सीएम बघेल के आरोपों पर रमन सिंह का पलटवार, बोले- यह डर अच्छा लगा, लेकिन जवानों पर आरोप लगाते हुए थोड़ी तो शर्म कर लेते

रायपुर-    छत्तीसगढ़ में चुनावी गरमाहट के बीच राजनीतिक दलों और नेताओं का वार-पलटवार जारी है। इसी क्रम में मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल के केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों पर पूर्व मुख्‍यमंत्री डा रमन सिंह ने पलटवार किया है।

उन्‍होंने इंटरनेट मीडिया एक्स पर सीएम भूपेश को जवाब देते हुए लिखा है कि यह डर अच्छा लगा। चुनाव हारने के बाद कांग्रेसी ईवीएम पर सवाल उठाते थे। अब हारने के पहले ही बहाना तैयार करके बैठे हैं।

दाऊ भूपेश बघेल बाकी सब तो ठीक है, लेकिन सीआरपीएफ के जवानों पर ऐसे आरोप लगाते हुए थोड़ी तो शर्म कर लेते। यह जवान हमारे देश की धरोहर हैं इनकी निष्ठा पर प्रश्नचिन्ह लगाने का अधिकार किसी को भी नहीं है।

बतादें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। मुख्‍यमंत्री बघेल ने केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगाया है।

उन्‍होंने कहा, "सीआरपीएफ के प्लेन में जो बड़े-बड़े बक्से भरकर आए हैं, उनकी चेकिंग नहीं हो रही है। मैं निर्वाचन आयोग से कहना चाहूंगा कि इनके (ईडी, सीआपीएफ) वाहनों की भी अनिवार्य रूप से चेकिंग होनी चाहिए।

भाजपा हार मान चुकी है और ये आखिरी दांव है कि बक्सों में पैसे भरकर लाए जा रहे हैं, जिसका उपयोग मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाएगा। इसलिए सभी वाहनों खासकर ईडी और सीआरपीएफ के वाहनों की चेकिंग होनी चाहिए।"

राहुल गांधी 4 नवंबर को जगदलपुर में जनसभा को करेंगे संबोधित…

जगदलपुर-   कांग्रेस नेता राहुल गांधी 04 नवंबर को जगदलपुर आएंगे, वे यहां कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान के लिए एक जनसभा को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी के दौरे से संबंधित तैयारियों के लिए कांग्रेस के महामंत्री मलकीत सिंह गैदू को समन्वयक बनाया गया है, दौरे के दौरान वे पूरी व्यवस्था को देखेंगे। राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए कांग्रेसियों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राहुल गांधी स्थानीय लालबाग मैदान से सभा को संबोधित करेंगे। पिछले विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी मतदान के 48 घंटे पहले जगदलपुर पहुंचे थे और लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन वापसी, किसानों की कर्ज माफी जैसी बड़ी घोषणाएं की थी। इधर राहुल गांधी का जगदलपुर प्रवास तय होते ही कांग्रेसियों ने तैयारियों की शुरूआत कर दी है।

आज कांग्रेस भवन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और क्रेडा अध्यक्ष मिथलेश स्वर्णकार, कार्यक्रम समन्वयक मलकीत सिंह गैदू और शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।

पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा को मिली बड़ी जिम्मेदारी, पीसीसी मुख्यालय में संयोजक नियुक्त

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में दुरुस्त व्यवस्था और सुचारू रूप से संचालन के लिए पीसीसी मुख्यालय में तीन नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी है। राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी इंचार्ज बनाए गए हैं। पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा संयोजक बनाए गए हैं। वहीं सुबोध हरितवाल कोऑर्डिनेटर के तौर पर नियुक्त किए गए हैं।

बता दें कि कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था. होरा धमतरी विधानसभा से पहले विधायक रह चुके हैं. 30 अक्टूबर को प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक होरा ने कहा था कि प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा-विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से मुलाकात और आलाकमान के समझाइश के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है. चरणदास मंहत मेरे वरिष्ठ है उनका सहयोग और प्रेम बना हुआ है, उन्हीं की समझाइश है कि हमें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए.

