नई सियासी उलझन में फंसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, हाथ से निकल सकती है 'वायनाड लोकसभा सीट', पढ़िए, पूरी खबर

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर सियासी उलझन का सामना कर रहे हैं। राहुल गांधी, जो लगातार तीन बार अमेठी से सांसद रहे थे, उन्हें 2019 के लोकसभा चुनावों में उस समय एक एक बड़ा झटका लगा, जब वह कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए। ईरानी ने इस ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण सीट पर 55,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, जो कभी पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी के पास थी। अमेठी से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी ने कई बार जीत दर्ज की है, राहुल गांधी भी 3 बार इस सीट से सांसद रहे। इतनी हाई प्रोफाइल सीट होने के बाद भी अमेठी विकास के मामले में काफी पीछे रहा। 2019 में पीएम मोदी ने यहा राइफल फैक्ट्री का उद्घाटन किया था, जिससे लोगों को रोज़गार मिला, इसके अलावा उसी समय प्रधानमंत्री ने जिले में 538 करोड़ रुपये की 17 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया था। जिसके बाद हुए चुनाव में जनता ने भाजपा की झोली में ये सीट डाल दी।

हालांकि, राहुल गांधी अमेठी में हार का सामना करने के बाद केरल के वायनाड से जीत हासिल कर अपना राजनीतिक सम्मान बचाने में कामयाब रहे थे। कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले अमेठी में हार के बाद वायनाड ने उन्हें बहुत जरूरी समर्थन प्रदान किया। फिर भी, हालिया समाचारों से पता चलता है कि I.N.D.I. गठबंधन के घटक दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी को वैकल्पिक निर्वाचन क्षेत्र तलाशने की सलाह दी है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने सिफारिश की है कि राहुल गांधी को वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। हाल ही में पार्टी की एक बैठक के दौरान, वामपंथी पार्टी के राज्यसभा सांसद पी. संदोष कुमार ने प्रस्ताव दिया था कि कांग्रेस को राहुल से अपने सहयोगियों (वामपंथी दलों) के बजाय सीधे भाजपा से मुकाबला करना चाहिए। यानी, ऐसी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए, जिसमे उनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार से हो। इस घटनाक्रम ने राहुल गांधी की भविष्य की चुनावी पसंद और वह आगामी चुनाव किस निर्वाचन क्षेत्र से लड़ने का फैसला कर सकते हैं, को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

यह बहस सोशल मीडिया तक भी पहुंच गई है, कुछ लोगों ने सुझाव दिया है कि राहुल गांधी को अपना अगला निर्वाचन क्षेत्र चुनने में दुविधा का सामना करना पड़ सकता है। बात दें कि, इससे पहले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि वायनाड में राहुल गांधी इसलिए जीते, क्योंकि वहां 'मुस्लिम लीग' है और मुस्लिम वोटों के कारण ही कांग्रेस वो सीट जीतने में कामयाब रही, जबकि जहाँ मुस्लिम नहीं थे उस अमेठी में राहुल की करारी हार हुई। इससे इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या राहुल गांधी एक बार फिर किसी मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या फिर दोबारा अमेठी से ही दावेदारी पेश करेंगे। बहरहाल, इस मामले पर अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान को मिलेगा दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया ऐलान

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दिग्गज एक्ट्रेस वहीदा रहमान को इस साल के दादा साहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें यह अवॉर्ड भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की है।

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है। अनुराग ठाकुर ने लिखा है, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान महसूस हो रहा है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके शानदार योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।

अनुराग ठाकुर ने आगे लिखा, 'ऐसे वक्त में जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद से पारित किया गया है, तब वहीदा रहमान को इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाना गर्व की बात है। दिग्गज अदाकारा को यह सम्मान दिया जाना वास्तव में हिंदी सिनेमा की महिलाओं के लिए एक ट्रिब्यूट सरीखा है। इसके लिए वहीदा जी को बहुत बहुत बधाई'।

वहीदा रहमान ने तेलुगू फिल्मों से एक्टिंग के करियर की शुरुआत की थी। वहीदा रहमान ने करियर की शुरुआत साउथ सिनेमा की फिल्म 'रोजुलू मराई' से की। वो फिल्मों में आइटम नंबर ज्यादा किया करती थीं। एक दिन गुरदत्त की नज़र वहीदा रहमान पर पड़ी और उनकी किस्मत बदल गई। वहीदा रहमान को हिंदी फिल्मों में लाने वाले गुरदत्त ही थे।

