*गर्भावस्था में दो बार और बच्चों का पांच साल में सात बार टीकाकरण अनिवार्य*

गोरखपुर।सीएमओ ने पिपरौली सीएचसी से किया आईएमआई अभियान के तीसरे चरण का शुभारम्भ

सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत जिले में नौ अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक गर्भवती और बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा । नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण की सेवा लेने से चूक गयीं गर्भवती और बच्चों के टीकाकरण पर अभियान के दौरान विशेष जोर रहेगा ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने पिपरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से जिला स्तरीय अभियान का शुभारम्भ किया । उन्होंने जनपदवासियों को संदेश दिया कि गर्भावस्था में दो बार और बच्चों को पांच साल की उम्र तक सात बार नियमित टीकाकरण की सुविधा दिलवाना अनिवार्य है ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि तीसरे चरण के अभियान के दौरान 2740 सत्र लगा कर 22367 बच्चों और 5689 गर्भवती का टीकाकरण किया जाना है । नियमित टीकाकरण गर्भवती को टिटनेस और डिप्थीरिया जैसी बीमारी से बचाता है ।

बच्चों का यह मीजल्स, टिटनेस, इंसेफलाइटिस जैसी तेरह प्रकार की जानलेवा बीमारी से बचाव करता है । टीकाकरण सत्र की जानकारी और सुविधा अपने क्षेत्र के आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम की मदद से प्राप्त की जा सकती है ।

अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है । गर्भवती को पहला टीका गर्भावस्था का पता चलने पर और दूसरा टीका एक महीने के अंतराल पर अवश्य लगवा लेना चाहिए ।

डॉ दूबे ने बताया कि सरकारी अस्पताल के सभी टीके दो से आठ डिग्री के तापमान के बीच सुरक्षित रखे जाते हैं। यह पूरी तरह से असरकारक हैं । कुछ टीके लगने के बाद बुखार आ सकता है, लेकिन इससे कोई हानी नहीं होती है ।

यह टीके का असर होता है जिससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी दिक्कत से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग दवा भी देता है । यह टीके का ही प्रभाव है कि पूर्वांचल से बच्चों में होने वाला जापानी इंसेफेलाइटिस लगभग समाप्त होने वाला है।

इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, अधीक्षक डॉ शिवानंद मिश्र, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल, एआरओ अजीत सिंह, एएनएम ममता, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ ज्योत्सना और यूनिसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम भी मौजूद रहे ।

चल चुके हैं दो चरण

सीएमओ ने बताया कि 7 से 12 अगस्त तक अभियान का पहला चरण चलाया गया था जिसमें 23450 बच्चों और 5723 गर्भवती का टीकाकरण किया गया । इसी तरह 11 से 16 सितम्बर तक चले अभियान में 24050 बच्चों और 5803 गर्भवती का टीकाकरण किया गया ।

आशा कार्यकर्ता ने की मदद

पिपरौली क्षेत्र की बांसपार निवासी रागिनी (27) ने बताया कि वह चार माह की गर्भवती हैं । उन्होंने एक निजी अस्पताल में पैसे देकर गर्भावस्था की जांच कराई थी। गांव की आशा कार्यकर्ता किरण को जब पता चला तो उन्होंने रागिनी को बताया कि गर्भावस्था संबंधित सभी जांच व टीकाकरण की सुविधा सीएचसी पर भी उपलब्ध है ।

अभियान के दौरान एएनएम ममता ने उन्हें टीडी का टीका लगाया । रागिनी का कहना है कि अब वह सीएचसी पर सरकारी प्रावधानों के तहत उपलब्ध सभी सेवाओं का लाभ जरूर लेंगी । इसी ब्लॉक के बसूधा गांव की रंजीता देवी (28) ने बताया कि सीएमओ ने उनकी चार साल की बच्ची अनामिका को पल्स पोलियो का ड्रॉप पिला कर अभियान की शुरूआत की है । वह पहले से ही सीएचसी पर नियमित टीकाकरण की सेवाएं प्राप्त कर रही हैं।

टीका लगने पर जब कभी भी बुखार हुआ तो सामान्य दवा से ठीक हो गया । टीका पूरी तरह से सुरक्षित है।

