गैर मर्द के प्रेम में ऐसी पागल हुई विवाहित महिला, अपने 3 साल के सगे बेटे की गला घोंटकर कर दी हत्या


पूर्णिया : जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है। जिसे जानकर आप दंग रह जायेंगे। प्रेम के चक्कर में एक मां ने अपने ही सगे बेटे की हत्या कर दी। घटना जिले के भवानीपुर की है।

सगी मां ने ही 3 साल के मासूम की गला घोटकर हत्या कर दी। वहीं इस बेरहम मां का दिल जब इतने से भी नहीं भरा तो उसने जन्म देने वाले जिगर के टुकड़े को ही बहियार में फेंकने का प्लान बना लिया। मौका पाकर उसे फेंकने निकल पड़ी। हालांकि मां बेटे के शव को ठिकाने लगाती इससे पहले ही गांव वालों ने महिला को पकड़ लिया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। हत्या का कारण महिला का गैर मर्द से चल रहा अफेयर बताया जा रहा है। मां ने पुलिस कस्टडी में अपने बेटे की हत्या की बात कबूल ली है। घटना पूर्णिया के भवानीपुर थाना क्षेत्र के बलिया ओपी के त्रिलोकी टोला की है।

मृतक मासूम की पहचान 30 वर्षीय रजनीश रमन के 3 वर्षीय बेटे युवराज कुमार के रूप में हुई है। वहीं घटना के बाद से मासूम की हत्या करने वाली बेरहम मां 25 साल की निशा कुमारी पुलिस की हिरासत में है।

घटना के संबंध में मृतक की दादी रूबी देवी ने बताया कि दिसंबर 2018 में भवानीपुर थाना क्षेत्र के बलिया ओपी के त्रिलोकी टोला में रहने वाले 30 वर्षीय रजनीश रमन की शादी 25 साल की निशा से हुई थी। शादी के एक डेढ़ साल बाद दोनों का एक बेटा हुआ। कुछ दिनों बाद तक सबकुछ ठीक रहा। घर का खर्च बढ़ने के बाद पति रजनीश गार्ड की नौकरी करने 2 साल पहले 2021 में बंगलोर चला गया। वह हर महीने पत्नी को घर खर्च के लिए 5 हजार भेजता है, मगर इस बीच वह कभी पत्नी और बेटे से मिलने गांव नहीं आया। जिससे दोनों के बीच दूरियां लगातार बढ़ती गईं। इसके बाद निशा किसी गैर मर्द के संपर्क में आ गई। दोनों के बीच अक्सर फोन पर बातें होती। निशा हमेशा फोन पर लगी रहती। अफेयर में ही निशा ने ये खौफनाक कदम उठाया और बेटे को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला डाला। 

दादी रूबी देवी और नाना विनय कुमार राय ने बताया कि तड़के सुबह करीब 3 बजे जब वे उठी। तो मासूम को कमरे में नहीं पाया। निशा भी तब घर से बाहर थी। इसी बीच बाहर से शोर शराबे की आवाज आई। गांव के कुछ लोगों ने एक महिला को बच्चे को कंधे पर लादे गांव से लगे बहियार की ओर भागते देखा। जिसके बाद महिला को बच्चा चोर समझकर ग्रामीण महिला को खदेड़ने लगे। 

कुछ देर बाद ग्रामीणों व परिजनों ने महिला को पकड़ लिया। ये महिला निशा निकली। निशा के कंधे पर उसका 3 साल्वका बेटा युवराज पड़ा था। उसकी नब्ज बंद थी। गले पर काले गहरे निशान थे। चेहरे पर नाखून से खरोचने के ताजे निशान थे। जिसके बाद परिजनों ने निशा को पकड़कर जब घटना के पीछे की सच्चाई जानी। तो ग्रामीणों के पैरों तले जमीन खिसक गया। देखते ही देखते जंगल में आग की तरह फ़ैल गई। परिजनों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

*बीच सड़क पर दौड़ती कार में अचानक लगी आग, कार में ड्राइवर समेत 3 लोग थे सवार

पूर्णिया में बीच सड़क पर दौड़ती कार में अचानक आग लग गई। कार में ड्राइवर समेत 3 लोग सवार थे। 