60- 70 के दशक में वहीदा रहमान ने सिनेमा पर राज किया। उनकी शानदार एक्टिंग, डांस-एक्टिंग और खूबसूरती के लाखों दीवाने हैं. वहीदा रहमान और देव आनंद की जोड़ी को फैंस खूब पसंद करते थे। ‘सीआईडी’ से लेकर ‘गाइड’ तक दोनों ने साथ में कई शानदार फिल्में की हैं।प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहब बीवी और गुलाम, गाइड और खामोशी जैसी कई चर्चित फिल्मों में उन्होंने अपने अभिनय का कमाल दिखाया है। अपने पांच दशक से अधिक की अभिनय यात्रा में पद्मश्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित वहीदा जी ने एक भारतीय नारी के समर्पण और सामर्थ्य का उदाहरण पेश किया है'।

अशोक गहलोत सरकार के मंत्री पर कसा शिकंजा, राजेंद्र यादव के घर ईडी की रेड

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राजस्थान सरकार में गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव और उनके नजदीकियों के ठिकानों पर दिल्ली से आई ईडी की टीम ने छापा मारा। मंगलवार अल सुबह ईडी की टीमें राजेंद्र यादव के ठिकाने पर पहुंची और रेड की कार्रवाई शुरू की। ईडी ने यह कार्रवाई मिड डे मिल में घोटाले को लेकर की है। इसको लेकर ईडी ने सूबे के गृह राज्यमंत्री यादव के जयपुर, कोटपूतली, बहरोड़ और विराटनगर सहित 10 ठिकानों पर दबिश दी है।

मंत्री राजेन्द्र यादव का कारोबार काफी बड़ा है। एजुकेशन से जुड़े कामकाज के साथ कई तरह के प्रोडेक्ट बनाने की फैक्ट्रियां है। इन फैक्ट्रियों और फैक्ट्रियों के दफ्तरों में अल सुबह ही ईडी की टीमें पहुंच गई। कोटपूतली इलाके में पोषाहार बनाने की एक फैक्ट्री है। उनके खिलाफ पोषाहार वितरण में धांधली करने के आरोप पूर्व में लगे थे। करीब सालभर पहले यहां आयकर विभाग की टीमों ने भी कार्रवाई की थी। अब इन्हीं ठिकानों पर ईडी की रेड हुई है।

बता दें कि पिछले साल मिड डे मील घोटाले को लेकर इनकम टैक्स ने मंत्री राजेंद्र यादव के जयपुर और कोटपूतली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। 7 सितंबर 2022 को इनकम टैक्स विभाग ने भी मंत्री यादव के 53 ठिकानों पर छापा मारा था। अब इन्हीं ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है।

दिल्ली में चोरी की बड़ी वारदात, 25 करोड़ की ज्वेलरी पर हाथ साफ, शोरूम की छत काटकर घुसे थे चोर

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चोरों ने बड़ा हाथ साफ किया है। दिल्ली के भोगल इलाके में चोरों ने एक ज्वेलरी शोरूम में दीवार तोड़कर चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। चोरों ने 25 करोड़ से ज्यादा की लूट को अंजाम दिया है। पुलिस शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है।

शोरूम के मालिक के मुताबिक, करीब 20 से 25 करोड़ की चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है। वह रविवार को दुकान बंद करके गए थे तब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं था। शोरूम की सोमवार को छुट्टी रखी जाती है। मंगलवार की सुबह जब शोरूम खोला गया तो सभी हक्के-बक्के रह गए। शोरूम में रखी पूरी ज्वेलरी गायब है। शोरूम की दीवार में स्ट्रॉन्ग रूम के पास बड़ा छेद दिखाई दिया। बताया जा रहा है कि चोर दीवार में छेद कर शोरूम में स्ट्रांग रूम तक पहुंचे होंगे।

पुलिस फिलहाल शोरूम में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में लगी हुई है. साथ ही आस-पास के लोगों और शोरूम के स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है।

मणिपुर में इंटरनेट सेवा बहाल होते ही दो लापता छात्रों के शवों की तस्वीरें वायरल, राज्य सरकार ने की संयम बरतने की अपील

