*इजरायल-हमास के बीच जारी है जंग, खतरों के बीच से सुरक्षित दिल्ली पहुंचा 235 भारतीयों का दूसरा जत्था*

#second_batch_of_indians_airlifted_from_israel_under_operation_ajay 

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इजरायल और हमास के बीच युद्ध अब आठवें दिन में प्रवेश कर चुका है। गाजा और इजरायल दोनों जगहों पर जबरदस्त कत्लेआम मचा हुआ है। युद्ध की वजह से भारत वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए चिंतित है। इजरायल से भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी के लिए भारत ने 'ऑपरेशन अजय' शुरू किया है। इस निकासी ऑपरेशन के तहत इजरायल से भारतीयों का दूसरा बेड़ा दिल्ली पहुंच गया है। आज 235 भारतीयों का एक और जत्था दिल्ली पहुंच चुका है।

इजराइल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट शुक्रवार की शाम करीब 5.35 बजे तेल अवीव के उड़ान भरी थी। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय यात्रियों को विमान ने तेल अवीव से शुक्रवार रात 11.02 बजे उड़ान भरी थी। 235 भारतीय नागरिकों को लेकर विशेष विमान दिल्ली पहुंचा। नागरिकों के स्वागत के लिए विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।भारतीय नागरिकों के दूसरे बैच में दो नवजात समेत 235 नागरिक शामिल रहे।

भारत ने गुरुवार को ऑपरेशन अजय का ऐलान किया। इसका मकसद इजरायल में रहने वाले भारतीयों की सकुशल वापसी है।इस ऑपरेशन के जरिए सिर्फ उन्हीं लोगों को इजरायल से लाया जा रहा है, जो वहां से आने को इच्छुक हैं। इजरायल में मौजूद भारतीय दूतावास ने बताया है कि शनिवार (14 अक्टूबर) को भी भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया जारी रहने वाली है। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'दूतावास ने आज विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर्ड भारतीय नागरिकों के अगले बैच को ईमेल कर दिया है। बाद की उड़ानों के लिए अन्य रजिस्टर्ड लोगों को संदेश भेजा जाएगा। यात्रियों का चयन 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर किया जा रहा है। इसके लिए यात्रियों को दूतावास के डाटाबेस में अपनी जानकारी फीड करवानी होती है।

बता दें कि इजरायल में लगभग 18 हजार भारतीय रह रहे हैं। वहां से जो भी वतन वापस आना चाहता है उन्हें सरकार ऑपरेशन अजय के तहत वापस ला रही है। जो लोग भी इजरायल से वापस लौट रहे हैं उन्हें कोई किराया नहीं देना पड़ रहा है। सरकार उनकी वापसी का खर्च वहन कर रही है।

भारत सरकार ने बुधवार को ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू करने की घोषणा की थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया जा रहा है। विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।’ विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा, ‘हम विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

इजरायल-हमास के बीच जारी है जंग, खतरों के बीच से सुरक्षित दिल्ली पहुंचा 235 भारतीयों का दूसरा जत्था

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इजरायल और हमास के बीच युद्ध अब आठवें दिन में प्रवेश कर चुका है। गाजा और इजरायल दोनों जगहों पर जबरदस्त कत्लेआम मचा हुआ है। युद्ध की वजह से भारत वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए चिंतित है। इजरायल से भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी के लिए भारत ने 'ऑपरेशन अजय' शुरू किया है। इस निकासी ऑपरेशन के तहत इजरायल से भारतीयों का दूसरा बेड़ा दिल्ली पहुंच गया है। आज 235 भारतीयों का एक और जत्था दिल्ली पहुंच चुका है।

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इजराइल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट शुक्रवार की शाम करीब 5.35 बजे तेल अवीव के उड़ान भरी थी। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय यात्रियों को विमान ने तेल अवीव से शुक्रवार रात 11.02 बजे उड़ान भरी थी। 235 भारतीय नागरिकों को लेकर विशेष विमान दिल्ली पहुंचा। नागरिकों के स्वागत के लिए विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।भारतीय नागरिकों के दूसरे बैच में दो नवजात समेत 235 नागरिक शामिल रहे।

