*अयोध्या में राम पथ निर्माण कार्य में आई तेजी,सोहावल तहसील छेत्र के कोला गांव स्थित समदा झील के सामने बनेंगे इको रिजार्ट्स*
अयोध्या।अयोध्या में जैसे जैसे राम मंदिर का लोकार्पण जनवरी 2024 मे होने का समय करीब आ रहा है । वैसे वैसे अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य में काफी तेजी आ गई है । यही हाल राम पथ निर्माण समेत अयोध्या के चहुओर के वे प्रवेश द्वार के मार्ग जिनसे अयोध्या प्रवेश होना रहेगा उनके भी निर्माण कार्य में काफी तेजी आई है ।
अयोध्या जिला प्रशासन द्वारा श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य के बाद जनवरी 2024 में राम मंदिर लोकार्पण कार्य के होने वाले आयोजन की भी प्रशासनिक तैयारी अभी से ही अयोध्या जिला प्रशासन और राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े सभी पदाधिकारियों द्वारा अभी से काफी तेजी दिखाते हुए शुरू कर दी गई है ।
अयोध्या में इस समय जगह जगह सड़क निर्माण कार्य में भी काफी तेजी आई है नतीजा यह है कि देर रात तक निर्माण कार्य बखूबी किया जा रहा है । इस समय पूरी अयोध्या में सड़क निर्माण कार्य पाइप आदि लगवाने , नाला आदि बनवाने के कार्य में काफी तेजी आई है ।
इसके कारण राहगीरों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । लेकिन जनवरी 2024 में राम मंदिर निर्माण होने पर लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और राममंदिर लोकार्पण समारोह को बहुत ही भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए अयोध्या जिला प्रशासन और राम मंदिर निर्माण में लगे सभी अधिकारियो और कर्मचारियों तथा राम मंदिर ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों के द्वारा पूरी ताकत के साथ अभी से ही सभी तैयारी करनी तेज हो गई है ।
इसी कड़ी में अयोध्या जनपद की सोहावल तहसील छेत्र के कोला गांव स्थित समदा झील में जल्द ही रामनगरी में आने वाले श्रद्धालु झील के सामने इको रिजॉर्ट्स में रहने खाने का लुत्फ उठा सकेंगे। जिला मुख्यालय से लगभग बीस किलोमीटर दूर सोहावल तहसील के 67 हेक्टेयर में फैले समदा झील के सामने एक बड़ी बाग में यह रिजॉर्ट्स विकसित किया जाएगा।अयोध्या विकास प्राधिकरण इस इको रिजॉर्ट्स को विकसित करेगी।
प्रयागराज की एक कंपनी को इसका टेंडर दिया गया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। प्राधिकरण ने इसका वर्क आर्डरकंपनी को दे दिया है। 45 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बन रहे इस रिजॉर्ट में 100 कॉटेज बनाए जाएंगे। इस रिर्जाट में खाने पीने रहने के साथ ही सेहत के लिए प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र भी विकसित करने की योजना है।
इस रिजॉर्ट की सबसे खास बात ये है कि इसमें सबकुछ इको फ्रेंडली होगा। पुराने समय के गांव की तरह मिट्टी, फूस, व फसलों के अपशिष्ठ के साथ इसे बनाया जाएगा। मूल ढांचा लकड़ियों से बनाया जाएगा। आम पर्यटकों को ग्रामीण इलाकों के बाग में बनाए जाने वाला माहौल देने की तैयारी है। ए
डीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि केवल रेस्टोरेंट की रसोई में ही कुछ स्थान पर कंक्रीट या अन्य सामग्री का इस्तेमाल किया जाएगा। काटेज के सामने बने ऊंचे ऊंचे वाच टावर पर पर्यटक बड़ी दूरबीनों के सहारे समदा झील में आने वाले विदेशी पंक्षियों का नजारा भी ले सकेंगे।
बताया जाता है कि विशेष मौसम में तो यहां कई दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी नजर आते हैं। इस समूचे इलाके में पक्षियों के रिहायश में कोई दिक्कत न हो इसके लिए काटेज के आसपास बेहद कम रौशनी रखने का भी इंतजाम किया गया है।
एडीए उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि समदा पक्षी विहार के सामने बाग में इसे विकसित किया जाएगा। हमारी कोशिश रहेगी कि इसमें प्रकृति से कोई छेड़छाड़ न हो। इको फ्रेंडली सामग्री से ही इसका निर्माण होगा। ताकि प्रवासी पक्षियों के आगमन में कोई व्यवधान न हो और टूरिस्ट उन दुर्लभ प्रजाति के मेहमानों को निहार सकें।
Sep 08 2023, 18:54