*कारोबारी ने साझेदार पर लगाया गबन का आरोप, मुकदमा दर्ज*

लखनऊ। ठाकुरगंज थाने में ट्रेडिंग कंपनी कारोबारी ने साझेदार के खिलाफ 60 लाख रुपये का गबन किए जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि, डीसीपी पश्चिम के निर्देश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

ठाकुरगंज प्रभारी निरीक्षक विकास राय ने बताया कि पीजीआई थानाक्षेत्र अन्तर्गत तेलीबाग सैनिक नगर निवासी चरन सिंह ने साझेदार सैय्यद शुजात हसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

लिखित शिकायत में पीड़ित ने बताया कि फंड का इस्तेमाल कर शुजात के संग ट्रेडिंग व्यापार शुरु किया था। आरोप है कि कई बार कहने के बावजूद शुजात ने फंड के बारे में सही जानकारी नहीं दी। इस बीच आरोपित ने 1.36 करोड़ रुपये का ट्रेड किया। व्यापार में पारदर्शिता रखने की बात पर आरोपित आनकानी करने लगा।

पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने धोखाधड़ी करने की नीयत से मोबाइल को रजिस्टर्ड करने के बजाए खुद के मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करा दिया। संदेह होने पर पीड़ित ने आरोपित से ट्रेडिंग स्टेटमेंट मांगा तब आरोपित ने एक फर्जी स्टेटमेंट वाट्सएप नंबर पर भेज दिया।

स्टेटमेंट की जांच कराने पर वह फर्जी निकला। पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने धोखाधड़ी कर उससे 60 लाख रुपये हड़प लिए है। इस पर आरोपित ने अपना फ्लैट और कार बेचकर भरपाई करने का वादा किया, बावजूद इसके आरोपित ने रुपये नहीं लौटाए।

इसके बाद पीड़ित ने डीपीसी पश्चिम से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई। जिनके निर्देश पर ठाकुरगंज पुलिस ने मामला दर्ज किया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मामले की गहनता से जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।

*छोटे भाई ने बड़े भाई को चाकू से गोदकर मार डाला, शराब पीने के बाद हुआ विवाद*

लखनऊ । राजधानी लखनऊ के गाजीपुर इलाके में रविवार देर रात नशेबाजी के दौरान हुए विवाद में युवक ने अपने सगे बड़े भाई को चाकू से गोदकर मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद वह घर पर ही बैठा रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर चाकू बरामद किया।

डीसीपी नॉर्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि गाजीपुर में एक ही मकान में तीन सगे भाई रहते हैं। रविवार रात संदीप कुमार अपने बड़े भाई सुनील कुमार (34) के साथ शराब पी रहा था। तभी दोनों का किसी बात को लेकर विवाद होने लगा।

सुनील चाकू निकाल कर संदीप पर हमला करने के लिए दौड़ा। इसी दौरान संदीप ने उससे चाकू छीन लिया और उसी पर वार पर वार कर दिया। सबसे बड़े भाई सतीश ने सुनील को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।

डीसीपी ने बताया कि सोमवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। संदीप व सुनील शराब के लती हैं। आपसी विवाद में वारदात को अंजाम दिया है। दोनों दुकानों पर काम करते थे।

*बाराबंकी में कच्चा घर भराभराकर गिरा, मलबे में दबकर भाई-बहन की मौत*

लखनऊ । अतिवृष्टि को एक सप्ताह बीतने के बाद भी हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार की देर रात सुबेहा थाना के ग्राम पंचायत किरसिया में एक घर की कोठरी अचानक भरभराकर ढह गई। हादसे के दौरान मासूम भाई बहन और दादा-दादी मलबे के नीचे दब गए। ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला लेकिन तब तक भाई बहन की मौत हो चुकी थी।

घायलों को सीएचसी लाया गया जहां से बाबा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रविवार रात सुबेहा के गांव किरसिया में मोहम्मद समीर के पुत्र फियान (9), पुत्री समायरा (6 ) व पिता मोहम्मद हलीम (65) कच्ची मिट्टी की कोठरी में सोए थे। देर रात दीवार व छत गिरने से तीनों मलबे में दब गए।

परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से मलबा हटाया लेकिन तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। मलबे की चपेट में आई दादी नरीमन को भी चोटें आई हैं। दोनों को सीएचसी हैदरगढ़ पहुंचाया गया जहां से हलीम को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। सूचना पर पुलिस और तहसील प्रशासन के लोगों ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।

*किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंचे किसान*

लखनऊ । राजधानी लखनऊ में सोमवार को किसान महापंचायत हो रही है जिसमें शामिल होने के लिए प्रदेश भर से किसान आए हुए हैं। महापंचायत लखनऊ के ईको गार्डेन में हो रही है। महापंचायत के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी पहुंच चुके हैं। उन्होंने महापंचायत को लेकर एलान किया था कि इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे वो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।

