मध्य प्रदेश में उबाल पर सियासी पारा, कमलनाथ ने जारी किया VIDEO, शिवराज ने किया बड़ा दावा

डेस्क: मध्य प्रदेश में चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे लेकिन एग्जिट पोल को लेकर सूबे में सियासी माहौल अभी से गरम हो गया है। कांग्रेस के नेता कमलनाथ ने एग्जिट पोल को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कुछ एग्जिट पोल जानबूझकर इसलिए बनाए गए हैं कि कांग्रेस कार्यकर्ता निराश हों और झूठा माहौल दिखाकर अधिकारियों पर दबाव बनाया जाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतगणना की प्रक्रिया के लिए तैयार रहने की अपील की है और उन्हें पूरी ताकत से मैदान में आने को कहा है। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान दावा कर रहे हैं कि BJP चुनावों में बड़ी जीत दर्ज करने जा रही है।

एग्जिट पोल में बीजेपी को 140 से 159 सीटें

मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों पर एक दिन बाद काउंटिंग शुरू हो जाएगी, लेकिन मतगणना से पहले आए एग्जिट पोल ने जहां बीजेपी नेताओं के चेहरे पर खुशी ला दी है, वहीं कांग्रेसी खेमा थोड़ा मायूस दिख रहा है। हालांकि कमलनाथ ने एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है और काउंटिंग से पहले वीडियो जारी कर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ाने का काम कर रहे हैं। बता दें कि इंडिया टीवी-CNX के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश की कुल 230 सीटों में से BJP के खाते में 140 से 159 सीटें जा सकती हैं जबकि कांग्रेस को 70 से 89 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में शून्य से 2 सीटें आ सकती हैं।

कांग्रेस ने अपने प्रभारियों को दिए निर्देश

एग्जिट पोल के आंकड़ों से सीएम शिवराज सिंह चौहान काफी खुश हैं। उनका दावा है कि बीजेपी फिर सत्ता में वापसी करने जा रही हैं। इस बीच काउंटिंग से पहले कांग्रेस मुख्यालय में हलचल तेज हो गई है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनावी राज्यों के सभी प्रभारियों और पर्यवेक्षकों को आदेश दिया है कि कि उन्हें जिस राज्य की जिम्मेदारी दी गई है, वे वहीं रहें। पार्टी के नेताओं को साथ ही वोटों की गिनती पर नजर रखने को कहा गया है। अब सभी को इंतजार 3 दिसंबर का है जब 4 राज्यों की ईवीएम खुलेगी और 2024 के फाइनल से पहले सत्ता के सेमीफाइनल के नतीजे आएंगे।

तूफान के असर से तटीय राज्यों में भारी बारिश की आशंका, तमिलनाडु के कई जिलों में चेतावनी जारी

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

तमिलनाडु में भारी बारिश की आशंका है। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 12 जिला प्रशासन प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की। सीएम ने अधिकारियों को भारी बारिश से आगाह किया। उन्होंने अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। मौसम विभाग के अनुसार, तेज बारिश के साथ-साथ प्रदेश के तटीय इलाकों में मिचौंग तूफान की भी आशंका है।

गहरे अवसाद में बदल जाएंगे बादल

विशापट्टनम चक्रवात चेतावनी केंद्र की एमडी सुनंदा कहती हैं कि निचले दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण-पूर्व और आसपास के क्षेत्रों के पास एक अवसाद में बदल गया है। अगले 24 घंटों में यह गहरे अवसाद में बदल जाएगा। इसके अगले 24 घंटे में यह चक्रवाती तूफान बन जाएगा। तेजी के साथ यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। मिचौंग तूफान उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और उत्तरी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के समुद्री किनारों तक पहुंच जएगा। तीन दिसंबर से उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र तट पर हवाओं और बारिश में इजाफा होगा। तूफान के आगे बढ़ते ही बारिश शुरू हो जाएगी। तमिलनाडु के समुदी किनारों में हल्की से मध्यम बारिश होगी तो वहीं प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत अधिक भारी बारिश होने की आशंका है। 

