महादेव एप पर राजनीति: सीएम बघेल बोले- भाजपा ने चुनावी फंड तो नहीं लिया, भाजपा के गौरव भाटिया ने किया पलटवार

रायपुर-  विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस-भाजपा दोनों ही दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस बीच महादेव एप पर सियासी गेम तेज हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से चर्चा में प्रश्न उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार एप बंद क्यों नहीं करती ?, एप बंद करने का काम केंद्र का है, राज्य का नहीं ?

केंद्र की भाजपा ने चुनावी फंड तो नहीं ले लिया: भूपेश

मुख्यमंत्री बघेल ने महादेव आनलाइन सट्टा एप को लेकर ईडी के चालान पर केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि चुनावी फंड ले लिया होगा, इसलिए एप बंद नहीं करवा रही। भाजपा ने महादेव सट्टे का पैसा दाउद और पाकिस्तान के जरिए कांग्रेस को मिलने के प्रश्न पर कहा कि इससे मुर्खतापूर्ण और हास्यास्पद क्या हो सकती है। पूरे देश में शायद किसी राज्य ने कार्रवाई की तो छत्तीसगढ़ में हमने की। 450 लोगों की गिरफ्तारी हुई और हमने खुद होकर लुक आउट नोटिस जारी करने लिखी।

एप के संचालक को गिरफ्तार करने कहा, जो विदेश में है। यह एप पूरे हिंदुस्तान में चल रहा है। उसमें आप ही के लोग (भाजपा) तो बैठते हैं। केक काट रहे, पार्टी कर रहे, उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रहे हमने कार्रवाई की, आप नहीं कर रहे, आपके क्या संबंध हैं।

पाकिस्तान से पैसे आने के आरोप पर प्रश्न कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सट्टा आम लोग खेलते हैं। पैसा वो वसूल रहे, लोगों को बर्बाद कर रहे और ये जीएसटी लगा रहे, कार्रवाई नहीं कर रहे ? कर रहे तो हमारे लोगों को पकड़ रहे, सलाहकार को पकड़ रहे, जहां कुछ नहीं मिला। केवल बदनाम करने कार्रवाई कर रहे, संचालक को क्यों नहीं पकड़ रहे ? बघेल ने कहा कि हिम्मत है तो इन सवालों के जवाब दे देना।

भूपेश को सट्टा एप से प्यार, भ्रष्टाचार से मोहब्बत: गौरव भाटिया

इधर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता में भूपेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सट्टा एप से प्यार है और भ्रष्टाचार से मोहब्बत है। उन्होंने मुख्यमंत्री के सवाल कि केंद्र ने महादेव एप क्यों बंद नहीं किया, पर कहा कि मुख्यमंत्री को अपने संवैधानिक अधिकारों को पढ़ लेना चाहिए। उन्हें अधिकार है कि वह छत्तीसगढ़ में महादेव एप को रोक सकते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की गारंटी के जी का मतलब घोटाला है। गांधी परिवार कह रहा जितना समय बचा है लूट लो, कोई लिमिट नहीं है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त है और भूपेश सरकार लूट-खसोट, ''परिवार-परिक्रमा'' में मस्त है। प्रदेश सरकार यहां के बेरोजगार युवकों को नौकरी तक नहीं दे सकी, यह उसकी बड़ी विफलता है। पीएससी की परीक्षाओं में कांग्रेसियों के बच्चे, मुख्यमंत्री के करीबी के बच्चे होना ही योग्यता का मापदंड है।