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मणिपुर में फैली हिंसा के बाद स्थिति में सुधर को दिखते हुए इंटरनेट सेवाओं को बहाल किया गया है। हालांकि इंटरनेट सेवा शुरू होने के साथ ऐसा कुछ हो गया है, जिसके बाद फिर हिंसा भड़कने की आशंका जताई जा रही है। जिसके बाद राज्य सरकार ने जनता से संयम बरतने और अधिकारियों को जांच करने देने की अपील की है।

जुलाई से मणिपुर के दो छात्र लापता थे, जिनके शव अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। तस्वीर वायरल होने के कुछ घंटों बाद, मणिपुर सरकार ने लोगों से संयम बरतने और अधिकारियों को दोनों छात्रों के अपहरण और हत्या की जांच करने की अनुमति देने को कहा है।

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मामले की जांच पहले ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गई है। दोनों छात्रों की पहचान 17 साल के हिजाम लिनथोइनगांबी और 20 साल के फिजाम हेमजीत के रूप में की गई है। सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया, राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि जुलाई, 2023 से लापता दो छात्रों, फिजाम हेमजीत (20 वर्ष) और हिजाम लिन्थोइनगांबी (17 वर्ष) की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। पता हो कि राज्य के लोगों की इच्छा के अनुसार यह मामला पहले ही सीबीआई को सौंप दिया गया है।

अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू

बयान में आगे कहा गया, मणिपुर पुलिस केंद्रीय जांच एजेंसियों के सहयोग से दोनों छात्रों के लापता होने की परिस्थितियों का पता लगाने और हत्या करने वाले अपराधियों की पहचान करने के लिए सक्रिय रूप से चांच कर रही है।साथ ही सुरक्षाबलों ने अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है।

जुलाई के पहले हफ्ते से लापता थे दोनों छात्र

बता दें कि वायरल हो रही दो तस्वीरों में से एक में कथित तौर पर छात्रों को दो हथियारबंद लोगों के साथ दिखाया गया था और दूसरे में दो शव थे। दोनों छात्र 6 जुलाई को लापता हो गए थे। पुलिस ने पहले कहा था कि दोनों का पता नहीं चल पाया है और उनके मोबाइल फोन बंद पाए गए हैं। उन्होंने पहले कहा था कि छात्रों के फोन की आखिरी लोकेशन चुराचांदपुर जिले में शीतकालीन फूल पर्यटन स्थल के पास लमदान में पाई गई थी।

यह है मामला

गौरतलब है, मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में तब से अब तक कम से कम 170 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हिंसा में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।

मूडीज के दावे पर मोदी सरकार का जवाब, आधार को बताया दुन‍िया की सबसे भरोसेमंद ड‍िजि‍टल आईडी

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आधारकार्ड दुनिया की सबसे भरोसेमंद डिजिटल आईडी है।भारत सरकार ने मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की रिपोर्ट सामने आने के बाद ये बात कही है।दरअसल, मूडीज की एक रिपोर्ट में भारत के आधार कार्ड की व‍िश्‍वसनीयता पर सवाल उठाए गए थे। जिसके बाद भारत सरकार ने इसका जवाब दिया है। 

दावों को आधारहीन और सबूतों की कमी करार दिया

केंद्र ने सोमवार को मूडीज के इन दावों को आधारहीन और सबूतों की कमी करार दिया है। सरकार ने एक बयान में कहा, एक इन्वेस्टर्स सर्विस ने बिना किसी सबूत या आधार का हवाला दिए हुए दुनिया की सबसे भरोसेमंद डिजिटल आईडी आधार के खिलाफ कई दावे किए हैं। सरकार की तरफ से कहा गया, पिछले एक दशक में एक अरब से अधिक भारतीयों ने खुद की प्रमाणिकता के लिए 100 अरब से ज्यादा बार आधार कार्ड का इस्तेमाल किया है।लोगों को आधार कार्ड पर भरोसा है। इतने लोगों की पसंद को नजरअंदाज करने का मतलब है कि एजेंसी यह करने की कोशिश कर रही है कि लोग यह जानते कि किस चीज के इस्तेमाल से उन्हें फायदा होगा।  

आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने आधार की सराहना की

बयान में कहा गया है कि आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक जैसे वैश्विक निकायों ने आधार की सराहना की है। कई देशों ने समान डिजिटल आईडी सिस्टम को लागू करने के तरीके को समझने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) से संपर्क किया है। मूडीज की रिपोर्ट में किसी भी रिपोर्ट या रिसर्च का हवाला नहीं दिया गयाा है। मिनिस्ट्री की ओर से यह भी कहा गया है कि इस रिपोर्ट में फैक्ट का पता लगाने की भी कोशिश नहीं हुई है।आईटी मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि आधार नंबर की जानकारी भी फेक है। रिपोर्ट में सिर्फ यूआईडीएआई की वेबसाइट का रेफ्रेंस दिया गया है।

मूडीज का दावा-आधार औसत से ज्यादा गर्म मौसम में काम नहीं करता

वास्तव में मूडीज इंवेस्टर्स ने आधार के बायोमेट्रिक सिस्टम की रिलायबिलिटी पर चिंता जताई है। मूडीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि आधार के सिस्टम में काफी गड़बड़ी है। जिसकी वजह से आधार का बॉयोमेट्रिक उन इलाकों में काम नहीं करता है, जहां पर मौसम औसत से ज्यादा गर्म है। मूडीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि बायोमेट्रिक तकनीक के यूज के कारण भारत की गर्म, आर्द्र जलवायु की वजह से कामगारों को उन सेवाओं से महरूम रखा जाता है,जो महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएस) के तहत मिलती है।

मूडीज ने मनरेगा को लेकर भी किया दावा

सरकार ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह से बेसलेस बताया है। मंत्रालय की ओर से बयान में कहा गया कि मनरेगा डाटाबेस में आधार की सीडिंग कामगारों को उनके बायोमेट्रिक्स का यूज कर बिना वेरिफिकेशन के की गई है। सरकार की ओर दी गई जानकारी के अनुसार कामगारों को उनका भूगदात सीधे उनके अकाउंट में डिपॉजिट किया जाता है। इसके लिए उनके बायोमैट्रिक का यूज कर वेरिफिकेशन नहीं किया जाता।

कनाडा के आरोपों के बीच भारत को मिला इस पड़ोसी देश का साथ, ट्रूडो को बताया आतंकियों का समर्थक

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भारत और कनाडा के बीच जारी राजनीतिक तनाव के बीच श्रीलंका भी मैदान में कूद गया है। श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने भी भारत-कनाडा विवाद में भारत का साथ दिया और कनाडा को लताड़ा है। भारत-कनाडा राजनयिक विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कनाडा को आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगार तक बता दिया है।

समाचार एजेंसी एनएनआई ने अली साबरी ने कहा, "कुछ आतंकवादियों को कनाडा में सुरक्षित ठिकाना मिल गया है। कनाडाई प्रधानमंत्री के पास बिना किसी सबूत के कुछ अपमानजनक आरोप लगाने का यही तरीका है। यही बात उन्होंने श्रीलंका के लिए भी की, यह कहना कि श्रीलंका में नरसंहार हुआ था, एक भयानक, सरासर झूठ था। सभी जानते हैं कि हमारे देश में कोई नरसंहार नहीं हुआ।साबरी ने कहा कि कनाडा और श्रीलंका के रिश्ते ट्रूडो की 'नरसंहार' वाली टिप्पणी के कारण प्रभावित हुए हैं।

एक संप्रभु देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की सलाह

अली साबरी ने कनाडाई पीएम को एक संप्रभु देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की सलाह दी। साबरी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि किसी को दूसरे देशों में घुसकर यह बताना चाहिए कि हमें अपने देश पर कैसे शासन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपने देश को किसी और से ज्यादा प्यार करते हैं। इसीलिए तो हम अपने देश में हैं। हमें किसी और के द्वारा निर्देशित नहीं किया जाना चाहिए कि हमें अपने मामलों का संचालन कैसे करना चाहिए। 

पूर्व नाजी सैनिक को सम्मानित करने पर भी कसा तंज

श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कनाडा की संसद में एक पूर्व नाजी सैनिक को सम्मानित करने के लिए भी जस्टिन ट्रूडो पर कटाक्ष किया। अली साबरी ने कहा कि ‘मैंने कल देखा कि वह गए थे और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों से जुड़े किसी शख्स का जोरदार स्वागत किया था। इसलिए यह आरोप संदिग्ध है और हमने अतीत में इससे निपटा है। मुझे अचरज नहीं है कि कभी-कभी पीएम ट्रूडो अपमानजनक और बिना प्रमाण के आरोपों के साथ सामने आते हैं।

