अयोध्या में चाणक्य परिषद की स्थापना दिवस की तैयारी, बैठक तीन को

अयोध्या।अखिल भारतीय चाणक्य परिषद का 30 वां स्थापना दिवस समारोह मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर 15 जनवरी को विशाल ब्राह्मण सम्मेलन स्थल चयन तथा चाणक्य धारा का प्रकाशन हेतु संपादक मंडल का गठन व व्यवस्था पर चर्चा 3 दिसंबर दिन रविवार को अपराह्न 12:00 बजे प्रेस क्लब फैजाबाद जनपद अयोध्या की बैठक में सर्वसम्मत से लिया जाएगा।

जिसमें परिषद के समस्त पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं सम्मानित ब्राह्मण बंधु सादर आमंत्रित हैं। सभी से आग्रह है की समय से उक्त बैठक में पहुंचकर अपना सुझाव विचार देने का कष्ट करें। यह जानकारी परिषद के जिला महामन्त्री लषणधर त्रिपाठी ने दिया है।

बैठक के मुख्य अतिथि परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक पंडित कृपानिधन तिवारी विशिष्ट अतिथि श्री श्री परशुराम सेवा ट्रस्ट के संरक्षक पं बी बी चतुर्वेदी पूर्व जिलाधिकारी श्री श्री परशुराम सेवा ट्रस्ट कोषाध्यक्ष डॉक्टर आर डी पांडे रहेंगे।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने किया फेरबदल

अयोध्या।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर के निर्देश पर कई दरोगाओ का तबादला किया गया है । इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर के निर्देश पर एसएचओ कैंट केके मिश्रा को हटाया गया ।

उन्हे न्यायालय सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है । बताया जाता है कि संजय मौर्या को कैंट कोतवाली का कोतवाल बनाया गया है । इसी कड़ी में दर्शननगर संयुक्त हॉस्पिटल के वन स्टॉप सेंटर चौकी में तैनात उपनिरीक्षक मंजू देवी को महिला थाना अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है ।

आरपीएलआई सभी वर्गों के लिए फायदेमंद : एच के यादव

अयोध्या।अयोध्या प्रधान डाकघर में पूर्वी उपमंडल के सभी शाखा पोस्टमास्टर के साथ ग्रामीण डाक जीवन बीमा एवं बचत खाता खोलने के उद्देश्य को गति देने के लिए व्यवसायिक मेला आयोजित किया गया। इस दौरान मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर एच के यादव मेले में शिरकत करते हुए कहा कि डाकघर में ग्रामीण डाक जीवन बीमा अन्य बीमा कंपनी से कम किश्त और अधिक भुगतान करता है।

आज के समय में इंसान का जनजीवन सड़कों आदि स्थानों पर खतरे से भरा रहता है ऐसे में ग्रामीण डाक जीवन बीमा उसके परिवार की जिमेदारियों का निर्वाहन करेगा डाकघर समाज सेवा के लिए होने के नाते डाक जीवन बीमा योजना में अन्य बीमा कंपनी से कम किश्त और अधिक बोनस देय है साथ ही यह भी बताया कि हमारे डाकघर की सभी योजनायें जनता के लिए हितकर है एक बचत खाता ही खुलवा लेने से प्रधानमंत्री बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, ए टी एम, तथा डाकघर में आसानी से लेनदेन की सुविधा मिलने लगती है।

साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि डाकघर के बचत खाता में से कितनी भी बार लेनदेन करने की आजादी होती है इसमें बैंकों की भांति लेनदेन पर शुल्क नही लिया जाता है इसलिए गरीबों को अल्प बचत कराने की आदत डालने के लिए उनमें जागरूकता लाने की आवश्यकता है।

और छोटी बचत सिर्फ डाकघर में ही किया जा सकता है । श्री यादव ने लक्ष्य पूर्ति के लिए सभी को निर्देश दिया कि ग्रामीण डाक सेवकों अमीर गरीब सभी के घर घर जाने के साथ साथ जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने का निर्देश दिया । जिसके लिए हमारे शाखा डाकपाल घर घर लोगो से सम्पर्क करें और जनता को डाकघर परिवार का सदस्य बनाये ।

ग्रामीण डाक जीवन बीमा व सुकन्या समृद्धि योजना की तारीफ करते हुए पूर्वी उपमंडल के सहायक अधीक्षक ओमेश्वर सिंह कहा कि सुकन्या खाता हर वर्ग के लिए वरदान साबित हो रहा है जनता को योजना के बारे में जानकारी नही रहने से लाभ नहीं मिल पाता है ।

इस अवसर पर सत्येन्द्र प्रताप सिंह, विवेक यादव, शिवदीप जायसवाल शाखा डाक पाल अंजू सिंह, सम्पूर्णा उपाध्याय, पूनम सिंह, रंजना, वंदना सिन्हा, चंद्रभान यादव, चंद्रकांत तिवारी, शोभनाथ तिवारी, सुशील कुमार तिवारी, अभिषेक सिंह, सैकड़ों ग्रामीण डाक सेवक मौजूद रहे ।