गांधी चालीसा पढ़ना छोड़ें: भाटिया

भाटिया ने पीएससी में शिकायत नहीं मिलने पर जांच नहीं होने वाले मुख्यमंत्री बघेल के बयान पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि ''गांधी चालीसा'' पढ़ना छोड़कर संविधान पढ़ें, जिसकी शपथ उन्होंने ली है। संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि कार्रवाई करने के लिए शिकायत करना जरूरी है। उन्होंने कहा पीएससी, सहायक शिक्षक,उप निरीक्षक, वह कांग्रेस शासन में हुए सभी भर्ती घोटालो में भाजपा युवाओं को न्याय दिलाएगी। भाटिया ने संविदाकर्मियों के नियमितीकरण, शराबबंदी के वादे, महिला स्व सहायता समूह की कर्जमाफी और फुड पार्क को लेकर राज्य सरकार को घेरा।

भूपेश बघेल ''कका' तो रमन सिंह चाउर वाले ''बाबा'', लोगों के बीच इन नामों से जानें जाते हैं छत्‍तीसगढ़ के नेता

रायपुर-  राजनीति में राजनेताओं को न केवल तख्त और ताज मिल रहा है, बल्कि उन्हें नया नाम और पहचान भी मिल रही है। छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिदृश्य के साथ-साथ अन्य राज्यों में राजनेता कुर्सी पर बैठने के बाद नए रिश्तों के नाम के साथ पहचाने जाने लगे हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कका, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को चाउर वाले बाबा का नाम राजनीति में आने से ही मिला है।

समाजशास्त्रियों के अनुसार रिश्ता एक ऐसा शब्द है जिसके कहने से ही अपनत्व का भाव दिमाग में उभर आता है। राजनीति में रिश्तों का ताना-बाना पहले से ही जुड़ा हुआ है, लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसने एक अलग ही छाप छोड़ दी है। ऐसे नेताओं के साथ भले ही खून के रिश्ते न हो फिर भी कार्यकर्ताओं और लोगों की ओर से दिए गए नाम से है, जिसे कई जगहों पर जनता ने इसे हाथों हाथ लेते हुए इसे अमलीजामा पहनाया है।

आज कई नेताओं ने इन्हीं रिश्तों के नाम से ही अपनी प्रसिद्धि को और आगे बढ़ाया है। उनके साथ जुड़े रिश्ते ही उनकी पहचान बन गई है। कई नेताओं को आज कका, मामा, बाबा, बहन, दीदी के नाम से जानते हैं।

''कका'' कहते ही जुबां पर आते हैं भूपेश

प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश पूरे राज्य में कका के नाम से जाने जाते हैं। यह शब्द अब इतना प्रचलित हो चुका है कि कका शब्द बोलते ही भूपेश बघेल की छवि लोगों के दिमाग में आ जाती है। भूपेश बघेल भी कई मंचों से कह चुके हैं कि उन्हें ये कका का टाइटल मैंने खुद नहीं दिया है, बल्कि युवाओं और प्रदेश की जनता ने दिया है। ये लोगों का भरोसा है जो कहते हैं कका है तो भरोसा है और कका अभी जिंदा है।

रमन कहलाए चाउर वाले ''बाबा''

इसी तरह छत्तीसगढ़ के ही पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को उनके कार्यकाल में लोग उन्हें चाउर वाले बाबा के नाम से पुकारते थे। इन्होंने अपने कार्यकाल में गरीबों को कम कीमत पर चावल बांटा, जिसके कारण ही उन्हें चाउर वाले बाबा यानी चावल वाले बाबा के नाम से जाने जाना लगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में लोगों तक भाेजन पहुंचाने के कारण लोगों ने उन्हें चाउर वाले बाबा कहना शुरू कर दिया।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी ''बाबा''

छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को पूरे राज्य में ''बाबा'' के नाम से जानते है। ऐसा माना जाता है कि जो उनके करीब हैं उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं, कुछ नेता उन्हें महाराज साहब भी बोलते हैं। राजपरिवार से आने वाले बाबा अंबिकापुर से विधानसभा सीट से वे विधायक हैं।

AIIMS में 28 लाख का गबन करने वाला कनिष्ठ लेखाधिकारी कोर्ट में पेश, तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया आरोपित

