*पल्स पोलियो अभियान की तरह घर घर जाएगी स्वास्थ्य विभाग की टीम, खोजेंगे कुष्ठ रोगी*

गोरखपुर।वर्ष 2030 तक जनपद को कुष्ठ से मुक्त करने के लिए प्रयासों की कड़ी में 21 दिसम्बर से चार जनवरी तक कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलाया जाएगा ।

इस बार का अभियान पल्स पोलियो की तरह चलेगा, जिसमें घर घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम नये कुष्ठ रोगियों को खोजेगी । इस संबंध में सभी अधीक्षक और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में सोमवार को प्रशिक्षित किया गया । प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने की ।

जिला कुष्ठ रोग अधिकारी ने कहा कि नये रोगी खोजने के साथ साथ समाज में यह संदेश प्रसारित करना होगा कि कुष्ठ रोग न तो अनुवांशिक है और न ही यह पूर्व जन्म के कर्म का फल है । यह एक बीमारी है, जो बेक्टेरिया से होती है। अगर कुष्ठ की समय से पहचान हो जाए तो यह छह माह से एक वर्ष के भीतर इलाज से ठीक हो जाता है। इलाज की सुविधा ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में उपलब्ध है । कुष्ठ की पहचान कर शीघ्र इलाज कर देने से मरीज दिव्यांगता और विकृति के खतरे से बच जाता है । अगर शरीर के किसी अंग में कोई सुन्न दाग या धब्बा है जिसका रंग चमड़ी के रंग से हल्का है तो यह कुष्ठ भी हो सकता है । ऐसा लक्षण दिखने पर अभियान के दौरान घर आने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम को सभी लोग जानकारी दें। ऐसे लोगों की जांच कराई जाएगी और कुष्ठ मिलने पर सम्पूर्ण इलाज किया जाएगा ।

डॉ यादव ने बताया कि कुष्ठ में सुन्न दाग धब्बों की संख्या जब पांच या पांच से कम होती है और कोई नस प्रभावित नहीं होती या केवल एक नस प्रभावित होती है तो मरीज को पासी बेसिलाई (पीबी) कुष्ठ रोगी कहते हैं जो छह माह के इलाज में ठीक हो जाता है । अगर सुन्न दाग धब्बों की संख्या छह या छह से अधिक हो और दो या दो से अधिक नसें प्रभावित हों तो ऐसे रोगी को मल्टी बेसिलाई (एमबी) कुष्ठ रोगी कहते हैं और इनका इलाज होने पर साल भर का समय लगता है । कुष्ठ रोगी को छूने और हाथ मिलाने से इस रोग का प्रसार नहीं होता। रोगी से अधिक समय तक अति निकट संपर्क में रहने पर उसके ड्रॉपलेट्स के जरिये ही बीमारी का संक्रमण हो सकता है । इस मौके पर कुष्ठ रोग विभाग से डॉ भोला गुप्ता, डॉ आरिफ, महेंद्र चौधरी आदि प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

प्रत्येक टीम में दो सदस्य होंगे

जिला कुष्ठ रोग परामर्शदाता डॉ भोला गुप्ता ने बताया कि अभियान के लिए जिले में 5232 टीम बनाई जाएंगी। प्रत्येक टीम में एक पुरूष और एक आशा कार्यकर्ता होंगी । एक टीम एक दिन में 30 से 35 घरों में जाकर स्क्रीनिंग करेगी । जिले की 53.28 लाख आबादी के बीच नये कुष्ठ होगी खोजे जाएंगे। जिले में इस समय सक्रिय कुष्ठ रोगियों की संख्या 224 है और व्यापकता दर 0.42 है ।

ब्लॉक पर देना है प्रशिक्षण

पिपराईच सीएचसी के अधीक्षक डॉ मणि शेखर ने बताया कि प्रशिक्षण में संचार और स्क्रीनिंग संबंधी जो जानकारी मिली है उसे ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण के जरिये आशा कार्यकर्ता तक पहुंचाया जाएगा । ब्लॉक के प्रत्येक घर पर पहुंच कर विभागीय टीम कुष्ठ रोगी खोजेगी ।

