स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण नागरिकों का मूल अधिकार" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
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बेतिया: आज दिनांक 10 दिसंबर 2023 को मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की 76 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा ऐतिहासिक शहीद स्मारक के प्रांगण में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता , वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक, शाहीन परवीन संयोजक पश्चिम चंपारण कला मंच ने स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण, पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम, घरेलू हिंसा की रोकथाम, बाल विवाह उन्मूलन, एवं विभिन्न मानव अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्प लेते हुए कहा कि हर साल 10 दिसंबर को दुनिया मानवाधिकार दिवस मनाती है, जिस दिन 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (यूडीएचआर) को अपनाया था।
इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ अमानुल हक ने संयुक्त रूप से कहा कि स्वच्छ एवं स्वास्थ्य वातावरण नागरिकों का मूल अधिकार है ।हाल के वर्षों में हमने पाया है कि हमारे शहर का वातावरण हमारी लापरवाही की वजह से काफी दूषित हो चुका है। इसे स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाना हम सबकी पहली प्राथमिकता है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 2022मे मानवाधिकार दिवस का नारा "गरिमा, स्वतंत्रता और सभी के लिए न्याय" है और कार्रवाई का आह्वान था।
अपनी प्रस्तावना में, यूडीएचआर ने "अंतर्निहित गरिमा की मान्यता और मानव परिवार के सभी सदस्यों के समान और अविच्छेद्य अधिकारों की मान्यता पर प्रकाश डाला है, जो दुनिया में स्वतंत्रता, न्याय और शांति की नींव है।" इस अवसर पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया, इसका विषय था "स्वच्छ एवं स्वस्थ्य वातावरण नागरियों का मूल अधिकार"। इस अवसर पर वक्ताओं ने फिलिस्तीन इजरायल युद्ध एवं यूक्रेन रूस युद्ध में मारे गए लोगों के सम्मान , युद्ध समाप्ति एवं विश्व शांति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रवक्ताओं ने कहा कि आम नागरिकों पर बमो एवं मिसाइलों से हमले, उपासना स्थलों पर हमले, अस्पतालों पर हमले, राहत शिवरो पर हमले, विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों पर हमले जेनेवा कन्वेंशन एवं अंतर्राष्ट्रीय कानूनो का घोर उल्लंघन है।
इस अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुनः संयुक्त रूप से कहा कि दोषियों के खिलाफ मानवता के विरुद्ध युद्ध अपराध एवं नरसंहार का मुकदमा दर्ज किया जाए। ताकि दोषियों को न्याय के समक्ष ला खड़ा किया जा सके। साथ ही मानव जीवन को बचाया जा सके।
Dec 10 2023, 16:27