*गाड़ी से उतारते समय फटा ऑक्सीजन सिलेंडर, एक की मौत, एक गंभीर रूप से घायल*


लखनऊ । लखनऊ में बालागंज चौराहे के पास एक अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर सप्लाई करने वाले दो कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। उनके हाथ पैर के चिथडे़ उड़ गए। एक के सिर का हिस्सा भी उड़ गया। पुलिस ने राहगीरों की मदद से दोनों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां एक की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस हादसे आसपास इलाके में दहशत फैल गई।

फरीदीपुर निवासी संजय का ऑक्सीजन प्लांट है। उनके मुताबिक जेपीएस अस्पताल में सिलेंडर की सप्लाई करने के लिए उनके कर्मचारी शोभित और आरिफ डाला लेकर गए थे। अस्पताल के बाहर डाला खड़ा करने के बाद जैसे ही दोनों ने पीछे जाकर सिलेंडर उठाने का प्रयास किया वैसे ही एक सिलेंडर में धमाका हो गया। आरिफ और शोभित उछल कर दूर जा गिरे। हाथ पैर और शरीर के कई हिस्सों के चिथड़े हो गए।  इस दौरान एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई।

खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देख उनको कोई हाथ तक नहीं लगा रहा था। 108 एंबुलेंस की टीम पहुंची। पुलिस कर्मियों की मदद से दोनों को अस्पताल भिजवाया गया। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि घायलों का इलाज प्राथमिकता है। बाकी जांच में देखा जाएगा कि हादसे की वजह क्या है। उधर जेपीएस अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उनकी तरफ से कोई ऑर्डर ऑक्सीजन सिलेंडर का नहीं दिया गया था। डीसीपी पश्चिमी राहुल राज ने बताया कि  आरिफ की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जबकि शोभित की हालत गंभीर बनी हुई।
*लखनऊ में तालाब में डूबकर दो युवकों की मौत, ग्रामीणों की मदद से दोनों के शवों को निकाला गया बाहर*


लखनऊ । राजधानी के भाटन खेड़ा गांव के बाहर तालाब में दो युवक डूब गए हैं। मृतक बुधवार को घर से निकले थे। ग्रामीणों की मदद से दोनों युवकों के शव तालाब से बरामद किए गए हैं। मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है। ग्रामीणों ने हंगामा कर रहे हैं।
घटना लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के भाटन खेड़ा गांव की है। जहां बुधवार शाम अवरेश (35) अपने चचेरे भाई शनुज (14) के साथ भैंस खोजने के लिए घर से बाहर निकला था। जिसके बाद दोनों लापता हो गए थे।
परिजनों ने आस पास के इलाके में खोजने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। गुरुवार सुबह परिजन गांव के बाहर बने तालाब के किनारे पहुंचे। तालाब में ग्रामीणों की खोजने पर अवरेश का शव बरामद हुआ। जबकि अवरेश के चचेरे भाई शनुज का शव थोड़ी देर बाद बरामद हुआ।

बुधवार शाम से लापता चचेरे भाइयों को खोज रहे परिजन गुरुवार को आक्रोशित हो गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी लापरवाही बरती जा रही। करीब तीन घंटे तक पुलिस दूसरा शव बरामद करने में नाकाम रही। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर एसडीआरएफ की टीमों को भी बुलाया गया। हालांकि करीब दस बजे गोताखोरों की मदद से दूसरा शव भी बरामद कर लिया गया।

परिजनों के हंगामे की सूचना मिलने के बाद एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद ने परिजनों से बातचीत कर शांत कराया। एसीपी मोहनलालगंज नवीन सिंह और मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी संतोष कुमार आर्या घटना स्थल पर मौजूद रहे।

