इनलैंड वाटर वे ऑथॉरिटी से क्रूज सेवा को मिलेगा बढ़ावा: मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लैंड लॉक्ड स्टेट कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश में सरकार ने राप्ती, सरयू, गंगा और यमुना जैसी नदियों में इनलैंड वाटर वे सेवा शुरू करने के लिए इनलैंड वाटर वे ऑथॉरिटी का गठन किया है। इससे क्रूज सेवा को बढ़ावा मिलेगा और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा।

सीएम योगी शुक्रवार अपराह्न पर्यटन के नायाब केंद्र के रूप में उभरे सुरम्य रामगढ़ताल में क्वीन लेक क्रूज का उद्घाटन करने के बाद यहां ताल की जेट्टी पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के विजन के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सड़कों को टूलेन से फोरलेन, सिक्सलेन, एटलेन और ट्वेल्वलेन बनाया जा रहा है। यूपी में रेल और एयर कनेक्टिविटी भी शानदार है।

सीएम ने कहा कि इसके बावजूद यूपी को लैंड लॉक्ड स्टेट कहा जाता था। पर, पीएम मोदी ने इसका भी रास्ता निकाल दिया है। उनके मार्गदर्शन में वाराणसी से हल्दिया तक गंगा नदी में इनलैंड वाटर वे बनाकर क्रूज चलाया जा रहा है। क्रूज सेवा को बढ़ावा देने के लिए लिए यूपी में इनलैंड वाटर वे ऑथॉरिटी का भी गठन किया गया है।

शहर को जितना अच्छा रखेंगे उतना बढ़ेगा पर्यटन

सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर को आज अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त क्रूज के रूप में नया उपहार मिला है।

खास बात यह है कि इस क्रूज को तैयार करने में स्थानीय श्रमिकों ने योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हम जितना अच्छा शहर रखेंगे, उतनी ही पर्यटन की पर्यटन और विकास की संभावना बढ़ने के साथ नए रोजगार भी सृजित होंगे। यह एक तरह से जीवन चक्र जैसा है।

इसलिए सुरक्षा और अच्छा माहौल मिलेगा तो बाहर के लोग यहां आएंगे। हरेक क्षेत्र में निवेश होगा और शहर के साथ प्रदेश और देश आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत का जो सपना देखा है वह साकार होगा और सबके जीवन में खुशहाली आएगी।

वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां बढ़ाएं जीडीए व पर्यटन विभाग

मुख्यमंत्री ने कहा कि छह वर्ष पूर्व रामगढ़ताल की स्थिति क्या थी, यह सबने देखा है। अब यह नया पर्यटन स्थल बन चुका है। चारों ओर सड़कें और फुटपाथ बन चुका है। यहां की चमचमाती लाइट देखकर लोगों को लगता ही नहीं कि वे गोरखपुर में ही हैं।

उन्होंने कहा कि यह विकास की यह चमक बरकरार रहे, इसके लिए निरंतर सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। मुख्यमंत्री ने वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों को भी बढ़ाने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) और पर्यटन विभाग को मिलकर आगे बढ़ने का निर्देश दिया।

सीएम योगी के नेतृत्व में बदली यूपी के प्रति लोगों की धारणा : जयवीर सिंह

क्रूज के उद्घाटन समारोह में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि गोरखपुर के लिए यह गौरवशाली अवसर है। जो झील कभी गंदगी और उपेक्षा की पर्याय थी, आज वहां क्रूज सेवा शुरू हो गई।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग लगातार हर विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का विकास करा रहा है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा बदली है।

सीएम की प्रेरणा से रामगढ़ताल में क्रूज चलना ऐतिहासिक पल : रविकिशन

समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि रामगढ़ताल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा और उनकी सोच की परिणति में क्रूज का चलना ऐतिहासिक पल है।

यहां के लोगों को पहले क्रूज देखने गोवा जाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कायाकल्प कराए जाने के बाद रामगढ़ताल और इसके आसपास फिल्मों की शूटिंग पहले से ही हो रही है। क्रूज के उपहार से इसमें चार चांद लग गए। समारोह में गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंदवर्धन ने स्मृति चिन्ह भेंटकर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद कमलेश पासवान, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, विमलेश पासवान विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, आदि मौजूद रहे।

