अधिगृहीत वाहनों की रवानगी शुरू, 15 हजार से अधिक गाड़ियों की होगी जरूरत

रायपुर-   छत्‍तीसगढ़ में दो चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए यात्री और स्कूल बसों के साथ अन्य वाहनों का अधिग्रहण होने के साथ ही यहां से रवानगी का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस बार चुनाव के लिए करीब 15 हजार से अधिक वाहनों की जरूरत चुनाव आयोग ने बताया है। इन वाहनों को परिवहन विभाग की ओर उपलब्ध कराने का सिलसिला जारी है।

इधरए बड़ी संख्या में यात्री बसों के अधिगृहीत होने से आम यात्रियों को दीपावली में अपने गृहग्राम जाने परेशान होना पड़ेगा। वहीं स्कूल बसों को भी चुनाव कार्य में लगाए जाने से स्कूली और कालेज के छात्र-छात्राओं को भी करीब एक सप्ताह परेशानी होगी। प्रदेश में सात और 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव की मतदान की तैयारियों में पूरा प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है।

परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बल, मतदान कार्य में लगे कर्मचारियों, अधिकारियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने और वहां से लाने के लिए करीब 7,000 यात्री बस, 2,000 स्कूल बस, 3,000 ट्रक और 3,000 कार के साथ ही शासकीय वाहने अधिगृहीत किया जाना है।

चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में आरटीओ की टीम लंबी दूरी की स्लीपर और एसी बसों समेत अन्य वाहनों को अधिगृहीत कर पुलिस को उपलब्ध करा रही है। रायपुर में पुलिस परेड मैदान में अधिगृहीत वाहनों को खड़ा रखा जा रहा है। यहीं से सुरक्षा बल के जवान पहले चरण के मतदान के लिए बस, ट्रक आदि से रवाना हो रहे हैं। पांच नवंबर से अलग-अलग स्थानों के लिए मतदान दलों की रवानगी होगी।

तीन हजार वाहन पुलिस-प्रशासन को सौंपा

अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में सात नवंबर को होने वाले मतदान के लिए अब तक करीब 3,000 वाहन अधिगृहीत कर स्थानीय जिला और पुलिस प्रशासन को सौंपा जा चुका है। वहीं 17 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए वाहन उपलब्ध कराने बस मालिक और ट्रांसपोर्टरों को परिवहन विभाग ने नोटिस जारी किया गया है।

दीपावली में होगी आम यात्रियों को परेशानी

चुनाव कार्य में बड़ी संख्या में यात्री बसें अधिगृहीत होने से दीपावली में गृहग्राम जाने यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे हालात में एकमात्र यात्री बस ही विकल्प है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओड़िशा, दिल्ली आदि राज्यों के मूल निवासी यहां बड़ी संख्यां में निवासरत हैं। दीपावली में ये सपरिवार अपने गृहग्राम जाते हैं।

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के अध्यक्ष अनवर अली ने कहा, चुनाव कार्य में यात्री बसों के अधिगृहीत करने के बाद भी आम यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी, क्योंकि बस आपरेटरों के पास पर्याप्त संख्या में यात्री बसे हैं।

निगरानी दलों के लिए 70 शासकीय वाहन

अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के लिए रायपुर जिले में निगरानी दलों के लिए विभिन्न शासकीय विभागों से 70 वाहन अधिगृहीत किया गया है। इसमें वीएसटी (वीडियोग्राफी करने) वाले वाहन भी शामिल हैं। रायपुर जिले से 417 यात्री बसों, 180 कार और 100 अन्य वाहनों को मतदान दलों और सुरक्षा बलों के मूवमेंट के लिए अधिगृहीत किया जाएगा।

वाहनों की जरूरत

यात्री बस 7,000

स्कूल बस 2,000

ट्रक 3,000

कार 3,000

सीएम बघेल ने केंद्र पर बोला बड़ा हमला, कहा- बक्‍सों में पैसा भर भरकर ला रही ईडी और सीआरपीएफ, इनके वाहनों की हो चेकिंग

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मुख्‍यमंत्री बघेल ने कहा, "सीआरपीएफ के प्लेन में जो बड़े-बड़े बक्से भरकर आए हैं, उनकी चेकिंग नहीं हो रही है। मैं निर्वाचन आयोग से कहना चाहूंगा कि इनके (ईडी, सीआपीएफ) वाहनों की भी अनिवार्य रूप से चेकिंग होनी चाहिए।