इलाके में हुए अवैध खनन के बाद तालाब गहरा हो गया था। बीते दिनों हुई बारिश के कारण बारिश का पानी तालाब में जमा हो गया। मृतक चचेरे भाई भैंस खोजने निकले तो तालाब की दलदल में फंस गए। तालाब में डूबने के कारण दोनो की मौत हो गई। फिलहाल, पुलिस ने बरामद चचेरे भाइयों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मॉक ड्रिल : आतंकी हमले की सूचना पर पल भर में हेलीकॉप्टर से विधान भवन के ऊपर उतरे कमाडो, हमले को किया नाकाम

लखनऊ । यूपी पुलिस और एनएसजी के जवानों ने दिखाया कि वो किसी भी आतंकी हमले को बेअसर करने और आतंकियों को धूल चटाने के लिए तैयार हैं। बृहस्पतिवार को लखनऊ के विधानभवन में की गई मॉक ड्रिल में आतंकी हमले की सूचना पर पल भर में ही कमांडो पहुंचे और विधान भवन के ऊपर हेलीकॉप्टर से उतरे।

उन्होंने कुछ ही मिनट में अपनी पोजिशन लेते हुए हालात को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया। इस दौरान हेलीकॉप्टर से उतरते जवानों को देखकर लोग रुक गए और वीडियो बनाने लगे। इसके पहले बुधवार को भी लखनऊ में ऑपरेशन 'गांडीव फाइव' के तहत शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर मॉक ड्रिल की गई थी।

लखनऊ में विधानसभा की छत पर गुरुवार सुबह 6 बजे एनएसजी कमांडो को उतारने के लिए हेलिकॉप्टर पहुंचता है। कमांडो मोर्चा संभालते हैं। दरअसल, बुधवार रात करीब 8:10 बजे ही विधानसभा के ठीक सामने लोकभवन पर आतंकी हमला हो जाता है। आतंकी ताबड़तोड़ फायरिंग के बीच जेहादी नारे लगाते हुए लोकभवन के भीतर घुसते हैं।

चार बम ब्लास्ट लोकभवन के गेट नंबर-2 और फिर दो ब्लास्ट लोकभवन परिसर में होते हैं। लोकभवन पर 26/11 की तरह आतंकी हमले करते हुए भीतर कई बीआईपी के साथ बड़ी संख्या में अधिकारियों और नागरिकों को अपने कब्जे में ले लेते हैं।

सूचना मिलते ही ठीक 8:14 बजे फायर सर्विस हाइड्रोलिक के साथ मौके पर पहुंच जाती है। उनके साथ एम्बुलेंस में मेडिकल टीम भी रहती है। 7 आतंकियों के लोकभवन के भीतर होने की सूचना पर NSG कमांडो भी मोर्चा संभालते हैं। बम धमाके की सूचना पर विधान भवन के आस-पास भगदड़ मच जाती है।

NSG कमांडो को एक्शन लेते देख कुछ पल के लिए, तो लगा कि यह सही का आतंकी हमला है। हालांकि, बाद में स्थिति साफ हुई। लोगों को पता चला कि यह तो मॉकड्रिल है। विधानसभा के बाद पुलिस मुख्यालय की सिग्नेचर बिल्डिंग पर मॉकड्रिल शुरू हो गई है। इसे देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना पहुंच गए हैं।

आतंकी हमले की सूचना मिलने पर NSG कमांडो लोकभवन में पीछे के हिस्से से दाखिल हो गए। वह 26/11 की तर्ज पर हुए आतंकी हमले को भांपते हुए विधानसभा और लोकभवन में चारों तरफ से घेराबंदी करके अलग-अलग रास्तों से प्रवेश करते हैं। कमांडो इन भवनों के दरवाजे, खिड़कियों और छोटे एरिया से प्रवेश करते हैं।मॉकड्रिल के दौरान NSG कमांडो ने आधुनिक हथियार वाल रडार, रोडों सर्विलांस कैमरा और मिनी ड्रोन का इस्तेमाल किया। आईडी लगाकर धमाके के साथ एक दरवाजे को तोड़ते हुए दुश्मन के ऊपर धावा बोल देते हैं। इन सारे एक्शन को कैमरे के जरिए दूसरी टीम भी देखती है। कमांडो के साथ कैनाइन यूनिट के डॉग स्क्वायड भी शामिल आतंकियों की तरफ बढ़ते हैं।

