एन.आई.टी. संस्थान में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिये युवा उद्यमियों के बीच हुआ विचार मंथन"

पटना: अत्यधिक धैर्य, ईमानदारी, एवं दृढ़ प्रतिज्ञ रहते हुये अपने मूल विचार को स्टॉर्ट अप विचार में आसानी से परिवर्तित कर सफल उद्यमी बना जा सकता हैं

एन. आई. टी. संस्थान में ई-सेल ने फाउंडर्स कम्युनिटी के साथ मिलकर फाउंडर्स फ्यूजन कार्यक्रम का आयोजन 23 सितंबर 2023 शनिवार को किया गया। कार्यक्रम में आये हुये युवा उद्यमियों , संस्थान के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के बीच हुये विचार मंथन से ये महत्वपूर्ण बिंदु निकलकर आये ।

इस इवेंट में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले सफल उद्यमी, विशेषज्ञ और उद्योग जगत के लोग शामिल हुए। इन विशेष अतिथियों ने अपने अनुभवों को साझा करने के लिए पैनल चर्चा किया और आगामी उद्यमियों को मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम में युवा उद्यमी हरिशंकर कुमार, कुन्दन सिंह, नवनीत राज, एलिस स्विफ्ट(यूट्यूबर), प्रियंका गुप्ता ,राजीव कुमार (सीनियर मैनेजर कैनरा बैंक) एवं डॉ ऋषि कान्त उपस्थित रहे।

ई. सेल के प्रोफेसर इनचार्ज डॉ. ओम जी शुक्ला ने युवा उद्यमियों के साथ विद्याथियों के लगातार सम्पर्क कराने वाले कार्यक्रमों पर जोर दिया और बताया संस्थान मे स्टार्ट अप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये जरूरी कदम बहुत तेजी से उठाये जा रहे हैं। 

संस्थान के इनक्युबेसन सेन्टर के प्रोफेसर इनचार्ज प्रो. भरत गुप्ता ने संस्थान में उपलब्ध टिंकरिंग लैब एवं इनक्युबेशन सेन्टर को स्टार्ट अप के लिये उपयोगी बताते हुये विद्यार्थियों भी प्रोत्साहित किया।

शुभम, अंकित, एवं अन्य ई. सेल के विद्यार्थी सदस्यों ने कार्यक्रम के आयोजन में योगदान दिया।

एन एस आई बैनर तले बनी शार्ट फिल्म अनमोल रिश्ते रिलीज

पटना : एन एस आई बैनर तले बनी शार्ट फिल्म अनमोल रिश्ते रिलीज हो गयी है। जाने माने कोरियोग्राफर-अभिनेता और निर्देशक शांदिल इशान निर्देशित फिल्म अनमोल रिश्ते में शांदिल इशान,दीप श्रेष्ठ ,अंकिता मिश्रा, कमलेश चुग,प्रेम कुमार, गायत्री कुमारी ने मुख्य भूमिका निभायी है। 

डीओपी राजू सोनी, मेकअप सुधीर भाटिया, सहायक निर्देशक राकेश अकेला, शिवानी ,निशु हैं।

संपादन एडिट फैक्ट्री ने किया है।

   

शांदिल इशान ने बताया कि फिल्म अनमोल रिश्ते की कहानी एक ऐसे लड़के (राहुल) की है जो अपनी दोस्त हर्षिता से बेहद प्यार करता है और उससे शादी करना चाहता है। हालांकि  चूकिं वह बेरोजगार है इसलिये लड़की उससे शादी करने से मना कर देती है। इसके बाद उस लड़के की शादी परिवार के सदस्य किसी दूसरी लड़की से तय कर देते हैं।

फिर अचानक उस लड़के की नौकरी लग जाती है। इस बीच लड़की का एक्सीडेंट कर जाता है और वह अपाहिज हो जाती है। इसके बाद भी वह लड़का, अपनी दोस्त का सहारा बनता है और उसे अपना लेता है। यहीं इस अनमोल रिश्ते की कहानी है।

अनमोल रिश्ते में शांदिल इशान ने राहुल जबकि अंकिता मिश्रा ने हर्षिता का किरदार निभाया है।फिल्म अनमोल रिश्ते में सभी कलाकारों ने बेहतरीन काम किया है और उम्मीद है सभी को यह फिल्म बेहद पसंद आयेगी।

एनएसआई बैनर तले हमलोग मार्मिक, सामाजिक संदेश देने वाली फिल्मे बनाते रहे हैं, जिसकी अगली झलक हमारी अगली फिल्म अधूरे सपने मे मिलेगी। अनमोल रिश्ते को एन एस आई के यूटयूब चैनल पर देखा जा सकता है।

