रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी को तीसरी बार मिली धमकी, पहले भी दो बार आ चुका है ई मेल

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भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी को जान से मारने की तीसरी धमकी मिली है। उन्हें 3 दिन में तीसरी बार एक ही ईमेल अकाउंट से जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी देने वाले ने इस बार 400 करोड़ रुपये की मांग की है। इससे पहले दो बार मुकेश अंबानी को धमकी मिल चुकी है। पहली बार मुकेश अंबानी से 20 करोड़ रुपये और दूसरी बार 200 करोड़ रुपये की डिमांड की गई थी। इस बार आरोपी ने फिरौती की रकम बढ़ाकर 400 करोड़ रुपए कर दी है।

आरोपी ने तीसरी बार के ईमेल में लिखा, 'अब रुपए बढ़कर 400 करोड़ हो गए हैं। अगर पुलिस मुझे ट्रैक नहीं कर सकती, तो गिरफ्तार भी नहीं कर सकती। इसलिए हमें तुम्हें मारने में कोई दिक्कत नहीं है, भले ही आपकी वर्तमान सुरक्षा कितनी भी अच्छी हो, लेकिन हमारा एकमात्र स्नाइपर तुम्हें मार सकता है।'

वहीं मुंबई पुलिस दोनों मेल के खंगालने में जुटी हुई है और भेजने वाले के लोकेशन का पता लगा रही है। पुलिस ने इंटरपोल के जरिए बेल्जियम की एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क कंपनी से भेजे गए धमकी भरे मेल की जानकारी निकालने के लिए मदद मांगी है। कहा जा रहा है कि इसका आईपी एड्रेस बेल्जियम का है और ये मेल से भेजी गई है। पुलिस का मानना है कि धमकी देने वाला किसी और देश से हो सकता है। यह गुमराह करने के लिए बेल्जियम के वीपीएन का इस्तेमाल कर रहा है।

बीते साल भी मिली थी धमकी

बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब मुकेश अंबानी को इस तरह की धमकी मिली हो। इससे पहले, बीते साल मुकेश अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी मिली थी। तब मुंबई पुलिस ने कॉल करके धमकी देने के आरोप में बिहार के दरभंगा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। आरोपी ने मुंबई के सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल को भी बम से उड़ाने की धमकी दी थी।

पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर सरदार पटेल को जयंती पर दी श्रद्धांजलि, ली एकता की शपथ

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं। पीएम के दौरे का आज दूसरा दिन है। आज पीएम मोदी ने केवड़िया में महान स्वतंत्रता सेनानी और लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने एकत की शपथ भी ली।

पीएम ने इस मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस परेड भी देखी जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य पुलिस की विभिन्‍न टुकड़ियां शामिल हुईं। परेड के मुख्‍य आकर्षणों में अन्‍य विशेषताओं के अतिरिक्‍त केन्‍द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सभी महिलाबाइकर्स द्वारा डेयरडेविल शो, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का महिला पाइप बैंड, गुजरात महिला पुलिस द्वारा कोरियोग्राफ किया गया विशेष कार्यक्रम, विशेष एनसीसी शो, स्कूल बैंड प्रदर्शन, भारतीय वायु सेना द्वारा फ्लाई पास्ट, वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत गांवों के आर्थिक परिदृश्‍य का प्रदर्शन शामिल है।

प्रधानमंत्री मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी सभी का मार्गदर्शन करती है। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,‘सरदार पटेल की जयंती पर, हम उनकी अदम्य भावना, दूरदर्शी नेतृत्व और असाधारण समर्पण को याद करते हैं जिससे उन्होंने हमारे राष्ट्र के भाग्य को आकार दिया। राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी हमारा मार्गदर्शन करती है। हम हमेशा उनके ऋणी रहेंगे।’ देश के पहले गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल देश ने आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

बता दें कि देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के संरक्षण और इसे सुदृढ़ बनाए रखने की भावना कोऔर मजबूत करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था।

दलितों की हिमायती रही है एनडीए : उपेन्द्र कुशवाहा

औरंगाबाद: एनडीए दलितों की हिमायती रही है। ये बातें राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने दलित स्वाभिमान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। 

बारुण नगर पंचायत के मस्तुल बारुण दुर्गा क्लब में सम्मेलन का आयोजन किया गया था। 

उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार दलितों के हित में काम कर रही है। उनके विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है।

राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार आम जनता, सरकारी कर्मचारी और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ अन्याय कर रही है। कोई भी सरकार के रवैए से खुश नहीं है। राज्य को नीतीश कुमार ने पुनः जंगलराज की आग में झोंक दिया है। 

रालोजद की शक्ति बढ़ाने का और केंद्र सरकार में बिहार का मान बढ़ाने की अपील की। 

सिमरी धमनी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संतोष गौतम ने कहा कि एनडीए दलित के साथ और दलित भी एनडीए के साथ है। वे किसी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं। 

मौके पर प्रदेश महासचिव उदय सिंह प्रदेश अध्यक्ष अशोक राम, , जिलाध्यक्ष अशोक मेहता, प्रखंड अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, उदय सिंह, सरपंच महेश राम, वार्ड सदस्य अमेरिका राम, भिक्षण राम, मुखा राम आदि थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे नीतीश एवं तेजस्वी पर जमकर बरसे पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, कहा-अतिपछड़ा समाज को ठगा

औरंगाबाद : बिहार की सरकार निरंकुश हो गई है। नीतीश और तेजस्वी की सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ छल किया है। अतिपिछड़ा समाज के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। उक्त बातें गोह के लोहिया स्मारक हाई स्कूल परिसर में आयोजित अतिपिछड़ा सम्मेलन को संबोधित करते हुए रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कही। 

उन्होंने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा का बदहाल स्थिति है। 

सरकार के खिलाफ लोगो में आक्रोश है। पार्टी कार्यकर्ताओं से सरकार की विफलता एवं पार्टी के सिद्धांत को जन- जन तक पहुंचाने की बात कही। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष निरंजन चंद्रवंशी ने किया। 

कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रणविजय कुमार, जिलाध्यक्ष अशोक मेहता, प्रदेश महासचिव उदय सिंह, डॉ.सुमन कुशवाहा, रामकुमार वर्मा, गुड्डू कुशवाहा, अजय कुशवाहा, श्रीकांत कुशवाहा, देवबली साव, विनोद सिन्हा, अमित चंद्रवंशी सहित कई पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बीच बढ़ा बवाल, चीफ सेलेक्टर इंजमाम उल हक ने अपने पद से दिया इस्तीफा

#inzamam_ul_haq_resign_from_chief_selector_of_pakistan_cricket_board

वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का शर्मनाक प्रदर्शन जारी है।भारत में खेले जा रहे वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बीच पाकिस्तान क्रिकेट से एक बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के चीफ सेलेक्टर इंजमाम उल हक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान की टीम लगातार 4 मुकाबले हार चुकी है। उसके सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद नहीं के बराबर है। पिछले महीने तक दुनिया की नंबर एक वनडे टीम रही पाकिस्तान के लिए अभी कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा। टीम के अंदर विवाद की खबरें आ रही हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से विवादित बयान जारी किए जा रहे हैं। कप्तान बाबर आजम का प्राइवेट चैट लीग हो गया। अब इस बीच इंजमाम उल हक ने इस्तीफा दे दिया है।

इंजमाम के इस्तीफे के बीच पीसीबी का बयान भी सामने आया है। कहा गया है कि, 'पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टीम चयन प्रक्रिया से संबंधित मीडिया में सामने आए हितों के टकराव के आरोपों की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति अपनी रिपोर्ट और कोई भी सुझाव जल्द से जल्द पीसीबी मैनेजमेंट को सौंपेगी।

बता दें कि 53 साल के इंजमाम उल हक को हारून रशीद के पद छोड़ने के बाद इसी साल अगस्त के महीने में पीसीबी का चीफ सेलेक्टर बनाया गया था।ऐसे में पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम तीन महीने से भी कम समय इस पद पर रहे।

तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान बीआरएस सांसद पर हमला, प्रभाकर रेड्डी के पेट चाकू घोंपा

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तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान हिंसा की घटना सामने आई है।यहां, सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के सांसद कोठा प्रभाकर रेड्डी पर हमला हुआ है।प्रभाकर रेड्डी को चुनाव प्रचार के दौरान पेट में चाकू मार दिया गया।सांसद पर हमला होते ही मौके पर भगदड़ मच गई। उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी को तुरंत पकड़ लिया गया, पुलिस मामले की जांच जुटी हुई है।

जानकारी के मुताबिक यह घटना दौलताबाद मंडल के सुरमपल्ली गांव की है। यहां पर बीआरएस पार्टी से सांसद कोथा प्रभाकर रेड्डी चुनाव प्रचार के दौरान गए हुए थे। यहां पर एक अज्ञात हमलावर ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बता दें कि बीआरएस के सांसद विधानसभा चुनाव में भी उम्मीदवार हैं। कोथा प्रभाकर बीआरएस की ओर से दुब्बका से चुनाव लड़ रहे हैं।