महामहिम राज्यपाल के हाथों 123 स्वर्णपदक पाकर छात्रों के चेहरे खिले

अयोध्या।डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 28 वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल व कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के हाथों स्वर्णपदक पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खिल उठे। दीक्षांत समारोह में कुल 123 स्वर्णपदक प्रदान किए गए।

जिसमें 30 कुलपति स्वर्णपदक, 76 कुलाधिपति स्वर्णपदक एवं दानस्वरूप के रूप में 17 स्वर्णपदक छात्र-छात्राओं को दिए गए। इसमें 79 स्वर्णपदक के साथ छात्राओं का प्रतिशत 64 रहा। वही 44 स्वर्णपदक छात्रों को मिला इनका प्रतिशत 36 रहा है।

दीक्षांत समारोह में सर्वाधिक अंक पाने वालों में उमा यादव बी०ए, ज्योति श्रीवास्तव बी०एस०-सी०, अनामिका यादव बीकाॅम, शिवम बीएससी, पल्लव घोषाल बी०टेक० (ब्रान्च-आई०टी०) आवासीय परिसर, श्रेया पटेल, बी०टेक० (ब्रान्च-एम०ई०) आवासीय परिसर, अंशिका सिंह बीटेक० (ब्रान्च-सी०एस०) आवासीय परिसर, उन्नति सिंह, बी0टेक० (ब्रान्च-ई०सी०) आवासीय परिसर, विनय कुमार यादव बी०टेक० (ब्रान्च-सिविल इंजीनियरिंग) आवासीय परिसर, रूबी यादव बी0टेक० (ब्रान्च-इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग) आवासीय परिसर, प्रियांशु पाण्डेय बी०वोक० टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटलिटी (आवासीय परिसर), अंजली सिंह को बी०एड० की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए स्वर्णपदक प्रदान किए गए।

वहीं 30 कुलपति स्वर्णपदक सर्वाधिक अंक के लिए छात्र-छात्राओं को प्रदान किया गया। राजेन्द्र विक्रम सिंह को बी0लिब०, वर्तिका यादव को बी०पी०ई०एस०, प्रगति सिंह बी०एस-सी० (आवासीय परिसर), अंजली यादव बैचलर आफ विजुअल आर्ट (आवासीय परिसर), अपाला को बी०बी०ए०, ज्योति बी०सी०ए०, शाहजरीन आलम, एम०बी०बी०एस०, सौम्या सेठ बी०डी०एस०, कुमकुम को बी०एस-सी० नर्सिंग की परीक्षा में सर्वाधिक अंक स्वर्णपदक प्रदान किया गया है।

वहीं वर्षा निगम को बी०पी०टी०, अनुजा वर्मा को वर्ष 2022 नर्सिंग, शिवेन्द्र द्विवेदी बी०एम०एल०टी०, आदर्श रतन सिंह बी०एस-सी० आप्टीमेट्री, उमना फातिमा को बी०एस-सी० बी०आर०डी०आई०टी०, शिवम पाण्डेय बी०वोक० एम०सी० जे० (आवासीय परिसर), सपना वर्मा को बी०वोक० फैशन डिजाइन एण्ड गारमेंट टेक्नालोजी (आवासीय परिसर), प्रियांशी श्रीवास्तव बी0लिब० आई०एस०सी० (आवासीय परिसर) व अंशुमान सिंह को बी0एस0डब्ल्यू० (आवासीय परिसर) की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए कुलपति स्वर्णपदक प्रदान किए गए।

वही दूसरी ओर 76 कुलाधिपति स्वर्णपदक छात्र-छात्राओं को मिला जिनमें अनामिका द्विवेदी को एम०ए० हिन्दी, जीनत खांतून एम०ए० अंग्रेजी, आरती एम०ए० संस्कृत, नंजीफा खांतून एम०ए० उर्दू, अंशू सिंह एम०ए० समाज शास्त्र, प्रखर एम०ए० राजनीति शास्त्र, शालिनी सिंह एम०ए० प्राचीन इतिहास, अमित कुमार श्रीवास्तव एम०ए० शिक्षाशास्त्र, अंजली एम०ए० मध्यकालीन तथा आधुनिक इतिहास, सानिया सनोबर एम०ए० अर्थशास्त्र, विनय कुमार को एम०ए० दर्शन शास्त्र में सर्वाधिक अंक के लिए स्वर्णपदक प्रदान किया गया।

वहीं कुलाधिपति स्वर्णपदक के लिए अंकित कुमार एम०ए० भूगोल, अल्का एम०ए० रक्षा एवं स्त्रातंत्रिक अध्ययन, हर्षिता द्विवेदी एम०ए० मनोविज्ञान, साक्षी वर्मा एम०ए० गृह विज्ञान, विजय एम०ए० संगीत (गायन), पूजा एम०ए० चित्रकला, हर्षिता वर्मा, एम०एस-सी० भौतिक विज्ञान, आस्था मौर्या एम०एस-सी० रसायन विज्ञान, पल्लवी शुक्ला एम०एस-सी० वनस्पति विज्ञान, नित्या शुक्ला एम०एस-सी० प्राणि विज्ञान, अंकिता तिवारी एम०एस-सी० प्राणि विज्ञान, प्रज्जवल कुमार एम०एस-सी० सूक्ष्म जीव विज्ञान, करिश्मा को एम०एस-सी० पर्यावरण विज्ञान की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए स्वर्णपदक प्रदान किया गया।

