जिले में संचारी रोगों के खिलाफ शुरू हुआ विशेष अभियान
ललितपुर। जनपद में संचारी रोगों के खिलाफ अभियान शुरू हुआ। इस दौरान राजकीय बालिका इंटर कालेज से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की रैली निकाली गई। सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया।
सदर विधायक ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ्य रहे। इसे ध्यान में रखकर संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से स्वच्छता का संदेश जन जन तक पहुंचाया जा रहा है।
मौसम बदल रहा है। इस मौसम में बुखार, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के केस निकलने लगते है। इसके लिए हमें सजग रहने की आवश्यकता है। अपने घर के आसपास और व्यक्तिगत साफ सफाई ख्याल रखे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.इम्तियाज अहमद कि जनपद में आज यानि 3 अक्टूबर को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो रहा है।
यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए शासन के निर्देशानुसार अभियान में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी।
इन गतिविधियों के माध्यम से जनपदवासियों को वेक्टर जनित रोगों, जल जनित रोगों आदि से बचाव व उपचार के बारे में जागरूक किया जाएगा। साथ ही सम्बंधित विभिन्न विभागों से नियमित सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित अभियान को सफल बनाया जाएगा।
उन्होंने सभी अधिकारियों से पूर्ण मनोयोग से कार्य करने के लिए कहा। नोडल अधिकारी डा.आर.एन.सोनी ने बताया कि इस अभियान में शूकर पालन स्थल पर वेक्टर नियंत्रण की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही शूगर पालकों को शूगरबाड़े की साफ-सफाई कीटनाशक छिड़काव तथा जाली से ढकने हेतु प्रशिक्षित करने का भी कार्य किया जाएगा।
संचारी रोगो में प्रमुख रूप से डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, कालाजार, चिकिनगुनिया, क्षय रोग आदि हैं। चूहों, छछुंदरों से होने वाली बीमारी लेप्टोस्पाइरोसिस एवम झाडिय़ों में पाए जाने वाले कीटो से स्क्रब टाईफस बीमारी होती है। इन सभी बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चल रहा है।
इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग एक नोडल विभाग के रूप में कार्य कर रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी मुकेश जौहरी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान जिले में पूर्व की भांति जांचे की जाएंगी, इसकी भी योजना बनाई गई है। 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान भी संचालित किया जाएगा।
इस अभियान के तहत घर-घर सर्वेक्षण कर फ्लू, खांसी, बुखार के रोगियों, क्षय रोग, कुष्ठ रोगी एवं कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण किया जाएगा। अभियान के दौरान आशा संगिनी, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रमुख भूमिका में घर-घर जाकर अभियान सफल बनाएंगी।
इसके अलावा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सफाई के साथ फागिंग एवं लार्वारोधी दवा का छिड़काव कराया जाएगा। डिस्ट्रिक पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डा.सौरभ सक्सेना ने बताया कि संचारी रोगों के नियंत्रण में जन सहभागिता जरूरी है।
हर हफ्ते कूलर का पानी बदलते रहे। टायरों व गमलों में पानी एकत्र न होने दें। मच्छरों से बचने के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहने, नियमित मच्छरदानी उपयोग करने, दरवाजे एवं खिड़की में जाली लगवाने, खाने से पहले एवं शौच के बाद सही तरीके से हाथ धोने व स्वच्छ पेयजल का उपयोग करने की सलाह दी।
साथ ही कहा कि यदि जांच में बीमारी की पुष्टि हो जाए तो तुरंत इलाज कराना आरंभ करें। चिकित्सा अधिकारी डा.राजेश भारती ने बताया कि नहरों तथा तालाबों के किनारे उगी वनस्पतियों को प्रत्येक पखबाड़े में हटाने तथा आबादी क्षेत्रों के निकट नहरों में जलक्षरण की मरम्मत का कार्य कराया जाएगा, जिससे मच्छरों के प्रजनन के स्थान कम से कम रहें।
यदि आसपास एवं व्यक्तिगत सफाई पर ध्यान दिया जाए तो संक्रामक रोगों से बचा जा सकता है। इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डा.आर.एन.सोनी, डिस्ट्रिक पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डा.सौरभ सक्सेना, जिला मलेरिया अधिकारी मुकेश जौहरी, जिला विद्यालय निरीक्षक के प्रतिनिधि कोमल सिंह नरवरिया, सहायक मलेरिया अधिकारी अजब सिंह, यूनिसेफ डीएमसी ज्योति तिवारी, डबल्यूएचओ के एसएमओ डा.सुमित बघेल, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक हरिश्चंद्र नामदेव, मलेरिया निरीक्षक संदीप शर्मा, जीजीआईसी प्रधानाचार्य पूनम मलिक आदि मौजूद रहे।
एप के जरिए होगी मॉनिटरिंग
सीएएस इंट्री एप के माध्यम से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसमें अधिकारी एवम पार्टनर एजेंसी मॉनिटरिंग की प्रक्रिया में शामिल होंगे।
Oct 04 2023, 20:21