*समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप अध्ययन बढ़ाएं संस्थान : मुख्यमंत्री*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों या अन्य शिक्षण संस्थानों को टापू या तटस्थ बने रहने की बजाय समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। उच्च शिक्षण संस्थानों को चाहिए वे समाज की व्यावहारिक आवश्यकताओं के अनुरूप अध्ययन बढ़ाएं। व्यावहारिक आवश्यकताओं को समझने के लिए सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान पर निर्भर रहने की बजाय फील्ड में अनुभव हासिल करने और रिसर्च पर ध्यान देना होगा।

सीएम योगी शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय व फार्मेसी संकाय के संयुक्त तत्वावधान एवं ट्रांसलेशन बायोमेडिकल रिसर्च सोसायटी के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे। एडवांसेज एंड ऑपर्चुनिटीज इन ड्रग डिस्कवरी फ्रॉम नेचुरल प्रोडक्ट्स 'बायोनेचर कॉन-2023' विषयक संगोष्ठी के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नवाचार और अनुसंधान से तटस्थ होने के कारण भारत पिछड़ गया था और यहां के शिक्षण संस्थान डिग्री बांटने के केंद्र तक सीमित हो गए थे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ सालों में इस दिशा में सुधार के प्रयास हुए तो अब अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं।

कई विभागों के समन्वय से प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा को मिलेगी ऊंचाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुनिया में प्राकृतिक संसाधनों से पारंपरिक चिकित्सा भारत की देन है।

वर्तमान समय मे इसे आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने कई विभागों के बीच आपसी समन्वय पर जोर देते हुए कहा कि आपसी आयुर्वेद, फार्मेसी, बायो केमिस्ट्री, कृषि जैसे कई विभागों के समन्वय से प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा को एक नई ऊंचाई मिल सकती है। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े लोग प्राकृतिक संसाधनों से औषधि बनाने के क्षेत्र में बहुत योगदान दे सकते हैं।

पैकेजिंग पर भी देना होगा पूरा ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से बनने वाली औषधियों की क्वालिटी पर फोकस करने के साथ पैकेजिंग पर भी पूरा ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की दवा पुड़िया बांधकर देने से रोगी को ही विश्वास नहीं होता जबकि यही दवा टैबलेट के रूप में उसका विश्वास बढ़ाती है। दवाओं को इसी अनुरूप में तैयार और पैक करना होगा।

दो हजार एकड़ में बन रहा फार्मा पार्क

सीएम योगी ने कहा कि सरकार ललितपुर में दो हजार एकड़ में फार्मा पार्क बना रही है। इसके साथ ही मेडिकल डिवाइस पार्क को विकसित करने पर भी तेजी से काम चल रहा है।

डाटा संग्रहण आज की आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने डाटा संग्रहण को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि डॉक्टर और नर्स रोगियों से जुड़े विभिन्न आंकड़ों को संग्रहित कर उसे एक बड़े शोध का आधार बना सकते हैं।

सीएम ने साझा किया इंसेफेलाइटिस नियंत्रण का अनुभव

राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान मुख्यमंत्री ने इंसेफेलाइटिस नियंत्रण के अपने अनुभव को भी साझा किया।

बताया कि 1977 से लेकर 2017 तक करीब 50 हजार बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस की वजह से हो गई। जापान में इसके लिए वैक्सीन 1905 में ही बन गई थी जबकि भारत में वैक्सीन 2005 में उपलब्ध हुई, उसका भी उत्पादन मांग से काफी कम रहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की करीब तीन करोड़ की आबादी के सापेक्ष इंसेफेलाइटिस वैक्सीन महज एक लाख डोज मिल रही थी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में प्रदेश की कमान सम्भालने के बाद स्वास्थ्य विभाग को नोडल बनाकर कई विभागों के बीच अंतर विभागीय समन्वय से चालीस साल के दंश को चार साल में दूर कर दिया गया। इंसेफेलाइटिस नियंत्रण का यह मॉडल कोरोना के सफल प्रबंधन में भी काम आया और हर जगह यूपी के कोरोना प्रबंधन की सराहना हुई।

