चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब तारों पर इसरो की नजर, एस सोमनाथ ने बताई आगे की प्लानिंग

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन चंद्रयान 3 की सफलता और सूर्य का अध्ययन करने वाले आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग के बाद तारों का रहस्य से पर्दा हटाने की तैयारी में है। इसरो ने ऐसे तारों के रहस्य सामने लाने की योजना बनाई है जिन पर पर्यावरण होने की बात कही जाती है या फिर जो सौरमंडल से बाहर स्थित हैं।यह जानकारी इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने मंगलवार को दी।

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दिसंबर में हो रही लॉन्च की तैयारी

भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (इनसा) के तत्वावधान में एक व्याख्यान देते हुए सोमनाथ ने कहा कि एजेंसी शुक्र ग्रह (वीनस) के अध्ययन के लिए एक मिशन भेजने और अंतरिक्ष के जलवायु तथा पृथ्वी पर उसके प्रभाव का अध्ययन करने के लिए दो उपग्रह भेजने की योजना भी बना रही है। उन्होंने कहा कि एक्सपोसैट या एक्स-रे पोलरीमीटर सैटेलाइट इस साल दिसंबर में प्रक्षेपण के लिए तैयार है जो समाप्त होने की प्रक्रिया से गुजर रहे तारों का अध्ययन करने के लिए है।

सौरमंडल से बाहर के ग्रहों और तारों का अध्ययन

सोमनाथ के मुताबिक, हम एक्सोवर्ल्ड्स नामक एक उपग्रह की अवधारणा पर भी विचार कर रहे हैं जो हमारे सौरमंडल से बाहर के ग्रहों और अन्य तारों का चक्कर लगा रहे ग्रहों का अध्ययन करेगा।उन्होंने कहा कि सौरमंडल के बाहर 5,000 से अधिक ज्ञात ग्रह हैं जिनमें से कम से कम 100 पर पर्यावरण होने की बात मानी जाती है। सोमनाथ ने कहा कि मंगल पर एक अंतरिक्षयान उतारने की योजना अवधारणा के स्तर पर है।

भारत में रॉकेट में इस्तेमाल होने वाले 95% कलपुर्जे घरेलू

इस दौरान इसरो चीफ ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के रॉकेट में इस्तेमाल की जाने वाली लगभग 95 फीसदी सामग्री, उपकरण और प्रणालियां घरेलू स्रोत से प्राप्त होती हैं। केवल पांच फीसदी विदेश से मंगवाई जाती हैं। इनमें मुख्य रूप से उच्च-स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक घटक शामिल हैं। उन्होंने कहा, यह उपलब्धि राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, रक्षा प्रयोगशालाओं और सीएसआईआर प्रयोगशालाओं सहित विभिन्न भारतीय प्रयोगशालाओं के साथ सहयोग का परिणाम है, जो सामग्री के स्वदेशीकरण, प्रौद्योगिकी क्षमताओं और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करती हैं।

पीएम मोदी ने गुजरात में सीएम रहते हुए दिनों को किया याद, बोले-हमने एक छोटा सा बीज बोया था, आज वो विशाल वटवृक्ष बन गया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उन दिनो को याद किया जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।पीएम मोदी ने आज को अहमदाबाद की साइंस सिटी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 20 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।पीएम मोदी ने वाइव्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का उद्घाटन करते हुए कहा कि उन्होंने एक बीज बोया था जो अब वटवृक्ष बन गया है।

पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, गुजरात ने कई संकट झेले है, गुजरात ने भूकंप और अकाल का संकट झेला है, गुजरात ने आर्थिक संकट भी झेला है।उस समय मैं पहली बार विधायक बना था मेरे लिए सब नया था लेकिन चुनौती बड़ी थी। इस बीच गोदरा की घटना हुई लेकिन मेरा गुजरात पर अपने लोगों पर अटूट भरोसा था। हालांकि जो लोग एजेंडा लेकर चलते हैं वो लोग घाटना का विश्लेषण करने पर जुट गए थे। हमारे संकट में भी मैंने प्रण लिया गुजरात को इसे बाहर निकाल कर रहूंगा।आज मैं एक बात और याद दिलाना चाहता हूं। आज दुनिया जीवंत गुजरात की सफलता देख रही है।