इसी क्रम में आशीष कुमार कसौधन को एम०एस-सी० (गणित), आयुष राय एम०कॉम०, दिव्या प्रियदर्शी एम०डी० डरमेटोलाॅजी वेनरोलाॅजी एण्ड लेप्रोसी, रश्मि नाम्बियार एम०एस० ओथे एण्ड रिहीनो एण्ड लैरिगोलाॅजी, श्वेता तिवारी एम०एड०, आशीष राज एम०पी०एड०, विकम प्रताप सिंह एम०बी०ए० (आवासीय परिसर), प्रियांशू उपाध्याय एम०बी०ए० ब्रान्च-एग्री० बिजनेस (आवासीय परिसर), रश्मि एम०बी०ए० ब्रान्च-फाइनेन्स एण्ड कंट्रोल (आवासीय परिसर), मयंक भारती एम०बी०ए० ब्रान्च-हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेन्ट (आवासीय परिसर), दीपक कुमार तिवारी एम०बी०ए० ब्रान्च-टूरिज्म मैनेजमेन्ट (आवासीय परिसर), सना कौशर द्विवर्षीय एम०सी०ए० (आवासीय परिसर), बसुधा श्रीवास्तव एम०एस-सी० जैव तकनीकी (आवासीय परिसर), आइमन फातिमा एम०एस-सी० जैवरसायन विज्ञान (आवासीय परिसर), अनूप कुमार मिश्रा एम०एस-सी० गणित एवं सांख्यिकी (आवासीय परिसर) को सवार्धिक अंक के लिए स्वर्णपदक प्रदान किए गए है।

वही मो० तनवीर रजा एम०ए० अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास (आवासीय परिसर), सविता कंवर एम०ए० इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व (आवासीय परिसर), प्रियंका एम०एस-सी० सूक्ष्म जीव विज्ञान (आवासीय परिसर), सैयद इंतखाव अहमद एम०एस-सी० पर्यावरण विज्ञान (आवासीय परिसर), सौरभ एम०एस-सी० भौतिकी (इलेक्ट्रॉनिक्स) (आवासीय परिसर), शिवम त्रिपाठी एम०एस-सी० इलेक्ट्रॉनिक्स (आवासीय परिसर), सुभांगी सिंह एम०ए० अंग्रेजी (आवासीय परिसर), रोशनी कुमारी एम०ए० एम०सी० जे० (आवासीय परिसर), डा0 अंकिता चैधरी एम०पी-एच० (आवासीय परिसर), स्नेहा मिश्रा एम०एस० डब्ल्यू० (आवासीय परिसर), सोनम यादव को एम०ए०-प्रसार शिक्षा एवं ग्रामीण विकास (आवासीय परिसर) स्वर्णपदक प्रदान किया गया।समारोह में कुलाधिपति स्वर्णपदक के रूप में कुलदीप कुमार मौर्य को वर्ष एम०टी०ए० (आवासीय परिसर), मो० राशिद हाशमी एम०लिब० (आवासीय परिसर), रोहित कुमार श्रीवास्तव एम०लिब०, काजल गुप्ता एम०ए०-मानव चेतना, योग विज्ञान एवं उपचार (आवासीय परिसर), कविता कनौजिया एम०एफ०ए०-पेंटिंग (आवासीय परिसर), नेहा गुप्ता एम०ए० हिन्दी लैंग्वेज एण्ड लिट्रेचर (आवासीय परिसर), सत्या उपाध्याय एम०ए० एप्लाइड साइकोलॉजी (आवासीय परिसर), अंकिता श्रीवास्तव एल०एल०एम० (आवासीय परिसर), हेमन्त सिंह एम०ए० समाजशास्त्र (आवासीय परिसर), धर्मवीर वर्मा एम०ए० अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध (आवासीय परिसर), वैष्णवी त्रिपाठी एम०ए० ड्राइंग एण्ड पेन्टिंग (आवासीय परिसर), विशाल विश्वकर्मा एम०एस-सी० भू-भौतिकी (आवासीय परिसर), अभिनव श्रीवास्तव एम०एस-सी० जियोलोजी (आवासीय परिसर), कामिनी यादव एम०ए० भूगोल (आवासीय परिसर), सुजीत श्रीराम पाल, एम०डी०एस० (पीडियाट्रिक डेन्टिस्ट्री), मोनिका सिंह एम०डी०एस० (पीडियाट्रिक डेन्टिस्ट्री), मेनका मिश्रा एम०एस-सी० नर्सिंग, आदर्श श्रीवास्तव एम०एस-सी० एम०एल०टी०, रंजना शुक्ला एनपीसीसी, जतिन गर्ग एम०टेक० ईसीई (आवासीय परिसर), सिद्धान्त कुमार गौतम एम०टेक० इन्फारमेशन इंजीनियरिंग (आवासीय परिसर) की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए स्वर्णपदक प्रदान किए गए।