रायपुर-  राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स ) के वित्त विभाग में राशि के गबन मामले में आरोपित कनिष्ठ लेखाधिकारी योगेंद्र पटेल को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपित को तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने एम्स प्रबंधन से भी मूल दस्तावेज मांगे हैं।

आमानाका थाने की पुलिस ने एम्स के एक कर्मचारी की शिकायत पर शुक्रवार को फर्जी कूटरचित दस्तावेज, धोखाधड़ी और गबन समेत कई अन्य धारा के तहत अपराध दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया था। एम्स में 27,89,400 रुपये गठन का मामला सामने आया है। प्रबंधन की ओर से एम्स स्थापना से लेकर अब तक के रिकार्ड को खंगाले जा रहे हैं, जिसमें पांच करोड़ से ज्यादा की राशि गबन करने की संभावना जताई जा रही है।

जानिए क्‍या है पूरा मामला

दरअसल मामला यह है कि एम्स में नौकरी छोड़ने से पहले डाक्टरों को नियमानुसार तीन महीने पहले आवेदन के माध्यम से प्रबंधन को इसकी सूचना देनी पड़ती है। जो डाक्टर इस अवधि को पूरा किए बिना बीच में नौकरी छोड़ देते हैं तो नोटिस पीरिएड के बचे दिनों में बनने वाले वेतन की राशि का भुगतान करना पड़ता है।

एम्स के बहुत से डाक्टरों ने नोटिस पीरिएड में नौकरी छोड़ी थी। डाक्टरों से राशि लेकर नई रसीद के बदले तीन-चार वर्ष पुरानी रसीद दे दी गई और उस राशि को एम्स के खाते में जमा ही नहीं किया गया। ऐसे ही जिन डाक्टरों ने डिमांड ड्राफ्ट जमा किया था, उन्हें कुछ समय बाद लेन-देन करके डिमांड ड्राफ्ट लौटा दिया गया था।

अधिकारियों और कर्मचारियों से भी होगी पूछताछ

एम्स प्रबंधन की ओर से मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया था। टीम के समक्ष बयान में योगेंद्र पटेल ने कहा था कि वित्त एवं लेखा विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जानी चाहिए। उन्होंने ही हस्ताक्षर करने के लिए निर्देशित किया था। योगेंद्र पटेल के बयान के आधार पर पुलिस वित्त एवं लेखा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ कर सकती है। इस पूरे प्रकरण में आरोपित कर्मचारी योगेंद्र पटेल के अतिरिक्त नौकरी, कोर्स छोड़ने वाले कर्मचारी और विद्यार्थी भी शामिल हो सकते हैं।

तीन बार तबादला, पर हर बार टला

एम्स स्थापना के समय से वित्त विभाग में संविदा पर कनिष्ठ लेखाधिकारी योगेंद्र पटेल पदस्थ हैं। इस बीच कनिष्ठ लेखाधिकारी का तीन बार तबादला हुआ था, लेकिन एक उच्च अधिकारी के हस्तक्षेप से विभागीय जरूरत बताकर हर बार टाल दिया गया। उच्च अधिकारी के भी राशि गबन में संलिप्त होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

एडिशनल एसपी पश्चिम जयप्रकाश बढ़ई ने कहा, आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया था। तीन दिनों की रिमांड मिली है, जिसमें पूछताछ की जाएगी। एम्स प्रबंधन से मूल दस्तावेज मांगे गए हैं।

इन बिंदुओं पर जांच

- आरोपित कब से कर रहा था गड़बड़ी

- गबन में कौन-कौन शामिल

- बैंक खाते खंगाल रहे

- आरोपित से जुड़े लोगों से पूछताछ

चिंतामणी महाराज बदलेंगे पाला! बृजमोहन अग्रवाल के साथ भाजपा के आला नेताओं से मुलाकात के बाद लगाए जा रहे कयास…

बलरामपुर-   सामरी विधानसभा के श्रीकोट में विधायक चिंतामणि महाराज द्वारा कराई जा रही काली माता की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पहुंचे. कांग्रेस विधायक के कार्यक्रम में भाजपा नेता के शामिल होने के राजनीतिक गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

बता दें कि कांग्रेस ने सामरी से वर्तमान विधायक चिंतामणि महाराज का टिकट काटते हुए विजय पैकरा पर अपना भरोसा जताया है. ऐसे में चिंतामणि द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, सामरी से भाजपा प्रत्याशी उदेश्वरी पैंकरा की मौजूदगी अनेक शंकाओं को जन्म दे रही है.

