*ई डब्लू एस कोटे के 13 अभ्यर्थियों को वेरिफिकेशन के नाम पर किया जा रहा परेशान -विनोद राय*

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने बताया कि रेलवे रिक्रूटमेंट सेल द्वारा 2019 में ग्रुप डी में चयनित 403 में से 50 अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दिया गया एवम ईडब्ल्यूएस कोटे के 13 अभ्यर्थियों को जांच और स्क्रीनिंग में मिसमैच दिखाकर लगातार परेशान किया जा रहा है। कर्मचारी जब जाकर आर आर सी कार्यालय में संपर्क करते हैं तो उन्हें वहां से भगा दिया जाता है एवं सही जानकारी नहीं दी जाती है।

अभ्यर्थी परेशान हैं अपनी व्यथा किससे कहें। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने मांग किया कि जब 50 अभ्यर्थियों का वेरिफिकेशन कर लिया गया तब 13 कर्मचारियों को क्यों लटकाया गया है अभ्यर्थियों को सही जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग किया है कि जल्द से जल्द बचे हुए अभ्यर्थियों की सारी प्रक्रिया पूरी कर नियुक्ति दिया जाए। अभ्यर्थी परेशान है उन्हें सही जानकारी उपलब्ध कराई जाए। महामंत्री विनोद राय के साथ पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री दीपक चौधरी, कुलदीप मणि,त्रिपाठी ईश्वर चंद्र विद्यासागर , देवेश सिंह, अंशुमान पाठक,निशांत यादव, इत्यादि पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

*तकनीकी संस्थानों को घिसे पिटे कार्यक्रमों को छोड़ना होगा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीकी संस्थानों को घिसे पिटे कार्यक्रमों को छोड़कर न्यू ऐज कोर्सेस को अपने यहां लागू करना होगा। आज का समय तकनीक का है, इसका उपयोग राष्ट्र निर्माण और लोककल्याण में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2017 तक उत्तर प्रदेश में केवल दो साइबर थाने थे। आज प्रदेश के हर जनपद में एक-एक साइबर थाना है और हर जिले में साइबर हेल्प डेस्क है। इनसे साइबर अपराधों पर लगाम लग रही है।

सीएम योगी ने मंगलवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित नए प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों की यह जिम्मेदारी बनती है कि तकनीकी सहयोग के लिए साइबर थानों के साथ एमओयू करें। आज गोरखपुर जोन की पुलिस ने इस दिशा में अनुभव पहल करते हुए मदन मालयवीय विश्वविद्यालय के साथ एमओयू किया है।

सीएम योगी ने कहा कि देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर उत्तर प्रदेश में है। प्रदेश के तकनीकी संस्थानों को खुद को उससे जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश ईज आॅफ डूइंग बिजनेस में 14वें नंबर था। हमारी सरकार ने सिंगल विंडो पोर्टल निवेश मित्र के माध्यम से इसमें सुधार किया। साथ ही प्रशासनिक तंत्र को भी बाध्य किया कि वह तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए किए गए रिफॉर्म को धरातल पर उतारे। इसी का परिणाम है कि आज यूपी देश में ईज आॅफ डूइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर है।

सीएम योगी ने कहा कि डिजिटल पेमेंट ने भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था लाकर प्रत्येक नागरिक के जीवन में एक नई क्रांति लाई है। देश में सबसे बड़ी युवा आबादी उत्तर प्रदेश के पास है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन डिजिटल इंडिया का लाभ सबसे ज्यादा यहां के युवाओं को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम स्टार्टअप, पीएम मुद्रा, एक जिला एक उत्पाद और मुख्यमंत्री स्वरोजगार जैसी योजनाओं ने प्रदेश के युवाओं में बड़ा परिवर्तन लाया है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में तकनीक के माध्यम से शासन के योजनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं।