इसी क्रम में प्रेक्षा वर्मा को एम०टेक० मैकेनिकल इंजीनियरिंग (आवासीय परिसर), हर्षिता सिंह एम०टेक० कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (आवासीय परिसर), अदीबा खानम एम०ए० गवर्नेन्स इन पब्लिक पालिसी (आवासीय परिसर), सपना अग्रहरी एम०एस-सी० गृह विज्ञान (फूड न्यूट्रीशन), अदिति गुप्ता एम०एस-सी० गृह विज्ञान (चाइल्ड डेवलपमेंट) की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए स्वर्णपदक दिए गए।वही दानस्वरूप स्वर्णपदक के लिए 17 पदक छात्र-छात्राओं को दिए गए जिनमें अनामिका द्विवेदी को एम०ए० हिन्दी की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए रणंजय स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।

आरती को एम०ए० संस्कृत रणवीर स्वर्ण पदक, जीनत खांतून को एम०ए० अंग्रेजी साहित्य महारथी डा० रमा शंकर तिवारी को स्वर्ण पदक, शालिनी सिंह को एम०ए० प्राचीन इतिहास गणेश दत्त शुक्ला को स्वर्ण पदक, आस्था मौर्या को एम०एस-सी० रसायन विज्ञान डा० डी०एस० भाकुनी स्वर्ण पदक, उमा यादव को बी०ए० में सेठ द्वारिका दास झुनझुनवाला स्वर्ण पदक, कु० ज्योति श्रीवास्तव को बी०एस०-सी0 राजा जगदम्बिका प्रताप नारायण सिंह स्वर्ण पदक प्रदान, अनामिका यादव को बी०कॉम० की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए सिंहानिया स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।

इसी क्रम में तृप्ति सिंह को बी०एस० सी० प्राणि विज्ञान में रमेन्द्र मोहन मिश्र स्वर्ण पदक पल्लवी मौर्या को स्नातक स्तर पर संगीत विषय की परीक्षा में स्व० विष्णु कुमार कपूर स्मृति स्वर्ण पदक, सानिया सनोबर को एम०ए० अर्थशास्त्र के लिए स्व० एस०पी० तिवारी स्मृति स्वर्ण पदक, विकम प्रताप सिंह को एम०बी०ए० (आवासीय परिसर) गौरव अरोड़ा स्वर्ण पदक, संविता कंवर को इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व (आवासीय परिसर) की परीक्षा में सर्वाधिक अंक के लिए डा0 विश्वमित्र उपाध्याय स्वर्ण पदक, अनूप कुमार मिश्रा को एम०एस-सी० गणित एवं सांख्यिकी (आवासीय परिसर) ई०एस० चन्द्रशेखर स्वर्ण पदक, मो० तनवीर रजां को एम०ए० अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास (आवासीय परिसर) स्व० राम कृष्ण सिन्हा स्मृति स्वर्ण पदक, प्रसून पाण्डेय को एम०बी०ए० मार्केटिंग ग्रुप आवासीय परिसर स्व० राजीव रंजन राय स्मृति स्वर्ण पदक, प्रखर को एम०ए० राजनीति शास्त्र की।

अवध विश्वविद्यालय का 28 वां दीक्षांत समारोह भव्यता के साथ सम्पन्न

अयोध्या।डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 28 वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन पर छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा और ज्ञान के सही मायने आप सभी को सिद्ध करना होगा।

भारत को आजादी के 100 वर्षों में एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य पूर्ण करना है। यह मार्ग तभी प्रशस्त होगा जब युवा पीढ़ी शिक्षा के उचित मार्ग का चयन कर उस पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि समाज में सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है।

भारत के कृषि प्रधान राष्ट्र है यहां के विश्वविद्यालय में शोध कार्यों को सही दिशा में ले जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि गुजरात राज्य में एक बेहतर जल प्रबंधन से जलापूर्ति सुनिश्चित हो पाई और लम्बे समय के बाद गुजरात राज्य टैंकरराज से मुक्त हो सका है।

यह तभी संभव हो पाया जब एक व्यापक जल नीति तैयार कर नर्मदा नदी के डैम की ऊचाई को बढ़ाने के साथ-साथ सिचाई परियोजनाओं को सही क्रम में विकसित किया गया है। समारोह में कुलाधिपति ने कहा कि सरदार सरोवर डैम पर व्यापक योजनाओं का परिणाम इस प्रकार दिखाई पड़ा कि गुजरात राज्य जल संकट से मुक्त हो गया।

समारोह में राज्ययपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को मिलकर ऐसा कार्य करना है जिससे समाज के सभी वर्गों के जीवन स्तर में व्यापक स्तर पर सुधार हो। उन्होंने कहा कि अभी हम सभी को कार्यप्रणाली में सुधार कर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य करने की संस्कृति विकसित करनी है।

शिक्षण संस्थानों को समाज के सर्वांगीण विकास पर जोर देने के लिए क्रमबद्ध शोध कार्य पर पारदर्शी शोध नीति मार्ग पर आगे चलने की आवश्यकता है।

जो भी कार्य करना है उसे दिल से करना है कमियों को दूर करने का निरन्तर प्रयत्न करना पड़ता है। विश्वविद्यालय में शोध कार्यों पर जो कार्य किए जा रहे है। उनसे अभी समाज को व्यापक लाभ नही मिल पा रहा है। शोध कार्यों को धरातल पर कार्य करने के लिए युवाओं को आगे आना है।

विकसित राष्ट्रों की तर्ज पर पारदर्शी रणनीति के सहारे ही हम राज्य व राष्ट्र का विकास कर सकते है। कुलाधिपति ने छात्रों से कहा कि स्वच्छता का प्रत्येक व्यक्ति के जीवन बहुत महत्वपूर्ण स्थान है और यह सभी का प्राथमिक दायित्व है कि स्वच्छता और स्वास्थ के प्रति सजग और सतर्क रहे।

स्वच्छता सरकार का ही विषय नही है यह सभी का सामाजिक दायित्व भी है। कुलाधिपति ने अपने उद्बोधन के अंत में छात्रों को दायित्वों बोध का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि शिक्षा के साथ संस्कृति पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

माता-पिता की सेवा करें उनका आदर करें कभी भी उनके प्रति उपेक्षा का भाव प्रकट न करें यही आपकी संस्कृति है।विवि के 28 वें दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण, प्रधान न्यायपीठ, नई दिल्ली के सदस्य डाॅ0 अफरोज अहमद ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम कण-कण में बसते हैं।

भारत की समृद्ध सांस्कृतिक, सामाजिक, बौद्धिक सभ्यता की विरासत के साथ यह पवित्र भूमि अयोध्या मेरे सहित अनगिनत व्यक्तियों के लिए प्रेरणा का प्रतीक रही है।

डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में एक छात्र के रूप में, मुझे शैक्षणिक क्षेत्र से परे अपने ज्ञान क्षितिज के विस्तार का अनुभव करने का सौभाग्य मिला। प्रभु श्री राम के मूल्यों और सिद्धांतों में गहराई से निहित विश्वविद्यालय के लोकाचार ने मुझमें समाज के प्रति कर्तव्य की गहरी भावना पैदा की।

उन्होंने कहा कि अयोध्या धार्मिक महत्व के साथ-साथ हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, हमारी सामूहिक चेतना का प्रमाण है। प्रभु श्री राम की शिक्षाओं ने पर्यावरण वैज्ञानिक, नौकरशाही और न्यायपालिका में मेरे करियर के प्रति मेरे दृष्टिकोण को आकार दिया है।

लाखों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने की मेरी खोज में उन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया है। समारोह में उन्होंने कहा कि अयोध्या जिसे कौशल राज्य के नाम से पुरातन समय में जाना जाता था। इसी स्थान पर पवित्र ग्रन्थ ‘रामायण‘ की रचना महर्षि वाल्मीकि द्वारा की गई।

यह शहर पवित्र सरयू नदी के किनारे बसा है। वास्तव में घाघरा नदी अयोध्या में सरयू के नाम से जानी जाती है। घाघरा नदी मानसरोवर (तिब्बत) से निकलती है और ‘मापचा संगपा‘ के नाम से जानी जाती है। हिमालय से निकलकर नेपाल के रास्ते शिवालिक की वादियों से होकर नेपाल में पहुँचकर यह ‘‘करनाली‘‘ के रूप में जानी जाती है। ‘

‘करनाली‘‘ नदी दो शाखाओं ‘कौरियाला एवं गेरुआ‘ में बंट जाती है और भारत के खूबसूरत तराई क्षेत्र में कतरनिया घाट के पास पहुँचकर ‘घाघरा‘ हो जाती है एवं प्रभु श्री राम के चरणों में ‘सरयू‘ हो जाती है।मुख्य अतिथि ने कहा कि अयोध्या सिर्फ एक शहर नहीं है बल्कि यह एतिहासिक, सांस्कृतिक एवं हमारे मूल्यों, परंपराओं और आकांक्षाओं का प्रतीक है।

यह हमारे स्वर्णिम अतीत का एक प्रमाण है। प्रभु श्री राम की आध्यात्मिक दिव्य जीवन शैली है जो अभी भी मुझे स्पष्ट विजन और दृढ़ विश्वास के साथ पर्यावरण एवं मानवता की बेहतरी के लिए काम करने की यात्रा में मार्गदर्शन करती हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या एक महत्वाकांक्षी समृद्ध वैश्विक शहर है।

उनके नेतृत्व ने राज्य में गवर्नेस के बेहतरी के लिए एवं सामाजिक न्याय की तरफ बदल दिया है। वह विकास के साथ अपने दृष्टिकोण में संस्कृति और प्रकृति परिप्रेक्ष्य को एकीकृत कर रहे हैं। समारोह में डाॅ0 अफरोज ने उपाधिधारकों से कहा कि अनुभव हमें आकार देते हैं, हमारी शिक्षा हमें सशक्त बनाती है और हमारा जुनून हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा निरंतर देता है।

हम संकल्प ले एक बेहतर दुनिया, जो सभी को स्वीकार हो, के निर्माण में योगदान देने के लिए आगे बढ़ेंगे।

दीक्षांत समारोह में कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने अतिथियो का स्वागत व विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन पढ़ते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के सम्बद्धता क्षेत्र में प्रदेश के 07 जनपदों-अयोध्या, अम्बेडकरनगर, गोण्डा, बहराइच, बाराबंकी, सुल्तानपुर एवं अमेठी के कुल 764 महाविद्यालय तथा संस्थान सम्बद्ध हैं जिसमें 03 संघटक, 07 राजकीय, 20 अनुदानित, 36 विधि तथा 667 स्ववित्तपोषित महाविद्यालय हैं। इनके अतिरिक्त 06 मेडिकल, 04 डेन्टल और 21 नर्सिंग कॉलेज भी विश्वविद्यालय की सम्बद्धता-परिधि में आते हैं।

आवासीय परिसर तथा महाविद्यालयों में 11 संकायों के अन्तर्गत 108 पाठ्यक्रमों में लगभग 06 लाख स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों को शोध एवं पठन-पाठन की सुविधा उपलब्ध है।

पुण्य का द्योतक है जनहित में किया गया कार्य: गिरीश पति त्रिपाठी

अयोध्या।यूको बैंक जनकल्याण के लिए लगातार कार्य करता रहता है। आम श्रद्धालुओं की सेवा से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वाटर कूलर व अन्य संयंत्रों की स्थापना करके जनहित का कार्य किया जाता रहता है।

इसी कड़ी बुधवार को यूको बैंक के सौजन्य से मां देवकाली को वॉटर कूलर समर्पित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने किया।

बताते चलें कि पिछले दिनों चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा में यूको बैंक द्वारा परिक्रमा करने आने वाले भक्तों को मिष्ठान, जलपान व चायपान की व्यवस्था की गई थी। यही नहीं बैंक कर्मचारियों द्वारा रामनगरी में लगातार राम भक्तों की सेवा की जाती है।

अयोध्या में आने वाले भक्तों की सेवा करने के लिए यूको बैंक लगातार सकारात्मक प्रयास कर रहा है। जिसके तहत बुधवार को बड़ी माँ देवकाली मन्दिर पर वॉटर कूलर का उद्घाटन अयोध्या के महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी द्वारा किया गया।

इस अवसर पर महापौर श्री त्रिपाठी ने कहा कि जनहित को ध्यान में रख कर किया गया कार्य हमेशा पुण्य प्रदान करता है। किसी भी संस्था को प्रगति पथ पर अग्रसर रहने के लिए जनहित को ध्यान में रखना आवश्यक है। इससे संस्था अथवा संस्थान के प्रचार-प्रसार के साथ ही जनकल्याण का कार्य भी होता रहता है।

जो संस्था के उच्च वैचारिक स्वरूप का परिचायक है। इस मौके पर महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी के साथ बड़ी देवकाली के महंत गिरीश पाठक, अंचल प्रमुख लखनऊ सौरभ सिंह, अंचल प्रमुख अयोध्या सुश्री मिलन दुबे, उप अंचल प्रमुख नीरज कुमार, अयोध्या शाखा प्रबंधक अशोक दुबे, सीनियर मैनेजर मनोज सिंह, अशोक सिंह सहित बैंक के सभी कर्मचारी उपस्थिति रहे।

आरपीएलआई सभी वर्गों के लिए फायदेमंद : एच के यादव

अयोध्या।अयोध्या प्रधान डाकघर में पूर्वी उपमंडल के सभी शाखा पोस्टमास्टर के साथ ग्रामीण डाक जीवन बीमा एवं बचत खाता खोलने के उद्देश्य को गति देने के लिए व्यवसायिक मेला आयोजित किया गया।

इस दौरान मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर एच के यादव मेले में शिरकत करते हुए कहा कि डाकघर में ग्रामीण डाक जीवन बीमा अन्य बीमा कंपनी से कम किश्त और अधिक भुगतान करता है आज के समय में इंसान का जनजीवन सड़कों आदि स्थानों पर खतरे से भरा रहता है।

ऐसे में ग्रामीण डाक जीवन बीमा उसके परिवार की जिमेदारियों का निर्वाहन करेगा डाकघर समाज सेवा के लिए होने के नाते डाक जीवन बीमा योजना में अन्य बीमा कंपनी से कम किश्त और अधिक बोनस देय है साथ ही यह भी बताया कि हमारे डाकघर की सभी योजनायें जनता के लिए हितकर है ।

एक बचत खाता ही खुलवा लेने से प्रधानमंत्री बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, ए टी एम, तथा डाकघर में आसानी से लेनदेन की सुविधा मिलने लगती है साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि डाकघर के बचत खाता में से कितनी भी बार लेनदेन करने की आजादी होती है इसमें बैंकों की भांति लेनदेन पर शुल्क नही लिया जाता है।

इसलिए गरीबों को अल्प बचत कराने की आदत डालने के लिए उनमें जागरूकता लाने की आवश्यकता है और छोटी बचत सिर्फ डाकघर में ही किया जा सकता है । श्री यादव ने लक्ष्य पूर्ति के लिए सभी को निर्देश दिया कि ग्रामीण डाक सेवकों अमीर गरीब सभी के घर घर जाने के साथ साथ जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने का निर्देश दिया ।

जिसके लिए हमारे शाखा डाकपाल घर घर लोगो से सम्पर्क करें और जनता को डाकघर परिवार का सदस्य बनाये ।ग्रामीण डाक जीवन बीमा व सुकन्या समृद्धि योजना की तारीफ करते हुए पूर्वी उपमंडल के सहायक अधीक्षक ओमेश्वर सिंह कहा कि सुकन्या खाता हर वर्ग के लिए वरदान साबित हो रहा है जनता को योजना के बारे में जानकारी नही रहने से लाभ नहीं मिल पाता है ।

इस अवसर पर सत्येन्द्र प्रताप सिंह, विवेक यादव, शिवदीप जायसवाल शाखा डाक पाल अंजू सिंह, सम्पूर्णा उपाध्याय, पूनम सिंह, रंजना, वंदना सिन्हा, चंद्रभान यादव, चंद्रकांत तिवारी, शोभनाथ तिवारी, सुशील कुमार तिवारी, अभिषेक सिंह, सैकड़ों ग्रामीण डाक सेवक मौजूद रहे ।

अयोध्यान मे राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 09 दिसम्बर को

अयोध्या ।राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं माननीय उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के अनुपालन में माननीय जनपद न्यायाधीश श्री गौरव कुमार श्रीवास्तव के आदेशानुसार एवं बृजेश कुमार सिंह नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत एवं शैलेन्द्र सिंह यादव अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फैजाबाद की देखरेख में दिनांक 09.12.2023 (दिन शनिवार) को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायालय परिसर, फैजाबाद में किया जायेगा।

राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक वादो को आपसी सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित कराया जा सकता है राष्ट्रीय लोक अदालत में निम्नांकित विषयों से संबंधित वादों का निस्तारण किया जायेगा।

प्रिलिटीगेशन स्तर के विवाद

1- धारा 138 पराक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई एक्ट)

2- बैंक वसूली वाद

3- श्रम विवाद वाद,

4- विद्युत एंव जलवाद बिल (अशमनीय छोड़ कर)

5- अन्य आपराधिक शमनीय, पारिवारिक एंव अन्य व्यवहार वाद,

न्यायायालय में लम्बित वाद (जो नेशनल जुडीशियल डाटा ग्रिड पर प्रदर्शित हो)

1- आपराधिक शमनीय वाद

2- धारा 138 पराक्राम्य लिखत अधिनियम (एनआई एक्ट)

3- बैंक वसूली वाद,

4- मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाऐ,

5- श्रम विवाद वाद,

6- विद्युत एंव जलवाद बिल (अशमनीय छोड़ कर)

7- पारिवारिक विवाद,

8- भूमि अधिग्रहण वाद

9- सर्विस मैटर से संबंधित वेतन, भत्ता और सेवानिवृत्ति लाभ के मामले।

10- राजस्व वाद, जो जनपद न्यायालय और मा0 उच्च न्यायालय में लम्बित हों।

11- अन्य सिविल वाद (किरायेदारी, सुखाधिकार, निषेधाज्ञा वाद, विशिष्ट अनुतोष वाद) आदि।

अतः आप सभी से अनुरोध है कि आपने विवाद दिनांक 09.12.2023 (दिन शनिवार) को राष्ट्रीय लोक अदालत जनपद न्यायालय परिसर (कचेहरी) फैजाबाद में पहुँच कर निस्तारण करा सकते है।

राष्ट्रीय लोक अदालत में वाद के निस्तारण के कई फायदे है-राष्ट्रीय लोक अदालत में विवाद आपसी सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण से आप अपने बहुमूल्य समय व आर्थिक नुकसानी से बच सके। उक्त जानकारी श्री शैलेन्द्र सिंह यादव अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फैजाबाद ने दी है।

अयोध्या राम जन्मभूमि परिसर में आयोजित हुई सुरक्षा समिति की बैठक

अयोध्या।राम जन्मभूमि परिसर में चल रही स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक समाप्त हुई । बैठक में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हुआ मंथन । आपातकालीन स्थिति में परिसर की सुरक्षा पर हुई चर्चा । बैठक में 22 जनवरी के कार्यक्रम को लेकर मंथन हुआ ।

चाक चौबंद सुरक्षा के साथ होगा प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न, सुरक्षा के लिए 40 करोड़ रूपया प्रथम चरण में स्वीकृत हुआ है । 40 करोड रुपए से राम मंदिर की सुरक्षा को किया जाएगा अभेद, इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट बूम बैरियर समेत अत्यधिक सुरक्षा मशीनों के साथ अभेद होगी राम लला की सुरक्षा, प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था है पर्याप्त, प्रवेश और निकास द्वार, मूवमेंट प्लान, गेस्ट को परिसर तक लाना और वीवीआईपी मूवमेंट पर हुई चर्चा, 5 जनवरी 2024 तक सुरक्षा के सभी अत्याधुनिक इक्विपमेंट कर लिए जाएंगे स्टॉल, 5 जनवरी से श्रद्धालुओं को गुजरना होगा अत्यधिक इक्विपमेंट के सुरक्षा के घेरे से,नियमित तौर पर सुरक्षा संबंधी हाई लेवल होती है।

