंगत वाला पैलेट, आंखों को आराम देने के लिए चुना गया है, ताकि होटल के अंदर एक शांत और लुभावना माहौल रचा जा सके। आधुनिक सौंदर्यशास्त्र और काम में आने वाली डिजाइन का यह सामंजस्यपूर्ण मिश्रण सुनिश्चित करता है कि मेहमान एक ऐसी जगह पर आराम कर सकते हैं, काम कर सकते हैं और अपनी थकान मिटा सकते हैं, जो उनकी हर जरूरत को पूरा करती है।

होटल का दिन भर खुला रहने वाला खास डाइनिंग रेस्तरां जी .के .पी. एक जीवंत और शानदार जगह है, जिसे नाना प्रकार के स्वाद उपलब्ध कराने के लिए डिजाइन किया गया है। यह रेस्तरां एक ऐसे बुफे की पेशकश करता है, जो कॉन्टिनेंटल और पसंदीदा स्थानीय व्यंजनों के साथ-साथ, व्यक्तिगत रूप से किसी खास चीज का ऑर्डर किए जाने वाले मेनू का खातिरदारी करने वाला तालमेल है।

ओरिएंट का स्वाद चखने के लिए, मेहमान "एशियन बाउल" का आनंद उठा सकते हैं जो चीनी, जापानी और थाई व्यंजनों सहित स्वादिष्ट एशियाई व्यंजनों का मिश्रण पेश करता है। इसके अलावा, किसी कारोबारी बैठक या ताजा बनी कॉफी तथा लजीज सैंडविच व कई प्रकार के बेकरी व्यंजनों का जायका लेने के लिए लुभावनी कॉफी शॉप "कॉफी एंड क्रस्ट" बुक करने लायक एकदम सही जगह है।

इसी दौरान, घर से दूर रहते हुए भी अपने फिटनेस रुटीन बरकरार रखने की चाहत रखने वाले स्वास्थ्य के प्रति जागरूक यात्रियों के लिए, होटल का सुसज्जित फिटनेस सेंटर और एक रमणीय आउटडोर स्विमिंग पूल, तैराकी या तेज कसरत करने के लिए तैयार रहता है।

कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर में ईवेंट के चार वर्सेटाइल स्थल मौजूद हैं- इटरनिटी, लेक साइड लॉन, इलीट लॉन और सिग्नेट। इनके साथ-साथ यहां शादियों के लिए समर्पित एक वेडिंग स्टूडियो भी बनाया गया है, तथा 7300 वर्ग फुट का एक स्तंभरहित बॉलरूम भी तैयार है, जो बैठकों, सम्मेलनों, शादियों और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए सर्वथा उपयुक्त है।

"अपनी जीवंत और विविधतापूर्ण संस्कृति के लिए प्रसिद्ध भारत यात्रियों को आकर्षित करता है, और इसके असंख्य शहरों में से, कुछ चुनिंदा शहर अभी भी प्राचीन काल के समृद्ध ताने-बाने को प्रतिध्वनित करते हैं। गोरखपुर एक ऐसे ही रत्न के रूप में खड़ा है, और हम कोर्टयार्ड बाय मैरियट की मेहमाननवाजी को इस शहर की तासीर के साथ पिरोने में बड़ा गर्व महसूस कर रहे हैं।

कहना है कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर के होटल मैनेजर प्रसाद राव का। वह आगे बताते हैं, "उन लोगों को एक भद्र किंतु लुभावना माहौल प्रदान करना हमारी प्रतिबद्धता है, जो इस मनमोहक शहर की जीवनशैली और संस्कृति में डूब जाना चाहते हैं।

इस होटल से गोरखपुर का खास आकर्षण टपकता है, जो शहर की वास्तुकला, गर्मजोशी भरे आतिथ्य और स्वादिष्ट व्यंजनों सहित अन्य विशेषताओं के जरिए प्रकट होता है। हमें पूरा भरोसा है कि स्थानीय निवासी और वैश्विक मेहमान, दोनों इन खासियतों को समान रूप से अपनाएंगे।"

ब्लॉक प्रमुख ने कस्बे के व्यापारियों की समस्याएं सुनीं

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह ने आज खजनी कस्बे के व्यापारियों की समस्याएं सुनीं और उनके निवारण का आश्वासन दिया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज खजनी ब्लाॅक मुख्यालय में स्थित अपने कार्यालय में ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह ने कस्बे के व्यापार मंडल पदाधिकारियों और व्यापारियों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली।

व्यापारियों ने कस्बे में जल निकासी, नियमित स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल समेत दर्जनों मौलिक समस्याओं से ब्लॉक प्रमुख को अवगत कराया। व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए प्रमुख ने सभी समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से निराकरण के उपाय सुझाए।

व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनने के लिए उपस्थित व्यापारियों ने ब्लॉक प्रमुख के प्रति आभार जताया।