*माॅर्क ड्रिल : चारबाग स्टेशन, बस स्टैंड पर फटा बम, कमांडो ने संभाला मोर्चा*

लखनऊ । रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बम फटते ही हाथों हाथों में गन लिए ब्लैक ड्रेस पहने कमांडो ने स्टेशन को चारों तरफ से घेर लिया। उन्होंने स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म को अपने कब्जे में लिया। प्लेटफॉर्म पर बैठे यात्रियों को सुरक्षा के बीच बाहर ले गए। इसके डॉग स्क्वॉयड ने चेकिंग शुरू कर दी। कुछ ऐसा ही नजारा बस स्टैंड व लुलू माल, ताज होटल व एयरपोर्ट में देखने को मिला।

चूंकि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पुलिस व एनएसजी कमांडों द्वारा मार्क ड्रिल किया जा रहा था। मार्कड्रिल देखकर लोगों में दहशत न उत्पन्न हो इसलिए स्पेशल डीजी लॉ एंड आॅर्डर ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी भी जारी किया था कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह मॉकड्रिल गुरुवार को भी जारी रहेगा।

आतंकवादी घटनाओं से निपटने के लिए एटीएस ने पुलिस, जीआरपी और रेलवे पुलिस के साथ मॉक ड्रिल किया। इसी के तहत दोपहर 3:55 बजे चारबाग स्टेशन पर बम फटने की सूचना दी गई। बताया कि प्लेटफार्म नंबर 6 पर पानी की टंकी के पास बम फटा है। इसके बाद आतंकवादी मवैया की तरफ निकल भागे हैं।

इसके बाद कमांडो ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव का काम शुरू किया। एनएसजी ने चारबाग के अलावा आलमबाग स्टेशन, प्लासियो और फिनिक्स पर भी इसी तरह से मॉक ड्रिल किया। इसके बाद बस स्टैंड, ताज होटल, लुलू माल फिर रात में एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल किया गया।

मॉक ड्रिल के ुदौरान किसी को आने-जाने में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके तहत राजधानी पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है और ट्रैफिक डायवर्जन के भी निर्देश दिए गए हैं। इसी के तहत मॉक ड्रिल से पहले चारबाग की मुख्य सड़कों से अतिक्रमण हटाया गया जिससे सड़क पर जाम न लगे। जेसीपी लॉ उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को यूपी पुलिस और एनएसजी की टीम ने इस तरह की घटनाओं पर अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने के लिए संयुक्त अभ्यास 'गांडीव-5' को अंजाम दिया।

यह संयुक्त अभ्यास गुरुवार को भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल से जनता घबराये नहीं। इसलिए स्पेशल डीजी लॉ एंड आॅर्डर प्रशांत कुमार ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की। इसमें उन्होंने लोगों से संयम रखने और विचलित न होने की अपील की। साथ ही किसी प्रकार की अफवाह न फैलाने और न ही अफवाहों पर ध्यान देने के लिए भी कहा।

*मजदूर ने फांसी लगाकर दी जान*

लखनऊ । राजधानी के चिनहट थानाक्षेत्र में एक मजदूर ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

मीरा देवी पत्नी सत्यवान निवासी ग्राम छंगरपुर थाना महमूदाबाद जनपद सीतापुर हाल पता धावा स्टेट थाना चिनहट ने पुलिस को सूचना दिया कि बुधवार को समय करीब 15 बजे उसके पति सत्यवान उम्र करीब 35 वर्ष ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है।