देखें, किन जिलों का कैसा रहेगा हाल

 

चेन्नई मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, तमिलनाडु के तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, चेन्नई, तेनकासी, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्नियाकुमारी जिलों के विभिन्न स्थानों पर मध्यम गरजना के साथ-साथ बिजली गिरने की संभावना है। इसके साथ राज्य के विल्लुपुरम, रानीपेट, कुड्डालोर, तंजावुर, नागापट्टिनम, मयिलादुथुराई, तिरुवरूर, रामनाथपुरम, तिरुपुर, डिंडीगुल, पुदुकोट्टई, विरुधुनगर नीलगिरी और थेनी जिलों और पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर हल्की आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। 

समुद्र में न जाने की चेतावनी

मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व के हिस्सों तथा दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में मछुआरों को मछली पकड़ने और किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरा, पूर्वी में बारिश का अलर्ट अब 5 दिसंबर तक बरसेंगे बादल, चक्रवाती तूफान ने बिगाड़ा मौसम

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश के 25 शहरों में 24 घंटे में 1.1 मिली बारिश रिकार्ड की गई। आज के लिए भी मौसम विभाग ने 12 शहरों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। बारिश का दौर 5 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में घना कोहरा छाया रहेगा।

इन जिलों में घना कोहरा छाएगा

मौसम विभाग के मुताबिक, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, मुरादाबाद,बंदायू, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर-खीरी, हरदोई, सीतापुर और बाराबंकी में घना कोहरा छाने का अलर्ट जारी किया गया है।

इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग की मानें तो कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखनऊ, चित्रकूट, मिर्जापुर, प्रयागराज, औरेया, सोनभद्र, वाराणसी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

चक्रवात तूफान ने बिगाड़ा मौसम

मौसम वैज्ञानिक एस‌एन पांडेय ने बताया कि बंगाल की दक्षिण - पूर्व खाड़ी के ऊपर स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र पिछले 12 घंटों के दौरान पश्चिमी उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा और स्थिर हो गया। यह 2 दिसंबर तक एक गहरे दबाव में तब्दील हो रहा है। 3 दिसंबर को बंगाल की दक्षिण - पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।

लखनऊ - 5 दिसंबर तक सुबह घना कोहरा छाएगा हालांकि बारिश के आसार भी बने हुए हैं। 

वाराणसी - आज बारिश के आसार हैं। 3,4, और 5 दिसंबर को सुबह घना कोहरा छाएगा

प्रयागराज - आज बारिश की संभावना है। 3 दिसंबर घना कोहरा छाएगा और 4 को बारिश के बाद 5 दिसंबर को घना कोहरा छाएगा

2000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे..', RBI के नए ऐलान से मची हलचल, डिटेल में जानिए, आखिर क्या है मायने

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज यानी शुक्रवार को ऐलान करते हुए बताया है कि प्रचलन में मौजूद 2,000 रुपये के 97 प्रतिशत से अधिक नोट वापस बैंकों में आ गए हैं। RBI ने आगे कहा कि 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। बता दें कि, इस साल 19 मई को RBI ने 2,000 रुपये मूल्य वर्ग के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने का ऐलान किया था।

RBI ने आज शुक्रवार को एक बयान में कहा कि, '2000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य, जो 19 मई, 2023 को कारोबार की समाप्ति पर 3.56 लाख करोड़ रुपये था, जब 2000 रुपये के बैंक नोटों को वापस लेने की घोषणा की गई थी, 30 नवंबर, 2023 को कारोबार समाप्ति के समय घटकर 9,760 करोड़ रुपये हो गया है।' कहा गया है कि, "इस प्रकार, 19 मई, 2023 तक प्रचलन में 2000 रुपये के 97.26 प्रतिशत बैंक नोट वापस आ गए हैं।"

