*आजमगढ़ : भगवान श्रीकृष्ण ने कालिया नाग का तोड़ा घमण्ड ,खांजहापुर में गूँज रही संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा*
सिध्देश्वर पांडेय
आजमगढ़ । फूलपुर तहसील के खांजहापुर पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण की बाल लीला में पूतना उद्धार,अघासुर के उद्धार के अलावा,कालिया दमन, गोबर्धन पूजा के बाद छप्पन भोग और चीरहरण के कथा का वर्णन श्रीमद्भागवत कथा के व्यास अखिलेश चन्द्र मिश्र के द्वारा किया गया । संगीत मयी कथा सुनकर श्रद्धालु भक्त भावविभोर हो गए ।
खांजहापुर के पांडेय कम्पाउंड में रविवार शाम को संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा आगे बढ़ाते हुए प्रबचनकर्ता अखिलेश चंद मिश्रा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जन्म धर्म और कर्म की स्थापना के लिए हुआ था । कंस के अत्याचार से निपटने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अपने बाल लीला के दौरान पूतना उद्धार,अघासुर के उद्धार का कथा में वर्णन किया ।
यमुना में कालिया नाग के आतंक से गोकुल के लोग परेशान थे । भगवान श्रीकृष्ण ने गेंद खेलने के दौरान गेंद को यमुना नदी में फेंक कर कालिया नाग के घमण्ड का दमन किया । इसके बाद इंद्र के घमण्ड को चूर करने के लिए गोबर्धन पर्वत को एक अंगुली को धारण करके गोकुल वालों की रक्षा किया और गोबर्धन पर्वत की पूजा में छप्पन भोग लगाकर गोबर्धन पर्वत के प्राकृतिक रहस्य पर चर्चा किया ।
इसके बाद द्रोपदी के चीरहरण और द्रोपदी के इज्जत की रक्षा का बखान सुनकर श्रद्धालु भक्त भावविभोर हो गये । इस अवसर पर राजेन्द्र प्रसाद पांडेय, देवेंद्र प्रसाद पांडेय, शैलेंद्र पांडेय ,रविन्द्र कुमार पांडेय , आशुतोष पांडेय ,आकाश पांडेय, गौरव पांडेय,अमन पांडेय , हीराराम यादव ,पूर्व प्रधान राजेन्द्र प्रसाद यादव ,विशाल पांडेय, वैभव ,चित्रार्थ पांडेय आदि लोग रहे ।
Nov 20 2023, 16:30