सांसद एक पादरी के घर की तरफ बढ़ ही रहे थे कि उनपर हमला हुआ। आरोपी उनके पास आया और ऐसा लगा जैसे वह नेता से हाथ मिलाना चाहता हो, लेकिन उसने अचानक चाकू निकाला और उनके पेट में घोंप दिया। हमलावर को रैली में बीआरएस कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया और जमकर पीटा।

बता दें कि कोथा प्रभाकर रेड्डी तेलंगाना की मेडक सीट से सांसद हैं और उन्हें इस बार विधानसभा चुनाव के मैदान में भी उतारा गया है। ऐसे में वह पिछले कुछ दिनों से लगातार इस क्षेत्र में प्रचार के लिए अलग-अलग जगहों पर जा रहे हैं। प्रभाकर रेड्डी को पेट में चाकू मारा गया है जिससे वह लहूलुहान हो गए, इसके बाद उन्हें उनके समर्थकों ने गाड़ी में बैठाया और घाव पर कपड़ा रखकर खून को रोकने की कोशिश की।

बता दें कि राज्य की 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को मतदान होगा. यहां चुनाव में बीआरएस, कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। 30 नवंबर को मतदान के बाद 3 दिसंबर को मतगणना होगी और नतीजे घोषित किए जाएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीआरएस ने 119 सीटों में से 88 पर जीत हासिल की थी।

केरल सीरियल ब्लास्ट में बड़ा खुलासा, सामने आया आरोपी डोमिनिक का दुबई कनेक्शन

#kerala_ernakulam_blast_dominic_martin_dubai_connection

केरल के कोच्चि में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी डोमिनिक मार्टिन नाम के एक शख्स ने फेसबुक लाइव कर ली है। इसके बाद उसने पुलिस के सामने सरेंडर भी कर दिया है।बता दें कि केरल का एर्नाकुलम रविवार को एक के बाद तीन धमाकों से दहल गया।प्रार्थना सभा में 29 अक्टूबर को धमाका हुआ था। इसमें अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 50 से अधिक लोग घायल हैं। मृतकों में एक 12 साल की बच्ची भी है। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।इस बीच केरल में ब्लास्ट का दुबई कनेक्शन सामने आया है।

बताया जा रहा है कि संदिग्ध आरोपी डोमिनिक मार्टिन 2 महीने पहले दुबई से भारत आया था। डोमिनिक दुबई में करीब 15 साल रहा है और वहां इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। वो भारत आकर ट्यूशन पढ़ाने का काम करता था। वह भारत लौटकर इंग्लिश का ट्यूशन पढ़ा रहा था और पिछले साढ़े 5 साल से थम्मन इलाके में एक घर में किराए के मकान में रह रहा था। डोमिनिक के परिवार में उसकी पत्नी बेटी और एक बेटा हैय पत्नी-बेटी अभी भी घर में मौजूद हैं, जबकि बेटा ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहा है। उसकी बेटी एक आईटी फर्म में काम करती है।

जानकारी मिली है कि ब्लास्ट वाले दिन यानी रविवार को मार्टिन सुबह साढ़े पांच बजे घर से स्कूटी लेकर निकला था। पत्नी के पूछे जाने पर उसने कोई जवाब नहीं दिया। केरल पुलिस ने उसके घर से उसका पासपोर्ट और कुछ कागजात बरामद किए हैं। पुलिस ने मार्टिन की पत्नी-बेटी और मकान मालिक से भी पूछताछ की है। साथ ही कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड से डोमनिक के संपर्क में आए लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।दुबई में किस-किस के सम्पर्क में था, एजेंसियां इसकी जांच में भी जुटी हुई हैं।

बता दें कि अभी तक डोमिनिक मार्टिन ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि उसको ब्लास्ट के लिए आईईडी और विस्फोटक कहां से मिला। साथ ही उसने यह भी नहीं बताया कि उसने आईईडी से बम बनाना कहां सीखा। शक है कि ब्लास्ट करने वालों में मार्टिन के अलावा और लोग भी शामिल हैं।