भाजपा हार मान चुकी है और ये आखिरी दांव है कि बक्सों में पैसे भरकर लाए जा रहे हैं, जिसका उपयोग मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाएगा। इसलिए सभी वाहनों खासकर ईडी और सीआरपीएफ के वाहनों की चेकिंग होनी चाहिए।"

मुख्‍यमंत्री बघेल ने कहा, भाजपा सत्‍ता के लिए किसी भी स्‍तर पर जा सकती है। कांग्रेस चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत करेगी और ईडी, सीआपीएफ के वाहनों की चेकिंग की मांग करेगी।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के द्वितीय चरण के मतदान के लिए चुनाव संचालक एवं सहसंचालकों की नियुक्ति, देखें सूची


रायपुर-    भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव  ने विधानसभा चुनाव 2023 के द्वितीय चरण के चुनाव के लिए चुनाव संचालक और सहसंचालकों की नियुक्ति है।

देखें लिस्ट-

निर्वाचन की आड़ में भी कमाई, बिना टेंडर लाइट व टेंट सौंप,दिया काम

बिलासपुर-   लोक निर्माण विभाग में एक और कारनामा सामने आया है। इस बार अधिकारियों ने निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण काम में भी कमाई का रास्ता ढूंढ लिए हैं। कोनी मतगणना स्थल पर लाइट और टेंट के काम के लिए निविदा जारी होनी थी, लेकिन अधिकारियों ने अपने चहेते फर्म को बिना टेंडर लाखों रुपये का काम सौंप दिया है। वहीं दूसरे जिलों में इस काम के लिए नियमानुसार टेंडर जारी हुआ है।

निर्वाचन के कार्य को संपन्न कराने के लिए कोनी इंजीनियरिंग कालेज में स्ट्रांग रूम के साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। यहां लाइट और टेंट लगाए जा रहे हैं। आयोग के निर्देश पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने लोक निर्माण विभाग संभाग क्रमांक एक को यहां लाइट और टेंट लगाने के निर्देश दिए थे।

इसके लिए बकायदा टेंडर जारी होना था, लेकिन अधिकारियों ने निविदा जारी न कर लाखों रुपये के काम को अपने चहेते फर्म को दे दिया। टेंडर लेने के प्रयास में जुटे लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे ईई अरविंद चौरसिया के पास पहुंचे। मामले को टालने के लिए उन्होंने इसकी सारी जवाबदारी स्थानीय निर्वाचन की होने की बात कह दी। इधर, निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि हमने लोक निर्माण विभाग को व्यवस्था सौंपी है।

अन्य जिलों में हुई है निविदा

प्रदेश के अन्य जिलों में निर्वाचन का काम हो रहा है। इसके लिए बकायदा टेंडर जारी किया गया है। कवर्धा में इस कार्य के लिए 27 अक्टूबर 2023 को निविदा जारी की गई है। बताया जा रहा है कि यहां 43 प्रतिशत बिलो में रेट आया है। वहीं बिलासपुर में अब नान एग्रीमेंट के तहत चहेते फर्म को लाखों रुपये भुगतान करने की तैयारी है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत

इस गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद सिटी माल 36 के पास संचालित अग्रवाल टेंट हाउस के संचालक अभिषेक अग्रवाल ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की है। उन्होंने लिखित में कहा है कि लोक निर्माण विभाग की ओर से अपने चेहते फर्म को उपकृत करने के लिए बिना निविदा जारी किए काम सौंप दिया है। उन्होंने नियमानुसार टेंडर जारी कर काम देने की मांग की है।

लाइट और टेंट लगाने का काम स्थानीय निर्वाचन कार्यालय का है। हमारी इसमें कोई भूमिका नहीं है। जाहिर है ऐसे में भुगतान करने का सवाल ही नहीं उठता है।

-संजय कोर्राम, चीफ इंजीनियर लोक निर्माण विभाग

कांग्रेस जल्द जारी कर सकती है अपना घोषणा पत्र

रायपुर-    रायपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस की अहम बैठक हुई। दरअसल, महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल अचानक रायपुर पहुंचे और बड़ी बैठक ली। बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा सीएम भूपेश बघेल, जयराम रमेश समेत संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक बैठक में घोषणा पत्र, प्रदेश में चुनावी माहौल से जुड़े सभी विषयों को लेकर चर्चा हुई है।