*दो सगी जुड़वा बहनों को नहीं मिल रहा न्याय दर-दर भटकने पर मजबूर*

गोरखपुर। जिले के सहजनवां थाना क्षेत्र के रिठुआखोर की रहने वाली दो सगी जुड़वा बहने ने बीते दो महिने पहले सहजनवां थाने पर तहरीर देकर सौतेले बाप पर छेड़खानी का आरोप लगाई थी उसे दौरान सहजनवा पुलिस ने सौतेले बाप पर पास को एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर तलाश जारी है ।लेकिन अभी तक सहजनवा पुलिस सौतेले बाप को पकड़ने में नाकामयाब रही।

वहीं दूसरी तरफ सगी मां और सौतेले बाप ने प्रेस क्लब जाकर अपनी ही बेटियों,सहित दर्जनों रिश्तेदारों पर भी जिस्मफरोशी का धंधा करने का आरोप लगा रहे हैं।

इस मामले को लेकर दोनों जुड़वा बहनों ने बताया के मेरे सौतेले बाप की पहले भी शादी हुई थी जिसकी पहली पत्नी को दो बेटियां एक बेटा है और यह अपनी सगी बेटियों के साथ भी छेड़खानी करता था। जिसकी वजह से मां अपनी बेटियों को लेकर घर छोड़ कर चली गई और उसके बाद मेरी मां से इसका रिलेशन बन गया और दोनों एक साथ रहने लगें।

दोनों युवतियों ने शिकायती पत्र देकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

*सुब्रमण्यम भारती ने भारत को भाषा के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया - डॉक्टर विजय प्रताप निषाद*

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्कीबाग गोरखपुर में भारतीय भाषा महोत्सव कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि डॉक्टर विजय प्रताप निषाद (असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी विभाग उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय पडरौना कुशीनगर) ने कहा कि सुब्रमण्यम भारती ने दक्षिण भारत से लेकर समूचे उत्तर भारत में राष्ट्रभाषा हिंदी के प्रचार प्रसार में अपना योगदान दिया है।

हिंदी साहित्य भाषा से लेकर अन्य भारतीय भाषा में उनका योगदान सराहनीय रहा। भाषा से लेकर सामाजिक सरोकार राष्ट्रीय आंदोलन में भी उनकी भागीदारी रही। क्रांतिकारी कवि ने काशी में भी कुछ समय व्यतीत करके अपनी सामाजिक समरसता के द्वारा पूरे राष्ट्र को एक धागे में बांधने का कार्य किया। साथ ही उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं के द्वारा भाषा सीखने को सरल बनाया जा सकता है।

राष्ट्रीय विकास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए इस प्रकार से बढ़ावा देना होगा। इनका जन्म 11 दिसंबर 1882 तमिलनाडु में हुआ था। एक प्रसिद्ध लेखक ,कवि, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी और तमिलनाडु के समाज सुधारक थे। आप महाकवि भारती के रूप में प्रसिद्ध है।

आधुनिक तमिल कविता के अग्रदूत हैं, भारती जी के साहित्य में लगभग सब कुछ समाहित था। जैसे धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक पहलू आदि।

विद्यालय की प्रथम सहायक रुक्मिणी उपाध्याय जी ने अतिथि परिचय कराया एवं कार्यक्रम की प्रस्तावकी प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज जो भारतीय भाषा महोत्सव हम सभी यहां मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं इसका उद्देश्य देश को, छात्रों को एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल के अंतर्गत भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं पर विभिन्न गतिविधियों अथवा परियोजनाओं द्वारा उत्साहित करना है।

इस अवसर पर भजन ‘नाथों के नाथ’, भैया संदेश ने कहानी के माध्यम से, भाषण बहन आराध्या पाण्डेय, रजत पाण्डेय, कविता अमरेंद्र पाण्डेय, रिया, चुटकुला देवांश, सुमित तथा दहेज प्रथा पर एकादश की बहनों द्वारा भावनात्मक नाटक प्रस्तुत किया गया।

आभार ज्ञापन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य अमर सिंह जी द्वारा, शांति मंत्र निर्मल यादव जी द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

*आईजीएल कम्पनी में मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन।*

सहजनवां,गोरखपुर। इंडिया ग्लाईकॉल्स लिमिटेड के बिजनेस हेड एस के शुक्ल के मार्गदर्शन में आज कंपनी परिसर में सुबह ११ बजे मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ और यह आयोजन प्लांट हेड शैलेन्द्र पांडेय के उपस्थिति में संपन्न हुआ।

