चौरीचौरा सीएचसी पर भी शुरू हुई सेवा
गोरखपुर, ऑपरेशन से संस्थागत प्रसव की सुविधा की उपलब्धता बढ़ाने पर भी स्वास्थ्य विभाग का जोर है ।
इसी कड़ी में बांसगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में अगस्त में ऑपरेशन से प्रसव कराया गया था और इस माह से चौरीचौरा सीएचसी पर भी यह सुविधा शुरू कर दी गयी है । यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी ने दी । उन्होंने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से लेकर सितम्बर माह तक 3447 गर्भवती को सरकारी प्रावधानों के तहत जिले में ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा दी गयी है ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा पहले से ही उपलब्ध है।
शासन की मंशा के अनुसार प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस सुविधा को समुदाय के नजदीक पहुंचाया जाए ताकि लोगों को निजी अस्पतालों में इस प्रकार के प्रसव के लिए 50000 से 60000 रुपये खर्च न करना पड़े । जिले में सहजनवां, पिपराईच और कैम्पियरगंज सीएचसी पर यह सुविधा पहले से उपलब्ध थी । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में अगस्त में बांसगांव सीएचसी पर भी यह सुविधा शुरू कर दी गयी। दो माह में वहां ऑपरेशन से नौ प्रसव हो चुके हैं। चौरीचौरा सीएचसी पर 18 अक्टूबर को ऑपरेशन से पहला संस्थागत प्रसव कराया गया ।
डॉ चौधरी ने बताया कि चौरीचौरा सीएचसी के अधीक्षक डॉ सर्वजीत प्रसाद, सर्जन डॉ श्वेता सिंह, डॉ शिल्पी जायसवाल, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ प्रमोद और बेहोशी के चिकित्सक डॉ रितेश की टीम ने इस सेवा को शुरू कराया है । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद और मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता सूर्य प्रकाश ने ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा शुरू करवाने में तकनीकी सहयोग दिया ।
आशा कार्यकर्ता से मिली मदद
चौरीचौरा सीएचसी पर से प्रसव की सेवा प्राप्त करने वाली पूजा (30) ने बताया कि उनके पति पेंटिंग का काम करते हैं। एक साल पहले उनकी शादी हुई है। यह पहला बच्चा है । गांव की आशा कार्यकर्ता उर्मिला की मदद से उन्हें चौरीचौरा सीएचसी से प्रसव पूर्व जांच की सुविधा मिली।
अल्ट्रासाउंड हुआ तो चिकित्सक ने बताया कि उनका सामान्य प्रसव संभव नहीं है, इसलिए ऑपरेशन करना पड़ेगा । मठिया गांव की रहने वाली पूजा का कहना है कि ऑपरेशन से उनको स्वस्थ बेटा हुआ है । अस्पताल में भर्ती कर दोनों समय दवाओं के साथ साथ पौष्टिक भोजन भी दिया गया । वह सीएचसी की सुविधा से संतुष्ट हैं।
देवरिया जनपद को भी मिलेगा लाभ
चौरीचौरा सीएचसी पर यह सुविधा शुरू होने से गोरखपुर बार्डर पर स्थित देवरिया जनपद के गांवों के लोगों को भी लाभ मिलेगा । करीब पांच लाख की आबादी के बीच सी-सेक्शन का यह डिलेवरी प्वाइंट काम करेगा। इसके सक्रिय हो जाने से सरदारनगर, चौरीचौरा और ब्रह्मपुर के लाभार्थियों को ऑपरेशन से प्रसव के लिए निजी अस्पताल या जिला महिला अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होगी।
दिक्कतों का करना पड़ता था सामना
चौरीचौरा सीएचसी के अधीक्षक डॉ सर्वजीत प्रसाद ने बताया कि ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा न होने के कारण प्रसव के जटिल मामलों को करीब तीस किलोमीटर दूर शहर भेजना पड़ता था। कई बार जटिलता इतनी अधिक बढ़ जाती थी कि परिजन रास्ते में पड़ने वाले निजी अस्पतालों में गर्भवती को भर्ती करवा देते थे । अब लोगों को इन दिक्कतों को सामना नहीं करना पड़ेगा।
Oct 28 2023, 13:07