*देश के 10 श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में शुमार होगा महायोगी गोरखनाथ विवि*
गोरखपुर, 22 अक्टूबर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय देश के 10 श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में शामिल होने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के रोड मैप पर रविवार को विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में विशद मंथन हुआ। कार्य परिषद ने इसके बाद पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता बढ़ाने, परिसर की संस्कृति को विशेष बनाने के साथ देश के श्रेष्ठतम विश्वविद्यालयों की कार्य एवं शिक्षा संस्कृति का अध्ययन करने का निर्णय लिया है।
70 बिंदुओं पर हुई बैठक में कार्य परिषद ने जहां विश्वविद्यालय की स्थापना के पांचवें वर्ष तक श्रेष्ठ नैक ग्रेडिंग हासिल करने का लक्ष्य तय किया, वहीं अगले सत्र से कई महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों के संचालन पर भी मुहर लगाई गई।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी की अध्यक्षता एवं कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव के संचालन में हुई कार्य परिषद की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए उप कुलसचिव (प्रशासन) श्रीकांत ने बताया कि कार्य परिषद ने सभी 70 बिंदुओं पर अनुमोदन प्रदान किया।
इसके अनुसार अगले शैक्षिक सत्र से बीएससी आनर्स (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ, जूलॉजी, बॉटनी), बीबीए (लॉजिस्टिक, हेल्थकेयर), बीसीए, ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फोरेंसिक साइंस, बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री, बीएससी आनर्स (क्लीनिकल साइकोलॉजी, न्यूट्रीशियन एंड डाइटीशियन) के कोर्स शुरू किए जाएंगे।
कार्य परिषद ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में शोध संस्थान की स्थापना किए जाने का निर्णय लिया है। इस हेतु समस्त औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कुलपति की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय समिति के गठन की मंजूरी दी गयी। समिति में डॉ डीएस अजीथा प्राचार्य गुरु गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग, प्रोफेसर सुनील कुमार अधिष्ठाता सम्बद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय तथा डॉ विमल कुमार दूबे अधिष्ठाता कृषि संकाय सम्मिलित हैं।
कार्य परिषद की बैठक का एक महत्वपूर्ण बिंदु नैक मूल्यांकन का रहा। परिषद ने नैक मूल्यांकन के दृष्टिकोण से अभी से वांछित कार्यवाही किए जाने हेतु समयबद्ध कार्यवाही किए जाने पर जोर दिया ताकि स्थापना के पांचवें साल तक उत्कृष्ट नैक ग्रेडिंग हासिल की जा सके। यह भी तय किया गया कि पाठ्यक्रमों को दो से तीन सदस्यों में विभक्त कर नैक समितियों से कार्य कराया जाए।
कार्य परिषद ने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार योजना शुरू करने, इनोवेशन व स्टार्टअप को बढ़ावा देने, और अधिक रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को शुरू करने, ऑनलाइन-ऑफलाइन वैल्यू एडेड कोर्स चलाने, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की तर्ज पर मूल्यांकन प्रणाली शुरू करने के साथ ही हर तीन वर्ष पर पाठ्यक्रमों की समीक्षा करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
कार्य परिषद की बैठक में रामजनम सिंह, प्रमथनाथ मिश्र, डॉ सीएम सिन्हा, डॉ डीएस अजीथा, डॉ शोभा गौड़ आचार्य दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय गोरखपुर, डॉ प्रिंसी जी, डॉ प्रज्ञा सिंह तथा संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा विभाग प्रेम कुमार पांडेय उपस्थित रहे।
Oct 22 2023, 20:40