बैठक के बाद के सी वेणुगोपाल ने कहा कि बैठक में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई है। बहुत अच्छी रिपोर्ट है, हमारी सरकार बनेगी। कोई निर्देश देने की जरूरत नहीं है हमारी स्थिति बहुत अच्छी है। वेणुगोपाल ने पीएम मोदी और योगी के दौरे को लेकर कहा- पीएम आएं वो बीजेपी के लिए प्रचार करेंगे, लेकिन बहुमत में तो हम लोग ही आएंगे। कांग्रेस के लिए प्रदेश में अच्छा वातावरण है।

कांग्रेस अभी तक किसानों की कर्ज माफी सहित कुल 17 घोषणाएं कर चुकी है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली मुफ्त देने की बात कही गई है। भाजपा ने भी गरीबों को 75 हजार रुपए में आवास और पीएससी घोटाले की जांच का वादा किया है। दूसरी ओर लोगों का कहना है कि मुफ्त की योजनाएं बंद होनी चाहिए।

असम के मुख्यमंत्री सरमा बोले- छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस को भूपेश से ज्‍यादा अकबर से प्‍यार

रायपुर-   असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने एक बार कांग्रेस और मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल को निशाने पर लिया है। मुख्‍यमंत्री सरमा ने कहा, मैंने अकबर के बारे में बोला तो चुनाव आयोग में शिकायत कर दी। इससे पता चलता है कि छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस को भूपेश बघेल से ज्‍यादा अकबर से प्‍यार है।

सीएम भूपेश आज करेंगे रोड शो असम के सीएम लेंगे आमसभा

विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोर थमने में अब चार दिन का ही समय शेष रह गया है। अंतिम दिनों में दोनों दल ताकत झोंकने जा रहे हैं। गुरुवार को शहर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रोड शो करेंगे। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के गैंदाटोला में सभा लेंगे।

मानपुर में सभा के बाद रोड शो

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा दो नवंबर को रोड शो व सभा के माध्यम से दो विधानसभा सीटों के मतदाताओं को साधने आ रहे हैं। वे अपने प्रचार अभियान की शुरुआत मानपुर में सभा के साथ करेंगे। वहां से रोड शो करते हुए मोहला पहुंचेंगे। इसके बागद ग्राम कौड़ीकसा में उनकी स्वागत सभा रखी गई है। वहां से वे खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के चौकी नगर और कुमर्दा में फिर स्वागत सभा में शामिल। गैंदाटोला में सभा के साथ उनका प्रचार अभियान थमेगा।

मुख्यमंत्री बघेल करेंगे रोड शो

मुख्यमंत्री बघेल दोपहर तीन बजे गंज चौक स्थित बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना कर रोड शो शुरू करेंगे। वहां से भारत माता चौक, आजाद चौक, गुड़ाखू लाइन, जूनी हटरी, जयस्तंभ चौक, महावीर चौक होते हुए पोस्ट आफिस चौक में स्व. उदय मुदलियार की प्रतिमा में माल्यार्पण कर आगे बढ़ेगे। वहां से वेसलियन चर्च होते हुए गौरीनगर रेलवे क्रासिंग से स्टेशन पारा होते हुए प्यारेलाल चौक में सभा के साथ रोड शो का समापन होगा।

4-5 को आएंगे योगी

पांच नवंबर को चुनाव प्रचार थमने से पहले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दो दिन का चुनावी दौरा है। वे चार नवंबर को डोंगरगांव में चुनावी सभा करेंगे। उसी दिन दुर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभाग स्तरीय सभा प्रस्तावित है। डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर अन्य क्षेत्रों के कार्यकर्ता वहां शामिल होंगे। यूपी के सीएम अगले दिन यानी पांच नवंबर को राजनांदगांव में रोड शो करेंगे।

जयराम के बयान पर सांसद सरोज पांडे ने किया पलटवार, कहा- राज्य सरकार केवल कर्ज माफ कहने की बात…

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही सभी पार्टियों में वार-पलटवार का दौर चल रहा है…जय राम रमेश के बयान पर सांसद सरोज पांडे ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के लिए केंद्र सरकार एवं भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी रकम देती है और राज्य सरकार ने 6 सौ देते है. मैं जय राम रमेश को धन्यवाद देती हूं उन्होंने सच कहा है।

कांग्रेस पार्टी के सीएम कर्जा माफ करेंगे कह रहे हैं। उन्होंने पहले भी घोषणा किए थे, लेकिन पहले वाले कर्जा माफ नहीं किया है और फिर से कर्जा माफ कहने की बात कर रही है। लगातार कांग्रेस जुमला फेंकते है, कोई कुछ नहीं करते है. आज के विज्ञापन छपा है, 7 सौ ग्रामीण उद्यान लगाएंगे करके लेकिन लगाते नहीं है पिछले बार फिर 2 सौ कहा था, लेकिन लगा नहीं। 5 सालों में कांग्रेस पार्टी अपने घोषणा पत्र पूरे नहीं किए, सिर्फ वादे खिलाफी करते है, एक भी पूरे नहीं करते है.