बता दें कि केरल के कलमस्सेरी में ईसाई समुदाय के एक सम्मेलन केंद्र में रविवार को तीन दिवसीय प्रार्थना सभा के समापन के अवसर पर सुबह हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है, जबकि चार घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एर्नाकुलम जिले के मलयट्टूर की रहने वाली लिबिना नाम की 12 वर्षीय बच्ची ने कलमस्सेरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार देर रात दम तोड़ दिया। इससे पहले प्रार्थना सभा में शामिल दो महिलाओं की रविवार को मौत हो गई थी।

हमारी कोई विश्वसनीयता नहीं होगी, अगर..', आतंकवाद के प्रति विदेश मंत्री जयशंकर ने दोहराया भारत का रुख

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर आतंकवाद के प्रति भारत के सख्त रुख को दोहराया है। उन्होंने रविवार को कहा कि भारत आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाता है, क्योंकि इसके लोग "आतंकवाद के काफी पीड़ित" हैं। जयशंकर की यह टिप्पणी तब आई, जब भारत ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र (UN) के उस प्रस्ताव से खुद को अलग कर लिया था, जिसमें चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के बीच हमास के आतंकवादी हमलों की निंदा नहीं की गई थी, और केवल इजराइल से हमला रोकने की मांग की गई थी। 

उन्होंने कहा कि, "आज, एक अच्छी सरकार और मजबूत शासन अपने लोगों के लिए खड़ा है। जिस तरह घर में सुशासन आवश्यक है, उसी तरह विदेशों में सही निर्णय आवश्यक हैं। हम आतंकवाद पर एक मजबूत स्थिति रखते हैं क्योंकि हम आतंकवाद के बड़े पीड़ित हैं। हमारी कोई विश्वसनीयता नहीं होगी, अगर हम कहते हैं कि जब आतंकवाद हमें प्रभावित करता है, तो यह बहुत गंभीर है; जब यह किसी और के साथ होता है, तो यह गंभीर नहीं है।'' जयशंकर ने भोपाल में कहा, "हमें एक सतत स्थिति रखने की जरूरत है।"

बता दें कि, भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में जॉर्डन के एक प्रस्ताव पर मतदान करने से परहेज किया, जिसमें गाजा में इजरायली बलों और हमास आतंकवादियों के बीच "तत्काल, टिकाऊ और निरंतर मानवीय संघर्ष विराम" की मांग की गई थी। लेकिन, इसमें कहीं भी 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले की कोई निंदा नहीं की गई थी, और न ही हमास द्वारा बंधक बनाए गए 200 इजराइली बंधकों को रिहा करने की कोई अपील की गई थी। इस एकतरफा प्रस्ताव पर भारत ने मतदान करने से ही इंकार कर दिया, भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, जापान, यूक्रेन और ब्रिटेन समेत 43 देशों ने मतदान से परहेज किया। 

 

बता दें कि, 7 अक्टूबर के हमले के बाद गाजा में हमास के खिलाफ इजरायली हवाई और जमीनी कार्रवाई के साथ इजरायल-हमास युद्ध तेज होता जा रहा है, इजरायली अधिकारियों का कहना है कि कम से कम 1,400 लोग मारे गए हैं। हमास द्वारा संचालित गाजा पट्टी में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दूसरी ओर 8,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 

भोपाल में जयशंकर ने यह भी कहा कि हर देश पहले अपने हित के बारे में सोचता है. जयशंकर ने कहा कि, "तो, आपके पास ऐसी सरकार कैसे है, जो आवश्यक और अपने लोगों के सर्वोत्तम हित के लिए खड़ी हो? एक मजबूत सरकार और अच्छी सरकार एक सिक्के के दो पहलू हैं। दुनिया में छवि बहुत बदल गई है।'' उन्होंने कहा कि, "जिस तरह से हमने महामारी को संभाला जब विकसित देश बहुत तनाव में थे - क्योंकि कुछ देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी - हमने 'मेड इन इंडिया'... 'इनवेंट इन इंडिया' वैक्सीन बनाई, हमारे पास एक COWIN प्लेटफॉर्म भी था।''

 

उन्होंने कहा कि, इसी तरह, हर दूसरा देश अपने लोगों के कल्याण और अपने आर्थिक हितों का ख्याल रखता है। यूरोप के वही देश जो कह रहे थे कि रूस से तेल न खरीदें, उन्होंने खुद ही इसे लिया और एक कार्यक्रम बनाया जिससे उनकी अपनी आबादी पर सबसे कम प्रभाव पड़ेगा।

महाराष्ट्र के बीड में मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने जमकर काटा बवाल, गुस्साई भीड़ ने एनसीपी विधायक का घर फूंका