*पिपराइच रेलवे स्टेशन पर 15113/15114 गोमतीनगर - छपरा कचहरी एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव का सदर सांसद रवि किशन शुक्ला ने किया शुभारंभ*


गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने रविवार को रेलवे स्टेशन पिपराइच पर छपरा कचहरी एक्सप्रेस के ठहराव का उद्घाटन किया। सांसद रवि किशन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है। गोरखपुर में लगातर रेल सुविधाओं का विस्तार हो रहा है।

सांसद रवि किशन ने कहा कि पिपराइच स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव से अब यहां के स्थानीय लोगों को इसे पकड़ने के लिए ज्यादा दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी। इन स्टेशनों पर अब यात्रियों को लखनऊ सहित अन्य स्टेशनों की यात्रा में सुविधा होगी।

सांसद रवि किशन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने ऐतिहासिक विकास किया है। आज भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है। देश में रेलवे लगातार यात्रियों को बेहतर सुविधा उलब्ध करा रहा है। आज वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को कम समय में अधिक से अधिक दूरी तय करा रही है। इसके साथ ही स्टेशनो पुनर्निर्माण किया जा रहा है।

सांसद रवि किशन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण की आधारशीला रखी थी उसका भी कार्य तेजी से चल रहा है। गोरखपुर रेलवे स्टेशनन की जल्द ही विश्व में अपनी अलग पहचान होगी।

भारतीय रेलवे देश की जीवन रेखा है, जिससे करोड़ों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल का चैमुखी विकास हो रहा है, जिससे यात्रीयों को काफी सुविधा महसूस हो रही है। आज यात्रियों को वर्ल्ड क्लास रेल यात्रा की अनुभूति हो रही है, जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री, रेल मंत्री व सीएम योगी के प्रति आभार प्रकट करता हूूं।

इस अवसर पर आज अपने संसदीय क्षेत्र के पिपराइच रेलवे स्टेशन पर 15113/15114 गोमतीनगर - छपरा कचहरी एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव का शुभारंभ हेतु स्टेशन परिसर में आयोजित सभा को संबोधित किया।

इस अवसर पर मा0 श्री महेन्द्र पाल सिंह जी (विधायक पिपराइच), श्री संजय मद्धेशिया जी (नगर पंचायत अध्यक्ष पिपराइच), श्री राधेश्याम सिंह जी (पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री), श्री रणविजय सिंह मुन्ना जी (ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि चरगांवा), श्री आनन्द शाही जी (पूर्व ब्लाक प्रमुख), श्री अष्टभूजा तिवारी जी, श्री संघर्ष मणि त्रिपाठी जी, गुड्डू "हिंदू" जी सहित रेलवे विभाग के अधिकारी गण एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व आम जनमानस की उपस्थिति रही।

*कुलपति ने कक्षाओं का किया निरीक्षण नियमित चले कक्षाएं*

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कला संकाय भवन में संचालित प्राचीन इतिहास, इतिहास, राजनीति विज्ञान, हिंदी और संस्कृत विभाग की कक्षाओं का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों से विभिन्न विषयों पर बातचीत की।

कला संकाय भवन में कुलपति ने प्राचीन इतिहास विभाग की बीए प्रथम सेमेस्टर की कक्षा का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षक को अनुपस्थित पाया। उन्होंने कक्षा में मौजूद विद्यार्थियों से संवाद कर उनके मुद्दों को सुना।

कला संकाय भवन में कक्षाओं के निरीक्षण के दौरान कुलपति प्रो टंडन ने विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि वो सुनिश्चित करें कि कक्षाएं नियमित रूप से चले। अगर कोई शिक्षक अवकाश ले रहा है तो उसे अपनी कक्षाओं के संचालन की वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए तथा अवकाश के आवेदन में उनकी अनुपस्थिति में कौन कक्षाएं लेगा का उल्लेख होना चाहिए।

कुलपति ने कहा कि किसी भी स्थिति में कक्षाओं के नियमित संचालन होना चाहिए।

मान्यवर कांशीराम की पुण्यतिथि सपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि


गोरखपुर। मान्यवर कांशीराम की पुण्यतिथि सपा के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा की शोषित वंचित समाज में सामाजिक एवं राजनैतिक चेतना पैदा करके उनको संगठित कर राजनैतिक सत्ता तक पहुँचाने वाले, मान्यवर कांशीराम की पुण्यतिथि पर शत शत नमन बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मूवमेन्ट को जीवित रखने वाले, वंचित शोषित समाज को गुलामी लाचारी के जीवन से निकाल उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने हेतु अपना जीवन व सब कुछ न्योछावर करने के उनके संघर्ष से यूपी में सामाजिक परिवर्तन की मज़बूत नींव पड़ी।

मान्यवर कांशीराम को बाबा साहेब के रुके कारवाँ को गति देने के ऐतिहासिक कार्य के लिए हमेशा याद किया जायेगा इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम कृष्ण कुमार त्रिपाठी रामनाथ यादव दयाशंकर निषाद सुरेंद्र निषाद मैंना भाई सुशील भारती रामजतन यादव अशोक चौधरी मनीष कमांडो अर्जुन यादव पप्पू यादव गोली यादव शोएब अंसारी महेंद्र यादव दिग्विजय सोलंकी शिव शंकर गौड़ राजेश यादव रविंद्र यादव लालजी यादव बृजनाथ मौर्य भोला यादव सच्चिदानंद यादव आफताब निजामी प्रवीण यादव मोहम्मद सलीम अनिल निषाद अंशुमान यादव आदि मौजूद रहे।

*स्कूल के जर्जर भवन में पढ़ने से डरते हैं बच्चे*

खजनी।ब्लॉक के ग्रामसभा घईसरा के बेलूडीहां गांव का पूर्व माध्यमिक विद्यालय जर्जर हो चुका है। बारिश होने पर इसकी छत छलनी की तरह टपकती है। स्कूल में पढ़ने वाले 101 बच्चे कमरे में जाने से डरते हैं। फिर भी इन्हीं कमरों में पढ़ाई होती है।

गांव के निवासी मार्कंडेय पांडेय, लालजी पांडेय ने बताया कि स्कूल का निर्माण वर्ष 1972 में हुआ था।

बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा भवनों के मरम्मत की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

ग्रामप्रधान प्रियंका सिंह और प्रधानाध्यापिका अन्नपूर्णा शर्मा द्वारा इसकी लिखित सूचना बीईओ खजनी नीलेश कुमार पांडेय को कई बार दी जा चुकी है। किंतु इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों में रामशरन,कन्हैया दीनानाथ,जितेंद्र,गोबरी,बुद्धु,संतोष आदि ने बताया कि स्कूल के कमरे की छत का प्लास्टर टूट कर गिरता रहता है। बच्चों को स्कूल भेजने पर डर बना रहता है। किंतु इसी जर्जर भवन में बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं।

इस संदर्भ में बीईओ निलेश कुमार पांडेय ने बताया कि जानकारी मिली है। मामले से बीएसए और डीएम को अवगत करा दिया गया है। अनुमति मिलने पर जर्जर भवन की मरम्मत कराई जाएगी।

*पीएचसी में कैंप लगाकर 9 महिलाओं की नसबंदी*

खजनी गोरखपुर।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आज जिले से पहुंचे सर्जन डॉक्टर धनंजय के द्वारा ब्लाक क्षेत्र के पगार गांव की सुशीला 30वर्ष, दुखनी(28)काका मार्का ईंट भट्टा,

मर्चा गांव की चांदनी (26), साखडांड़ बाबू गांव की अनीता (28) खुटहना गांव की

ममता शर्मा(27),साधना(25),रिंकी (25),औंजी गांव की प्रमिला(27), गोपीपुर गांव की रामकली(28) समेत कुल 9 महिलाओं की शिविर लगाकर सामूहिक नसबंदी की गई। इस दौरान स्टाफ नर्स प्रीति राय, फार्मासिस्ट के.एम.सिंह,स्वीपर राधे सहित पीएचसी के कर्मचारियों और आशाओं ने सहयोग किया।

नसबंदी के बाद सभी महिलाओं को सामान्य उपचार और स्वास्थ जांच के बाद कुछ घंटे अस्पताल पर रूकने के बाद दवाएं देकर उन्हें एंबुलेंस से सुरक्षित उनके घर भेज दिया गया।

पीएचसी के एमओआईसी डॉक्टर प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि सीएमओ डाक्टर आशुतोष कुमार दूबे के निर्देशानुसार विभिन्न गांवों से आई महिलाओं की सफलता पूर्वक नसबंदी की गई।