बता दें कि जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स के सरगना हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हुई हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया।जिसके बाद भारत-कनाडा संबंधों में नया तनाव पैदा हो गया। भारत में नामित आतंकवादी निज्जर की 18 जून को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी। बहरहाल भारत सरकार ने इन आरोपों को ‘बेतुका और प्रेरित’ बताते हुए खारिज कर दिया था।

9वां रोजगार मेला आज, पीएम मोदी आज 51 हजार युवाओं को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र, जानें अब तक कितनी हुई नियुक्तियां?

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज विभिन्न सरकारी विभागों में भर्ती किये जाने वाले कर्मचारियों को लगभग 51,000 नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे। पीएम मोदी मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रोजगार मेला में लगभग 51,000 नवनियुक्त अभ्यर्थियों को अपॉइंटमेंट लेटर देंगे। रोजगार मेला देश भर में 46 जगहों पर आयोजित किया जाएगा।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने यह जानकारी दी।इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी नियुक्त अभ्यर्थियों को संबोधित भी करेंगे।पीएमओ ने कहा कि रोजगार मेला रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। उम्मीद है कि यह आगे रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण तथा राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा।

इन विभागों में नियुक्ति

पीएम मोदी की युवाओं को रोजगार देने की इस पहल का समर्थन करने वाले केंद्र सरकार के विभागों के साथ-साथ राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों में भर्तियां हो रही हैं। देश भर से नई भर्तियों में चयनित होने वाले अभ्यर्थी डाक विभाग, भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में काम करेंगे।

9वां रोजगार मेला

मंगलवार को 9वें रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। पीएम मोदी ने देश के केंद्रीय विभागों में 2023 के अंत तक 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। पीएम ने अधिकारियों को सरकारी विभागों में रिक्त पड़े पदों को जल्द से जल्द भरने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में सरकार की ओर से समय-समय पर रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है। इससे पहले भी 8 रोजगार मेले का आयोजन हो चुका है।

अब तक इतने नियुक्ति पत्र मिले

केंद्र सरकार की ओर से पहला रोजगार मेला 22 अक्‍टूबर 2022 को आयोजित किया गया था। इसमें 75 हजार से ज्यादा नियुक्ति पत्र दिए गए थे। दूसरे मेले में 71 हजार, तीसरे मेले में 71 हजार, चौथे मेले में 71 हजार, पाचवें-छठे-सातवें मेले में 70-70 हजार युवाओं को नियु्क्ति पत्र बांटे गए थे। आठवें रोजगार मेले का आयोजन इसी साल अगल्सत में किया गया था जिसमें 51 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया गया था। ये सभी युवा केंद्र सरकार के अधीन विभिन्न मंत्रालयों व विभागों में काम करेंगे।

राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर सीपीआई ने जताया एतराज, विपक्षी गठबंधन “इंडिया” में शुरू हुआ नया रार

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भारतीय कम्युनिस्‍ट पार्टी (सीपीआई) ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आगामी लोकसभा चुनाव वायनाड से लड़ने को लेकर एतराज जताया है। सीपीआई राहुल गांधी से वायनाड सीट से चुनाव नहीं लड़ने का अनुरोध कर सकती है। सीपीआई की हाल ही में संपन्न राष्ट्रीय नेतृत्व की बैठक में इसको लेकर निर्णय लिया गया।सीपीआई के इस सुझाव से कांग्रेस की केरल यूनिट में नाराजगी है।

सीपीआई के सांसद संदोश पी का तर्क है कि ‘इंडिया’ गठबंधन के दलों की बीजेपी के खिलाफ साझा लड़ाई है, इसलिए राहुल गांधी को वायनाड में लेफ्ट के खिलाफ चुनाव लड़ने पर पुनर्विचार करना चाहिए। संदोश कुमार पी ने मांग की है कि राहुल गांधी को वायनाड से चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। उनका तर्क है कि लेफ्ट के खिलाफ चुनाव लड़ने से ठीक संदेश नहीं जाएगा और बीजेपी के खिलाफ संयुक्त अभियान को नुकसान होगा। संदोश कुमार पी ने 19 सितंबर को अपनी पार्टी की आंतरिक बैठक में ये मांग की है। लेफ्ट के लोग चाहते हैं कि राहुल केरल की बजाए उत्तर भारत की किसी सीट से चुनाव लड़ें।