ये सिर्फ ब्रांडिंग नहीं बॉन्डिंग है-पीएम मोदी

समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, मुझे याद है बरसों पहले मैंने एक बार कहा था कि वाइब्रेंट गुजरात ये सिर्फ ब्रांडिंग का आयोजन भर नहीं है बल्कि इससे बढ़कर यह बॉन्डिंग का आयोजन है। दुनिया के लिए ये सफल समिट एक ब्रांड हो सकती है लेकिन मेरे लिए यह एक मजबूत बॉन्ड का प्रतीक है। 20 साल पहले हमने एक बीज बोया था, जो आज बड़ा एक विशाल और वृहद वाइब्रेंट वटवृक्ष बन गया है।

लोग पहले उपहास करते हैं, फिर विरोध करते हैं, फिर स्वीकार कर लेते हैं-पीएम मोदी

स्वामी विवेकानंद जी की बातों को दोहराते हुए उन्होंने कहा था कि हर काम को तीन चरणों से होकर गुजरना पड़ता है। पहले लोग उसका उपहास उड़ाते हैं, फिर उसका विरोध करते हैं फिर उसे स्वीकार कर लेते हैं। खासकर तब जब वो आइडिया उस समय से आगे का हो।

पूर्व की केन्द्र सरकार को कोसा

एक बार फिर पीएम मोदी कांग्रेस पर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा, जो लोग पहले केंद्र सरकार चलाते थे वे गुजरात के विकास को राजनीति से जोड़ते थे। तत्कालीन केंद्र सरकार के मंत्री वाइब्रेंट गुजरात में आने से इनकार करते थे। वे विदेशी निवेशकों को धमकाते थे और उन्हें रोकने की कोशिश करते थे। मैंने गुजरात को निराशा से निकाला और अब दुनिया गुजरात की सफलता देख रही है।

बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने लगाया गंभीर आरोप, बोलीं- इस्कॉन सबसे बड़ा धोखेबाज, कसाइयों को बेचते हैं गाय'

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उत्‍तर प्रदेश के सुल्‍तानपुर से बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने इस्‍कॉन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। सोशल मीडिया पर बीजेपी सांसद मेनका गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस यानी इस्कॉन पर बेहद संगीन आरोप लगाया हैं। मेनका ने आरोप लगाया है कि इस्कॉन अपनी गौशालाओं की गायों को कसाइयों को बेचता है। बता दें कि मेनका गांधी एक पशु अधिकार कार्यकर्ता भी हैं।

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वीडियो में मेनका कहती हैं कि इस्‍कॉन सबसे बड़ा धोखा है। ये लोग गोशाला चलाते हैं। इसके लिए इन्‍हें सरकार से हर तरह से मदद मिलती है। बड़ी-बड़ी जमीनें मिलती हैं। इसके बावजूद आप जब इनके गोशाला में जाएंगे तो आपको एक भी ऐसी गाय नहीं मिलेगी जो दूध देती हो। मेनका ने बताया कि एक बार वह आंध्र प्रदेश के अनंतपुर स्थित इस्‍कॉन के गोशाला में गई थीं। वहां उन्‍हें एक भी बछड़ा नहीं मिला। इसका मतलब है कि ये लोग इन्‍हें कसाईखाने को बेच देते हैं। जितना इस्‍कॉन वाले गायों को कसाइयों के हवाले करते हैं, शायद उतना कोई नहीं करता।

ये वहीं लोग हैं जो....

मेनका गांधी आगे कहती हैं, ये वही लोग हैं, जो सड़क पर 'हरे राम हरे कृष्णा' का जाप करते हुए घूमते हैं और कहते हैं कि उनका पूरा जीवन दूध पर निर्भर है। लेकिन शायद ही किसी ने इतनी ज्यादा गायें कसाइयों को बेची हों, जितनी इन्होंने बेची हैं। अगर ये लोग कर सकते हैं तो फिर अन्य लोगों के बारे में सोचिए।

इस्कॉन ने दिया जवाब

वहीं, इस्कॉन ने आरोपों को निराधार और झूठा बताया। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने कहा कि इस्कॉन न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर गाय और बैल की रक्षा और देखभाल में सबसे आगे रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां गायों और बैलों की जीवनभर सेवा की जाती है, न कि उन्हें कसाइयों को बेचा जाता है, जैसा कि आरोप लगाया गया है।

“इस्कॉन दुनिया के कई हिस्सों में गायों का संरक्षण कर रहा”

मंदिर प्रशासन ने फिर एक बयान जारी किया और कहा, 'इस्कॉन दुनिया के कई हिस्सों में गायों का संरक्षण कर रहा है, जहां पर गोमांस एक मुख्य भोजन है। भारत में इस्कॉन 60 से ज्यादा गौशालाएं चला रहा है। यहां पर सैकड़ों की संख्या में गायों और बैलों की रक्षा की जाती है। उनकी पूरी जिंदगी देखभाल भी होती है। इस्कॉन की गौशालाओं में आने वाली गायें ऐसी होती हैं, जो या तो वध से बचाई गई हैं या फिर वह घायल हो गई थीं।

इराक में शादी समारोह के दौरान लगी भीषण आग, 100 लोगों की मौत, 150 घायल

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इराक के हमदानिया शहर में एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें करीब 100 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 150 लोग जख्मी हो गए। इराक के निनेवे प्रांत में एक शादी समारोह के दौरान भीषण आग लग गई।शादी समारोह के एक हॉल में आग लगने से भगदड़ मच गई। इस दौरान कम से कम 100 लोग मारे गए हैं। मृतकों की संख्या अभी और बढ़ने का अंदेशा है। 150 से अधिक घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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इराकी प्रेस एजेंसी आईएनए ने देश के स्वास्थ्य के प्रवक्ता के हवाले एएफपी से घटना की पुष्टि की है। प्रवक्ता में हादसे में मृत और घायलों की "प्रारंभिक संख्या" का हवाला देते हुए बताया कि निनेवेह प्रांत के स्वास्थ्य अधिकारियों ने "हमदानियाह में एक विवाह हॉल में आग लगने से 100 मृतकों की गिनती की है और 150 से अधिक घायल हुए हैं"।राज्य मीडिया के अनुसार, स्थानीय नागरिक सुरक्षा ने कहा कि जश्न के दौरान आतिशबाजी जलाए जाने के बाद उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में एक बड़े कार्यक्रम हॉल में आग लग गई. जिसके चलते यह भयानक आग लगी।

आग लगने के कारण के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं है।निनेवेह के प्रांतीय गवर्नर नजीम अल-जुबौरी ने कहा कि कुछ घायलों को क्षेत्रीय अस्पतालों में रेफर कर दिया गया है। उन्होंने आगाह किया कि आग से अभी तक हताहतों की कोई अंतिम संख्या नहीं है, जिससे पता चलता है कि मरने वालों की संख्या अभी भी बढ़ सकती है। आग लगने के कारण के बारे में तत्काल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कुर्द टेलीविजन समाचार चैनल रुडॉ की प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि कार्यक्रम स्थल पर आतिशबाजी के कारण आग लगी होगी।

सरकारी मीडिया ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी से संकेत मिलता है कि इमारत अत्यधिक ज्वलनशील निर्माण सामग्री से बनी थी, जिसके कारण यह तेजी से आग के चपेट में आ गई। इराक की नागरिक सुरक्षा ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि समारोह के दौरान आतिशबाजी करने के कारण ही राजधानी बगदाद से करीब 400 किलोमीटर दूर उत्तरी शहर मोसूल के ठीक बाहर स्थित बड़े कार्यक्रम हॉल में आग लगी है।

गैंगस्टरों के खिलाफ एनआईए की बड़ी कार्रवाई, पंजाब, उत्तराखंड समेत 6 राज्यों में 51 जगहों पर छापा

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खालिस्तानी संगठनों और उनसे जुड़े गैंगस्टरों पर भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा नकेल कसने की कवायद जारी है।इसी क्रम में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 6 राज्यों के 51 जगहों पर छापेमारी की है। अनेक राज्यों में हुई ये छापेमारी कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला और लॉरेंस बंबीहा गैंग से जुड़े ठिकानों पर की गई है।एनआईए ने यह कदम आतंकवादियों और ड्रग्स डीलर्ज के बीच साठगांठ को खत्म करने के मकसद से उठाई है। दरअसल, भारत में बैठे आतंकी मददगार विदेशों में रहे रहे आतंकियों और गैंगस्टरों को हवाला चैनल के माध्यम से हथियार और ड्रग्स की सप्लाई करते हैं। 

इन राज्यों में छापेमारी

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार की सुबह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर के इलाकों में छापेमारी की है। एनआईए ने पंजाब के 30 इलाकों में छापेमारी की है, तो वहीं राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-एनसीआर और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी चल रही है। ये छापेमारी 3 मामलों में लॉरेंस बंबीहा और अर्श दल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित ठिकानों पर की गई है। 

खालिस्तान-आईएसआई और गैंगस्टर नेक्सस के खिलाफ मिले सबुत

बता दें कि बीते कुछ दिनों से ये बात उठ रही थी कि केंद्रीय एजेंसियों की ओर से खालिस्तानी नेटवर्क से जुड़े लोगों पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। दरअसल, एनआईए ने खालिस्तान-आईएसआई और गैंगस्टर नेक्सस के खिलाफ कई सारे सबुत इकट्ठा किए हैं। कई गैंगस्टरों से पूछताछ के दौरान भी यह सामने आया है कि वह नेक्सस का इस्तेमाल टेटर फंडिंग, हथियार सप्लाई और विदेशों से देशी विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए करते हैं।

खालिस्तान टाइगर फोर्स पर कड़ा प्रहार

एनआईए की ये कार्रवाई प्रतिबंधित खालिस्तानी खंगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स पर सबसे बड़ा प्रहार मानी जा रही है। अर्शदीप डल्ला के पंजाब और अन्य राज्यों में नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। डल्ला के करीबी हैरी मौर, गुरप्रीत सिंह गुरी और गुरमैल सिंह के ठिकानों पर पंजाब में रेड चल रही है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी और गैंगस्टर भारत मे ओवर ग्राउंड वर्कर को हवाला चैनल से ड्रग्स और हथियार के लिए फंडिंग कर रहे हैं। गैंगस्टर और खालिस्तानियों की इसी फंडिंग की चेन को खत्म करने के लिए इतना बड़ा एक्शन लिया जा रहा है।

निज्जर की हत्या के बाद उठाया ये कदम

एनआईए ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब कनाडा में खलिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि उनकी हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने उन्हें कनाडाई नागरिक बताते हुए भारत पर हत्या का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने कनाडा से भारतीय राजनयिक को भी बाहर कर दिया। इसके जवाब में भारत ने में दिल्ली से कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया और कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा भी रोक दी।

एशियन गेम्स 2023: चौथे दिन शानदार शुरूआत, भारतीय शूटिंग टीम ने जीता गोल्ड, भारत की झोली में अब तक 16 पदक

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19वें एशियाई खेलों के शूटिंग इवेंट में भारत की सुनहरी जीत का सफर लगातार जारी है।चीन की धरती पर हिंदुस्तान की बेटियां कमाल कर रही हैं। एशियाई खेलों में भारत की बेटियों ने एक बार फिर से परचम लहराया है। इस बार 3 बेटियों की पिस्टल से निकली गोली ने गोल्ड पर निशाना साधा है। एशियन गेम्स के चौथे दिन भारतीय प्लेयर्स ने शानदार शुरूआत की। 25 मीटर पिस्टल के रैपिड फायर में भारतीय शूटिंग टीम ने गोल्ड मेडल जीत लिया। भारत के लिए मनु भाकर, ईशा सिंह और रिदम सांगवान की टीम ने कमाल कर दिया है। इसी के साथ भारत को एशियन गेम्स 2023 में कुल चार गोल्ड मेडल हो गए हैं। 

चीन को हराकर जीता सोना

भारत की मनु भाकर, इशा सिंह और रिद्म सांगवान ने मिलकर महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में 1790 अंक हासिल किए। निशाना लगाकर गोल्डन जीत दर्ज करने वाली भारत की तीनों बेटियों में सबसे ज्यादा 590 अंक मनु भाकर ने हासिल किए। भारत ने इस टीम इवेंट का गोल्ड मेडल जीता तो चीन ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। जबकि साउथ कोरिया ने इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

इससे पहले शूटिंग टीम ने रजत पर साधा निशाना

इससे पहले भारतीय शूटिंग टीम ने रजत पदक पर निशाना साधा है। भारत के लिए चांदी वाली जीत भी 3 महिला निशानेबाजों ने मिलकर हासिल की थी, जिनमें आशी चौकसे, मानिनी कौशिक और सिफ्ट कौर शामिल रहीं। भारत ने 50 मीटर 3पी की टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता है। सिफ्ट समरा, आशी चौकसे और मानिनी कौशिक की टीम चीन के जिया सियू, हान जियायु और झांग कियोनग्यू के बाद दूसरे स्थान पर रही। इस बीच सिफ्ट दूसरे स्थान (594-28x) के साथ फाइनल में पहुंची, आशी ने भी छठे स्थान (590-27x) के साथ फाइनल में जगह बनाई। मानिनी (580-28x) के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहीं।

भारत पदक तालिका में सातवें स्थान

इसके साथ ही कुल 16 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में सातवें स्थान पर है। प्रतियोगिता के पहले दिन भारत को पांच, दूसरे दिन छह और तीसरे दिन तीन पदक मिले। इसमें चार स्वर्ण, पांच रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं।

एशियन गेम्स 2023: चौथे दिन शानदार शुरूआत, भारतीय शूटिंग टीम ने जीता गोल्ड, भारत की झोली में अब तक 16 पदक

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19वें एशियाई खेलों के शूटिंग इवेंट में भारत की सुनहरी जीत का सफर लगातार जारी है।चीन की धरती पर हिंदुस्तान की बेटियां कमाल कर रही हैं। एशियाई खेलों में भारत की बेटियों ने एक बार फिर से परचम लहराया है। इस बार 3 बेटियों की पिस्टल से निकली गोली ने गोल्ड पर निशाना साधा है। एशियन गेम्स के चौथे दिन भारतीय प्लेयर्स ने शानदार शुरूआत की। 25 मीटर पिस्टल के रैपिड फायर में भारतीय शूटिंग टीम ने गोल्ड मेडल जीत लिया। भारत के लिए मनु भाकर, ईशा सिंह और रिदम सांगवान की टीम ने कमाल कर दिया है। इसी के साथ भारत को एशियन गेम्स 2023 में कुल चार गोल्ड मेडल हो गए हैं। 

चीन को हराकर जीता सोना

भारत की मनु भाकर, इशा सिंह और रिद्म सांगवान ने मिलकर महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में 1790 अंक हासिल किए। निशाना लगाकर गोल्डन जीत दर्ज करने वाली भारत की तीनों बेटियों में सबसे ज्यादा 590 अंक मनु भाकर ने हासिल किए। भारत ने इस टीम इवेंट का गोल्ड मेडल जीता तो चीन ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। जबकि साउथ कोरिया ने इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

इससे पहले शूटिंग टीम ने रजत पर साधा निशाना

इससे पहले भारतीय शूटिंग टीम ने रजत पदक पर निशाना साधा है। भारत के लिए चांदी वाली जीत भी 3 महिला निशानेबाजों ने मिलकर हासिल की थी, जिनमें आशी चौकसे, मानिनी कौशिक और सिफ्ट कौर शामिल रहीं। भारत ने 50 मीटर 3पी की टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता है। सिफ्ट समरा, आशी चौकसे और मानिनी कौशिक की टीम चीन के जिया सियू, हान जियायु और झांग कियोनग्यू के बाद दूसरे स्थान पर रही। इस बीच सिफ्ट दूसरे स्थान (594-28x) के साथ फाइनल में पहुंची, आशी ने भी छठे स्थान (590-27x) के साथ फाइनल में जगह बनाई। मानिनी (580-28x) के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहीं।

भारत पदक तालिका में सातवें स्थान

इसके साथ ही कुल 16 पदकों के साथ भारत पदक तालिका में सातवें स्थान पर है। प्रतियोगिता के पहले दिन भारत को पांच, दूसरे दिन छह और तीसरे दिन तीन पदक मिले। इसमें चार स्वर्ण, पांच रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं।

आज का इतिहास: 27 सितंबर: आइये जानते हैं इतिहास के पन्नो में दर्ज आज के देश और दुनिया की महत्वपूर्ण घटनायें

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आज 27 सितंबर है आज के दिन देश और दुनिया की कई महत्वपूर्ण घटनाएं है जो इतिहास के स्वर्णिम पन्नो में दर्ज है। यह सूचना आपको इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारी कराएंगी। तो शुरुआत करते हैं और जानते हैं 27 सितंबर के इतिहास में दर्ज घटनाओं पर चर्चा

वर्ष औउर घटनाएं


27 सितंबर 1290: 

चीन के चिली की खाड़ी में भूकंप से करीब एक लाख लोगों की मौत हुई।

27 सितंबर 1760

मीर कासिम बंगाल के नवाब बने।

27 सितंबर 1821 मैक्सिको को स्वतंत्रता मिली।

27 सितंबर 1825

इंग्लैंड में स्टॉकटन-डार्लिंगटन लाइन की शुरुआत के साथ दुनिया का पहला सार्वजनिक रेल परिवहन शुरू हुआ।

27 सितंबर 1940

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इटली, जर्मनी एवं जापान ने धूरी राष्ट्र के समझौते पर हस्ताक्षर किया।

27 सितंबर 1988

अमेरिकी अंतरिक्ष यान ‘डिस्कवरी’ का केप कैनेवरल से प्रक्षेपण।

27 सितंबर 1996

अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान द्वारा क़ाबुल पर अधिकार, पूर्व राष्ट्रपति नजीबुल्लाह एवं उनके भाई को सरेआम फ़ांसी।

27 सितंबर 1998

इंटरनेट सर्च इंजन गूगल की स्थापना हुई।

27 सितंबर 1998

जर्मनी में सम्पन्न हुए चुनाव में गेरहार्ड श्रोयडर ने हेल्मट कोल को हराकर नये चांसलर बने।

27 सितंबर 2003

ध्वनि से भी अधिक तेज़ गति से उड़ने वाले ब्रिटिश एयर के कांकर्ड विमान ने न्यूयार्क से लंदन के लिए आख़िरी उड़ान भरी।

27 सितंबर 2005

बिल गेट्स लगातार ग्यारहवें साल दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति बने।

27 सितंबर 2007 पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए परचा भरा।

27 सितंबर 2009

भारत-पाक के विदेश मंत्रियों की बातचीत शुरू हुई।

आईये जानते हैं 27 सितंबर को जन्मे महान व्यक्ति


27 सितंबर 1848

राधानाथ राय – उड़िया भाषा और साहित्य के प्रमुख कवि।

27 सितंबर 1871 विट्ठलभाई पटेल – 

सरदार पटेल के बड़े भाई एवं प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी।

27 सितंबर 1932

यश चोपड़ा – भारतीय निर्देशक।

27 सितंबर 1953 माता अमृतानंदमयी – भारतीय, धार्मिक नेता।

27 सितंबर 1981

लक्ष्मीपति बाला जी – भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी।

नमन:- आईये जानते हैं 27 सितंबर को निधन हुए महान व्यक्तिओं को.

27 सितंबर 1933

कामिनी राय – प्रमुख बंगाली कवि, सामाजिक कार्यकर्ता और नारीवादी महिला थीं।

27 सितंबर 1968 बृजलाल वियाणी –

 मध्य प्रदेश के प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्त्ता।

27 सितंबर 1972

रंगनाथन, एस. आर. – विख्यात पुस्तकालाध्यक्ष और शिक्षाशास्त्री।

27 सितंबर 2001

कोटला विजय भास्कर रेड्डी – आंध्र प्रदेश के भूतपूर्व 9वें मुख्यमंत्री थे।

27 सितंबर 2004

शोभा गुर्टू – प्रसिद्ध भारतीय ठुमरी गायिका।

27 सितंबर 2008

महेन्द्र कपूर – हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध पार्श्वगायक।

27 सितंबर 2015

सैयद अहमद – भारतीय राजनीतिज्ञ, लेखक और कांग्रेस के सदस्य थे।

27 सितंबर 2020

जसवंत सिंह – भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनेता

आज का मौसम, 27 सितंबर 2023: जानिए सम्पूर्ण भारत में आज क्या है मौसम का पूर्वानुमान

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आज दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अक्षांश 28.3N और देशांतर 72 डिग्री पर है । पूर्व, नोखरा, जोधपुर, बाड़मेर और अक्षांश 25.7 उत्तर और 70.3 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है।दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा बिहार और पश्चिम बंगाल से होते हुए पश्चिम असम तक फैली हुई है।

एक और ट्रफ रेखा दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक फैली हुई है, यह समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।

29 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 30 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम में बढ़ने की उम्मीद है दिशा और धीरे-धीरे तीव्र हो सकती है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की या मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।

ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

जम्मू कश्मीर, हरियाणा के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, तटीय ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, रायलसीमा और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हुई।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटों के दौरान, महाराष्ट्र, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण गुजरात और दक्षिण पूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और रायलसीमा में हल्की बारिश हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोले एस जयशंकर-गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर हम विश्व मित्र बने, कनाडा का नाम लिए बिना दे डाली नसीहत

#s_jaishankar_speech_at_united_nations_general_assembly

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केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत की ओर से नमस्ते! इसके बाद उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद दुनिया के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। विकासशील देशों पर सबसे अधिक दबाव है। विश्वास के पुनर्निर्माण और वैश्विक एकजुटता को फिर से जगाने के इस यूएनजीए के विषय को हमारा पूरा समर्थन है। यह हमारी आकांक्षाओं को साझा करते हुए हमारी उपलब्धियों और चुनौतियों का जायजा लेने का एक अवसर और लक्ष्य है।

एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने जी20 का सफल आयोजन किया और ग्लोबल साउथ की आवाज बना। उन्होंने भारत की G20 अध्यक्षता की तारीफ करते हुए कहा- हमारी पहल से अफ्रीकन यूनियन संगठन का हिस्सा बना है। जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किये जाने से संयुक्त राष्ट्र को भी सुरक्षा परिषद को समसामयिक बनाने की प्रेरणा मिलनी चाहिए।

UNGA में विदेश मंत्री में एस जयशंकर ने कहा कि भारत अलग-अलग साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर अब हमने विश्व मित्र की अवधारणा विकसित की है। यह विभिन्न देशों के साथ जुड़ने और जहां आवश्यक हो, हितों में सामंजस्य स्थापित करने की हमारी क्षमता और इच्छा को दिखाता है।एस जयशंकर ने कहा कि जब हम लीडिंग पावर बनने की आकांक्षा रखते हैं, यह आत्म-प्रशंसा के लिए नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी लेने, योगदान देने के लिए है।

इतना ही नहीं जयशंकर ने कनाडा का बिना नाम लिए कहा कि राजनीतिक सुविधा से आतंकवाद पर कार्रवाई सही नहीं है। संप्रभुता का ख्याल रखा जाना चाहिए। जयशंकर ने कहा कि राजनीतिक सुविधा के हिसाब से आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा पर एक्शन नहीं लेना चाहिए। क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं हो सकता है।

इसके अलावा अपने भाषण में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बदलावों की भारत की मांग को दुनिया के सामने दोहराया। विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा, विश्व की वित्तीय संस्थाओं में बदलाव होना चाहिए। यूएनएसी में बदलाव होना चाहिए। उन्होंने कहा समय बदल रहा है, अब दूसरे देशों की बात सुननी होगी और कुछ देशों का एजेंडा दुनिया पर नहीं थोपा जा सकता है। वे दिन खत्म हो गए जब कुछ देश एजेंडा तय करते थे और उम्मीद करते थे कि दूसरे भी उनके साथ आ जाएंगे।