कार में आग भड़कते ही सड़क पर दौड़ती दूसरी वाहन और राहगीरों के बीच हड़कंप मच गया। घटना पूर्णिया के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के लाइन बाजार की है। कार में आग लगते ही किसी तरह कार में बैठे लोगों ने अपनी जान बचाई। घटना की जानकारी पाकर फायर ब्रिगेड की गाड़ी फौरन मौके पर पहुंची। कार आग के गोले में तब्दील होती। इससे पहले ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पा लिया। 

घटना की जानकारी देते हुए कार के ओनर तारिक जावेद ने बताया कि जिस वक्त ये हादसा हुआ वे उनके साथी और कार का ड्राइवर कार में मौजूद था। 

वे देर दोपहर करीब 3 बजे लाइन बाजार एक चिकित्सक के क्लीनिक पर आए थे। चिकित्सक से मुलाकात के बाद वे अररिया लौट रहे थे कि तभी लौटने के क्रम में उनकी कार में लाइन बाजार चौक के करीब ही आग भड़क उठी। कुछ ही पलों में कार में लगी आग भड़क उठी। इससे पहले ही कार आग के गोले में तब्दील होती कार में मौजूद सभी लोग किसी तरह कार से बाहर निकले और अपनी जान बचाई। मौके पर मौजूद लोगों ने फायर ब्रिगेड को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने कार में भड़की आग पर काबू पाया।

वहीं आग किन वजहों से लगी इसके पीछे की वजहों का अब तक पता नहीं चल पाया है। फिलहाल इस घटना में सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं।

एमडीए को लेकर पूर्णिया कॉलेज में एनसीसी के बच्चों के बीच चलाया गया जागरूकता अभियान

पूर्णिया : जिले में आगामी 20 सितंबर से सर्वजन दवा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन, पिरामल स्वास्थ्य, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) सहित जुड़े नेटवर्क सदस्यों द्वारा सहयोग किया जा रहा है। नाइट ब्लड सर्वे के दौरान भी इन लोगों के द्वारा अपेक्षा से अधिक सहयोग मिला है। 

इसी कड़ी में पूर्णिया विश्वविद्यालय के पूर्णिया महाविद्यालय के सभागार में राष्ट्रीय कैडेट कोर के समन्वयक डॉ ज्ञान गौतम के नेतृत्व में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के बच्चों को जागरूक किया गया। 

इस अवसर पर पिरामल स्वास्थ्य के वरीय कार्यक्रम प्रबंधक अमित कुमार, जिला प्रमुख संजीव कुमार, डीपीओ चंदन कुमार, प्रशांत कुमार और जियाउद्दीन सहित कई अन्य उपस्थित थे। 

प्राथमिकता के आधार पर जिलेवासियों को आगामी 20 सितंबर से निश्चित रूप से एमडीए की दवा खानी होगी: डॉ आरपी मंडल

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राजेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार द्वारा किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। इस रोग के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और अन्य सहयोगी संस्थाओं के द्वारा सार्थक प्रयास किया जा रहा है। 

जिलेवासियों से अपील करते हुए डॉ मंडल ने कहा कि हम सभी के समुचित सहयोग के बाद ही शत प्रतिशत सफ़लता मिलेगी। जिसके लिए एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। 

उन्होंने यह भी कहा कि सामूहिक प्रयास से फाइलेरिया का उन्मूलन संभव है। इसीलिए प्राथमिकता के आधार पर जिलेवासियों को आगामी 20 सितंबर से निश्चित रूप से एमडीए की दवा खानी होगी।

एमडीए को लेकर पिरामल स्वास्थ्य ने जिलेवासियों से की अपील: संजीव कुमार 

पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रमुख संजीव कुमार ने राष्ट्रीय कैडेट कोर से जुड़े सैकड़ों कैडेट से अपील करते हुए कहा कि आप लोगों को अपने - अपने महाविद्यालय, घर, सार्वजनिक स्थल, सगे संबंधियों सहित आसपास के क्षेत्रों में एमडीए को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत जिलेवासियों को दवा खाने के लिए प्रेरित करना है। साथ ही यह भी बताया है कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को दवा नहीं खानी है।‌ आगामी 20 सितंबर से गृह भ्रमण कर आशा दीदी के द्वारा सभी लोगों को अपने सामने एमडीए की खुराक खिलानी है।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