मॉक ड्रिल की अध्यक्षता वरिष्ठ प्रबंधक प्रशासन एवं जनसम्पर्क डॉ सुनील कुमार मिश्रा ने किया। आईजीएल कंपनी में आनसाइट इमरजेंसी प्लान के तहत मॉक ड्रिल किया गया। मॉक ड्रिल में आपात स्थिति में बचाव के उपायों को परखा गया। मॉक ड्रिल में एथेनॉल टैंक में आग की घटना एवं गैस रिसाव तथा फायर नियंत्रण के तरीकों को परखा गया।

सुबह 11.00 बजे मॉक ड्रिल आयोजित की गई। मॉक ड्रिल में कंपनी के कर्मचारियों एवं अधिकारियो को संभावित जानमाल की हानि रोकने के तरीके को उत्तर प्रदेश फायर सर्विसेस गीडा के प्रभारी लाल साहब यादव द्वारा बताया गया । साथ ही आपात स्थिति में इन स्थिति से कैसे निपटा जाएं इस विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।

इस दौरान मॉक ड्रिल में कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधकगण,कर्मचारी व अग्निशमन अधिकारी, अन्य प्रतिस्थित कंपनियों के सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे।

*अब नौसड़ चौराहे पर नहीं लगेगा जाम, एडीजी, मंडलायुक्त, डीएम व एसएसपी ने किया निरीक्षण*

गोरखपुर। जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए एडीजी जोन कमिश्नर डीएम एसएसपी नगर आयुक्त एसपी सिटी एडीएम सिटी सिटी मजिस्ट्रेट नौसड चौराहे पर लगने वाले जाम से निजात कैसे आम जनमानस को मिले जिससे सुचारू रूप से आवागमन चलाता रहे संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।

एडीजी जोन ने सभी अधिकारियों से वार्ताकार कहा आम जनमानस की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चौराहे के अगल-बगल की दुकान को व्यवस्थित किया जाए जिससे चौराहे पर लगने वाले जाम से निजात मिल सके।

पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को के निर्देशित किया गया कि चौराहे पर किए जा रहे सुंदरीकरण कार्यों को और पीछे बंधे से सटा कर किया जाए जिससे आवागमन प्रभावित ना होने पाए इस दौरान एडीजी जोन अखिल कुमार मंडलायुक्त अनिल ढींगरा जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट मंगलेश दुबे पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई थाना अध्यक्ष गीड़ा राजेंद्र सिंह सहित संबंधित अधिकारी गण मौजूद हैं।

*टीचर प्रीमियर लीग फाइनल जीता पाली*

सहजनवां,गोरखपुर। गोरखपुर में चल रहे टीचर प्रीमियर लीग का फाइनल मैच पाली और गोला के बीच में खेला गया जिसमें पाली ने गोला को एक तरफा मुकाबले में हराकर जीत हासिल की पाली ने टास जीत कर पहले बैटिंग करने का फैसला किया ,पाली ने विशाल दुबे के नाबाद 34 बॉल में 104 रन और कृष्णानंद त्रिपाठी के नाबाद 21 वेदों में 54 रन की बदौलत 6 विकेट पर निर्धारित 12 ओवर में 175 रन का स्कोर बनाया ।

गोला की तरफ से रामनिवास यादव ने दो विकेट लिया जवाब में बल्लेबाजी करते हुए गोला की टीम ने निर्धारित 12 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 136 रन बना सकी। जिसमे वेदप्रकाश ने सर्वाधिक 34 रन बनाया पाली की तरफ से कृष्णगोपाल ने 4 विकेट और कृष्णानंद ने 2 विकेट लिया इस तरह पाली ने 39 रनों से इस महा मुकाबला को जीत लिया।

मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द टूर्नामेंट विशाल दुबे रहे

टूर्नामेंट के बाद मीडिया से बात करते हुए पाली राइडर्स के कप्तान मारकंडेश्वर नाथ चौबे ने कहा कि हमारी टीम ने एकजुट होकर और शुरू से ट्राफी जीत का संकल्प लेकर खेल को खेल भावना से खेला जिसे आज पूरा किया।

सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए खंड शिक्षा अधिकारी पाली रजनीश कुमार द्विवेदी ने कहा कि आप सभी ने अपने मेहनत और लगन से इस टूर्नामेंट को लगातार दूसरी बार जीता है हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