नालंदा से राज

गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में सेमिनार का किया गया आयोजन, नीट की तैयारी के लिए दिए गए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश

पटना : मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को तैयारी के दौरान क्या करें क्या न करें? किस तरीके से तैयारी करें? इस तरह के अनेकों प्रश्न परेशान करते रहते हैं। 

सही समय पर सही दिशा निर्देश और उनके मन में उठ रहे प्रश्नों का उचित उत्तर देकर उनके कठिन रास्ते को सुगम बनाया जा सकता है। छात्रों के इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में सेमिनार का आयोजन किया गया। 

दो सिफ्ट में आयोजित इस सेमिनार में हजारों छात्रों ने भाग लिया। छात्रों को दिशा निर्देश देने के लिए ऑनलाईन जूम के माध्यम से टॉपर्स क्लब के एम्स-दिल्ली में पढ़ाई कर रहे दिव्तीय वर्ष के छात्र दीपक साहू (नीट 2021 ए. आई. आर - 10, मार्क्स - 715/720) तथा प्रथम वर्ष में पढ़ाई कर रहे पार्थ खण्डेलवाल (नीट 2023 ए. आई. आर - 5, मार्क्स - 715/720) ने मॉक टेस्ट और टाईम मैनेजमेंट के फायदे बताये। 

एम्स-पटना के प्रथम वर्ष के छात्र सत्यम बर्नवाल, स्वेता कुमारी, रोहित कुमार, अमन राज, प्रवीण कुमार सिंह और सृष्टी कुमारी ने गोल में तैयारी से संबंधित अपने अनुभव को साझा किया और महत्वपूर्ण टिप्स दिए।

छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने कहा कि अगर छात्र प्रत्येक दिन, प्रत्येक सप्ताह और प्रत्येक महीने का लक्ष्य, निर्धारण कर प्रत्येक दिन अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करें तो मेडिकल के कॉम्पीटीशन में सफलता प्राप्त करना मुश्किल नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होनें छात्रों के साथ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य भी साझा किए। 

उन्होंने कहा कि सी.ई.आर.टी. की पुस्तकों से तैयारी करे। ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का अभ्यास करें। अंतिम समय में नई पुस्तकों का चयन न करें। टेस्ट के द्वारा अपने तैयारी के लेवल का जांच करें। हमेशा कूल और कॉन्फीडेन्ट रहें। तैयारी के दौरान सकारात्मक सोच जरूरी। 

वहीं गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने टाइम मैनेजमेंट के महत्व को समझाते हुए कहा कि प्रकृति ने सभी छात्रों को दिन रात मिलाकर 24 घंटे का बराबर समय दिया है। इसी समय से जो छात्र ज्यादा समय इस्तेमाल कर लेते हैं वे सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँच जाते हैं। 

छात्रों के बीच गौरव सिंह, संजीव जी एवं विनित जी ने भी अपने महत्वपूर्ण अनुभवों को साझा किया और बताया कि गोल इन्स्टीट्यूट छात्रों को सफलता दिलाने के लिए हर संभव मदद करने को प्रतिबद्ध है। 

इस कार्यक्रम में गोल संस्थान के निरोज सिंह, निकेत वर्धन, संजित कुमार (पिण्टू), राहुल आदि भी उपस्थित थे।

रूबन मेमोरियल अस्पताल पाटलिपुत्रा पटना में (पेशेंट सेफ्टी डे) आयोजन के उपलक्ष्य में किया गया प्रेस कान्फ्रेंस

आज दिनांक 16/09/2023 को रूबन मेमोरियल अस्पताल पाटलिपुत्रा पटना में Patient Safety lay के आयोजन के उपलक्ष्य में एक प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित किया गया। रूवन मेमोरियल अस्पताल, पाटलीपुत्रा पटना 17/09/2023 को Patient safety day का आयोजन स्थानीय मौर्या होटल पटना में संपन्न कर रहा है। 

इस संगोष्ठी में, स्थानीय सभी अस्पतालों के प्रबंध निदेशक शिरकत करेगे तथा अपने व्यक्तव्य प्रकट करेगें। इसके अलावा online देश के प्रतिष्ठित अस्पतालों के निदेशक तथा प्रशासनिक पदाधिकारी गण अपने विचार व्यक्त करेगें तथा समाज को और अस्पताल के कर्मचारी गण को उन्नत सेवा प्रदान करने का दिशा निर्देश देगे ।