भारत ने गुरुवार को ऑपरेशन अजय का ऐलान किया। इसका मकसद इजरायल में रहने वाले भारतीयों की सकुशल वापसी है।इस ऑपरेशन के जरिए सिर्फ उन्हीं लोगों को इजरायल से लाया जा रहा है, जो वहां से आने को इच्छुक हैं। इजरायल में मौजूद भारतीय दूतावास ने बताया है कि शनिवार (14 अक्टूबर) को भी भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया जारी रहने वाली है। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'दूतावास ने आज विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर्ड भारतीय नागरिकों के अगले बैच को ईमेल कर दिया है। बाद की उड़ानों के लिए अन्य रजिस्टर्ड लोगों को संदेश भेजा जाएगा। यात्रियों का चयन 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर किया जा रहा है। इसके लिए यात्रियों को दूतावास के डाटाबेस में अपनी जानकारी फीड करवानी होती है।

बता दें कि इजरायल में लगभग 18 हजार भारतीय रह रहे हैं। वहां से जो भी वतन वापस आना चाहता है उन्हें सरकार ऑपरेशन अजय के तहत वापस ला रही है। जो लोग भी इजरायल से वापस लौट रहे हैं उन्हें कोई किराया नहीं देना पड़ रहा है। सरकार उनकी वापसी का खर्च वहन कर रही है।

भारत सरकार ने बुधवार को ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू करने की घोषणा की थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया जा रहा है। विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं।’ विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा, ‘हम विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

वर्ल्ड कप 2023: भारत और पाकिस्तान के बीच आठवीं बार टक्कर, अहमदाबाद में होगा महामुकबला

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वर्ल्ड कप तो 5 अक्टूबर से ही शुरू हो चुका है। लेकिन आज महामुकाबला होगा। आज क्रिकेट का सबसे बड़ा घमासान होगा। आज भारत के सामने पाकिस्तान होगा। जब ये दो घोर विरोधी एक-दूसरे के सामने होते हैं तो स्टेडियम का माहौल ही कुछ और होता है। सभी जानते हैं दोनों देशों के खिलाड़ी कहते तो यही हैं कि ये बस एक मैच है। लेकिन, ये उनकी उस मैच वाली सोच से कहीं बढ़कर होता है। वहीं, जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होता है तो फैंस बहुत ही ज्यादा उत्साहित होते हैं। बता दें कि दोनों ही टीमों ने अभी तक काफी शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की है। वहीं, पाकिस्तान ने नीदरलैंड्स और श्रीलंका को हराया था। अब रोहित शर्मा और बाबर आजम की नजरें लगातार तीसरी जीत पर रहने वाली है।

भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को विश्व कप 2023 का 12वां मैच खेला जाएगा। भारत और पाकिस्तान के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मुकाबला खेला जाएगा। मौजूदा वर्ल्ड कप में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान को हराया है। वहीं पाकिस्तानी टीम ने नीदरलैंड्स और श्रीलंका को मात दी है। श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तानी टीम ने वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास का सर्वश्रेष्ठ स्कोर चेज किया था। उस मैच में पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया था। 

भारत-पाकिस्तान का मैच देखने के लिए अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन जका अशरफ भी मौजूद होंगे। पीसीबी चीफ इसके लिए एक दिन पहले ही अहमदाबाद पहुंच चुके हैं।वहां पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले टीम होटल में पाकिस्तानी टीम के साथ एक बैठक की। खबर ये भी है कि बीसीसीआई के सभी अधिकारियों ने उनके साथ डिनर भी किया। अब जका अशरफ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में बैठकर क्रिकेट का लुत्फ उठाते दिखेंगे।