भारत के हर गांव में हैं औषधियोग्य प्राकृतिक संसाधन: डॉ. रेड्डी

राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने कहा कि पूरा विश्व एक बार फिर आरोग्यता व रोग निदान के लिए प्राकृतिक संसाधनों से बनीं औषधियों को तेजी से अपना रहा है। प्राकृतिक संसाधनों से बनने वाली दवाओं के प्रति भारत के लिए यह अवसर है क्योंकि भारत के हर गांव में पौधों, पत्थरों और यहां तक कि मिट्टी के रूप में औषधियोग्य प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा भारत प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा करने की जननी है। ब्रह्मांड के पहले चिकित्सक चरक और सुश्रुत यहीं होते थे। प्राचीन काल में यहां सर्जरी भी होती थी। डॉ. रेड्डी ने कहा कि करीब दो सौ साल से मॉडर्न साइंस टेक्नोलॉजी से आई दवाओं का नकारात्मक असर लोगों को फिर से प्राकृतिक संसाधनों से चिकित्सा की तरफ मोड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी माना है कि 60 प्रतिशत लोग हर्बल या नेचुरल मेडिसिन का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग यह मानने लगे हैं कि सस्टेनेबल लिविंग के लिए नेचुरल होना पड़ेगा। डॉ रेड्डी ने कहा कि आज जरूरत है कि नए सिरे से चिकित्सा में काम आने योग्य प्राकृतिक संसाधनों की खोज हो, दवा के रूप में उनकी प्रोसेसिंग तेज की जाए और गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए उनकी मार्केटिंग की जाए।

उन्होंने योग की तर्ज पर प्राकृतिक संसाधनों से बनने वाली औषधियों की ब्रांडिंग की जरूरत जताई। डीआरडीओ के पूर्व में अध्यक्ष रहे डॉ रेड्डी ने यूपी में डिफेंस कॉरिडोर और ब्रह्मोस मिसाइल बनाने का केंद्र बनाए जाने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजनरी नेतृत्व का परिणाम बताया।

संस्कृति, विज्ञान व अनुसंधान का मूर्त रूप है महायोगी गोरखनाथ विवि : डॉ. जीएन सिंह

राष्ट्रीय संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि प्राचीन काल में भारत अपनी संस्कृति के साथ विज्ञान और अनुसंधान के लिए विख्यात था। गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ ने संस्कृति, विज्ञान और अनुसंधान की इसी परिकल्पना को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के रूप में साकार दिया है। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी होने जा रही है। पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। भारत को विश्व की सबसे बड़ी ताकत बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

आभार ज्ञापन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने किया जबकि मुख्य अतिथि का स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र देकर अभिवादन कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने किया। मुख्यमंत्री, मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह ने राष्ट्रीय संगोष्ठी की रूपरेखा और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य अतिथि डॉ. जी. सतीश रेड्डी, विशिष्ट अतिथि डॉ. जीएन सिंह ने भारत माता, मां सरस्वती और गुरु गोरखनाथ के चित्र पर पुष्पांजलि की। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन, विधायक महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. गणेश कुमार, गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस समेत बारह राज्यों के डेढ़ सौ से अधिक वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ, डेलीगेट, संगोष्ठी के प्रतिभागी, शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

स्मारिका और डॉ प्रदीप राव की दो पुस्तकों का हुआ विमोचन

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री, मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने राष्ट्रीय संगोष्ठी की स्मारिका तथा महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव द्वारा संपादित दो पुस्तकों 'प्राचीन भारत के राज्य कर्मचारी' व 'नाथपंथ: वर्तमान उपादेयता का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य' का विमोचन किया।

नर्सिंग कॉलेज को मिली कौशल प्रयोगशाला की सौगात

राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल होने से पूर्व सीएम योगी ने गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में कौशल प्रयोगशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रयोगशाला का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं को भी देखा।