सांसद रवि किशन ने गोरखपुर के सहजनवा स्टेशन पर ग्वालियर बरौनी ट्रेन के ठहराव का किया उद्घाटन

गोरखपुर। सांसद रवि किशन ने रविवार को रेलवे स्टेशन सहजनवां पर ग्वालियर बरौनी ट्रेन के ठहराव का उद्घाटन किया। सांसद रवि किशन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है। गोरखपुर में लगातर रेल सुविधाओं का विस्तार हो रहा है।

सांसद रवि किशन ने कहा कि सहजनवां स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव से अब यहां के स्थानीय लोगों को इसे पकड़ने के लिए ज्यादा दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी। इन स्टेशनों पर अब यात्रियों को लखनऊ सहित अन्य स्टेशनों की यात्रा में सुविधा होगी।

सांसद रवि किशन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने ऐतिहासिक विकास किया है। आज भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है। देश में रेलवे लगातार यात्रियों को बेहतर सुविधा उलब्ध करा रहा है। आज वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को कम समय में अधिक से अधिक दूरी तय करा रही है। इसके साथ ही स्टेशनो पुनर्निर्माण किया जा रहा है।

सांसद रवि किशन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण की आधारशीला रखी थी उसका भी कार्य तेजी से चल रहा है। गोरखपुर रेलवे स्टेशनन की जल्द ही विश्व में अपनी अलग पहचान होगी।

भारतीय रेलवे देश की जीवन रेखा है, जिससे करोड़ों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल का चैमुखी विकास हो रहा है, जिससे यात्रीयों को काफी सुविधा महसूस हो रही है। आज यात्रियों को वर्ल्ड क्लास रेल यात्रा की अनुभूति हो रही है, जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री, रेल मंत्री व सीएम योगी के प्रति आभार प्रकट करता हूूं।

इस अवसर पर श्री प्रदीप शुक्ल जी (विधायक सहजनवा), श्री विपिन सिंह जी (विधायक गोरखपुर ग्रामीण), श्री जीएम सिंह जी (नगर पंचायत प्रतिनिधि सहजनवा), श्री युधिष्ठिर सिंह जी (जिलाध्यक्ष भाजपा) मंडल अध्यक्ष नरेंद्र शुक्ला मंडल अध्यक्ष उनवल राम प्रकाश चौरसिया मंडल अध्यक्ष पिपरौली धर्मराज , सुनील ल्ल्रॅें, शिव चरण सहित रेलवे विभाग के अधिकारी गण एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व आम जनमानस की उपस्थिति रही।

तकनीकी शिक्षा को प्राथमिक शिक्षा का हिस्सा बनाने का होगा प्रयास : रामानंद

गोरखपुर, 8 अक्टूबर। सेंटर ऑफ पॉलिसी, रिसर्च एंड गवर्नेंस, नई दिल्ली के निदेशक रामानंद ने कहा कि शिक्षा का आशय कौशल विकास है इसलिए तकनीकी शिक्षा को प्राथमिक शिक्षा का हिस्सा बनाने का प्रयास किया जाएगा। विद्यार्थियों को विभिन्न तकनीकी कौशलों का शिक्षण दिलाकर नौकरियों और उद्यमिता के क्षेत्र में मौके प्रदान किए जाएंगे।

तकनीकी शिक्षा को डिजिटल माध्यमों से प्रमोट किया जाएगा। उच्चतर शिक्षा में तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को आधुनिक और अद्यतित बनाने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही साथ शासन के प्रयासों से शिक्षा संस्थानों को तकनीकी शिक्षा के लिए आवश्यक संसाधनों की प्रदान करने का काम किया जाएगा।