क्रूज पर सवार होकर सीएम योगी ने निहारा रामगढ़ताल को

क्रूज का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्रूज का अवलोकन किया और इस पर सवार होकर जलयात्रा की और रामगढ़ताल की सुंदरता का भी आनंद लिया। लेक क्वीन क्रूज के निर्माण पर 12 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आया है।

क्रूज में पंचसितारा होटल जैसी सुविधाएं विकसित की गईं हैं। लेक क्वीन पर शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन मिलेंगे। 2700 वर्गफीट के क्षेत्रफल वाले क्रूज पर तीन तल बनाए गए हैं। इसके अलावा एक वेटिंग प्लेटफार्म भी है। क्रूज पर 150 लोगों की क्षमता के तीन हाल और 15 लोगों की क्षमता का एक अति विशिष्ट कक्ष बनाया है। एक ट्रिप में दो घण्टे तक क्रूज पर सवारी का आनंद उठाया जा सकेगा।

समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने पर ही समावेशन सफल होगा: सीडीओ

गोरखपुर। पाठकम नियोजन और विकास विषय पर सीआरसी गोरखपुर में तीन दिवसीय सीआरई कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा ने संबोधित किया।

अपनी बात कहते हुए मीणा ने कहा कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति तक हमारी पहुंच नहीं होगी तब तक समावेशन पूर्ण रूप से सफल नहीं होगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सीपीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशासी अभियंता ऋषभ यादव बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

बतौर रिसोर्स पर्सन मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर एस एन सिंह ने पाठ्यक्रम के निर्माण और विकास पर अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दूसरे तकनीकी सत्र को सीआरसी गोरखपुर के विशेष शिक्षक अरविंद कुमार पांडे ने संबोधित करते हुए पाठ्यक्रम के व्यवहारात्मक उद्देश्यों पर चर्चा किया।

सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि दिव्यांगता पुनर्वास में सीआरई कार्यक्रम का बहुत महत्व है ताकि पुनर्वास व्यावसायिक अपने ज्ञान को अपडेट कर सकें।

बता दें सीआरई कार्यक्रम भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त होता है जो पुनर्वास व्यवसायिकों को पंजीकरण नवीनीकरण के लिए आवश्यक होता है।

कार्यक्रम का संचालन नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं कार्यक्रम समन्वयक राजेश कुमार ने किया। नागेंद्र पांडे ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर देश के अलग-अलग भागों से पुनर्वास व्यवसायिकों ने प्रतिभाग किया।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मृणाली ने एसडीएम सदर का पदभार किया ग्रहण

गोरखपुर। 2021 बैच की आईएएस अधिकारी मृणाली अविनाश जोशी एसडीएम सदर का पद भार किया ग्रहण।

प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वकांक्षी योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए अपने सहयोगी कर्मचारियों के साथ मिलकर महत्वकांक्षी योजनाओं को गुणवत्ता युक्त निष्पक्ष बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहेगी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने बताया कि हमारे कार्यालय में आने वाले हर पीड़ित के साथ न्याय उचित न्याय संगत न्याय देने का कार्य किया जायेगा।

अधिवक्ताओं के साथ सामंजस बनाकर न्यायालय के कार्यों को निस्तारण करने का कार्य किया जाएगा जिससे वादकारियों को समय से न्याय मिल सके।

संघ लोक सेवा आयोग से चयनित 2021 बैच की आईएएस मृणाली अविनाश जोशी का पहला पोस्टिग अलीगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर था जिन्हें शासन ने गोरखपुर का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बनाया जिन्हे बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने सदर तहसील का एसडीम बनाया जो आज शुक्रवार को अपने कार्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया।

कार्यालय के संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी फरियादी को बार-बार परेशान ना किया जाए किसी भी पटल पर कोई भी फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए समया अवधि के अंदर निस्तारित करने का कार्य करेंगे

मृणाली अविनाश जोशी महाराष्ट्र प्रदेश के पुणे की रहने वाली हैं। अर्थशास्त्र में स्नातक एवं पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विषय में स्नातकोत्तर डिग्री धारक हैं।

