*जब पब धरती पर अत्याचारियो के अत्याचार बढे तब तब भगवान ने अवतार लिया - आराधना देवी जी काशी*
उपेन्द्र कुमार पांडेय
आजमगढ़।लालगंज स्थानीय नगर पंचायत के सिविल लाइन्स वार्ड में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा के चौथे दिन मंगलवार को गणेश चतुर्थी पर कथावाचक आराधना देवी जी काशी ने आयोजक डा0 सत्यप्रिय सिंह के संयोजकत्व में यजमान संजीव सिंह व रंजना सिंह ने नगरवासियों के साथ आरती- पूजन के साथ श्रीराम कथा का शुभारम्भ किया।
कथावाचक आराधना देवी जी काशी ने श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा सुनाते हुए कहा कि जब-जब धरती पर त्राहि-त्राहि मची, अत्याचारियों के अत्याचार बढ़े, तब-तब भगवान ने अवतार लिया व धरती से पाप व अत्याचार को मिटाकर धरती का उद्धार किया। इस दो अक्षर से बने राम नाम की महिमा भी अपरंपार है। राम नाम का स्मरण करके हम जीवन के कष्टों का निवारण कर सकते हैं।
भगवान राम की चारित्रिक विशेषताएं, उनका जीवन व शिक्षाएं आज भी सर्वथा प्रासंगिक हैं।
चैत्र शुक्ल नवमी के दिन तेत्रा युग में रघुकुल शिरोमणि महाराज दशरथ एवं महारानी कौशल्या के यहां अखिल ब्रह्मांड नायक अखिलेश ने पुत्र के रूप में जन्म लिया था। दिन के बारह बजे जैसे ही सौंदर्य निकेतन, शंख, चक्र, गदा, पद्म धारण किए हुए चतुर्भुजधारी श्रीराम प्रकट हुए तो मानो माता कौशल्या उन्हें देखकर विस्मित हो गईं। उनके सौंदर्य व तेज को देखकर उनके नेत्र तृप्त नहीं हो रहे थे। श्रीराम के जन्मोत्सव को देखकर देवलोक भी अवध के सामने फीका लग रहा था।
देवता, ऋषि, किन्नर , चारण सभी जन्मोत्सव में शामिल होकर आनंद उठा रहे थे।
रामनवमी के दिन ही गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना का श्री गणेश किया था। भगवान राम हमारे जीवन के प्रत्येक रंग में समाए हुए हैं।आज भी हम 'राम-राम' या 'जय रामजी की' कहकर अभिवादन करते हैं।
राम नाम की बड़ी अद्भुत महिमा है। बस, जरूरत है श्रद्धा, विश्वास और भक्ति की। राम नाम स्वयं ज्योति है, स्वयं मणि है। राम नाम के महामंत्र को जपने में किसी विधान या समय का बंधन नहीं है। चौथे दिन की कथा श्रवण के समापन के बाद श्राद्धालुओं ने भगवान की आरती की।
आरती के उपरान्त कथा समापन पर सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर राममिलन पाठक गुरुजी, जिला प्रचारक अवनीश जी, कृपा शंकर सिंह, प्रभात कुमार सिंह , डॉ देवाशीष शुक्ला , डॉ प्रदीप कुमार राय , महेंद्र सिंह , संजीव सिंह , इंद्रसेन सिंह , गौरव रघुवंशी , पीयूष पांडेय , कृष्ण कुमार राय , प्रशांत वर्मा , अखिलेश मिश्रा , आलोक श्रीवास्तव नीरज सिंह , राजीव सिंह , राजेंद्र सोनकर , दिलीप मोदनवाल , दिनेश गुप्त , संजीव , आदित्य ,
दिनेश यादव , श्रीमती सुषमा सिंह , रेखा सिंह , जया यादव , साधना सिंह रंजनासिंह , बबिता सिंह , सरोज सिंह , संध्या राय , योगिता गुप्ता , बबिता गुप्ता , संध्या उपाध्याय ,
सरोज सिंह , बेबी सिंह , सन्तरा सोनकर आदि भक्तजन उपस्थित रहे।
Sep 21 2023, 17:36