त्रिपुरा निवासी दो गांजा तस्करों को 10-10 वर्ष कारावास व 2-2 लख रुपए आर्थिक दंड की कोर्ट ने सुनाई सजा


पूर्णियां - दो गांजा तस्करों को दोषी पाए जाने के बाद 10-10 वर्ष करवा करवास एवं एन०डी०पी०एस० एक्ट की विभिन्न धाराओं में मिलाकर 02-02 लख रुपए आर्थिक दंड की सजा सुनाई गई है। आर्थिक दंड की राशि अदा नहीं करने पर दोनों को 1-1 वर्ष अतिरिक्त सजा होगी। 

सजा पाने वाले अभियुक्त हैं, त्रिपुरा निवासी अनोध त्रिपुरा और सोदेश देव वर्मा। सजा पूर्णिया के द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल कुमार सिंह की अदालत में सुनाई गई है। मामला विषेश (एन०डी०पी०एस० एक्ट) वाद सांख्य 37/2022 का है जो बायसी थाना काण्ड सांख्य 124/2022 पर आधारित था। 

इस मुकदमे के विशेष (एन०डी०पी०एस० एक्ट) लोक अभियोजक शंभू आनंद ने जानकारी देते हुए कहा कि न्यायालय ने यह भी आदेश दिया है, कि इस मुकदमें में जप्त वाहन की नीलामी कर प्राप्त राशि सरकार को दी जाएगी। 

घटना के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बायसी थाना के तत्कालीन स०अ०नि० प्रेमचंद चौधरी 30 मार्च 2022 को अपने दल-बल के साथ संध्या गस्ती में निकले थे। दालकोला जांच चौकी पर वाहन जांच के क्रम में शाम लगभग 08.45 बजे दालकोला की तरफ से आ रही एक होंडा सिटी कार रजिस्ट्रेशन नंबर डब्लू०बी० 02भी० 4950 को रुकने का इशारा किया तो होंडा कार के चालक एवं सवार व्यक्ति भागने लगे। जिसे सशस्त्र बल के सहयोग से खदेड़ कर पकड़ा गया। 

पकड़े गए व्यक्तियों ने अपना नाम त्रिपुरा निवासी अनोध त्रिपुरा व सोदेश देव वर्मा त्रिपुरा का रहने वाला बताया। तलाशी नियमों का पालन करते हुए तलाशी लिया तो उक्त वाहन से 11 पैकेट में कुल 75.08 वजन का किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। अभियोजन पक्ष की ओर से न्यायालय में पांच गवाहों की गवाही कराई गई। 

गवाहों की गवाही एवं अभिलेख पर उपलब्ध अन्य साक्ष्यों के आधार पर दोनों अभियुक्त को उपरोक्त सजा सुनाई गई।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

रक्षाबंधन के दिन पूर्णिया पुलिस ने सभी भाइयों और बहनों को दिया अनोखा सौगात*

पूर्णिया : रक्षाबंधन के दिन पूर्णिया पुलिस ने सभी भाइयों और बहनों को अनोखा सौगात दिया है। 

दरअसल पूर्णिया एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने पूर्णिया में आज दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट देकर उन्हें सुरक्षित यात्रा का संदेश दिया। 

उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के अवसर पर सभी लोग अपने बहन के यहां राखी बंधवाने सुरक्षित जाएं यह उनका उद्देश्य है यही कारण है कि आज फाइन काटने के बदले उन्हें हेलमेट दिया गया है ताकि वह भी जागरूक हो और सुरक्षित होकर यात्रा करें। 

श्री पुष्कर ने बताया कि आई सी आई सी आई लोम्बार्ड द्वारा हेलमेट की व्यवस्था की गई थी जो दो पहिया वाहन चालको को दिया गया।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