*नशे में धुत युवक और बाउंसरों के बीच समिट बिल्डिंग में मारपीट होने पर समिट क्लब को कराया बंद*

लखनऊ। राजधानी के गोमती नगर स्थित समिट बिल्डिंग में रविवार को हंगामा हो गया। यहां क्लब में एंट्री के दौरान नशे में धुत एक युवक और बाउंसरों के बीच धक्का-मुक्की हुई। फिर युवक ने अपना हाथ शीशे पर मार दिया। इससे उसके हाथ में काफी चोट आई। इसके बाद वह सीढ़ियों पर ऐसे ही घुमता आया।आखिरी में ग्राउंड फ्लोर पर आया, तो ब्लड निकलने के चलते उसकी स्थिति काफी खराब हो गई थी। वह समिट के बाहर दीवार में गिर लेट गया। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसको वहां से हटाया। उसके बाद इसको लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी में यह घटना कैद हो गई।

इस विवाद के बाद समिट बिल्डिंग में फायरिंग की अफवाह उड़ गई। लड़के और लड़कियों के बीच विवाद और फिर गोली चलने से किसी के घायल होने की सूचनाएं फैली, लेकिन कुछ देर बाद ही स्थिति साफ हो गई। दरअसल, बिल्डिंग की सीढ़ियों से लेकर नीचे ग्राउंड फ्लोर की फर्श पर खून ही खून दिख रहा था। इसलिए कई लोग घबरा भी गए। इस मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने रात 12 बजे तक समिट के क्लबों को बंद करा दिया।यह पहला मौका नहीं है, जब लखनऊ की समिट बिल्डिंग में विवाद हुआ है। यहां अक्सर विवाद होते रहता है।

यहां विवादों को देखते हुए पुलिस चौकी बनाई गई थी। लेकिन यहां की पुलिस तमाशा देखने का काम करती है। स्थिति यह है कि रात 11 बजे पुलिस के लोग बिल्डिंग में आते तो हैं, लेकिन उनके रहने का कोई असर क्लब मालिक या वहां आने वालों पर नहीं पड़ता है। यहां कोई ऐसा दिन नहीं जब विवाद न होता हो। पिछले दिनों यहां वकील और एक क्लब के स्टाफ के बीच में भी विवाद हुआ था।

*खतरे में भविष्य :आयुष्मान मित्रों को संविदा से हटाकर ठेके के हवाले किये जाने से भारी आक्रोश*

लखनऊ । आयुष्मान भारत योजना में काम करने वाले आयुष्मान मित्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। चूंकि उनकी अभी तक जो नौकरी संविदा पर है अब उसे खत्म करके एक कंपनी के अंदर ठेके पर रखने का आदेश सरकार ने जारी कर दिया है। सरकार के इस फैसले से आयुष्मान मित्रों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि जिस योजना को जमीन पर उतारने के लिए जी जान लगा दिया।आज उन्हीं की नौकरी से खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार को अपने आदेश का वापस लेना चाहिए अन्यथा आयुष्मान मित्र कोर्ट की शरण लेंगे और इसका विरोध करेंगे। अम्बेडकनगर में रविवार को सीएमओ कार्यालय पहुंचकर आयुष्मान मित्रों ने सरकार के आदेश का विरोध भी जताया। साथ ही कहा कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है वह चुप नहीं बैठेंगे। प्रधानमंत्री को उनकी समस्या सुना जाना चाहिए।

साल 2018 में लागू की गई थी आयुष्मान भारत योजना

प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत योजना है। जिसे 2018 में पूरे देश में लागू किया गया था। इस योजना के तहत दस करोड़ 74 लाख परिवारों को चयन किया गया था। प्रति परिवार को पांच लाख तक मुफ्त इलाज सभी सरकारी अस्पतालों तथा संवंद्ध प्राइवेट अस्पताल में लाभार्थी अपना उपचार करा सकता है। इस योजना को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के लिए हर सरकारी अस्पतालों में कुछ कर्मचारी रखे गए थे। जिनका नाम आयुष्मान मित्र रखा गया गया। इनका काम था कि गांव-गांव में जाकर गोल्डन कार्ड बनाना। अस्पताल में जाकर आयुष्मान के मरीजों को खोजने का काम करते थे। इसके बाद मरीज का आयुष्मान कार्ड बनाने के बाद ऐसे मरीजों का अस्पताल में उपचार कराया जाता है। मरीज के भर्ती होने के बाद उनके वार्ड की फोटो और उपचार का ब्योरा का फोटो खींचकर टीएमएस पोर्टल पर अपलोड करते थे। डिस्चार्ज होने के बाद मरीज का पूरा खर्चा लिखकर फिर टीएमएस पोर्टल पर लोड किया जाता है।

योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी आयुष्मान मित्रों के जिम्मे

यह सारा कार्य आयुष्मान मित्र को करना पड़ता है। गोल्डन कार्ड बनाने से लेकर मरीज खोजने, उन्हें भर्ती कराने और अस्पताल से डिस्चार्ज कराने की जिम्मेदारी आयुष्मान मित्र की होती है। इसमें सीएचसी व पीएचसी पर आयुष्मान मित्र लगे थे उनकी पिछले पांच सालों में केवल कुछ महीने वेतन केवल एक बार दिया गया था । इसके बाद से वह फ्री आफ कास्ट काम कर रहे है। इनकी नियुक्ति 2018 संविदा कर्मचारी के रूप में हुई है।आयुष्मान मित्रों का आरोप है कि अब सरकार उनके साथ खेला शुरू कर दिया है। एक शासनादेश जारी किया है कि उत्तर प्रदेश के समस्त आयुष्मान मित्राें से अब ठेके से काम कराया जाएगा, जिसका जिम्मा एक कंपनी को सौंपा गया है। यह कंपनी अब यूपी ही नहीं पूरे देश में आयुष्मान मित्रों से ठेके पर काम करवाने का काम करेंगी।

संविदा पर ही नियुक्त रहने की उठा रहे आवाज

अब यही वेतन और काम का समय कंपनी निर्धारित करेंगी। इस योजना में जी जान से मेहनत करने वाले आयुष्मान मित्र कहां जाए। इसीलिए आयुष्मान मित्रों की मांग है कि उनकी नियुक्ति संविदा पर ही रहने दिया जाए। चूंकि कंपनी के कर्मचारी अब आयुष्मान मित्रों को फोन करके धमका रहे है कि ठेके में आकर अपना कार्यभार ग्रहण करें। अगर नहीं ज्वाइन करते है तो फिर नौकरी उनकी समाप्त हो जाएगी। कंपनी के ठेकेदारों के फोन से आयुष्मान मित्र प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन कर इसका विरोध कर रहे है। इसी के तहत रविवार को आयुष्मान मित्रों ने अम्बेडकरनगर में मुख्य चिकित्साधिकारी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि उन्हें संविदा के पद से न हटाया जाए। अब योजना के पांच साल पूरे होने पर साल 2023 में पूरी व्यवस्था को ठेका कंपनी को दिया जा रहा है। जिसे खत्म किया जाए और उनका कई माह से जो वेतन नहीं मिला उसे दिलवाया जाए।

*दीक्षांत समारोह में उपाधि के लिए रजिस्ट्रेशन करायें*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के 26 सितम्बर 2023 को होने वाले 18 वें दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पंजीकरण विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से किया जा रहा है । दीक्षांत समारोह की पंजीयन एवं वेबसाइट समिति के संयोजक डॉ आनंदानंद त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षांत समारोह में सत्र दिसंबर 2022 एवं जून 2023 की परीक्षा की सापेक्ष उत्तीर्ण शिक्षार्थी 25 सितम्बर 2023 तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट यूपीआरटीओयू डॉट एसी डॉट इन के माध्यम से आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करा लें। दीक्षांत समारोह में केवल पंजीकृत छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डा. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

*देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिला पत्रकार एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल*


लखनऊ। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लखनऊ आगमन पर उत्तर प्रदेश ज़िला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की।

इस शिष्टाचार भेंट के दौरान रक्षा मंत्री से पत्रकार हितों को लेकर अहम चर्चा हुई।

इस अवसर पर पत्रकार एसोसिएशन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को नवंबर माह में आयोजित पत्रकारों के विशाल महासम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में आने का निमंत्रण दिया।उन्होंने गंभीरता पूर्वक प्रतिनिधि मंडल की बातें सुनी।

इस मुलाकात के दौरान एसोसिएशन के चेयरमैन अजीज सिद्दीकी, महामंत्री अब्दुल वहीद, सचिव जुबैर अहमद, वरिष्ठ पत्रकार सुल्तान शाकिर हाशमी, परवेज अख्तर, फोटोजर्नलिस्ट आरिफ़ मुकीम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को "मेरी माटी मेरा देश" का स्मृति चिन्ह भेंट किया।

