राजधानी पटना में ठठेरा समाज का हुआ जुटान, जाति गणना रिपोर्ट में संख्या को कम दिखाने का लगाया आरोप

पटना – बिहार सरकार द्वारा जब से जाती गणना का रिपोर्ट जारी किया गया है। तब से इसपर तकरीबन सभी जातियों द्वारा उनकी संख्या को कम दिखाने का आरोप लगाया जा रहा है। 

जातियों के द्वारा यह आपत्ति दर्ज कराया गया है कि उन्हें किसी दूसरे जात में मर्ज कर दिया गया है। जिसमे ठठेरा समाज भी शामिल है। 

आज ठठेरा समाज के लोगों ने राजधानी में अपने एकता का प्रदर्शन किया। वहीं समाज के लोगों ने बताया कि जिस तरह से जातीय गणना सर्वे में हम लोगों की संख्या बताई है इससे हम लोग काफी नाखुश है। 

इनलोगों कने कहा कि हम लोग अपनी एकता का परिचय देते हुए समाज को एकजुट करेंगे और आगामी चुनाव में सरकार को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे।

पटना से मनीष प्रसाद

पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जातीय जनगणना सर्वे पर जमकर साधा निशाना,कहा सरकार को हालत में संशोधित आंकड़ा जारी करना पड़ेगा ।

सरकार द्वारा किए गए जातीय जनगणना सर्वे पर राजनीतिक दलों की प्रतिज्ञा लगातार सामने आ रही है राजनीतिक दलों के द्वारा लगातार जातीय गणना सर्वे पर निशाना साधा जा रहा है पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जातीय जनगणना सर्वे पर जमकर निशाना साधा वही जहाँ खुद के आंकड़े को जदयू कार्यालय के द्वारा जारी करने पर करवाई की मांग की वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार को हालत में संशोधित आंकड़ा जारी करना पड़ेगा ।

 सरकार से मेरी यह मांग है कि लोगों के कंफ्यूजन को सरकार दूर करें। सरकार अगर चाहेगी तो हम लोग अपना सुझाव भी देंगे अगर सरकार नहीं करेगी तो हम लोग इस जाली आंकड़े के खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे और इसी क्रम में हमने तय किया है

 कि पूरे बिहार में तमाम जिला मुख्यालयों में 11 अक्टूबर को पार्टी की ओर से हम सरकार को विवश करने के लिए की सरकार हमारी बातों को मानकर लोगों के भ्रम को दूर करें आवश्यकता हो तो फिर से इसमें संशोधन कर इस मांग को लेकर के 11 तारीख को पूरे बिहार के जिला मुख्यालय पर पार्टी की ओर से धरना कार्य कार्यक्रम होगा 14 अक्टूबर को पटना में राजभवन मार्च पार्टी के द्वारा किया जाएगा ।

गांधी मैदान से राजभवन मार्च निकाला जाएगा और राजपाल को इस मामले पर ज्ञापन देने का काम करेंगे।

पटना में लगा राजपूतों का जमावड़ा, श्री राजपूत करनी सेना ने आयोजित किया क्षत्रिय सम्मान रैली

पटना। हज़ारों गाड़ियों के काफिला के साथ श्री राजपूत करनी सेना के हज़ारों समर्थकों ने पटना के सड़कों पर भव्य रोड शो किया। वीरचन्द्र पटेल पथ स्थित बाबू वीर कुंवर सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण करके श्री राजपूत करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना के नेतृत्व में हज़ारों गाड़ियों का काफिला बेली रोड, अटल पथ से होता हुआ गांधी मैदान के ज्ञान भवन तक पहुँचा, जहाँ एक सभा का आयोजन किया गया।

बिहार के विभिन्न जिलों से आये भगवा झंडे और जय भवानी के नारों के साथ सैकड़ों महिलाओं ने साफा पहनकर इस रोड शो में अपनी भागीदारी दी। श्री राजपूत करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित सिंह उज्जैन ने बताया कि इस रैली के द्वारा हमलोग सरकार के सामने पांच मांग रख रहे हैं।

 पहला, बिहटा एयरपोर्ट का नाम बाबू वीर कुंवर सिंह के नाम पर रखा जाये। दूसरा, 23 अप्रैल को राजकीय अवकाश की घोषणा की जाये। तीसरा, भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाये। चौथा, EWS आरक्षण का सरलीकरण किया जाये। पांचवा क्षत्रिय कल्याण बोर्ड का गठन किया जाये। श्री राजपूत करनी सेना पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग भी करती है।

सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि क्षत्रियों के सम्मान के लिये बिहार में पहली बार श्री राजपूत करनी सेना ने इस रोड शो और सभा का आयोजन किया गया है। राजपूत राष्ट्रवादी कौम है, जिसके लिये देश और समाज की रक्षा-सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। 

राजपूतों का बलिदान केवल पूर्व में ही नहीं बल्कि आज़ादी के लड़ाई के दौरान और आज़ादी के समय एक राष्ट्र बनाने में भी राजपूतों का योगदान और त्याग है। उन्होंने बिहार सरकार से आग्रह किया कि उनकी पांच मांगों को मान लिया जाये। जातीय सर्वे पर उन्होंने कहा कि इसमें फर्जीवाड़ा है। 

