*आजमगढ़: 40 साल बाद शुरू हुए चकरोड निर्माण पर फिर से लगा ग्रहण*
आजमगढ़- गांव में एडीएम की चौपाल में खांजहापुर कोहारन पूरा में चकरोड निर्माण के फैसला कुछ लोगों को रास नहीं आया। निर्माण शुरू होते ही गांव के कुछ लोगों द्वारा कार्य रोकवा दिया गया। गांव के लोग तहसील के चक्कर लगाकर थक गए हैं। लेकिन 40 वर्ष बाद शुरू हुआ निर्माण पर फिर से ब्रेक लग गया है।
फूलपुर तहसील के खांजहापुर कहारन के पुरवा और नाऊ के पुरवा को जोड़ने के लिए चकरोड आधा अधूरा बना हुआ था। 40 वर्ष से गांव के कुछ लोगो के द्वारा चकरोड निर्माण में बाधा डाली जा रही थी। जिसे लेकर गांव के लोग काफी परेशान थे। चकरोड निर्माण के लिए गांव के लोग तहसील के चक्कर लगाते लगाते तक चुके थे। इस बीच गांव में 14 सितंबर को उपजिलाधिकारी श्याम प्रताप सिंह की अध्यक्षता में चौपाल लगायी गयी। गांव के लोग इकट्ठा होकर गांव के चौपाल में चकरोड निर्माण का मुद्दा उठाया। उपजिलाधिकारी श्याम प्रताप सिंह ने मौके पर जाकर चकरोड की मापी करायी। दूसरे दिन उपजिलाधिकारी के आदेश पर नायब तहसीलदार ने प्रधान सूबेदार यादव ने चकरोड का निर्माण शुरू करवा दिया।
लोगों का कहना है कि उपजिलाधिकारी ने चौपाल में हम लोगों के चकरोड सम्बन्धी समस्या का तत्काल निस्तारण तो कर दिया ,लेकिन गांव के कुछ लोग अपने घर के महिलाओं को खड़ा करके चकरोड निर्माण कार्य को एक बार पुनः रोक दिया। इस मामले को लेकर हम पुनः उपजिलाधिकारी से शिकायत करेंगे। लोगों ने ये बी कहा कि 40 साल से हम सभी गांववासी रास्ते के लिए परेशान थे । अब चकरोड बन गया है। बीच थोड़ी दूर तक विपक्षी के द्वारा रोका गया है । वह भी शीघ्र अधिकारियों की मदद से बन जायेगा । प्रधान सूबेदार यादव का कहना है कि चकरोड का निर्माण 40 वर्षों से लटका हुआ था। गांव के लोगों ने अधिकारियों से शिकायत किया। उपजिलाधिकारी के आदेश पर चकरोड निर्माण कराया गया है । 40 वर्षों से चली आ रही आवागमन की समस्या का निस्तारण गांव वालों के सहयोग से हो रहा था। एकाध लोग अवरोध बने हैं। जल्द ही उसे भी पूरा करा लिया जाएगा।
Oct 01 2023, 14:26