इस मैच को लेकर फैंस के बीच काफी उत्सुकता है और वह काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मैच के लिए सभी टिकट बिक चुके हैं, साथ ही अहमदाबाद के किसी होटल में भी जगह नहीं बची है। दो महीने के अंदर भारत और पाकिस्तान के बीच यह तीसरा मुकाबला होगा। इससे पहले दोनों टीमें पिछले महीने हुए एशिया कप में भिड़ी थीं। दो सितंबर को पल्लेकल में दोनों टीमों के बीच एशिया कप के ग्रुप राउंड का मुकाबला बेनतीजा रहा था। वहीं, 10 सितंबर को भारत और पाकिस्तान की टीमें सुपर-फोर में आमने-सामने आई थीं। उस मुकाबले को भारत ने 228 रन से जीता था। अब यह तीसरा मुकाबला होगा।

वहीं, वनडे वर्ल्ड कप में भारत Vs पाकिस्तान 8वीं बार होने जा रहा है। सवाल है जीतेगा कौन? इस सवाल के जवाब के लिए अगर आप पिछले 7 मुकाबलों का रिजल्ट देखेंगे तो पलड़ा 100 फीसद जीत के साथ भारत का दिखता है। मतलब ये कि भारत ने पिछले सातों मुकाबलों में बाजी मारी है। वहीं पाकिस्तान हाथ मलता रहा है।

रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की प्लेइंग XI का ऐलान तो नहीं किया। लेकिन , इतना जरूर कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बदलाव संभव है। इसके लिए टीम और खिलाड़ी दोनों तैयार हैं।भारत और पाकिस्तान के बीच आज होने वाले वर्ल्ड कप मुकाबले में टीम इंडिया के लिए प्लेइंग-11 का सिलेक्शन चुनौतीभरा रहेगा। भारतीय टीम के आठ खिलाड़ी तो तय हैं लेकिन बाकी तीन खिलाड़ियों के चयन में कई अगर-मगर जैसे सवाल हैं। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के कारण यह स्थिति बनी है। दरअसल, यह स्थिति टीम कॉम्बिनेशन और फिटनेस लेवल के कारण पैदा हुई है।

प्लेइंग-11 में सबसे बड़ा सवाल शुभमन गिल या ईशान किशन में से किसी एक के चयन को लेकर है। डेंगू होने के बाद से शुभमन की फिटनेस लेवल को लेकर थोड़ा संशय है। फिर, पिछले दो मुकाबलों में भी वह नदारद रहे थे। यानी गिल के पास अभी मोमेंटम नहीं होगा। ऐसे में टीम इंडिया उन्हें आज के बड़े मुकाबले में प्लेइंग-11 में रखने से बचना चाहेगी। संभव है कि वह ईशान को ही फिर से मौका दें। हालांकि ईशान भी पिछले दोनों मुकाबलों में खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं।

विश्व कप 2023: पाकिस्तान के साथ महामुकाबला देखने का इंतजार कर रहे भारतीय फैंस के लिए खुशखबरी, जानें शुभमन गिल को लेकर रोहित शर्मा ने क्या कहा

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भारत और पाकिस्तान के बीच वनडे वर्ल्ड कप 2023 का मुकाबला 14 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच के लिए दोनों टीमें अहमदाबाद में प्रैक्टिस सेशन के दौरान जमकर मेहनत करती नजर आई। इसी बीच टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने भारत के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल को लेकर एक बड़ा अपडेट दिया है। जिसे सुन फैंस काफी खुश हो जाएंगे। पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से ठीक पहले रोहित शर्मा ने अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित ने कहा कि गिल 99 फीसदी उपलब्ध हैं।

कप्तान ने मैच से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल की फिटनेस के सवाल पर मुस्कुराते हुए कहा कि वो चयन के लिए उपलब्ध हैं। रोहित ने कहा कि गिल सेलेक्शन के लिए 99 फीसदी उपलब्ध हैं।हालांकि, उन्होंने ये क्लियर नहीं किया कि गिल पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलते दिखाई देंगे या नहीं।

