*भारत माता मंदिर तक निकलेगी भव्य सनातन शक्ति सद्भावना यात्रा*
खजनी गोरखपुर।।आगामी 29 अक्टूबर को अपराह्न 4 बजे से खजनी कस्बे में कंबल कारखाने के निकट स्थित "भारत माता मंदिर" तक भव्य "सनातन शक्ति सद्भावना यात्रा" निकाली जाएगी। यात्रा का मूल उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़ना और सभी के मन में राष्ट्र प्रेम,राष्ट्र भक्ति तथा सनातन धर्म के विश्व बंधुत्व के मूल भाव वसुधैव कुटुंबकम् को बढ़ाना है।
बता दें कि इस वर्ष 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के अवसर पर चंद्रग्रहण लग रहा है, जिसका सूतक काल अपराह्न 4.05 बजे से प्रारंभ हो जाएगा। खजनी में स्थित भारत माता वैभव मंदिर की स्थापना शरद पूर्णिमा के अवसर पर हुई थी। तब से प्रति वर्ष शरद पूर्णिमा के दिन स्थापना दिवस के अवसर पर राम दरबार की भव्य झांकी और शोभायात्रा निकाली जाती है। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी यह आयोजन किया गया है। किंतु चंद्र ग्रहण के कारण शोभा यात्रा की तिथि परिवर्तित कर के इसका आयोजन 29 अक्टूबर रविवार को कर दिया गया है।
मुख्य आयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट महेश दूबे ने बताया कि भारत माता मंदिर स्थापना दिवस के अवसर पर प्रति वर्ष राम दरबार की भव्य झांकी शोभायात्रा भरत मिलाप और वाल्मीकि जयंती पर यह आयोजन किया जाता है। विगत वर्ष कस्बा संग्रामपुर उनवल से राम दरबार की भव्य शोभायात्रा खजनी स्थिति भारत माता मंदिर तक पहुंची थी। किंतु इस वर्ष भरोहियां गांव के प्रसिद्ध पौराणिक जएश्वरनाथ महादेव शिव मंदिर से भगवान श्रीराम लक्ष्मण भगवती माता सीता और महावीर हनुमान जी के साथ राम दरबार की भव्य शोभायात्रा अपराह्न 4 बजे भरोहियां से चल कर लगभग 6 बजे खजनी कस्बे में स्थित भारत माता वैभव मंदिर तक पहुंचेगी जहां भरत जी की उपस्थिति में भरत मिलाप का कार्यक्रम होगा। गाजे-बाजे घोड़े हांथी के साथ भव्य झांकी के सांय 5 बजे रामपुर पांडेय मार्ग के मोड़ पर खजनी नगर में पहुंचते ही व्यापार मंडल और खजनी कस्बे के निवासियों के द्वारा फूल बरसा कर भव्य स्वागत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि "सनातन शक्ति सद्भावना यात्रा" का मूल उद्देश्य राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रभक्ति और समाज के सभी वर्गों को जोड़ना तथा विश्व बंधुत्व की भावना वसुधैव कुटुंबकम् और सर्वे भवन्तु सुखिन: की भावना को विकसित करना है।
इस अवसर पर संगीतमय रामचरित मानस के कागभुशुण्डि संवाद में उल्लेखित संपूर्ण रामायण और रामराज्याभिषेक के प्रसंग का पाठ होगा साथ ही वाल्मीकि जयंती और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रार्थना तथा पायस (खीर) के वितरण के साथ आयोजन का समापन किया जाएगा। आयोजन को भव्य और सफल बनाने के सभी लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।
Oct 28 2023, 16:59