इस सम्मेलन में चिकित्सा जगत के प्रसिद्ध चिकित्सक सम्मिलित होगें त आज आयोजित प्रेस कांफ्रेस में

रूबन मेमोरियल अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा0 सत्यजीत कुमार सिंह ग्रुप कैप्टन डा0 अनिल कुमार सिट निदेशक प्रशासन डा0 संतोष कुमार ने 17/09/2023 को आयोजित होने वाले Patient safety day पर विस्तृत चर्चा की तथा अस्पताल को अपनी सेवाओं में महत्त्वपूर्ण सुझाव दिये उत्कृष्टता लाने की दिशा में

कल आयोजित होने वाले Patient Safety day सभी चिकित्सीय सेवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा तथा सभी अस्पतालों को उत्कृष्ट सेवा देने की प्रतिबद्धता साबित करेगी। यह आयोजन समाज के उन्नत विकास के लिए एक नया आयाम होगा।

राज्य में पुराने एवं बंद कोल्ड स्टोरेज का होगा विस्तृत सर्वेक्षण, राज्य में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था को किया जायेगा सुदृढ़

पटना: राज्य में पुराने एवं वर्षो से बंद पड़े कोल्ड स्टोरेज के करने की होगी समीक्षा। साथ ही जिन जिलों में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था नहीं है वहां कोल्ड स्टोरेज की सुविधा विकसित की जायेगी। 

कृषि रोड मैप के तहत राज्य में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था को सृदृढ करने के लिए कृषि विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने शनिवार को सभी जिलों के कोल्ड स्टोरेज मालिकों एवं प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।

बिजली की दरों में रियायत की कि गई मांग

राज्य स्तरीय बैठक में कोल्ड स्टोरेज मालिकों के द्वारा बिजली के दरों के संबंध में रियायत की मांग की गई । उन्हें इस संबंध में कारण सहित आवेदन देने का अनुरोध किया गया ताकि उनके आवेदन पर विद्युत विभाग के साथ वार्ता की जा सके। 

इसके अलावे कोल्ड स्टोरेज में बिजली की खपत को कम करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग के लिए कोल्ड स्टोरेज मालिकों के लिए योजना का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि पटना, बेगूसराय, सारण, समस्तीपुर के कुछ कोल्ड स्टोरेज संचालक आपने कोल्ड स्टोरेज को समय के साथ मल्टी चैंबर में परिवर्तित कर बहुउपयोगी बनाया है, जिससे वैसे कोल्ड स्टोरेज में आलू के साथ सेब, अंडा, फूल आदि का भी भंडारण उनके द्वारा किया जाता है।

कोल्ड स्टोरेज मालिकों ने जाहिर की प्रसन्नता

कोल्ड स्टोरेज के जीर्णोद्धार एवं सुविधा बढ़ाने को लेकर कृषि सचिव द्वारा राज्य स्तरीय बैठक किये जाने पर कोल्ड स्टोरज के मालिकों ने प्रसन्नता जाहिर की। इसके लिए सभी ने कृषि विभाग को धन्यवाद दिया एवं उनके द्वारा बताया गया कि पहली बार इस तरह का संवाद किया गया और उनकी बातों और समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया है।

स्थानीय किसानों के साथ करें संवाद

परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि कृषि उत्पादन को खराब होने से बचने के लिए तथा सही मूल्य प्राप्त होने के लिए कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा।

 राज्य के 12 जिलों में जहां कोल्ड स्टोरेज नहीं है वहां कोल्ड स्टोरेज की सुविधा विकसित करने के लिए कृषि विभाग के पदाधिकारियों को स्थानीय किसानों, सब्जी विक्रेताओं तथा फल विक्रेताओं के साथ संवाद करने का निर्देश दिया गया।

सोलर पैनल लगाने हेतु कोल्ड स्टोरेज मालिकों को किया जायेगा प्रोत्साहित

कृषि विभाग सचिव ने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में सोलर पैनल लगाने से बिजली की खपत में काफी कमी होगी। कोल्ड स्टोरेज तथा सोलर पैनल लगाने के लिए कोल्ड स्टोरेज मालिकों को प्रोत्साहित करने हेतु ब्रेडा एवं कृषि विभाग के सहयोग से प्रोत्साहन राशि दिए जाने पर उच्च स्तरीय विचार विमर्श किया जाएगा।

कोल्ड स्टोरेज का नेटवर्क बढ़ाने के लिए अगले माह होगा राज्य स्तरीय सेमिनार

राज्य में कोल्ड स्टोरेज का नेटवर्क बढ़ाने तथा इसमें आधुनिक तकनीक का उपयोग करने से संबंधित प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से विभिन्न विषयों पर राज्य स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। इस सेमिनार में भाग लेने के लिए कोल्ड स्टोरेज के मालिक एवं संबंधित विभाग प्रतिनिधियों के साथ कृषि विभाग, मंत्री को आमंत्रित किया जायेगा।  