राहुल गांधी के वायनाड से अगला चुनाव लड़ने पर ‘इंडिया’ गठबंधन में बवाल मच गया है।कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने इस सुझाव को खारिज करते हुए कहा कि उम्मीदवारी पर फैसला करना पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति का विशेषाधिकार है और इस पर किसी और को राय रखने की जरूरत नहीं है।वहीं केरल कांग्रेस चीफ के सुधाकरन ने इस सुझाव को अनुचित बताया और जोर देकर कहा कि केरल इकाई चाहती है कि राहुल गांधी फिर वायनाड से ही चुनाव लड़ें।

ट्रक की सवारी के बाद ट्रेन में सफर करते दिखे राहुल गांधी, स्लीपर कोच में बिलासपुर से रायपुर पहुंचे, आम लोगों से की बातचीत

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छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे। इस दौरान राहुल गांदी ने ट्रेन में सफर किया। उन्होंने बिलासपुर से रायपुर तक 117 किलोमीटर तक का सफर स्लीपर कोच में किया। इस दौरान पैसेंजर्स से उनकी समस्याओं पर बात भी की।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से तस्वीर पोस्ट करते हुए बताया गया कि राहुल गांधी बिलासपुर से रायपुर जा रहे हैं। उन्हें 'जननायक' लिखकर संबोधित किया गया है। वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से पोस्ट किए गए एक वीडियो में राहुल गांधी ट्रेन की स्लीपर क्लास बोगी में यात्रियों के बीच नजर आ रहे हैं, वह लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं और कुछ लोग मोबाइल फोन से उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं।

राहुल गांधी सोमवार को बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड के परसदा गांव में राज्य सरकार के आवास न्याय सम्मेलन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने एक सभा को संबोधित किया, उसके बाद वह बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और रायपुर जाने के लिए इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी। राहुल गांधी के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, पार्टी के प्रदेश प्रमुख दीपक बैज और अन्य नेता भी ट्रेन से सफर करते हुए नजर आए।

हमने अपना ये वादा निभाया-राहुल गांधी

इससे पहले बिलासपुर में आवास सम्मेलन के मंच से जनता से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, आज मैं यहां आया और इस बटन को दबाया। इस बटन को दबाते ही गरीबों और जरूरतमंद लोगों के खाते में 1200 करोड़ रुपए पहुंच गए।उन्होंने आगे कहा कि, हमारी छत्तीसगढ़ की सरकार आज गरीबों के आवास बनवाने के लिए पैसे दे रही है। आज 1200 करोड़ रुपए आपके खातों में आए हैं और आने वाले समय में भी इसी तरह आपके खाते में पैसे आएंगे। चुनाव के समय हमने किसानों का कर्ज माफ, बिजली बिल माफ और 25 सौ रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया था। हमने अपना ये वादा निभाया है।

देश में दो रिमोट कंट्रोल की राजनीति-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि दूसरी तरफ भी रिमोट कंट्रोल है। बीजेपी रिमोट कंट्रोल को चोरी-छिपे दबाती है। हमने कैमरा के सामने में रिमोट कंट्रोल दबाया। पीएम नरेंद्र मोदी चोरी चुपके कंट्रोल दबाते हैं, जैसे रिमोट दबता है एक तरफ अदानी को मुंबई का एयरपोर्ट मिल जाता है। जब दोबारा दबाते हैं अदाणी को रेलवे का कांट्रैक्ट मिल जाता है। फिर दबाते हैं इंफ्रास्ट्रक्चर मिल जाता है, तो देश में दो रिमोट कंट्रोल चल रहा है। यह एक मेरा जो सबके सामने चलता है, हम इसे दबाते हैं तो किसानों के खाते में पैसा चला जाता है। 2500 क्विंटल धान में मिलता है। अंग्रेजी स्कूल खुलते हैं, लेकिन बीजेपी दबाती है तब पब्लिक सेक्टर प्राइवेट हो जाता है। आपका जल, जंगल, जमीन उनके छुपे बटन से अडानी के हवाले हो जाता है।