*लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करेंगे कोनियावासी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिले धनतुलसी - डेंगुपुर के बीच गंगा नदी प्रस्तावित पक्के पुल के शिलान्यास को लेकर दौर तेज हो गया है। डीघ ब्लॉक के ग्रामीणों ने पुल नहीं तो वोट नहीं के नारे बुलंद किए। कोनिया वालों ने एक स्वर में कहा यदि पुल का निर्माण जल्द शुरू नहीं होता तो आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।

गांव के बुजुर्ग सुद्रधु पांडेय ने कहा कि उनके कोनिया क्षेत्र में पुल का निर्माण न होने से होने बच्चों की शादी तक में रुकावट आ रही है।

मध्यप्रदेश, प्रयागराज, बिहार, मिर्जापुर से लोगों कोई जुड़ाव नहीं रह जाता है। क‌ई बीमार लोगों का समय से इलाज न पीने पर मौत भी हो जाती है। पवन ने कहा कि डेंगुपुर धनतुलसी के बीच गंगा नदी पर पुल निर्माण बहुत जरूरी है। सरकार ने यदि उनकी मांग को नजरंदाज किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।यजुर्वेद सिंह ने कहा कि सरकारों ने कोनिया क्षेत्र की हमेशा से उपेक्षा की है।

बार - बार झूठे वादों से हमारा मत ले लिया जाता है। गांव के लोगों को अब यह उपेक्षा बर्दाश्त नहीं हो नहीं है। यदि जल्द पुल का निर्माण शुरू नहीं तो क्षेत्र आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया जाएगा। पवन तिवारी, गुड्डू नेता, मंटू पांडेय, बिपिन पांडेय, संजय पांडेय श्रीराम यादव आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रवासी मौजूद रहे।

भदोही: श्रीराम के बाण से धू धू कर जल उठा दशानन


भदोही। अधर्म पर धर्म की विजय का महापर्व विजयदशमी मंगलवार को जिले में धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह बुराई के रावण का दहन किया गया। इस दौरान मेला भी लगा, जिनमें हजारों की संख्या में लोग देर रात तक आनंद लेते दिखे। दशहरा को लेकर सुबह से देर रात तक चहल-पहल बनी रही।मंगलवार को जिले में विजयदशमी का पर्व मनाया गया। कई स्थानों पर आयोजित रामलीला के समापन के बाद बुराई के रावण का अंत किया गया। रामलीला समितियों ने विशालकाय रावण का निर्माण कराया था।

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के एक बाण से रावण धराशायी हो गया। इसके बाद धूधू कर जल गया। इसके साथ ही गगनभेदी जयकारे लगे। ज्ञानपुर के काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर स्थित रामलीला मैदान पर 25 फीट के रावण का दहन किया गया। रावण दहन के मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। परिसर में दशहरा मेला का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में मेलार्थी मौजूद रहे। सबसे ज्यादा उत्साह महिलाओं और बच्चों में देखा गया। चाट-फुल्की के अलावा झूले और अन्य खिलौनों के स्टॉल पर लोगों की भीड़ लगी रही।

ग्रामीण अंचलों में रामलीला के अंतिम दिन मंगलवार की दोपहर बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और लंकापति रावण के बीच घनघोर युद्ध को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। राम का तीर नाभि में लगने से रावण धराशायी होकर धरती पर गिरा तो तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ही हर तरफ श्रीराम के जयकारे गूंज उठे। मृत्यु से पूर्व रावण ने बताया कि भगवान राम के हाथों मुक्ति पाने के लिए उसे रणभूमि में उतरना पड़ा। भगवान राम ने अपने अनुज लक्ष्मण को दशानन से राजकाज समेत विभिन्न पहलुओं पर आधारित नीति की शिक्षा लेने को भेज दिया। रावण वध होने के बाद हर तरफ जय श्रीराम के जयकारे लगने लगे।