विद्या विहार आवासीय विद्यालय में हुआ स्पेस लैब का भव्य उद्घाटन

 आज दिनांक 30 अगस्त 2023 , विद्या विहार आवासीय विद्यालय परोरा पूर्णिया में छात्र छात्राओं के ज्ञानार्जन अध्ययन को विस्तार रूप देने के उद्देश्य से विद्यालय के साइंस ब्लॉक में स्पेस लैब का भव्य उद्घाटन समारोह मुख्य अतिथि पूर्णिया डिवीजन के डिविजनल कमिश्नर श्री मनोज कुमार (IAS) के कर कमलों से संपन्न हुआ ।

 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने स्पेस लैब की स्थापना की सराहना करते हुए कहा कि छात्र छात्राओं के अध्ययन में खगोलीय और विज्ञान के क्षेत्र में और भी विस्तार होगा । 

 तत्पश्चात विद्यालय के रविवंश नारायण मिश्र ऑडिटोरियम में अलंकरण समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । मुख्य अतिथि के सम्मान में विद्यालय के छात्राओं द्वारा स्वागत नृत्य की प्रस्तुति की गई। 

  

 मुख्य अतिथि के स्वागत उद्बोधन में विद्यालय प्राचार्य श्री निखिल रंजन ने उनके शुभागमन पर आभार व्यक्त कर विद्यालय की उपलब्धियों से अवगत कराते हुए विद्यालय ट्रस्टी श्री राजेश चंद्र मिश्र जी की कर्मठता , लगन एवं अथक मेहनत का परिणाम बताया । तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा कक्षा तथा छात्रावास के कप्तान ,उप कप्तान को बैच एवम सदन - पट्टा लगाकर सम्मानित किया गया तथा छात्र छात्राओं को अपने ज्ञानार्जन , कर्तव्यों का निर्वहन एवम उत्तरदायित्व के प्रति सजग रहने की दिशा में शपथ दिलाई गई ।  

  

 अपने संबोधन भाषण में मुख्य अतिथि ने छात्र छात्राओं के लक्ष्य निर्धारण , अथक परिश्रम , नए विषय- वस्तुओं एवम खोज के प्रति जिज्ञासा तथा समस्या निवारण हेतु शिक्षकों से सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण सुझाव दिए एवम विद्यालय के प्रबंधक एवम शिक्षकों की भूरि- भूरि प्रशंसा की ।

  

   अपने समापन उद्बोधन में विद्यालय निदेशक श्री आर. के.पॉल ने मुख्य अतिथि श्री मनोज कुमार के वक्तव्यो की सराहना करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किए । 

    

   इस पुनीत अवसर पर विद्यालय के ट्रस्टी श्री राजेश चंद्र मिश्र, निदेशक श्री आर.के.पॉल, संयुक्त निदेशक श्री दिगेद्र नाथ चौधरी, विद्यालय प्राचार्य श्री निखिल रंजन,विद्यालय पी.आर. ओ. श्री राहुल शांडिल्य, प्रशासक श्री अरविंद सक्सेना एवम श्री चंद्रकांत झा उप प्राचार्य डॉ गोपाल झा एवं श्री गुरुचरण सिंह सहित शिक्षकगण एवम छात्र छात्राएं उपस्थित थे । कार्यक्रम का सफल संचालन श्री चंद्रकांत झा के द्वारा की गई ।

एयरपोर्ट 4 पूर्णिया के लिए अधिवक्ताओं ने निकाला पैदल मार्च, जिलाधिकारी को सौंपा मेमोरेंडम

पूर्णिया : जिला में यथाशीघ्र एयरपोर्ट के निर्माण और हवाई सेवा आरंभ करने की मांग को लेकर जो आंदोलन चल रहा है, वह अब काफी जोड़ पकड़ने लगा है। 

इस आंदोलन को जहां समाज के विभिन्न वर्गों का साथ मिल रहा है, वहीं अब अधिवक्ता भी इस आंदोलन में खुलकर कूद पड़े हैं। 