यूनियन बैंक शाखा का सीएम ने किया उद्घाटन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के समीप यूनियन बैंक की शाखा और एटीएम का उद्घाटन किया।

*कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन*

गोरखपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कौड़ीराम के प्रांगण में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

जिसमें आए 162 मरीजों में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव द्वारा बारी बारी से हर एक का मूल्यांकन, सलाह और परामर्श दिया गया। सभी लोगों की जांच कर उचित परामर्श एवं निशुल्क दवाई दी गई। शिविर में आए लोगों को शिविर की कैंसर जागरूकता समूह ने सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, माउथ कैंसर आदि के बारे में जागरूक किया। कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

महिलाओं को स्तन परीक्षण की स्व-तकनीक सीखने में मदद करना और परिवार में अन्य महिलाओं को भी पढ़ाना और उनकी बेटियों की जाँच करने की विधि को बताने के बारे में बताया गया। सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे और कई लोगो को कैंसर से बचाव, लक्षण और कैंसर होने पर तुरंत इलाज कराना की सलाह दें जिससे कैंसर ठीक हो जाए।

शिविर में प्रभार चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष कुमार वर्मा, डॉ. विनय श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, रवि राय, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, सविता, नारद, अंकित पांडेय, अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य बहुत सराहनीय रहा।

अखिल भारतीय परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों ने बढ़ाया क्षेत्र का मान

खजनी गोरखपुर।विद्या भारती द्वारा साहिबाबाद गाजियाबाद में आयोजित अखिल भारतीय गणित मेला 2023 में सरस्वती शिशु मंदिर खजनी बाजार के छात्रों भैया सूर्यांश रमन, अतुल कुमार मोदनवाल और पीयूष धर दुबे की सयुंक्त टीम ने अखिल भारतीय स्तर पर हुई प्रतियोगिता परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय और क्षेत्र का मान बढ़ाया।

छात्रों के सम्मान में विद्यालय द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में विद्यालय के अध्यक्ष बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी प्रबंधक गोरख प्रसाद प्रजापति एवं गोपाल शिक्षा समिति गोरखपुर के मंत्री राकेश कुमार मौर्या ने छात्रों और उनके अभिभावकों को स्मृति चिन्ह एवं नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर अतिथियों का परिचय एवं स्वागत विद्यालय के प्रधानाचार्य बृजराज मिश्र ने किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य संतोष दुबे, चंद्रभूषण पांडेय,श्यामसुंदर सिंह, राजेश्वर राज,दिवाकर शुक्ल,मनीष पांडेय तथा विद्यालय के आचार्य सूर्यदेव तिवारी,शैलेंद्र मिश्र,अशोक तिवारी,तारकेश्वर शुक्ल,रणधीर सिंह,गोरखनाथ त्रिपाठी,आकाश अग्रवाल,उमा प्रसाद,मोनी गुप्ता, अन्नपूर्णा मिश्रा,रंजना शर्मा,नीतू राय आदि उपस्थित रहे।

मदीना मस्जिद में मनाया गया हाफिजे मिल्लत का उर्स-ए-पाक

गोरखपुर। मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में गुरुवार को दीनी शिक्षा के क्षेत्र में अलग पहचान रखने वाली शिक्षण संस्था अल जामियतुल अशरफिया के संस्थापक हाफिजे मिल्लत हजरत शाह अब्दुल अजीज अलैहिर्रहमां का 49वां उर्स-ए-पाक अदब व एहतराम के साथ मनाया गया।

मस्जिद के इमाम मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने कहा कि हाफिजे मिल्लत ने पूरी ज़िंदगी अल्लाह, रसूल व इंसानों की सेवा में गुजार कर दीन और दुनिया दोनों में अपना नाम रोशन कर लिया। आपका पैग़ाम था कि " जमीन के ऊपर काम, जमीन के नीचे आराम" यानी जब तक इंसान ज़िंदा रहे मजहब, मुल्क व इंसानियत की सेवा कर नेक अमल करता रहे ताकि मौत के बाद कब्र में चैन व सुकून हासिल हो सके।

मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर में कारी मो. अनस रजवी, हाफिज सैफ अली व हाफिज अशरफ रजा ने कहा कि हाफिजे मिल्लत ने कौम की दीनी और दुनियावी रहनुमाई की। मदरसा मिस्बाहुल उलूम को अल जामियतुल अशरफिया का रूप दिया। आपने इत्तेहाद व इत्तेहाफ का संदेश दिया, ताकि पूरी दुनिया में इत्तेहाद व इत्तेफाक का माहौल बने और अमन शांति कायम हो सके।

हाफिजे मिल्लत 20वीं सदी की अज़ीम शख्सियत थे। उन्होंने तालीम व तरबीयत (संस्कार) के मैदान में बड़ा कारनामा अंजाम दिया। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमन व सलामती की दुआ मांगी गई।

पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र श्रीवास्तव ने संभाला कार्य भार

गोरखपुर। तेज तर्रार मृदुल भाषी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक उत्तरी का पदभार अपने कार्यालय पहुंचकर संभाला कार्यालय में लंबित फाइलों का निस्तारण कर आए हुए फरियादियों की समस्याओं से रूबरू होकर संबंधित थाना प्रभारीओ को टेलीफोन से वार्ता कर समस्याओं को निस्तारण करने का निर्देश दिया।

थाना प्रभारी को यह भी निर्देश दिया कि किसी भी फरियादी को बार-बार थाने पर दौड़ाया ना जाए उनके समस्याओं का गुण दोष के आधार पर थाने पर ही निस्तारण किया जाए छोटी से छोटी घटनाओं की सूचना पर तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर अपने सीनियर अधिकारी को थाना प्रभारी कराए अवगत। श्रीवास्तव अभी तक मेरठ जनपद में पुलिस अधीक्षक यातायात का दायित्व संभाल रहे अब नई जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक उत्तरी का पद भार संभाल लिया।

श्रीवास्तव ने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। उत्तरी सर्कल के अपराधियों के साथ सख्ती से पेश आकर अपराध पर नियंत्रण किया जायेगा।

मूल रूप से फिरोजाबाद के रहने वाले जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव विभिन्न जनपदों कानपुर लखनऊ इटावा कासगंज सीतापुर बदायूं जनपद में विभिन्न पदों पर जिम्मेदारियां सकुशल निर्वहन कर चुके है।

श्रीवास्तव मेरठ जैसे शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने में अपना अहम योगदान दे कर यातायात व्यवस्था सुचारू रूप संचालित करवाने में अपना अहम योगदान दिए जिसे मेरठ वासी सदैव याद करेंगे अब जिन्हें शासन द्वारा पुलिस अधीक्षक उत्तरी के पद पर भेजा गया है उत्तरी सर्कल में कानून का राज कायम करने में अपना अहम योगदान देंगे जिससे अपराध मुक्त सर्कल रहे।

श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तरी सर्कल में कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखकर लोगों को सुरक्षा का अहसास कराना तथा पीड़ित की समस्याओं का समाधान करना पुलिस का सबसे अहम और मूलभूत काम है। इस काम को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ किया जाएगा।

उत्तरी सर्किल में कानून का राज कायम रखने के लिए सक्रिय चल रहे अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर गिरफ्तारी की जाएगी और जेल भेजा जाएगा।

भूमि विवादों के निस्तारण में राजस्व विभाग की भूमिका काफी अहम होती है। राजस्व विभाग से तालमेल स्थापित कर इस तरह के विवादों को हल कराने की कोशिश की जाएगी।

सर्किल के टॉप टेन बदमाशों और उनके गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। थाने के टॉप टेन बदमाशों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा अपराधियों की जगह सिर्फ जेल है उन्हें जेल भेजने का कार्य किया जाएगा।

गोरखपुर महोत्सव, खिचड़ी मेला की तैयारी बैठक एडीजी जोन के अध्यक्षता में हुई आयोजित