समय के साथ सबकी आबादी बढ़ती है, इस सर्वे में राजपूतों की आबादी को कम करके दिखाया गया है। ये हास्यास्पद है कि बिहार में हमारी आबादी घट रही है।

रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर केन्द्रीय मंत्री पारस ने खेला बड़ा दाव, केन्द्र और राज्य सरकार से कर दी यह मांग

पटना : आज पूर्व कन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय रामबिलास पासवान की पुण्यतिथि है। इस मौके पर उनके छोटे भाई व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने समारोह का आयोजन कर उन्हें याद किया। साथ ही उन्होंने एक बड़ा राजनीति दाव भी खेला। 

पशुपति पारस ने केन्द्र और राज्य दोनो सरकार से बड़ी मांग की है। परास ने मोदी सरकार से जहां उन्हें भारत रत्न दिए जाने और हाजीपुर रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाप पर किये जाने की मांग की है। 

वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाजीपुर में स्वर्गीय रामविलास पासवान की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की है। 

वही जाति अधारित जनगणना को लेकर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा है कि हमारे पासवान समाज के साथ धोखा किया गया है। सत्ताधारी दल के दबाव में हमारे जात को कम दिखाया है क्यूकि मेरा ज़ात एडीए को वोट देता है।

पटना से मनीष प्रसाद

सामान्य सर्जरी के मुकाबले रोबोटिक सर्जरी काफी ज्यादा परिणामदायक : डॉ. कल्पना नागपाल

पटना : रोबोटिक सर्जरी को देश में बढ़ावा देने के लिए रोबोटिक सर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टर कल्पना नागपाल ने अभियान चलाया है.

ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर कल्पना नागपाल ने कहा मरीज को ज्यादा सुविधा और सुरक्षा रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से मिलती है. 

सामान्य सर्जरी के मुकाबले रोबोटिक सर्जरी काफी परिणामदायक होती है. रोबोटिक सर्जरी से जहां खून कम निकलता है वही जल्दी ठीक होने की संभावना होती है. दर्द रहित होता है. वहीं अस्पताल में मरीजों को कम समय तक रहना पड़ता है. 

डॉक्टर कल्पना नागपाल ने बताया गले कान नाक के कई बीमारियों में रोबोटिक सर्जरी काफी लाभदायक है. 

डॉक्टर कल्पना नागपाल ने बताया कि पटना में भी रोबोटिक सर्जरी प्रचलित हो इसके लिए वह लगातार जागरूकता अभियान चलाएंगे और पटना में जितने भी विशेषज्ञ चिकित्सक हैं उनके साथ वह रोबोटिक सर्जरी की पहल करेंगे।

पटना से मनीष प्रसाद

जातीय जनगणना को लेकर नेता विपक्ष ने सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कही यह बात

पटना - जातीय जनगणना को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह जातीय सर्वे के नाम पर राजनीति चमकाने का औक सत्ता प्राप्त करने का समय नही है। 

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार की सत्ता पर आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव ने 15 वर्षो तक, सीएम नीतीश कुमार 18 वर्षों से और कॉंग्रेस के लोग जो 2011 मे सत्ता मे थे तो जाती गणना क्यों नहीं किया। 

नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जो बिहार में गलत सर्वे हुआ है उससे गरीबी रेखा में रहने वाले लोग प्रभावित होंगे। सरकार की सब्सिडी से सरकार की योजना से प्रभावित होंगे। इसलिए सच को सामने लाइए और बरगलाने और राजनीति कुर्सी का खेल बंद करिए।

पटना से मनीष प्रसाद

ऑल इंडिया केनरा बैंक ओबीसी एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से कार्यक्रम का किया गया आयोजन, मौके पर संस्थापक जीबी मणिमारण ने कही यह बात

पटना : राजधानी पटना में केनरा बैंक आफ इंडिया के ओबीसी एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन में ऑल इंडिया केनरा बैंक ओबीसी एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक जीबी मणिमारण तथा और ऑल इंडिया ऑफिशल एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव कुमार क्रांति मौजूद थे।  

इस अवसर पर संस्थापक श्री मणिमारन ने कहा कि केनरा बैंक में ओबीसी कर्मचारी के कल्याण के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है वहीं सरकार से जातीय जनगणना करने की मांग की जिससे कि ओबीसी एम्पलाइज की संख्या का पता चल सके और सही रूप में उन्हें इसका लाभ मिल सके।  

वही ओबीसी एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव कुमार क्रांति ने कहा कि ओबीसी कर्मचारी के हित के लिए केनरा बैंक के द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और 2019 में ही ओबीसी एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन की स्थापना की गई थी सभी सार्वजनिक बैंकों में सबसे बड़ा एम्पलाई वेरीफिकेशन का रूप में यह जाना जाता है।

पटना से मनीष प्रसाद

लोजपा सांसद चिराग पासवान पहुंचे पटना, जेपी नड्डा के द्वारा दिए गए बयान का दिया जवाब

पटना: लोजपा सांसद चिराग पासवान पहुंचे पटना, पटना पहुंचते ही जेपी नड्डा के द्वारा दिए गए बयान की क्षेत्रीय पार्टी को समाप्त कर दिया जाएगा। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी और नेता सिर्फ जनता बनती है भारतीय जनता पार्टी के आईडियोलॉजी का एक हिस्सा रहा है उसे पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।

 जनता किसी राजनीतिक दल को देखना चाहती है वही बात को पलटते हुए उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी को समाप्त करने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा प्रयास किया गया जनता ही आपको बनाने वाली है जनता ही आपको समाप्त करने वाली है उनकी वह सच हो सकती है।

वही बिहार के मंत्री सरवन कुमार के द्वारा बच्चा बाजार जाने पर उन्होंने कहा कि वह मेरे से उम्र में बड़े हैं वह अगर बच्चा मानते हैं तो उनका आशीर्वाद मुझे मिलता रहेगा वहीं गोपाल मंडल के द्वारा पत्रकारों को गाली गलौज किए जाने की सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बहुत शर्मनाक बात है इस तरह के बयान की घोर निंदा करता हूं।

 वही जाति जनगणना पर उन्होंने कहा कि बहुत जातियों की संख्या कम बताई गई है जिस दिन जाती है जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक किए गए थे हमने उसे दिन भी एतराज दर्ज कराया था यह जनगणना कैसे हुई किसी को नहीं पता किसी को इस बात की जानकारी नहीं उन्होंने मीडिया कर्मियों से अपील की की आम जनों से पूछे कि आपके घर कोई गया था क्या अधिकांश लोग बोलते हैं कि मेरे घर कोई आया ही नहीं।

 उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की की सर्वदलीय बैठक बुलाए नहीं तो इसका भी हाल शराब बंदी जैसा होगा ताकि सही आंकड़े सरकार के पास आ सके यह पूरी तरीके से किसी जाति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया जनगणना है।

 अनुसूचित जाति जनजाति में छोटी जातियां हैं उनका काम करके दिखाया गया पिछड़ा वर्ग में छोटी जातियां उसको काम करके दिखाया गया बंद कमरे में बैठकर आंकड़े को दिखाया गया मुख्यमंत्री के द्वारा अल्पसंख्यकों के साथ बैठक किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यह चिंता अगर बिहारी के लिए करते मुख्यमंत्री जिस तरह से बिहार को जाति धर्म में बांटने का काम कर रहे हैं इस यही कारण है कि वह आज तीसरे नंबर की पार्टी बन गए हैं।

 अनुसूचित जाति को बताकर अलग-अलग कर दिया बिहार की 13 करोड़ जनता उन्हें जानकारी चुकी है उसी का परिणाम था कि वह तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गए आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी खाता तक नहीं खोल पाएगी।

राजद के एमएलसी रामबली सिंह ने जातीय जनगणना सर्वे पर किया सवाल खड़ा

पटना: सरकार के जातीय जनगणना सर्वे पर लगातार नेताओं के विरोध स्वर उभर कर सामने आ रहे हैं विपक्ष के साथ-साथ अब सत्ता पक्ष के नेता भी लगातार जातीय जनगणना पर सवाल खड़े कर रहे हैं जहां जदयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जातीय सर्वे पर सवाल खड़े किए वहीं अब राजद के एमएलसी रामबली सिंह ने भी जातीय जनगणना सर्वे को पूरी तरह से धालमेल बताया है।

 रामबली सिंह आज अति पिछड़ा संघर्ष मोर्चा के सम्मेलन में बताया कि जो सरकार ने जातीय सर्वे किया है जल्दी में इस रिपोर्ट को पेश किया गया है और इसमें काफी कमियां है।

 सरकार को इस पर तत्काल संशोधन करना चाहिए रामबली सिंह ने यह भी कहा कि जातीय जनगणना पर 36 फ़ीसदी अति पिछड़ों की संख्या दिखाई गई है और अगर ये संख्या सही है तो फिर अति पिछड़ों के समाज से ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए।जिसकी जितनी संख्या उतनी सत्ता में भागीदारी मिलनी चाहिए।

राजधानी में जीविका दीदियों के द्वारा निकाला गया अधिकार मार्च

पटना: राजधानी में जीविका दीदियों के द्वारा आज अधिकार मार्च निकाला गया और जेपी गोलंबर पर सैकड़ो की संख्या में जीविका दीदियों ने जमकर प्रदर्शन किया सरकार के खिलाफ नारेबाजी की ।

जीविका दीदी की मांग थी कि सरकार उन्हें 2000 के बदले 20000 रुपये वेतन दे अन्य सुविधाओ में उन्हें आई कार्ड जारी किया जाए मातृत्व अवकाश दिया जाए सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर जीविका दीदियों ने जमकर प्रदर्शन किया बाद में पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया और काफी देर तक हंगामा की स्थिति बनी रही।