 RBI ने ये भी कहा, "2000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे।" 2000 रुपये के बैंक नोटों को जमा करने या बदलने की सुविधा शुरुआत में 30 सितंबर 2023 तक देश की सभी बैंक शाखाओं में उपलब्ध थी, जिसे बाद में 7 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था। एक्सचेंज की सुविधा 19 मई से रिजर्व बैंक के 19 इश्यू ऑफिस (RBI इश्यू ऑफिस) पर भी उपलब्ध थी। 9 अक्टूबर 2023 से, RBI जारी कार्यालय, काउंटरों पर 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोटों का आदान-प्रदान करने के अलावा, व्यक्तियों/संस्थाओं से उनके बैंक खातों में जमा करने के लिए 2,000 रुपये के बैंकनोट भी स्वीकार कर रहे हैं।

इसके अलावा, देश के भीतर से जनता के सदस्य भारत में अपने बैंक खातों में क्रेडिट के लिए देश के किसी भी डाकघर से आरबीआई के किसी भी जारी कार्यालय में इंडिया पोस्ट के माध्यम से 2000 रुपये के बैंक नोट भेज सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेकर बिहार के अधिकारियों को केंद्रीय मंत्री ने दी धमकी, बोले- 'जो कार्यक्रम में नहीं आ रहे उन्हें देख लेंगे...'

 बिहार के बक्सर के सांसद तथा केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ने अफसरों को धमकी दी है। वह बक्सर में आम सभा को संबोधित करने एवं केंद्र सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम में पहुंचे थे। 

दरअसल, गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे विकसित भारत के तहत होने वाले कार्यक्रम के सम्मिलित होने के लिए बक्सर पहुंचे थे। यहां उनके द्वारा आम जनता की परेशानियों को भी सुना गया। इस के चलते कई विभाग के ऐसे अफसर अनुपस्थित रहे, जिनकी कार्यक्रम में आवश्यकता थी। कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए अश्विनी कुमार चौबे ने कहा ''बिहार में इस वक़्त हमारी सरकार नहीं है, इसलिए आप (सरकारी अफसर, कर्मचारी) इन कार्यक्रमों में नहीं आ रहे हैं, मगर यह भूलिए मत कि आगामी 24 में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बिहार के सत्ता पर काबिज होगी तो आप जैसे अफसरों को मोदी की सरकार देख लेने का काम करेगी।''

 कहा कि यदि 2024 में बिहार की सत्ता पर NDA गठबंधन काबिज होता है तो उन अफसरों को नरेंद्र मोदी देख लेंगे, सभी की छुट्टी में कटौती कर दी जाएगी। 2024 में नरेंद्र मोदी की सरकार बिहार की सत्ता पर काबिज होने वाली है। इस के चलते जब हमारी सरकार बिहार में नहीं है तो कुछ अफसर केंद्र सरकार के कार्यक्रमों में नहीं आने के लिए छुट्टियां ले रहे हैं। मैं उन अफसरों को सचेत करना चाहता हूं कि 2024 में हमारी सरकार बनने वाली है। अगर, बन गई तो उन अफसरों को नरेंद्र मोदी देख लेंगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ऐसे अफसरों को नहीं छोड़ने वाले हैं जो इस के चलते केंद्र सरकार की योजनाओं में रुचि नहीं दे रहे हैं।

नवजात की मौत हो गई...' बोलकर डॉक्टरों ने बेच दिया महिला का बच्चा, पुलिस ने सभासद के घर से किया मासूम को बरामद, यूपी के बलरामपुर की घटना