सीएम योगी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में 21-25 सितंबर तक इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया गया। इसमें 500 बायर्स आए थे। उसमें उत्तर प्रदेश के दो हजार से अधिक एग्जीबिटर्स भी उपस्थित हुए थे। जिनके माध्यम के दुनिया ने यूपी के इनोवेशन और पोटेंशियल को देखा। यही नहीं ट्रेड शो में लगभग चार लाख लोग घूमने और खरीदारी करने भी पहुंचे थे, जो ट्रेड शो की सफलता को दशार्ता है। सीएम योगी ने कहा कि समाज की आवश्यकता के अनुरूप हम अपनी रिसर्च को आगे बढ़ाएं। इससे परिणाम सुखद होंगे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को सुझाव देते हुए कहा कि हमें समाज और सरकार की योजनाओं के सापेक्ष आगे बढ़ना होगा।

कार्यक्रम में सांसद रवि किशन शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, कुलपति जय प्रकाश पाण्डेय, विधायक फतेहबहादुर सिंह, बिपिन सिंह समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

*कला आचार्य" चित्रकला प्रदर्शनी 2023 का शुभारंभ*

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन ने आज विश्वविद्यालय की अमृत कला वीथिका में राज्य ललित कला अकादमी (संस्कृति विभाग, उ.प्र.) एवं ललित कला एंव संगीत विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित "कला आचार्य" चित्रकला प्रदर्शनी 2023 का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति ने विश्वविद्यालय में बढ़े स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नियमित आयोजन के लिए एक कल्चरल क्लब के शीघ्र गठन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह क्लब ललित कला एवं संगीत विभाग के मार्गदर्शन में संचालित होगा।

प्रदर्शनी को देखने के बाद कुलपति ने कहा यह बहुत सुंदर एक प्रयास है। पेंटिंग किसी भी स्थान को जीवंत बनाती है।

कला भावनाओं का सबसे बेहतर प्रदर्शन है। कुलपति ने कहा कि कला के माध्यम से समाज सुधार किया जा सकता है।

कला के माध्यम से करें विश्वविद्यालय की ब्रांडिंगललित कला एवं संगीत विभाग से कुलपति ने कहा कि आप कला के माध्यम से विश्वविद्यालय की ब्रांडिंग करें।

आप सब कुछ इनोवेटिव सोचिए। नैक का लोगो तथा लेटर हेड डिजाइन करे, एक फॉन्ट स्टैंडर्ड बनाये जिससे एकरूपता आये और जो यूनिवर्सिटी का सिग्नेचर बने।कुलपति ने कहा कि वो प्रयास करेंगी जिससे ललित कला एवं संगीत विभाग को एक संकाय बनाया जाए। प्रो टंडन ने यह भी कहा कि विभाग से मिलने वाली स्नातक तथा परास्नातक डिग्री को प्रोफेशनल डिग्री का दर्जा मिले इस दिशा में भी प्रयास किया जाएगा।

35 कला आचार्यों की कृतियां प्रदर्शित

कला आचार्य प्रदर्शनी में कुल 35 कला आचार्यों की कृतियां प्रदर्शित की गई इसमें 31 चित्र तथा चार आकर्षक मूर्तियां सम्मिलित थी। प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान मुख्य अतिथि को अनेक कृतियां प्रभावशाली लगीं। प्रो टंडन ने कहा कि कलाकार समाज का महत्वपूर्ण अंग होता है वह अपनी कला के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन करता है। कलाकृतियां मानव जीवन को बेहतर और खूबसूरत बनाती हैं।

यह भी कहा कि भारत के अधिकांश विश्वविद्यालय में बी०एफ०ए०(बैचलर आॅफ फाइन आर्ट) तथा बी० वी० ए०(बैचलर आफ विजुअल आर्ट) जैसे 4 वर्षीय कोर्स संचालित किए जाते हैं मैं पूरा प्रयास करूंगी की गोरखपुर विश्वविद्यालय में भी फाईन आर्ट से संबंधित यह कोर्स संचालित हो जिससे यहां के छात्र-छात्राओं का समग्र कलात्मक विकास हो सके।

