*कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है निपाह वायरस, खौफ, केरल में बढ़ा संक्रमण का खतरा, कर्नाटक-तमिलनाडु में भी अलर्ट*
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देश में एक बार फिर वायरस का खतरा पैदा हो गया है।केरल में निपाह वायरस ने फिर से दस्तक दी है। ताजा प्रकोप में छह मरीजों की पहचान हुई और दो मरीजों की मौत हो गई। राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक अलर्ट पर है।यहां निपाह वायरस के बढ़ते मामलों के कारण लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा, संक्रमण का जोखिम तेजी से बढ़ रहा है, सुरक्षात्मक रूप से सभी लोगों को बचाव के लिए प्रयास करते रहने की आवश्यकता है। वायरस के प्रसार का जिस तरह से अलग-अलग जिलों में भी बढ़ने का जोखिम देखा जा रहा है, इस खतरे को देखते हुए आसपास के राज्यों की भी अलर्ट रहने की आवश्यकता है।
कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है निपाह वायरस
निपाह वायरस की पहचान, मरीजों के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटीन करना और उन्हें आइसोलेट करना, कुछ ऐसे तरीके हैं जिससे इस वायरस को काबू किया जा सकता है। ठीक कोरोना वायरस संक्रमण की तरह। लोगों के एक-दूसरे के संपर्क में आने से वायरस फैलता है। राहत की बात यह है कि निपाह वायरस के संक्रमण की रफ्तार कोरोनावायरस की तुलना में काफी कम होती है और यह केवल तभी फैल सकता है जब आप संक्रमित मरीज के बॉडी फ्लूइड , जैसे कि खून सलाइवा या मल मूत्र के संपर्क में आ जाएं या फिर बहुत लंबे समय तक ऐसे मरीज के बेहद नजदीक रहे हों हालांकि, इसकी मृत्यु दर कोरोना के 2-3 फीसदी के मुकाबले 40-70 फीसदी है। खतरे को ध्यान में रखते हुए बीते दिन शुक्रवार को जुमे की नमाज मस्जिदों में नहीं हुई। एक-दूसरे के संपर्क में आने से वायरस के फैलने का खतरा है।
कोझिकोड में सभी शैक्षणिक संस्थान 24 सितंबर तक बंद
निपाह वायरस को देखते हुए कोझिकोड में सभी शैक्षणिक संस्थानों को अगले रविवार यानी 24 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसमें स्कूल, प्रोफेशनल कॉलेज और ट्यूशन सेंटर्स शामिल हैं। कोझिकोड जिला प्रशासन के मुताबिक पूरे सप्ताह सभी शैक्षणिक संस्थानों में ऑनलाइन क्लास करवाई जा सकती है। इस बाबत केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को बताया कि अबतक निपाह वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वालों की संख्या बढ़कर 1080 पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि इनमें से 130 नए लोगों को शुक्रवार के दिन लिस्ट में शामिल किया गया है। संक्रमितों से संपर्क में आए सभी 1080 लोगों में से 327 लोग हेल्थ वर्कर्स हैं।
पड़ोसी राज्य हुए अलर्ट
केरल में बढ़ते संक्रमण के जोखिमों को देखते हुए पड़ोसी राज्य भी अलर्ट हो गए हैं। पड़ोसी राज्य में निपाह के प्रकोप के बाद कर्नाटक सरकार ने दिशानिर्देश जारी करके केरल के प्रभावित क्षेत्रों की अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। राज्य सरकार ने सीमाई जिलों कोडागु, दक्षिण कन्नड़, चामराजनगर और मैसूर के स्वास्थ्य विभाग से सर्विलांस बढ़ाने कहा है। पड़ोसी राज्य से आने वाले लोगों की जांच करने कहा गया है, ताकि राज्य में निपाह की एंट्री को रोका जा सके।
क्या होता है निपाह वायरस
निपाह वायरस चमगादड़ों और सुअर के जरिए इंसानों में फैल सकता है। जानवरों से इंसानों में होने वाली बीमारी को ज़ूनोटिक डिजीज कहा जाता है। लिहाजा निपाह वायरस zoonotic disease की कैटेगरी में आता है। निपाह वायरस बुखार की तरह आता है। कई लोगों को शुरुआत में कोई लक्षण नहीं होते, केवल सांस लेने में दिक्कत होती है। सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी भी हो सकती है। लेकिन लंबे समय तक मरीज में ये इंफेक्शन रह जाए तो एन्सेफिलाइटिस यानी दिमागी बुखार में बदल जाता है और जानलेवा हो सकता है।
Sep 16 2023, 15:20