*शिक्षार्थियों की क्षमता का विकास करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य: प्रोफेसर सीमा सिंह*
लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज एवं जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट शिक्षा के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य परस्पर समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किए गए । इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालय के कुलपति एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह एवं जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट के कुलपति प्रोफेसर शिशिर कुमार पांडेय ने शिक्षा के क्षेत्र में एक दूसरे को सहयोग देने के लिए परस्पर सहमति पत्र एम ओ यू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय के शिक्षार्थियों को विशिष्ट शिक्षा के क्षेत्र में जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय की विशिष्टताओं का लाभ मिलेगा। जो उनके कैरियर संवर्धन में काफी लाभदायक सिद्ध होगा।
मुक्त विश्वविद्यालय ने रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय से किया एमओयू
उन्होंने कहा कि शिक्षार्थियों की क्षमता का विकास करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य है। उन्होंने कुलपति प्रोफेसर पांडेय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निरंतर मार्गदर्शन में मुक्त विश्वविद्यालय औद्योगिक प्रतिष्ठानों के साथ ही महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थानों के साथ एमओयू साइन करके उनकी विशेषताओं से शिक्षार्थियों को लाभान्वित करने की दिशा में निरन्तर प्रयासरत है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट के साथ एमओयू प्रक्रिया संपन्न कराई गई।
इस अवसर पर प्रारंभ में सेवायोजन एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी डीपी सिंह ने मुक्त विश्वविद्यालय के कौशल विकास केंद्र द्वारा संचालित कार्यक्रमों के बारे में जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट के कुलपति प्रोफेसर शिशिर कुमार पांडेय को अवगत कराया। कुलपति के विशेष कार्याधिकारी डॉ दिनेश सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश होने से पूरे प्रदेश के छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा सुलभ कराने के लिए विश्वविद्यालय निरंतर प्रयासरत है। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ. प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी।
Nov 20 2023, 19:37