अधिष्ठाता कला संकाय प्रो कीर्ति पांडे ने कहा कि लंबे समय बाद अमृता कला वीथिका में प्रदर्शनी का आयोजन हो रहा है यह बहुत ही सुखद यहां हमेशा कलात्मक गतिविधि आवश्यक है इससे नवोदित कलाकार लाभान्वित होंगे । विशिष्ट अतिथि ललित कला विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि प्रदर्शनी में कलाकारों ने अलग-अलग विषयों पर अपने भावनाओं के अनुरूप कलाकृतियों का सृजन किया है जो अत्यंत ही मनमोहक एवं संदेश परख है ।

प्रदर्शनी की संयोजिका प्रो उषा सिंह ने कहा कि कुलपति प्रो पूनम टंडन के सफल नेतृत्व में हमारा कला विभाग तथा गोरखपुर विश्वविद्यालय निश्चित ही अपने शिखर पर होगा। इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी, पूर्व कला अधिष्ठाता प्रोफेसर नंदिता आई०पी० सिंह, डॉ गौरी शंकर चौहान, डॉ०प्रदीप साहनी, डॉ० शुभांकर दे, डॉ प्रदीप राजोरिया, डॉ०महेंद्र कुमार सिंह, डॉ० कुसुम रावत, डॉ० शैलेश सिंह, शोध छात्र अमन कुमार रौनियार, अजय कुमार, चंदन सिंह, देवानंद गुप्ता, मनिंद्र साहनी, कीर्ति वर्मा, प्रगति चौधरी तथा अनेक कला आचार्य और छात्र/ छात्राएं मौजूद रहें।

*ईद मिलादुन्नबी : रंगबिरंगी लाइट से सजने लगी मस्जिदें, इस्लामी झंडों की खूब हो रही बिक्री*

गोरखपुर। आगामी गुरुवार 28 सितंबर को पड़ने वाले ईद मिलादुन्नबी त्योहार की तैयारियां जोरों पर हैं। शहर की तमाम मस्जिदें रंगबिरंगी लाइटों व इस्लामी झंडों से सजाई जा रही हैं। मुस्लिम बाहुल्य गली मोहल्लों को इस्लामी झंडों व रंगबिरंगी झंडियों से सजाने की तैयारी चल रही है। बुधवार को ईद मिलादुन्नबी त्योहार की पूर्व संध्या पर जगह-जगह महफिल व जलसे होंगे। गुरुवार की सुबह से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला जाएगा। जिसका सिलसिला देर रात तक चलता रहेगा। शहर में ईद मिलादुन्नबी जलसों का सिलसिला तेज हो गया है। पूरे महीने ईद मिलादुन्नबी के जलसे होंगे।

ईद मिलादुन्नबी पर निकलने वाले जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान अकीदतमंदों के जरिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले इस्लामी झंडे, बिल्ले, अमामा शरीफ, रंगबिरंगी झंडिया, बैज आदि की बिक्री तेज हो गई है। शहर के अलग-अलग बाजारों में जुलूस-ए-मोहम्मदी से संबंधित सामानों की बिक्री जोर-शोर से जारी है। सजावटी सामनों के लिए मशहूर नखास चौक इन दिनों इस्लामिक झंडों, रंगबिरंगी झंडियों और बैनरों से पटा पड़ा है। यहां की दुकानों में दस रूपये से लेकर तीन सौ रूपये तक के झंडे, बैनर व अन्य सजावटी सामान उपलब्ध है।

नखास पर जमाल बुक डिपो, अली बुक डिपो आदि पर जुलूस-ए-मोहम्मदी में इस्तेमाल होने वाले सामानों की बिक्री का सिलसिला जारी है। मोहम्मद हारून, मोहम्मद गुलरेज अहमद, खुर्शीद जमाल, अख्तर जमाल, अली गज़नफर शाह ने बताया कि अन्य जिलों से भी लोग गोरखपुर खरीदारी करने आ रहे हैं। ईद मिलादुन्नबी करीब होने की वजह से बिक्री में तेजी है। वहीं जुलूस में शामिल होने वाले प्रसिद्ध मस्जिदों व मकबरों के मॉडल बनाने के काम में भी तेजी आ गई है।