अब गोरखपुर में एसडीएम सदर रहते हुए मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजनाओ परियोजनाओं को अपने सहयोगीयो के साथ मिलजुल कर कार्य करते हुए बुलंदियों पर ले जाने का कार्य करूंगी जिससे सदर तहसील वासियों को मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजनाओं व परियोजनाओं का लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर वासियों को दिया पांच सितारा होटल के रूप में कोर्टयार्ड बाय मैरियट की सौगात

गोरखपुर ।पूर्वांचल में योगियों की तपो भूमि कहे जाने वाले गोरखपुर वासियों को कोर्टयार्ड बाय मैरियट के नाम से पांच सितारा होटल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सौगात दिया।

होटल इंडस्ट्री में मैरियट एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है। गोरखपुर में रामगढ़ ताल के सामने 7.5 एकड़ में विकसित इस होटल को अत्यधिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।

होटल में विश्व स्तरीय रूम, डाइनिंग के साथ, फिटनेस सेंटर, स्पा आदि की भी सेवा उपलब्ध है। निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में उभरते गोरखपुर आने वाले उद्यमियों को कारोबारी तौर पर ठहरने के लिए एक और शानदार विकल्प उपलब्ध हो गया है। गोरखपुर के सिटी सेंटर से बसें और महायोगी गोरखनाथ एयरपोर्ट से मात्र 30 मिनट की ड्राइव पर सुविधाजनक रूप से स्थित 97 कमरों वाला यह होटल गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन और गोरखपुर बस स्टेशन के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

जहां से शांत व निर्मल पृष्ठभूमि के रूप में रामगढ़ ताल झील का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। यहां आने वाले यात्री महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर, गीता प्रेस, यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल एवं भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी की यात्रा कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होटल के उद्घाटन अवसर पर कहा कि गोरखपुर लगातार में आयामों को छू रहा है इसी क्रम में यह पांच सितारा होटल यहां के लोगों को रोजगार के साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे बदलाव से भी रूबरू कराएगा।

इस अवसर पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह सूर्य प्रताप शाही सांसद रवि किशन शुक्ला कमलेश पासवान अतुल सर्राफ जगदीश आनंद अनूप सर्राफ सही तो बड़ी संख्या में स्थानीय लोग व कोर्टयार्ड बाय मैरियट के स्टाफ मौजूद रहे।

कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर ने खोले दरवाजे, इस ऐतिहासिक शहर की जीवंत संस्कृति और विरासत का अनुभव करने के लिए मेहमानों का स्वागत किया

गोरखपुर। मैरियट बॉनवॉय के 31 असाधारण ब्रांडों वाले पोर्टफोलियो के अंग, कोर्टयार्ड बाय मैरियट ने भारत के सबसे ऐतिहासिक शहरों में से एक के अंदर, अपने ब्रांड की शुरुआत का जश्न मनाते हुए, कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर के उद्घाटन का ऐलान किया है।

यात्रियों की जरूरतों को हर जगह बेहतर ढंग से पूरा करने के ब्रांड मिशन पर खरा उतरने वाला कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर, एक दुनियादार किंतु ऐसा आरामदायक माहौल उपलब्ध कराने के लिए तैयार है, जो मेहमानों को शक्ति देता है, फिर चाहे वे कारोबार या आनंद के लिए यात्रा कर रहे हों।

गोरखपुर के सिटी सेंटर में बसे और महायोगी गोरखनाथ एयरपोर्ट से मात्र 30 मिनट की ड्राइव पर सुविधाजनक रूप से स्थित, 97 कमरों वाला यह होटल, गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन और गोरखपुर बस स्टैंड के साथ अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जहां से शांत व निर्मल पृष्ठभूमि के रूप में रामगढ़ ताल झील का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाला गोरखपुर, मेहमानों को अपने ऐतिहासिक व प्रतिष्ठित स्थलों की विशाल सूची खोजने के लिए आमंत्रित करता है। मेहमान लोग पूजनीय गोरखनाथ मंदिर में पुष्पांजलि अर्पित कर सकते हैं, गीता प्रेस की गहन-गंभीर शिक्षाओं का अन्वेषण सकते हैं, तथा यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल एवं भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी की यात्रा कर सकते हैं। कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर में ठहरना, इस जीवंत शहर के विविधतापूर्ण और समृद्ध अनुभवों के दम पर आपके सफर को यादगार बनाने का वादा करता है।