कल छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे पीएम मोदी, खेल मैदान में जनसभा को करेंगे संबोधित

कांकेर-    छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों का दौरा जारी है. इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल नक्सल प्रभावित कांकेर में चुनावी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री गोविंदपुर स्थित खेल मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे.

इस दौरान 7 विधानसभा के प्रत्याशियों व समर्थकों की भीड़ एकत्र होने वाली है. प्रधानमंत्री इस मंच से जनता को संबोधित कर भाजपा के पक्ष में जनता से वोट की अपील करते नजर आएंगे. सायद कुछ बड़ी घोषणा कर सकते है नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण सुरक्षा के चाकचौबंद व्यवस्था की गई है. आसमान में बीते दो दिनों से हैलीकॉप्टर से निगरानी भी की जा रही है.

उत्तर विधानसभा क्षेत्र में विकास के लिए बीजेपी को जिताना जरूरी : पुरंदर

रायपुर-   राजधानी रायपुर में चुनाव का माहौल देखते ही बन रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों और मैदान में खड़े निर्दलीय उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी बीच रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा की चुनावी तैयारी चारों तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है।

रायपुर उत्तर विधानसभा सीट (क्रमांक-50) से बीजेपी प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा के जनसंपर्क का क्रम लगातार जोर पकड़ रहा है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र की हर गली और मुहल्ले तक श्री मिश्रा पहुंच रहे हैं। लोगों से रु-ब-रु मुलाकात कर रहे हैं। दौरा और जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत बुधवार शाम को सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा ने भाजपा मंडल शंकर नगर इलाके के दुर्गा नगर, वार्ड-34 और लाल बहादुर वार्ड का सघन दौरा किया। यहां क्षेत्र के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। वहीं श्री मिश्रा ने यहां क्षेत्रवासियों के साथ चुनाव के मसले पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि, कमल छआप पर मुहर लगाकर भाजपा को भारी बहुमतों से विजयी बनाएं। ताकि समस्याओं से घिरे उत्तर विधानसभा क्षेत्र को विभिन्न जनसुविधाओं की स्थापना की जा सके। क्षेत्र का सर्वांगीण विकास किया जा सके।

इस मौके पर जनसंपर्क दौरे में श्री मिश्रा के साथ प्रमुख रुप से शंकर नगर मंडल अध्यक्ष अनुप खेलकर और पार्षद सुमन राम प्रजापति के नेतृत्व में सुनील पिल्लई, विपिन पटेल, सुधीर चौबे, महेंद्र धनकर, अनूप डोयल, भारती यादव, राकेश प्रजापति, प्रीतम महानंद, दशरथ तांडी, देवेंद्र चावला, नितिन श्रीवास्तव, टीकेंद्र वर्मा, सुनील शर्मा व नीलमणि चौबे सहित पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी शामिल थे।

7 से 30 नवंबर तक चुनावी एक्जिट पोल के प्रसारणों पर लगा प्रतिबंध, आयोग ने जारी की अधिसूचना

रायपुर-  विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय चुनाव आयोग ने 7 से 30 नवंबर तक किसी भी तरह के एक्जिट पोल के आयोजन व प्रसारण को प्रतिबंधित कर दिया है। आयोग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के प्रविधानों के तहत आयोग द्वारा इस अवधि के दौरान एक्जिट पोल के आयोजन तथा प्रसारण पर रोक लगाई गई है। आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सात नवंबर को सुबह सात बजे से 30 नवंबर की शाम साढ़े छह बजे तक की अवधि को एक्जिट पोल के आयोजन और प्रसारण पर प्रतिबंधित अवधि के रूप में अधिसूचित किया है।

मतदान समाप्ति के 48 घंटे के भीतर भी रहेगा प्रतिबंध

इस अवधि में विधानसभा चुनाव के संदर्भ में किसी भी तरह के परिणाम के प्रकाशन या प्रचार या किसी भी अन्य तरीके से प्रचार-प्रसार पर रोक रहेगी। आयोग ने अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया है कि मतदान समाप्ति के 48 घंटे के भीतर भी किसी भी ओपिनियन पोल या किसी अन्य मतदान सर्वेक्षण के परिणामों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध रहेगा।