नायब काजी मुफ़्ती मोहम्मद अज़हर शम्सी ने बताया कि हज़रत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर आखिर रसूल-ए-पाक हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम तक जितने भी नबी व रसूल इस दुनिया में आये, वह सब इंसानों को तौहीद, एकता और इंसानियत की दावत देने के लिए आए। आख़िरी रसूल-ए-पाक हज़रत मोहम्मद सल्ल्लाहु अलैहि वसल्लम पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए। आपने इंसानों को उसके हकीकी मालिक से मिलाया। रसूल-ए-पाक पर नाज़िल होने वाली किताब कुरआन-ए-पाक भी एक विशेष क़ौम व मिल्लत के लिए नहीं बल्कि उसमें सभी इंसानों के लिए अल्लाह का संदेश है व हिदायत है। ईद मिलादुन्नबी त्योहार में सभी को शामिल करें। अमन शांति से त्योहार मनाएं। प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करें। मोहब्बत का पैग़ाम दें। जलसा, महफिल-ए-मिलादुन्नबी के जरिए रसूल-ए-पाक की तालीमात को आम करें। आतिशबाजी, डीजे, हुड़दंग आदि से सख्ती के साथ बचें।

*श्री गणेश की भव्य श्रृंगार, चढ़े मोदक व लड्डू, बजे घण्ट गड़ियाल, हुईं मनमोहक आरती*

गोरखपुर । श्री गणेश उत्सव के अंतर्गत महा आरती का आयोजन कालीबाड़ी स्थित विघ्न विनाशक के मूर्ति के समीप किया गया तत्पश्चात भारी संख्या में उपस्थित भक्तजनों में प्रसाद आदि का वितरण भी किया गया इस अवसर पर

तप और समर्पण के इस पर्व पर सृष्टि के पालनकर्ता विघ्नहर्ता सिद्धिविनायक श्री गणेश जी से सभी की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए सभी व्रतियों ने श्री गणेश के साथ सभी आराध्यो की पूजा अर्चना की ।

हम सब के आराध्य की ये पूजा अर्चना इन्हें समर्पित है ताकि पृथ्वी पर हमेशा खुशाली व शांति बनी रहे, इस अवसर पर ओम प्रकाश ने शानदार रंगोली, व अपने भक्ति में संगीत से सबका मन मोह लिया ।श्री संकट मोचन काली बाड़ी मंदिर परिवार व डॉ अशोक कुमार श्रीवास्तव फैंस क्लब के सहयोगी जन व क्षेत्रीय जन भारी संख्या में उपस्थित थे जिसमें सर्वप्रथम ख्यातिलब्ध धमार्चार्य महंत रविंद्र दास उर्फ काली बाड़ी वाले बाबा, श्री दुर्गा प्रसाद बाबूजी, बी एन बैजल , ज्योतिषाचार्य मनीष जी, रेलवे ऐक्टिविस्ट ई. रंजीत कुमार, सोशल एक्टीविस्ट इं. संजीत कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता मंजीत कुमार (बाबु),अनिल चौरसिया गुड्डू,राहुल सैनी,मनोज अग्रवाल,इंजी प्रदीप कुमार ,डॉ मनोज कुमार ,इंजी. रंजीत कुमार, इंजी. अनुभव कुमार, इंजी. प्रखर कुमार ,इंजी. अभिराज श्रीवास्तव मानित बाबू, मांगरिश बाबु , शिखर बाबू, बिपिन जी, अजय शर्मा, मुख्य पुजारी उपेंदर मिश्रा सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

*दीनदयाल जी के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए विद्यार्थियों को सामाजिक कार्य से जोड़ने की आवश्यकता: कुलपति*

गोरखपुर: पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 107वीं जयंती दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिवार ने एकात्म मानवदर्शन के प्रणेता को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन ने प्रशासनिक भवन स्थित दीनदयाल जी की प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

