तीन अक्टूबर की कांफ्रेंस में सब्जपोश अवॉर्ड से सम्मानित होंगे डॉ. आसिम आजमी व मुफ्ती अख्तर हुसैन

गोरखपुर। खानकाहे सब्जपोश की ओर से सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफ़रा बाज़ार के मैदान में मंगलवार 3 अक्टूबर को रात 8 बजे से वार्षिक मोहसिन-ए-आज़म कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। दीनी शिक्षा, साहित्य व सामाजिक कार्यों में अहम योगदान देने के लिए डॉ. मोहम्मद आसिम आजमी व मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी को सब्जपोश अवॉर्ड 2023 से सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी कांफ्रेंस संयोजक हाफिज रहमत अली निजामी ने दी है।

कांफ्रेंस में नायब काजी मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी, मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी, मुफ्ती मेराज अहमद कादरी आदि संबोधित करेंगे। नात-ए-पाक मो. कैसर रजा, मौलाना महमूद रज़ा, हाफिज रहमत अली पेश करेंगे। संचालन हाफिज सैफ अली व हाफिज अशरफ रजा करेंगे।

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स्टंट राइडिंग से भिड़े दो बाइक सवार इलाज के लिए जिले पर भेजे गए

गोरखपुर| खजनी क्षेत्र के माल्हनपार खजनी मार्ग पर भिटहां गांव के दुर्गा मंदिर के समीप खजनी थाना क्षेत्र के सरयां तिवारी ग्रामसभा के तेतरियां गांव के निवासी वीरू विश्वकर्मा 18 वर्ष और विशाल गोंड 17 वर्ष आज शाम अपनी स्प्लेंडर बाइक से खजनी की ओर आ रहे थे।

इस दौरान बांसगांव थाना क्षेत्र के कटवर गांव का निवासी युवक अपनी बाइक से घर जा रहा था।

बताया जाता है कि बाइक सवार युवकों की गति तेज थी और इस बीच अचानक एक अनजान बाइक सवार युवक दोनों के बीच से स्टंट कट मारते हुए तेजी से खजनी की ओर साफ बच कर निकल गया।

किंतु अचानक अप्रत्याशित रूप से बीच में स्टंट राइडिंग करते हुए युवक के निकलने से दोनों बाइक सवार युवक आपस में भिड़ गए।

तेज गति के कारण हादसा इतना जबरदस्त हुआ कि बाइक का टायर फट गया दोनों बाइक सवार 3 युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।

मौके पर पहुंची खजनी पुलिस एवं थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने सभी घायलों को खजनी पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस से इलाज के लिए गोरखपुर जिला अस्पताल भेज दिया।

किशोरियों और गर्भवती का सही पोषण ही सुरक्षित मातृत्व की नींव

गोरखपुर- किशोरावस्था व गर्भावस्था में महिला में एनीमिया ( खून की कमी) की आशंका बढ़ जाती है, इसलिए दोनों अवस्थाओं में सही पोषण का मिलना नितांत आवश्यक है । आज की किशोरी ही कल की मां है। सुरक्षित मातृत्व की नींव भी इसी अवस्था में मिलने वाले सही पोषण से पड़ती है। इसी उद्देश्य को सफल बनाने और इस संदेश को समुदाय तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह के तहत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से शहर के मलिन बस्ती चारपुरवा में एनीमिया जांच कैम्प का आयोजन शनिवार को किया गया।

शहरी बाल विकास परियोजना में मुख्य सेविका मोहित सक्सेना ने बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिनव कुमार मिश्र और सीडीपीओ महेंद्र कुमार चौधरी के दिशा निर्देशन में शहरी क्षेत्र में भी पूरे सितम्बर माह में पोषण माह संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में मलिन बस्ती बधिक टोला, भगतपुरवा और चारपुरवा की गर्भवती और किशोरियों के लिए एनीमिया जांच कैम्प का आयोजन किया गया।

उन्होंने बताया कि कैम्प में आईं आठ गर्भवती और 66 किशोरियों में एनीमिया की जांच की गयी। जांच में 19 किशोरियों और दो गर्भवती में एनीमिया पाया गया, जिन्हें स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं की मदद से स्वस्थ बनाया जाएगा ।कैम्प के प्रतिभागियों को सही पोषण की जानकारी देने के साथ साथ मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में भी बताया गया।सभीकिशोरियों को सैनेटरी पैड भी बांटा गया। साथ ही बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा हरे साग सब्जियों एवं मोटे अनाज से बनने वाली विभिन्न रेसिपी के बारे में जानकारी दी गई।

कार्यक्रम में पहुंचे चरगांवा ब्लॉक के चिकित्सक डॉ मनोज मिश्र ने बताया कि दैनिक आहार में लौह युक्त भोजन और हरी पत्तेदार सब्जियों का उपयोग न करने और भोजन के साथ चाय या कॉफी पीने से भी एनीमिया की आशंका रहती है। पेट के कीड़े भी एनीमिया का कारक हैं जो दूषित हाथों से खानपान और नंगे पाव चलने से भी शरीर में प्रवेश करते हैं। इसलिए एनीमिया सेबचाव के लिए प्रत्येक सप्ताह किशोरियों द्वारा आयरन फोलिक की गोली का सेवन करना अनिवार्य है । गर्भावस्था के दूसरे तिमाही से भी इन गोलियों को गर्भवती को दिया जाता है । धात्री माताओं को भी इनका सेवन करना है ।

चरगांवा ब्लॉक के स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि एनीमिया की रोकथाम के लिए स्कूल जाने वाले किशोर किशोरियों को आयरन फोलिक एसिड की दवा को शिक्षक से प्राप्त कर सेवन करना है, जबकि स्कूल न जाने वाली किशोरियों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से यह सुविधा दी जाती है । बच्चों को स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से साल भर में दो बार पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाती है । गर्भावस्था के दूसरे या तीसरे तिमाही में भी सिर्फ एक बार इस दवा का सेवन अनिवार्य है। उन्होंने खानपान में मोटा अनाज शामिल करने पर भी जोर दिया ।

इस मौके पर एएनएम जैसमीन ब्लासम, प्रज्ञा सिंह, आशा कार्यकर्ता अर्चना, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन, मंजू, रागिनी, कंचन त्रिपाठी, शीला, आभा, सरिता, शशिबाला, कन्यावती, विद्यावती,सरोज, सहायिका सुशीला, उमा, अद्यावती, आशा, शान्ति, चंद्रावती और मालती ने आयोजन में सहयोग किया । हेल्थ सुपरवाइजर अजीत रमन और संदीप चौधरी भी इस मौके पर मौजूद रहे ।

एनीमिया के लक्षण

• हथेली सफेद होना

• आंखों के नीचे पलक का सफेद होना

• नाखूनों का हल्का पीला या सफेद होना

• पैरों में सूजन

• काम करने में थकावट जैसे सांस फूलना या चक्कर आना

आंगनबाड़ी की मदद से हुई जांच

चारपुरवा मलिन बस्ती निवासी आशा (18) ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कंचन की मदद से वह शिविर में आई थीं। जांच में उनके भीतर हीमोग्लोबिन की मात्रा आठ पाई गई। उन्हें घबराहट, चिड़चिड़ापन और थकान महसूस होती थी । जांच के बाद एएनएम ने उन्हें बताया कि उनके भीतर खून की कमी है। आयरन की गोली दी गयी है और बताया गया कि इसे खाना खाने के एक घंटे बाद खाना है । इसका सेवन खट्टे खाद्य पदार्थ जैसे नींबू या संतरा के साथ कर सकते हैं। यह दवा हफ्ते में एक बार खानी है । बाहर बिकने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना है। यह भी बताया गया कि दैनिक खानपान में पालक, चौराई, प्याज के डंठल, सरसो के पत्ते, मेथी के पत्ते, पुदीना, सहजन, अंकुरित चना, सोयाबीन, काला चना, मांस या मझली के सेवन से शरीर को आयरन मिलता है।

*आमी पुल पर अंधेरे से होते हैं हादसे और अपराध, 4 किमी की दूरी में बिजली नहीं, सीओ ने डीएम*

गोरखपुर- खजनी मुख्य मार्ग पर स्थित खजनी थाना क्षेत्र के नंदापार मोड़ (जैतपुर बाजार) से छताईं बाजार के पहलवान ढाबा तक सड़क पर अंधेरा रहता है। लगभग 4 किमी लंबे इस क्षेत्र में आए दिन सड़क दुघर्टनाएं और आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं। यह गंभीर समस्या स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए लंबे समय से परेशानियों का सबब बनी हुई है।

इस मामले में क्षेत्राधिकारी खजनी अंजनी कुमार पांडेय ने जिला अधिकारी कृष्ण करूणेश और एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर को पत्र लिखकर छताई पुल पर हाईमास्ट लाइट,पुल पर स्ट्रीट लाइट और बिजली का कनेक्शन कराने के लिए अवगत कराया है। उन्होंने ने अपने पत्र में लिखा है कि छताई पुल का क्षेत्र दुर्घटना और अपराध के दृष्टिकोण से हॉटस्पाट प्वाइंट है। पुल के दोनो तरफ लगभग 02 कि०मी० तक खाली व सूनसान क्षेत्र है। जहाँ अन्धेरा होने से पूर्व मे कई अपराधिक घटनाएं कारित हुई हैं। पुल के पास ही जनसहयोग से पुलिस बुथ भी बनाया गया है वहां पर भी विद्युत कनेक्शन नहीं है। जिसको लेकर उजाले के लिए विद्युत कनेक्शन,हाईमास्ट लाइट व पुल पर स्ट्रीट लाइट लगवाने की मांग की गई है।

*महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नवगठित प्रथम छात्र-संसद का शपथ-ग्रहण समारोह*

गोरखपुर- महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में नवगठित प्रथम छात्र-संसद का शपथ-ग्रहण समारोह बहुत ही सादगी से संपन्न हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (डॉ) अतुल वाजपेयी ने समस्त निर्वाचित पदाघिकारियों को शपथ दिलाई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में कुलपति डॉ वाजपेयी ने कहा कि छात्र संसद के सभी प्रतिनिधि अपनी सम्पूर्ण सृजनात्मक क्षमताओं की पहचान कर उन्हें समाज और राष्ट्रहित में उपयोग के लिए उपयोगी बनाएं। साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में शैक्षणिक वातावरण, अनुशासन, लोकतान्त्रिक मूल्यों के संवर्धन एवं भारतीय ज्ञान प्रणाली के प्रचालन में सहयोग के लिए तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि इस छात्र संसद का उद्देश्य एक ऐसी प्रणाली को विकसित करना है जिसमें छात्र पठन-पाठन के साथ अपना सर्वांगीण विकास करते हुये समाज और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें और स्वयं को अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में स्थापित करें।

शपथ ग्रहण समारोह में विश्वविद्यालय के समस्त प्राचार्य व अधिष्ठाता उपस्थित रहे। संचालन मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ विमल कुमार दूबे ने किया।

*अनुसुचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर निषाद समाज ने भरी हुंकार, किया विशाल धरना प्रदर्शन*

गोरखपुर- नगर निगम के रानी लक्ष्मी बाई पार्क में निषाद समाज को अनुसुचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर हुए विशाल धरना प्रदर्शन में निषादों की सभी उपजातियों को आरक्षण (अनुसूचित जाति) देने का पत्रक महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम सम्बोधित जिलाधिकारी गोरखपुर के माध्यम से सौंपा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने किया तथा संचालन डॉक्टर गंगासागर निषाद ने किया।

कार्यक्रम आयोजक सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने निषाद समाज की सभी उपजातियों को अनुसुचित जाति का आरक्षण देने की मांग को लेकर हुए धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व की सरकारो में दिवगंत नेताजी मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव ने अपनी समाजवादी सरकार में निषाद समेत 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसुचित जाति में शामिल कर जाति प्रमाण जारी करने का शासनादेश जारी किया था। जो बाद में कोर्ट द्वारा रोक दिया गया, लेकिन लगभग 7साल से उत्तर प्रदेश में व 9 साल से देश में भाजपा सरकार होने के बाद भी अब तक निषादों को अनुसुचित जाति की सुविधा नहीं मिल पायी। विधान सभा व लोकसभा चुनाव में भाजपा ने निषादों का सम्मेलन कर योगी जी व मोदी जी ने कहा था कि भाजपा सरकार बनी तो निषादों को अनुसुचित जाति में शामिल किया जायेगा लेकिन भाजपा ने निषादों को आरक्षण न देकर धोखा देने का काम किया है। आज निषादों की आर्थिक शैक्षिणिक व प्रशासनिक स्थिति दलितों से भी खराब है।

उन्होंने कहा कि निषादों को आरक्षण दिलवाने के नाम पर पार्टी बनाकर भाजपा के साथ मिलकर सत्ता में रहने वाले नेता भी आरक्षण का नाम भूल गये है। निषाद समाज ने अब ठान लिया आरक्षण नहीं तो वोट नहीं। अगर भाजपा सरकार सामान्य जाति को 10 प्रतिशत आरक्षण एक दिन में दे सकती है तो निषादों को क्यों नहीं।अब निषाद समाज ने यह जान लिया की यह लोग केवल निषादों का वोट लेते है और बाद में उन्हें धोखा देते हैं।

*लोक संस्कृति का संरक्षण हम सबकी ज़िम्मेदारी : सहजानंद*

गोरखपुर- लुप्त हो रही लोक संस्कृति को संरक्षित करना हम सब की ज़िम्मेदारी है। इस स्तुत्य कार्य के लिए मैं भाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश श्रीवास्तव जी को बधाई देता हूँ। यह बातें भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री सहजानंद राय ने लोक गायक परमेश्वर सैलानी के गाये विकास गीत “ मोदी जी आ योगी जी देश के रतनवाँ” के लोकार्पण के अवसर पर कही।

लोक गायक डॉ राकेश श्रीवास्तव के सानिध्य में परमेश्वर सैलानी द्वारा विकास गीत गाया गया है जिसकी रिकार्डिंग अलका श्रीवास्तव एवं संगीत निर्देशन राहुल श्रीवास्तव द्वारा दिया गया है। इस अवसर पर सैलानी ने पारंपरिक लोक वाद्य हुड़का के साथ गीत को प्रस्तुत भी किया , जिसकी सभी ने तालियाँ बजा कर स्वागत किया । कार्यक्रम का संचालन शिवेंद्र पांडेय ने किया।

इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यक्ष द्वारा गायक परमेश्वर सैलानी का अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल श्रीवास्तव ,सिद्धार्थ शंकर पांडेय, वीरेन्द्र शाही एडवोकेट, नरेश बजाज,ध्रुव श्रीवास्तव, सिद्धांतो घोष, विक्की कुकरेजा,पंकज जैसवाल, मधुसूदन पांडे, संदीप त्रिपाठी, उत्कर्ष नारायण सहित तमाम लोग उपस्थित थे।

*पखवाड़े में परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति बढ़ा दंपति का रूझान*

गोरखपुर। परिवार नियोजन के प्रति जन जन तक संदेश पहुंचा कर लक्ष्य दंपति को सेवाएं प्रदान करने का प्रयास इस साल विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में अपेक्षाकृत सफल रहा है । गोरखपुर मंडल में इस बार पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रम की सेहत में काफी सुधार देखा गया । मंडल में 11 जुलाई से 31 जुलाई तक मनाये गये पखवाड़े के दौरान जागरूक दंपति सेवाएं लेने में आगे रहे ।

एडी हेल्थ डॉ आईबी विश्वकर्मा का कहना है कि पखवाड़े के दौरान गोरखपुर मंडल में 61 ब्लॉक के 36 चिकित्सा इकाइयों पर महिला नसबंदी और 17 इकाइयों पर पुरुष नसबंदी की सुविधा प्रदान की जाती है । वर्ष 2022 में मनाये गये पखवाड़े के दौरान जहां 20 पुरुषों और 739 महिलाओं ने नसबंदी का चुनाव किया था, वहीं वर्ष 2023 के पखवाड़े में 78 पुरुषों और 1867 महिलाओं ने नसबंदी का स्थायी साधन चुना है । अस्थायी साधनों के प्रति भी दंपति में अच्छा रूझान देखा गया है। पखवाड़े में मंडलीय परिवार नियोजन लॉजिस्टिक मैनेजर अवनीश चंद्र ने क्षेत्र भ्रमण व समन्वय स्थापित कर बेहतर योगदान दिया है।

पिपराईच सीएचसी पर पखवाड़े के दौरान पुरूष नसबंदी करवाने वाले 38 वर्षीय युवक महेश प्रसाद (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उन्हें इस सुविधा के बारे में अपने सहकर्मी से पता चला था, जिन्होंने एक बच्चे के बाद ही अपनी पुरुष नसबंदी कराई थी ।

सहकर्मी ने उन्हें समझाया था कि यह बिना चीरे और टांके के पांच मिनट में हो जाती है । नसबंदी के एक घंटे बाद ही घर जा सकते हैं। युवक ने बताया कि उसके दो बच्चे हैं और अब वह वच्चा नहीं चाहता था । पत्नी की पहले ही सर्जरी हो चुकी है, इसलिए खुद की नसबंदी करवाने का निर्णय लिया । सहकर्मी के प्रेरित करने के बाद पुरुष नसबंदी के लिए उसने सीएचसी के परिवार नियोजन काउंसलर रीना से सम्पर्क किया। रीना ने उसका पुरुष नसबंदी के कुछ अन्य लाभार्थियों से टेलीफोनिक सम्पर्क करवाया। लाभार्थियों ने उसे समझाया कि पुरुष नसबंदी से न तो कोई शारीरिक कमजोरी होती है और न ही यौन क्षमता पर कोई बुरा असर पड़ता है । इसके बाद पखवाड़े के दौरान ही युवक ने नसबंदी करवा ली।

पखवाड़े के दौरान ही शहर के बैंक रोड स्थित गुलाटी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये शिविर में बंसफोर समुदाय की खुशी (20) ने आईयूसीडी अपनाया था। उन्होंने बताया कि उनकी शादी दो साल पहले हुई है। परिवार नियोजन के बारे में खास जानकारी न होने के कारण पहला बच्चा जल्दी हो गया और वह डेढ़ साल का है। बच्चे की देखरेख अच्छे तरीके से हो सके, इसके लिए वह कोई साधन अपनाना चाहती थीं। आशा कार्यकर्ता शशि त्रिपाठी ने उन्हें इस कैम्प के बारे में जानकारी दिया था । कैम्प में पहुंच कर उन्होंने सभी साधनों के बारे में जानकारी लिया और आईयूसीडी लगवाने का निर्णय लिया ।

इन अस्थायी साधनों की भी रही मांग

साधन का नाम वर्ष 2022 वर्ष 2023

आईयूसीडी। 4085 8769

पीपीआईयूसीडी 2896 4395

पीएआईयूसीडी 45 138

त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन 8593 24494

कंडोम 6.25 लाख पीस करीब 6 लाख चार हजार पीस

साप्ताहिक गोली छाया 53675 58740

माला एन 64709 75811

इमर्जेंसी पिल्स 23926 29898 पीस

पुरुष नसबंदी और अंतरा में महराजगंज आगे

एडी हेल्थ ने बताया कि गोरखपुर मंडल में इस साल पखवाड़े के दौरान सर्वाधिक 57 पुरुष नसबंदी और 8124 त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन की सेवा महराजगंज जनपद में दी गयी । बाकी सभी सेवाओं के मामले में गोरखपुर जनपद अव्वल रहा । गोरखपुर जनपद ने मंडल में सर्वाधिक 1210 महिला नसबंदी, 6378 आईयूसीडी, 1762 पीपीआईयूसीडी, 75 पीएआईयूसीडी, 2.98 लाख कंडोम, 27408 माला एन, 21216 छाया और 14468 इमर्जेंसी पिल्स की सेवा दी है ।

*जमीन और मकान पर जबरन कब्ज़ा,थाना और तहसील का चक्कर लगा कर हताश फरियादी*

खजनी गोरखपुर। तहसील,ब्लॉक तथा सिकरीगंज थाना क्षेत्र के बनकटां उर्फ भेंऊसां गांव के ढढौना टोले के निवासी सुनील कुमार ने अपने हिस्से की जमीन और मकान को गांव के ही निवासी दिलीप कुमार और नंदलाल को बेच दी है।

रजिस्ट्री और खतौनी दर्ज होने के बाद सगे पट्टीदारों ने जमीन और मकान पर जबरन कब्जा कर लिया है और उसे खाली नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर दिलीप कुमार और नंदलाल सुनील कुमार से अपनी खरीदी हुई जमीन और मकान पर कब्जा मांग रहे हैं। प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए,लड़ाई झगड़े के भय से सुनील कुमार बीते चार महीने से थाने और तहसील के चक्कर लगा रहे हैं।

"थाने और तहसील के दर्जनों चक्कर लगा कर निराशा से घिरे हताश हो चुके सुनील कुमार ने बताया कि मैं अब परेशान हो चुका हूं मन में आता है कि आत्महत्या कर लूं।"

मामले में मौके पर जांच के लिए पहुंची राजस्व और पुलिस टीम ने भी अपनी जांच आख्या एसडीएम खजनी को सौंप दी है। जिसमें पट्टीदारों द्वारा मकान और जमीन पर जबरन कब्जा करने की पुष्टि की गई है।

ग्रामवासियों और ग्रामप्रधान झिनकान बेलदार ने भी बताया कि सुनील कुमार के मकान और जमीन पर गांव के लोगों ने जबरन कब्जा कर लिया है।

बता दें कि सुनील कुमार अपने परिवार के साथ दिल्ली रहते हैं।गांव में उनका आना जाना कम होता है। इसीलिए उन्होंने गांव की जमीन और मकान को बेचने का फैसला लिया। पहले पट्टीदारों ने जमीन और मकान खरीदने की पेशकश की लेकिन उचित कीमत नहीं दे पाने के कारण सौदा नहीं हुआ,और सुनील कुमार ने उसे दिलीप कुमार और नंदलाल को बेंच दिया।

जिससे नाराज पट्टीदारों

मनीराम और विद्यासागर ने जमीन और मकान पर जबरन कब्जा कर लिया,और उसे खाली नहीं कर रहे हैं।

विशेषज्ञों ने नैक मूल्यांकन को लेकर किया मंथन

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा नैक तैयारी की प्रगति एवं समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में विशेषज्ञ के रूप में प्रो. धीरेन्द्र पाल सिंह पूर्व अध्यक्ष विश्वविद्यालय अनुदान आयोग व पूर्व अध्यक्ष नैक नई दिल्ली, डॉ. जी. एन. सिंह पूर्व औषधि महानियंत्रक भारत सरकार, प्रो. बिजेंद्र सिंह कुलपति नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या, प्रो. राजेश सिंह पूर्व कुलपति दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय गोरखपुर, आशीष श्रीवास्तव वरिष्ठ वैज्ञानिक अन्तर्राष्ट्रीय चावल शोध संस्थान वाराणसी, विश्वविद्यालय की नैक स्टीयरिंग समिति के समस्त पदाधिकारी, समस्त प्राचार्य/अधिष्ठाता, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव, प्रो सुनील कुमार, डॉ मंजूनाथ एनएस, श्रीमती प्रिंसी जी, डॉ गोपीकृष्ण, डॉ विमल कुमार दूबे, डॉ शशिकांत सिंह, डॉ सुमित कुमार एम, श्री रोहित कुमार श्रीवास्तव, डॉ अनुपमा ओझा, डॉ शिवम कुमार प्रजापति, डॉ आयुष कुमार पाठक, सुश्री श्वेता अलवर्ट सहित एमपी पीजी कालेज के उप प्राचार्य डॉ विजय कुमार चौधरी एवं डॉ अभिषेक वर्मा आदि उपस्थित रहे।

विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव श्रीकान्त के हवाले से बताया गया कि गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी द्वारा वर्ष 2021 में स्थापित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर लोककल्याणार्थ संचालित है। विश्वविद्यालय प्रगतिपथ पर अनवरत प्रयत्नशील है। विश्वविद्यालय ने नैक के मानकानुसार अपने शैशवावस्था से नैक मूल्यांकन की तैयारी शुरू कर दी है। स्थापना के समय वर्ष 2021 में 15 पाठ्यक्रमों के साथ संचालन प्रारम्भ हुआ और वर्ष 2023 में कुल 21 पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। बैठक के दौरान प्रो. राजेश सिंह तथा प्रो. बिजेंद्र सिंह ने अपने विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन हेतु किए गए प्रयासों को साझा किया तथा यह सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय अभी आनलाइन व आफलाइन डाकूमेंटेशन शुरू कर दे तो निश्चय ही नैक की अर्हता पूरी करने के समय नैक मूल्यांकन के समय सफलता मिलेगी।

प्रो. धीरेन्द्र पाल सिंह ने अपने सम्बोधन में नैक हेतु निर्धारित सभी मापदंडों को पूरा करने, विश्वविद्यालय में अधिक से अधिक सेमीनार/कांफ्रेंस आयोजित कराये जाने तथा शिक्षकों द्वारा अधिक से अधिक संख्या में शोध पत्र प्रकाशित किए जाने पर बल दिया। साथ ही साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की गाइड लाइन के अनुसार तैयारी करने तथा इन्क्यूबेशन एवं इन्नोवेशन सेंटर की स्थापना करने और इंडियन नॉलेज सिस्टम पर पाठ्यक्रम चलाये जाने पर जोर दिया जाए। इस दौरान प्रो. सुनील कुमार समन्वयक नैक स्टीयरिंग समिति द्वारा विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों एवं शैक्षणिक उपलब्धियों पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।