*11 पीड़ितों में मिले डेंगू के लक्षण, सैंपल भेजे गए लैब*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में रिकार्ड 125 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। विभाग के मुताबिक सुरियावां, औराई,भदोही के घमहापुर और न‌ईबाजार में डेंगू के 11 संदिग्ध मरीज मिले। मरीजों का सैंपल एलाइजा टेस्ट के लिए लैब भेज दिए गए हैं। विभाग की ओर से इन क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। बीते साल जिले में 101 मरीज मिले थे, जो कि पांच सालों में सबसे अधिक थे।

लेकिन इस साल अब तक ही 125 मरीज मिले चुके हैं। ऐसे में विभाग ने जिले में हाॅटस्पाट की संख्या बढ़कर 18 कर दी गई है।‌ स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी मरीजों पर लगाम नहीं लग पा रहा है। जिले में संदिग्ध मरीजों की संख्या 282 पहुंच गई। संदिग्ध मरीजों की जांच भदोही सीएचसी के एलाइजा रीडर मशीन से कराई जा रही है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि दो से ज्यादा वाले स्थान को हाॅटस्पाट बनाया जा रहा है। 11 संदिग्धों एलाइजा टेस्ट के लिए लैब भेजा गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने कहा संक्रमित मिलने वाले मरीजों पर चिकित्सकों की ओर से निगरानी की जा रही है।

*असत्य के प्रतीक रावण के पुतले का होगा दहन,जिले में जगह-जगह किया जाएगा दशमी मेलों का आयोजन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जनपद में विजयादशमी का पर्व आज परम्परागत, धूमधाम और उत्साह से मनाया जाएगा। इस दौरान असत्य के प्रतीक लंकापति रावण का पुतला दहन किया जाएगा और जयकारे लगेंगे। कालीन नगरी में जगह - जगह दशहरा मेले का आयोजन भी होगा। शहर के रजपुरा स्थित विजयादशमी मैदान पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और रावण युद्ध खास आकर्षण का केंद्र होगा। आयोजन सीमितियों ने इसकी तैयारी पूर्ण कर ली है।

सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी चाक - चौबंद इंतजाम कर है। शहर के राजपुरा स्थित रामलीला मैदान में मैदान में परम्परा के आज विजयादशमी मेले का आयोजन किया जाएगा। उधर ज्ञानपुर में केएनपीजी कॉलेज ज्ञानपुर स्थित मैदान में दशहरा पर्व पर मेला लगेगा और रावण का पुतला दहन किया जाएगा।

इसके अलावा औराई, गोपीगंज, न‌ई बाजार, सुरियावां, भदोही, मोढ़,चौरी, दुर्गागंज, सीतामढ़ी, जंगीगंज महराजगंज, अभोली,पाली समेत अन्य क्षेत्रों में दशहरा मेलों का धूमधाम से आयोजन किया जाएगा। इस दौरान चरखी, झूला,चाट-फुल्की की दुकानें,लाई - चूड़ा, गट्टा, सौंदर्य प्रसाधन, मिट्टी के बने सामानों की दुकानों से मेला गुलजार रहेगा। दशहरा मेले को लेकर बच्चों और उनके में उत्साह है।

*नवंबर तक ट्रेनें फुल, वेटिंग 250 से 300 के पार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले से बिहार और बंगाल की तरफ जाने वाली सभी ट्रेनें नवंबर तक फुल हैं। दीपावली और छठ पर्व तक का वेटिंग टिकट मिलना भी मुश्किल है। हर ट्रेने में 200 से 300 तक वेटिंग है। दलाल दोगुने दाम पर यात्रियों को टिकट मुहैया करा रहे हैं।रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को लेकर छठ पूजा और दीपावली के लिए कई स्पेशल ट्रेनें शुरू की है, लेकिन यात्रियों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है।

