*भाकियू का लखनऊ में आयोजित महापंचायत में बड़ा एलान, एमएसपी को लेकर पूरे देश में होगा आंदोलन*

लखनऊ । भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एलान किया कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर गारंटी कानून की मांग को लेकर पूरे देश में बड़ा आंदोलन होगा। सरकार अपने वायदे से मुकर गई है। बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाकर फसल और नस्ल दोनों को बर्बाद करने पर तुली है। सोमवार को राकेश लखनऊ के ईको गार्डन में आयोजित किसान मजदूर अधिकार महापंचायत को संबोधित कर रहे थे।

महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीन मुफ्त में लेने का षड्यंत्र चल रहा है। रात के अंधेरे में जमीन बिक जाती है पर दिन के उजाले में किसानों की फसल नहीं बिक पाती। अधिकारियों और नेताओं ने तमाम हाइवे के किनारे की पूरी जमीन खरीद ली है। पूरे देश का किसान परेशान हैं। आलू किसान जमाखोरों से, गन्ना किसान मूल्य कम और भुगतान न होने से परेशान है।

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव दोनों से ही कम गन्ना मूल्य वर्तमान मुख्यमंत्री ने बढ़ाया है। व्यापारी फसलों की भी कालाबाजारी कर रहे हैं। कश्मीर के सेव किसानों के सेव से लदे ट्रक जानबूझकर 15 से 22 दिन रोके गए जिससे उन्हें बड़ा नुकसान हुआ। लखनऊ के किसानों की जमीन एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत की गई थी पर आज तक उन्हें एक रुपया भी मुआवजा नहीं दिया।

राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि किसानों को बिजली मुफ्त में देंगे। ऐसे में वर्ष 2027 तक तो प्रदेश में मीटर नहीं लगने दिए जाएंगे। या तो सरकार यह कहे कि उसका घोषणापत्र झूठा था या वर्ष 2027 के चुनाव में अपने घोषणा पत्र में बाकायदा लिखे कि किसानों से बिल वसूला जाएगा। राकेश ने कहा कि सीएम ने कहा है कि छुट्टा पशुओं के लिए थानेदारों को बजट दिया गया है। अब सभी किसान अपने-अपने क्षेत्र के छुट्टा पशुओं को लेकर थाने में छोड़ आओ।

राकेश टिकैत ने कहा कि गांवों के मंदिरों को मुस्लिमों से नहीं, आरएसएस व भाजपा से खतरा है। वे इतिहास से छेड़खानी कर रहे हैं। उनकी तरह किसान भी अपनी परेड लाठी लेकर करें। अपनी सारी बैठकें गांवों के मंदिरों में करो। ध्यान रहे, सरकार जाति, धर्म, छोटे, बड़े में बांटने की कोशिश करेगी पर सजग रहना है। युवा भाकियू अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा कि किसानों की लाठी का दम कम नहीं हुआ है। समय आने पर यह बता दिया जाएगा। विभिन्न मांगों को लेकर सीएम को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा, पवन खटाना, राजवीर सिंह जादौन समेत विभिन्न जिलों से आए किसान मौजूद थे।

सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली, मीटर लगवाने की प्रक्रिया रोकने, गन्ना मूल्य 500 रुपये क्विंटल घोषित करने, गन्ना बकाया देने, सरकारी जमीन पर पशुशाला बनाने, किसान आयोग का गठन, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, एनजीटी के नियमों में ढील, लखीमपुर कांड के दोषियों को सजा देने, बाढ़- सूखे का सर्वे कराकर मुआवजा देने, ऋण माफ करने, सोलानी नदी पर बांध बनाने, जीएम सरसों को प्रतिबंधित करने आदि की मांग की गई।

*गणेश चतुर्थी को लेकर आज से यातायात रहेगा परिवर्तित,इमरजेंसी के दौरान ट्रैफिक कंट्रोल नंबर पर करे संपर्क*

लखनऊ । गणेश चतुर्थी पर्व को लेकर मंगलवार से 28 सितंबर तक अलग अलग इलाकों में यातायात परिवर्तित रहेगा। यह डायवर्जन शोभा यात्रा और मूर्ति विसर्जन को लेकर लागू किया गया है। इस दौरान इमरजेंसी की स्थिति में लोग ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 पर फोन कर मदद मांग सकते हैं। फैजाबाद की ओर से कैसरबाग जाने वाली रोडवेज बसों को जीटीआई से गोमतीनगर की तरफ मोड़ दिया जाएगा। यहां से बसें समता मूलक, 1090 चौराहा, पीएनटी, संकल्प वाटिका, चिरैयाझील व होटल क्लार्क अवध के पीछे से सीडीआरआई के रास्ते कैसरबाग तक आवागमन कर पाएंगी।