मैरियट इंटरनेशनल के एरिया वाइस प्रेसिडेंट (दक्षिण एशिया) रंजू एलेक्स ने बताया, "ऐतिहासिक शहर गोरखपुर में कोर्टयार्ड बाय मैरियट की बेहतरीन मेहमाननवाजी और विश्वस्तरीय सुख-सुविधाओं को पेश करके हम बेहद खुश हैं।

गोरखपुर भारत के उन चंद शहरों में शामिल है, जो अपनी स्थानीय जीवनशैली और दिलकश प्राचीन वास्तुकला के माध्यम से गुजरे जमाने का जादू बरकरार रखते हैं। कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर का लॉन्च होने के साथ, उत्तर प्रदेश में मैरियट इंटरनेशनल की पांचवीं होटल खुल गई है, जो भारत के टियर-दो वाले प्रमुख बाजारों में विस्तार और विकास करने के प्रति हमारे समर्पण को रेखांकित करती है। यह नई पेशकश हमारे विविधता भरे पोर्टफोलियो को उन्नत बनाती है, और इसके साथ-साथ इस प्राचीन शहर की जीवंत खूबसूरती को देखने के इच्छुक कारोबारी और छुट्टियां बिताने आए यात्रियों की जरूरतें पूरी करती है।

होटल में 97 विशाल, आधुनिक और सुसज्जित कमरे मौजूद हैं, जिनमें 60 वर्ग मीटर वाले आठ आलीशान सुइट शामिल हैं, जो एक फ्लैट स्क्रीन टेलीविजन, एक आरामदायक वर्क डेस्क और हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस सहित कई सुख-सुविधाओं से लैस हैं।

आधुनिक डिजाइन और कार्यक्षमता के खरेपन का एक सबूत यह है कि हर कमरे के लिए सुखदायक सफेद रंग और मटियाली रंगत वाला पैलेट, आंखों को आराम देने के लिए चुना गया है, ताकि होटल के अंदर एक शांत और लुभावना माहौल रचा जा सके। आधुनिक सौंदर्यशास्त्र और काम में आने वाली डिजाइन का यह सामंजस्यपूर्ण मिश्रण सुनिश्चित करता है कि मेहमान एक ऐसी जगह पर आराम कर सकते हैं, काम कर सकते हैं और अपनी थकान मिटा सकते हैं, जो उनकी हर जरूरत को पूरा करती है।

होटल का दिन भर खुला रहने वाला खास डाइनिंग रेस्तरां जी .के .पी. एक जीवंत और शानदार जगह है, जिसे नाना प्रकार के स्वाद उपलब्ध कराने के लिए डिजाइन किया गया है। यह रेस्तरां एक ऐसे बुफे की पेशकश करता है, जो कॉन्टिनेंटल और पसंदीदा स्थानीय व्यंजनों के साथ-साथ, व्यक्तिगत रूप से किसी खास चीज का ऑर्डर किए जाने वाले मेनू का खातिरदारी करने वाला तालमेल है।

ओरिएंट का स्वाद चखने के लिए, मेहमान "एशियन बाउल" का आनंद उठा सकते हैं जो चीनी, जापानी और थाई व्यंजनों सहित स्वादिष्ट एशियाई व्यंजनों का मिश्रण पेश करता है। इसके अलावा, किसी कारोबारी बैठक या ताजा बनी कॉफी तथा लजीज सैंडविच व कई प्रकार के बेकरी व्यंजनों का जायका लेने के लिए लुभावनी कॉफी शॉप "कॉफी एंड क्रस्ट" बुक करने लायक एकदम सही जगह है।

इसी दौरान, घर से दूर रहते हुए भी अपने फिटनेस रुटीन बरकरार रखने की चाहत रखने वाले स्वास्थ्य के प्रति जागरूक यात्रियों के लिए, होटल का सुसज्जित फिटनेस सेंटर और एक रमणीय आउटडोर स्विमिंग पूल, तैराकी या तेज कसरत करने के लिए तैयार रहता है।

कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर में ईवेंट के चार वर्सेटाइल स्थल मौजूद हैं- इटरनिटी, लेक साइड लॉन, इलीट लॉन और सिग्नेट। इनके साथ-साथ यहां शादियों के लिए समर्पित एक वेडिंग स्टूडियो भी बनाया गया है, तथा 7300 वर्ग फुट का एक स्तंभरहित बॉलरूम भी तैयार है, जो बैठकों, सम्मेलनों, शादियों और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए सर्वथा उपयुक्त है।

"अपनी जीवंत और विविधतापूर्ण संस्कृति के लिए प्रसिद्ध भारत यात्रियों को आकर्षित करता है, और इसके असंख्य शहरों में से, कुछ चुनिंदा शहर अभी भी प्राचीन काल के समृद्ध ताने-बाने को प्रतिध्वनित करते हैं। गोरखपुर एक ऐसे ही रत्न के रूप में खड़ा है, और हम कोर्टयार्ड बाय मैरियट की मेहमाननवाजी को इस शहर की तासीर के साथ पिरोने में बड़ा गर्व महसूस कर रहे हैं।

कहना है कोर्टयार्ड बाय मैरियट गोरखपुर के होटल मैनेजर प्रसाद राव का। वह आगे बताते हैं, "उन लोगों को एक भद्र किंतु लुभावना माहौल प्रदान करना हमारी प्रतिबद्धता है, जो इस मनमोहक शहर की जीवनशैली और संस्कृति में डूब जाना चाहते हैं।

इस होटल से गोरखपुर का खास आकर्षण टपकता है, जो शहर की वास्तुकला, गर्मजोशी भरे आतिथ्य और स्वादिष्ट व्यंजनों सहित अन्य विशेषताओं के जरिए प्रकट होता है। हमें पूरा भरोसा है कि स्थानीय निवासी और वैश्विक मेहमान, दोनों इन खासियतों को समान रूप से अपनाएंगे।"

ब्लॉक प्रमुख ने कस्बे के व्यापारियों की समस्याएं सुनीं

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह ने आज खजनी कस्बे के व्यापारियों की समस्याएं सुनीं और उनके निवारण का आश्वासन दिया।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज खजनी ब्लाॅक मुख्यालय में स्थित अपने कार्यालय में ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह ने कस्बे के व्यापार मंडल पदाधिकारियों और व्यापारियों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली।

व्यापारियों ने कस्बे में जल निकासी, नियमित स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल समेत दर्जनों मौलिक समस्याओं से ब्लॉक प्रमुख को अवगत कराया। व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए प्रमुख ने सभी समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से निराकरण के उपाय सुझाए।

व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनने के लिए उपस्थित व्यापारियों ने ब्लॉक प्रमुख के प्रति आभार जताया।

कार्यक्रम का संचालन अंशुमालीधर भक्ति द्विवेदी ने किया।

इस दौरान पूर्वांचल उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष दीनानाथ मोदनवाल, खजनी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रामवृक्ष वर्मा संरक्षक अनिल कुमार पांडेय समेत अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव एवं विचार व्यक्त किए। बैठक में श्रवण कुमार गुप्ता, ग्रामप्रधान अर्जुन जायसवाल, मल्लु अनिल कुमार वर्मा, त्रिलोकी गुप्ता, रामजी मद्धेशिया, राजेश कसौधन, त्रिलोकी गुप्ता, अशोक मोदनवाल, पंकज, राजेश कुमार, संतोष कुमार, मनोज पटवा, जयराम, बदरी गुप्ता, मनोज पटवा, अमरनाथ, विष्णु, आदर्श राम त्रिपाठी, प्रदीप, अजय समेत दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।

गलत रिपोर्ट लगा किया जा रहा थाने पर आइजीआरएस का निपटारा

सहजनवां, गोरखपुर।आमजन

की सुनवाई व त्वारित निस्तारण के लिए लागू पीएम हेल्पलाइन, सीएम पोर्टल में जिम्मेदार अधिकारी ही गुमराह कर फर्जी रिपोर्ट लगा रहे हैं।

दर्ज शिकायतों में बिना मौके पर जाए ही स्थलीय रिपोर्ट लगाई जा रही है। इससे आम नागरिकों को न्याय नहीं मिल पा रहा है और समस्या जस की तस बनी हुई है।

मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण की हर माह जिलाधिकारी समीक्षा करते है। उसके बाद भी आये दिन सहजनवां थाने पर शिकायतों के निस्तारण में हीलाहवाली व गलत रिपोर्ट लगाया जा रहा है।बानगी के तौर पर इन प्रकरणों को लिया जा सकता है,जो संबंधित विभाग की पोल खोल रहे है।

प्रकरण-एक,- सहजनवां थाना क्षेत्र के ग्राम कसरवल में पीएसी जवान दुर्गेश यादव के घर में हुई 5लाख से चोरी के मामले में मौका स्थल का बिना निरक्षण किये और प्रार्थी से बिना मिले सहजनवां थाने पर तैनात उ.नि. जितेन्द्र निर्मल के द्वारा गलत रिपोर्ट लगा दिया गया।

प्रकरण-दो-आईजीआरएस का दूसरा मामला सहजनवां थाना क्षेत्र के सीहापार निवासी दो युवकों मुकेश कुमार दुबे तथा यादवेन्द्र के बीच एक दुसरे पर लगा रहे,पैसों के मामले में मारपीट के बाद एक पक्ष से मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया तथा दुसरे पक्ष से प्रार्थी यादवेन्द्र द्वारा आईजीआरएस पर थाना सहजनवा पर दबाव में आकर एक पक्षीय कार्रवाई का मामला दर्ज कराया गया था।

जिस पर सहजनवां थाने में तैनात उप निरीक्षक विकास मिश्रा के द्वारा बिना जानकारी के या बिना प्रार्थी से मिले गलत रिपोर्ट लगा दिया गया है। जबकि सरकार द्वारा सभी को मौका मुआयना कर मामलों को निस्तारण करने का निर्देश दिया गया है।

मोटर एक्सीडेंट क्लेम संबंधित मामलों के लिए जाना माना नाम: एडवोकेट विंदेश्वर कुमार मौर्य

गोरखपुर। जनपद में कैम्पियरगंज थाना क्षेत्र के अलेनाबाद के मुल निवासी डा़ विन्देश्वर कुमार मौर्य जो 8 जिलों गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती,देवरिया, कुशीनगर, अयोध्या समेत अन्य जिलों में सिर्फ मोटर एक्सीडेंट क्लेम संबंधित मामलों की वकालत करने के लिए प्रचलित हो रहे हैं।

जो अभी तक लगभग 400 से भी अधिक मामलों का पूर्ण निस्तारण व संतुष्ट मुवक्किल कर चुके हैं।

मोटर एक्सीडेंट क्लेम संबंधित मामलों की पैरवी के लिए कम से कम प्रतिशत दर पर बिना किसी एडवांस फीस या खर्चे लिए कम से कम समय मे क्लेम दिलाने का काम कर रहे हैं।

इनसे आप किसी भी आपात स्थिति जैसे

मोटर/रोड एक्सीडेंट में मृत्यु होने में क्लेम दिलाने के अलावा छत से गिरने, पेड़ से गिरने, सांप काटने से, जानवर के मारने से, विद्युत करंट लगने से, पानी मे डूबने से, आकाशिय बिजली गिरने से, या किसी अन्य प्रकार से भी हुए प्राकृतिक आपदा में मृत्यु होने आदि पर क्लेम दिलाने का कार्य करते है।

ब्लॉक के शिक्षकों के लिए जन जागरूकता प्रशिक्षण आयोजित

पाली, सहजनवां। बीआरसी पाली में जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण गोरखपुर द्वारा ब्लॉक के शिक्षकों को 15 दिसम्बर दिन शुक्रवार को जन जागरूकता प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी पाली रजनीश कुमार द्विवेदी ने कहां की हमें किसी भी आपदा से निपटने की तैयारी उससे पूर्व ही कर लेनी चाहिए क्योंकि जब आपदा आती है तब हमें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है

इसलिए हम अगर आज से ही उसके लिए तैयार रहे तो उन समस्याओं का हमें कम से कम सामना करना पड़ेगा आप सभी इस प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से करें क्योंकि यह प्रशिक्षण हमारे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों की सुरक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं ।

