हैदराबाद रियासत का भारत में विलय (ऑपरेशन पोलो) की 75 वीं वर्षगांठ प्लेटिनम जुबली वर्ष पर भारत के जांबाज नायको ,वीर सैनिकों एवं अमर शहीदों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।   

  आज दिनांक 13 सितंबर 2023 को हैदराबाद रियासत का भारत में विलय की 75 वीं वर्षगांठ प्लैटिनम जुबली वर्ष पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया।इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली,डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान , सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी एवं पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि देश की अखंडता एवं संप्रभुता के लिए हैदराबाद रियासत का भारत में विलय (ऑपरेशन पोलो) के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर ऑपरेशन पोलो में भाग लेने वाले जांबाज नायको ,अमर शहीदों एवं वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि तत्कालीन भारत सरकार के गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल एवं हमारे भारतीय वीर सैनिकों के प्रयासों से 5 दिनों के जद्दोजहद के बाद हैदराबाद रियासत भारत गणराज्य का अंग बना । हैदराबाद मे बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा हैदराबाद पर सैन्य कार्रवाई का फैसला किया गया। 13 सितंबर 1948 को भारतीय सेना ने हैदराबाद पर कार्रवाई शुरूकी। भारतीय सेना की इस कार्रवाई को ऑपरेशन पोलो का नाम दिया गया 

। उस समय हैदराबाद में विश्व में सबसे ज्यादा 17 पोलो के मैदान थे।इस लिए इसे ऑपरेशन पोलो रखा गया ।भारतीय सेना का नेतृत्व मेजर जनरल जेएन चौधरी कर रहे थे। भारतीय सेना को पहले और दूसरे दिन कुछ परेशानी हुई और फिर विरोधी निजाम उस्मान अली की सेना ने हार मान ली। 

13 सितंबर से 17 सितम्बर की शाम तक चले संघर्ष में हैदराबाद की सेना ने हथियार डाल दिए। पांच दिनों तक चली कार्रवाई में लगभग1373 रजाकार मारे गए थे। हैदराबाद के 807 जवान भी मारे गए। 

भारतीय सेना ने अपने लगभग 66 जवान खोए जबकि लगभग 97 जवान घायल हुए।इस मंच से हम उन्हें श्रध्दांजलि अर्पित करते हैं।

98.16 लाख से ऐतिहासिक कालीबाग मंदिर की चहारदीवारी व मेन गेट का महापौर ने बांटा कार्यादेश, बोलीं-नगर निगम क्षेत्र के एतिहासिक धरोहरों की संरक्षा

बेतिया : महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के एतिहासिक धरोहरों की संरक्षा मेरी पहली प्राथमिकता है। वे बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में 98 लाख 16,090 की लागत से होने वाले शहर के ऐतिहासिक कालीबाग मंदिर के बाउंड्री वॉल और परिसर के मेंन गेट का निर्माण कार्य का कार्यादेश बांटने के मौके पर बोल रहीं थीं। 

श्रीमती सिकारिया ने कहा कि कालीबाग मंदिर जैसे शहर के ऐतिहासिक धरोहर की उपेक्षा की पीड़ा मेरे मन को काफी समय से तकलीफ दे रही थी। अतिक्रमण और उपेक्षा से इस धरोहर को बचाने का संकल्प मैंने मेयर पद की शपथ लेते समय ही कर लिया था। इस ऐतिहासिक कार्य के पूरा होना सुनिश्चित होने का कार्य अपने हाथों संपन्न होने को मैं अपना परम सौभाग्य मान रही हूं। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने यह भी कहा कि इसके लिए मैं स्थानीय पार्षद सहित पूरे बोर्ड के प्रत्येक सदस्य एवं पार्षद गण को धन्यवाद देती हूं। 

इसके साथ ही कुल 1.58 करोड़ की लागत वाली नगर निगम के विभिन्न वार्डों से संबंधित सड़क, पीसीसी नाला और पुल पुलिया निर्माण के लिए नगर निगम बोर्ड से स्वीकृत कुल आठ विकास योजनाओं का कार्यादेश महापौर एवं स्थानीय पार्षदगण के द्वारा ई टेंडर विधि से चयनित संवेदकों के बीच बांटा गया। 