दिल्ली, मुंबई, सूरत जैसे महानगरों से आने वाली ट्रेनें प्रारंभिक स्टेशन पर ही ही फुल हो जा रही हैं। इससे भदोही से बिहार और बंगाल जाने वाले यात्रियों को टिकट नहीं मिल पा रहा है। उत्तर रेलवे के वाराणसी-प्रतापगढ़ रेल रूट के भदोही स्टेशन और पूर्वोत्तर रेलवे के ज्ञानपुर रोड स्टेशन पर प्रतिदिन टिकट के लिए हजारों लोग पहुंच रहे हैं।

वे कंफर्म टिकट न मिलने पर वेटिंग टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं। पर्व पर दिल्ली मुंबई सूरत से बलिया, गाजीपुर, बिहार, पटना, दरभंगा, छपरा पहुंचने वाले से ट्रेन के शौचालय तक यात्रियों से नजर आए। ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर बिहार जाने वाली पटना सिकंदराबाद एक्सप्रेस ट्रेन के पहुंचने पर यात्री यात्रियों को चढ़ने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। ट्रेन की बोगियां यात्रियों से खचाखच भरी थी। टिकट लेकर यात्री खड़े ही रह गए।

परेशान यात्री दूसरे साधन से गंतव्य की ओर गए। जन संपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि भदोही और ज्ञानपुर रोड स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में नवंबर तक सीटों का रिजर्वेशन फुल हो गया है।

बिहार-बंगाल के काफी संख्या में मजदूर

ज्ञानपुर। जिले में कालीन का कारोबार बड़े पैमाने होता है। यहां बिहार और पश्चिम बंगाल के काफी संख्या में मजदूर काम करते हैं। दीपवली, नवरात्र और छठ पर्व पर वे गृहनगर जाते हैं। इसके लिए वे प्रमुख ट्रेनों के टिकट के लिए परेशान रहते हैं।

*35 करोड़ की लटकी परियोजओं को मिली शासन की हरी झंडी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌भ्रष्टाचार के कारण डेढ़ दशक से लटकी 35 करोड़ की परियोजनाओं के शुरू होने की आस बढ़ गई है। डीएम गौरांग राठी की पहल पर शासन ने स्वास्थ्य, शिक्षा से जुड़ी परियोजनाएं के अधूरे काम को पूर्ण कराने के लिए हरी झंडी दे दी है। विभागीय अधिकारी दीपावली तक काम शुरू होने का अनुमान जता रहे हैं। जिले में सरपतहां स्थित 100 शैय्या अस्पताल का निर्माण 2009 में शुरू हुआ। 14 करोड़ से बनने वाली परियोजना की लागत 18 करोड़ पहुंच गई, लेकिन 40 फीसदी कार्य अब तक अधूरा है।

नौ करोड़ के घोटाले और एसआईटी जांच के कारण काम आगे नहीं बढ़ पाया। अभोली के सीएचसी में भी कार्यदायी संस्था पांच करोड़ में आधा पैसा लेकर गायब हो गई। भदोही में नौ करोड़ के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज एवं छह करोड़ के छात्रावास, न्यायालय परिसर में 18 कोर्ट भवन एसआईटी जांच के कारण करीब 10 साल से अधूरा है। इससे आम लोग जरूरी सुविधाओं से वंचित है।

छह महीने पहले जिला प्रशासन अधूरे परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए शासन को पत्र लिखा था। शासन ने पत्र को संज्ञान में लिया और प्रशासन को लंबित परियोजनाओं को पूर्ण करने का निर्देश दिया। डीएम गौरांग राठी ने बताया कि शासन ने पांच लंबित परियोजना को पूर्ण करने का निर्देश दिया है। वित्तीय बीड खोलने को कहा है।

परियोजना प्रबंधक नपे, ठेकेदार बचे

100 शैय्या अस्पताल, कोर्ट रूम के निर्माण में हुए घोटाले में राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक समेत कई अफसरों को जेल जाना पड़ा था। तत्कालीन डीएम अमृत त्रिपाठी की ओर से कराई गई जांच में नौ करोड़ की वित्तीय अनियमिता सामने आई थी, हालांकि प्रशासन की ओर से कार्यदायी संस्थाओं के ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