*16 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा स्वच्छता पखवाड़ा*

लखनऊ। सम्पूर्ण भारतीय रेल पर 16 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2023 तक ह्यस्वच्छता पखवाड़ाह्ण-2023 मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आज पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन में मण्डल के गोरखपुर जं0, लखनऊ जं0, ऐशबाग जं०, लखनऊ सिटी, डालीगंज, बादशाहनगर, गोमतीनगर, गोण्डा जं0, बढ़नी, बहराइच, बस्ती एवं खलीलाबाद आदि विभिन्न स्टेशनों तथा रेलवे कालोनियों में "स्वच्छ संवाद दिवस" के अंतर्गत वृहद स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस अवसर पर रेल कर्मियों की जागरूकता टीम द्वारा जन संवाद के माध्यम से रेल यात्रियों को जागरूक किया गया कि वह स्टेशन प्लेटफार्म, रेलवे ट्रैक, ट्रेन और रेलवे परिसरों जैसे आवासीय कॉलोनियों, विश्राम गृहों और शयनगृहों, रनिंग रूमों, चिकित्सालय, स्वास्थ्य इकाइयों और स्कूलों में कूड़ा करकट, प्लास्टिक कचरा आदि का निस्तारण उचित डस्टबिन के माध्यम से करने के लिए जागरूक किया गया। रेलवे एरिया में खुले स्थान पर मल मूत्र का त्याग न करें, अपितु शौचालय का प्रयोग करें। रेलवे स्टेशन आपकी अपनी सम्पत्ति है तथा इसको स्वच्छ रखना आपका नैतिक कर्तव्य भी है तथा गंदगी करने वालों के विरुद्ध जुमार्ना का भी प्रावधान है।

स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हम सभी के लिये बहुत जरुरी है। ये समाज में अच्छे व्यक्तित्व और प्रभाव को बनाने में मदद करता है, क्योंकि ये आपके अच्छे चरित्र को दिखाता है। धरती पर हमेशा के लिये जीवन को संभव बनाने के लिये अपने शरीर की सफाई के साथ पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों (भूमि, पानी, खाद्य पदार्थ आदि) को भी साफ बनाए रखना चाहिये। स्वच्छता हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से स्वस्थ बनाता है।

मण्डल में रेलवे अधिकारी, रेलवे कर्मचारियों, गैर सरकारी संगठनों, यूनियन/एसोसिएशनों तथा स्काउट गाइड्स की सहभागिता में स्वच्छता के प्रति सजग रहने एवं स्वच्छता हेतु श्रमदान तथा रेलवे अधिकारियों, कर्मचारियों को ह्यस्वच्छता शपथह्ण दिलाई गयी।

'मेरी सीट मेरा डिब्बा' थीम के अंतर्गत स्टेशनों तथा ट्रेनों में यात्रियों को यात्रा के दौरान पेपरलेस टिकट के अधिक उपयोग हेतु जागरूक किया गया। सभी स्टेशनों पर पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम द्वारा ह्णस्वच्छ संवाद दिवसह्ण के अवसर पर जागरूकता सन्देशों की लगातार उद्घोषणा भी की जा रही है। रेलवे कर्मचारी एवं यात्रीगण, रेल परिसर को स्वच्छ रखने में रेलवे प्रशासन को अपना सहयोग प्रदान करें। ह्लस्वच्छता पखवाड़ा'' के अर्न्तगत कल दिनांक 18 सितम्बर 2023 को ह्णह्णस्वच्छ स्टेशनह्णह्ण दिवस के रूप में मनाया जायेगा।

*प्रधानपति के दो हमलावर जेल भेजे गए*

लखनऊ। गोसाईगंज विकास खंड के नूरपुर गांव में प्रधानपति पर जानलेवा हमला करने वाले दो नामजद लोगो को बाबू बनारसी दास थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने उनके पास से हमले में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद किया है।

नूरपुर बेहटा निवासी अतर सिंह यादव की पत्नी सविता यादव नूरपुर की प्रधान हैं। शुक्रवार को शाम राम अवध यादव उसके पुत्र सत्येंद्र और मित्र अच्छे खान ने अतर सिंह पर कुल्हाड़ी और लाठी से हमला कर दिया। हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए।

बताया गया कि अतर सिंह को राम अवध यादव उर्फ ऊदल ने नया नूरपुर गांव में बुलाया था। वहा नाली खड़ंजे की बात पर राम अवध ने गाली गलौज शुरू कर दिया। अतर सिंह ने उनको मना किया तो राम अवध उसके बेटे सत्येंद्र यादव और सेमनापुर गांव निवासी अच्छे खान ने अतर सिंह पर लाठी और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।

अतर सिंह के भाई मुकेश यादव ने बाबू बनारसी दास थाने में प्राण घातक हमले की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। प्रधान संघ ने हमले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग उठाई थी। पुलिस ने प्रधान पति पर हुए प्राण घातक में नामजद सत्येंद्र यादव और अच्छे खान को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पुलिस ने उनके पास से हमले में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद की है। पुलिस का कहना है की तीसरे हमलावर राम अवध यादव की तलाश जारी है।