इन कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से शुरू करने और निर्धारित समय सीमा में सबको पूरा करने का निर्देश महापौर के द्वारा दिया गया। जिसमें वार्ड नंबर 16 में भोला बाबू कॉलोनी में जयराम महतो के घर के पीछे से अभिषेक पाण्डेय के घर तक 12.05 लागत से नाला निर्माण, वार्ड 26 में शिवजी प्रसाद के घर से बेतिया ब्लॉक के गेट के सामने तक 14.38 लाख की लहर से आरसीसी नाला निर्माण, वार्ड 30 में यादव लाल यादव के घर से रानु यादव के घर तक 15.24 लाख की लागत से सड़क निर्माण शामिल है। वही वार्ड 40 में सीताराम जी के घर से संतोष ठाकुर के घर तक 4.57 लाख की सड़क से निर्माण, वार्ड 16 में सुभाष चंद्र भारती के घर से मुख्य नाला तक 7.01लाख की लागत से आरसीसी नाला निर्माण, वार्ड 40 में कन्हैया पटेल के घर से भिखारी पासवान के घर तक 4.23 लाख की लागत से आरसीसी नाला निर्माण और वार्ड नंबर 16 में लालबाबू सिंह के घर से प्रमोद जी के घर तक 2.45 लाख की लागत से आरसीसी नाला निर्माण शामिल है। 

मौके पर पार्षद ममता मिश्रा, सुशील गुप्ता, विजय यादव, साजन कुमार, संवेदक बसंत राव, मनी वर्मा, अभिषेक पांडेय इत्यादि मौजूद रहे।

सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय वन शहीद दिवस संपन्न

बेतिया : आज 12 सितंबर को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में दो दिवसीय राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर कार्यक्रम को संपन्न करते हुए स्वच्छता चैंपियन स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक , डॉ महबूब उर रहमान,सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि राष्ट्रीय वन शहीद दिवस प्रत्येक वर्ष पर्यावरण मंत्रालय ने 2013 में राष्ट्रीय वन शहीद दिवस को चिह्नित करने के लिए 11 सितंबर को दिन के रूप में चुना क्योंकि यह खेजरली नरसंहार (1730) की वर्षगांठ का दिन है।

11 सितंबर को हर साल भारत में राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन उन कई कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने पूरे भारत में जंगलोंऔर वन्यजीवों की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

यह दिन बड़े पैमाने पर वनों, पेड़ों और पर्यावरण की रक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए देश भर के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, शैक्षिक समाजों और संस्थानों की भागीदारी को देखता है।

खेजरली नरसंहार (1730) हत्याकांड मारवाड़ राज्य में हुआ था जब महाराजा अभय सिंह राठौर खेजड़ली के बिश्नोई गांव के पास पेड़ों को काटना चाहते थे।

जैसा कि बिश्नोइयों की एक मान्यता रही है कि किसी भी हरे पेड़ को नहीं काटा जाए, ग्रामीणों ने राजा के प्रतिनिधियों से गाँव के पास के पेड़ों को न काटने की गुहार लगाई थी।

राजा के सैनिकों के अत्याचार के बाद अमृता देवी बिश्नोई नाम की एक महिला के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उन्हें अपने शरीर से बचाने के लिए पेड़ों को गले लगा लिया।

यह घोषणा करते हुए कि वे मरना पसंद करेंगे, सैनिकों ने देवी के साथ उनके परिवार और कई अन्य ग्रामीणों का सिर काट दिया।

आस-पास के अन्य बिश्नोई समुदायों ने खेरजली संघर्ष का समर्थन करने के लिए लोगों को भेजा, और पेड़ों की रक्षा करते हुए 363 बिश्नोई ग्रामीण मारे गए। अभय सिंह ने माफी मांगने के लिए गांव की यात्रा की।

उन्होंने एक ऐसे आदेश की घोषणा की जिसने सभी बिश्नोई गांवों के पास जानवरों की हत्या और पेड़ों को काटने से रोका, और गांव को खेजड़ी के पेड़ों के बाद खेजरली के रूप में जाना जाने लगा, जिसे बचाने के लिए ग्रामीणों ने अपना जीवन लगा दिया था।