प्रशिक्षण में जिला आपदा प्राधिकरण गोरखपुर के मनोज कुमार जायसवाल, अमित शाही, मारकंडेश्वर नाथ चौबे, मनीराम यादव, संजीव राय, प्रकांत सिंह, ओमकार मद्धेशिया, कृष्णानंद, शुभम सिंह आदि उपस्थित रहे।

*समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप अध्ययन बढ़ाएं संस्थान : मुख्यमंत्री*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों या अन्य शिक्षण संस्थानों को टापू या तटस्थ बने रहने की बजाय समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। उच्च शिक्षण संस्थानों को चाहिए वे समाज की व्यावहारिक आवश्यकताओं के अनुरूप अध्ययन बढ़ाएं। व्यावहारिक आवश्यकताओं को समझने के लिए सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान पर निर्भर रहने की बजाय फील्ड में अनुभव हासिल करने और रिसर्च पर ध्यान देना होगा।

सीएम योगी शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय व फार्मेसी संकाय के संयुक्त तत्वावधान एवं ट्रांसलेशन बायोमेडिकल रिसर्च सोसायटी के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे। एडवांसेज एंड ऑपर्चुनिटीज इन ड्रग डिस्कवरी फ्रॉम नेचुरल प्रोडक्ट्स 'बायोनेचर कॉन-2023' विषयक संगोष्ठी के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नवाचार और अनुसंधान से तटस्थ होने के कारण भारत पिछड़ गया था और यहां के शिक्षण संस्थान डिग्री बांटने के केंद्र तक सीमित हो गए थे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ सालों में इस दिशा में सुधार के प्रयास हुए तो अब अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं।

कई विभागों के समन्वय से प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा को मिलेगी ऊंचाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुनिया में प्राकृतिक संसाधनों से पारंपरिक चिकित्सा भारत की देन है।

वर्तमान समय मे इसे आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने कई विभागों के बीच आपसी समन्वय पर जोर देते हुए कहा कि आपसी आयुर्वेद, फार्मेसी, बायो केमिस्ट्री, कृषि जैसे कई विभागों के समन्वय से प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा को एक नई ऊंचाई मिल सकती है। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े लोग प्राकृतिक संसाधनों से औषधि बनाने के क्षेत्र में बहुत योगदान दे सकते हैं।

पैकेजिंग पर भी देना होगा पूरा ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से बनने वाली औषधियों की क्वालिटी पर फोकस करने के साथ पैकेजिंग पर भी पूरा ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की दवा पुड़िया बांधकर देने से रोगी को ही विश्वास नहीं होता जबकि यही दवा टैबलेट के रूप में उसका विश्वास बढ़ाती है। दवाओं को इसी अनुरूप में तैयार और पैक करना होगा।

दो हजार एकड़ में बन रहा फार्मा पार्क

सीएम योगी ने कहा कि सरकार ललितपुर में दो हजार एकड़ में फार्मा पार्क बना रही है। इसके साथ ही मेडिकल डिवाइस पार्क को विकसित करने पर भी तेजी से काम चल रहा है।

डाटा संग्रहण आज की आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने डाटा संग्रहण को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि डॉक्टर और नर्स रोगियों से जुड़े विभिन्न आंकड़ों को संग्रहित कर उसे एक बड़े शोध का आधार बना सकते हैं।

सीएम ने साझा किया इंसेफेलाइटिस नियंत्रण का अनुभव

राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान मुख्यमंत्री ने इंसेफेलाइटिस नियंत्रण के अपने अनुभव को भी साझा किया।

बताया कि 1977 से लेकर 2017 तक करीब 50 हजार बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस की वजह से हो गई। जापान में इसके लिए वैक्सीन 1905 में ही बन गई थी जबकि भारत में वैक्सीन 2005 में उपलब्ध हुई, उसका भी उत्पादन मांग से काफी कम रहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की करीब तीन करोड़ की आबादी के सापेक्ष इंसेफेलाइटिस वैक्सीन महज एक लाख डोज मिल रही थी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में प्रदेश की कमान सम्भालने के बाद स्वास्थ्य विभाग को नोडल बनाकर कई विभागों के बीच अंतर विभागीय समन्वय से चालीस साल के दंश को चार साल में दूर कर दिया गया। इंसेफेलाइटिस नियंत्रण का यह मॉडल कोरोना के सफल प्रबंधन में भी काम आया और हर जगह यूपी के कोरोना प्रबंधन की सराहना हुई।

