15 दिनों में ट्रेन हादसा करवाने की रची गई दूसरी साजिश को सतर्क रेलवे कर्मचारियों ने किया विफल, अब पुणे-मुंबई ट्रैक को बनाया गया था निशाना

 महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ में सुरक्षा को लेकर सतर्क रेलवे कर्मचारियों ने कई बड़ी चट्टानों को देखा, जिन्हें जानबूझकर पटरियों पर रखा गया था और एक भयानक त्रासदी को बाल-बाल बचा लिया। यह घटना सिविल इंजीनियरिंग विभाग के रेलवे दल द्वारा नियमित ट्रैक रखरखाव वेल्ड परीक्षण कार्य करते समय शाम लगभग 4:00 बजे की है। रिपोर्ट के अनुसार, पुणे की तरफ जा रही एक उपनगरीय ट्रेन में संदीप भालेराव नाम के एक सतर्क गार्ड ने पत्थरों को देखा, जो बगल की पटरियों पर चल रही थी और उसने चिंचवड़ के स्टेशन मास्टर मैथ्यू जॉर्ज को सतर्क कर दिया। ट्रेन नं. 16352, यूपी नगरकोइल-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) एक्सप्रेस के लोको पायलट, एमवी पावलकर और उसके गार्ड डीके वर्मा को स्टेशन मास्टर ने तुरंत सावधानी से आगे बढ़ने के लिए सूचित किया, जिसके बाद पटरियों पर से पत्थर हटाए गए, और फिर ट्रेन सुरक्षित रूप से गुजरी।

 

रेलवे अधिकारियों के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि, 'सिविल इंजीनियरिंग विभाग के हमारे रेलवे कर्मचारी नियमित ट्रैक रखरखाव वेल्ड परीक्षण कार्य के लिए इस खंड में गए थे, कर्मचारियों ने देखा कि यूपी लाइन ट्रैक पर बड़े बोल्डर रखे हुए थे। कर्मचारियों द्वारा इस शरारती गतिविधि का समय पर पता लगने से बड़ी असामान्य घटना की संभावना टल गई।' रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, 'लोनावाला-पुणे उपनगरीय ट्रेन में गार्ड संदीप भालेराव ने निकटवर्ती यूपी ट्रैक पर पत्थरों को देखा और चिंचवाड़ के स्टेशन मास्टर को सूचित किया। स्टेशन मास्टर ने तुरंत यूपी नागरकोइल-मुंबई सीएसएमटी एक्सप्रेस के लोको पायलट से संपर्क किया और बोल्डर हटाए जाने तक ट्रेन को रोक दिया गया।' सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) द्वारा इस खतरनाक कृत्य में शामिल दोषियों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। CPRO सेंट्रल रेलवे शिवाजी मानसपुरे ने घटना के बारे में अतिरिक्त विवरण प्रदान किया और बताया कि एक टीम जो पहले से ही क्षेत्र में गश्त कर रही थी, उसने 10 से 20 मीटर की दूरी पर पटरियों पर पांच अलग-अलग स्थानों पर बड़े पैमाने पर चट्टानें देखीं। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह अपराध कथित तौर पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दुर्भावना से किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि गश्ती दल ने तेजी से कार्रवाई की और किसी भी संभावित आपदा को रोकने के लिए पत्थरों को हटा दिया। उन्होंने बताया कि जो लोग दोषी हैं उनकी पहचान करने के लिए कोई सुराग या सबूत इकट्ठा करने के लिए तत्काल क्षेत्र की गहन जांच की जा रही है। बता दें कि इस तरह के घृणित प्रयास का यह पहला मामला नहीं है। 2 अक्टूबर को, उदयपुर से जयपुर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस के ड्राइवर ने पटरी से उतरने की साजिश को विफल करने के लिए आपातकालीन ब्रेक दबाकर एक विनाशकारी घटना को टाल दिया था। आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, वंदे भारत एक्सप्रेस के चालक दल ने पाया था कि रेलवे ट्रैक पर पत्थर, लोहे की रॉड और फिश प्लेटें रखे गए थे। रॉड इस तरह गाड़ी गई थी कि, वहां एक बड़ा हादसा हो सकता था। हालाँकि, इस तरह की घटनाएं एक गंभीर सवाल पैदा कर रहीं हैं कि, आखिर वे कौन लोग हैं, जो भारत की तरक्की से जल रहे हैं और किसी न किसी तरह से देश को क्षति पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं ?