कार्यक्रम का संचालन अंशुमालीधर भक्ति द्विवेदी ने किया।

इस दौरान पूर्वांचल उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष दीनानाथ मोदनवाल, खजनी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रामवृक्ष वर्मा संरक्षक अनिल कुमार पांडेय समेत अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव एवं विचार व्यक्त किए। बैठक में श्रवण कुमार गुप्ता, ग्रामप्रधान अर्जुन जायसवाल, मल्लु अनिल कुमार वर्मा, त्रिलोकी गुप्ता, रामजी मद्धेशिया, राजेश कसौधन, त्रिलोकी गुप्ता, अशोक मोदनवाल, पंकज, राजेश कुमार, संतोष कुमार, मनोज पटवा, जयराम, बदरी गुप्ता, मनोज पटवा, अमरनाथ, विष्णु, आदर्श राम त्रिपाठी, प्रदीप, अजय समेत दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।

गलत रिपोर्ट लगा किया जा रहा थाने पर आइजीआरएस का निपटारा

सहजनवां, गोरखपुर।आमजन

की सुनवाई व त्वारित निस्तारण के लिए लागू पीएम हेल्पलाइन, सीएम पोर्टल में जिम्मेदार अधिकारी ही गुमराह कर फर्जी रिपोर्ट लगा रहे हैं।

दर्ज शिकायतों में बिना मौके पर जाए ही स्थलीय रिपोर्ट लगाई जा रही है। इससे आम नागरिकों को न्याय नहीं मिल पा रहा है और समस्या जस की तस बनी हुई है।

मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण की हर माह जिलाधिकारी समीक्षा करते है। उसके बाद भी आये दिन सहजनवां थाने पर शिकायतों के निस्तारण में हीलाहवाली व गलत रिपोर्ट लगाया जा रहा है।बानगी के तौर पर इन प्रकरणों को लिया जा सकता है,जो संबंधित विभाग की पोल खोल रहे है।

प्रकरण-एक,- सहजनवां थाना क्षेत्र के ग्राम कसरवल में पीएसी जवान दुर्गेश यादव के घर में हुई 5लाख से चोरी के मामले में मौका स्थल का बिना निरक्षण किये और प्रार्थी से बिना मिले सहजनवां थाने पर तैनात उ.नि. जितेन्द्र निर्मल के द्वारा गलत रिपोर्ट लगा दिया गया।

प्रकरण-दो-आईजीआरएस का दूसरा मामला सहजनवां थाना क्षेत्र के सीहापार निवासी दो युवकों मुकेश कुमार दुबे तथा यादवेन्द्र के बीच एक दुसरे पर लगा रहे,पैसों के मामले में मारपीट के बाद एक पक्ष से मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया तथा दुसरे पक्ष से प्रार्थी यादवेन्द्र द्वारा आईजीआरएस पर थाना सहजनवा पर दबाव में आकर एक पक्षीय कार्रवाई का मामला दर्ज कराया गया था।

जिस पर सहजनवां थाने में तैनात उप निरीक्षक विकास मिश्रा के द्वारा बिना जानकारी के या बिना प्रार्थी से मिले गलत रिपोर्ट लगा दिया गया है। जबकि सरकार द्वारा सभी को मौका मुआयना कर मामलों को निस्तारण करने का निर्देश दिया गया है।

मोटर एक्सीडेंट क्लेम संबंधित मामलों के लिए जाना माना नाम: एडवोकेट विंदेश्वर कुमार मौर्य

गोरखपुर। जनपद में कैम्पियरगंज थाना क्षेत्र के अलेनाबाद के मुल निवासी डा़ विन्देश्वर कुमार मौर्य जो 8 जिलों गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती,देवरिया, कुशीनगर, अयोध्या समेत अन्य जिलों में सिर्फ मोटर एक्सीडेंट क्लेम संबंधित मामलों की वकालत करने के लिए प्रचलित हो रहे हैं।

जो अभी तक लगभग 400 से भी अधिक मामलों का पूर्ण निस्तारण व संतुष्ट मुवक्किल कर चुके हैं।

मोटर एक्सीडेंट क्लेम संबंधित मामलों की पैरवी के लिए कम से कम प्रतिशत दर पर बिना किसी एडवांस फीस या खर्चे लिए कम से कम समय मे क्लेम दिलाने का काम कर रहे हैं।

इनसे आप किसी भी आपात स्थिति जैसे

मोटर/रोड एक्सीडेंट में मृत्यु होने में क्लेम दिलाने के अलावा छत से गिरने, पेड़ से गिरने, सांप काटने से, जानवर के मारने से, विद्युत करंट लगने से, पानी मे डूबने से, आकाशिय बिजली गिरने से, या किसी अन्य प्रकार से भी हुए प्राकृतिक आपदा में मृत्यु होने आदि पर क्लेम दिलाने का कार्य करते है।