*रामगंगा का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा, लोगों ने ली राहत की सांस, कड़का बांध की स्थिति जर्जर*
अमृतपुर फर्रुखाबाद । रामगंगा नदी का जलस्तर घटने से लोगों ने राहत की सांस ली है। पिछले चार दिन से बढ़ रहे रामगंगा नदी के जलस्तर से लगभग दो दर्जन गांवों के लोगों की नींद उड़ी हुई है। जलस्तर कम होने से लोगों के साथ साथ प्रशासन ने भी राहत महसूस की है। काफी पुराना हो चुका राजेपुर से अलादपुर भटौली तक बना कड़क्का बांध भी कई जगह जर्जर हालत मे है। रामगंगा नदी के उफान से बांध के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग के अवर अभियंता योगेश कुमार शर्मा ने बांध पर कार्य कराया। उन्होंने बोरियों मे मिट्टी भरकर ग्राम वीरपुर और बिरसिंहपुर के पास लगवाई।
जिससे बांध पर किसी तरह का कोई रिसाव न हो सके। यदि धोखे से भी बांध मे रिसाव आया तो गंगापार के लिए हालात काफी बदतर हो जायेंगे। कड़क्का बांध कटने से दर्जनों गांवों के जल समाधि लेने से इंकार नहीं किया जा सकता। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी से कड़क्का बांध की स्थाई मरम्मत कराने की मांग की है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता योगेश कुमार शर्मा ने बताया बांध की सुरक्षा के दृष्टिकोण से मिट्टी भरकर बोरियां लगवाई जा रही हैं। आलादपुर भटौली में आज भी लोग अपने मकानो को तोड़ते नजर आए। टूटते मकान का मलवा सिर पर रखकर ढोती महिलाओं से जब संबादाता ने बात की तो उनका दर्द छलक आया। कोई अपने पिता तो कोई अपने भाई को कोसती नजर आई।
महिलाएं बोली शादी को अभी एक साल भी नही हुई। अब आशियाना टूट रहा है। कहां और कैसे फिर से सिर छुपाने की व्यवस्था हो पाएगी। कह रही थी इससे अच्छा कहीं भी शादी हो जाती तो ठीक था। नदी की धार मे पहले खेत अब घर कट रहे हैं। कैसे आगे परिवार चलेगा। चारो तरफ अंधकार नजर आ रहा है। इतना कहते हुए। आंखों मे आंसू लिए महिलाएं फिर से मकान का मलवा ढोने लगती हैं। गंगा नदी के बाद रामगंगा नदी की बाढ़ से अब गंगापार का आदमी पूरी तरह से टूटने लगा है।
Sep 18 2023, 18:51