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के पहले 53 हुई जिलों की संख्या, बड़ी आबादी को मिलेगा लाभ, सीएम गहलोत ने किया 3 नए जिलों का ऐलान

आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारी में, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने राज्य में प्रशासनिक प्रभागों के विस्तार के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। सरकार ने राजस्थान में तीन नए जिले मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन सिटी बनाने की योजना का अनावरण किया है। 

जनता की मांग एवं उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राजस्थान में तीन नए जिले और बनाए जाएंगे-

1. मालपुरा

2. सुजानगढ़

3. कुचामन सिटी

अब 53 जिलों का होगा राजस्थान

आगे भी उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों के मुताबिक सीमांकन आदि परेशानियों को दूर किया जाता रहेगा।

बता दें कि, वर्तमान स्थिति के अनुसार, राजस्थान में 50 जिले शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना प्रशासनिक ढांचा है। हालाँकि, इन तीन नए जिलों के जुड़ने से राज्य में जिलों की संख्या बढ़कर 53 हो जाएगी। नए जिले स्थापित करने का यह निर्णय जनता की मांग और एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों दोनों से उपजा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्षेत्रीय जरूरतों को संबोधित करने और सीमांकन और शासन से संबंधित मुद्दों को हल करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए इस फैसले की जानकारी दी है। 

यह कदम राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो साल के अंत में होने वाले हैं। इन नए जिलों का निर्माण प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और राजस्थान की विविध आबादी को बेहतर सेवा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

उत्तराखंड में बनेंगे 3940 नए आंगनबाड़ी केंद्र, धनराशि भी की गई जारी, जल्द ही निर्माण करा जनता को किए जाएंगे समर्पित

उत्तराखंड में नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। इसके तहत 3940 भवनों का निर्माण किया जाएगा। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि भवनों के निर्माण के लिए धनराशि भी मिल गई है।

कहा कि बहुत जल्द ही इनका निर्माण कर जनता को समर्पित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि पहाड़ी जनपदों के लिए यह एक बड़ी सौगात है। वहां पर हमारे नौनिहालों को काफी सहुलियत मिलेगी। प्रथम चरण में प्रति भवन के निर्माण के लिए दो लाख व दूसरे चरण में कुल एक लाख 34 हजार 327 प्रति भवन के हिसाब से धनराशि मिली है।

इन जनपदों में इतने आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण

अल्मोड़ा-     330

बागेश्वर-     140

चमोली-      270

चंपावत –     160

देहरादून-     350

हरिद्वार-      550

नैनीताल-     360

पौड़ी गढ़वाल-  385

पिथौरागढ़-    320

रुद्रप्रयाग-     120

टिहरी गढ़वाल- 270

उधमसिंह नगर- 500

उत्तरकाशी-    185

कुल-        3940

भू-धंसाव का दंश झेल रहे उत्तराखंड में जोशीमठ के उपचार के लिए केंद्र ने 1800 करोड़ की योजना को दी मंजूरी, पहले होगा पुनर्वास

उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव जोशीमठ के उपचार के साथ ही आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए 1800 करोड़ रुपये की योजना को केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद अब इसे धरातल पर उतारने की कसरत शुरू हो गई है। इसके तहत प्रथम चरण में आपदा प्रभावितों का पुनर्वास किया जाना है।