इस सूचना पर एसआई राजेश कुमार चौरसिया ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया । जिनके द्वारा बताया गया कि सत्यवान उपरोक्त द्वारा धावा स्टेट चिनहट लखनऊ में किसी के अर्द्धनिर्मित मकान में अपने परिवार के साथ रहता था। उसी मकान में छत के कुंडे में साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया। मृतक के 4 बच्चे है एवं मृतक मजदूरी करता था।

*राजधानी में चोरों के आतंक से लोग परेशान,पीजीआई व तालकटोरा में चोरों ने दो घरों को किया साफ*

लखनऊ । राजधानी में तमाम सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद भी चोरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन कहीं न कहीं लोगों के घरों का ताला तोड़ दे रहे है। इसी क्रम में थाना पीजीआई व थाना तालकटोरा क्षेत्र में दो घरों का ताला तोड़कर जेवरात व नकदी समेट लिया।

पीड़ित डॉ. शिवलाल गुप्ता पुत्र राम भरोसे गुप्ता निवासी सेक्टर-2 सी / 98 वृन्दावन योजना-2 रायबरेली रोड ने थाना पीजीआई पर सूचना दिया कि 27 अगस्त की रात्रि अपने पुत्र सौरभ गुप्ता के साथ जनपद मेरठ गया था। वादी मंगलवार को सुबह अपने उक्त आवास पर वापस आया तो देखा कि घर के अंदर का दरवाजा खुला हुआ था और सारा सामान अस्त व्यस्त पड़ा था। घर में रखे सोने चांदी के कीमती जेवरात व अन्य घरेलू सामान अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर लिया गया है। इस सूचना पर थाना पीजीआई पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

दूसरी घटना थाना तालकटोरा से है। यहां के कन्हैया लाल वर्मा पुत्र एम प्रसाद निवासी डी 155 राजाजीपुरम ने थाना तालकटोरा पर सूचना दिया कि वादी 11 सितंबर को समय करीब 22 बजे पास में ही ब्लॉक-ई अपने रिश्तेदार के घर गए थे। वादी जब मंगलवार समय करीब आठ बजे सुबह वापस अपने घर पर आए तो देखा कि घर के अंदर का दरवाजे का कुण्डा टूटा हुआ है और घर पर अलमारी में रखी वादी की लाइसेंसी पिस्टल, नगदी व अन्य घरेलू सामान अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर लिया गया है। इस सूचना पर थाना तालकटोरा ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

*बंधे किनारे मिली महिला की लाश, मदेयगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लिया कब्जे में*

लखनऊ। राजधानी के मदेयगंज में एक महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम को भेज दिया। महिला की शिनाख्त नहीं हो पायी। महिला की उम्र करीब चालीस वर्ष के आसपास बताई जा रही है।

पुलिस के मुताबिक एक महिला पक्के पुल के नीचे बंधा रोड पर झाड़ियों के पास लोगों ने तड़पते देखा तो पुलिस को सूचना दिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला दर्द से तड़प रही थी। आनन-फानन में पुलिस महिला को लेकर अस्पताल भागी लेकिन रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया। प्रभारी निरीक्षक अभय कुमार सिंह ने बताया कि महिला की शिनाख्त नहीं हो पायी है।

महिला को देखने के बाद यही लग रहा था कि उसे झाड़ी में किसी जहरीले जंतु ने काट लिया हो। चूंकि जब पुलिस पहुंची तो महिला तड़प रही थी। महिला के शव का शिनाख्त कराने का प्रयास किया गया लेकिन नहीं हो पायी। ऐसे में शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। महिला की मौत कैसे हुई है। अब यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा।

*लखनऊ में कार ने दो साल की मासूम को रौंदा, मौत, आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन*

लखनऊ। राजधानी के कैसरबाग थाना क्षेत्र स्थित घसियारी मंडी में बुधवार रात सिल्वर हाइट अपार्टमेंट से निकली कार ने दो साल की मासूम सृष्टि को रौंद दिया। बच्ची की चीख सुनकर पास ही टहल रही उसकी मां किरन पास पहुंची तो देखा बच्ची खून से लथपथ पड़ी थी। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्‌ठा होने लगे। उन्हें देखकर ड्राइवर कार लेकर भाग निकला।