पाली टीम के प्रायोजक एपीएस ड्रीम्स होम प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अभय सिंह ने भी सभी खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामना दिया।पाली को लगातार दूसरी बार ट्रॉफी जीतने पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष राजेश धर दुबे,आयोजक उमेश चंद्र शुक्ला,भर्रोहिया अध्यक्ष गोविंद राय, जिला उपाध्यक्ष विपिन बिहारी घर दुबे, जिला संयुक्त मंत्री योगेश कुमार शुक्ला, वशिष्ठ त्रिपाठी, जिला प्रचार मंत्री महेंद्र नाथ चतुर्वेदी माही ,रजनीश सिंह ,प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक मंत्री प्रभाकर सिंह,मनीराम यादव ,कुलदीप दुबे पाली टीम के प्रायोजक एपीएस ड्रीम्स होम्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अभय सिंह आदि ने बधाई दिया है

*मुस्लिमों में शिक्षा की बहार लाने के लिए पढ़ाई जरूरी : गाजिया खानम*

गोरखपुर। रविवार को मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर में महिलाओं की 'बज्मे कनीजाने आयशा' नाम से महफिल हुई। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत फिजा खातून ने की। हम्द व नात अनाया फातिमा, सना खान व नूर सबा ने पेश की। अध्यक्षता आसमा बेगम व नूर जहां ने की। संचालन फलक खातून ने किया। महिलाओं को शिक्षा की महत्ता व वुजू आदि का तरीका बताया गया।

मुख्य वक्ता मुफ्तिया गाजिया खानम अमजदी ने कहा कि महिलाओं में शिक्षा की अहमियत सबसे ज्यादा है। अगर घर मे महिलाएं शिक्षित होंगी तो बच्चों की परवरिश पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है। महिलाएं बच्चों की प्रथम पाठशाला होती है। उसमें भी अगर महिलाओं को बेहतर दीनी शिक्षा मिले तो घर के बच्चों को भी अच्छी परवरिश मिलती है। शिक्षा तरक्की की कुंजी है। शिक्षा के बगैर कोई कौम या समाज तरक्की नहीं कर सकता। 

उन्होंने मदरसा व स्कूलों का स्तर बेहतर बनाने पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थाओं को क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान देना चाहिए। लड़कियों की शिक्षा समाज और मुल्क की तरक्की के लिए जरूरी है। खुद शिक्षा हासिल करने और लड़के-लड़कियों को बगैर भेदभाव शिक्षा देने की पूरी कोशिश करें।

अदीबा फातिमा ने कहा कि मकसदे ज़िंदगी अल्लाह की बंदगी और अल्लाह व रसूल के बताये हुए अहकाम के मुताबिक अपने आपको ढ़ालना है। मुस्लिम समाज में शिक्षा की बहुत अधिक कमी है। जिसकी वजह से समस्याएं विकराल रूप ले रही हैं। इसमें सुधार के लिए समाज के बुद्धिजीवी वर्ग को आगे आकर अमली काम करने की आवश्यकता है। शिक्षा की रौशनी इंसान को बुराई से रोकती और नेक बनाती है। किसी समाज या मुल्क की तरक्की और बेहतरी के लिए बच्चों की शिक्षा बेहद जरूरी है।  

अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो शांति की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई। महफिल में छात्रा खुशी नूर, हिफ्जा करीम, साजिया खातून, अंजुम आरा, मुस्कान, तमन्ना, मरियम, शिफा खातून, तैबा नूर, कुलसुम फातिमा, सानिया खातून, अफीना खातून, मरियम खातून, शबीना खातून, सबा परवीन, किताबुन्निशा, सहाबिया खातून सहित तमाम महिलाएं शामिल हुईं।

जाति का जहर ही देश की गुलामी का कारण था: सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जाति का जहर ही देश की गुलामी का कारण था। कुछ लोग आज भी जाति के नाम पर समाज को बांटना चाहते हैं। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जाति के जहर को समाज में घोलने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना पड़ेगा। इस जहर से किसी का हित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में जो भी व्यक्ति कार्य कर रहा है, उसे राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

इससे ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार हो सकेगी। सीएम योगी ने कहा कि हमारे शिक्षण संस्थान डिग्री बांटने का अड्डा न बनें, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का माध्यम बनकर उभरें।

सीएम योगी ने यह बातें रविवार को जवाहरलाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बांसगांव के पूर्व ब्लॉक प्रमुख बाबू चतुर्भुज सिंह की प्रतिमा के अनावरण के उपरांत आयोजित समारोह में कहीं।