'एकात्म मानवदर्शन: एक सम्पूर्ण विचार' विषयक संगोष्ठी का आयोजनइसके बाद दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ द्वारा दीनदयाल जी की 107वीं जयंती के स्मृति में संवाद भवन में 'एकात्म मानवदर्शन: एक सम्पूर्ण विचार' विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती एवं पं दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया।

संगोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में सुभाष , प्रान्त प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोरक्षप्रांत ने अपने उद्बोधन में दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन एवं चरित्र को बताते हुए एकात्म मानववाद दर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि पं. दीनदयाल जी का विचार व्यक्तिगत नहीं है, भारत का विचार है और भारत का विचार सनातन संस्कृति का विचार है। दुनिया टुकड़ो-टुकड़ो में विचार करता है तो भारत समग्रता से विचार करता है। भारत का विचार लोक मंगल का विचार है। आज के परिप्रेक्ष्य में उसको जानना आवश्यक है। उन्होनें कहा कि दीनदयाल जी का विचार एकात्मक मानवदर्शन है। एकात्म मानववाद का अर्थ लोक कल्याण का काम है। राष्ट्रभाव का उदय और विश्व कल्याण की भावना ही एकात्म मानवदर्शन है। उन्होने यह भी कहा की दीनदयाल जी बन्द दिमाग के व्यक्ति नहीं थे। दुनिया के हर अच्छी बात को वे ग्रहण करते थे और उसका परिष्कार करते थे। दीनदयाल जी कहते थे कि विदेशो की बातों को अगर ग्रहण करना है तो उसे स्वदेशानुकुल बना कर ग्रहण करना होगा। श्री सुभाष जी पुरूषार्थ की चर्चा करते हुए कहा कि शरीर का आनन्द, मन का आनन्द, बुद्धि का आनन्द तथा आत्मिक आनन्द- ये सब पुरूषार्थो से पूरा होगा। अर्थ पुरूषार्थ के बारे में उन्होनें कहा कि अर्थ का अभाव नहीं चाहिए तथा अर्थ का प्रभाव भी नहीं चाहिए। काम और अर्थ दोनो धर्म पुरूषार्थ के अधीन होना चाहिए।

दीनदयाल जी के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए विद्यार्थियों को सामाजिक कार्य से जोड़ने की आवश्यकता

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन जी ने कहा कि दीनदयाल जी समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने की बात करते थे। हमें कार्य करना है जिससे विद्यार्थियों को सामाजिक कार्य में जोड़ कर अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मुख्य धारा में लाने का प्रयास करना चाहिए।

कुलपति ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए विशेष है। दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन बहुत कठिन रहा है। उनसे प्रेरणा लेते हुए हमारा जीवन कितना भी कठिन क्यों न हो उनके विचारों पर चलकर हम कुछ भी कर सकते हैं। उनके विचारों पर चलकर विश्वविद्यालय का दीनदयाल शोध पीठ कार्य करे। साथ ही इसी प्रकार सभी महापुरुषों को विश्वविद्यालय के पाठ्क्रम में सम्मिलित किया जाए तथा यह शोधपीठ भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दीनदयाल जी के विचारों को आगे लेकर जाए। आज दीनदयाल जी के जन्म दिवस पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं।

अतिथियों का परिचय एवं संगोष्ठी की प्रस्ताविकी दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ के निदेशक डॉ0 कुशल नाथ मिश्रा जी द्वारा प्रस्तुत किया गया।

संगोष्ठी में शोधपीठ के सदस्य डॉ. मीतू सिंह एवं डॉ. रंजन लता आदि उपस्थित रहें। इस संगोष्ठी में उपस्थित सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव महोदय के शब्दो को संचालक डॉ. शैलेष कुमार सिंह, उप-निदेशक, दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ ने किया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठातागण, शिक्षकगण, सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएं भारी संख्या में उपस्थित रहे।

*रेलवे चिकित्सालय में किया फार्मासिस्ट कर्मियों का सम्मान*

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने आज ललित नारायण मिश्र रेलवे केंद्रीय चिकित्सालय के झिंगरन हाल में फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर फार्मासिस्ट कर्मियों का माल्यार्पण कर सम्मान किया। इस अवसर पर नेशनल फेडरेशन आॅफ इंडियन रेलवे मैन नई दिल्ली के केंद्रीय महामंत्री डॉ एम राघवैया ने शुभकामना संदेश दिया है। अपने संदेश में डॉक्टर एम राघवैया ने कहा है कि फार्मासिस्ट संवर्ग के वित्तीय उन्नयन हेतु हायर ग्रेड पे देने एवं एम ए सी पी एस से संबंधित मैटर डिपार्टमेंटल एनॉमिली कमेटी एवं नेशनल एनॉमली कमेटी मैं नेशनल फेडरेशन आॅफ इंडियन रेलवे मैन ने उठाया है एवं लागू करने के लिए सतत प्रयासरत हैं।

फार्मासिस्ट डे कार्यक्रम में बोलते हुए महामंत्री विनोद राय ने कहा कि फार्मासिस्ट कर्मी स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है। फार्मासिस्ट कर्मी पूरी मेहनत और लगन के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में अपना योगदान दे रहे हैं। कोरोना महामारी के समय इन्हीं फार्मासिस्ट कर्मियों ने अपनी जान पर खेल कर बीमारों की सेवा किया था, हम रेल कर्मी उसे भूल नहीं सकते। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ सभी फार्मेसिस्ट कर्मी के उज्जवल भविष्य की कामना करता है एवं फार्मासिस्ट दिवस पर बधाई संदेश देता है।कार्यक्रम में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री दीपक चौधरी, कुलदीप मणि त्रिपाठी, ईश्वर चंद्र विद्यासागर ,देवेश सिंह, अंशुमान पाठक,निशांत यादव इत्यादि पदाधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित रहे।

*टीबी मरीज के प्रत्येक निकट सम्पर्की के लिए टीबी जांच और बचाव की दवा खाना अनिवार्य*

गोरखपुर।एक टीबी मरीज समय से जांच और इलाज न होने पर वर्ष भर में दस से पंद्रह लोगों को टीबी से संक्रमित कर सकता है । यही वजह है कि टीबी का नया मरीज मिलने पर उसके प्रत्येक निकट संपर्की की भी टीबी जांच कराई जानी चाहिए और अगर निकट संपर्की में टीबी की पुष्टि नहीं होती है तब भी छह माह तक उसे बचाव की दवा दी जानी चाहिए । अगर टीबी की पुष्टि हो जाती है तो निकट संपर्की की भी टीबी की दवा शुरू करा देनी है । इस संबंध में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारियों को सतत चिकित्सा शिक्षा के माध्यम से जागरूक किया गया है ।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने बताया गया कि प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट आॅफ टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी (पीटीपीटी) विषय पर चिकित्सा अधिकारियों का अभिमुखीकरण सेंटर फॉर हेल्थ रिसर्च एंड इनोवेशन (सीएचआरआई) संस्था के सहयोग से प्रेरणा श्री सभागार में शनिवार को किया गया । उन्हें चेस्ट फिजिशियन एएन त्रिगुण ने एक्स रे तकनीकी की विस्तार जानकारी प्रदान की । साथ ही उन्हें बताया गया कि ओपीडी के कम से कम पांच फीसदी टीबी के संभावित लक्षण वाले मरीजों को टीबी जांच के लिए अवश्य रेफर करें। जो भी नये टीबी मरीज मिलते हैं उनकी कांटैक्ट ट्रेसिंग कराई जाए और उनके निकट संपर्कियों की भी टीबी जांच हो ।

राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह ने कहा कि टीबी मरीजों को नोटिफिकेशन, टीबी सेंस्टिविटी की जांच, एचआईवी व मधुमेह जांच, टीबी उपचार सफलता दर, निक्षय पोषण योजना और डीआर टीबी के शीघ्र उपचार जैसे नौ संकेतांकों की प्रत्येक ब्लॉक में समीक्षा की जाए और अच्छे परिणाम देने के प्रयास किये जाएं। उन्होंने टीबी मुक्त पंचायत अभियान के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी । सीएचआरआई के ड्रिस्ट्रिक्ट लीड अमित कुमार श्रीवास्तव ने कांटैक्ट ट्रेसिंग और टीपीटी (टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी) के लिए जीत टू प्रोजेक्ट के तहत किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया और इस कार्य में काउंसिलिंग की महत्ता पर जोर दिया । पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र और मिर्जा आफताब बेग ने कहा कि निजी क्षेत्र के टीबी मरीजों की भी कांटैक्ट ट्रेसिंग कराना अनिवार्य है और उनके निकट सम्पर्कियों को भी बचाव की दवा दी जानी है। इस अवसर पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अश्वनी चौरिया समेत सभी ब्लॉक के चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे ।

7834 मरीजों की हो चुकी है कांटैक्ट ट्रेसिंग

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जिले में इस समय टीबी के 9079 मरीज इलाज करवा रहे हैं। इनमें से 7834 मरीजों की कांटैक्ट ट्रेसिंग पूरी हो चुकी है और बाकी की ट्रेसिंग भी प्रक्रिया में है। प्रत्येक टीबी मरीज के परिजनों से अपील है कि वह इस कार्य में सहयोग करें और लक्षण न होने के बावजूद टीबी की जांच कराएं। बीमारी न भी निकले तब भी बचाव की दवा का सेवन अवश्य करें।

*जन जन तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य और पोषण सेवाएं पहुंचाने की पहल*


गोरखपुर।जिले के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य और पोषण से संबंधित गुणवत्तापूर्ण सेवाएं पहुंचाने के लिए आशा और आंगनबाड़ी के कार्यक्षेत्र का नये सिरे से संरेखण (एकरूपता) किया जाएगा । इसके लिए सोशल मैपिंग की पहल की गयी है । संरेखण और मैपिंग के संबंध में 146 जिला स्तरीय अधिकारियों और ब्लॉक स्तरीय संबंधित अधिकारियों को विकास भवन सभागार में तीन दिनों का प्रशिक्षण दिया गया है । प्रत्येक ब्लॉक में इस कार्य को सम्पन्न कराने के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर दिये गये हैं ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा के दिशा निर्देशन में उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) की टीम की मदद से स्वास्थ्य, आईसीडीएस और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण मिला है । प्रशिक्षण के जरिये हम सभी को बताया गया है कि राजस्व गांव को आधार मानते हुए आंगनबाड़ी के कार्यक्षेत्र के हिसाब से आशा कार्यकर्ता का कार्यक्षेत्र भी निर्धारित होगा । इससे कई प्रकार के फायदे होंगे। एक आशा के क्षेत्र में कई आंगनबाड़ी अथवा एक आंगनबाड़ी के क्षेत्र में कई आशा कार्यकर्ता न होने से कार्य में समन्वय आसान हो जाएगा । किसी भी अभियान के दौरान त्रुटिरहित ड्यू लिस्ट तैयार होगी और जन जन तक सुविधाएं पहुंच सकेंगी। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं की समाज में स्वीकार्यता बढ़ेगी और कोई ऐसा क्षेत्र नहीं बचेगा जहां स्वास्थ्य और पोषण संबंधी सेवाओं को पहुंचाने के लिए यह अंग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता मौजूद न हों ।

प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके उरूवा ब्लॉक के बाल विकास परियोजना अधिकारी सौरभ ने बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिनव कुमार मिश्र के निर्देश पर प्रतिभागिता की गयी । प्रशिक्षण में मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहले ब्लॉक स्तर पर मुख्य सेविका को इस पहल के बारे में जानकारी दी जाएगी । साथ ही संबंधित ब्लॉक के चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर जमीनी स्तर के कार्य को पूरा करना है । संरेखण के कार्य से पोषण व स्वास्थ्य सेवा से असेवित क्षेत्र के छूटने की आशंका कम हो जाएगी । प्रभावी और संयुक्त कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी और ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक आंकड़ों का साझाकरण भी आसान होगा ।