मंगलवार को दोपहर बाद 3:30 बजे जिला अधिवक्ता संघ पूर्णिया के अधिवक्ताओं ने पैदल मार्च निकालकर एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया की मांग को बुलंद किया। इसमें अधिवक्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। 

पैदल मार्च अधिवक्ता संघ के मुख्य द्वार से निकाली गई जिसमें आगे-आगे बड़ा सा बैनर लिए हुए अधिवक्तागण चल रहे थे जिसमें भारत सरकार एवं बिहार सरकार से एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया की मांग से संबंधित कई मांगें लिखी गई थी। 

इसके अलावे अधिवक्ता गण अपने हाथों में गत्ता लिए हुए थे जिसमें पूर्णिया में एयरपोर्ट के जल्द निर्माण की मांग को लेकर विभिन्न तरह के स्लोगन लिखे थे। 

यथा "जब तक पूर्णिया से उड़ान नहीं तब तक हम सबको आराम नहीं।" "उत्तर प्रदेश को 1 साल में 8 एयरपोर्ट तो पूर्णिया को घोषणा के बाद भी 8 साल में एयरपोर्ट क्यों नहीं?" इसके अलावे अधिवक्ता गण शांतिपूर्ण ढंग से एयरपोर्ट से जल्द हवाई सेवा आरंभ करने की मांग को लेकर विभिन्न तरह के नारे भी लगा रहे थे। 

यह पैदल मार्च आर०एन०साव० चौक तक जाकर, लौटते वक्त जिलाधिकारी महोदय को मेमोरेंडम देने हेतु समाहरणालय के मुख्य गेट पर आया। उनमें से पांच अधिवक्ताओं का शिष्ट मंडल मेमोरेंडम के साथ जिलाधिकारी के कक्ष में गए। 

इस संबंध में जिला अधिवक्ता संघ के संयुक्त सचिव सुमन प्रकाश ने जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रतिनिधि मंडल में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी, सचिव कन्हैया सिंह, वरीय अधिवक्ता सह सदस्य बिहार राज्य बार काउंसिल राजीव शरण, वरीय अधिवक्ता जियाउल हक एवं अधिवक्ता संघ के संयुक्त सचिव सुमन जी प्रकाश शामिल थे। 

उन्होंने यह भी बतलाया कि बातचीत काफी सकारात्मक रही और जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस संबंध में कार्य प्रगति पर है। 

मेमोरेंडम की बातें संक्षेप में इस प्रकार हैं- "चंद्रमा पर चंद्रयान (iii) की सफल लैंडिंग के साथ ही भारतीयों का सपना बहुत ऊंचाई तक पहुंच गया है। यह अंतरिक्ष और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का युग है, लेकिन इस क्षेत्र की जनता आज भी हवाई सेवा से वंचित है। 

बिहार के इस हिस्से के लोगों को वर्तमान में बागडोगरा या दरभंगा हवाई अड्डे तक पहुंचने में लगभग चार घंटे लगते हैं। पूर्णिया से हवाई सेवा 1952 में ही अस्तित्व में थी। 

भारतीय वायु सेना का मौजूदा एयर बेस चूनापुर 1962 में भारत-चीन युद्ध के तुरंत बाद बनाया गया। वर्ष 2012 में पूर्णिया-पटना और पूर्णिया-कोलकाता उड़ान सेवा शुरू की गई थी, लेकिन एक साल बाद सेवा बंद कर दी गई। 

रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत उड़े देश का आम नागरिक के बाबजूद पूर्णिया से हवाई सेवा में देरी हो रही है। चूनापुर एयरबेस पर सिविल एन्क्लेव के निर्माण का प्रस्ताव कई वर्षों से अधर में लटका हुआ है। 

मेमोरेंडम में जिला प्रशासन को 52.18 एकड़ भूमि के अधिग्रहण से संबंधित विवादों का निपटारा हेतु धन्यवाद दिया गया। 

अंत में अधिवक्ता संघ की ओर से आग्रह किया गया कि हवाई सेवा की शीघ्र शुरुआत के लिए पहल करें, जिससे सीमांचल के साथ-साथ नेपाल के लोग भी लाभान्वित होंगे। 

पूर्णिया से हवाई सेवा की शुरुआत होने पर पूर्णिया को उप-राजधानी बनाने और पूर्णिया में माननीय पटना उच्च न्यायालय की पीठ के गठन की हमारी लंबे समय से चली आ रही मांग को भी बल मिलेगा।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

पुल के पास बरामद हुआ एक 40 वर्षीय व्यक्ति का शव, इलाके में सनसनी

पूर्णिया : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पूर्णिया कटिहार मुख्य मार्ग के सतडोभ मखाना फोरी झिटकिया पुल के पास मंगलवार की अहले सुबह एक 40 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद हुआ है।

शव मिलने की खबर से पूरे रानीपतरा बेलौरी सहित आसपास के क्षेत्रों में बात आग की तरह फैल गई। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने मृत व्यक्ति की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चुना फैक्टरी रानीपतरा निवासी दिनेश प्रसाद जायसवाल का 40 वर्षीय पुत्र विनय जायसवाल के रूप में हुई।

घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंगलवार की अहले सुबह जब बहियार की तरफ जा रहे थे तो हमलोगों ने देखा कि एक व्यक्ति मृत अवस्था मे पानी मे परा हुआ है। वही पर एक मोटरसाइकिल भी पानी मे गिरा हुआ था। इधर घटना की जानकारी मुफस्सिल पुलिस को दिया गया।

घटना की सूचना मिलते ही आनन फानन में मुफ्फसिल थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार,एएसआई रमेश पासवान सहित सशस्त्र बल के साथ घटनास्थल पर पहुँच कर उक्त शव को अपने कब्जे में लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज पूर्णिया भेज दिया एवं हत्या या मौत की गुत्थी को सुलझाने में लग गए।

इधर घटना को लेकर फॉरेंसिक टीम के एक्सपर्ट भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की तफ्तीश में जुट गए हैं। फॉरेंसिक टीम को घटना स्थल से कई अहम सुराग भी हाथ लगे हैं जिससे इस मामले को सुलझाने के तह तक जाने में मदद मिल सकेगी। हालांकि अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर हत्या के पीछे क्या कारण था किसने किया हत्या। मृतक ने अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चे को छोड़ गया। 

वही इस संबंध में एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि मामला प्रथम दृस्टिया हत्या का लग रहा है शव को पोस्टमार्टम के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज पूर्णिया भेज दिया गया हत्यारे को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का किया जाएगा आकलन : डीपीएम

 

पूर्णिया - यूनिसेफ की अंतर्राष्ट्रीय टीम पूर्णिया के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का भ्रमण करने के लिए दौरे पर आई हुई है। 

पांच सदस्यीय टीम में अंतर्राष्ट्रीय संक्रमण नियंत्रण कार्यक्रम (सीडीसी) के निदेशक डॉ वंदेरेन्डे डेनियल और सीडीसी डॉ सिरोमनी वालन के अलावा यूनिसेफ दिल्ली के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सैयद हुब्बे अली, बिहार यूनिसेफ के कार्यक्रम प्रबंधक शिवेन्द्र नाथ पाण्डेया और स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ एसएस रेड्डी मुख्य रूप से शामिल हैं।

 इस टीम के लोगों के द्वारा जिला मुख्यालय के पूर्णिया कोर्ट स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर संक्रमण नियंत्रण कार्यक्रम (सीडीसी) से संबंधित स्थानीय प्रभारी चिकित्सा डॉ प्रतिभा कुमारी से जानकारी ली गई। 

इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, शहरी स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधक दिलनवाज अहमद, यूनिसेफ के क्षेत्रीय सलाहकार शिवशेखर आनंद, आरसीएच के जिला समन्वयक राजकुमार, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी, पीएसआई के अयाज अशरफी सहित स्थानीय यूपीएचसी के सभी एएनएम और कर्मी उपस्थित थे।

अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का किया जाएगा आकलन:--- डीपीएम 

जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास ने बताया कि यूनिसेफ के द्वारा आकांक्षी जिला पूर्णिया में स्वास्थ्य से संबंधित सभी तरह के कार्यक्रमों में सहयोग किया जाता है। जिसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की टीम जिले के अनुमंडलीय अस्पताल बनमनखी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसबा का दौरा करेगी।

 जहां विभागीय स्तर पर मरीजों को दी जने वाली चिकित्सीय उपचार से संबंधित सभी प्रकार की सुविधाओं का जायजा लेने के लिए संबंधित अस्पताल का दौरा करने वाली है।

विभिन्न अस्पतालों में कायाकल्प कार्यक्रम से संबंधित दी जाने वाली आवश्यक सुविधाओं का आकलन कर आवश्यक दिशा - निर्देश दिया जाएगा।

स्वास्थ्य संस्थानों में संक्रमण नियंत्रण बेहद जरूरी: स्वास्थ्य विशेषज्ञ 

यूनिसेफ बिहार के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ एसएस रेड्डी ने कहा कि संक्रमण नियंत्रण कार्यक्रम (सीडीसी) इंडिया संक्रामक और गैर-संचारी रोगों की एक विस्तृत श्रृंखला के समाधान के लिए भारत सरकार, भारतीय संस्थानों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर सहयोग करता है। क्योंकि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लक्ष्यों तक पहुंचने व भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करना होता है।

 मुख्य रूप से सीडीसी ने एचआईवी/एड्स की रोकथाम और नियंत्रण के लिए लाइफ इनिशिएटिव को लेकर प्रेसिडेंट्स इमरजेंसी प्लान फॉर एड्स रिलीफ (पीईपीएफएआर) कार्यक्रम के तहत वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संरक्षण, टीकाकरण, टीबी, एचआईवी और इन्फ्लुएंजा कार्यक्रम संचालित करती है।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

नहाने के दौरान नदी में डूबा 32 वर्षीय युवक, तलाश जारी

पूर्णिया : जिले के सौरा नदी में नहाने के दौरान 32 वर्षीय युवक की डूबने से मौत हो गई। युवक रविवार रात काम से लौटने के बाद सौरा नदी में कांवरियों को स्नान करता देख नदी में नहाने उतरा था। कि तभी युवक का पैर फिसला जिसके बाद वह गहरे पानी में जा समाया। 

युवक को डूबता देख नदी में स्नान कर रहे कांवरियों ने युवक को बचाने का भरसक प्रयास किया। मगर अंधेरा हो जाने की वजह से वे युवक को डूबने से न बचा सके। फिलहाल एसडीआरएफ की 2 टीम युवक की खोजबीन में जुटी है। 12 घंटे बाद भी युवक के शव को नदी से बाहर नहीं निकाला जा सका है। 

घटना के संबंध में युवक के परिजन मांगन कुमार और रमेश मंडल ने बताया कि रविवार रात करीब 10 बजे काम से लौटने के बाद सुबोध सिटी काली मंदिर से लगे सौरा नदी में कांवरियों को नहाता देख खुद भी नहाने गया था। नहाने के दौरान युवक का पैर फिसला। जिसके बाद वह गहरे पानी में जा समाया। 

जिस समय सुबोध डूबा। सावन की आखिरी सोमवारी को लेकर सौरा काली मंदिर में कांवरियों का जुटान शुरू हुआ था। कुछ कांवरिए स्नान कर रहे थे। इन कांवरियों ने तब डूब रहे सुबोध को बचाने की हर संभव कोशिश की। मगर पानी में तेज बहाव होने के कारण इनकी सारी कोशिशें बेकार हो गई। 

वहीं मौके पर जुटे लोगों ने मृतक के परिजन और स्थानीय सदर थाने की पुलिस को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मृतक के परिजन और फिर पुलिस मौके पर पहुंची। काफी रात हो जाने की वजह से युवक की खोजबीन नहीं की जा सकी। एसडीआरएफ की टीम फिलहाल मौके पर पहुंच चुकी है और शव की खोजबीन में एसडीआरएफ की दो टीम जुटी है। 

घटना के संबंध में सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। युवक की खोजबीन जारी है।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा