डीएम और सिटी एसपी ने बीटीएमसी कार्यालय में वरीय अधिकारियों के साथ की बैठक, बौद्ध धर्मगुरु के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
गया। महापावन दलाई लामा के संभावित बोधगया परिभ्रमण एवं आगमन को लेकर जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम एवं नगर पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार द्वारा संयुक्त रूप से बीटीएमसी कार्यालय सभागार में संबंधित वरीय अधिकारियों के साथ बैठक किया गया।
इसके पश्चात महाबोधि मंदिर का निरीक्षण किया गया। महाबोधि मंदिर के बाहरी परिसर चारों तरफ निरीक्षण भी किया गया एवं कालचक्र मैदान का भी निरीक्षण किया गया। विभिन्न स्थानों के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने संबंधित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए हैं। साफ-सफाई पर विशेष बल देते हुए जिलाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया को निर्देश दिया कि कालचक्र मैदान के चारों एवं कालचक्र मैंदान से महाबोधि मंदिर जाने के रास्ते के साथ-साथ बोधगया के विभिन्न मॉनेस्ट्री से महाबोधि मंदिर आने वाले रास्ते में साफ सफाई की पुरी उत्तम व्यवस्था रखें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि चुकी कालचक्र मैदान में महापवन दलाई लामा का प्रवचन कार्यक्रम रहता है।
इस दौरान कई बुद्धिस्ट श्रद्धालु अर्ली मॉर्निंग से ही प्रवेश कालचक्र मैदान में कर लेते हैं। इस दृष्टिकोण से कोई घटना या हताहत नहीं हो इसके लिए जो भी नालियों के ढक्कन यदि टूटे हैं तो उसे तुरंत मरम्मत करवाये। विभिन्न मॉनेस्ट्री के रास्तों में बंद पड़े पोल लाइट को मरम्मत करवाये, आवश्कता पड़ने पर अतिरिक्त लाइट लगवाए। बोधगया के प्रमुख सड़कों एवं गलियों को समतलीकरण करवा साथ ही पार्किंग स्थल को भी समतलीकरण करवाये। कालचक्र मैदान के चारों ओर रोशनी की मुकम्मल व्यवस्था रखें। कालचक्र मैदान के सभी गेट पर लाइट लगवाए। महापवन दलाई लामा प्रवास के दौरान महाबोधि मंदिर के इर्द-गिर्द पर्यटकों एवं बौद्ध श्रद्धालुओं का अत्यधिक भेद देखा जाता है। इस दृष्टिकोण से सड़क के किनारे जितने भी अवैध दुकान ठेला खोमचा हैं, उसको हटवाए। अभी लगातार अभियान के रूप में अतिक्रमणवाद चलावे। दो मोहन से महाबोधि मंदिर तक लगातार पानी का छिड़काव मशीन के माध्यम से करवाते रहे। साथ ही मच्छर के प्रकोप से बचाव के लिए लगातार नियमित तौर पर फागिंग करवाते रहें।
सुरक्षा की दृष्टिकोण से अगले दो दिनों के अंदर कंट्रोल रूम का निर्माण करवाये साथ ही 24/7 पुलिस का ठहराव करवाये। कंट्रोल रूम में पीए सिस्टम, सीसीटीवी मॉनिटर से कंट्रोल इत्यादि का पूरा व्यवस्था रखें। अस्थाई थाना का भी निर्माण करवाये। अग्निसमन दल कर्मियों के साथ प्रतिनियुक्ति करवाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि महाबोधि मंदिर में भीड़ नियंत्रण में कोई कोटा ही नहीं बढ़ते पूरी मुस्तैदी से कार्य करें। महाबोधि मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश हेतु क्यों सिस्टम बनाया गया है उसी के अनुसार पेड़ को रेगुलेट करते हुए अच्छे तरीके से श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करवाये। इसके साथ ही निकास द्वार पर भी भीड़ का रेगुलेट अच्छे से करवाये। एयरपोर्ट से विभिन्न मॉनेस्ट्री या महाबोधि मंदिर आने जाने तथा गया शहरी क्षेत्र से बोध गया महाबोधि मंदिर आने जाने के दौरान ऐसा शिकायत श्रद्धालुओं द्वारा प्राप्त होता है कि मनमानी ढंग से टैक्सी चालक एवं ऑटो चालक भाड़ा पैसा की मांग करते हैं। इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी सदर एवं जिला परिवहन पदाधिकारी निर्धारित किए गए रेट चार्ट को विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित करवाई इसके साथ ही एयरपोर्ट के बाहर एवं विभिन्न होटल में भी रेट चार्ट को प्रदर्शित करवाये।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Dec 10 2023, 17:08