आक्रोशित परिजनों ने ड्राइवर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बुधवार रात 12 बजे के बाद पुलिस ने शव को हटाने की कोशिश की। तो भीड़ में शामिल लोग भड़क गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठी फटकारते हुए कर लोगों को खदेड़ दिया। फिर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल यहां शांति बनी हुई है।

बाराबंकी चंदौली में रहने वाले दुर्गेश गुप्ता दो महीने पहले अपनी पत्नी कंचन और बेटी सृष्टि को लेकर लखनऊ के कैसरबाग स्थित घसियारी मंडी में छोड़ गए। यहां उनका ससुराल है। बुधवार रात करीब आठ बजे सृष्टि सिल्वर हाइट अपार्टमेंट के परिसर में खेल रही थी। परिवार को उस वक्त पूरी घटना का पता चला, जब मां कंचन घर से बाहर निकली। कंचन ने सृष्टि को खून से लथपथ जमीन पर पड़ा देखा।

उसके सिर पर गंभीर चोट लगी थी। परिजन उसको गंभीर हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी सांस थम चुकी हैं। जब परिवार के लोगों ने अपार्टमेंट के और लोगों से पूछताछ की, तो सामने आया कि एक कार ने सृष्टि को टक्कर मारी थी। जिसके बाद ये हादसा हुआ।

आक्रोशित परिजनों व मुहल्लेवासियों ने कार के ड्राइवर की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को अशोक लाट चौराहे पर रख दिया। यहां लोग जमा हो गए और प्रदर्शन शुरू हो गया। चारों तरफ जाम लग गया। लोगों का आक्रोश देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

पुलिस अधिकारी देर रात तक लोगों को समझाने की कोशिश करते रहे। इस दौरान ही करीब 40-50 लोग अपार्टमेंट पहुंच गए। जिन्हें रोकने की कोशिश पुलिस ने की। इस पर पुलिस से हाथापाई हो गई।

देर रात करीब 12 बजे पुलिस ने जबरदस्ती शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की कोशिश की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने अशोक लाट चौराहे से लाटूश रोड जाने वाली सड़क पर इकट्‌ठा होकर पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू किया। इसके बाद पुलिस ने लाठियां फटकारना शुरू किया। भीड़ को खदेड़ दिया।

एसीपी कैसरबाग प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। चालक की तलाश के लिए घटनास्थल के पास लगे CCTV की फुटेज खंगाली गई। कुछ तस्वीरें मिली भी हैं। जल्द ही ड्राइवर को पकड़ लेंगे।

*साइबर क्राइम सेल ने ठगी 4,41,969 रुपए कराया वापस,अज्ञात व्यक्ति के कहने पर मोबाइल किसी प्रकार का ऐप लोड न करे*

लखनऊ । साइबर क्राइम सेल द्वारा आवेदिका के खाते से 4,41,969 रुपए की अवैध रुप से हुई निकासी को आवेदिका के खाते में वापस कराया गया ।पुलिस आयुक्त द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपराध में संलिप्त वांछित अभियुक्तो की गिरफ्तारी व अपराध के रोकथाम के आदेश के क्रम साइबर क्राइम सेल के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए आवेदिका के खाते से अवैध रूप से हुये 4,41,969 रुपए के ट्रान्जेक्शन को आवेदिका के खाते में पुन: वापस कराया गया।

शिखा तिवारी पत्नी आशुतोष के द्वारा अवगत कराया गया कि सात अगस्त को उनके खाते से अवैध रूप से 4,41,969 रुपये की निकासी हो गयी। जिसके सम्बन्ध आवेदिका द्वारा साईबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करायी गयी। साइबर सेल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए बैंक व कंपनियों से पत्राचार कर संदिग्ध खातों को फ्रीज करा दिया। इसके बाद आवेदिका के खाते के ठगी के सभी पैसे वापस कराया।

साइबर सेल प्रभारी सतीश साहू ने इस तरह के फ्राड का देखते हुए अपील किया किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर किसी भी प्रकार का ऐप डाउनलोड ना करें। ऐसी काल आने पर अपने नजदीकी थाने व साइबर क्राइम सेल एवं 1930 पर शिकायत दर्ज करें।

*लखनऊ में फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़,चार गिरफ्तार*

लखनऊ । यूपी एसटीएफ ने इंटरनेट और फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले चार लोगों को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों से पूछताछ करने पर पता चला कि यह लोगों बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर आॅफिस बुलाते थे। जहां फर्जी तरीके से दस्तावेज मिलाने के साथ साक्षात्कार तक अरेंज कराते थे। जिसके बाद ज्वाइनिंग लेटर के नाम पर बीस हजार से एक लाख रुपये तक की धनराशि लेते थे। यह सारा खेल कई साल से चल रहा था और गाजीपुर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब जाकर एसटीएफ ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया।

नौकरी के नाम पर धन उगाही की मिल रही थी सूचना

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम राजन श्रीवास्तव पुत्र स्व. प्रकाश लाल श्रीवास्तव निवासी बिसन्दरपुर जिला मीरजापुर ,राकेश शर्मा पुत्र राम कृष्ण शर्मा, निवासी बनगांव जिला गोरखपुर, सुरेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र महेन्द्र प्रताप सिंह, निवासी ग्राम आचीतपुर जिला प्रतापगढ़ ,सुमेन्द्र तिवारी पुत्र स्व. जितेन्द्र तिवारी, निवासी ग्राम बेहता बुजुर्ग जिला हरदोई है। ये चारों अभियुक्त ओम प्लाजा सेक्टर 19 इंदिरानगर लखनऊ में रहते थे। एसटीएफ ने इनके कब्जे से तीन लैपटाप, 70 मोबाइल फोन, 97 कार्ड विभिन्न कंपनियों के, डाटा सीट कुल 141 वर्क, सीवी 42 वर्क, चेकबुक 13, पासबुक एक, एटीएफ कार्ड नौ, एटीएम स्वैपिंग मशीन एक बरामद किया है।

नौकरी का झांसा देकर करते थे ठगी

एसटीएफ लखनऊ को काफी दिनों से फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से बेरोजगार शिक्षित नवयुवकों से नौकरी के नाम पर धनउगाही करने वाले संगठित गिरोह के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हो रही थी। इसी क्रम में धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ मंगलवार को मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि विगत तीन वर्षो से लगातार फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से बेरोजगार शिक्षित नव युवकों से नौकरी के नाम पर धनउगाही करने वाले संगठित गिरोह ओम प्लाजा इन्दिरानगर सेक्टर19 में कॉल सेन्टर खोल कर बेरोजगार नवयुवकों को गुमराह कर धनउगाही कर रहे है।

तीन साल फर्जी नौकरी देने का चल रहा था खेल

इस सूचना पर निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह टीम के साथ मुखबिर के बताये हुए स्थान पर पहुंचकर आवश्यक घेराबन्दी करते हुए उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि हम सभी की मुलाकत नोएडा में नौकरी करने के दौरान हुई थी जिसके पश्चात विगत तीन वर्षो से हम लोग एक साथ फर्जी व कूटरचित नाम पतों पर प्री एक्टिवेटेड मोबाइल सिम कार्ड भारी मात्रा में खरीदते है व इन्टरनेट पर शिक्षित बेरोजगार नवयुवकों का डाटा डाउनलोड कर उन्हे फोन कॉल करके फर्जी नौकरियों के नाम पर धन उगाही करते है। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।