बता दें कि शुभमन गिल को वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के अभियान की शुरुआत से पहले ही डेंगू हो गया था। इसके कारण वो उन्हें चेन्नई के अस्पताल में भी भर्ती किया गया था। गिल टीम दूसरे मैच के लिए टीम इंडिया के साथ दिल्ली नहीं आए थे और फिर सीधे अहमदाबाद ही पहुंचे थे। इसके बाद से ही गिल की फिटनेस में सुधार हो रहा था। टीम इंडिया के अहमदाबाद पहुंचने से पहे ही गिल ने गुरुवार को 12 अक्टूबर को करीब एक घंटा तक नेट्स में बैटिंग का अभ्यास भी किया था। इसके बाद से ही टीम इंडिया और फैंस की उम्मीदें बढ़ गई थीं।

बता दें कि गिल शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने वनडे की पिछली 10 पारियों में 6 बार 50 से अधिक रन बनाए हैं। इससे उनके बेहतरीन फॉर्म का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने 34, 85, 10, 67, 58, 19, 121, 27, 74 और 104 रन बनाए. गिल वनडे की 35 पारियों में अब तक 66 की औसत से 1917 रन बना चुके हैं। उन्होंने कुल 6 शतक और 9 अर्धशतक ठोके है। 208 रन उनका बेस्ट प्रदर्शन है।

चीन ने करोड़ों के दाम में बेचा “कबाड़”, अब नेपाल के लिए जी का जंजाल बने चीनी विमान

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चीन की चालबाजियां तो किसी से छुपी नहीं है। दोस्त बनाकर कब उसके पीठ में छुरा घोंप दे ये कहना मुश्किल है। दरअसल, चीन से खरीदे गए विमान अब खराब कार्यक्षमता और प्रदर्शन के कारण नेपाल के लिए बोझ बन गए हैं। नेपाल एयरलाइंस ने वर्ष 2014 में चीन से खरीदे गए विमानों का जुलाई 2020 में परिचालन बंद कर दिया था। इनमें दो जियान एमए60एस (Xian MA60s) और चार हर्बिन वाई12एस (Harbin Y-12s) विमान शामिल हैं। नेपाली एयरलाइंस का कहना है कि वह अपने छह ग्राउंडेड बीजिंग-निर्मित विमानों के परिचालन का खर्च नहीं उठा सकती है। इसलिए वह इसे लीज पर देने या बेचने पर विचार कर रही है।

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नेपाल ने साल 2014 से लेकर 2018 के बीच कुल 6 विमान खरीदे। नेपाल एयरलाइंस ने करीब 6.6 बिलियन नेपाली करेंसी में चीन से विमानों का सौदा किया था। लेकिन विमान खराब निकल गए।उनमें से एक विमान क्रैश हो गया और उसके बाद पांच विमानों को ग्राउंड कर दिया गया।हालात ये है कि इन विमानों के रखरखाव में आने वाला खर्च मुसीबत की वजह बन चुका है। ऐसे में अब नेपाल ने विमान की बिक्री करना चाहती वहै। इसके लिए 220 मिलियन नेपाली रुपए की बोली लगाया है।

इस दाम को एक स्‍वतंत्र संस्‍था ने तय किया है। यही नहीं इन विमानों के मूल्‍य की जांच के लिए भी नेपाली एयरलाइंस को 20 हजार डॉलर चुकाने पड़े हैं। एक अधिकारी ने कहा कि यह क‍बाड़ के बराबर कीमत है। इससे पहले नेपाल एयरलाइंस ने इन विमानों को लीज पर देने की कोशिश की थी लेकिन उसकी योजना सफल नहीं हो सकी है।

हालांकि विमानों को बेचे जाने के लिए स्क्रैप की कीमत जो तय की गई है उससे नेपाल एयरलाइंस खुश नहीं है। एयरलाइंस का कहना है कि इतने महंगे विमानों को सस्ते में कैसे बेचा जा सकता है। अब इस वजह से परेशानी और बढ़ गई है।

वहीं नेपाल एयरलाइंस ने जोर देकर कहा है कि ये चीनी विमान उड़ने लायक नहीं हैं। उसने कहा है कि इन चीनी विमानों को बेचना ही अब एकमात्र विकल्‍प बचा हुआ है। इस तरह से अब नेपाल के लिए चीनी विमान जी का जंजाल बन गए हैं।

महादेव ऐप के सौरभ चंद्राकर का दाऊद इब्राहिम से जुड़ा नाम, आईएसआई का भी मिला समर्थन

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बहुचर्चित महादेव ऐप की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने अब चौंकाने वाला खुलासा किया है। ईडी के मुताबिक महादेव ऐप को ऑपरेट करने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पाकिस्तान में डी-कंपनी का सहयोग कर रहे थे।महादेव ऐप प्लेटफॉर्म के सरगना सौरभ चंद्राकर ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई मुश्तकीम इब्राहिम के साथ पार्टनरशिप की है। सौरभ ने मुश्तकीम इब्राहिम कासकर के साथ मिलकर पाकिस्तान में एक बेटिंग ऐप लॉन्च किया है। जिसके जरिए वह मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है। इस बेटिंग ऐप का नाम 'खेलोयार' है, जो भारत में भी चल रहा है।

ईडी को जानकारी मिली है कि खेलोयार बेटिंग ऐप के जरिए सौरभ चंद्राकर और दाऊद इब्राहिम का भाई मुश्तकीम इब्राहिम कासकर करोड़ों रुपये कमा रहे हैं। तीन साल पहले महादेव ऐप की सफलता के बाद सौरभ चंद्राकर भी दुबई के शेखों की मदद से मुस्तकीम से संपर्क में आया। जिसके बाद उसने अपनी करोड़ों रुपये की योजना मुस्तकीम से साझा की। जिसके बाद उसने डी कंपनी से साझा किया और दाऊद इब्राहिम की मंजूरी के बाद इसे लॉन्च किया गया। दाऊद ने सौरभ को अपनी सिक्योरिटी भी दी हुई है। दोनों मिलकर दुबई से ही करोड़ों रुपये का कारोबार कर रहे हैं। सौरभ को दाऊद का संरक्षण मिला हुआ है।यही वजह है कि जब गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जब उगाही करने की कोशिश की तो उसे सौरभ ने धमका दिया था।

 इसमें आईएसआई का कनेक्शन भी सामने आया है। ईडी के सूत्रों के मुताबिक सौरभ चंद्राकर ने दाऊद इब्राहिम के संरक्षण और आईएसआई के समर्थन से पाकिस्तान में सट्टेबाजी ऐप लॉन्च किया। जानकारी के मुताबिक उसने पाकिस्तान में खेलॉयर बेटिंग ऐप को संचालित करने के लिए 2021 में 300 से 500 करोड़ रुपये का निवेश किया।

चंद्राकर और मुश्तकीम की सांठगांठ तब बनी, जब चंद्राकर महादेव सट्टेबाजी ऐप चलाने में सफल हो गए और संयुक्त अरब अमीरात में कुछ प्रभावशाली लोगों से मिले, जो कथित तौर पर कासकर के करीबी थे। सूत्रों ने बताया कि उस समय चंद्राकर का परिचय कासकर से हुआ था। इसमें कहा गया है कि दाऊद के भाई सट्टेबाजी मंच के विचार से प्रभावित हुए जब उन्हें पता चला कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर प्रतिदिन 200 करोड़ रुपये कमा रहे हैं। इसके बाद कासकर ने कथित तौर पर महादेव सट्टेबाजी ऐप प्रमोटरों (चंद्राकर और रवि उप्पल) को पाकिस्तान स्थित उपयोगकर्ताओं के लिए एक समान मंच डिजाइन करने के लिए कहा। महादेव सट्टेबाजी ऐप को डिजाइन करने वाले डेवलपर्स को पाकिस्तान के लिए एक समान मंच बनाने के लिए शामिल किया गया था।