गोरखपुर।गोरखपुर महोत्सव 2024 और खिचड़ी मेला को सकुशल संपन्न कराने के लिए मंडलायुक्त सभागार में एडीजी जोन अखिल कुमार के अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को गोरखपुर महोत्सव 11, 12, 13 जनवरी 2024 और खिचड़ी मेला 14, 15 जनवरी 2024 को महोत्सव और मेला में दिए गए जिम्मेदारियां का निर्वहन करते हुए संपन्न कराने में अपना अहम योगदान दें।

बैठक में एडीजी जोन अखिल कुमार आईजी रेंज गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर जे रविंदर गौड मंडलायुक्त अनिल ढींगरा जिला अधिकारी कृष्ण करुणेश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई नगर आयुक्त गौरव सोगरावल गीडा सीईओ अनुज मलिक जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन महोत्सव समिति सचिव पर्यटन अधिकारी रविंद्र मिश्रा एस पी ट्रैफिक श्याम देव एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट मंगलेश दुबे सीएमओ आशुतोष दुबे डीएसओ रामेंद्र प्रताप सिंह सदर तहसीलदार विकास कुमार सिंह सहित संबंधित विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे।

सड़क हादसे में घायल छात्रा की मौत

खजनी गोरखपुर।खजनी थाना क्षेत्र के बांसगांव मार्ग पर स्थित हरदीडीह चौराहे पर बुधवार को एक तेज रफ्तार बोलेरो गाड़ी की ठोकर से घायल छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई। बुद्धवार को छात्रा सड़क हादसे में घायल हो गई थी। इलाज के लिए परिजन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज गए थे, जहां उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र के कोठा गांव की निवासी सुष्मिता उर्फ लाली (11वर्ष) कक्षा तीन की छात्रा थी। बुधवार को अपने गांव के पास हरदीडीह चौराहे के पास खड़ी थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार बोलेरो की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गयी।

घायल छात्रा को दुर्घटना करने वाली गाड़ी से ही इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल में भर्ती कराया गया। इलाज दौरान गंभीर रूप से घायल छात्रा की मौत के बाद बोलेरो चालक गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। मेडिकल कॉलेज चौकी पुलिस गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है।

सपना को मिला अन्नपूर्णा अवार्ड

गोरखपुर। लखनऊ शेफ्स पंख फाउण्डेशन द्वारा लखनऊ शेफ्स कार्यक्रम का आयोजन होटल नेक्सेस नाका चारबाग लखनाऊ में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधान परिषद् सदस्य पवन कुमार चौहान रहे व अध्यक्षता फाउण्डेशन की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी लाल ने किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के शेफ्स एवं खाद्य क्षेत्र में काम कर रही स्टार्टअप कम्पनियों को उनके विशेष कार्यों के आधार पर सम्मानित किया गया।

गोरखपुर शहर से द ज्वाय ऑफ बेकिंग की मैनेजिंग डायरेक्टर व शेफ सपना कुमार विश्वकर्मा को उनके बेकिंग क्षेत्रों में किए गए कार्य हेतु अन्नापूर्णा अवार्ड से सम्मानित किया गया। सपना कुमारी विश्वकर्मा इससे पहले भी दिल्ली में आयोजित बेकरर्स ऑफ दिल्ली एवार्ड, बिकानेर में आयोजित स्वाद की रसोई में मिठाई के क्षेत्र में प्रथम स्थान सहित अनेकों पुरस्कार पा चुकी है।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एम.एल.सी. चौहान ने कहा कि महिलाओं के आत्मनिर्भर होने से भारत आत्मनिर्भर बनेगा।

अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रीमती शालिनी ने कहा कि यह पुरस्कार खाद्य क्षेत्र में बेहत्तर कार्य कर रही स्टार्टअप कम्पनिओं को उत्साहित करने हेतु दिया गया है।

सपना विश्वकर्मा भौतिक विज्ञान से परास्नातक होने के बाद भी द ज्वाय ऑफ बेकिंग स्टार्टअप कम्पनी को चला रही हैं और गोरखपुर क्षेत्र के एक नामी शेफ के रूप में जानी जाती हैं, जो कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।