#marathareservationagitatorssetfiretothehouseofncpmla

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग भड़कती ही जा रही है। मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे आंदोलनकारी अब हिंसक हो गए हैं। उन्होंने बीड में एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके के आवास पर तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी। साथ ही उनके दफ्तर और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। बड़ी बात यह है कि जब प्रदर्शनकारियों ने घर में आग लगाई, तब विधायक अपने परिवार के साथ अंदर ही मौजूद थे।

मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों के हमले के बाद विधायक प्रकाश सोलंके ने प्रतिक्रिया दी है। विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा जब हमला हुआ तब मैं अपने घर के अंदर था। सौभाग्य से, मेरे परिवार का कोई भी सदस्य या कर्मचारी आंदोलनकारियों के हमले घायल नहीं हुआ।सोलंके ने कहा कि आग लगाए जाने के कारण संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।

एनसीपी विधायक को क्यों बनाया निशाना?

एनसीपी विधायक सोलंकी की एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी, जिसमें वह मराठा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं। विधायक की टिप्पणी को लेकर आंदोलनकारी नाराज थे और उन्होंने विधायक के घर में आग लगा दी।

सीएम शिंदें ने क्या कहा?

इस घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मनोज जरांगे पाटिल को देखना चाहिए कि उनके अनशन के बीच प्रदर्शन कहां जा रहे हैं। यह गलत दिशा की तरफ मुड़ रहे हैं।

बता दें इन दिनों मराठाओं की धरती महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा भड़का हुआ है। दरअसल, मराठा समुदाय के लोगों की मांग है कि उन्हें नौकरियों और शिक्षा में वैसे आरक्षण मिले, जैसे पिछड़ी जातियों को मिला हुआ है। गौरतलब है कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर ताजा आंदोलन मराठा मोर्चा के संयोजक मनोज जारांगे पाटिल की अगुआई में चल रहा है। इससे पहले मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल ने शनिवार 14 अक्टूबर को जालना जिले में एक रैली का आयोजन करते हुए शिंदे सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस रैली में उन्होंने ऐलान किया था कि 10 दिन बाद या तो विजय जुलूस निकलेगा या फिर मेरी अंतिम यात्रा निकलेगी।

महाराष्ट्र के बीड में मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने जमकर काटा बवाल, गुस्साई भीड़ ने एनसीपी विधायक का घर फूंका

#marathareservationagitatorssetfiretothehouseofncpmla

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग भड़कती ही जा रही है। मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे आंदोलनकारी अब हिंसक हो गए हैं। उन्होंने बीड में एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके के आवास पर तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी। साथ ही उनके दफ्तर और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। बड़ी बात यह है कि जब प्रदर्शनकारियों ने घर में आग लगाई, तब विधायक अपने परिवार के साथ अंदर ही मौजूद थे।

मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों के हमले के बाद विधायक प्रकाश सोलंके ने प्रतिक्रिया दी है। विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा जब हमला हुआ तब मैं अपने घर के अंदर था। सौभाग्य से, मेरे परिवार का कोई भी सदस्य या कर्मचारी आंदोलनकारियों के हमले घायल नहीं हुआ।सोलंके ने कहा कि आग लगाए जाने के कारण संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।

एनसीपी विधायक को क्यों बनाया निशाना?

एनसीपी विधायक सोलंकी की एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी, जिसमें वह मराठा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं। विधायक की टिप्पणी को लेकर आंदोलनकारी नाराज थे और उन्होंने विधायक के घर में आग लगा दी।

सीएम शिंदें ने क्या कहा?

इस घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मनोज जरांगे पाटिल को देखना चाहिए कि उनके अनशन के बीच प्रदर्शन कहां जा रहे हैं। यह गलत दिशा की तरफ मुड़ रहे हैं।

बता दें इन दिनों मराठाओं की धरती महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा भड़का हुआ है। दरअसल, मराठा समुदाय के लोगों की मांग है कि उन्हें नौकरियों और शिक्षा में वैसे आरक्षण मिले, जैसे पिछड़ी जातियों को मिला हुआ है। गौरतलब है कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर ताजा आंदोलन मराठा मोर्चा के संयोजक मनोज जारांगे पाटिल की अगुआई में चल रहा है। इससे पहले मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल ने शनिवार 14 अक्टूबर को जालना जिले में एक रैली का आयोजन करते हुए शिंदे सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस रैली में उन्होंने ऐलान किया था कि 10 दिन बाद या तो विजय जुलूस निकलेगा या फिर मेरी अंतिम यात्रा निकलेगी।