रामानंद, रविवार को महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़, गोरखपुर के बी. एड. विभाग के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ’राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : संकल्प से सिद्धि तक’ के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह के अध्यक्ष मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति प्रो. जे. पी. सैनी तथा विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, गोरखपुर प्रो. अश्वनी कुमार मिश्र के साथ मां सरस्वती, भारत माता और महापुरुषों के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र की शुरूआत की। इस अवसर पर रामानंद ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य भारत के युवाओं को तकनीकी ज्ञान और कौशलों से लैस बनाकर उन्हें अधिक रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय शिक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण चरण है। इस संबंध में निरंतर विमर्श, संगोष्ठी, और गोष्ठियों के माध्यम से अनुभव साझा करते रहेंगे तो निश्चित ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लेंगे। वैश्विक परिदृश्य में शिक्षा जगत में भारत उभरता हुआ एक नया बाजार है। हमारे विद्यार्थी हमारी ताकत हैं जो प्रत्येक देश में जाकर वहां की शिक्षा और आर्थिक उन्नयन में महत्त्वपूर्ण योगदान देते हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति इंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने का कर रही प्रयास : प्रो. जे. पी. सैनी

राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति प्रो. जे. पी. सैनी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत में शिक्षा के कई पहलुओं को सुधारने और विकसित करने का प्लान है। यह इंटरप्रेन्योरशिप को भी प्रोत्साहित करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विभिन्न स्तरों पर इंटरप्रेन्योरशिप कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल और कॉलेजों में इंटरप्रेन्योरशिप के कार्यक्रमों का प्रसार करने की बात करती है। इस नीति में इंटरप्रेन्योरशिप संबंधित पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने की बात की गई है, जो युवाओं को व्यवसायिक जगह पर तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर तक ले जाने पर बल देती है। इसके साथ साथ अपने भाषा में पढ़ने और दूसरों की भाषा को सीखने पर भी बल दिया गया है।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर है बल : प्रो मिश्र

विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, गोरखपुर प्रो. अश्वनी कुमार मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और जन जन तक पहुंचाने के लक्ष्य पर केंद्रित है। इसमें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अंतिम पायदान तक शिक्षा के प्रसार पर बल दिया गया है। इस संकल्पना के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा उत्तर प्रदेश शासन दोनो कटिबद्ध और प्रतिबद्ध हैं। इस दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न विश्वविद्यालयों की स्थापना विभिन्न जिलों में की है, जिससे सुदूर क्षेत्र के विद्यार्थी उत्तम शिक्षा ग्रहण कर कौशल विकास कर सके, यह उत्तर प्रदेश सरकार का सबसे सशक्त प्रयास है। एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्व के ग्रास एनरोलमेंट अनुपात को देखा जाए तो 26.2 प्रतिशत रहा है, आगे चलकर यह 27.3 प्रतिशत तक हो गया। 2050 तक 50 प्रतिशत तक पहुंचाने की प्रत्याशा है। इस शिक्षा नीति में मल्टीप्ल एंट्री तथा मल्टीप्ल एग्जिट की बात की गई है। इस शिक्षा नीति से विद्यार्थियों को और अधिक विकल्प तथा पाठ्यक्रम मिलेंगे।

संगोष्ठी की संयोजक श्रीमती शिप्रा सिंह ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 संकल्प से सिद्धि तक विषयक यह राष्ट्रीय संगोष्ठी अपनी सार्थकता को सिद्ध किया। राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र का संचालन बी. एड. विभाग के सहायक आचार्य डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया। संगोष्ठी में प्रमुख विद्वानों, शोधार्थियों सहित सभी विद्यार्थी तथा शिक्षक उपस्थित रहे।

विद्यार्थी हित में है राष्ट्रीय शिक्षा नीति : प्रो हर्ष कुमार सिन्हा

समापन समारोह के पूर्व राष्ट्रीय संगोष्ठी के तृतीय तकनीकी सत्र में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग के प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा ने कहा कि सभी शोधार्थियों द्वारा प्रस्तुत शोध पत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न विषयों यथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दूरस्थ शिक्षा, उच्च शिक्षा के विशेष संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अद्यतन विकास यात्रा, विद्यार्थी हित के संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भूमिका को प्रस्तुत किया गया है, जो प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि वास्तव में राष्ट्र में बनाए जाने वाली नीतियां यदि सही तरीके से संचालित नहीं है तो इसका अर्थ है कि हमने उसकी समीक्षा और पुनरावलोकन सही ढंग से नहीं किया, इसी वजह से हम अपने बनाए गए लक्ष्य को नहीं प्राप्त कर पाए स आवश्यकता इस बात की है कि हम सभी निरन्तर शिक्षा नीति के संदर्भ में विश्लेषण और समीक्षाएं ईमानदारी से करें।