यूपी के बलरामपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई यहां मिशन हॉस्पिटल व जच्चा बच्चा केंद्र के नाम पर एक चिकित्सालय चल रहा था। इसमें एक प्रसूता ने नवजात को जन्म दिया तो चिकित्सकों ने उसे मृत बताकर एक व्यक्ति को बेच दिया। यह मामला सामने आने के पश्चात् पुलिस ने डॉ. अकरम व डॉ. हफीजुर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी तरीके से चल रहे चिकित्सालय को सीज कर दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक, गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के झौव्वा गांव की रहने वाली महिला ने 26 नवंबर को पचपेड़वा थाने में शिकायत की थी। इसमें आरोप लगाया था कि 29 अक्टूबर को मिशन हॉस्पिटल एवं जच्चा बच्चा सर्जिकल केंद्र पचपेड़वा में उसका प्रसव हुआ था। प्रसव के पश्चात् डॉक्टर ने उसके नवजात को मृत बताकर बेच दिया है। इस शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज की तथा तहकीकात आरम्भ की। तहकीकात में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस का कहना है कि मिशन अस्पताल पचपेड़वा में सिद्धार्थ नगर के बढ़नी स्थित रूबी हेल्थ केयर के डॉक्टर हाफिजुर्रहमान ने महिला का ऑपरेशन किया था।

जब महिला बेहोश थी, उसी वक़्त उसके बच्चे को बढ़नी के सभासद निसार के हाथों बेच दिया। प्रसूता को जब होश आया तो उसे बताया गया कि उसका बच्चा मृत था, मगर महिला को यकीन था कि उसके बच्चे को गायब कर दिया गया है। पुलिस की तहकीकात में इस पूरे मामले का खुलासा हो गया। तत्पश्चात, ऑपरेशन करने वाले डॉ. हाफिजुर्रहमान और मिशन अस्पताल के संचालक डॉ. अकरम जमाल को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस टीम ने नवजात को बढ़नी नगर पंचायत क्षेत्र के सभासद निसार के घर से जब्त कर लिया। वहीं मौके से सभासद निसार फरार हो गया. सिद्धार्थनगर एवं बलरामपुर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पचपेड़वा स्थित मिशन अस्पताल और बढ़नी स्थित रूबी हेल्थ केयर नर्सिंग होम को सीज कर दिया है। पुलिस सभासद निसार की तलाश में जुटी हुई है। अपर मुख्य चिकित्सा अफसर डॉ. जयप्रकाश के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध तौर पर चल रहे जच्चा बच्चा केंद्र एवं अवैध चिकित्सालय को सीज कर दिया है।

एमपी के दंदरौआ धाम में उमड़ा जनसैलाब! भंडारे में JCB की मदद से बन रही सब्जी, 2 शिफ्ट में काम कर रहे 800 हलवाई, सीमेंट मिक्सचर से मालपूए

मध्य प्रदेश के भिंड जिले स्थित दंदरौआ धाम में धार्मिक आयोजन का आनंद लेने के लिए भारी संख्या में कई लोग पहुंच रहे हैं। एक ओर JCB की सहायता से सब्जी तैयार की जा रही है, दूसरी ओर सीमेंट कंक्रीट मिक्सर से मालपुआ का गोल बनाया जा रहा है। 40 भट्टियां एक लाइन में धधक रही हैं तथा इन भट्टियों पर 800 हलवाई विशाल भंडारा बना रहे हैं। यह दृश्य देखकर आप भी दंग रह जाएंगे, क्योंकि यह विशाल भंडारा लाखों लोगों के लिए हर दिन तैयार किया जा रहा है।