इस घटना ने अनेक आंदोलनों के लिए प्रेरित किया सबसे अधिक प्रसिद्ध चिपको आंदोलन सहित कई कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया, जहां ग्रामीण 1970 के दशक में सरकारी लॉगिंग को रोकने के लिए बिश्नोई के समान तरीके से पेड़ों को गले लगाते थे।

11 सितंबर को कौशल विकास केन्द्र, हरनाटाड़ (कुशल युवा कार्यक्रम) बगहा-02 में जॉब कैम्प का होगा आयोजन।

निजी नियोजक द्वारा हाउस कीपिंग के 100 पदों के लिए अभ्यर्थियों का किया जायेगा चयन।

विशेष जानकारी के लिए हेल्प सेन्टर के दूरभाष संख्या-06254-295737 पर अभ्यर्थी संपर्क कर सकते हैं।

श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिनांक-11.09.2023 को कौशल विकास केन्द्र, हरनाटांड़ (कुशल युवा कार्यक्रम), बगहा-02 में जॉब कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इस दिन पूर्वाह्न 11.00 बजे से अपराह्न 04.00 बजे तक इच्छुक अभ्यर्थी जॉब कैम्प में नियोजक से जॉब के विषय में जानकारी प्राप्त कर अपना आवेदन/बायोडाटा जमा कर सकते हैं। इच्छुक अभ्यर्थी का एनसीएस पोर्टल पर निबंधन कराना अनिवार्य है।

जिला नियोजन पदाधिकारी, श्री अंकित राज द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय के दिशा-निर्देश के आलोक में लगातार जिले में जॉब कैम्प, रोजगार-सह-मार्गदर्शन मेला का आयोजन कर बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार मुहैया कराने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में पुनः 11 सितंबर, 2023 को भी सुदूरवर्ती बेरोजगार युवक-युवतियों की सहूलियत के मद्देनजर कौशल विकास केन्द्र, हरनाटांड़ (कुशल युवा कार्यक्रम), बगहा-02 में जॉब कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि आइएसएस वर्ल्ड द्वारा चेन्नई में हाउस कीपिंग के पद पर कार्य करने हेतु इच्छुक कुल-100 अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। कंपनी द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को 11000.00 रूपया प्रतिमाह मानदेय सहित निःशुल्क खाना एवं आवासन की सुविधाएं प्रदान की जायेगी।

उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए जिला नियोजनालय में दूरभाष संख्या-06254-295737 पर हेल्प सेन्टर बनाया गया है। अभ्यर्थी विशेष जानकारी के लिए हेल्प सेन्टर पर संपर्क कर सकते हैं।

जिलास्तर पर स्थायी मीडिया सेल एवं सोशल मीडिया सेल का हुआ गठन।

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा जिलास्तर पर स्थायी मीडिया सेल एवं सोशल मीडिया सेल का गठन कर दिया गया है।

जिलास्तर पर गठित स्थायी मीडिया सेल एवं सोशल मीडिया सेल के नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, श्री अनंत कुमार को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। वहीं सदस्य के रूप में जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, श्री अभिषेक कुमार मिश्रा एवं आईटी प्रबंधक, श्री अभिषेक कुमार को सदस्य बनाया गया है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा गठित मीडिया एवं सोशल मीडिया सेल को निर्देश दिया गया है कि उक्त सेल मीडिया एवं सोशल मीडिया से संबंधित सभी कार्यों को निष्पादित करेगा। विभिन्न मीडिया माध्यमों एवं सोशल मीडिया के जरिये मतदाता जागरूता से संबंधित सूचनाओं का प्रचार-प्रसार एवं निर्वाचन प्रक्रिया से संबंधित बेस्ट प्रैक्टिस के संबंध में सूचनाओं का प्रसार सुनिश्चित करेगा।

इसके साथ ही प्रेस कांफ्रेंस/मीडिया ब्रीफिंग के माध्यम से निर्वाचन प्रबंधन में मीडिया की सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेगा। सेल द्वारा भ्रामक एवं गलत सूचनाओं को दूर करने के लिए फैक्ट चेक की प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगा।

निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े हुये सभी जिलास्तरीय पदाधिकारियों, जिला निर्वाचन पदाधिकारी, इआरओ, एइआरओ, रिर्टनिंग अधिकारी के मध्य महत्वपूर्ण सूचनाओं का प्रचार-प्रसार करेगा।

सोशल मीडिया के माध्यम से मतदाता जागरूकता एवं विभिन्न लक्षित समूहों की सहभागिता को सुनिश्चित करेगा। कन्टेंट के लिए क्राउडसोर्स को जेनरेट करना, प्री पोल डे तथा पोल डे में भारत निर्वाचन आयोग की एसओपी का पालन सुनिश्चित करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से सूचनाओं का प्रसार-प्रसार सुनिश्चित करेगा।

डेंगू की रोकथाम हेतु साफ-सफाई, एंटी लार्वा/ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव एवं नियमित रूप से फॉगिंग कराने का दिया निर्देश, जिलाधिकारी

डेंगू की रोकथाम एवं बचाव हेतु साफ-सफाई, एंटी लार्वा/ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, नियमित रूप से फॉगिंग कराने सहित एवं ईलाज को लेकर समुचित कार्रवाई करने हेतु जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

जारी निर्देश में कहा गया है कि बारिश के मौसम की समाप्ति से लेकर सर्दी का मौसम प्रारंभ होने के बीच डेंगू का खतरा बना रहता है। किसी भी रूके हुए पानी में मच्छरों के पनपने के कारण डेंगू फैलने की आशंका बनी रहती है। मच्छरों के माध्यम से संचारित होने वाला यह रोग कभी-कभी काफी खतरनाक साबित होता है। 

इसकी रोकथाम एवं बचाव हेतु नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया सहित जिले के सभी कार्यपालक पदाधिकारी, सभी नगर निकाय साफ-सफाई, कचरे का नियमित उठाव के साथ-साथ नियमित रूप से फॉगिंग एंटी लार्वा/ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराना सुनिश्चित करेंगे। जीएमसीएच, व्यवहार न्यायालय, समाहरणालय सहित सभी कार्यालय परिसर, स्लम बस्तियों तथा जल-जमाव वाले क्षेत्रों में अभियान चलाकर रोकथाम एवं बचाव हेतु कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। 

सिविल सर्जन सहित प्राचार्य/अधीक्षक, जीएमसीएच को निर्देश दिया गया है कि डेंगू की रोकथाम, बचाव एवं ईलाज हेतु निर्धारित एसओपी के आलोक में कार्रवाई सुनिश्चित करें। अस्पतालों में समेकित रूप से ऐसा तंत्र विकसित किया जाय कि मरीजों की त्वरित पहचान करते हुए ससमय ईलाज किया जा सके। इसके लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड की व्यवस्था, आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता एवं चिकित्सा से जुड़े चिकित्सक/कर्मी राउंड-ओ-क्लॉक उपलब्ध रहें, इस हेतु कारगर व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे।

जारी निर्देश में कहा गया है कि उक्त कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही नहीं होनी चाहिए। सभी जगह साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रहनी चाहिए। लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाय। लोगों को डेंगू से बचाव के लिए सचेत करें।

जिला प्रशासन द्वारा जिलेवासियों से अपील की गयी है कि डेंगू की रोकथाम, बचाव हेतु इस बारिश में सावधानी बरतें, सचेत रहें। अपने आसपास पानी जमा नहीं होने दें। कूलर, गमले, टायर आदि में जमे पानी को तुरंत बहा दें। पानी की टंकियों को सही तरीके से ढ़ंक कर रखें। मच्छरदानी का उपयोग करें। अधिक जानकारी के लिए निःशुल्क हेल्पलाईन नंबर 104 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही डेंगू के लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर ईलाज करायें।