तृतीय तकनीकी सत्र की सह-अध्यक्षता करते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के शिक्षा संकाय के सहायक आचार्य डॉ. राजेश कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 व्यक्ति के चरित्र के निर्माण के साथ-साथ राष्ट्र और निर्माण का बोध कराती है। इस संबंध में नेल्सन मंडेला के कथन विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं शिक्षा एक सबसे शक्तिशाली तकनीक है जिसे आप दुनिया को बदलने के लिए उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बहुत से ऐसे प्रावधान हैं जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संभव हो सके, उनका भावात्मक व मनोसामाजिक विकास हो सके।संगोष्ठी की संयोजक श्रीमती शिप्रा सिंह ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत एवं सम्मान किया।

तृतीय तकनीकी सत्र में शोध पत्रों की प्रस्तुति अर्पिता सिंह, शैलेंद्र कुमार सिंह, प्रिया वर्मा, दीप्ति गुप्ता, भानु प्रताप सिंह तथा कृष्णमोहन ने किया। सत्र का संचालन महाविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग के सहायक आचार्य अभिषेक कुमार त्रिपाठी ने किया एवं प्रतिवेदक की भूमिका महाविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की सहायक आचार्य दिव्या दुबे ने निभाई।

विजन डॉक्यूमेंट है राष्ट्रीय शिक्षा नीति : प्रो सुनील सिंह

चतुर्थ तकनीकी सत्र में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर के एलायड हेल्थ साइंस के संकायाध्यक्ष प्रो. सुनील सिंह ने शोध पत्रो की समीक्षा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक विजन डॉक्यूमेंट है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत की शिक्षा नीति को सुधारने और मॉडर्नाइज करने का प्रयास है।

इस नीति में तकनीकी शिक्षा को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। इस शिक्षा नीति के अनुसार, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को प्राथमिक और उच्चतर स्तरों पर प्रमोट किया जा रहा है।

सह-अध्यक्षता करते हुए जे. बी. महाजन कॉलेज चौरी चौरा, गोरखपुर के सहायक आचार्य डॉ. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि 1986 की नई शिक्षा नीति के 34 साल बाद यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बनाई गई। यह हमारे लिए गौरव का विषय है। प्रश्न यह है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संकल्प और सिद्धि के लिए सभी विद्यार्थी, शिक्षकों, प्रबंधकों तथा सरकार को प्रतिबद्ध होना पड़ेगा। कोई भी नीति तभी सफल ढंग से क्रियान्वित हो सकती है, जब संसाधनों का सही प्रयोग हो।

विषय विशेषज्ञ डॉ. प्रीति मिश्रा ने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक दवा की तरह है और जब डाक्टर के तमाम चेकअप और दवाइयों को देखते तो घबरा जाते है, लेकिन दवाइया हमारे स्वास्थ्य के लिए हितकर होती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पूर्व की कई समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करती है।

चतुर्थ तकनीकी सत्र में कुमारी यशोदा, आद्या कुमार, अभिषेक त्रिपाठी तथा डॉ. दीपशिखा नागवंशी, तारकेश्वर पांडे, डॉ. राजकुमार तथा कुमारी पूनम आदि ने शोध पत्र प्रस्तुत किया। संचालन महाविद्यालय के इतिहास विभाग की अध्यक्ष अनूप कुमार पांडेय ने किया एवं प्रतिवेदन महाविद्यालय के रक्षा अध्ययन विभाग के सहायक आचार्य विवेक विश्वकर्मा ने तैयार किया।

*एनई रेलवे मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर किया विशाल दीपदान*

गोरखपुर। एन०ई०रेलवे मजदूर यूनियन (NERMU) यांत्रिक कारखाना मंडल द्वारा ए०आई०आर०एफ (AIRF) के पूर्व अध्यक्ष लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि पर लोको ग्राउंड में विशाल दीप दान का कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में रेल कर्मचारियों ने भाग लिया कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नरमू के महामंत्री एवं ए०आई०आर०एफ ( AIRF) के सहायक महामंत्री कामरेड के.एल गुप्ता ने कहा कि आपातकाल के खिलाफ लोकनायक जी ने संपूर्ण क्रांति का आवाहन किया था।

उन्हीं के संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा ए०आई०आर०एफ ( AIRF ) पुरानी पेंशन बहाली के लिए संयुक्त मोर्चा के साथ पूरे देश के सरकारी कर्मचारियों के बीच पेंशन क्रांति लाने का फैसला किया है इस अवसर पर कारखाना मंडल के मंडलमंत्री एवं नरमू के संयुक्त महामंत्री दिलीप कुमार धर दुबे ने जानकारी देते हुए बताया की ए०आई०आर०एफ (AIRF) के आवाहन पर दिनांक 11-10-2023 को सायं 5:00 बजे यांत्रिक कारखाना मुख्य गेट से पेंशन क्रांति महायात्रा निकाली जाएगी।

इस अवसर पर ए०आई०आर०एफ ( AIRF) वर्किंग कमेटी के सदस्य कामरेड प्रदीप कुमार धर दुबे ने सभी रेल कर्मचारियों एवं राज्य कर्मचारियों से यात्रा को सफल एवं ऐतिहासिक बनाने की अपील किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कारखाना मंडल के अध्यक्ष हरिश चंद्र यादव ने किया।

कार्यक्रम को नवीन कुमार मिश्रा, ओंकारनाथ सिंह, विनय श्रीवास्तव,संजय कुमार पाण्डेय, ने संबोधिित कियामें मुख्य रूप से मुकेश कुमार मल्ल, राम आशीष यादव प्रभाकर मिथिलेश गिरी बृजेश भट्ट ,जनार्दन प्रजापति, दिनेश राय, कफील अहमद, अमित शार्म, अक्षयबार शर्मा, राकेश यादव, प्रवीण श्रीवास्तव, आदि सैकड़ों लोगों उपस्थिति रहे।

पूर्व की सरकारों ने मछुआ समाज के साथ किया भेदभाव- संजय निषाद

गोरखपुर। रविवार निषाद पार्टी सुप्रीमो मान्य केबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद जी जनपद गोरखपुर के दौरे पर रहे, गोरखपुर के सर्किट हाउस सभागार में उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि निषाद पार्टी का गठन मछुआ समाज के संवैधानिक आरक्षण के मुद्दे को लेकर हुआ था, पार्टी आज भी अपने आरक्षण के मुद्दे पर अडिग है।

मछुआ आरक्षण के मुद्दे को लेकर निषाद पार्टी द्वारा प्रदेश के सभी 18 मंडलों में संवैधानिक आरक्षण जनसंपर्क महाअभियान चलाया जाएगा। इसके तहत मछुआ समाज के लोगों से आरक्षण को लेकर उनकी राय जानी जाएगी और प्रदेश स्तर पर इसको एकत्रित करके केंद्र और राज्य सरकार को सौंपा जाएगा।

संवैधानिक आरक्षण जनमहासंपर्क अभियान के प्रस्तावित कार्यक्रमों की सूची

1- गोरखपुर, बस्ती मण्डल 15 अक्टूबर को

2- बनारस, आजमगढ़ 21 अक्टूबर को

3- प्रयागराज, मिर्जापुर मंडल 27 अक्टूबर को

4- अयोध्या, देवीपाटन मंडल 2 नवंबर को

5- चित्रकूट, झांसी मंडल 8 नवंबर को

6- आगरा अलीगढ़ मंडल 14 नवंबर को

7- बरेली मुरादाबाद मंडल 21 नवंबर को

8- मेरठ सहारनपुर मंडल 26 नवंबर को

9- लखनऊ कानपुर मंडल 1 दिसम्बर को

श्री निषाद जी ने कहा कि प्रदेश में कैबिनेट मंत्री (मत्स्य विभाग) बनने के बाद उन्होंने मत्स्य विभाग की समुचित योजनाओं का लाभ मछुआ समाज को दिलाने का किया है। पूर्व की सरकारों में मत्स्य विभाग की सभी योजनाओं का लाभ अन्य जाति और धर्म के लोग अधिक पाते थे, किंतु प्रदेश में पहली बार प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अधिकांश लाभार्थी मछुआ समाज से आते हैं किसान क्रेडिट कार्ड (मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए) उत्तर प्रदेश राज्य में लागू कर दिया गया है। मछुआ समाज के लिए निषाद राज बोट योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मछुआ कल्याण कोष उत्तर प्रदेश के मछुआ समाज के उत्थान के लिए संचालित की जा रही है।