बता दें कि पूरे मामले में फिल्मी सितारों का कनेक्शन भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस ऐप को फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों का भी समर्थन मिला था। फिल्मी सितारों ने इस ऐप का प्रचार प्रसार किया। इस केस में कई जानी मानी फिल्मी हस्तियों के नाम सामने आए हैं। मामले में पिछले दिनों कुछ सितारों से पूछताछ भी की गई थी। इन सितारों पर वीडियो क्लिप के माध्यम से इस ऐप का प्रमोशन करने का गंभीर आरोप लगा है। वहीं सौरभ चंद्राकर की शादी संयुक्त अरब अमीरात में फरवरी में हुई थी।इस शादी में शानदार इवेंट रखा गया था, जिसमें कई फिल्मी सितारों और गायकों ने परफॉर्म किया था।आरोप लग रहा है कि शादी में परफॉर्म करने वाले फिल्मी कलाकारों को हवाला के माध्यम से 200 करोड़ रुपये से भी ज्यादा दिए गए थे।वहीं फैमिली मेंबर्स को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए किराए पर प्राइवेट जेट लिए गए थे।

अब ओलंपिक में लगेंगे चौके-छक्के, 128 साल बाद हुई वापसी, जानें कब से होगा शामिल

#cricket_approved_by_international_olympics_committee_for_2028_olympics

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क्रिकेट को 128 साल बाद ओलंपिक में शामिल कर लिया गया है।2028 के लॉस एंजिलस ओलंपिक में क्रिकेट शामिल होगा। इंटरनेशनल ओलंपिक्स कमेटी ने 2028 ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने की औपचारिक मंजूरी दे दी है।इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) ने शुक्रवार को अधिकारिक तौर पर क्रिकेट और स्क्वैश को 2029 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में शामिल करने की जानकारी दी।

आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा कि कार्यकारी बोर्ड के अधिकारियों ने बेसबॉल/सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, स्क्वैश और लैक्रोस के साथ क्रिकेट को ओलंपिक में पांच नए खेलों में से एक के रूप में शामिल करने के लॉस एंजिलस आयोजकों के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, सभी नए खेलों को 2028 खेलों में जगह सुनिश्चित करने से पहले आईओसी सदस्यता द्वारा सोमवार को होने वाले मतदान में मत हासिल करने की आवश्यकता होगी। 

आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा- 2028 ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने पर हम अभी भी प्रस्ताव मोड में हैं। भाग लेने वाली टीमों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। हम आईसीसी के साथ काम करेंगे। हम किसी भी देश के व्यक्तिगत क्रिकेट अधिकारियों के साथ काम नहीं करेंगे। ICC के सहयोग से हम देखेंगे कि क्रिकेट को और अधिक लोकप्रिय कैसे बनाया जा सकता है।

इससे पहले ओलंपिक में क्रिकेट केवल एक बार खेला गया था। 1900 के पेरिस ओलंपिक में क्रिकेट खेला गया था, जहां इंग्लैंड और फ्रांस स्वर्ण पदक के लिए भिड़े थे।ओलंपिक में पुरुषों और महिलाओं की स्पर्धा टी20 प्रारूप में होगी, क्रिकेट को इन खेलों का हिस्सा बनाकर आईओसी दक्षिण एशियाई दर्शकों को लुभाने के साथ प्रसारण करार से बड़ी रकम हासिल कर सकता है। ओलंपिक में क्रिकेट के प्रवेश से इस खेल की पहुंच बढ़ाने में भी काफी मदद मिलेगी।

बता दें कि इसे पहले महिला टी-20 क्रिकेट को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में और पुरुष के साथ महिला टी-20 क्रिकेट को हांगझोऊ एशियाई खेलों में शामिल किया गया। एशियाड में भारत ने महिला और पुरुष दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीते।

आप सांसद संजय सिंह की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने 27 अक्टूबर तक बढ़ाई न्यायिक हिरासत