*बढ़ ही ठंड, विषेश सावधानी बरतें दमा से पीड़ित मरीज*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सर्द हवा संग बढ़ रही ठंड दमा रोगियों के लिए घातक साबित हो रहा है। बढ़ती ठंड के बीच दमा रोगियों को खास सावधानी की जरूरत है। ठंड की शुरुआत होने के साथ ही अस्पताल में मरीजों की तादाद में इजाफा हो रहा है। चिकित्सक डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि दमा होने की नालिकाओं की भीतरी दीवार में सूजन होती है।

यह सूजन नालिकाओं को बेहद संवेदनशील बना देती है। किसी भी बेचैन करने वाली चीज के स्पर्श से यह तीखी प्रतिक्रिया करता है। नालिकाओं की प्रतिक्रिया होने में फेफड़ों में कमा हवा जाने की वजह से रोगी को परेशानी होने लगती है। खांसी,नाक बजना,छाती का कड़ा होना, सांस लेने में तकलीफ होना है। ठंड शुरू होते जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।

*यूपी बोर्ड में घटे चार हजार परीक्षार्थी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। यूपी बोर्ड परीक्षा में शासन की सख्ती का असर परीक्षार्थियों की संख्या पर पड़ा है। सत्र 2022-2023 की अपेक्षा 2023-2024 में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के चार हजार परीक्षार्थी घट गए । इससे केंद्रों की संख्या भी घटने के आसार है। स्कूलों की सत्यापन रिपोर्ट परिषद भेज को दी गई है। स्कूल प्रबंधकों की निगाह केंद्र निर्धारण पर टिक हुई है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने नवंबर के पहले सप्ताह में केंद्र निर्धारण होने की उम्मीद जताई है।फरवरी- मार्च में बोर्ड परीक्षा संभावित है। इसके लिए की विभागीय स्तर पर तैयारी अगस्त-सितंबर से ही शुरू गई।

बोर्ड फाॅर्म जमा होने के बाद पखवारे भर पहले ही परीक्षार्थियों की तस्वीर साफ हो गई। विभाग के मुताबिक सत्र 2022- 2023 की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 16 हजार 380 छात्र, 15 हजार 68 छात्राएं शामिल रहे। वही इंटरमीडिएट में 14 हजार 144 छात्र और 12 हजार 300 छात्राएं पंजीकृत थी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट को मिलाकर 59 हजार 898 परीक्षार्थी में शामिल हुए। जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि सत्र 2023-2024 में बोर्ड परीक्षा के लिए 55 हजार 965 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।

इनमें हाईस्कूल में 30 हजार 153 और इंटरमीडिएट में 25 हजार 812 परीक्षार्थी पंजीकरण कराए हैं। बताया कि पिछले सत्र की अपेक्षा करीब चार हजार परीक्षार्थी कम है। डीआईओएस के मुताबिक जिले में सत्र 2022- 2023 में 105 केंद्र बनाए गए थे। इस बार परीक्षार्थियों की संख्या घटने से केंद्र की संख्या कम होना स्वाभाविक है। डीआईओएस ने 95 केंद्र बनने की उम्मीद जताई है। उनका अनुमान है कि नवंबर के पहले सप्ताह में केंद्र तय किया जाएगा।

*दशानन के पुतले को आकार दे रहा मुस्लिम परिवार,विजय दशमी पर्व पर ज्ञानपुर, गोपीगंज और न‌ई बाजार में रावण के 25 फीट के पुतले का होगा दहन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कालीन नगरी में विजय दशमी पर 25 फुट के रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। दशानन के पुतले को बनाने में ज्ञानपुर के राजू जुटे हुए हैं। कारीगर राजू के मुताबिक दशानन के पुतले को बनाने का कार्य पहले दादा अली रजा पुलता तैयार करते थे। फिर मोहम्मद यूनुस बनाने लगे। अब तीसरी पीढ़ी में वह रावण का पुतला तैयार करते हैं।

इस साल वह ज्ञानपुर, गोपीगंज और न‌ईबाजार की रामलीला के लिए 25 फीट पुलता तैयार कर रहे हैं। कारीगर राजू ने बताया कि वह 20 साल पहले पिता से पुलता बनाना सीखे बताया कि पुतले को बनाने में उनके बेटे भी उनकी मदद करते हैं। बीते 20 वर्ष से पुतला बनाने का काम करते हैं। राजू का कहना है कि पुतला बनाते वक्त कभी भी धार्मिक ख्याल दिल में नहीं आया। हर वर्ष रामलीला कमेटी की ओर में उन्हें रावण का पुलते का आर्डर मिलता है।

बताया कि पुलते के अंदर आतिशबाजी का सामान पूजा सीमित के लोग ही देते हैं। बताया कि एक पुलते को बनाने में 8 से 10 हजार रुपए का खर्च आता है। पुलते की साइज के आधार का दाम तय करते हैं। बताया कि महंगाई को देखते हुए इस बार पुलते के दाम दो हजार रुपए बढ़ोतरी है। राजू पुलता बनाकर परिवार चलते हैं। अपने पुश्तैनी काम को हिंदू - मुस्लिम के नजरिए से नहीं देखते हैं।

*बिना एलाइजा टेस्ट के डेंगू बताने पर पैथोलॉजी संचालक पर होगी कार्रवाई*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में तेजी से बढ़ते डेंगू मरीजों के बीच कई निजी पैथोलॉजी सेंटर बिना एलाइजा टेस्ट के ही पीड़ितों को डेंगू बता कर उपचार के नाम पर धन उगाही कर रहे हैं। पीड़ितों की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने पैथोलॉजी संचालकों को चेतावनी दी गई है। बिना एलाइजा टेस्ट के किसी भी व्यक्ति को डेंगू पॉजिटिव बताने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग के मुताबिक जिले में 60 निजी पैथोलॉजी सेंटर संचालित है।

जिले में डेंगू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। विभाग के इंतजाम डेंगू को नियंत्रित करने में नाकाम है। इस बीच कई निजी पैथोलॉजी सेंटर बिना एलाइजा टेस्ट के ही मरीजों को डेंगू पॉजिटिव घोषित कर दे रहे हैं। उपचार के नाम पर उनसे धन उगाही की जा रही है। ऐसी शिकायत पीड़ितों ने विभाग से की है। जिले के ज्ञानपुर, भदोही, दुर्गागंज, गोपीगंज, मोढ, सुरियावां, चौरी, औराई, जंगीगंज, ऊंज, माधाेसिंह सहित विभिन्न स्थानों पर 60 निजी पैथोलाजी सेंटर संचालकों को विभाग ने चेतावनी दी है कि बिना किसी व्यक्ति को एलाइजा टेस्ट के डेंगू बताना अपराध है। दोबारा शिकायत मिलने पर संबंधित सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी अस्पतालों में अधिक भीड़ के कारण अस्पताल पहुंचते हैं लोग

ज्ञानपुर। इन दिनों मौसम तेजी से बदला है। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग मौसमी बीमारियों के चपेट में आ गए हैँ। सर्दी, जुकाम व वायरल फीवर से पीड़ित सरकारी चिकित्सालयों में पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में भीड़ के बीच तमाम लोग निजी पैथोलॉजी सेंटरों में जांच करा रहे हैं। जहां उन्हें बिना एलाइजा टेस्ट के ही डेंगू बता दिया जा रहा है। उपचार के नाम पर मोटा पैसा वसूला जा रहा है। चिकित्सकों का साफ कहना है कि प्लेटलेट्स कम होना डेंगू के लक्षण नहीं हैं। बुखार में भी मरीज के प्लेटलेट्स कम होते हैं। जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि लगातार मरीजों को भ्रमित करने की शिकायतें मिल रही थी। स्वास्थ्य विभाग ने निजी पैथोलॉजी संचालकों को चेतावनी पत्र जारी किया है। पत्र में बिना एलाइजा टेस्ट के डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव बताने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।