अन्नपूर्णा एवार्ड पाने पर सपना कुमार विश्वकर्मा के परिवार व नन्दानगर मोहल्ले के लोगों में उत्साह की लहर है।

अधिकारियों के पास न्याय के लिए भटक रहा सेना का जवान

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के बिगही गांव के निवासी योगेन्द्र यादव की पत्नी रेनू देवी की जमीन आराजी संख्या 228 रकबा 0.348 हेक्टेयर भूमि में अपने हक और हिस्से की 0.125/0.348 हेक्टेयर भूमि पर अपना कब्जा पाने के लिए प्रतिपक्षीयों से विवाद है।

सक्षम न्यायालय द्वारा स्पष्ट आदेश के बाद भी उन्हें तहसील प्रशासन द्वारा अपने हिस्से की जमीन जोत विभाजन की पैमाईश में तहसील प्रशासन के द्वारा हीलाहवाली की जा रही है। रेनू देवी के पुत्र जितेंद्र यादव सेना के जवान हैं।

उन्होंने बताया कि तहसील और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के पास फरियाद करके परेशान हो चुके हैं। कई बार छुट्टी लेकर घर आ चुके हैं। सक्षम न्यायालय के द्वारा दो बार कब्जा दखल के लिए स्पष्ट आदेश दिया गया है। बीते 12 दिसंबर 2023 को कमिश्नर अनिल कुमार ढ़िगरा द्वारा एसडीएम खजनी को कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया है।

जितेन्द्र कुमार ने बताया कि तहसील प्रशासन द्वारा उन्हें न्याय दिलाने में कोई रुचि नहीं ली जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि बीते दिनों वे मुख्यमंत्री जनता दरबार में अपनी फरियाद लेकर प्रस्तुत हुए थे,जहां पर मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट ने उनसे प्रार्थना पत्र लेकर एसडीएम खजनी को सौंप दिया था।

किंतु तहसीलदार खजनी के द्वारा उनके प्रार्थनापत्र को फेंक दिया गया और कोई कार्रवाई नहीं की गई। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एक सैनिक के रूप में देश की रक्षा में लगा सेना का जवान अपने हक और हिस्से की जमीन पाने के लिए अधिकारियों के पास चक्कर लगा कर परेशान हो चुके हैं।

इस संदर्भ में उप जिलाधिकारी खजनी राजू कुमार से वार्ता का प्रयास किया गया किन्तु सफलता नहीं मिली।

सीआरसी गोरखपुर में आयोजित हुई एकदिवसीय अभिभावक संगोष्ठी

गोरखपुर। विकासात्मक दिव्यांगता से ग्रसित दिव्यांग बालकों के संवेदी, शैक्षिक एवं व्यवहारिक प्रबंधन विषय पर सीआरसी गोरखपुर में एक दिवसीय अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिव्यांगजनों के अभिभावकों ने प्रतिभाग किया। विकासात्मक दिव्यांगता से ग्रसित बच्चों के संवेदी प्रशिक्षण पर बात करते हुए विकासात्मक चिकित्सक श्री संजय प्रताप सिंह ने कहा कि विकासात्मक दिव्यांगता वाले बच्चों का संवेदी प्रशिक्षण अति आवश्यक है। उनके संवेदी प्रशिक्षण के उपरांत ही उनका शैक्षिक पुनर्वास किया जा सकता है। शैक्षिक पुनर्वास के महत्व की चर्चा करते हुए राजेश कुमार यादव ने घर में किए जाने वाले क्रिया-कलापों की चर्चा की ताकि उन बच्चों का शैक्षिक परिमार्जन किया जा सके।

नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक राजेश कुमार ने कहा कि यदि हम इन बच्चों का मनोसामाजिक पुनर्वास करना चाहते हैं तो इन बच्चों का स्क्रीन समय थोड़ा काम करना पड़ेगा।

सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेन्द्र यादव ने कार्यक्रम की सफलता पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की तथा दिव्यांगजनों हेतु भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम को संचालित करते रहने पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक अरविंद कुमार पांडे ने किया। रॉबिन ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।