विपरीत परिस्थितियों से जूझने की थी बाबू चतुर्भुज सिंह की प्रवृत्ति

उन्होंने कहा कि बाबू चतुर्भुज सिंह की विपरीत परिस्थितियों से जूझने की प्रवृत्ति थी। वह वरिष्ठ समाजसेवी थे।

सुख-दुख में प्रत्येक व्यक्ति के साथ खड़े रहते थे। वह सम और विषम परिस्थितियों में कार्य करते हुए जनहित से जुड़े हुए मुद्दे को प्रखरता के साथ आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहते थे। सीएम योगी ने कहा कि जिस कालखंड में सरकार का प्रोत्साहन कम था, उस समय बांसगांव क्षेत्र में डिग्री कॉलेज की स्थापना एक सपना था।

शिक्षण संस्थानों को दिखानी पड़ेगा मंजिल तक पहुंचने की राह

सीएम योगी ने कहा कि उस समय जस्टिस केडी शाही के मार्गदर्शन में यहां पर बाबू चतुर्भुज सिंह ने इस कॉलेज की स्थापना के दायित्व को अपने कंधों पर लिया। देखते ही देखते यहां पर महाविद्यालय बना।

उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों से निकले छात्र-छात्राओं में अपने भविष्य को लेकर भ्रम की स्थिति न हो। उनके सामने पहले से निर्धारित लक्ष्य हो। इसकी जिम्मेदारी शिक्षण संस्थानों और अध्यापकों की है। उन्होंने कहा कि हर राह मंजिल तक जरूर पहुंचती है। मंजिल तक पहुंचने की राह दिखाने का माध्यम हमारे शिक्षण संस्थानों को बनना पड़ेगा। इसके लिए छात्र-छात्राओं को भी कठिन परिश्रम करना पड़ेगा।

दुर्बलता का कारण बनेगा शॉर्टकट का रास्ता

सीएम योगी ने छात्र-छात्राओं को नसीहत देते हुए कहा कि कभी भी जीवन में लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए शॉर्टकट का रास्ता मत अपनाना। शॉर्टकट का रास्ता दुर्बलता का कारण बनेगा। यह जीवन में स्थायित्व नहीं दे पाएगा।

उन्होंने कहा कि विकास ही लोगों के जीवन में परिवर्तन ला सकता है। विकास जब भी आता है तो तात्कालिक परेशानी तो होती है। उदाहरणस्वरूप जब सड़क का निर्माण होता है तो अतिक्रमण हटाया जाता है। इससे कुछ समय के लिए कुछ लोगों को परेशानी होती है, लेकिन लंबे समय तक उसका लाभ समाज के प्रत्येक तबके को प्राप्त होता है।

सीएम ने छात्राओं को किया सम्मानित

कार्यक्रम में सीएम योगी ने जवाहरलाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया। साथ ही परीक्षा में सर्वोच्च अंक लाकर स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित भी किया। इस दौरान पूर्व कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, विधायक श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

विकसित भारत संकल्प यात्रा में देश के विकास की सामूहिक संकल्प लिया

गोरखपुर।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज खजनी ब्लाॅक के ग्राम पंचायत पल्हीपार बाबू और विश्वनाथपुर में विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन संपन्न कराया गया। मुख्य अतिथि बीजेपी उनवल मंडल अध्यक्ष रामप्रकाश चौधरी ने सरकारी जनहित की योजनाओं की जानकारी दी।

संचालन कर रहे हरिशंकर तिवारी और अन्य भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी।

इस दौरान दिवस अधिकारी खजनी ब्लॉक के एडीओ आईएसबी कमलेश गुप्ता के निर्देशन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में कृषि विभाग के एटीएम रणधीर राय ने पीएम किसान सम्मान निधि सहित कृषि विभाग के द्वारा किसानों के हित में संचालित योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। टीएसी प्रवीण और अर्जुन सिंह ने सतत कृषि और लाभदायक कृषि के उपाय बताते हुए मोटे अनाज के उत्पादन बढ़ाने के बारे में जानकारी दी गई।

प्रभारी कृषि रक्षा इकाई खजनी के द्वारा बखारी (भंडारण) और कृषि रक्षा हेतु दवाओं तथा उनके लिए मिलने वाले सरकारी अनुदान की जानकारियां दीं।

पंचायत सचिव विजयलक्ष्मी और विश्वनाथपुर गांव के ग्रामप्रधान राम अशीष बेलदार ने गांवों के आवास, शौचालय,वृद्धा पेंशन आदि योजनाओं के लाभार्थियों से संबंधित जानकारी दी।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के सीएचओ द्वारा कैंप लगा कर जरूरतमंद लोगों को प्रतिरोधक दवाओं वितरण किया गया।