सचिव कृषि ने बताया कि राज्य आलू उत्पादन में देश में तीसरा स्थान पर है और बाहर से बड़ी मात्रा में सेब और अन्य फल आते हैं, फिर भी राज्य के 26 जिलों में कोल्ड स्टोरेज कार्यरत हैं , जबकि 12 जिलों में एक भी कोल्ड स्टोरेज नहीं है। जहां समस्तीपुर, बेगूसराय, सारण, पूर्णिया जैसे जिलों में दो से अधिक कोल्ड स्टोरेज है, वही अरवल, बांका, जमुई, जहानाबाद, लखीसराय जैसे जिलों में एक भी कोल्ड स्टोरेज नहीं है। 

नए कोल्ड स्टोरेज लगाने पर दी जा रही सब्सिडी

राज्य सरकार के द्वारा नए कोल्ड स्टोरेज लगाने पर वर्तमान में सब्सिडी दी जा रही है। बैठक के दौरान कोल्ड स्टोरेज प्रतिनिधियों के द्वारा अनुरोध किया गया कि पुराने कोल्ड स्टोरेज को ठीक करने, जीर्णोद्धार करने एवं नई टेक्नोलॉजी के उपयोग के लिए भी विभाग के द्वारा सहयोग दिया जाए।

समस्याओं के निदान के लिए पदाधिकारी की करें प्रतिनियुक्ति

सचिव कृषि विभाग ने निदेशक उद्यान को निर्देश दिया के कोल्ड स्टोरेज वाइज समस्याओं का चार्ट बनाएं तथा इसे दूर करने हेतु एक पदाधिकारी के प्रतिनियूक्ति करें जो इनके साथ संवाद स्थापित करें और समस्याओं को दूर करें।

कोल्ड स्टोरेज हेतु बैंकों से रेल संबंधित समस्या के निवारण पर भी जोड़ दिया जाएगा

कोल्ड स्टोरेज से संबंधित अच्छी टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय को बेहतर टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देने का भी निर्देश दिया गया।

*जी-20 की सफलता से आगे की राह हुई आसान

अब भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता की दावेदारी होगी मजबूत : डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता 

शिवहर : अखिल भारती तेली महासभा बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह सम्पूर्ण वैश्य समाज बिहार प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता के साथ ही जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष पार्वती देवी ने कहा है कि जी-20 में कई ऐसे मुद्दों पर जिन पर सहमति असंभव लगता था ,संयुक्त घोषणा पत्र जारी करना और 55- सदस्यीय अफ्रीकी यूनियन को इस संगठन का सदस्य बनाकर इसे जी -21 का नया नाम देना मेजबान भारत की बड़ी उपलब्धि में शुमार हो गया है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।

अखिल भारतीय तेली महासभा बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह सम्पूर्ण वैश्य समाज बिहार प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता और जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष पार्वती देवी ने कहा है कि जिस पर भारत में राजनीतिक विपक्ष या हमारे विदेशी विरोधी जैसे चीन या पाकिस्तान इस सफलता को नजरअंदाज कर कुछ आरोप लगा सके। जहां रूस ने इसे अपनी ही नहीं पूरी दक्षिणी दुनिया को जीत बताई और इसका श्रेय भारत को देते हुए कहा है कि उसने पश्चिमी दुनिया के मंसूबे पर पानी फेर दिया है।

उन्होंने बताया कि वहीं फ्रांस सहित पूरे यूरोप ने कहा कि नई दिल्ली शिखर सम्मेलन ने रूस को अलग-थलग कर दिया। दुनिया के राजनायिक इतिहास में बिरले ऐसे अवसर आते हैं जब किसी देश को पक्ष और विपक्ष एक ओर अमेरिका और पश्चिमी दुनिया और दूसरी ओर रूस और चीन सहित कुछ अन्य देश- दोनों श्रेय दे। इस सफलता का एक और आयाम है।