बगहा : फर्जी प्रमाण पत्र के बहाली होने पर दो आंगनबाड़ी सेविका हुई चयनमुक्त*

बगहा: बाल विकास परियोजना कार्यालय बगहा एक में आँगनबाड़ी सेविका के रूप में कार्यरत दो सेविकाओं पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मो.सोहैल अहमद द्वारा सख्त कार्रवाई करते हुये चयनमुक्त कर दिया गया है। सीडीपीओ ने बताया कि आँगनबाड़ी केन्द्र संख्या-50 पंचायत- सिघाड़ी पिपरिया,वार्ड सं0-45 की सेविका विभा कुमारी तथा आंगनबाड़ी केंन्द्र संख्या-121 पंचायत- कोल्हुआ, चौतरवा वार्ड से -04 की सेविका सुमन कुमारी का प्रमाण पत्र जांच हेतू सचिव बिहार शिक्षा संस्कृत बोर्ड पटना को भेजा गया था। 

जांचोपरान्त,उल्लेखित दोनों सेविकाओं का शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।इसके पश्चात् सीडीपीओ मो० सोहैल अहमद ने तत्काल संज्ञान लेते हुये दोनों सेविकाओं पर विधिसम्मत कारवाई करते हुए आंगनबाड़ी सेविकाओं को तत्काल प्रभाव से चयनमुक्त कर दिया है।

जंगली बंदर के हमले में एक छ: वर्षीय बच्ची गंभीर रूप से घायल

वाल्मीकि नगर: थाना क्षेत्र में इन दिनों जंगली बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है।

 इसी क्रम में शुक्रवार की शाम वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के गोल चौक निवासी कृति कुमारी उम्र लगभग 6 वर्ष पिता लक्ष्मण राम को जंगली बंदरो के झुंड ने हमला बोल काट-काट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया है। आनन-फानन में घायल के परिजनों व ग्रामीणो द्वारा वाल्मीकि नगर स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया।

जहा चिकित्सक डॉ संजय कुमार सिंह द्वारा उपचार किया गया। परिजनो ने वन विभाग से बंदरों से निजात दिलाने की मांग की है।इस बाबत घायल के परिजनो ने बताया कि उनपर जंगली बंदर के झुंड ने हमला बोल काट-काट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया। इस बीच आसपास मौजूद अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे।जिनके द्वारा हो-हल्ला करने पर जंगली बंदरो का झुंड जंगल की तरफ भाग खड़ा हुआ।

*मोरक्को में अत्याधुनिक तीव्रता के भूकंप में मारे गए लोगों के‌ सम्मान मे सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन

बेतिया: आज दिनांक 9 सितम्बर 2023 को मोरक्को में भीषण भूकंप पर मारे गए लोगों के सम्मान में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सभी लोगों ने भाग लिया। 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरकारी मीडिया के अनुसार, मोरक्को में 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद कम से कम 1,037 लोग मारे गए और लगभग 1,200 घायल होने के समाचार मिले हैं।

भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे 8 सितम्बर ;(22:00 GMT) के ठीक बाद आया। 

इस अवसर पर संवेदना व्यक्त करते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि हम सभी मोरक्को में कल आए भूकंप से हुई जानमाल की हानि और विनाश पर गहरा दुख व्यक्त करते हैं। हम सभी प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। ईश्वर उन्हें शक्ति प्रदान करें। आमीन

जी20 सम्मेलन से विश्व को भारतीय संस्कृति एवं आदर्शों को देखने एवं नजदीक से समझने का मिलेगा मौका

बेतिया: जी20 सम्मेलन के थीम द्वारा भारत ने दुनिया को दिया वसुधैव कुटुंबकम (Vasudhaiva Kutumbakam) का संदेश। भारत को विगत एक वर्ष से 18वी जी 20 सम्मेलन का मेजबानी करने का अवसर मिला । 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक, डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,स्वतंत्रता सेनानियों एवं जी20 देशों के महान विभूति को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत को 18वी जी 20 सम्मेलन को आयोजित करने का अवसर मिला इस के हम सभी ईश्वर का आभार व्यक्त करते हैं। 

इस सम्मेलन से विश्व को भारतीय संस्कृति एवं आदर्शों को देखने एवं समझने का अवसर मिला है। भारत का हजारों वर्षों से यह परम्परा रही है।एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य है। वहीं जी20 के चिन्ह (लोगो) को तिरंगे के रंग से दर्शाया गया है। इसमें केसरिया, सफेद और हरा रंग देखने को मिलता है, वहीं लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में 'भारत' लिखा हुआ है. इसका सीधा और स्‍पष्‍ट मतलब है कि जी20 समिट इस साल भारत में होने का संकेत चिह्न दे रहा है।