कांकेर में पीएम मोदी ने साधा निशाना, बोले- कांग्रेस और विकास में छत्‍तीस का आंकड़ा

कांकेर-   छत्‍तीसगढ़ के कांकेर जिले में भाजपा की विजय संकल्‍प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा, छत्‍तीसगढ़ में भाजपा के समर्थन में जो आंधी चल रही है, वो कांकेर में भी दिख रही है।

पीएम मोदी ने कहा, भाजपा का संकल्‍प छत्‍तीसगढ़ के लोगों को सशक्‍त करने का है। भाजपा का संकल्‍प छत्‍तीसगढ़ को देश के टाप राज्‍यों में लाने का है। कांग्रेस और विकास में छत्‍तीस का आंकड़ा है। जहां कांग्रेस रहेगी, वहां विकास हो ही नहीं सकता।

उन्‍होंने कहा, कल ही छत्‍तीसगढ़ का स्‍थापना दिवस मनाया है। कितनी चुनौती से लड़ते हुए भाजपा ने नई व्‍यवस्‍था बनाई। लेकिन यहां की कांग्रेस की सरकार भाजपा से दुश्‍मनी निकालती रही।

इन पांच वर्षों में कांग्रेस नेताओं के बंगले, कारें का ही विकास हुआ है। उनके और उनके रिश्‍तेदारों का ही फायदा हुआ है। गरीब, दलित, पिछड़ों को क्‍या मिला। कांग्रेस सरकार ने टूटी-फूटी सड़कें दी है। इस वजह से आज पूरा छत्‍तीसगढ़ कह रहा है अउ नहीं सहिबो, अब बदल के रहिबो।

बीते नौ वर्षों के दौरान केंद्र की भाजपा सरकार का एक ही लक्ष्‍य रहा है। गरीब का कल्‍याण, आदिवासी का कल्‍याण। इसलिए हमने पक्‍के मकान की योजना बनाई। अभी तक चार करोड़ अधिक पक्‍का मकान मिल चुका है।

लेकिन छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार अड़ंगा डाल रही है। मैं आज आपको वादा करता हूं। छत्‍तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद पीएम आवास के काम को और तेज किया जाएगा।

रायपुर दक्षिण विधानसभा से 17 प्रत्याशियों ने वापस लिया अपना नाम, थामा कांग्रेस का दामन

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में आज नाम वापसी का अंतिम दिन है. रायपुर के दक्षिण विधानसभा से 17 प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लिया है और कांग्रेस के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास के योगदान को देखकर उन्हें समर्थन दिया है.

राम सुंदर दास ने सभी को कांग्रेस प्रवेश कराया. उन्होंने कहा, समर्थन से अभिभूत हूं. सबका समर्थन मिला है, सबका आभार प्रकट करता हूं. आज से सभी कांग्रेस के लिए मेरे लिए काम करेंगे. इसका असर कांग्रेस पर पड़ेगा. जीत के विधानसभा जाऊंगा और समस्या का समाधान करूंगा. इसमें जाती भेद की बात नहीं है. मैं सबकी सेवा पहले भी किया हूं, अब भी करूंगा. जब योगी मठ से योगी सीएम बन सकता है तो मैं मठ से विधायक क्यों नहीं बन सकता.

अधिगृहीत वाहनों की रवानगी शुरू, 15 हजार से अधिक गाड़ियों की होगी जरूरत

रायपुर-   छत्‍तीसगढ़ में दो चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए यात्री और स्कूल बसों के साथ अन्य वाहनों का अधिग्रहण होने के साथ ही यहां से रवानगी का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस बार चुनाव के लिए करीब 15 हजार से अधिक वाहनों की जरूरत चुनाव आयोग ने बताया है। इन वाहनों को परिवहन विभाग की ओर उपलब्ध कराने का सिलसिला जारी है।

इधरए बड़ी संख्या में यात्री बसों के अधिगृहीत होने से आम यात्रियों को दीपावली में अपने गृहग्राम जाने परेशान होना पड़ेगा। वहीं स्कूल बसों को भी चुनाव कार्य में लगाए जाने से स्कूली और कालेज के छात्र-छात्राओं को भी करीब एक सप्ताह परेशानी होगी। प्रदेश में सात और 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव की मतदान की तैयारियों में पूरा प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है।

परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बल, मतदान कार्य में लगे कर्मचारियों, अधिकारियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने और वहां से लाने के लिए करीब 7,000 यात्री बस, 2,000 स्कूल बस, 3,000 ट्रक और 3,000 कार के साथ ही शासकीय वाहने अधिगृहीत किया जाना है।

चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में आरटीओ की टीम लंबी दूरी की स्लीपर और एसी बसों समेत अन्य वाहनों को अधिगृहीत कर पुलिस को उपलब्ध करा रही है। रायपुर में पुलिस परेड मैदान में अधिगृहीत वाहनों को खड़ा रखा जा रहा है। यहीं से सुरक्षा बल के जवान पहले चरण के मतदान के लिए बस, ट्रक आदि से रवाना हो रहे हैं। पांच नवंबर से अलग-अलग स्थानों के लिए मतदान दलों की रवानगी होगी।

तीन हजार वाहन पुलिस-प्रशासन को सौंपा

अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में सात नवंबर को होने वाले मतदान के लिए अब तक करीब 3,000 वाहन अधिगृहीत कर स्थानीय जिला और पुलिस प्रशासन को सौंपा जा चुका है। वहीं 17 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए वाहन उपलब्ध कराने बस मालिक और ट्रांसपोर्टरों को परिवहन विभाग ने नोटिस जारी किया गया है।

दीपावली में होगी आम यात्रियों को परेशानी

चुनाव कार्य में बड़ी संख्या में यात्री बसें अधिगृहीत होने से दीपावली में गृहग्राम जाने यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे हालात में एकमात्र यात्री बस ही विकल्प है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओड़िशा, दिल्ली आदि राज्यों के मूल निवासी यहां बड़ी संख्यां में निवासरत हैं। दीपावली में ये सपरिवार अपने गृहग्राम जाते हैं।

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के अध्यक्ष अनवर अली ने कहा, चुनाव कार्य में यात्री बसों के अधिगृहीत करने के बाद भी आम यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी, क्योंकि बस आपरेटरों के पास पर्याप्त संख्या में यात्री बसे हैं।

निगरानी दलों के लिए 70 शासकीय वाहन

अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के लिए रायपुर जिले में निगरानी दलों के लिए विभिन्न शासकीय विभागों से 70 वाहन अधिगृहीत किया गया है। इसमें वीएसटी (वीडियोग्राफी करने) वाले वाहन भी शामिल हैं। रायपुर जिले से 417 यात्री बसों, 180 कार और 100 अन्य वाहनों को मतदान दलों और सुरक्षा बलों के मूवमेंट के लिए अधिगृहीत किया जाएगा।

वाहनों की जरूरत

यात्री बस 7,000

स्कूल बस 2,000

ट्रक 3,000

कार 3,000

सीएम बघेल ने केंद्र पर बोला बड़ा हमला, कहा- बक्‍सों में पैसा भर भरकर ला रही ईडी और सीआरपीएफ, इनके वाहनों की हो चेकिंग

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मुख्‍यमंत्री बघेल ने कहा, "सीआरपीएफ के प्लेन में जो बड़े-बड़े बक्से भरकर आए हैं, उनकी चेकिंग नहीं हो रही है। मैं निर्वाचन आयोग से कहना चाहूंगा कि इनके (ईडी, सीआपीएफ) वाहनों की भी अनिवार्य रूप से चेकिंग होनी चाहिए।

भाजपा हार मान चुकी है और ये आखिरी दांव है कि बक्सों में पैसे भरकर लाए जा रहे हैं, जिसका उपयोग मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाएगा। इसलिए सभी वाहनों खासकर ईडी और सीआरपीएफ के वाहनों की चेकिंग होनी चाहिए।"

मुख्‍यमंत्री बघेल ने कहा, भाजपा सत्‍ता के लिए किसी भी स्‍तर पर जा सकती है। कांग्रेस चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत करेगी और ईडी, सीआपीएफ के वाहनों की चेकिंग की मांग करेगी।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के द्वितीय चरण के मतदान के लिए चुनाव संचालक एवं सहसंचालकों की नियुक्ति, देखें सूची


रायपुर-    भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव  ने विधानसभा चुनाव 2023 के द्वितीय चरण के चुनाव के लिए चुनाव संचालक और सहसंचालकों की नियुक्ति है।