भारत के हर गांव में हैं औषधियोग्य प्राकृतिक संसाधन: डॉ. रेड्डी

राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने कहा कि पूरा विश्व एक बार फिर आरोग्यता व रोग निदान के लिए प्राकृतिक संसाधनों से बनीं औषधियों को तेजी से अपना रहा है। प्राकृतिक संसाधनों से बनने वाली दवाओं के प्रति भारत के लिए यह अवसर है क्योंकि भारत के हर गांव में पौधों, पत्थरों और यहां तक कि मिट्टी के रूप में औषधियोग्य प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा भारत प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा करने की जननी है। ब्रह्मांड के पहले चिकित्सक चरक और सुश्रुत यहीं होते थे। प्राचीन काल में यहां सर्जरी भी होती थी। डॉ. रेड्डी ने कहा कि करीब दो सौ साल से मॉडर्न साइंस टेक्नोलॉजी से आई दवाओं का नकारात्मक असर लोगों को फिर से प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा की तरफ मोड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी माना है कि 60 प्रतिशत लोग हर्बल या नेचुरल मेडिसिन का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग यह मानने लगे हैं कि सस्टेनेबल लिविंग के लिए नेचुरल होना पड़ेगा। डॉ रेड्डी ने कहा कि आज जरूरत है कि नए सिरे से चिकित्सा में काम आने योग्य प्राकृतिक संसाधनों की खोज हो, दवा के रूप में उनकी प्रोसेसिंग तेज की जाए और गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए उनकी मार्केटिंग की जाए।

उन्होंने योग की तर्ज पर प्राकृतिक संसाधनों से बनने वाली औषधियों की ब्रांडिंग की जरूरत जताई। डीआरडीओ के पूर्व में अध्यक्ष रहे डॉ रेड्डी ने यूपी में डिफेंस कॉरिडोर और ब्रह्मोस मिसाइल बनाने का केंद्र बनाए जाने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजनरी नेतृत्व का परिणाम बताया।

संस्कृति, विज्ञान व अनुसंधान का मूर्त रूप है महायोगी गोरखनाथ विवि : डॉ. जीएन सिंह

राष्ट्रीय संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि प्राचीन काल में भारत अपनी संस्कृति के साथ विज्ञान और अनुसंधान के लिए विख्यात था। गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ ने संस्कृति, विज्ञान और अनुसंधान की इसी परिकल्पना को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के रूप में साकार दिया है। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी होने जा रही है। पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। भारत को विश्व की सबसे बड़ी ताकत बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

आभार ज्ञापन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने किया जबकि मुख्य अतिथि का स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र देकर अभिवादन कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने किया। मुख्यमंत्री, मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह ने राष्ट्रीय संगोष्ठी की रूपरेखा और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य अतिथि डॉ. जी. सतीश रेड्डी, विशिष्ट अतिथि डॉ. जीएन सिंह ने भारत माता, मां सरस्वती और गुरु गोरखनाथ के चित्र पर पुष्पांजलि की। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन, विधायक महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. गणेश कुमार, गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस समेत बारह राज्यों के डेढ़ सौ से अधिक वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ, डेलीगेट, संगोष्ठी के प्रतिभागी, शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

स्मारिका और डॉ प्रदीप राव की दो पुस्तकों का हुआ विमोचन

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री, मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने राष्ट्रीय संगोष्ठी की स्मारिका तथा महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव द्वारा संपादित दो पुस्तकों 'प्राचीन भारत के राज्य कर्मचारी' व 'नाथपंथ: वर्तमान उपादेयता का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य' का विमोचन किया।

नर्सिंग कॉलेज को मिली कौशल प्रयोगशाला की सौगात

राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल होने से पूर्व सीएम योगी ने गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में कौशल प्रयोगशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रयोगशाला का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं को भी देखा।

यूनियन बैंक शाखा का सीएम ने किया उद्घाटन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के समीप यूनियन बैंक की शाखा और एटीएम का उद्घाटन किया।