           

1997 में विश्व वित्तीय संकट के बाद जी20 की शुरुआत की गई थी. इस बैठक में पहले आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होती थी, लेकिन बाद में और भी कई मुद्दों को शामिल किये गये।

1 दिसंबर 2022 से देशभर में इससे जुड़े कार्यक्रम शुरू किए गए, जो 30 नवंबर 2023 तक जारी रहेंगे ।यानी 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होने वाले जी20 सम्मेलन के बाद भी भारत में इससे जुड़े कार्यक्रम चलते रहेंगे। 

जी20 में 19 देश- भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं. हर साल अध्यक्ष देश कुछ देशों और संगठनों को मेहमान के तौर पर भी आमंत्रित है।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि इस बार भारत ने बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरीशिस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को मेहमान के तौर पर बुलाया है. 

वहीं नियमित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों (यूएन, आईएमएफ, डब्ल्यूबी, डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूटीओ, आईएलओ, एफएसबी और ओईसीडी) और क्षेत्रीय संगठनों (एयू, एयूडीए-एनईपीएडी और आसियान) की पीठों के अलावा जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत की ओर से आईएसए, सीडीआरआई और एडीबी को अतिथि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के रूप में आमंत्रित किया गया है।

जी20 के सदस्य देश, दुनिया की 60% आबादी की नुमाइंदगी करते हैं. इन देशों का पूरी दुनिया की GDP में 85% और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 75% हिस्सेदारी है।

भारत अपनी पूरी ताकत के साथ दुनिया के प्रमुख 20 देशों का नेतृत्व कर रहा है. भारत को मौका मिला है कि वह प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने, सामूहिक कार्रवाई के लिए जोर डालने की अगुवाई करे और साथ ही विकासशील देशों के एजेंडों का चैंपियन बनकर उभरे. सीधे शब्दों में कहा जाए तो यह वैश्विक मंच भारत के बढ़ते महत्व को दर्शाने की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इस सम्मेलन में चर्चा के दौरान कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां भारत की अपनी कोशिशों पर ध्यान फोकस करने की उम्मीद है.

भारत को आजाद हुए 76 साल हो चुके हैं. इस दौरान देश ने कई उपलब्धियां हासिल की है. हम आज कई क्षेत्रों में टॉप-5 में हैं, कई में टॉप-3 तो कुछ जगहों पर टॉप पर हैं. इसके बावजूद भारत को विकासशील देशों में गिना जाता है. इसलिए जी20 एक ऐसा फोरम हैं जहां भारत अपनी श्रेष्ठता को और बेहतर ढंग से बता सकता है। 

भारत सरकार का लक्ष्य है कि जब देश आजादी के 100 साल मना रहा होगा, तब 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र होगा. दुनिया को बताने की जरूरत है कि भारत दुनिया का वैश्विक नेता बनने के लिए पूरी तरह तैयार है. भारत ने समय-समय पर दिखाया है कि विकसित देश उन्नत संसाधनों के बावजूद वो मुकाम हासिल नहीं कर पाते, जो भारत अपने सीमित संसाधनों के साथ कर लेता है।

चाहे मंगलयान हो या कोविड जैसी महामारी में 140 करोड़ देशवासियों की रक्षा करना या फिर चंद्रयान-3 हर मामले में भारत औरों से बेहतर है। यह सब के सहयोग से ही सम्भव हो पाया है। इस के लिए हम सभी ईश्वर का धन्यवाद देते हैं।

दुनिया के बाकी देश भी अगर भारत के साथ मिलकर एक साथ काम करेंगे तो मानव समाज की उन्नति और पर्यावरण ,पृथ्वी संरक्षण के प्रयास में तेजी लाई जा सकती है. जी20 में भी भारत का उद्देश्य यही है. भारत का G20 अध्‍यक्षता थीम भी- ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य’ है।