भाजपा नेता डॉ गुप्ता ने आम जनता को ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि अब भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद( यूएनएससी) में स्थाई सदस्यता की दावेदारी को नजर अंदाज करना लगभग असंभव होगा। सुरक्षा परिषद को विस्तार देना दुनिया की मजबूरी होगी और शायद चीन का ('वीटो') भी अब भारत को रोक नहीं पाएगा ,भले ही इसके लिए परिषद को चार्टर का प्रावधान बदलना पड़े।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बल पर भारत पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक गलियारे पर सहमति एक असाधारण सफलता है ,क्योंकि इससे चीन की आर्थिक बादशाहत पर रोक लगेगी और भारत के लिए ट्रेड यातायात और संस्कृति मेलजोल के रास्ते खुलेंगे।

उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर होगा जिसमें चीन को अपनी विस्तारवादी नीति छोड़नी पड़ेगी या फिर भारत के नेतृत्व वाली नई दुनिया के साथ द्वंद करना होगा।

डॉ. कुमारी वन्दना को मिला डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान

पटना : सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र उल्लेखनीय योगदान देने के लिये डॉ. कुमारी वन्दना को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया।

राजधानी पटना के कासा पिकोला में दीदीजी फाउंडेशन ने डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2023 का आयोजन किया था। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र उल्लेखनीय योगदान देने वाले 40 शिक्षकों को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।

गया जिले के शेरघाटी प्रखण्ड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय नकनुपा में सामाजिक विज्ञान में पदस्थापित माध्यमिक शिक्षिका डॉ. कुमारी वन्दना को को मोमेंटो और अंगवस्त देकर डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान सम्मानित किया गया।

डॉ. कुमारी वन्दना को यह सम्मान पद्श्री विमल जैन, सहायक कर आयुक्त समीर परिमल, भाजपा प्रवक्ता संजीव कर्ण और दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापक डा. नम्रता आनंद ने दिया।

वहीं डॉ. कुमारी वन्दना ‘डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान शिक्षक सम्मान प्रदान किये जाने के लिये ‘दीदीजी संस्था‘ की संस्थापिका डॉ0 नम्रता आनंद के प्रति आभार भी प्रकट किया।

डॉ॰ वन्दना ने अर्थशास्त्र से पीएच॰डी॰ तक शिक्षा पटना विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। डॉ॰ वन्दना का कहना है कि यह सम्मान हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।

उन्होंने कहा कि पहली बार हमारी कर्त्तव्यनिष्ठ और सेवा भाव को मान्यता दी गयी है। डॉ. वन्दना अनुशासन की कटौती सख्त है। अपने विद्यालय के बच्चों के साथ सहयोगी के रूप में जानी जाती है।

राज की रिपोर्ट

हिंदू आस्था का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान, गांव -गांव जाकर गठबंधन का असली चेहरा उजागर करेंगे : रविशंकर प्रसाद

पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ दिए जा रहे बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल पूछा है। 

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि सोनिया, राहुल और खरगे से पूछता हूं कि मुंबई की बैठक में आपने क्या यह तय किया है कि हिन्दू आस्था को बदनाम करना है।

उन्होंने कहा कि हिन्दू, सनातन धर्म के बारे में क्यों बार बार अनाप-शनाप बोला जा रहा है? ये लोग इसका जवाब दें। डीएमके के उदयनिधि के बाद ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान किया. ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान करते हुए इसकी एचआईवी से तुलना की है। ए राजा ने कहा है कि सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है। 

उन्होंने सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हिंदू धर्म को कितना समझते हैं, हम जानते हैं। उन्होंने कहा कि मुगल सल्तनत हिंदू आस्था को नहीं हिला सकी, ब्रिटिश शासन ने भी हिंदू आस्था को टच नहीं कर सकी। सनातन की ज्वाला आगे बढ़ते गई।

श्री प्रसाद ने राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह के ' टीका वाले देश को गुलाम बनवाया ' पर कहा कि सिंह कहते है कि जो लोग तिलक लगाकर घूमते हैं उन्हीं लोगों ने भारत को गुलाम बनाया है और उधर लालू यादव मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर दिखावे के लिए पूजा कर रहे थे।

प्रेस कांफ्रेंस में संविधान की मूल प्रति लेकर पहुंचे श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस हिन्दू आस्था को शर्मसार कर रही है। उन्होंने कहा कि इसीलिए इसे घमंडिया गठबंधन कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाकर इस गठबंधन और कांग्रेस का असली चेहरा उजागर करेंगे। 

उन्होंने संविधान की मूल प्रति दिखाते हुए सोनिया को निशाने पर लेते हुए कहा कि सोनिया गांधी भूल गई हैं और राहुल गांधी तो पढ़ते-लिखते नहीं हैं इसलिए मैं इसे लेकर आया हूं। 