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दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। संजय सिंह को कोर्ट ने 27 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।कोर्ट ने 10 अक्टूबर को दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार संजय सिंह की ईडी की हिरासत 13 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी। हिरासत का समय खत्म होने पर उन्हें आज फिर कोर्ट में पेश किया गया।जिसके बाद अदालत ने शुक्रवार को संजय सिंह की न्यायिक हिरासत को 27 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। 

चार अक्टूबर को गिरफ्तार हुए थे संजय सिंह

एजेंसी ने राज्यसभा सदस्य सिंह को चार अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। संजय सिंह के सरकारी आवास पर कई घंटों की छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था। ईडी ने आरोप लगाया है कि सिंह ने अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे कुछ शराब निर्माताओं, थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं को वित्तीय लाभ हुआ। इससे पहले निचली अदालत ने 10 अक्टूबर को संजय सिंह की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत 13 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी।

लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया

ईडी का मामला केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी से उपजा है। सीबीआई और ईडी के अनुसार, दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को संशोधित करते समय अनियमितताएं की गईं और लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर 2021 को यह नीति लागू की थी लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 के अंत में इसे समाप्त कर दिया था।

मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में हैं

दिल्ली शराब नीति मामले में ही आप नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बता दें कि दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर 2021 को आबकारी नीति लागू की थी लेकिन गड़बड़ी आरोपों के बीच सितंबर 2022 के अंत में इसे वापस ले गया था।

Oscars के लिए जाएगी अक्षय कुमार की फिल्म ‘मिशन रानीगंज’, National Cinema Day पर मेकर्स ने किया बड़ा एलान

अक्षय कुमार की फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ 6 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। सत्य घटना से प्रेरित इस फिल्म को समीक्षकों की खूब वाहवाही मिली। थिएटर से फिल्म देखकर निकले, वह भी इसकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं।

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हालांकि, ICC Cricket World Cup 2023 की वजह से बॉक्स ऑफिस पर फिल्म काफी धीमी रफ्तार से कमाई कर रही है। अब हाल ही में अक्षय कुमार की ‘मिशन रानीगंज’ को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई है। ‘मिशन रानीगंज’ के मेकर्स अक्षय कुमार की फिल्म को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड ऑस्कर में लेकर जा रहे हैं।

RRR की राह पर चले मिशन रानीगंज के मेकर्स

‘मिशन रानीगंज’ की कहानी लाखों लोगों को प्रेरित करती है। ‘रानीगंज’ कोयला खदान से 65 मजदूरों को जसवंत सिंह गिल ने कैसे रेस्क्यू किया था, इस सच्चे हीरो की कहानी को अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म के जरिये दर्शकों को दिखाया। अब सामने आई जानकारी के मुताबिक ऑस्कर एकेडमी में ‘मिशन रानीगंज’ को इस फिल्म के मेकर्स सबमिट करेंगे।

उन्होंने RRR के मेकर्स की तरह ही मिशन रानीगंज को इंडिपेंडेंटली ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए सब्मिट करने का फैसला किया है। बता दें, ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए देश की ऑफिशियल एंट्री मलयालम फिल्म 2018 है, जिसकी घोषणा कुछ दिन पहले ही की गयी है। इस फिल्म की कहानी केरल में आयी बाढ़ पर आधारित है। ऑस्कर्स में 2018 इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में कॉम्पीट करेगी।

2022 में एसएस राजामौली अपनी फिल्म RRR को ऑस्कर्स लेकर गये थे, जिसे बेस्ट सॉन्ग कैटेगरी में जीत हासिल हुई थी। फिल्म के नाटू नाटू गाने ने ऑस्कर अपने नाम किया। वहीं, ऑफिशियल एंट्री के तौर पर गुजराती फिल्म छेलो शो को भेजा गया था, जो इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में ऑस्कर्स की शॉर्ट लिस्ट में शामिल हुई थी।

अगले साल होंगे ऑस्कर अवॉर्ड्स

ऑस्कर अवॉर्ड्स का हर साल फैंस को बेसब्री से इंतजार रहता है। अगले साल 96वें एकेडमी अवॉर्ड्स 10 मार्च 2024 को लॉस एंजेलिस में होंगे। इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स लिस्ट में नॉमिनेशन में किस-किस हॉलीवुड और इंडियन फिल्म ने अपनी जगह बनाई है, इसकी घोषणा 23 जनवरी को होगी।|

'पूरी दुनिया आतंकवाद से ग्रसित, लेकिन अफ़सोस हम अब तक उसे परिभाषित नहीं कर सके..', इजराइल-हमास युद्ध के बीच बोले पीएम मोदी

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पीएम नरेंद्र मोदी ने 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले को याद कर कहा कि दुनिया आतंकवाद से प्रभावित थी, लेकिन फिर भी एक समान परिभाषा पर सहमति नहीं बनी। पीएम मोदी ने कहा कि, 'आतंकवाद की परिभाषा पर आम सहमति नहीं बन पाना दुखद है, मानवता के दुश्मन इस दृष्टिकोण का फायदा उठा रहे हैं। दुनिया भर की संसदों को इस बारे में सोचना होगा कि हमें आतंकवाद से निपटने के लिए मिलकर कैसे काम करना चाहिए।'

दिल्ली में नौवें G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ''(2001 में) आतंकवादी जानते थे कि हमारी संसद चल रही है और वे इसे खत्म करना चाहते थे।'' प्रधानमंत्री ने साथ मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत पर भी जोर दिया और कहा, ''यह समय सबके विकास का है।'' पीएम मोदी ने कहा कि, ''भारत कई दशकों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है और आतंकवादियों ने हजारों निर्दोष लोगों की हत्या की है।'' उन्होंने कहा कि, ''दुनिया को अब एहसास हो रहा है कि आतंकवाद कितनी बड़ी चुनौती है और यह मानवता के खिलाफ है।''

इज़राइल और आतंकी संगठन हमास में जारी युद्ध के स्पष्ट संदर्भ में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी कि, "आज दुनिया जिन संघर्षों और टकरावों का सामना कर रही है, उससे किसी को फायदा नहीं होता है। एक विभाजित दुनिया मानवता के सामने चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती है। हमें वैश्विक विश्वास के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करना होगा और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा।" पीएम मोदी ने कहा कि, ''हमें दुनिया को एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना से देखना होगा।'' उन्होंने कहा, "वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए लोगों की भागीदारी सबसे अच्छा माध्यम है।" 

चुनाव, संसदीय कार्यप्रणाली पर क्या बोले पीएम मोदी?

कार्यक्रम में बोलते हुए, पीएम मोदी ने संसदीय प्रथाओं का भी जिक्र किया और कहा, "यह दुनिया भर की विभिन्न संसदीय प्रथाओं का एक अनूठा संगम है। देश की संसदीय प्रथाएं विकसित और मजबूत हुई हैं।" प्रधान मंत्री ने कहा कि, "G20 की अध्यक्षता ने भारत में पूरे साल उत्सव सुनिश्चित किया, चंद्रमा पर भारत के उतरने से उत्सव में चार चांद लग गए।" कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावों के बारे में बोलते हुए कहा कि, "भारत में अब तक 17 आम चुनाव और 300 से अधिक राज्य विधानसभा चुनाव हुए हैं। 2019 के आम चुनाव में लोगों ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया। यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "EVM के इस्तेमाल से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ी है, क्योंकि अब वोटों की गिनती के कुछ घंटों के भीतर नतीजे घोषित हो जाते हैं।" बता दें कि, शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत की G20 अध्यक्षता के व्यापक ढांचे के तहत संसद द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम में G20 सदस्यों और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्षों ने भाग लिया। पिछले महीने नई दिल्ली G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ के जी20 का सदस्य बनने के बाद पैन-अफ्रीकी संसद ने भी पहली बार P20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस P20 शिखर सम्मेलन के दौरान विषयगत सत्र चार विषयों पर केंद्रित थे - सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन, महिलाओं के नेतृत्व में विकास, SDG में तेजी लाना और टिकाऊ ऊर्जा संक्रमण।