भू-धंसाव की जद में जोशीमठ का एक बड़ा हिस्सा

सचिव आपदा प्रबंधन डा. रंजीत कुमार सिन्हा के अनुसार प्रभावितों से राय लेकर वे जो भी विकल्प चुनेंगे, उसी के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। जोशीमठ शहर का एक बड़ा हिस्सा भू-धंसाव की जद में आया है। इस वर्ष जनवरी की शुरुआत में भू-धंसाव के चलते भवनों व भूमि में दरारें पड़ने का क्रम तेज होने के बाद सरकार की ओर से तत्काल प्रभावी कदम उठाए गए। साथ ही देश के नामी संस्थानों की आठ एजेंसियों के माध्यम से भू-धंसाव के कारणों और उपचार के दृष्टिगत जांच कराई गई।

केंद्र सरकार ने जोशीमठ के लिए 1800 करोड़ की योजना को दी थी मंजूरी

कुछ समय पहले ही जांच एजेंसियों की रिपोर्ट सार्वजनिक की गई। साथ जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर सरकार की ओर से जोशीमठ के उपचार और आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया। हाल में ही केंद्र सरकार ने जोशीमठ के लिए 1800 करोड़ रुपये की योजना के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। अब इसे धरातल पर मूर्त रूप देने की दिशा में कसरत प्रारंभ की गई है।

पहले चरण में होना है पुनर्वास

सचिव आपदा प्रबंधन डा. रंजीत सिन्हा ने बताया कि प्रथम चरण में आपदा प्रभावितों का पुनर्वास होना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम प्रभावितों के बीच जाकर राय लेंगे। प्रभावित मुआवजा राशि लेना चाहते हैं या भूमि अथवा ये चाहते हैं कि सरकार उन्हें घर बनाकर दे, इनमें से जो भी विकल्प वे चुनेंगे उसी के आधार पर कदम बढ़ाए जाएंगे।

डीपीआर तैयार करने के निर्देश

सचिव डा. सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ के उपचार और आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के दृष्टिगत सभी संबंधित विभागों को शीघ्रता से डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इनसे संबंधित कार्यों की सचिव स्तर पर हर हफ्ते समीक्षा की जाएगी।

उत्तराखंड के टिहरी जिले में केंद्रीय गृह मंत्री शाह की अध्यक्षता में मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक शुरू, सीएम योगी, धामी सहित कई मंत्री शामिल

उत्तराखंड के टिहरी जिले के नरेंद्र नगर में मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक शुरू हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए हैं। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ऑनलाइन माध्यम से जुड़े हैं।

मध्य क्षेत्रीय परिषद की यह 24वीं बैठक है। बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के अलावा इन चारों राज्यों के दो-दो मंत्री और केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारी भाग ले रहे हैं। बैठक में उत्तराखंड की ओर से दून वैली इको जोन का नोटिफिकेशन रद्द करने और सीमांत क्षेत्र से पलायन और इसके निदान के एजेंडे को चर्चा के लिए रखा जाएगा।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हो रही मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे हैं। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के बाद शाम को ही योगी केदारनाथ धाम जाएंगे। वहीं आठ अक्तूबर को बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद वह वापस लखनऊ लौट जाएंगे। मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक: गृह मंत्री शाह की अध्यक्षता चर्चा शुरू, सीएम योगी, धामी सहित कई मंत्री शामिल हुए।