'डॉक्टर हनुमान' के नाम से लोकप्रिय दंदरौआ धाम मंदिर पर 'सिय-पिय मिलन' महोत्सव का आयोजन हो रहा है। प्रत्येक वर्ष होने वाले इस महोत्सव में इस बार कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी आए हुए हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा के मुख से शिव महापुराण कथा को सुनने के लिए हर दिन यहां 2 लाख से ज्यादा भक्त पहुंच रहे हैं। इन भक्तों के लिए विशेष प्रसादी की व्यवस्था भी दंदरौआ धाम में की गई है। प्रतिदिन यहां 2 लाख से ज्यादा भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इतने बड़े आंकड़े में लोगों के लिए भंडारा तैयार करने के लिए यहां 800 हलवाइयों को काम पर लगाया गया है। भंडारा तैयार करने के लिए दंदरौआ धाम में 40 भट्टियों को बनाया गया है। इन भट्टियों पर दिनभर 800 हलवाई दो शिफ्ट में भोजन बनाने का काम कर रहे हैं। इन हलवाइयों में 500 पुरुष हलवाई एवं 300 महिला हलवाई सम्मिलित हैं। भंडारे में प्रतिदिन खीर, पूरी, बूंदी, सब्जी और मालपुआ तैयार किए जाते हैं। 

दंदरौआ धाम से मिली खबर के मुताबिक, प्रतिदिन दंदरौआ धाम पर भंडारे के लिए 100 क्विंटल आटे के मालपुए बनाए जा रहे हैं। मालपुआ बनाने के लिए पहले आटे का घोल तैयार किया जाता है तथा इसके लिए सीमेंट कंक्रीट मिक्सर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां सेवा कर रहे सेवक आटे से भरी बोरी को सीमेंट कंक्रीट मिक्सर में उड़ेल देते हैं तथा फिर सीमेंट कंक्रीट मिक्सर की सहायता से मालपुआ के लिए घोल तैयार किया जाता है। इसके साथ ही यहां खीर बनाने के लिए प्रतिदिन 4000 लीटर दूध का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। आसपास के गांव से इस दूध की व्यवस्था हो रही है। सब्जी बनाने के लिए तीन बड़ी कढ़ाई में JCB की सहायता से भंडारे के लिए सब्जी तैयार हो रही है। यहां दो कढ़ाई में 2000 किलो और तीसरी कढ़ाई में 1200 किलो सब्जी एक बार में तैयार हो जाती है। जब कढ़ाई में सब्जी तैयार हो जाती है तो JCB की सहायता से तैयार हुई सब्जी को कढ़ाई से निकलने का काम किया जाता है। एक बार में लगभग 30000 लोगों के लिए तीन कढ़ाई में सब्जी तैयार की जाती है। 28 नवंबर से शुरू हुआ यह 'सिय पिय मिलन' महोत्सव 2 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस महोत्सव में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए 600 से ज्यादा पुलिस कर्मी भी तैनात हैं। इसके अतिरिक्त दंदरौआ धाम पर एंबुलेंस और दमकल विभाग के वाहन भी किसी भी स्थिति के निपटने के लिए तैयार हैं।

चरमपंथी होते हैं LGBT..' , रूस के सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों के मूवमेंट पर लगाया बैन ! लोगों ने दी अलग अलग प्रतिक्रिया

रूस के सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि LGBT कार्यकर्ताओं को "चरमपंथी" के रूप में नामित किया जाना चाहिए, इस कदम से समलैंगिक और ट्रांसजेंडर लोगों के प्रतिनिधियों को डर है कि इससे गिरफ्तारी और मुकदमा चलाया जा सकता है। पीठासीन न्यायाधीश ने ऐलान किया कि उन्होंने न्याय मंत्रालय के "अंतर्राष्ट्रीय एलजीबीटी सामाजिक आंदोलन" पर प्रतिबंध लगाने के अनुरोध का समर्थन किया है।

यह कदम रूस में यौन रुझान और लिंग पहचान की अभिव्यक्ति पर बढ़ते प्रतिबंधों के एक पैटर्न का हिस्सा है, जिसमें "गैर-पारंपरिक" यौन संबंधों को बढ़ावा देने और लिंग के कानूनी या चिकित्सा परिवर्तनों पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने रूसी अधिकारियों से "मानवाधिकार रक्षकों के काम पर अनुचित प्रतिबंध लगाने वाले या एलजीबीटी लोगों के खिलाफ भेदभाव करने वाले कानूनों को तुरंत निरस्त करने" का आग्रह किया। उम्मीद है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही घोषणा करेंगे कि वह मार्च में छह साल का नया कार्यकाल लेंगे, लेकिन उन्होंने लंबे समय से पतनशील पश्चिम के विपरीत पारंपरिक नैतिक मूल्यों के संरक्षक के रूप में रूस की छवि को बढ़ावा देने की मांग की है।