बैठक,सुरक्षा की चुनौतियां और पिछले कुछ महीने में आए सुरक्षा के परिदृश्य और आगामी दिनों में सुरक्षा को लेकर बैठक में हुई चर्चा । बेहतर सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने को लेकर बैठक में हुई है चर्चा, प्राण प्रतिष्ठा को लेकर चतुर्दिक है।

प्रबंध, सभी सुरक्षा एजेंसी अलग तरह से कर रही है कार्य ।सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और पीएसी को दी गई है अलग-अलग जिम्मेदारियां,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी लिया जाएगा सहारा, विभिन्न तकनीकों के माध्यम से लगातार रखा जाएगा।

सर्विलांस पर, उत्साही भक्त श्रद्धालु जो आएंगे उसके लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है फोर्स के लोगों को, सुरक्षा और सत्कार हो सके एक साथ, सुरक्षा को रखा जाएगा कई घेरे में,तीन घेरे होंगी स्थायी रूप से सुरक्षा, इसके अलावा अदृश्य घेरे रहेंगे सुरक्षा के लिहाज से।

अवध विवि को 28 वां दीक्षांत समारोह 29 को

अयोध्या।डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 29 नवम्बर को होने वाले 28 वें दीक्षांत समारोह का मंगलवार को पूर्वाह्न फाइनल रिहर्सल किया गया। रिहर्सल की शुरूआत कौटिल्य प्रशासनिक भवन से कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के नेतृत्व में दीक्षांत के सम्मानित सदस्यों के पदयात्रा निकाली गई।

डोगरा रेजिमेंट के आर्मी बैंड धुन के साथ शोभायात्रा स्वामी विवेकानंद सभागार के लिए प्रस्थान किया। कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा वन्दे मातरम से की गई। इसके उपरांत जल मिशन के तहत जल भरों कार्यक्रम का अभ्यास किया गया।

इस दौरान कुलपति द्वारा कुलाधिपति को पुस्तक ग्रन्थ एवं स्मृृति चिन्ह का पूर्वाभ्यास किया। कुलपति प्रो0 गोयल द्वारा स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी के छात्रों को दीक्षोपदेश का पूर्वाभ्यास कराया गया। इसके पश्चात कुलपति द्वारा स्वर्णपदक छात्रों को स्वर्णपदक वितरण का बारी बारी से अभ्यास कराया। इस दीक्षांत समारोह के आकर्षक प्राथमिक विद्यालय के बच्चें एवं आगंनबाड़ी कार्यकत्री होगी।

इनकों समिति के सदस्यों के दिशा-निर्देशन में मंच पर किट प्राप्त करने का पूर्वाभ्यास किया। कार्यक्रम का सफल संचालन का पूर्वाभ्यास प्रो0 एसएस मिश्र द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 अंजनी कुमार मिश्र ने किया। इसके उपरांत छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान के साथ रिहर्सल का समापन किया गया ।

कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने बताया कि विश्वविद्यालय के 28 वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल करेंगी। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण, प्रधान न्यायपीठ, नई दिल्ली के सदस्य डाॅ0 अफरोज अहमद होंगे। विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के योगेन्द्र उपाध्याय व श्रीमती रजनी तिवारी, राज्यमंत्री उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश सरकार रहेंगी।

कुलपति ने बताया कि कुलपति ने बताया कि भारत सरकार के डिजी लाकर में सत्र 2022-23 के दो लाख 17 हजार 496 उपाधि को कुलाधिपति के कर कमलों से अपलोड किया जायेगा। इस दीक्षांत समारोह में कुल 123 स्वर्णपदक प्रदान किए जायेंगे। जिनमें कुलपति स्वर्णपदक 30 एवं कुलाधिपति स्वर्णपदक 76 तथा दानस्वरूप स्वर्णपदक के रूप में 17 पदक प्रदान किये जायेंगे। इसमें आवासीय परिसर के स्नातक, परास्नातक की कुल 1787 उपाधियां प्रदान की जायेगी। इसके अतिरिक्त 71 पीएचडी उपाधि दी जायेगी।

विवि के मीडिया प्रभारी डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे से 28 वें दीक्षांत समारोह को शुभारम्भ होगा। इसके सभी आमंत्रित आगंतुकों को हर हाल में 10ः30 बजे तक स्वामी विवेकानंद सभागार में स्थान ग्रहण कर लेना होगा। दीक्षांत निमंत्रण कार्ड के बिना समारोह में प्रवेश वर्जित रहेगा।

इसके अतिरिक्त सभी को अपना एक परिचय-पत्र लाना अनिवार्य होगा। परिसर में दो पहिया वाहनों की पार्किंग अधिष्ठाता छात्र कल्याण भवन के नीचे से लेकर श्रीराम शोधपीठ तक की जायेगी। वही चार पहिया वाहन अहिल्याबाई होल्कर छात्रावास से लेकर दीक्षा भवन तक की जायेगी।

सभी को प्रवेश परिसर में 10ः30 बजे तक दिया जायेगा। फाइनल रिहर्सल के दौरान विश्वविद्यालय के अधिकारी, समबद्ध महाविद्यालय के प्राचार्य, कार्यपरिषद सदस्य एवं विद्यापरिषद सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे।