मध्यप्रदेश के 72 लाख किसानों को राज्यस्तरीय कृषक सम्मेलन में CM शिवराज ने दिया बड़ा तोहफा, किया ये ऐलान

मध्य प्रदेश के लाखों किसानों के लिए अच्छी खबर है। सतना में आयोजित राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 72 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि के 1 हजार 560 करोड़ का सिंगल क्लिक से अंतरण किया। इसके तहत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 30 लाख दावों में 1 हजार 58 करोड़ रुपये किसानों के एकाउंट्स में जारी किए गए। राज्य स्तरीय कृषक सम्मेलन में सतना के सीमावर्ती जिलों रीवा, पन्ना, कटनी, सीधी, छतरपुर, उमरिया आदि के कृषक सम्मिलित हुए। अन्य जिलों के कृषक समारोह से वर्चुअली जुड़े।

Image 2Image 3Image 4Image 5

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान कल्याण के लिए उठाए गए कदम हों या कृषि के उन्नयन के लिए संचालित गतिविधियां, हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में अहम उपलब्धियां अर्जित की हैं। राज्य में सिंचाई के रकबे को 7 लाख 50 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 47 लाख हेक्टेयर किया है। जिसे बढ़ाकर 100 लाख हेक्टेयर किया जाएगा। पानी की बचत के लिए पाइप लाइन से सिंचाई का इंतजाम किया गया है। किसानों की सुविधा के लिए अनुदान पर ट्रांसफार्मर की योजना पुन शुरू की जा रही है। किसानों को शून्य प्रतिशत पर ब्याज का इंतजाम किया गया। किसान भाईयों के लिए खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। डिफाल्टर किसानों को सहकारिता की व्यवस्था से खाद उपलब्ध कराया जाएगा। अगर फसलों को नुकसान हुआ है तो सर्वे कराकर राहत की राशि तथा फसल बीमा का पैसा दिलवाया जाएगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में किसान कल्याण की गतिविधियां निरंतर जारी हैं। हर महीने किसानों को 1 हजार रुपये की राशि उपलब्ध कराने के लिए पीएम तथा मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत इंतजाम किया गया है। लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत भी किसान परिवारों को राशि मिल रही है। मोदी के नेतृत्व में खेती को लाभ का धंधा बनाने तथा किसान की आय दोगुनी करने में हम कामयाब रहे हैं। किसान अब 3-3 फसलें ले रहा है, इन फसलों की खरीद का इंतजाम भी किया गया है। प्रत्येक गरीब परिवार को रहने की जमीन का पट्टा उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास में जो परिवार छूट गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।

बिहार के जातीय जनगणना के आंकड़े पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, नीतीश सरकार को भेजा नोटिस

Image 2Image 3Image 4Image 5

बिहार सरकार ने हाल ही में राज्य में हुई जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए थे। इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।कोर्ट ने जातीय गणना के जारी आंकड़ों पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा- हम किसी राज्य सरकार के किसी काम पर रोक नहीं लगा सकते।इसके साथ ही कोर्ट ने बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है और अगले साल जनवरी तक जवाब देने को कहा है।

दरअसल, बिहार सरकार ने अपने स्तर पर जनगणना करने का फैसला किया था। इसके विरोध में केंद्र सरकार की दलील थी कि जनगणना पर सभी तरह के फैसले लेने का अधिकार केंद्र के पास और राज्य की सरकारें इस संबंध में कोई फैसला नहीं ले सकती।मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। जिसपर आज सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया। जनवरी 2024 तक इस पर जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा कि हम इस मामले में विस्तृत सुनवाई करेंगे।इस दौरान कोर्ट ने जातिगत सर्वे पर यथास्थिति का आदेश देने से मना कर दिया और अगली सुनवाई जनवरी में करने के लिए कहा।

रोक से मना करते हुए बेंच के अध्यक्ष जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा, हम किसी राज्य सरकार को नीति बनाने या काम करने से नहीं रोक सकते। सुनवाई में उसकी समीक्षा कर सकते हैं। मामले पर सुनवाई करते हुए जज ने कहा, हाईकोर्ट ने विस्तृत आदेश पारित किया है और हमें भी विस्तार से ही सुनना होगा। ये बात भी सही है कि सरकारी योजनाओं के लिए आंकड़े जुटाना जरूरी है। हम आप सभी को सुनना चाहेंगे।

बता दें कि 3 अक्टूबर को याचिकाकर्ता की ओर से सुप्रीम कोर्ट से जातीय आंकड़े जारी किए जाने के मामले मे हस्तक्षेप की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।याचिकाकर्ताओं में एक सोच, एक प्रयास और यूथ फॉर इक्वेलिटी जैसे संगठन शामिल हैं। जस्टिस संजीव खन्ना और एसवीएन भट्टी की बेंच जातीय गणना मामले की सुनवाई हुई।

गौरतलब है कि बिहार में हुए जातीय सर्वेक्षण से पता चला कि अन्य पिछड़ा वर्ग और उनके बीच अत्यंत पिछड़ा वर्ग राज्य की आबादी का 63% है, जिसमें ईबीसी 36% है जबकि ओबीसी 27.13% है. बिहार सरकार ने तर्क दिया था कि यह एक “सामाजिक सर्वेक्षण” था। राज्य सरकार के वरिष्ठ वकील श्याम दीवान ने कहा कि सर्वेक्षण के आंकड़ों का इस्तेमाल कल्याणकारी उपायों को तैयार करने के लिए किया जाएगा।

जान लीजिए, अब उत्तरप्रदेश का प्रतापगढ़ बना मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन, UP में बदले गए तीन रेलवे स्टेशनों के नाम

Image 2Image 3Image 4Image 5

 उत्तर प्रदेश के तीन रेलवे स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन अब मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन, अंतू रेलवे स्टेशन अब से मां चंद्रिका देवी धाम अंतू और बिशनाथगंज को शनिदेव धाम बिशनाथगंज के नाम से जाना जाएगा। यहां के देवी-देवताओं के नाम इन तीन स्टेशनों के नाम में जोड़ दिए गए हैं। इन स्टेशनों की यात्रा करने वाले हैं तो जान लीजिए कि इन स्टेशनों का नाम बदल गया है। हालांकि, स्टेशन के नाम में और नाम जोड़ा गया है, पर कुछ भी हटाया नहीं गया है।

नए नाम के लिए नोटिफिकेशन जारी

 एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी के अनुसार केंद्रीय रेल मंत्रालय से पहले ही इन तीन रेलवे स्टशनों का नाम बदलने को लेकर मंजूरी मिल गई थी। रेलवे बोर्ड ने भी इसके लिए औपचारिक नोटिफिकेशन जारी किया है। अब प्रतापगढ़ जंक्शन, अंतू और बिशनाथगंज का नाम बदल गया है। इन तीनों स्टेशनों के नए नाम मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन, मां चंद्रिका देवी धाम अंतू और शनिदेव धाम बिशनाथगंज हैं।

प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता ने इन स्टेशनों के धार्मिक महत्व के आधार पर प्रतापगढ़ जंक्शन, अंतू और बिशनाथगंज रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा था। अब इन तीनों रेलवे स्टेशनों में वहां के देवी-देवताओं का नाम जोड़ दिया गया है।

कुंडा हरनामगंज का नाम बदलने का प्रस्ताव 

साल 2020 में कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर ने सरकार को प्रस्ताव भेजा था कि कुंडा हरनामगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर कृपालु महाराज के नाम कर देना चाहिए क्योंकि यह जगद्गुरु कृपालु महाराज का जन्मस्थान है। हालांकि, ये प्रस्ताव अभी तक मूंजर नहीं हुआ है। मंत्रालय में ये प्रस्ताव अभी विचाराधीन है।

5 राज्यों में चुनाव का खाका तैयार, जल्द होगा तारीखों का ऐलान, दिवाली के बाद हो सकते हैं मतदान

#election_commission_meeting_with_election_observers_of_5_states

Image 2Image 3Image 4Image 5

इस साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग ने संभावित प्लान बनाकर तैयार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में 2 और राजस्थान, एमपी, मिजोरम और तेलंगाना में एक-एक चरण में मतदान संभव है। सूत्रों के मुताबिक नवंबर दूसरे हफ्ते से दिसंबर के पहले हफ्ते में अलग-अलग तारीखों और चरणों में इन राज्यों में मतदान हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक पांच राज्यों में चुनाव की तारीखें अलग-अलग हो सकती हैं लेकिन वोटों की गिनती एक साथ होगी। इन सभी राज्यों में 15 दिसंबर से पहले मतगणना हो सकती है। 

बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने ये प्लान 5 राज्यों के दौरे के बाद तैयार किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की मुहर के बाद चुनाव कार्यक्रम को अंतिम मंजूरी दी जाएगी और फिर इसके बाद घोषणा की जाएगी। आज ऑब्जर्व्स की बैठक के बाद अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। 5 राज्यों के चुनावी ऑब्जर्वर के साथ आज चुनाव आयोग की दिल्ली में बैठक है। 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम के ऐलान से पहले चुनाव आयोग ने रणनीति को फाइनल करने के लिए आज अपने पर्यवेक्षकों की मीटिंग बुलाई है। चुनावी राज्यों में कैसे आदर्श आचार संहिता प्रभावी ढंग से लागू हो और धन-बाहुबल पर लगाम कसी जा सके, इस पर चर्चा की जा सकती है।

मिजोरम की विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है। बीजेपी की सहयोगी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) पूर्वोत्तर राज्य में सत्ता में है। तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है। तेलंगाना में के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सत्ता में है, जबकि मध्य प्रदेश में बीजेपी का शासन है। वहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं।

चाचा या भतीजे किसकी होगी एनसीपी? पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह के दावों को लेकर चुनाव आयोग करेगा सुनवाई

#election_commission_will_hear_over_ncp_name_and_symbol

Image 2Image 3Image 4Image 5

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नाम और चुनाव चिह्न के दावों को लेकर शरद पवार और अजित पवार के गुट की ओर से डाली गई याचिका पर चुनाव आयोग आज सुनवाई करने वाला है।पार्टी में टूट की बात स्वीकार करते हुए चुनाव आयोग आज दोनों पक्षों की बात सुनेगा। इसके लिए दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों को बुलाया गया है। एनसीपी के एक गुट का नेतृत्व शरद पवार और दूसरे का नेतृत्व अजित पवार कर रहे हैं। दोनों गुटों के बीच विवाद की शुरुआत जुलाई में हुई थी जब अजित ने पार्टी और उसके चुनाव चिह्न पर दावा करते हुए चुनाव आयोग से संपर्क किया था।

इस पूरे विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई जब अजित पवार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए थे। इसी साल जुलाई की शुरुआत में महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के लिए चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी थी। अजित पवार ने 30 जून को निर्वाचन आयोग से संपर्क किया था। उन्होंने पार्टी के नाम के साथ-साथ चुनाव चिह्न पर भी दावा किया था। उन्होंने 40 विधायकों के समर्थन के साथ खुद को पार्टी अध्यक्ष भी घोषित कर दिया था।

भतीजे की इस चाल के खिलाफ चाचा शरद पवार ने चुनाव आयोग का रुख किया। अब दोनों गुटों को चुनाव आयोग के सामने अपना-अपना पक्ष रखना है। इससे पहले निर्वाचन आयोग ने शरद पवार गुट के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया था। अजित पवार गुट की ओर से दायर की गई याचिका में कहा गया था कि अजित पवार को एनसीपी का अध्यक्ष घोषित किया जाना चाहिए और चुनाव चिह्न आदेश, 1968 के प्रावधानों के तहत पार्टी का प्रतीक चिह्न भी आवंटित कर देना चाहिए।

चुनाव आयोग की सुनवाई से पहले शरद पवार के नेतृत्व वाले समूह ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान शरद पवार ने अपनी जीत का भरोसा जताया। 82 वर्षीय शरद पवार ने राकांपा की विस्तारित कार्य समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में अपनाए गए प्रस्ताव में कहा गया कि पूरी पार्टी शरद पवार के साथ है। पार्टी उनके मार्गदर्शन और दृष्टिकोण के तहत देश में भविष्य के चुनावों की तैयारी कर रही है।

संजय सिंह की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, आप सांसद के तीन करीबियों को ईडी का समन, आमने-सामने बैठाकर हो सकती है पूछताछ

#delhi_liquor_scam_case_ed_summoned_close_aids_of_sanjay_singh

Image 2Image 3Image 4Image 5

आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। दरअसल, संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद ईडी दिल्ली के शराब नीति घोटाले में शिकंजा कसती जा रही है। ईडी ने अब संजय सिंह के दो करीबियों को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।संजय सिंह के करीबी सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को तलब किया गया है। ताकी आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा सके। इसके अलावा शराब घोटाले में आरोपी दिनेश अरोड़ा के सहयोगी कंवरबीर सिंह को भी ईडी ने संजय सिंह के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है।

ईडी ने सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को आज पूछताछ के लिए बुलाया है।माना जा रहा है कि ईडी सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को संजय सिंह के सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है।सूत्रों के मुताबिक शुरुआत में ईडी सीडीआर और दूसरे आरोपियों के बयानों को संजय सिंह के सामने रखकर सवाल दागेगी। कुछ सवालों की वो लिस्ट जो ईडी ने संजय सिंह से पूछताछ के लिए तैयार की हुई है।

ईडी क्या सवाल पूछ सकती है?

प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से कुल मिलाकर 15 सवालों की लिस्ट तैयार की गई है। इन सवालों से संजय सिंह का आमना-सामना होने वाला हैः

1. दिनेश अरोड़ा से आपकी पहली मुलाकात कब और कहां हुई थी?

2. क्या आपके साथ दिनेश अरोड़ा और अमित अरोड़ा की कोई मीटिंग आपके सरकारी घर पर हुई थी?

3. अगर हुई थी तो ये मीटिंग कब हुई थी और क्यों हुई थी?

4. इस मीटिंग में और कौन कौन लोग शामिल थे?

5. सर्वेश मिश्रा कौन है? क्या आपका स्टाफ मेंबर है? आपके साथ कब से जुड़ा हुआ है?

6. क्या आपने दिनेश अरोड़ा को मनीष सिसोदिया से मिलवाया था?

7. क्या आपने रेस्त्रां मालिकों से पैसा इकट्ठा करने के लिए दिनेश अरोड़ा को कहा था? क्या आपके कहने पर 82 लाख रुपये का चेक दिया था?

8. अमित अरोड़ा की पीतमपुरा स्थित शराब की दुकान को ओखला ट्रांसफर कराने में आपकी की भूमिका थी? क्या आपने उसकी मदद की थी?

9. क्या दिनेश अरोड़ा ने आप तक 2 करोड़ रुपये पहुचाए थे. अगर पहुंचाया था क्यो दिया गया था?

10. क्या आपने अपने स्टाफ मेंबर सर्वेश मिश्रा को दिनेश अरोड़ा से 1 करोड़ रुपये लेने के लिए कहा था?

11. क्या ये पैसा आपके घर पर दिया गया था? जब पैसा दिया जा रहा था उस वक्त आप कहां थे?

12. क्या सर्वेश मिश्रा के दिनेश अरोड़ा से पैसा लेने की जानकारी आपको थी?

13. एक्साइज पॉलिसी की ड्राफ्टिंग में आपकी क्या भूमिका थी?

14. क्या आपने दिनेश और अमित अरोड़ा की अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कराई थी?

आप को आरोपी बनाए जाने की तैयारी

वहीं, दूसरी तरफ ईडी आम आदमी पार्टी को आबकारी घोटाला केस में आरोपी बनाए जाने की कोशिश में हैं। इस बीच सर्वेश मिश्रा को समन भेजा जाने पार्टी के लिए किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है। सर्वेश मिश्रा पार्टी के प्रवक्ता हैं और उन्हें संजय सिंह का करीबी माना जाता है।

बता दें कि संजय सिंह को बुधवार को गिरफ्तार किया गया, फिर दूसरे दिन गुरुवार को अदालत में उनकी पेशी हुई। संजय सिंह 10 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में रहेंगे।मामले में ईडी ने 10 दिन के हिरासत की मांग की थी। हालांकि, अदालत ने सुनवाई के दौरान ईडी के समक्ष कई सवाल उठाए। राउज एवन्यू कोर्ट में विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल के समक्ष संजय सिंह को कड़ी सुरक्षा में पेश किया गया। ईडी ने संजय सिंह का 10 दिन का रिमांड मांगते हुए कहा कि वह मामले में पूरी तरह से लिप्त हैं।

मुंबई के गोरेगांव में 7 मंजिला इमारत में लगी आग, 7 लोगों की दर्दनाक मौत, कई गंभीर रूप से जख्मी

#fire_in_the_building_in_goregaon_7_people_died

मुंबई के गोरेगांव में एक सात मंजिला इमारत जय भवानी बिल्डिंग में भीषण आग लग गई।इस हादसे में 51 लोग झुलस गए, जिनमें 7 की मौत हो गई। इनमें से कई गंभीर रूप से जख्मी हैं।जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस हादसे में 30 से ज्यादा बाइक और 4 कारें भी आग की चपेट में आ गई। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। 

Image 2Image 3Image 4Image 5

मुंबई पुलिस ने कहा कि इस हादसे में अब तक घायल हुए कुल 46 लोगों में से 7 की मौत हो चुकी है और 39 का इलाज एचबीटी और कूपर अस्पताल में चल रहा है। अन्य निजी अस्पतालों से विवरण की प्रतीक्षा है जहां घायलों को ले जाया गया था।नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि दो बच्चों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

यह भीषण आग बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात करीब तीन बजे लगी थी। अग्निशमन दल ने इस आग को लेवल दो का बताया था।सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग को बुझाने में जुट गई। पुलिस और दमकर विभाग के कर्मियों ने बिल्डिंग में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचा।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत में आग कैसे लगी, इसके बारे में अभी कुछ भी अनुमान लगाना गलत होगा। हालांकि, शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। बचाव टीम ने इमारत में मौजूद अधिकतर लोगों को बाहर निकाल लिया है। कुछ लोग फंसे हुए हैं, उन्हें भी बाहर निकाल लिया जाएगा।

मुंबई के गोरेगांव में 7 मंजिला इमारत में लगी आग, 7 लोगों की दर्दनाक मौत, कई गंभीर रूप से जख्मी

#fire_in_the_building_in_goregaon_7_people_died

मुंबई के गोरेगांव में एक सात मंजिला इमारत जय भवानी बिल्डिंग में भीषण आग लग गई।इस हादसे में 51 लोग झुलस गए, जिनमें 7 की मौत हो गई। इनमें से कई गंभीर रूप से जख्मी हैं।जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस हादसे में 30 से ज्यादा बाइक और 4 कारें भी आग की चपेट में आ गई। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। 

Image 2Image 3Image 4Image 5

मुंबई पुलिस ने कहा कि इस हादसे में अब तक घायल हुए कुल 46 लोगों में से 7 की मौत हो चुकी है और 39 का इलाज एचबीटी और कूपर अस्पताल में चल रहा है। अन्य निजी अस्पतालों से विवरण की प्रतीक्षा है जहां घायलों को ले जाया गया था।नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि दो बच्चों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

यह भीषण आग बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात करीब तीन बजे लगी थी। अग्निशमन दल ने इस आग को लेवल दो का बताया था।सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग को बुझाने में जुट गई। पुलिस और दमकर विभाग के कर्मियों ने बिल्डिंग में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचा।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत में आग कैसे लगी, इसके बारे में अभी कुछ भी अनुमान लगाना गलत होगा। हालांकि, शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। बचाव टीम ने इमारत में मौजूद अधिकतर लोगों को बाहर निकाल लिया है। कुछ लोग फंसे हुए हैं, उन्हें भी बाहर निकाल लिया जाएगा।

एशियन गेम्स 2023: बांग्लादेश को रौंदकर फाइनल में भारत, अब गोल्ड मेडल के लिए उतरेगी भारतीय क्रिकेट टीम

#india_in_final_thrashed_bangladesh

Image 2Image 3Image 4Image 5

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम एशियन गेम्स के फाइनल में पहुंच गई है। भारतीय क्रिकेट टीम ने चीन में खेले जा रहे एशियन गेम्स में बांग्लादेश को नौ विकेट से हरा फाइनल में जगह बना ली है। इसी के साथ टीम इंडिया ने अपना मेडल भी पक्का कर लिया है। फाइनल में भारत का सामना अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मैच के विजेता से होगा।

96 रन पर सिमट गई बांग्लादेश की टीम

इस मैच में भारतीय कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही और 18 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिर गया। इसके बाद बांग्लादेश की टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती रही और 96 रन पर सिमट गई। बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा नाबाद 24 रन जाकिर अली ने बनाए। परवेज हुसन ने 23 रन का योगदान दिया। इन दोनों के अलावा सिर्फ राकिबुल हसन (14 रन) ही दहाई का आंकड़ा पार कर पाए। बांग्लादेश के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। दो बल्लेबाज तो अपना खाता भी नहीं खोल पाए। पांच बल्लेबाज सात से एक रन के स्कोर के बीच आउट हुए। भारत के लिए रवि साई किशोर ने तीन विकेट लिए। वॉशिंगटन सुंदर को दो विकेट मिले। अर्शदीप सिंह, तिलक वर्मा, रवि बिश्नोई और शाहबाज अहमद को एक-एक विकेट मिले।

भारत की शुरुआत बेहद खराब रही

97 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। पिछले मैच में शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल खाता खोले बिना आउट हो गए। हालांकि, इसके बाद तिलक वर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ ने ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाए। चौथे ओवर में ही भारत का स्कोर 50 रन पहुंच गया। नौवें ओवर में तिलक ने अपना अर्धशतक पूरा किया और टीम इंडिया जीत की दहलीज पर पहुंच चुकी थी। भारत ने एक विकेट खोकर 9.2 ओवर में 97 रन बना लिए और मैच अपने नाम किया। तिलक वर्मा 26 गेंद में 55 और ऋतुराज गायकवाड़ 26 गेंद में 40 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह भारत ने 9.2 ओवरों में एक विकेट के नुकसान के साथ मैच जीत लिया।

अब गोल्ड मेडल के लिए होगा मुकाबला 

भारत ने बांग्लादेश को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में जगह बना ली है। अब टीम इंडिया शनिवार को गोल्ड मेडल के लिए मैच खेलेगी। एशियन गेम्स का दूसरा सेमीफाइनल मैच पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच होना है। इसे जीतने वाली टीम फाइनल में जगह बनाएगी।

MP में फिर हुआ शर्मनाक कृत्य! 9 वर्षीय मासूम के साथ 'जावेद' ने रातभर की दरिंदगी, रास्ते में छोड़कर हुआ फरार

Image 2Image 3Image 4Image 5

 मध्य प्रदेश के खंडवा से फिर एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां एक 9 वर्षीय नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्से का माहौल है। कहा जा रहा है कि बच्ची के पिता की मौत हो चुकी है तथा मां मानसिक रूप से कमजोर है। जो भीख मांगकर अपना गुजारा करती है। कहा जा रहा है कि अपराधी ऑटो में बैठाकर बच्ची को अपने साथ ले गया। फिर रातभर उसके साथ गलत काम किया। और रास्ते में कहीं छोड़कर फरार हो गया। 

अपराधी की पहचान 40 वर्षीय जावेद के तौर पर हुई है। बच्ची ने प्रातः इस घटना की खबर पड़ोसी में रहने वाली महिला को दी। तुरंत ही वो बच्ची को लेकर थाने पहुंची तथा मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवाया तथा पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। इस मामले पर ओम्कारेश्वर थाने के TI बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि अपराधी के खिलाफ पॉस्को एक्ट के अतिरिक्त अनुसूचित जाति -जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत भी बलात्कार तथा गंभीर धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। इसकी विवेचना कि जा रही है। बच्ची के लिए जो भी शासकीय सहायता दी जानी है उसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। 

वही इस घटना की खबर प्राप्त होते ही लोगों में गुस्से का माहौल पैदा हो गया। बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद् के साथ ही अन्य हिन्दू संगठन भी थाने पहुंचे तथा अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने उज्जैन की घटना की भांति यहां भी आरोपी के घर को बुलडोजर से ध्वस्त करने की मांग कर थाना प्रभारी को ज्ञापन भी दिया। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अपराधी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है।