द्वितीय चरण के निर्वाचन के लिए भाजपा ने की चुनाव संचालकों की नियुक्ति, देखें किन्हें कहाँ से मिली जिम्मेदारी

रायपुर-  भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने विधानसभा चुनाव 2023 के द्वितीय चरण के चुनाव के लिए चुनाव संचालकों की नियुक्ति की है. जिसका आदेश जारी किया गया है.

देखें लिस्ट-

उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव मादर लेकर थिरकते हुए आम जनता के साथ लुप्त उठाया

सरगुजा-  दिन रविवार को विजयदशमी महोत्सव हेतु जिला प्रशासन व सरगुजा सेवा समिति के तत्वावधान में दशहरा पर्व के तहत् आज स्थानीय कला केंद्र में लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के डिप्टी सीएम टी एस,सिंहदेव ने किया इस अवसर पर टी,एस सिंहदेव मदर को थाप देते हुए ग्रामीणों के साथ ही रखते नजर आए। सरगुजा लोक नृत्य कार्यक्रम में सरगुजा के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्र से लगभग 40 दलों ने कर्मा, सुगा व शैला नृत्य का प्रदर्शन किया,, इस दौरान कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत मित्र को देखकर आमजन मंत्रमुग्ध हो गए लगभग 35 वर्षों से यह कार्यक्रम सरगुजा में निरंतर चल रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य लुप्त हो चुके सरगुजा नृत्य को बचाए रखना है जिसका आयोजन में जिला प्रशासन की भागीदारी रहती है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टी,एस बाबा ने इस दौरान कहा कि लोक संस्कृति को बचाएं रखने के लिए ऐसे ग्रामीण दूर गांव से यहां तक अपनी पहचान अपने संस्कृति को बचाएं रखने के लिए पहुंचे हैं।। उन्होंने कहा कि आयोजन पूर्व विधायक भाजपा नेता स्वर्गीय रवि शंकर त्रिपाठी की देन है उनकी सोच बहुत दूरदर्शी थी। वह हर वर्ग हर क्षेत्र में अपनी सोच के तहत कार्य करना चाहते थे जिसके परिणाम स्वरुप विजयादशमी के अवसर पर लोक नृत्य अपने संस्कृति को बचाने के लिए इस कार्यक्रम को शुरू किया गया था।। आज सरगुजा के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र से लोग यहां इस कार्यक्रम की प्रस्तुति करने आए है।। आयोजन समिति के प्रमुख पूर्व विधायक रजनी रवि शंकर त्रिपाठी ने कहा हमारी संस्कृति की हमारी पहचान है सरगुजा का विजयदशमी महोत्सव से पहले होने वाली ,इस संभाग स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता पूरे सरगुजा संभाग में पहचान बन चुकी हैं।

साल भर से ग्रामीण क्षेत्र के लोग इंतजार करते हैं ताकि बेहतरीन प्रस्तुति दे सकें उन्होंने कहा आने वाले समय में इस कार्यक्रम को और भव्य तरीके से मनाया जाएगा निर्णायक टीम में सरगुजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष दीपक सराठे, महासचिव रोमी सिद्दिकी, उपाध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपाध्यक्ष रामप्रवेश विश्वकर्मा, सचिन शेखर गुप्ता, रामकुमार यादव व दीपक कश्यप थे। उप मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन टी एस सिंहदेव सरगुजा सेवा समिति कि अध्यक्ष रजनी रवि शंकर त्रिपाठी, नागरिक सेवा समिति अध्यक्ष,अजय अग्रवाल, वरिष्ठ नागरिक से अनिल सिंह मेजर,ललन प्रताप सिंह, जेपी श्रीवास्तव,हेंमत सिन्हा,राकेश गुप्ता, अखिलेश सोनी, विद्यानंद मिश्रा,संजय अग्रवाल, राजीव अग्रवाल,शुभम अग्रवाल, भरत सिंह सिसौदिया, मधु चौदहा, प्रियंका चौबे, संगीता सोनी, बबली नेताम, पूजा सोनी, पूनम सिंह, नीलम राजवाड़े, किरन मिश्रा सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधि व भाजपा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सहित आम जनता उपस्थित रहें।

रायपुर-जगदलपुर में आयकर का छापा, नौ सराफा संस्थानों में मिली 50 करोड़ रुपये की गड़बड़ी

रायपुर-   रायपुर और जगदलपुर के नौ सराफा संस्थानों में आयकर विभाग की गुरुवार से चल रही जांच में अब तक 50 करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी मिली है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने इन सराफा संस्थानों से 2.5 करोड़ रुपये नकद और 2.5 करोड़ के आभूषण की जब्ती की हैं।

आयकर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सराफा संस्थानों के पास से आभूषणों के मिले ज्यादा स्टाक को लेकर संस्थानों के संचालकों और उनके कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। स्टाक को लेकर अब तक उनकी ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है। संस्थानों के लैपटाप से डाटा निकालकर भी जांच की जा रही है। विभाग की यह कार्रवाई अभी एक-दो दिन और चलने की संभावना जताई जा रही है। जिसमें और भी तथ्य सामने आ सकते हैं।

करोड़ नकद और 2.5 करोड़ के आभूषण जब्त

75 अफसरों की टीम जांच में लगी इस कार्रवाई में 75 आयकर अफसरों के साथ ही पुलिस टीम भी शामिल है। बताया जा रहा है कि काफी समय से आयकर विभाग की नजर इन सराफा संस्थानों पर थी। यहां टैक्स में बड़ी गड़बड़ी और ज्यादा स्टाक रखने की सूचना मिल रही थी।

पुलिस ने चेकिंग के दौरान स्कूटी से जब्त किए 34 लाख से अधिक कैश

रायपुर-   राजधानी पुलिस चेकिंग के दौरान स्कूटी से 34 लाख से अधिक नगदी कैश जब्त किया है. पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है. यह मामला आजाद चौक थाना क्षेत्र का है.

मिली जानकारी के अनुसार, आजाद चौक थाना क्षेत्रांतर्गत तेलघानी नाका स्थित नेमीचंद गली पास एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और आजाद चौक पुलिस की संयुक्त टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान TVS ज्यूपीटर में सवार एक व्यक्ति बैग में लाखों का नगदी रकम रखा होना पाया गया.

पूछताछ में व्यक्ति ने अपना नाम हेमंत मेघानी निवासी लाखेनगर पुरानी बस्ती रायपुर का होना बताया. टीम ने नगदी रकम के संबंध में व्यक्ति से वैध दस्तावेज की मांग की लेकिन उसने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया. जिस पर पुलिस ने हेमंत मेघानी के पास रखें नगदी रकम 34 लाख 67 हजार रूपये नगदी जब्त कर इसकी सूचना आयकर विभाग को दे दी है.l

राजनैतिक दलों के समक्ष हुआ ईवीएम और वीवी पैट का रेण्डमाईजेशन

रायपुर-  विधानसभा निर्वाचन हेतु रायपुर जिले के सातों विधानसभा के लिए राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष ईवीएम एवं वीवी पैट मशीनों का आज रेडक्रॉस सभाकक्ष में प्रथम रेण्डमाईजेशन किया गया। 

रेण्डमाईजेशन के पश्चात फाईनालाईज्ड किए गये ईवीएम बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवी पैट मशीन में उल्लेख आईडी नंबर सहित सूची राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई गई।

कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया हेतु सभी दलों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे सूची के आधार पर ईवीएम बैलेट एवं कंट्रोल यूनिट, वीवी पैट का मिलान स्टाप रूम में विधानसभावार रखते समय कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभावार मशीनों का प्रथम रेण्डमाईजेशन कर लिया गया है। रेण्डमाईजेशन पश्चात मशीनों को स्ट्रांग रूम में विधानसभा के अनुसार सुरक्षित रखवाया जाएगा।

रेण्डमाईजेशन की प्रक्रिया में विधानसभा अंतर्गत कुल 1768 है जिनमें रायपुर क्षेत्र के 1759 मतदान एवं 09 सहायक केंद्र है। इस से 20 प्रतिशत अधिक बैलेट एवं कंट्रोल यूनिट तथा 30 प्रतिशत अधिक वीवी पैट मशीनों का चयन किया गया। जिले में 5036 बैलेट यूनिट, 2621 कंट्रोल यूनिट और 2872 वीवी पैट एफएलसी ओके मशीनों का रेण्डमाईजेशन किया गया।

मतदान केंद्रों में ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों का उपयोग करने के पहले पारदर्शिता के लिए विभिन्न चरणों में मशीनों का रेंडमाइजेशन किया जाता है। आज मशीनों का प्रथम रेंडमाइजेशन भारत निर्वाचन आयोग के ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में किया गया। रेंडमाइजेशन के बाद इसका प्रिंट निकालकर सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से हस्ताक्षर कराने के बाद उन्हे इसकी प्रतिया प्रदान की गई। इसके बाद वेयर हाउस में अलग-अलग कक्षों में रखे सीयू, बीयू एवं वीवीपैट का अवलोकन कराया गया। पदाधिकारियों को स्ट्रांग रूम का अवलोकन कराने के साथ ही चुनाव से संबंधित अन्य गतिविधियों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी गजेन्द्र ठाकुर, अपर कलेक्टर बी.बी.पंचभाई एवं राजनौतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

भाजपा बोली- छत्तीसगढ़ के पैसे से कांग्रेस का पोषण, कांग्रेस का पलटवार- भाजपा अदाणी के साथ

रायपुर -   भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आखिरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मान ही लिया कि वह एटीएम हैं। हमारी पार्टी तो बहुत पहले से ही कहती आ रही है कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस की एटीएम बना रखा है और यहां की जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा लूटकर वह कांग्रेस और उसके 'खानदानी' आकाओं की तिजोरी भर रही है।

समूची कांग्रेस के राजनीतिक पोषण में छत्तीसगढ़ के खजाने का पैसा जा रहा है। साव ने कहा कि भाजपा ने तो बाकायदा इसके लिए 'भू-पे' लांच किया है ताकि प्रदेश की जनता को पता चले कि कांग्रेस ने ऐसा कोई क्षेत्र बाकी नहीं छोड़ा जहां उसने घोटाला नहीं किया।

भाजपा के नेता अदाणी के व्यावसायिक हित के साथ : दीपक बैज

इधर, कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोल खनन रद होना भूपेश सरकार की बड़ी जीत है और अदाणी के साथ खड़े भाजपा की हार है। जंगल को बचाने की लड़ाई में भूपेश बघेल सरकार कांग्रेस आदिवासियों के साथ खड़ी थी और केंद्र की मोदी की सरकार अपने मित्र अदाणी के मुनाफे के लिए अड़ी हुई थी। हसदेव अरण्य, तमोर पिंगला और लेमरू एलिफेंट रिजर्व के भीतर नो गो एरिया में आने वाले 40 खदानों में खनन गतिविधियां बंद कराने का फ़ैसला भूपेश बघेल सरकार की बड़ी जीत है।