आम नागरिकों पर हमले जेनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन, फिलीस्तीन एवं इजराइल मे स्थाई शांति के लिए सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन

बेतिया: सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में फिलिस्तीन इजराइल युद्ध की समाप्ति एवं स्थाई शांति के लिए एक विशेष सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया ,इसमें सभी धर्म के लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ,मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ अमानुल हक एवं डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि विगत एक सप्ताह से दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है । इस युद्ध में हजारों बेगुनाह आम शहरी मारे गए हैं ।
इस मंच के माध्यम से हम मारे गए निर्दोष लोगों एवं पीड़ित परिवारों को संवेदना व्यक्त करते हैं। आज दोनों देशों के बीच आम नागरिकों का जीवन सुरक्षित नहीं है,जो जेनेवा कन्वेंशन एवं अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। आम नागरिकों पर घातक हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। तो चिंता का विषय है। पीड़ितों में ज्यादातर बच्चे ,बूढ़े एवं महिलाएं हैं। विश्व की पवित्र, शांति भूमि महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण भारत से हम स्थाई शांति की अपील करते हैं। ।
आधुनिक सभ्य समाज में हिंसा एवं युद्ध के लिए कोई जगह नहीं। दोनों पक्षों को हिंसा का रास्ता त्याग कर सत्याग्रह के मार्ग को अपनाना होगा। जिस पर चलकर महात्मा गांधी ने सत्याग्रह एवं अहिंसा के माध्यम से भारत को आजाद कराया था।
फिलिस्तीनी लोगों को भी अपनी स्वाधीनता के लिए अहिंसा एवं सत्याग्रह का मार्ग अपनाते हुए अपनी स्वतंत्रता आंदोलन जारी रखना चाहिए। जिसे स्वर्गीय यासिर अराफ़ात में आगे बढ़ाया था। वह दिन दूर नहीं जब फिलिस्तीन एक स्वतंत्र राष्ट्र होगा, जिसका सपना बरसों पहले महात्मा गांधी ,शेख मुजीबुर रहमान, मार्टिन लूथर किंग,विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइंस्टीन , डॉ नेल्सन मंडेला, यासिर अराफ़ात, ईसहाक रविन, मदर टेरेसा एवं हमारे पुरखों ने देखा था ।
इस मंच के माध्यम से हम सभी दोनों पक्षों के बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग करता है एवं दोनों पक्षों के बंधकों के साथ जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक बर्ताव किया जाए। हिंसा से किसी को शांति नहीं मिल सकती।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इज़राइल ने आम नागरिकों के लिए बिजली, भोजन, पानी एवं गैस तक पहुंच बंद करते हुए गाजा पर "पूर्ण घेराबंदी" की घोषणा की है। जो अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
युद्ध से स्थाई शांति के समाधान तक पहुंचने की उम्मीद में दोनों पक्षों को संयम बरतने की अपील करते हैं।
नफरत, हिंसा और बदले की भावना को बढ़ावा देने के कारण दोनों पक्षों ने अपने कई पीढियां को खोया है।
Oct 19 2023, 15:22