सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर ने भव्य तरीके से आयोजित किया मिलेट्स प्रदर्शनी
गोरखपुर। राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा में सतत सजग प्रहरी के रूप में तैनात सशस्त्र सीमा बल की गोरखपुर में स्थित क्षेत्रक मुख्यालय के द्वारा गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार मोटे अनाज अर्थात् श्रीअन्न के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मिलेट्स प्रदर्शनी का भव्य आयोजन बहुत ही हर्षोल्लास एवं उमंग के साथ किया गया।
जिसमें क्षेत्रक मुख्यालय के साथ गोरखपुर की सभी इकाईयों— संयुक्त चिकित्सालय और प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र (RTC) के सभी अधिकारी एवं कार्मिक शामिल रहे।
कार्यक्रम में जय प्रकाश, द्वितीय कमान अधिकारी ने मुख्य अतिथि तथा सभी मेहमानों एवं आगंतुकों स्वागत करते हुए SSB में प्रतिदिन उपभोग होने वाले मिलेट्स बारे बताया तथा कार्यक्रम पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। मिलेट को हिंदी में मोटा अनाज भी कहते हैं जिसमें- बाजरा, रागी, ज्वार, कांगनी आदि मुख्य फसलें शामिल है।
इन मोटे अनाजों में भारी मात्रा में फाइबर, खनिज के साथ कई आवश्यक पोषक तत्व शामिल होते हैं।
मोटे अनाज को दुनिया भर में व्यापक तौर पर उगाया जाता है जिसमें भारत में भी व्यापकता में खेती की जाती है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री अखिल कुमार, आईपीएस, अपर महानिदेशक के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने मिलेट के महत्व पर व्यापकता में प्रकाश डाले तथा कहा कि मिलेट एक ऐसा अनाज है, जिसे कम वर्षा वाले क्षेत्र में भी उगाया जा सकता है, यह हमारे भोजन में विशेष रूप में शामिल होना चाहिए।
यह भारत के उन हिस्सों में एक महत्वपूर्ण खाद स्त्रोत बन सकता है, जहां अन्य फसलें व्यापकता में नहीं पनप पाती हैं।इसके अलावा मिलेट्स में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कई प्रकार की बीमारियों से लड़ने में भी मदद करते हैं।
क्षेत्रक मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर के उप महानिरीक्षक अखिलेश्वर सिंह, आईपीएस ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री भारत को मोटे अनाजों के लिए एक वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत की मांग पर ही संयुक्त राष्ट्र ने 5 मार्च 2021 को वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट घोषित किया है।
भारत में कई प्रकार के मिलेट्स उपलब्ध हैं। जिसमें से कुछ जैसे रागी, सामान्य 1 मोटे अनाज ज्वार, समा बाजरा आदि मिलेट्स इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता यह कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन बी-6 का अच्छा स्त्रोत है।बता दें मोटे अनाज के बहुत से फायदे हैं यह हमारे सेहत के लिए बहुत लाभदायक हैं। साथ ही यह हर जगह उपलब्ध हैं। परन्तु जागरूकता की कमी के कारण हम इसका उचित उपयोग नहीं कर पा रहें हैं।
प्रदर्शनी में संयुक्त निदेशक, कृषि अरविंद कुमार सिंह के निर्देश में 10 किसानों ने जिन्हें FPOs ( Formers Producers Organisation) भी कहा जाता है उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के स्वयं उत्पादित मिलेट्स का स्टाल लगाया गया तथा इनके लाभों के बारे में अवगत कराया। डॉक्टर नूपुर सिंह, गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर तथा कृषि विज्ञान केंद्र चौकमाफ़ी, गोरखपुर से डॉक्टर श्वेता सिंह ने मिलेट्स पर व्याख्यान दिए।
उपरोक्त कार्यक्रम में डॉक्टर गणेश कुमार, प्रधानाचार्य, BRD मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर, श्रीमती किरण यादव, आईपीएस, प्रभारी उप महानिरीक्षक, PTC गोरखपुर, कुंतल किशोर, आईपीएस, कमांडेंट, 26वी वाहिनी पी॰ए॰सी॰, डॉक्टर गौरव ग्रोवर, आईपीएस, एसएसपी, कृष्ण बिश्नोई, आईपीएस, सिटी एसपी, ब्रजेंद्र नारायण सिंह, क्षेत्रीय निदेशक दूरदर्शन केंद्र गोरखपुर, असीम हेमोचंद्रा, उप महानिरीक्षक, आरटीसी एसएसबी गोरखपुर, डॉक्टर डी के मिस्रा, उप महानिरीक्षक, संयुक्त चिकित्सालय, एसएसबी गोरखपुर तथा अधिकारियों एवं कार्मिकों ने सपरिवार सहित सहभागिता किए।
इसके साथ-साथ 9वी, 22वी 43वी 50वी एवं 66वी वाहिनियों से अधिकारी एवं कार्मिक भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन सुहेल आलम, उप कमांडेंट, क्षेत्रक मुख्यालय गोरखपुर के द्वारा मुख्य अतिथि एवं सभी आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापन तथा मुख्य अतिथि द्वारा सभी स्टालों निरीक्षण उपरांत संपन्न हुआ। उपरोक्त कार्यक्रम में भारी संख्या में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग भी उपस्थित रहे।
Dec 09 2023, 19:26