1000 की आबादी पर देती हैं सेवाएं

आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 1000 की आबादी पर सेवा देनी होती है। जिले में इस समय करीब 3739 आशा कार्यकर्ता और 3589 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं । आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती, शून्य से छह वर्ष के बच्चों और किशोरियों को स्वास्थ्य व पोषण सेवाएं दिलवाती हैं। आशा कार्यकर्ता हर आयु वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सेवा और मां व बच्चे को स्वास्थ्य के साथ साथ पोषण संबंधी सेवाओं को प्रदान करवा रही हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि दोनों अग्रिम पंक्ति कार्यकतार्ओं के कई कार्य एक समान हैं। ऐसे में कार्यक्षेत्र में भी एकरूपता आने से समन्वय बना कर कार्य करने में आसानी होगी । इस संबंध में यूपीटीएसयू की राज्य टीम से अर्चना शुक्ला, मिथिलेश पाठक और श्वेता पांडेय ने प्रशिक्षण दिया और जिला प्रतिनिधि अरविंद ने सहयोग प्रदान किया है ।

डीएम ने नियुक्त किये ब्लॉक स्तरीय नोडल

जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्णा करूणेश ने पत्र जारी कर संरेखण व सोशल मैपिंग के कार्य के लिए प्रत्येक ब्लॉक में नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। पत्र के अनुसार जिला विकास अधिकारी को सहजनवां, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शहरी क्षेत्र, परियोजना निदेशक को पिपरौली, जिला पूर्ति अधिकारी को खोराबार, जिला युवा कल्याण अधिकारी को उरूवा, जिला विद्यालय निरीक्षण को गोला, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी को कौड़ीराम, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पिपराईच, परियोना अधिकारी नेडा को जंगल कौड़िया, जिला कृषि अधिकारी को बड़हलगंज, जिला प्रोबेशन अधिकारी को खजनी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को सरदारनगर, जिला पंचायत राज अधिकारी को चरगांवा, दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी को बांसगांव, जिला मलेरिया अधिकारी को कैम्पियरगंज, जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) को गगहा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी को बेलघाट, एआर कोआपरेटिव अधिकारी को ब्रह्मपुर, जिला समाज कल्याण अधिकारी को भटहट और जिला बचत अधिकारी को पाली ब्लॉक का नोडल बनाया गया है।

*मनरेगा कार्यों में लापरवाही और गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं- सौरभ श्रीवास्तव*

खजनी/ गोरखपुर।गांवों में मनरेगा के द्वारा कराए जाने वाले विकास कार्यों में लापरवाही और उनकी गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।मानक के विपरीत और कार्य में लापरवाही मिलने पर जांच के बाद संबंधित ग्रामप्रधानों अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मनरेगा एक्ट के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

खजनी ब्लॉक मुख्यालय में नियुक्ति के बाद पहली बार पहुंचे डिप्टी कमिश्नर मनरेगा सौरभ श्रीवास्तव ने ब्लॉक के बीडीओ रमेश कुमार शुक्ला तथा सभी सचिवों,तकनीकी सहायकों,एपीओ,मनरेगा एकाउंटेंट,कंप्यूटर आपरेटर के साथ महत्वपूर्ण बैठक करते हुए निर्देश दिया कि मनरेगा मजदूरों को काम न मिलने की शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेताया कि सीएम का गृह जनपद होने के कारण विकास कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।

इस दौरान डीसी मनरेगा ने सरयां तिवारी गांव में पहुंच कर मनरेगा से बने अमृत सरोवर का निरीक्षण भी किया। उन्होंने ने अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक विभागीय दिशा निर्देश भी दिए।