कहा कि संविधान मे फंडामेंटल राइट पर राम जानकी और लक्ष्मण के साथ श्रीलंका विजय के बाद अयोध्या लौटने का चित्र है। सोनिया गांधी आपके ज्ञान के लिए, एक दूसरी तस्वीर देखिए। भगवान कृष्ण अर्जुन को गीता का ज्ञान दे रहे हैं। 

रविशंकर प्रसाद ने साफ लहजे में कहा कि संविधान की मूल प्रति में भगवान हनुमान की तस्वीर, नटराज की तस्वीर, इसमें शिवाजी हैं, झांसी की रानी हैं और महात्मा गांधी हैं, अकबर, बाबर और औरंगजेब नहीं है। 

उन्होंने कहा कि इसमें राजेंद्र प्रसाद जी के बाद आपके दादा ससुर जी के भी हस्ताक्षर हैं। उन्होंने सोनिया गांधी से सवाल करते हुए कहा कि इसमें मौलाना आजाद, वल्लभ भाई पटेल, अंबेडकर, नेहरू को कभी दिक्कत नहीं हुई, आपकी कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? 

पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को संविधान पढ़ने की जरूरत है। जरूरत पड़ेगा तो हम ख़ुद संविधान कि प्रति भेजेंगे।

प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी मनोज शर्मा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह प्रदेश प्रवक्ता सुषमा साहू भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल उपस्थित थे l

छात्रों का बहुप्रतिक्षित परीक्षा (जी.टी.एस.ई.) का हुआ लाँच, 6ठी से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सुनहरा अवसर

गोल टैलेंट सर्च एग्जाम (जी.टी.एस. ई.) के माध्यम से बड़े शहर के छात्र ही नहीं, छोटे गांव, कस्बों एवं शहरों के प्रतिभाशाली बच्चों को भी कंपीटीशन के लिए तैयार किया जाता है। इस एग्जाम के माध्यम से मेधावी छात्र एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्र अपने गोल को पाने में कामयाब रहे हैं। कई लोगों ने काफी बेहतर मुकाम हासिल किया है। इस टेस्ट के माध्यम से काफी संख्या में स्टूडेंट्स ने अपने सपने को साकार किया है। यह बातें गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने कही।

 उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश में अभी भी जागरूकता की जरूरत है, इस कारण से जी.टी.एस.ई. के फॉर्म सभी तरह के स्टूडेंट्स के लिए उपलब्ध है। ऑनलाइन फॉर्म भरने की व्यवस्था भी की गयी है। छठी से 12वीं तक पढ़ने वाले स्टूडेंट्स www.gtse.in पर जा कर 20 नवंबर तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।

26 नवंबर को ऑनलाइन परीक्षाः 

परीक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में आयोजित की जायेगी। 26 नवंबर को ऑनलाइन परीक्षा होगी, इसमें स्टूडेंट्स अपने सुविधानुसार मोबाइल एवं लैपटॉप से परीक्षा दे सकते हैं। मुख्य परीक्षा 10 दिसंबर को ऑफलाइन जोन हेडक्वार्टर में होगा।

 गोल के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने बताया कि गोल संस्थान से पिछले 12 वर्षों में इस परीक्षा के माध्यम से लगभग 3.75 लाख स्टूडेंट्स लाभान्वित हो चुके हैं। हर वर्ष 100 शहरों के लगभग 300 छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप लैपटॉप, टैबलेट, बैग एवं घड़ी देकर प्रोत्साहित किया जाता है और गोल के कोर्स के लिए 100 प्रतिशत तक छात्रवृत्ति भी दी जाती है। इस परीक्षा में चयनित स्टूडेंट्स को पूर्वी भारत का सर्वश्रेष्ठ शिक्षण प्लेटफॉर्म के रूप में गोल एजुकेशन विलेज में रखकर क्लास और सेल्फ स्टडी की सुविधा दी जाती है, जहां से प्रत्येक वर्ष सैकड़ों स्टूडेंट्स सफलता पाकर मेडिकल एवं जेइइ का टॉप रैंकर बनते हैं।

नैतिक शिक्षा के साथ-साथ जरूरी है अवेयरनेस

गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह कहते हैं कि जागरूकता समाज में जरूरी है।

 जागरूकता से सामाजिक परिवर्तन होता है, सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए नैतिक शिक्षा के साथ-साथ अवेयरनेस जरूरी है। शिक्षा और जागरूकता साथ-साथ हो तो कई समस्या का समाधान तुरंत हो जायेगा। 6ठी से 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों की उम्र नाजुक होती है, इस उम्र में बच्चों को किसी भी दिशा में मोड़ सकते है इस कारण गोल टैलेंट सर्च एग्जाम के माध्यम से बच्चों में कंपीटीशन की भावना जागृत करने का प्रयास है, इसके बाद काउंसेलिंग में बच्चों को सही दिशा में गाइड भी किया जाता है। 

शारीरिक रूप से अक्षम व दिव्यांग स्टूडेंट्स को निःशुल्क दी जायेगी शिक्षा गोल टैलेंट सर्च एग्जाम के मकसद को बताते हुए गोल इंस्टीट्यूट के असिसटेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि सामाजिक दायित्व के तहत स्टूडेंट्स को पहले से ही प्रतियोगिता से संबंधित जागरूकता लाने के लिए हमलोगों ने गोल टैलेंट सर्च एग्जाम की शुरूआत की है और हमें खुशी है कि प्रत्येक वर्ष हजारों छात्र इसका लाभ ले रहे हैं। शारीरिक रूप से अक्षम, दिव्यांग चयनित छात्रों को हमारी संस्थान मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए बिना किसी शुल्क के शिक्षा प्रदान करेगी।

अच्छे रैंक लाने वाले को मिलेगा लैपटॉपः 

बिहार एवं अन्य राज्यों के कई मेधावी छात्र जो दूर-दराज गांवों में अपनी प्रतिभा को खुद में समेटे किसी अवसर की तलाश में रहते हैं, उनके लिए आशा की किरण के रूप में आती है 'गोल प्रतिभा खोज परीक्षा'। अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने को बेताब साइंस में रूचि रखने वाले ऐसे छात्र-छात्राएं, जो कक्षा छठी से 12वीं में पढ़ रहे हैं, वे इस परीक्षा के माध्यम से अन्य प्रतियोगी छात्रों के लिए अपनी प्रतिभा को जांच सकते हैं ।

 अच्छे रैंक लाने पर वे लैपटॉप एवं कई अन्य पुरस्कारों को पाने के साथ गोल इंस्टीट्यूट में मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए निःशुल्क तैयारी करने का अवसर पा सकते हैं। गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह बताते हैं कि इस प्रोग्राम में दो चरणों में परीक्षा ली जाती है, प्रथम चरण में ऑनलाईन परीक्षा होगी जिसे छात्र लैपटॉप, डेस्कटॉप एवं मोबाईल के माध्यम से अपने घरों से दे सकते हैं। करीब छः राज्यों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उड़ीसा के हजारों छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल होंगे। इस चरण में चयनित स्टूडेंट्स द्वितीय या मुख्य परीक्षा में भाग लेंगे, जो जोन मुख्यालय में ऑफलाईन मोड में आयोजित किया जाता है- 

टैलेंटेड स्टूडेंट्स को 100 फीसदी तक स्कॉलरशिप

इन्हीं जोन में मुख्य परीक्षा के साथ सेमिनार का आयोजन किया जाता है, जहां छात्र खुद से संबंधित प्रतियोगिता परीक्षा के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं, इस सेमिनार में उन्हें उचित दिशा-निर्देश भी दिया जाता है। इस सेमिनार में चयनित छात्रों को पुरस्कृत कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है। श्री बिपिन सिंह ने कहा कि इसमें वैसे प्रतिभाशाली चयनित छात्र को पुरस्कार के साथ गोल के क्लासरूप कोर्स में 100 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप दी जाती है, ताकि टैलेंटेड छात्रों की तैयारी में कोई बाधा न आ सके।

गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया कि 6ठी से 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे छात्रों को शुरूआती दौर से ही कॉम्पीटीटीव अवेयरनेस के साथ-साथ भविष्य में आने वाले प्रतियोगी परिक्षाओं से रूबरू करवाया जाता है ताकि उनका फंडामेंटल शिक्षा को नए समय के जरूरतों के अनुसार मजबुती दी जा सके जिसके आधारस्तंभ पर छात्र सफलता की नई इमारत खड़ी कर सकें। साथ ही उन्होनें कहा कि हमारी संस्थान ओलंपियाड एवं नेशनल टैलेंट सर्च परीक्षा (एन.टी.एस.ई.) के लिए भी छात्रों को मार्गदर्शन देकर सफलता के लिए प्रेरित करती है। 

जीटीएसइ टॉपर अब आई.आई.टी. व टॉप मेडिकल कॉलेज में

गोल संस्थान के आर. एण्ड डी. हेड आनन्द वत्स ने बताया कि गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में बेहतर करने वाले स्टूडेंट्स आज अच्छे मुकाम पर हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, आइएएस, आइपीएस के साथ अन्य प्रतियोगिता परीक्षा में बेहतर कर रहे हैं। 

कविता कांत (एम्स पटना), शंभु सिंह (आई.आई.टी. मुम्बई), प्रेरणा (लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज), मो. शाकिब (मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज), केशव प्रसुन्न (आई.आई.टी. दिल्ली), शिवांशु सिंह (वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, दिल्ली) आदि बहुत से छात्र विभिन्न मेडिकल कॉलेज से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। नेशनल टॉपर शंभू कुमार आइ.आइ.टी. मुंबई से बी.टेक. कर रहे है- उनकी सफलता ने गोल टैलेंट सर्च परीक्षा का महत्व सुनिश्चित किया है। शंभू कुमार ने इस सफलता के बाद देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेज में अपना नामांकन प्राप्त करने के साथ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बड़ी सफलता की ओर अपना कदम बढ़ाया है-

गोल में एडमिशन के लिए कोई दवाब नहीं: 

इस प्रतियोगिता में गोल के कोर्सेस में एडिमशन लेने के लिए कोई दवाब नहीं दिया जाता है, उन्हें अपने कैरियर चुनने की आजादी है। कहीं भी पढ़े, लेकिन उन्हें स्कॉलरशिप दी जाती है। गोल के द्वारा आयोजित सेमिनार में कैरियर से संबंधित मार्गदर्शन दिया जाता है। 

इस टेस्ट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स अगर इंजिनियरिंग या मेडिकल की तैयारी करने के लिए गोल में एडमिशन लेते हैं, तो उन्हें विशेष रियायत दी जाती है। 

महत्वपूर्ण जानकारियाँ

फार्म भरने की अंतिम तिथिः 20 नवंबर

फॉर्म ऑनलाइनः www.gtse.in पर भरा जा सकता है।

फॉर्म ऑफलाइनः गोल इंस्टीट्यूट के किसी भी ऑफिस में जाकर प्राप्त कर सकते हैं- इसके लिए 200 रुपये शुल्क देना होगा।

प्रारंभिक परीक्षाः 26 नवंबर (ऑनलाइन) छात्र अपने सुविधानुसार मोबाइल एवं लैपटॉप से दे सकते हैं।

मुख्य परीक्षाः 10 दिसंबर (ऑफलाइन) जोन हेडक्वार्टर में पटना, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णियां, भागलपुर, रांची, धनबाद, देवघर, जमशेदपुर, डाल्टेनगंज, भीलाई, रायपुर, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं उड़ीसा में होगा।

गोल हेल्पलाईनः 9334594165 / 66 / 67

शिक्षक दिवस पर गोल इन्स्टीट्यूट ने किया शिक्षकों को सम्मानित

समाज और देश की सभ्यता और संस्कृति वहाँ के शिक्षकों पर ही निर्भर करता है।

सभ्य, शिक्षित और सुसंस्कृत समाज की संरचना में शिक्षकों की भूमिका अहम होती है। बी.आई.ए. हॉल, पटना में गोल इन्स्टीट्यूट एवं लायन्स क्लब आस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

सम्मानित शिक्षकों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री विपीन सिंह ने कहा कि हम शिक्षकों के ऊपर समाज निर्माण की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। हमें अपने खुशियों के ऊपर छात्रों के हित का ख्याल रखना आवश्यक है। श्री सिंह ने कहा कि संबंधित विषय के शिक्षण के साथ-साथ छात्रों को नैतिक शिक्षा भी देना आवश्यक है ताकि छात्र अच्छे प्रोफेशनल के साथ-साथ नैतिक जिम्मेवारियों को निभाते हुए अच्छे इन्सान बनें।

इस समारोह में लायन्स क्लब पाटलीपुत्र आस्था के प्रेसिडेन्ट डॉ. समरेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों का स्थान ईश्वर के ऊपर भी इसलिए रखा गया है कि शिक्षक जीवन के अज्ञानरूपी अंधकार को ज्ञानरूपी प्रकाश से प्रज्वलित करते हैं। शिक्षकों के पास समाज निर्माण की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। गोल इन्स्टीट्यूट के ज्वांइट डायरेक्टर डॉ. ममता सिंह ने शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि हमारी संस्थान महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए छात्राओं एवं आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षित करने में सहयोग करेगा।

समारोह का संचालन गोल इन्स्टीट्यूट के आनंद वत्स द्वारा किया गया जिसमें गोल संस्थान के सभी शिक्षक एवं लायन्स क्लब के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित थे साथ ही गोल संस्थान के रंजय सर, विनित जी, संजीव जी, गौरव सिंह एवं कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।