सीतापुर रोड से कैसरबाग आने वाली बसें मड़ियांव, पुरनियां, डालीगंज रेलवे क्रॉसिंग, पक्का पुल, शाहमीना, डालीगंज पुल व सीडीआरआई होते हुए जा सकेंगी। ये बसें वापसी में कैसरबाग स्टेशन से बलरामपुर ढ़ाल व शहीद स्मारक के रास्ते जाएंगी। चौक डालीगंज पुल की ओर से आने वाले वाहन क्लार्क अवध तिराहे से सुभाष चौराहा होकर नहीं जा पाएंगे। यह यातायात क्लार्क अवध तिराहे से चिरैयाझील के रास्ते अपने गंतव्य को जा सकेगा। डालीगंज पुल इक्का तांगा स्टैंड चौराहा से आने वाले वाहन गोमती नदी बंधा होकर नदवा काॅलेज की ओर नहीं जा सकेगा।

यह यातायात गोमती नदी पुल पार करके अथवा सीधे उमराव सिंह धर्मशाला के रास्ते आईटी चौराहा होकर जाएगा। टेलीफोन एक्सचेंज चौराहा से मकबरा रोड की ओर से यातायात परिवर्तन चौक की ओर नही नहीं जा सकेगा। यह यातायात कैसरबाग बस अड्डा अथवा सीडीआरआई तिराहा होकर क्लार्क अवध के रास्ते जा सकेगा। निराला नगर की ओर से आने वाला यातायात आईटी चौराहा से विश्वविद्यालय मार्ग होकर सुभाष चौराहा की ओर नहीं जा सकेगा। इन वाहनों को आईटी चौराहे से बाएं व दाहिने मुड़कर पेट्रोल पंप के रास्ते निशातगंज या डालीगंज पुल होकर जाना पड़ेगा।

कैसरबाग या सीडीआरआई व क्लार्क अवध तिराहे से आने वाला यातायात सुभाष चौराहे की ओर नहीं आ सकेगा। इन्हें क्लार्क अवध तिराहे से सीधे कृष्णा मेडिकल सेंटर होते हुए चिरैयाझील के रास्ते जाना पड़ेगा। हजरतगंज चौराहा अथवा परिवर्तन चौक की ओर से आने वाला यातायात सुभाष चौराहे से हनुमान सेतु होकर आईटी चौराहे की ओर नहीं जा सकेगा। इन्हें मकबरा रोड, टेलीफोन एक्सचेंज, सीडीआरआई अथवा चिरैयाझील के रास्ते जाना होगा। हनुमान सेतु नदवा बंधा तिराहे से झूलेलाल पार्क की ओर यातायात नहीं जा सकेगा। इन वाहनों को आईटी चौराहे से अपने गंतव्य जाना होगा।

*विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न से सम्बन्धित 2,58,079 शिकायतों का कराया गया निस्तारण*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निदेर्शों के अनुपालन में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा 01 जनवरी 2023 से 31 अगस्त 2023 तक महिलाओं के प्रति विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न से सम्बन्धित 2,58,079 शिकायतों का निस्तारण कराया गया है।

प्रमुख सचिव गृह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (1090) पर 01 जनवरी 2023 से 31 अगस्त 2023 तक कुल 2,71,793 शिकायतें प्राप्त हुई, इनमें से 89,844 शिकायतें फोन बुलिंग एवं साइबर बुलिंग से संबंधित थीं, जिनमें से 2,58,079 शिकायतों का निस्तारण कराया जा चुका है, अवशेष शिकायतों का भी निस्तारण प्राथमिकता से कराने के कड़े निर्देश दिये है।

1,81,949 शिकायतें अन्य प्रकरणों से संबंधित होने के कारण इन्हें जनपदीय पुलिस, जीआरपी तथा यू0पी0 112 को अंतरित कराया गया है।

अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (1090), बीपी जोगदण्ड ने बताया कि साइबर उत्पीड़न से सम्बन्धित माह अगस्त तक कुल 38195 शिकायते दर्ज हुई है, जिसमे से 33056 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि 1 जनवरी 2022 से 31 दिसम्बर 2022 तक कुल 6307 शिकायतों में एफएफआर काउन्सलिंग कर पीड़िताओं को राहत पहुचायी गयी है। इसके अलावा वर्ष 2023 के माह अगस्त तक 3292 शिकायतों में एफएफआर काउन्सलिंग की गयी। साथ ही साइबर उत्पीड़न से सम्बन्धित 33056 शिकायतों का निस्तारण भी किया जा चुका है।

*कारोबारी ने साझेदार पर लगाया गबन का आरोप, मुकदमा दर्ज*

लखनऊ। ठाकुरगंज थाने में ट्रेडिंग कंपनी कारोबारी ने साझेदार के खिलाफ 60 लाख रुपये का गबन किए जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि, डीसीपी पश्चिम के निर्देश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

ठाकुरगंज प्रभारी निरीक्षक विकास राय ने बताया कि पीजीआई थानाक्षेत्र अन्तर्गत तेलीबाग सैनिक नगर निवासी चरन सिंह ने साझेदार सैय्यद शुजात हसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

लिखित शिकायत में पीड़ित ने बताया कि फंड का इस्तेमाल कर शुजात के संग ट्रेडिंग व्यापार शुरु किया था। आरोप है कि कई बार कहने के बावजूद शुजात ने फंड के बारे में सही जानकारी नहीं दी। इस बीच आरोपित ने 1.36 करोड़ रुपये का ट्रेड किया। व्यापार में पारदर्शिता रखने की बात पर आरोपित आनकानी करने लगा।

पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने धोखाधड़ी करने की नीयत से मोबाइल को रजिस्टर्ड करने के बजाए खुद के मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करा दिया। संदेह होने पर पीड़ित ने आरोपित से ट्रेडिंग स्टेटमेंट मांगा तब आरोपित ने एक फर्जी स्टेटमेंट वाट्सएप नंबर पर भेज दिया।

स्टेटमेंट की जांच कराने पर वह फर्जी निकला। पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने धोखाधड़ी कर उससे 60 लाख रुपये हड़प लिए है। इस पर आरोपित ने अपना फ्लैट और कार बेचकर भरपाई करने का वादा किया, बावजूद इसके आरोपित ने रुपये नहीं लौटाए।

इसके बाद पीड़ित ने डीपीसी पश्चिम से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई। जिनके निर्देश पर ठाकुरगंज पुलिस ने मामला दर्ज किया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मामले की गहनता से जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।

*छोटे भाई ने बड़े भाई को चाकू से गोदकर मार डाला, शराब पीने के बाद हुआ विवाद*

लखनऊ । राजधानी लखनऊ के गाजीपुर इलाके में रविवार देर रात नशेबाजी के दौरान हुए विवाद में युवक ने अपने सगे बड़े भाई को चाकू से गोदकर मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद वह घर पर ही बैठा रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर चाकू बरामद किया।

डीसीपी नॉर्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि गाजीपुर में एक ही मकान में तीन सगे भाई रहते हैं। रविवार रात संदीप कुमार अपने बड़े भाई सुनील कुमार (34) के साथ शराब पी रहा था। तभी दोनों का किसी बात को लेकर विवाद होने लगा।

सुनील चाकू निकाल कर संदीप पर हमला करने के लिए दौड़ा। इसी दौरान संदीप ने उससे चाकू छीन लिया और उसी पर वार पर वार कर दिया। सबसे बड़े भाई सतीश ने सुनील को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।

डीसीपी ने बताया कि सोमवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। संदीप व सुनील शराब के लती हैं। आपसी विवाद में वारदात को अंजाम दिया है। दोनों दुकानों पर काम करते थे।

*बाराबंकी में कच्चा घर भराभराकर गिरा, मलबे में दबकर भाई-बहन की मौत*

लखनऊ । अतिवृष्टि को एक सप्ताह बीतने के बाद भी हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार की देर रात सुबेहा थाना के ग्राम पंचायत किरसिया में एक घर की कोठरी अचानक भरभराकर ढह गई। हादसे के दौरान मासूम भाई बहन और दादा-दादी मलबे के नीचे दब गए। ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला लेकिन तब तक भाई बहन की मौत हो चुकी थी।

घायलों को सीएचसी लाया गया जहां से बाबा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रविवार रात सुबेहा के गांव किरसिया में मोहम्मद समीर के पुत्र फियान (9), पुत्री समायरा (6 ) व पिता मोहम्मद हलीम (65) कच्ची मिट्टी की कोठरी में सोए थे। देर रात दीवार व छत गिरने से तीनों मलबे में दब गए।

परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से मलबा हटाया लेकिन तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। मलबे की चपेट में आई दादी नरीमन को भी चोटें आई हैं। दोनों को सीएचसी हैदरगढ़ पहुंचाया गया जहां से हलीम को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। सूचना पर पुलिस और तहसील प्रशासन के लोगों ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।

*किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंचे किसान*

लखनऊ । राजधानी लखनऊ में सोमवार को किसान महापंचायत हो रही है जिसमें शामिल होने के लिए प्रदेश भर से किसान आए हुए हैं। महापंचायत लखनऊ के ईको गार्डेन में हो रही है। महापंचायत के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी पहुंच चुके हैं। उन्होंने महापंचायत को लेकर एलान किया था कि इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे वो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।

*नशे में धुत युवक और बाउंसरों के बीच समिट बिल्डिंग में मारपीट होने पर समिट क्लब को कराया बंद*

लखनऊ। राजधानी के गोमती नगर स्थित समिट बिल्डिंग में रविवार को हंगामा हो गया। यहां क्लब में एंट्री के दौरान नशे में धुत एक युवक और बाउंसरों के बीच धक्का-मुक्की हुई। फिर युवक ने अपना हाथ शीशे पर मार दिया। इससे उसके हाथ में काफी चोट आई। इसके बाद वह सीढ़ियों पर ऐसे ही घुमता आया।आखिरी में ग्राउंड फ्लोर पर आया, तो ब्लड निकलने के चलते उसकी स्थिति काफी खराब हो गई थी। वह समिट के बाहर दीवार में गिर लेट गया। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसको वहां से हटाया। उसके बाद इसको लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी में यह घटना कैद हो गई।

इस विवाद के बाद समिट बिल्डिंग में फायरिंग की अफवाह उड़ गई। लड़के और लड़कियों के बीच विवाद और फिर गोली चलने से किसी के घायल होने की सूचनाएं फैली, लेकिन कुछ देर बाद ही स्थिति साफ हो गई। दरअसल, बिल्डिंग की सीढ़ियों से लेकर नीचे ग्राउंड फ्लोर की फर्श पर खून ही खून दिख रहा था। इसलिए कई लोग घबरा भी गए। इस मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने रात 12 बजे तक समिट के क्लबों को बंद करा दिया।यह पहला मौका नहीं है, जब लखनऊ की समिट बिल्डिंग में विवाद हुआ है। यहां अक्सर विवाद होते रहता है।

यहां विवादों को देखते हुए पुलिस चौकी बनाई गई थी। लेकिन यहां की पुलिस तमाशा देखने का काम करती है। स्थिति यह है कि रात 11 बजे पुलिस के लोग बिल्डिंग में आते तो हैं, लेकिन उनके रहने का कोई असर क्लब मालिक या वहां आने वालों पर नहीं पड़ता है। यहां कोई ऐसा दिन नहीं जब विवाद न होता हो। पिछले दिनों यहां वकील और एक क्लब के स्टाफ के बीच में भी विवाद हुआ था।

*खतरे में भविष्य :आयुष्मान मित्रों को संविदा से हटाकर ठेके के हवाले किये जाने से भारी आक्रोश*

लखनऊ । आयुष्मान भारत योजना में काम करने वाले आयुष्मान मित्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। चूंकि उनकी अभी तक जो नौकरी संविदा पर है अब उसे खत्म करके एक कंपनी के अंदर ठेके पर रखने का आदेश सरकार ने जारी कर दिया है। सरकार के इस फैसले से आयुष्मान मित्रों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि जिस योजना को जमीन पर उतारने के लिए जी जान लगा दिया।आज उन्हीं की नौकरी से खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार को अपने आदेश का वापस लेना चाहिए अन्यथा आयुष्मान मित्र कोर्ट की शरण लेंगे और इसका विरोध करेंगे। अम्बेडकनगर में रविवार को सीएमओ कार्यालय पहुंचकर आयुष्मान मित्रों ने सरकार के आदेश का विरोध भी जताया। साथ ही कहा कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है वह चुप नहीं बैठेंगे। प्रधानमंत्री को उनकी समस्या सुना जाना चाहिए।

साल 2018 में लागू की गई थी आयुष्मान भारत योजना

प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत योजना है। जिसे 2018 में पूरे देश में लागू किया गया था। इस योजना के तहत दस करोड़ 74 लाख परिवारों को चयन किया गया था। प्रति परिवार को पांच लाख तक मुफ्त इलाज सभी सरकारी अस्पतालों तथा संवंद्ध प्राइवेट अस्पताल में लाभार्थी अपना उपचार करा सकता है। इस योजना को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के लिए हर सरकारी अस्पतालों में कुछ कर्मचारी रखे गए थे। जिनका नाम आयुष्मान मित्र रखा गया गया। इनका काम था कि गांव-गांव में जाकर गोल्डन कार्ड बनाना। अस्पताल में जाकर आयुष्मान के मरीजों को खोजने का काम करते थे। इसके बाद मरीज का आयुष्मान कार्ड बनाने के बाद ऐसे मरीजों का अस्पताल में उपचार कराया जाता है। मरीज के भर्ती होने के बाद उनके वार्ड की फोटो और उपचार का ब्योरा का फोटो खींचकर टीएमएस पोर्टल पर अपलोड करते थे। डिस्चार्ज होने के बाद मरीज का पूरा खर्चा लिखकर फिर टीएमएस पोर्टल पर लोड किया जाता है।

योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी आयुष्मान मित्रों के जिम्मे

यह सारा कार्य आयुष्मान मित्र को करना पड़ता है। गोल्डन कार्ड बनाने से लेकर मरीज खोजने, उन्हें भर्ती कराने और अस्पताल से डिस्चार्ज कराने की जिम्मेदारी आयुष्मान मित्र की होती है। इसमें सीएचसी व पीएचसी पर आयुष्मान मित्र लगे थे उनकी पिछले पांच सालों में केवल कुछ महीने वेतन केवल एक बार दिया गया था । इसके बाद से वह फ्री आफ कास्ट काम कर रहे है। इनकी नियुक्ति 2018 संविदा कर्मचारी के रूप में हुई है।आयुष्मान मित्रों का आरोप है कि अब सरकार उनके साथ खेला शुरू कर दिया है। एक शासनादेश जारी किया है कि उत्तर प्रदेश के समस्त आयुष्मान मित्राें से अब ठेके से काम कराया जाएगा, जिसका जिम्मा एक कंपनी को सौंपा गया है। यह कंपनी अब यूपी ही नहीं पूरे देश में आयुष्मान मित्रों से ठेके पर काम करवाने का काम करेंगी।

संविदा पर ही नियुक्त रहने की उठा रहे आवाज

अब यही वेतन और काम का समय कंपनी निर्धारित करेंगी। इस योजना में जी जान से मेहनत करने वाले आयुष्मान मित्र कहां जाए। इसीलिए आयुष्मान मित्रों की मांग है कि उनकी नियुक्ति संविदा पर ही रहने दिया जाए। चूंकि कंपनी के कर्मचारी अब आयुष्मान मित्रों को फोन करके धमका रहे है कि ठेके में आकर अपना कार्यभार ग्रहण करें। अगर नहीं ज्वाइन करते है तो फिर नौकरी उनकी समाप्त हो जाएगी। कंपनी के ठेकेदारों के फोन से आयुष्मान मित्र प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन कर इसका विरोध कर रहे है। इसी के तहत रविवार को आयुष्मान मित्रों ने अम्बेडकरनगर में मुख्य चिकित्साधिकारी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि उन्हें संविदा के पद से न हटाया जाए। अब योजना के पांच साल पूरे होने पर साल 2023 में पूरी व्यवस्था को ठेका कंपनी को दिया जा रहा है। जिसे खत्म किया जाए और उनका कई माह से जो वेतन नहीं मिला उसे दिलवाया जाए।

*दीक्षांत समारोह में उपाधि के लिए रजिस्ट्रेशन करायें*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के 26 सितम्बर 2023 को होने वाले 18 वें दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पंजीकरण विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से किया जा रहा है । दीक्षांत समारोह की पंजीयन एवं वेबसाइट समिति के संयोजक डॉ आनंदानंद त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षांत समारोह में सत्र दिसंबर 2022 एवं जून 2023 की परीक्षा की सापेक्ष उत्तीर्ण शिक्षार्थी 25 सितम्बर 2023 तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट यूपीआरटीओयू डॉट एसी डॉट इन के माध्यम से आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करा लें। दीक्षांत समारोह में केवल पंजीकृत छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डा. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।