इजरायल पर हमास का हमलाःदागे 5000 रॉकेट, जवाबी कार्रवाई भी जारी

#israel_ready_for_war_5000_rockets_fired_from_gaza_hamas 

फिलिस्तीन और इजराइल की दुश्मनी दुनिया से छिपी नहीं है।इजारइल पर आरोप लगते रहे हैं कि उसके सैनिक फिलिस्तीनियों पर हमले करते हैं, उनके घरों में घुसपैठ करते हैं और आए दिन टारगेट किलिंग को अंजाम देते हैं।इसी बीच फलस्तीनी चरमपंथियों के संगठन हमास ने इजराइल पर हमला बोल दिया है।इजरायल पर गाजा पट्टी की ओर से हमास के आतंकियों ने 5000 रॉकेट दागे। जिसमें अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। रॉकेट दागने के साथ ही हमास के आतंकी भी इजरायल में घुसे। अचानक हमला करने के बाद उन्होंने फायरिंग करना शुरू कर दिया।इजराइल ने भी हमास को चेतावनी देते हुए युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, हमास ने इस्राइल पर गाजा से हमले किए। हमला कितना बड़ा है इसका अंदाजा इसी से होता है कि केवल 20 मिनट की अवधि में 5,000 रॉकेट दागे गए। हमास के लीडर मोहम्मद दीफ ने पहले से रिकॉर्ड एक मैसेज में कहा, 'हमने ईश्वर से मदद मांगी है और यह सब खत्म करने का फैसला किया है। ताकि दुश्मन को खत्म किया जा सके। हम ऑपरेशन अल अक्सा फ्लड की घोषणा करते हैं। हमले के पहले 20 मिनट में 5000 मिसाइले और गोले दागे गए हैं।' इस बीच एक वीडियो हमास ने जारी किया है, जिसमें दिख रहा है कि वह लंबे समय से इसकी तैयारी कर रहे थे। बॉर्डर पार करने के लिए आतंकियों ने पैराग्लाइडिंग का इस्तेमाल किया।

हमास ने इजराइल के सीमावर्ती शहरों को निशाना बनाया है। तेल अवीव में कई वाहनों को नुकसान पहुंचा है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह कारें जल रही हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में इजराइली टैंक्स को भी जलता देखा गया है।

इधर, इजराइल के रक्षा मंत्री के ऑफिस से जारी एक बयान के मुताबिक रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने आईडीएफ की जरूरतों के मुताबिक रिजर्व सैनिकों के मसौदे को मंजूरी दे दी है।प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सुरक्षा प्रतिष्ठानों के सभी प्रमुखों के साथ मौजूदा सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए रक्षा मंत्रालय मुख्यालय रवाना हो गए हैं। इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक बयान में कहा कि चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी स्थिति का मूल्यांकन कर रहे हैं और कार्य योजनाओं को मंजूरी दे रहे हैं।

इजराइली सेना के बयान में कहा गया कि ‘आईडीएफ युद्ध के लिए तैयार रहने की स्थिति की घोषणा करता है। हमास… जो इस हमले के पीछे है, घटनाओं के परिणाम के लिए जिम्मेदार होगा।

एशियन गेम्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी ने रचा इतिहास, बैडमिंटन में भारत ने पहली बार जीता स्वर्ण

#satwiksairaj_and_chirag_win_mens_double_gold_medal_in_badminton 

एशियन गेम्स में भारत ने एक और गोल्ड मेडल जीता है। भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने एशियन गेम्स के बैडमिंटन इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया है। भारत ने पहली बार एशियन गेम्स में बैडमिंटन का गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। इस तरह सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी एशियाड में बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारतीय बन गए हैं।

गोल्ड मेडल के मैच में भारतीय जोड़ी ने कोरिया के किम वोंग और चोई सोल की जोड़ी को सीधे सेटों में 21-18 और 21-16 से शिकस्त दी।भारतीय जोड़ी को मेंस डबल्स का गोल्ड जीतने के लिए पूरा जोर लगाना पड़ा। एक समय पहले गेम में सात्विक-चिराग कोरियाई जोड़ी से पिछड़ रहे थे पर दोनों ने जबरदस्त वापसी की स्कोर को 13-13 से बराबर किया। इसके बाद भारतीय जोड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और पहला गेम 21-18 से अपने नाम कर लिया।

सात्विक-चिराग की भारतीय जोड़ी ने दूसरे सेट में भी क्रॉस कोर्ट पर शानदार खेल दिखाया। कोरियाई जोड़ी ने वापसी की काफी कोशिश की और नेट्स पर अंक भी हासिल किए। लेकिन भारतीय जोड़ी ने संयम नहीं खोया और आक्रामक खेल जारी रखते हुए दूसरा गेम को 21-16 से जीतते हुए मैच के साथ ही गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर लिया।

इस जोड़ी से पहले एशियन गेम्स के बैडमिंटन इवेंट में किसी भी भारतीय ने गोल्ड मेडल नहीं जीता था।

राघव चड्ढा को बड़ा झटका, खाली करना होगा सरकारी आवास, जानें आप सांसद की प्रतिक्रिया

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आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा सरकारी बंगला खाली करना पड़ेगा। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने राघव चड्ढा को टाइप 7 बंगला खाली करने का आदेश दिया है। अपने आदेश में कोर्ट ने कहा कि बंगला का अलॉटमेंट रद्द होने के बाद राघव चड्ढा का उस बंगले में रहने का कोई औचित्य नहीं बनता है। राघव चड्डा ये दावा नहीं कर सकते कि राज्यसभा के सांसद के तौर पर कार्यकाल पूर्ण होने तक उनका इस बंगले पर रहने का अधिकार बनता ही है।

दरअसल, राघव चड्ढा को राज्यसभा सांसद बनने के बाद दिल्ली के पंडारा रोड पर टाइप-7 का बंगला आवंटित हो गया था, लेकिन बाद में पता चला कि पहली बार सांसद बने राघव चड्ढा इसके लिए अधिकृत नहीं थे। नियम के तहत पहली बार सांसद बनने वाले नेताओं को सरकारी फ्लैट आवंटित किया जाता है। अपनी भूल सामने आने के बाद राज्यसभा सचिवालय ने बंगला खाली कराने के लिए नोटिस दिया था, जिसे राघव चड्ढा ने चुनौती दी और कहा कि बतौर सांसद उन्हें एक बार निवास आवंटित हो गया है तो सांसद रहते हुए उसे खाली नहीं करवाया जा सकता।

अब राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को बंगला खाली कराने के मामले दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने कहा है कि आप नेता राघव चड्ढा यह दावा नहीं कर सकते कि आवंटन रद्द होने के बाद भी उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने पूरे कार्यकाल के दौरान सरकारी बंगले पर कब्जा कायम रखने का पूर्ण अधिकार है। अतिरिक्त जिला जज सुधांशु कौशिक ने 18 अप्रैल को पारित उस अंतरिम आदेश को रद्द करते हुए यह टिप्पणी की, जिसमें राज्यसभा सचिवालय को चड्ढा को सरकारी बंगले से बेदखल नहीं करने का निर्देश दिया गया था।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बंगला खाली करने के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ परेशान करने का तरीका है। जो लोग मौजूदा केंद्र सरकार के खिलाफ मजबूती से अपनी बात रख रहे हैं उन्हें परेशान किया जा रहा है। सच तो यह है कि ऐसे बहुत से लोग है जिन्हें उनकी पात्रता से बढ़कर आवास आवंटित किया गया है। राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी नाहक परेशान कर रही है, टाइप 7 बंगला राज्यसभा के सभापति ने उनकी योग्यता को ध्यान में रखकर आवंटित किया था। अब जबकि आवास रद्द किया इसका सीधा अर्थ यह है उन्हें किसी के इसारे पर टारगेट किया गया है। सबसे पहले सदन से निलंबन से यह सिलसिला शुरू और बाद में आवास आवंटन के निलंबन के तौर पर समाप्त हुआ। इससे साफ है कि जो सांसद बीजेपी के खिलाफ मुखर होकर अपनी बात रख रहे हैं उन्हें हर संभव तरीके से परेशान किया जा रहा है।

एशियन गेम्स में भारत ने लगाया मेडल का शतक, विमेंस कबड्डी टीम ने गोल्डन गोल के साथ जीता 100वां मेडल, जानें कब-कितने पदक जीते

#win_100_medals_in_asian_games

2023 एशियाई खेलों में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। भारतीय एथलीटों ने एशियन गेम्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए मेडल के आंकड़े को 100 तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। ये पहली बार है जब भारत एशियाई खेलों में पदकों का शतक पूरा कर पाया। भारत ने एशियन गेम्स 2023 में 100 मेडल जीत लिए हैं। विमेंस कबड्डी टीम ने चीनी ताइपे को फाइनल में हराकर भारत को 100वां मेडल दिलाया। यह टीम इंडिया का 25वां गोल्ड रहा। भारत ने फाइनल में 26-24 से जीत हासिल की।

आर्चरी में गोल्ड की हैट्रिक

आज गेम्स के 14वें दिन की सुबह भारत की झोली में पांच पदक आए। भारत की अनुभवी कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देवताले ने गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई जबकि अदिति स्वामी को ब्रॉन्ज मेडल मिला और इसके साथ ही भारतीय तीरंदाजों ने इन एशियाई खेलों में रिकॉर्ड नौ पदक अपनी झोली में डाल लिए। इससे पहले भारत ने इंचियोन में 2014 में हुए खेलों में तीन पदक जीते थे। मौजूदा विश्व चैम्पियन अदिति स्वामी ने ब्रॉन्ज के एकतरफा प्लेआफ मुकाबले में इंडोनेशिया की रातिह जिलिजाती एफ को हराया। 

भारत के सौ मेडल पूरे होने परक पीएम मोदी ने जताई खुशी

एशियन गेम्स 2023 में भारत के सौ मेडल पूरे होने को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह भारतीय दल का 10 अक्टूबर को स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, हर अद्भुत प्रदर्शन ने इतिहास रचा और हमारा ह्रदय गर्व से भर दिया। मैं दस अक्टूबर को हमारे एशियाई खेलों के दल का स्वागत करूंगा और खिलाड़ियों से बात करूंगा। उन्होंने कहा कि भारत के लोग रोमांचित हैं कि हमने 100 पदकों की उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा, 'एशियाई खेलों में भारत के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि। मैं हमारे शानदार खिलाड़ियों को बधाई देता हूं जिनके प्रयासों से भारत ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।

अब तक भारत ने जीते इतने मेडल

भारत ने 19वें एशियाई खेलों में अब तक 25 गोल्ड, 35 सिल्वर और 40 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए हैं। भारत ने एथलेटिक्स, एथलेटिक्स आर्चरी और स्क्वैश के इवेंट्स में सर्वाधिक मेडल अपने नाम किए हैं। हॉकी के पुरुष इवेंट में भी भारत ने लंबे समय के बाद एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। भारत ने इससे पहले साल 2018 में जकार्ता एशियन गेम्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था, जब कुल 70 मेडल देश ने जीते थे। इसमें 16 गोल्ड, 23 सिल्वर और 31 ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे।

एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को केन्द्र सरकार ने भेजा नोटिस, जानें क्या है मामला

#meity_issued_notices_to_x_youtube_and_telegram 

सरकार के इलेक्ट्रानिक और आईटी मंत्रालय की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को नोटिस जारी किया गया है। भारत सरकार ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को चेतावनी दी है कि वे अपने प्लेटफॉर्म से भारतीय इंटरनेट पर किसी भी प्रकार की बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) को हटा दें या कार्रवाई का सामना करें।साथ ही भारत सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भविष्य में बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) के प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय उपाय करने का निर्देश दिया है।

आईटी मंत्रालय द्वारा जारी इस नोटिस में सोशल मीडिया प्लेटफार्म को भारत में बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री हटाने के लिए चेतावनी जारी की गई है। मंत्रालय ने कहा कि यदि बाल यौन शोषण से संबंधित सामग्री को प्लेटफार्म से नहीं हटाया गया तो उनकी कानूनी सुरक्षा को हटा दिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि सरकार ने एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को नोटिस भेजा है कि वे अपने प्लेटफॉर्म्स पर किसी भी सीएसएएम को हटा दें। उन्होंने कहा कि सरकार आईटी नियमों के तहत एक सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आईटी अधिनियम के तहत आईटी नियम सोशल मीडिया मध्यस्थों से सख्त अपेक्षा रखते हैं कि उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर आपराधिक या हानिकारक पोस्ट की अनुमति नहीं देनी चाहिए। यदि वे तेजी से कार्रवाई नहीं करते हैं, तो आईटी अधिनियम की धारा 79 के तहत उनका सुरक्षित कानूनी सुरक्षा को वापस ले लिया जाएगा और भारतीय कानून के तहत परिणाम भुगतने होंगे।