पिछले साल एक भाषण में, उन्होंने कहा था कि पश्चिम का "मेरे विचार से, दर्जनों लिंग और समलैंगिक परेड जैसे नए-नए चलन" को अपनाने के लिए स्वागत है, लेकिन उन्हें अन्य देशों पर थोपने का कोई अधिकार नहीं है। राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने अदालत के फैसले की घोषणा से पहले संवाददाताओं से कहा कि क्रेमलिन मामले का "पालन नहीं कर रहा" था और इस पर उनकी कोई टिप्पणी नहीं थी। अदालत को अपना फैसला सुनाने में कार्यवाही शुरू होने से लगभग पांच घंटे लग गए। सुनवाई मीडिया के लिए बंद थी, लेकिन पत्रकारों को फैसला सुनने की अनुमति दी गई।

एलजीबीटी कार्यकर्ताओं को न्याय मंत्रालय के अनुरोध के बाद 17 नवंबर को आए इस फैसले की आशंका तो पहले से थी। दरअसल, मंत्रालय ने विशिष्ट उदाहरण दिए बिना दावा था कि रूस में LGBT आंदोलन की गतिविधियों में चरमपंथ के लक्षण दिखाई देते हैं, जिसमें सामाजिक और धार्मिक संघर्षों को बढ़ावा देना भी शामिल है। अदालत के बाहर, LGBT कार्यकर्ता एडा ब्लेकवेल ने कहा कि फैसले ने आधिकारिक बयानों को खारिज कर दिया है कि रूस LGBT लोगों के खिलाफ भेदभाव नहीं करता है और उन्हें समान अधिकार प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि उसे यह समझाने के लिए कि वह एक ट्रांसजेंडर महिला नहीं है, उसकी इच्छा के विरुद्ध एक साल तक "रूपांतरण चिकित्सा" का सहारा लिया गया। उन्होंने कहा कि, "व्यवहार में, इस मुकदमे को अपनाने के बाद, मैं रूपांतरण चिकित्सा के बारे में बात नहीं कर पाऊंगी।" मॉस्को की सड़कों पर लोगों के विचार अलग-अलग थे। लेरा नाम की एक युवा महिला ने कहा कि, "मैं चाहती हूं कि यह दुनिया एक स्वतंत्र जगह हो, जहां लोग जिसे चाहें उससे प्यार कर सकें, हालांकि इन सबके प्रति मेरा रवैया तटस्थ है, क्योंकि मैं उनकी जगह नहीं हूं।" लेकिन अगर मुझे प्यार करने से मना किया गया तो यह बहुत दर्दनाक होगा।"

20 वर्षीय डेनियल ने कहा कि समलैंगिक संबंध "सामान्य नहीं" हैं। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि कम से कम जिन्हें मैं जानता हूं, उनमें से ज्यादातर लोग, मेरे दोस्त और परिचित, समलैंगिकता के प्रति नकारात्मक रवैया रखते हैं। इसलिए यह हमारे देश के लिए सही फैसला है।" बता दें कि, रूस में पहले से ही 100 से अधिक समूहों को "चरमपंथी" के रूप में प्रतिबंधित किया गया है। पिछली सूचियाँ, उदाहरण के लिए यहोवा के साक्षियों के धार्मिक आंदोलन और विपक्षी राजनेता अलेक्सी नवलनी से जुड़े संगठनों ने गिरफ्तारी की प्रस्तावना के रूप में काम किया है।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शामदासानी ने कहा कि रूस में एलबीजीटी समुदाय की स्थिति " बदतर होती जा रही है", और "एलजीबीटी आंदोलन" की अदालत की परिभाषा के बारे में स्पष्टता की कमी ने कानून को दुरुपयोग के लिए खुला छोड़ दिया है। उन्होंने कहा, "एलजीबीटी समुदाय के लिए इसका मतलब उनके मौलिक अधिकारों का और अधिक दमन है।"

उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, बद्रीनाथ-केदारनाथ समेत ज्यादातर ऊंची चोटियों पर बादल छाए रहने के साथ हो रही बूंदाबांदी और बर्फबारी, बढ़ी ठंड

उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं। हेमकुंड साहिब, बद्रीनाथ, केदारनाथ समेत ज्यादातरसमेत ज्यादातर ऊंची चोटियों पर हुआ है। जबकि, आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हुई। दून में दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और आसमान में बादलों ने डेरा डाल लिया।

मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी शुक्रवार को भी पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। चोटियों पर हिमपात और हल्की वर्षा के आसार हैं। मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने के साथ कहीं-कहीं उथला कोहरा परेशानी बढ़ा सकता है। बीते एक सप्ताह से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में धूप और बादलों की आंख-मिचौनी जारी है।

बर्फबारी और बूंदाबांदी होती रही

गुरुवार को भी दून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में सुबह से धूप खिली रही। हालांकि, दोपहर बाद बादल मंडराने लगे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी दर्ज की गई। उधर, पर्वतीय क्षेत्रों में बादलों का डेरा रहा और शाम तक ऊंची चोटियों पर हिमपात का एक दौर हुआ। इसके अलावा निचले क्षेत्रों में बौछार की भी सूचना है। जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। आने वाले दिनों में पारे में तेजी से गिरावट आने के साथ सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं।

इन क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, शुक्रवार को बागेश्वर, पिथौरागढ़ समेत आसपास के क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार हैं। प्रदेश के 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हो सकता है। ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में उथला कोहरा छाया रह सकता है।

ऋषिकेश एम्स में भर्ती 41 मजदूरों का हालचाल जानने पहुंचे राज्यपाल गुरमीत सिंह, बोले-परीक्षा में सभी हुए सफल

उत्तराखंड के राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह ऋषिकेश एम्स में भर्ती 41 मजदूरों का हालचाल जानने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे 41 लोगों की यह परीक्षा थी, जिसमें वह सफल हुए हैं। उन्होंने हमें एक सबक सिखाया है कि किस प्रकार मुश्किल घड़ी में एक साथ रहना है। मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए एम्स परिसर में बसें पहुंच गई हैं।

17 दिन तक सिलक्यारा सुरंग में जिंदगी गुजारने वाले मजदूरों के हौसले फिर भी बुलंद हैं। उनका कहना है कि सुरंग निर्माण के दौरान इस तरह की घटना सामान्य होती है। हालांकि इस बार मलबा ज्यादा गिर गया था। मजदूरों ने छुट्टी के बाद फिर काम पर लौटने का संकल्प लिया है तो कुछ मजदूरों के परिजन वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

दूसरी तरफ उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल से श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के बाद देहरादून स्थित सीएम आवास में ईगास यानी बूढ़ी दीपावली का उत्सव मनाया गया। वैसे तो दिवाली के 11वें दिन यानी एकादशी को उत्तराखंड में ईगास मनाने का रिवाज है, लेकिन मजदूरों के सुरंग में फंसे होने के चलते सीएम धामी ने आवास पर आयोजित कार्यक्रम स्थगित कर दिया था।

वहीं, जब मजदूर सुरक्षित वापस आए हैं तो उन्होंने बुधवार को ही उत्सव मनाया। सीएम धामी भैलो खेलकर लोकगीतों पर जमकर थिरके। इस अवसर पर सीएम आवास में श्रमिकों के परिजन भी मौजूद थे। सीएम ने इन सभी का माल्यार्पण कर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं।