*आजमगढ़ की अनुप्रिया का असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के पद पर हुआ डीयू में चयन*
सन्तोष मिश्रा
बुढ़नपुर ( आजमगढ़ )। कोयलसा क्षेत्र में स्थित गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय इस बात पर अत्यंत खुशी जता रहा है कि ग्राम पूरब पट्टी दुर्वासा आज़मगढ़ की निवासिनी श्रीमती अनुप्रिया जी का दिल्ली विश्वविद्यालय में भारती कॉलेज के हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के पद पर चयन हुआ है।
गौरतलब हो कि अनुप्रिया जी ने बी०ए० और एम०ए० (अंग्रेज़ी) की डिग्री शिबली नेशनल डिग्री कॉलेज से प्राप्त की थी। उन्होंने आज़मगढ़ से ही बी०एड० की डिग्री भी प्राप्त की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री कॉलेज फ़ॉर वूमन (साउथ कैंपस, दिल्ली विश्वविद्यालय) से हिंदी विषय में एम०ए० किया और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में पीएच०डी० के लिए दाखिला लिया। वर्तमान में उनका शोध-कार्य जो कि साहित्य अकादमी से निकलने वाली पत्रिका 'समकालीन भारतीय साहित्य' पर केंद्रित है, जारी है।
अनुप्रिया की विशेष रुचि कहानी और कविता लेखन में है। उनकी कविताएं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर प्रकाशित होती रहती हैं और यूट्यूब पर उनकी कहानियों का वाचन भी सुना जा सकता है। उनका पहला काव्य-संग्रह 'काश! तुम ठहर जाते' इसी वर्ष प्रकाशित हुआ है और उनकी अगामी पुस्तक का शीर्षक 'लिखती नहीं... निचोड़ती हूं खु़द को' है।
बचपन से ही लेखन एवं बागबानी में रुचि रखने वाली अनुप्रिया जी के दिल्ली विश्वविद्यालय में भारती कॉलेज के हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर बनने पर पूरे जिले में हर्ष का माहौल है। गौरतलब हो कि अनुप्रिया जी का मायका पांती बुजुर्ग और ससुराल दुर्वासा पूरब पट्टी में है परंतु उनके ससुराल के लोग पल्हनी और माता-पिता शिवाजी नगर हीरापट्टी में निवास करते हैं जबकि वो अपने पति डॉ० प्रवीण कुमार अंशुमान के साथ दिल्ली में रहती हैं जो दिल्ली विश्वविद्यालय के बहुप्रतिष्ठित किरोड़ी मल कॉलेज के अंग्रेज़ी विभाग में असोसिएट प्रोफ़ेसर के पद की शोभा बढ़ा रहे हैं। ज्ञात हो कि डॉ० अंशुमान एक बहुत बड़े कवि, लेखक और शिक्षाविद् हैं जिनका नाम विश्वरिकॉर्ड में भी दर्ज है।उनकी यह सफलता सभी जिलेवासियों के लिए एक प्रेरणास्रोत है और उनके परिवार, गांव और मुहल्ले के साथ पूरा जिला अत्यंत ही गर्व का अनुभव कर रहा है।
Sep 19 2023, 16:36