राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक सीखेंगे पुलिसिंग के गुर

कानपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कुल 50 स्वयंसेवकों का "छात्र पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम" के अंतर्गत प्रशिक्षण आज से पुलिस उपायुक्त, पूर्वी जोन, कमिश्नरेट कानपुर नगर में आरंभ हुआ। जिसमें एडिशनल डीसीपी श्री लखन सिंह यादव ने स्वयंसेवकों को उनके इस कार्यक्रम के दौरान सिखाए जाने वाले कोर्स के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए पुलिस की कार्यशैली तथा जनता व पुलिस के बीच के संबंधों के बारे में बेहद रोचक व सरल ढंग से जानकारियां दी। यह प्रशिक्षण कुल 120 घंटे का होगा। जो कानपुर नगर के विभिन्न थानों पर चलाया जाएगा।

इस प्रशिक्षण के दौरान स्वयंसेवकों को आगंतुके पटल, महिला पटल, एफ आई आर लिखना, घटनास्थल का निरीक्षण करना, भीड़ प्रबंधन, बीट पेट्रोलिंग, महिला एवं बच्चों से संबंधित विशेष अपराध, यातायात नियंत्रण, पुलिस कर्मियों के जीवन तथा परेड, वृद्धाश्रम, किशोर आश्रम, महिला आश्रम, अनाथ आश्रम के साथ-साथ, नारकोटिक सेल, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, साइबर सेल, महिला पुलिस स्टेशन, पीआरबी, पुलिस नियंत्रण कक्ष आदि से संबंधित कौशल, तकनीक तथा पुलिस-पब्लिक के मध्य अविश्वास का कारण तथा ठीक करने के उपाय आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कानपुर नगर के कुल 11 इकाइयों, मुख्य रूप से डी ए वी कॉलेज, डी जी कॉलेज, बी एन डी कॉलेज, क्राइस्ट चर्च कॉलेज, पीपीएन कॉलेज,अरमापुर पीजी कॉलेज, महिला महाविद्यालय, जुहारी देवी कॉलेज तथा छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की तीन इकाइयां के छात्र युवाओं में पुलिस के प्रति संवेदनशीलता लाने तथा उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने हेतु यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा बनाया गया है। कानपुर नगर की राष्ट्रीय सेवा योजना की नोडल अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के कुशल निर्देशन में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। युवाओं में पुलिस के प्रति संवेदनशीलता लाने तथा उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने हेतु यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा बनाया गया है।

श्रीमद् भागवत कथा सुन मंत्र-मुग्ध हुए लोग

कानपुर- श्रीमद् भागवत कथा में पंडित योगेश अवस्थी योगीराज महराज जी ने अपने श्री मुख से भजनों एवं प्रवचनों से वहां पर उपस्थित सभी भक्तों को मंत्र मुग्ध कर दिया। पंडित जी ने भगवान की लीला का सजीव चित्रण किया एवं भगवान के द्वारा किया दिव्य कर्म से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भगवान का अर्थ है भ=भूम ,ग=गगन, व=वायू, अग्नि, न=नीर, जिससे भगवान की उत्पत्ति हुई है। और यह संकल्प बना भूमि, गगन,वायू, अग्नि, एवं नीर से जुड़े मानव जीवन बनाया गया। जैसे आप की सोच और कर्म होगा वैसा ही फल मिलता है।

भगवान की भक्ति में आप रेडियो नहीं टेलीविजन बने ।जिस तरह रेडियो सिर्फ आवाज करता है टेलीविजन सिर्फ आवाज ही नहीं साक्षात दर्शन कराता है।आप की आंख कान सहित सभी अंगों को भगवान के भजन कीर्तन एवं भक्ति में लीन कर झूमे तो सचमुच भगवान के दर्शन होते हैं।

कथा के अंत में आरती के दरमियान भक्ति झूम कर नाचे इस अवसर पर यजमान रमेश चंद्र जौहरी कुमकुम जौहरी प्रशांत गुप्ता प्रकाश अग्निहोत्री पप्पू बाजपेई एवं सैकड़ो की तादाद में भक्त मौजूद रहे।

दक्षिण एशिया बिरादरी की 33वीं कान्फ्रेंस

कानपुर- हरिहर नाथ शास्त्री भवन, खलासी लाइन में दक्षिण एशिया बिरादरी नई दिल्ली की 33वी कांफ्रेंस (Unity in Diversity) आयोजित हुई। कांफ्रेंस का उदघाटन दक्षिण एशिया बिरादरी के चेयरमैन सत्यपाल ने दीप जलाकर किया। अपने स्वागत भाषण में बोलते हुए उन्होंने कहा की भारत विविधता में एकता का श्रेष्ठतम उद्धरण है। यह जन्मस्थली हैं हिंदूइस्म, बुद्धिज्म, जैनिज़्म, सिखिस्स व क्रिश्चियनिटी की। सभी धर्मों को न केवल भारत के लोगों में अपितु भारत की सरकारों ने भी मान्यता दी है व विभिन्न धर्मो के प्रमुख त्योहारों पर राजकीय छुट्टियां भी घोषित की जाती हैं। विविधता में एकता का बेहतर उदाहरण देखना हो तो हमारे देश में विभिन्न धर्मो, जातियों, भाषाओं व खान पान की संस्कृतियों का संगम देखें। यह संगम कानपुर के इस सभागार में हुआ है। हमारे देश में २२ मान्यताप्राप्त भाषाओं को भारतीय संविधान में स्थान दिया गया है, अगर हम इस विविधतापूर्ण देश को विश्व के सभी देशों के Roll Model बनाएं तो हम "वसुधैव कुटुम्बकम" के सपने को साकार कर सकते हैं। 

केरल से आईं चित्रा सुकुमारन ने कहा कि हमें सहिष्णुता से परिपूर्ण नागरिक तैयार करने होंगे और साथ ही किसी एक भाषा पर अपनी पकड़ भी बनानी होगी। अपनी मातृभाषा के साथ डा० चितरंजन साहनी (उड़ीसा) ने कहा की हम रंगकर्मी हैं हम अपनी कला के जरिये विविधता में एकता मजबूत करेंगे। नेपाल के साथी दशरथ महंत ने कहा कि भारत व नेपाल सदियों से धार्मिक तथा सांस्कृतिक विरासत से जुड़े हैं। 

सायंकाल दक्षिण एशिया कांफ्रेस के प्रतिनिधियों ने अपने अपने राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। इसके पूर्व डा० एस, एन. सुब्बाराव स्मृति सम्मान गांधी शांति प्रतिष्ठान की ओर से सत्यपाल जी को प्रदान किया गया व संस्था के उपाध्यक्ष दीपक मालवीय जी को जगदम्बा भाई दवारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम में 10 राज्यों के 60 प्रतिनिधि शामिल हुए। इन सभी का उद्देश्य दक्षिण एशिया के देशों के बीच मानव व मानव के मध्य सम्पर्क स्थापित करना व उसे मजबूत करना था। कार्यक्रम को प्रमुख रूप से श्री सत्यपाल जी, श्री दीपक मालवीय, श्री नौशाद आलम मंसूरी, श्री रामकिशोर बाजपेई, डा० वी० एन० सिंह, श्री शिव कुमार दीक्षित आदि ने संबोधित किया !

अनुसूचित जाति उप योजना अंतर्गत कृषकों को वितरित किए गए गेहूं की बिभिन्न किस्में

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर द्वारा आज अनुसूचित जाति उप योजना अंतर्गत कृषको को गेहूं की विभिन्न प्रजातियां वितरित की गई। इस अवसर पर गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने बताया कि गेहूं को प्रोटीन, खनिज, बी-समूह के विटामिन और आहार फाइबर का एक उत्तम स्रोत माना जाता है,जो एक उत्कृष्ट स्वास्थ्य-निर्माण का कारक है। इसका उपयोग, अन्य अनाजों की तुलना में, रोटी बनाने के लिए व्यापक रूप से किया जाता है। इसके साथ-साथ गेहूँ में कई औषधीय गुण होते हैं ।

भारत में धान के बाद गेहुँ सबसे महत्वपूर्ण खाद्यान्न फसल है जिसका देश के खाद्यान्न उत्पादन में लगभग 35 प्रतिशत का योगदान है। गेहूँ के दाने में 12 प्रतिशत नमी, 12 प्रतिशत प्रोटीन, 2.7 प्रतिशत रेशा, 1.7 प्रतिशत वसा, 2.7 प्रतिशत खनिज पदार्थ व 70 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। शोधों द्वारा सिद्ध हो चुका है लो, बीज पुराना प्रयोग करने से उत्पादन प्रभावित होता है।

जिससे कृषको की आय पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसी समस्या के निदान हेतु कृषि विज्ञान केंद्र, दलीप नगर, कानपुर देहात द्वारा अनुसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत आज ग्राम रुदापुर, सहतावन पुरवा व औरंगाबाद इत्यादि के 100 कृषकों/ कृषक महिलाओं को चंद्र शेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित उन्नत प्रजातियाँ k-1006 जो कि लौह व जिंक से भरपूर है व जिसकी उत्पादकता 55-60 कुंतल/ हेक्टेयर है, का आधारीय बीज का वितरण किया गया । k-1006 प्रजाति सिंचित दशा की समय से बोने वाली प्रजाति है, जो 120-125 दिन में परिपक्वता को पा लेती है, और इसका दाना सफेद व बोल्ड होता है ।

कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ शशिकांत, डॉ अरुण कुमार सिंह, डॉ राजेश राय, डॉ निमिषा अवस्थी के साथ चंद्रकांति, उषा, छोटेलाल, पवन, कोमल इत्यादि कृषक मौजूद रहे ।

क्वीर वेलफेयर फाउण्डेशन की गौरव परेड यात्रा का आयोजन

कानपुर । क्वीर वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में शहर में पहली बार गौरव परेड यात्रा का आयोजन किया गया। परेड यात्रा बड़ा चौराहा से शुरू होकर वीआईपी रोड होते हुए नाना राव पार्क, फूलबाग में समाप्त हुई।

यात्रा का मुख्य उद्देश्य एलजीबीटीक्यू अधिकारों की वकालत करने, हम थर्ड लिंगी समाज को स्वीकृति देने और विविधता में एकता का जश्न मनाने के लिए किया गया,परेड में विभिन्न प्रकार की झांकियाँ, संगीत और मनोरंजन शामिल हुए जहा प्रतिभागियों को एलजीबीटीक्यू प्लस समुदाय के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए लोग रंगीन कपड़े पहने अलग ही नजर आ रहे थे।

मीडिया से बातचीत करते हुए फाउंडेशन के संस्थापक अनुज पाण्डेय ने बताया कि कानपुर में प्राइड पैरोड एक भावनात्मक जीवनरेखा है जो एलजीबीटीक्यू व्यक्तियों, विशेषकर युवाओं को आशा प्रदान करती है,जो अलग-थलग महसूस करते हैं, उन लोगों को एकजुट करने मे साहस का प्रतीक है जिन्होंने भेदभाव का सामना किया है हमारा फाउंडेशन लचीलेपन के प्रमाण और शहर में व्याप्त नफरत और पूर्वाग्रह पर प्रेम, सहिष्णुता और समावेशिता की घोषणा के रूप में हमेशा खड़ा है। मुख्य रूप से

अनुज पाण्डेय,रोज कायनात ,सागर आदि लोग उपस्थित रहे।

परेड में शामिल हुए सभी सदस्यों को मुम्बई से आई रोज कायनात ने संबोधित करते हुए कहा की हम थर्ड लिंगी उत्तर प्रदेश सरकार से यह मांग करते हैं कि हमें वह सभी सुविधा दी जाए जो अन्य सामान्य नागरिकों को दी जाती है स्कूल में दाखिला, आवास, शिक्षा सहित सभी बुनियादी हक के लिए हम मांग करते हैं कई प्रान्तों में हमें मान्यता मिली हुई है और सारी सुविधाएं उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करते है कि हमारी मांगों को हमारे थर्ड लिंगी समुदाय की विकास के लिए लागू की जाए।

मुंबई से कानपुर परेड में आई रोज कायनात में कानपुर के सभी सदस्यों को आश्वासन देते हुए कहा कि हम उनके हक और अधिकार के लिए संघर्ष करते रहेंगे और जब भी जरूरत होगी हम हमारा संगठन आपके साथ कार्य करने को तत्पर रहेगा। कार्यक्रम की सफलता के बाद कानपुर प्रेस क्लब में मीडिया को संबोधित करते हुए रोज कायनात ने कहा की मीडिया के माध्यम से मैं शासन से अनुरोध करती हूं कि हमारे थर्ड लिंगी समुदाय को सभी मान्य सुविधा प्रदान करें और जो भी समस्या हो उसे बातचीत के जरिए हल करने की कोशिश करें। इस मीटिंग में रोज कायनात सागर और आकाश पांडे उपस्थित रहे।

समाजसेवी दया कुमार बाबू व मुन्ना गांधी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित

कानपुर।महर्षि बाल्मीकि जन्मोत्सव केंद्रीय मेला कमेटी व हरिजन सहायक समिति के संयुक्त तत्वावधान में महर्षि बाल्मीकि उपवन मोती झील कानपुर में वरिष्ठ समाजसेवी दया कुमार बाबू व मुन्ना गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने में शहर के कोने-कोने से आए बुद्धजीवी लोग ने उनकी मूर्ति में पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बाल्मीकि समाज की धरोहर चलीं गईं हैं स्व दया कुमार बाबू व मुन्ना गांधी जी से समाज को बहुत उम्मीद थी उनके द्वारा किए गए ऐसे अनोखे कार्य कर गए और जो अधूरे कार्य छोड़ गए हैं यह हमारे आप का दायित्व है उनके अधूरे कार्य को पूरा करे यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री प्रकाश हजारिया, मुन्ना पहलवान, रामगोपाल समुनदे,डी डी सुमन, माता प्रसाद, रामगोपाल सागर, रामजियावन सागर, अरुण समुदे, मुन्ना हजारिया, रत्नाकर दया, राहुल भारती,कमल एडवोकेट, ब्रिजेन्द्र मकोरिया,धीरज बाल्मीकि,किशन सुदर्शन, धनश्याम गहरवार , श्री कान्त वैरीशाल प्रेमा देवी, प्रतिमा चौधरी, शिवा पाण्डेय, इतवारी सेठ, शिवराम समुनदे, बब्लू खोटे, सुशील शेरवा, नरेंद्र खन्ना, सुरेश भारती, आदि मौजूद रहे कार्यक्रम का संचालन श्री प्रकाश हजारिया ने किया।

श्री राम पब्लिक स्कूल में रंगा रंग कार्यक्रम का आयोजन

कानपुर-श्रीराम एजूकेशन सेन्टर बी ब्लॉक पनकी का 10 वा वार्षिकोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री सत्यदेव पचौरी जी सांसद, श्री महेन्द्र मोहन गुप्त जी आगर, श्री राजीव गर्ग, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री श्री कमल किशोर अग्रवाल जी. श्री रामतीला सोसाइटी परेड द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ।

शिक्षाविद एवं विद्यालय के मुख्य सलाहकार श्री भास्कर मैन्टी में अपने अभिभाषण में छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षण पद्धति पर जोर दिया। मुख्य अतिथि श्री सत्यदेव पचौरी जी ने कहा कि सुनहरे भारत के भविष्य छात्रों को राम के आदर्श पर चल कर ज्ञान संस्कार प्रतिभा के बल पर भारत को पुनः विश्वगुरू के पद पर स्थापित करने तथा पश्चिमी सभ्यता से दूर रहना, नवीन शिक्षा नीति के आयामों के बारे में बताया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अरुण कुमार पाण्डेय जी द्वारा विद्यालय की प्रगति एवं वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुतश्री राजीव गर्ग, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री रामलीला सोसाइटी द्वारा सभी आगुन्तकों एवं कार्यकर्ताओं का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया।

सर्वप्रथम गणेश वन्दना नृत्य के माध्यम से छात्रों ने उनके विभिन्न रूपों का प्रदर्शन किया।वैले रशियन नृत्य एवं फ्लावरी है जापानी लोक नृत्य छात्रों ने उभरते हुए जीवन के रंगों का वर्णन एवं पुष्प की भाँति मुस्कराने का संदेश दिया।

समूह गान के माध्यम से छात्रों ने माता-पिता और गुरु की महानता एवं बड़ों के आर्शीवाद से हुआ भाग्य जगाने का संदेश दिया।

डास ऑफ वॉरियर्स' नृत्य के माध्यम से छात्रों में योद्धाओं द्वारा अपनी शक्ति प्रदर्शन एवं जीवन में कठिन से कठिन दौर में भी कभी हार न मानने का संदेश दिया।

शक्ति नृत्य-नाटिका के माध्यम से छात्राओं ने नारी के विभिन्न रूपों एवं शक्ति का प्रदर्शन कर अतीत से लेकर वर्तमान तक नारियों द्वारा उपलब्धियों का प्रदर्शन किया।विश्व रूप नृत्य नाटिका में बालिकाओं ने विष्णु जी के दशावतार स्वरूपों का प्रदर्शन कर खूब तालियाँ बजाना कर्नाटक के लोक संगीत में लयबद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्य का प्रदर्शन किया।

हार्वेस्ट डांस मुख्य रूप से केरल का लोकनृत्य जो कि फसलों के कटने पर बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है, बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया।

'अर्केस्ट्रा विद्यालय के छात्रों ने बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति कर सभी को अपने स्थान पर खड़े होने पर मजबूर कर दिया।सामन्य वैभव (पिरामिड) योग एवं ध्यान के निरन्तर अभ्यास से मानसिक एवं शारीरिक ऊर्जा का संचार कर स्वस्थ्य एवं निरोगी जीवन रखते हुए ईश्वर का स्मरण कर श्रीराम जानकी जी की सुन्दर झाँकी प्रस्तुत की।

राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का सुखद समापन हुआ। कार्यक्रम में रामलीला सोसाइटी के पदाधिकारीगण, सदस्य अभिभावक बन्धु अध्यापक एवं अध्यापिकाएं उपस्थिति रहे।

दीपावली बाजार का 18वां उत्सव शुरू, मेले में 125 स्टॉल लगाए गए

कानपुर- मोती झील लॉन में दीपावली बाजार का भव्य उद्घाटन किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर महापौर प्रमिला पांडे ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 18 वर्ष से निरंतर मोती झील लॉन में दीपावली बाजार लग रहा है। यह अपने आप में अनोखा मेले का रूप धारण किए हुए हैं।

इस अवसर पर मेला संयोजक आमिर सिद्दीकी ने बताया हमारे मेले में 125 स्टॉल लगे हुए हैं। जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है क्योंकि लोगों की डिमांड त्योहार पर खरीदारी ज्यादा की बनी रहती है। इसलिए लोगों की भावनाओं को देखते हुए इस बार अधिक स्टॉल लगवाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि इस बार दीपावली के अवसर पर 5 दिन का चलने वाला मेले में लोग खूब खरीदारी करेंगे।

कृषि विज्ञान केन्द्रों की दो दिवसीय मध्यावधि समीक्षा कार्यशाला हुई सम्पन्न

कानपुर।भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी, जोन तृतीय, कानपुर द्वारा कृषि जलावायु क्षेत्र के 24 कृषि विज्ञान केन्द्रो के लिये आयोजित की जा रही दो दिवसीय मध्यावधि समीक्षा कार्यशाला के दूसरे एवं अंतिम दिन 11 कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा अपने कृषि विज्ञान केन्द्र की 2024 की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण दिया गया।

डा. ओ.पी. सिंह, पूर्व निदेशक प्रसार सरदार वल्लभभाई पटेल कृ.एवं. प्रौ. विवि., मेरठ, डा. पी.के. सिंह, निदेशक प्रसार, सरदार वल्लभभाई पटेल कृ.एवं. प्रौ. विवि., मेरठ,भाकृअनुप-अटारी कानपुर से डा. राघवेन्द्र सिंह, प्रधान वैज्ञानिक एवं डा. सीमा यादव, वैज्ञानिक तथा उत्तर प्रदेश के भाबर और तराई, पश्चिमी मैदानी और मध्य पश्चिमी मैदानी कृषि जलावायु क्षेत्र के 24 कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्ष एवं विषय वस्तु विशेषज्ञों ने भी कार्यशाला में उपस्थित रह कर अपनी सक्रीय भागीदारी को सुनिश्चित किया।

डा. पी.के. सिंह, निदेशक प्रसार, सरदार वल्लभभाई पटेल कृ.एवं. प्रौ. विवि., मेरठ ने कहा कि किसानों फसल में बीमारी व कीट आदि क्षेत्रीय समस्याओं को देखते हुए कृषि विज्ञान केन्द्रों को परिस्थिती वाले जिलों के अनुसार अलग-अलग समूह में बांट कर प्रक्षेत्र परीक्षण का डिजाइन तैयार किये जायें जिससे किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके। इस अवसर पर डा. शान्तनु कुमार दुबे, निदेशक, भाकृअनुप, अटारी, कानपुर ने समस्त कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्ष एवं विषय वस्तु विशेषज्ञों के कार्यक्षेत्र की समस्याओं को सुना और समस्याओं के निराकरण हेतु सुझाव भी दिये। उन्होंने प्रक्षेत्र परीक्षण (आन फार्म ट्रायल) की परिकल्पना, उद्देश्य और विधियों की विस्तार से जानकारी समस्त उपस्थित कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्षों एवं वैज्ञानिकों को दी। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु सभी केवीके को आनफार्म ट्रायल विकसित करने और कार्यान्वित करने की विशेष आवश्यकता है।

डा. दुबे ने कहा कि कार्यशाला में किसानों की समस्याओं के अनुरूप कार्ययोजना बना कर प्रक्षेत्र पदर्शन निर्धारित किये जायें। कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा आडिट यूटिलाइजेशन सार्टिफिकेट, एग्रीड्रोन, प्रत्येक परियोजना के खाते एवं वित्तीय स्थिति, फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना, निकरा परियोजना एवं प्राकृतिक खेती आदि पर विस्तार कृषि विज्ञान केन्द्रों के अध्यक्षों/वैज्ञानिकों एवं अटारी कानपुर के वैज्ञानिकों तथा अतिथि विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई।

कार्यशाला के अन्त में डा. सीमा यादव, वैज्ञानिक, अटारी कानपुर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। इस अवसर पर डॉ. राम नरेश, डॉ. राजीव सिंह और मोहिल कुमार एवं अन्य लोग मोजूद रहे।

उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर पर हुआ संपन्न

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर पर राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत उद्यान विभाग कानपुर देहात के सहयोग से 25_25 कृषकों के समूह में दिनांक 2 व 3 नवंबर 2023 को दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला उद्यान अधिकारी कानपुर देहात डॉक्टर बलदेव प्रसाद द्वारा उद्यान विभाग में संचालित ड्रिप सिंचाई, मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई एवं पोर्टेबल स्प्रिंकलर तथा साग भाजी की खेती तथा फूलों से संबंधित गेंदा की खेती व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

केन्द्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर अरुण कुमार सिंह द्वारा लो टनल विधि से सब्जियों की पौध तैयार करने की विधि तथा खेती की लागत कम व उत्पादन अधिक से संबंधित फसलों पर विस्तार से जानकारी दी गई। केंद्र के प्रभारी डॉक्टर अजय कुमार सिंह द्वारा मसाला फसलों में रोग नियंत्रण की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक विधि से मसालों की खेती अधिक लाभप्रद होती है। डॉ खलील खान द्वारा फल वर्षों में खाद एवं उर्वरक प्रबंधन फूलों की खेती तथा उसके विपणन के बारे में जानकारी दी गई जबकि डॉक्टर निमिषा अवस्थी द्वारा फल एवं सब्जियों के परिरक्षण पर विस्तार से जानकारी दी गई।इस दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण में योजना प्रभारी श्री घनश्याम, रमेश चंद्र कटियार एवं सुरेश कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।