देखें लिस्ट-

निर्वाचन की आड़ में भी कमाई, बिना टेंडर लाइट व टेंट सौंप,दिया काम

बिलासपुर-   लोक निर्माण विभाग में एक और कारनामा सामने आया है। इस बार अधिकारियों ने निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण काम में भी कमाई का रास्ता ढूंढ लिए हैं। कोनी मतगणना स्थल पर लाइट और टेंट के काम के लिए निविदा जारी होनी थी, लेकिन अधिकारियों ने अपने चहेते फर्म को बिना टेंडर लाखों रुपये का काम सौंप दिया है। वहीं दूसरे जिलों में इस काम के लिए नियमानुसार टेंडर जारी हुआ है।

निर्वाचन के कार्य को संपन्न कराने के लिए कोनी इंजीनियरिंग कालेज में स्ट्रांग रूम के साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। यहां लाइट और टेंट लगाए जा रहे हैं। आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने लोक निर्माण विभाग संभाग क्रमांक एक को यहां लाइट और टेंट लगाने के निर्देश दिए थे।

इसके लिए बकायदा टेंडर जारी होना था, लेकिन अधिकारियों ने निविदा जारी न कर लाखों रुपये के काम को अपने चहेते फर्म को दे दिया। टेंडर लेने के प्रयास में जुटे लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे ईई अरविंद चौरसिया के पास पहुंचे। मामले को टालने के लिए उन्होंने इसकी सारी जवाबदारी स्थानीय निर्वाचन की होने की बात कह दी। इधर, निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि हमने लोक निर्माण विभाग को व्यवस्था सौंपी है।

अन्य जिलों में हुई है निविदा

प्रदेश के अन्य जिलों में निर्वाचन का काम हो रहा है। इसके लिए बकायदा टेंडर जारी किया गया है। कवर्धा में इस कार्य के लिए 27 अक्टूबर 2023 को निविदा जारी की गई है। बताया जा रहा है कि यहां 43 प्रतिशत बिलो में रेट आया है। वहीं बिलासपुर में अब नान एग्रीमेंट के तहत चहेते फर्म को लाखों रुपये भुगतान करने की तैयारी है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत

इस गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद सिटी माल 36 के पास संचालित अग्रवाल टेंट हाउस के संचालक अभिषेक अग्रवाल ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की है। उन्होंने लिखित में कहा है कि लोक निर्माण विभाग की ओर से अपने चेहते फर्म को उपकृत करने के लिए बिना निविदा जारी किए काम सौंप दिया है। उन्होंने नियमानुसार टेंडर जारी कर काम देने की मांग की है।

लाइट और टेंट लगाने का काम स्थानीय निर्वाचन कार्यालय का है। हमारी इसमें कोई भूमिका नहीं है। जाहिर है ऐसे में भुगतान करने का सवाल ही नहीं उठता है।

-संजय कोर्राम, चीफ इंजीनियर लोक निर्माण विभाग

कांग्रेस जल्द जारी कर सकती है अपना घोषणा पत्र

रायपुर-    रायपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस की अहम बैठक हुई। दरअसल, महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल अचानक रायपुर पहुंचे और बड़ी बैठक ली। बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा सीएम भूपेश बघेल, जयराम रमेश समेत संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक बैठक में घोषणा पत्र, प्रदेश में चुनावी माहौल से जुड़े सभी विषयों को लेकर चर्चा हुई है।

बैठक के बाद के सी वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई है। बहुत अच्छी रिपोर्ट है, हमारी सरकार बनेगी। कोई निर्देश देने की जरूरत नहीं है हमारी स्थिति बहुत अच्छी है। वेणुगोपाल ने पीएम मोदी और योगी के दौरे को लेकर कहा- पीएम आएं वो बीजेपी के लिए प्रचार करेंगे, लेकिन बहुमत में तो हम लोग ही आएंगे। कांग्रेस के लिए प्रदेश में अच्छा वातावरण है।

कांग्रेस अभी तक किसानों की कर्ज माफी सहित कुल 17 घोषणाएं कर चुकी है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली मुफ्त देने की बात कही गई है। भाजपा ने भी गरीबों को 75 हजार रुपए में आवास और पीएससी घोटाले की जांच का वादा किया है। दूसरी ओर लोगों का कहना है कि मुफ्त की योजनाएं बंद होनी चाहिए।