इफ्को के द्वारा महेश मौर्य के निर्देशन में ड्रोन से नैनों डीएपी और नैनों यूरिया का छिड़काव का प्रदर्शन किया गया।

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों राम अवध, लक्ष्मण प्रसाद,शिव बरन,सहदेव, अभिमन्यु,पूर्णवाशी,राम उग्रह को तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों रजवंता,सुधा,फूला देवी,मनभावती आदि को प्रमाण पत्र वितरण किया गया।

गांव के निवासी पुष्पा चौरसिया, सुप्रिया प्रियदर्शनी,राम लक्ष्मण, विद्यावती को आयुष्मान हेल्थ कार्ड दिया गया।

इस दौरान उपस्थित सभी ग्रामवासियों,ग्रामप्रधानों,पंचायत सहायक,पंचायत मित्र,आशाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों और अधिकारियों ने विकसित भारत संकल्प अभियान के तहत देश के विकास में अपने योगदान के लिए सामूहिक शपथ ली।

डिवाइस से हासिल नहीं की जा सकती संस्कारयुक्त शिक्षा: सतीश महाना

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि आज एडवांस टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन के दौर में एबीसीडी से लेकर हायर एजुकेशन तक की पढ़ाई बच्चे लैपटॉप या स्मार्टफोन जैसे डिवाइस से कर ले रहे हैं। पर, डिवाइस की पढ़ाई से संस्का युक्त शिक्षा नहीं हासिल की जा सकती है।

डिवाइस से सहचर्य, समर्पण, शीलता, विनम्रता और साहस जैसे गुणों का विकास नहीं हो सकता। अगर इन गुणों के साथ संस्कारयुक्त शिक्षा को आगे बढ़ाना है तो महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद जैसी संस्थाओं का संरक्षण अति आवश्यक है।

श्री महाना रविवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह विचारणीय प्रश्न है कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी इस बात पर चर्चा करने की आवश्यकता पड़ती है कि शिक्षा का स्वरूप क्या हो। पूर्व में शिक्षा के दो ही ध्येय होते थे, लड़के के लिए नौकरी और लड़की के लिए अच्छी शादी।

एक लंबे समय तक रोटी, कपड़ा और मकान ही जीवन के तीन निशान बताए गए। वास्तव में यह तीन निशान आवश्यकता हैं, जीवन की पहचान नहीं हैं। जीवन की पहचान संस्कार, व्यक्तित्व, सेवा, मेधा और समर्पण से होती है। उन्होंने कहा कि सेवा और संस्कारयुक्त शिक्षा ही भारत की पहचान रही है और यही दुनिया को दिशा देती रही है।

अच्छी बात सुनने से ही बनते हैं अच्छे विचार

सफलता हासिल करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष श्री महाना ने विद्यार्थियों को दिमाग को नियंत्रित करने के टिप्स दिए।

उन्होंने कहा कि हमारी सुनने की क्षमता समाप्त होती जा रही है। हम जो सुनते हैं, वही सोचते हैं। अगर हम अच्छी बात सुनेंगे तो हमारे मन में अच्छे विचार आएंगे। जैसा सुनेंगे वैसा सोचेंगे, जैसा सोचेंगे वैसा काम करेंगे, जैसा काम करेंगे वैसा हमारा स्वभाव बनेगा और जैसा हमारा स्वभाव होगा वैसा ही चरित्र बनेगा। इसलिए दिमाग को नियंत्रित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारे उद्देश्य स्पष्ट और उसके लिए कार्य अनुशासनपूर्ण होने चाहिए।

कहा कि ऊंचाइयों पर पहुंचना तो आसान होता है पर उसे पर बने रहने के लिए ज्यादा परिश्रम करना पड़ता है। श्री महाना ने वर्तमान में जीने, समय प्रबंधन, सेवा, दूसरे के सम्मान के साथ विद्यार्थियों को मन, कर्म व वचन में एकरूपता लाने की नसीहत भी दी।

शीलता और साहस से यूपी की कानून व्यवस्था को मजबूत किया सीएम योगी ने

अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष श्री महाना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली और उनके संरक्षण में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की।

उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने अपनी शीलता और साहस से उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था को मजबूत किया है। योगी जी की प्रसिद्ध विश्व भर में है।